फ्रांस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता की भारत की दावेदारी का किया समर्थन,मेक इन इंडिया में फ्रांस की कंपनियां करेगी सहयोग attacknews.in

नयी दिल्ली 11 सितंबर ।फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले ने कहा है कि उनका देश संयुक्त राष्ट्र संघ
में स्थायी सदस्यता की भारत की दावेदारी का समर्थन करता है।

श्रीमती पार्ले ने फ्रांस से खरीदे गये 36 रफाल लड़ाकू विमानों में से पहली खेप के पांच विमानों को वायु सेना में विधिवत तौर पर शामिल किये जाने के लिए गुरुवार को आयोजित समारोह में हिस्सा लेने के दौरान कहा, “ फ्रांस संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता की भारत की दावेदारी का समर्थन करता है।”

श्रीमती पार्ले ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मेक इन इंडिया कार्यक्रम के प्रति फ्रांस के समर्थन और उसमें शामिल होने की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा, “ पनडुब्बियों समेत अन्य रक्षा उपकरणों के निर्माण के दृष्टिकोण से मेक इन इंडिया कार्यक्रम फ्रांस की रक्षा कंपनियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। फ्रांस की कई कंपनियां अब भारत में अपने कार्यालय बनाकर रक्षा उपकरणों के डिजाइन यहां तैयार कर रही हैं। मुझे आशा है कि उन कंपनियों को यहां पूरा सहयोग और समर्थन मिलेगा।”

फ्रांसीसी रक्षा मंत्री ने कहा , “ आज का दिन हमारे देशों के लिए एक उपलब्धि है। हम मिलकर भारत- फ्रांस रक्षा संबंधों का एक नया अध्याय लिख रहे हैं। रफाल एक शक्तिशाली विमान है जो वायु सेना को नयी ताकत देगा। रफाल का उपयोग माली में आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने में भी किया गया था।”

उन्होंने आश्वासन दिया कि फ्रांस जल्द ही भारत को समझौते के तहत शेष 31 रफाल लड़ाकू विमान सौंपेगा।

NIA की चार्जशीट: पुलवामा आतंकवादी हमले का मास्टरमाइंड जैश ए मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर, 19 आरोपियों में मसूद का भाई राऊफ असगर भी शामिल attacknews.in

नयी दिल्ली 25 अगस्त । पुलवामा आतंकवादी हमले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेन्सी (एनआईए ) ने पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को आरोप पत्र में हमले की
साजिश का मास्टरमाइंड बताया है।

सूत्राें के अनुसार जांच एजेन्सी ने आज जम्मू की विशेष अदालत में दायर तेहर हजार से अधिक पृष्ठों के आरोप पत्र में मसूद अजहर के साथ 19 लोगों को आरोपी करार दिया है। इनमें अजहर का भाई राऊफ असगर भी शामिल है।

कुल 19 आरोपियों में से छह आतंकवादियों को विभिन्न मुठभेड़ों में मारा जा चुका है जबकि सात को पकड़ा जा चुका है और अन्य लापता है।

अब तक के सबसे बड़े आतंकवादी हमलों में शुमार पुलवामा हमले में गत वर्ष 14 फरवरी को केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 से भी अधिक जवान शहीद हुए थे।

आतंकवादियों ने विस्फोटकों से भरी एक वैन को बल की बस से टकरा दिया था जिसमें जवान सवार थे।
इसके बाद भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के निकट बालाकोट में आतंकवादी ठिकानों पर बमबारी की थी जिसमें बड़ी संख्या में आतंकवादी मारे गये थे।

आरोप पत्र में कहा गया है कि इस हमले के लिए पाकिस्तान से 20 किलोग्रमा विस्फोटक सामग्री लायी गयी थी। आरोप पत्र में यह भी कहा गया है कि हमला करने वाले आतंकवादी पाकिस्तान स्थित अपने आकाओं के संपर्क में थे।

कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर मचे घमासान के बीच सोनिया गांधी पार्टी के अध्यक्ष पद पर बनी रहेगी, अधिवेशन में चुना जाएगा नया अध्यक्ष attacknews.in

नयी दिल्ली, 24 अगस्त । कांग्रेस कार्य समिति ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को अगला अध्यक्ष चुने जाने तक पद पर बने रहने का निर्णय लिया है।

कांग्रेस सूत्रों के अनुसार बैठक आज सुबह साढ़े ग्यारह बजे के बाद शुरु हुई जिसमें सबसे पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने श्रीमती गांधी से पद पर बने रहने का आग्रह किया। उसके बाद अन्य कई प्रमुख नेताओं ने डॉ. सिंह का समर्थन करते हुए श्रीमती गांधी से पद नहीं छोड़ने का अनुरोध किया।

सोनिया ने पद छोड़ने की पेशकश की, सीडब्ल्यूसी से नया अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया आरंभ करने को कहा:

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार को कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में पद छोड़ने की पेशकश की और कहा कि सीडब्ल्यूसी नया अध्यक्ष चुनने के लिए प्रक्रिया आरंभ करे।

सूत्रों के अनुसार, सीडब्ल्यूसी की बैठक आरंभ होने के बाद सोनिया ने कहा कि वह अंतरिम अध्यक्ष का पद छोड़ना चाहती हैं और उन्होंने संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल को विस्तृत जवाब भेजा है।

एक सूत्र ने कहा कि इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कुछ अन्य नेताओं ने उनसे आग्रह किया कि वह पद पर बनी रहें।

सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी ने गुलाम नबी आजाद और पत्र लिखने वाले कुछ नेताओं एवं उनकी ओर से उठाए गए मुद्दों का हवाला दिया।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी पार्टी में नेतृत्व के मुद्दे पर सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले नेताओं पर निशाना साधा और कहा कि जब पार्टी राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में विरोधी ताकतों से लड़ रही थी और सोनिया गांधी अस्वस्थ थीं तो उस समय ऐसा पत्र क्यों लिखा गया।

नेतृत्व के मुद्दे पर कांग्रेस के दो खेमों में नजर आने की स्थिति बनने के बीच पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई सीडब्ल्यूसी की बैठक वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से हो रही है।

सीडब्ल्यूसी की बैठक से एक दिन पहले रविवार को पार्टी में उस वक्त नया सियासी तूफान आ गया जब पूर्णकालिक एवं जमीनी स्तर पर सक्रिय अध्यक्ष बनाने और संगठन में ऊपर से लेकर नीचे तक बदलाव की मांग को लेकर सोनिया गांधी को 23 वरिष्ठ नेताओं की ओर से पत्र लिखे जाने की जानकारी सामने आई।

हालांकि, इस पत्र की खबर सामने आने के साथ ही पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ एवं युवा नेताओं ने सोनिया और राहुल गांधी के नेतृत्व में भरोसा जताया और इस बात पर जोर दिया कि गांधी परिवार ही पार्टी को एकजुट रख सकता है।

पत्र विवाद पर आजाद ने दी सफाई

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को नेतृत्व परिवर्तन के बारे में लिखे गये पत्र के बाद भारतीय जनता पार्टी के साथ साठ गांठ के आरोपों का सामना कर रहे कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने सफाई दी है कि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन पर इस तरह का कभी कोई आरोप नहीं लगाया है।

श्री आजाद ने ट्वीट कर कहा , “ मीडिया का एक हिस्सा यह गलत खबर दे रहा है कि कार्य समिति की बैठक में मैने श्री राहुल गांधी को कहा कि वह साबित करें कि हमने भाजपा के साथ सांठगांठ करके पत्र लिखा। इस बारे में मुझे स्पष्ट करना है कि श्री राहुल गांधी ने न तो कार्य समिति की बैठक में और ना ही इससे बाहर कभी कहा है कि यह पत्र भाजपा के साथ मिलीभगत करके लिखा गया है।”

राहुल ने कुछ गलत नहीं बोला : सुरजेवाला

कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को नेतृत्व परिवर्तन को लेकर लिखे पत्र पर मचे बवाल के बीच पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारक संस्था कार्य समिति की बैठक में पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के पत्र लिखने वाले नेताओं के लिए कड़े शब्दों के इस्तेमाल पर पार्टी संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि श्री गांधी ने किसी भी नेता के लिए गलत शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया है।

श्री सुरजेवाला ने ट्वीट किया “श्री राहुल गांधी ने किसी के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया। कृपया मीडिया में गलत और गुमराह करने वाली सूचना देने का काम नहीं करें। लेकिन इस वक्त हमें परस्पर लड़ने तथा एक दूसरे को आहत करने और कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने की बजाय मोदी सरकार की कुरीतियों के खिलाफ मिलकर लड़ना चाहिए।”

कांग्रेस प्रवक्ता का यह बयान पार्टी अध्यक्ष को पत्र लिखने वाले नेताओं में शामिल वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा कि वह श्री गांधी के भाजपा के साथ सांठगांठ करने के आरोप से बहुत आहत हैं।

कार्य समिति में मचे घमासान का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि इससे पहले श्री सुरजेवाला अक्सर बैठक के बीच की खबरें ह्वाटसअप कर मीडिया को भेजते थे लेकिन आज सुबह से हो रही बैठक के दौरान उन्होंने कोई सूचना बाहर नहीं दी है। उनकी खामोशी यही इशारा करती है कि बैठक में घमासान मचा रहा।

इस बीच खबरें हैं कि श्रीमती गांधी, राहुल गांधी तथा प्रियंका गांधी ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के प्रति बैठक में नाराजगी का इजहार किया है। उनका कहना था कि पत्र लिखने और उसे मीडिया में लीक करने का यह उचित समय नहीं है।

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 53 हजार के पार होकर 53,129 हुई,मृतकों की संख्या 1,229 पर पहुंची, मुख्य नगरपालिका अधिकारी की मौत और स्वास्थ्य मंत्री पाजिटिव attacknews.in

भोपाल, 23 अगस्त । मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के 1263 नए मामले सामने आने के बाद इनकी कुल संख्या 53129 हो गयी है। इसके साथ ही 23 लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 1229 जा पहुंची है।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार आज 991 व्यक्ति कोरोना संक्रमण को मात देकर घर लौट गए और अब तक कुल 40390 व्यक्ति ऐसा कर चुके हैं। एक्टिव केस यानी उपचाररत लोगों की संख्या 11510 है।

भोपाल में कोरोना के 161 नए मामले, कुल हुए 9284

भोपाल जिले में 161 नए कोरोना संक्रमित मिलने के बाद इनकी कुल संख्या 9284 हो गयी है। जिले में अब तक 262 लोगों की मौत हो चुकी है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की ओर से मुहैया करायी गयी जानकारी के अनुसार कल देर रात 161 सैंपल पॉजीटिव और 2303 सैंपल निगेटिव मिले। इसके साथ ही कुल कोरोना संक्रमित 9284 हो गए हैं। अब तक 7545 व्यक्ति कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर घर जा चुके हैं। शेष व्यक्तियों का अस्पतालों, संस्थागत क्वारेंटाइन सेंटर और होम आइसोलेशन में इलाज किया जा रहा है।

बुजुर्ग दंपत्ति ने दी कोरोना को मात

पन्ना जिले में 90 वर्ष के बुजुर्ग और 85 वर्ष की उनकी पत्नी ने कोरोना को मात दे दी है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एल. के. तिवारी ने बताया कि पन्ना जिला अस्पताल में बनाए गए डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में भर्ती 90 वर्षीय पुरुष और 85 वर्षीय उनकी पत्नी ने कल कोरोना को परास्त कर दिया और उनकी अस्पताल से छुट्टी कर दी गयी। अब वे होम आइसाेलशन में रहेंगे।

इंदौर जिले में कोरोना के 194 नये मामले, चार की मौत

इंदौर जिले में कोरोना वायरस से संक्रमण के 194 नये मामले आने के बाद की कुल संख्या 11161 तक पहुंच गयी है। हालाकि इनमें से 7656 व्यक्ति स्वस्थ हो चुके हैं।

सीहोर जिले में 11 नए कोरोना संक्रमित

सीहोर जिले में आज कोरोना संक्रमण के 11 नए मामले सामने आए और संक्रमितों की कुल संख्या 111 हो गयी है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इनमें से 63 व्यक्ति स्वस्थ हो चुके हैं और चार की मौत हो चुकी है। शेष 44 व्यक्तियों का इलाज किया जा रहा है।

स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी हुए कोरोना संक्रमित

मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी आज कोरोना वायरस कोविड 19 से पीड़ित पाए गए हैं।
डॉ चौधरी ने ट्वीट के जरिए स्वयं यह जानकारी दी है।

उन्होंने लिखा है कि उनकी कोविड की रिपोर्ट पॉजीटिव आयी है। उन्होंने अनुरोध किया है कि जो भी उनके संपर्क में आए हैं, वे कोरोना टेस्ट करवा लें और निकट संपर्क वाले लोग क्वारेंटाइन में चले जाएं।

डॉ चौधरी ने लिखा है कि सभी की प्रार्थना और आशीर्वाद से वे जल्दी ही स्वस्थ होकर सभी लोगों के बीच उपस्थित होकर फिर से जनसेवा के कार्य में लगेंगे।

डॉ चौधरी का प्रोटोकाल के अनुसार इलाज प्रारंभ हो गया है।

अभी दो दिन पहले राज्य के लाेक निर्माण विभाग मंत्री गोपाल भार्गव भी कोरोना संक्रपित पाए गए हैं। राज्य में अब तक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा कम से कम आधा दर्जन मंत्री, अनेक विधायक और जनप्रतिनिधि कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं।

भैसदेंही सीएमओ सहित दो की कोरोना से मौत

बैतूल जिले में कोरोना संक्रमण के चलते भैसदेंही के मुख्य नगरपालिका अधिकारी सहित दो लोगों की मौत हो गई है।इसके साथ ही आज जिले में कोरोना संक्रमण के 31 नए मामले सामने आए हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रदीप धाकड़ ने बताया कि भैसदेंही के 54 वर्षीय मुख्य नगरपालिका अधिकारी की रिपोर्ट 13 अगस्त को पॉजिटिव आने पर उन्हें बेहतर उपचार के लिए भोपाल भेजा गया था। जहाँ उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। जिले में कोरोना की जॉंच में 31 नए पॉजिटिव मरीज मिले है। इसे मिलाकर कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 538 हो गई है।

नीमच में 17 नए मामले

नीमच जिले में कोरोना के 17 नए मामले सामने आने के बाद इनकी संख्या बढ़कर 1044 हो गयी है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कल रात 17 और कोरोना संक्रमित मिले हैं। अभी तक 857 व्यक्ति स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं और 16 लोगों की मौत हो चुकी है। शेष का इलाज इलाज किया जा रहा है।

शिवपुरी में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या हुई 755

शिवपुरी में आज 19 लोगों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के साथ ही कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 755 हो गई है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय ने बताया गया है कि आज 19 मरीजों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब यहाँ कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 755 हो गई है। अभी तक 523 कोरोना पॉजिटिव स्वस्थ हो चुके हैं जबकि छह लोगों की मौत हो चुकी है। यहाँ अभी एक्टिव केस की संख्या 216 है।

अशोकनगर में छह लोग मिले कोरोना पॉजिटिव

अशोकनगर जिले में आज छह लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ.हिमांशु शर्मा बताया कि आज रात 208 सैम्पलों की जांच रिपोर्ट मिली हैं, इनमें छह लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से दो पॉजिटिव चंदेरी, दो ईसागढ़, एक मुंगावली और एक पवारगढ़ गांव का है। संक्रमित पांचों व्यक्ति कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आने से पॉजिटिव हुए हैं। अब स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन पॉजिटिव पाए गए लोगों के संपर्क में आए लोगों की तलाश की जा रही है और उनके सेम्पल लिए जाएंगे।

दमोह जिले के तीन कोरोना संक्रमित मरीजों की बीएमसी में मौत, आज 17 कोरोना पाॅजिटिव मिले

सागर जिले के शासकीय बुंदेलखंड मेडीकल कॉलेज (बीएमसी) के कोविड वार्ड में भर्ती दमोह जिले के तीन बुजुर्ग मरीजों की दो दिन में उपचार के दौरान मृत्यु हुई है।

कमलनाध ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस सरकार में मध्यप्रदेश में सैर सपाटे के लिए आने वाला बताकर भाजपा की सरकार बनाने वाला बताया attacknews.in

भोपाल, 23 अगस्त ।मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज कहा कि श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कारण कांग्रेस की नहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनी है।

ग्वालियर में भाजपा नेताओं के दो दिन से आ रहे बयानों के परिप्रेक्ष्य में श्री कमलनाथ ने ट्वीट के माध्यम से कहा है ‘हमारी पार्टी में विधायक दल के नेता का चयन विधायकों की राय व पसंद के आधार पर सर्वसम्मति से किया गया था , उसके लिये निर्धारित प्रक्रिया का पालन भी किया गया था। हमारे यहाँ चुनाव पूर्व संगठन की मज़बूती के लिये योगदान और सरकार बनाने में भी योगदान किसका कितना रहा है, यह भी कार्यकर्ताओं से लेकर सभी को पता है, कौन यहाँ सिर्फ़ पर्यटन के लिये आता था, यह भी किसी से छुपा हुआ नहीं है।’

ग्वालियर में दिग्विजय सिंह द्वारा राजनीति का अविश्वसनीय नेता बताये जाने पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जवाब दिया कि,यदि कुर्सी के लिए लालायित रहता तो कमलनाथ-दिग्विजय के प्रस्ताव स्वीकार कर लेता attacknews.in

ग्वालियर, 23 अगस्त । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आज कहा कि श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में जाने के बाद ग्वालियर में कांग्रेस जीवित हो गयी है।

श्री सिंह ने यहां वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में भाजपा के आयोजन के एक दिन बाद मीडिया से कहा कि श्री सिंधिया के जाने के बाद ग्वालियर अंचल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों में नयी ऊर्जा और जान आ गयी है। हम श्री सिंधिया की चुनौती स्वीकार करते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता और जनता तय कर ले, तो कांग्रेस को कोई पराजित नहीं कर सकता है।

प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष बृजमोहन परिहार की श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने आए श्री सिंह ने मीडिया के सवालों के जवाब में कहा कि वे लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास की राजनीति पसंद करते हैं।

उन्होंने भाजपा के कल यहां आयोजित सदस्यता कार्यक्रम से संबंधित सवालों के जवाब में कहा कि इसमें बड़ी बड़ी बातें की जा रही थीं, लेकिन ऐसी बातें करने वाले तो राजनीति में अपनी विश्वसनीयता खो चुके हैं और उनके भाजपा में जाने के बाद ग्वालियर में कांग्रेस जीवित हो गयी है।

पंद्रह माह की कांग्रेस सरकार में ‘दो मुख्यमंत्री’ होने संबंधी आरोपों के बारे में पूर्व मुख्यमंत्री श्री सिंह ने कहा कि अब भाजपा में ‘चार मुख्यमंत्री’ हैं। एक श्री नरोत्तम मिश्रा तो कल यहां आए नहीं।

एक अन्य सवाल के जवाब में श्री सिंह ने इससे इंकार किया कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार में भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला था। उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार ने माफियाओं, मिलावटखोरोें और अन्य घोटालेबाजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की थी। ऐसे लोगों ने ही भय खाकर तत्कालीन सरकार को गिरा दिया।

श्री सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि कल यहां भाजपा के सदस्यता अभियान को आयोजित करने की अनुमति प्रदान कर दी गयी, जबकि कांग्रेस के साथ भेदभाव किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब श्रीगणेश पंडालों और धार्मिक आयोजनों की अनुमति नहीं है, तो सदस्यता अभियान को अनुमति क्यों दी गयी।

राज्य में 27 सीटों पर विधानसभा उपचुनावों के लिए पार्टी प्रत्याशी के चयन के संबंध में पूछे जाने पर श्री सिंह ने कहा कि चयन प्रक्रिया चल रही है। प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ सभी कार्यकर्ताओं से चर्चा कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि पहले चुनाव आयोग को भी तय कर लेना चाहिए कि उपचुनाव कब होंगे, कांग्रेस उम्मीदवार तो तय हो जाएंगे।

पूर्व मुख्यमंत्री ने मीडिया के समक्ष श्री सिंधिया के कांग्रेस में रहते हुए भाजपा के खिलाफ दिए गए बयानों की वीडियो रिकार्डिंग भी सुनवायी।

शिवराज ने दूसरे दिन भी बोला कांग्रेस नेताओं पर हमला

ग्वालियर,से खबर है कि,मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज लगातार दूसरे दिन कांग्रेस नेताओं पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने ग्वालियर चंबल अंचल की जनता के साथ ही वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भी विश्वासघात किया है।

श्री चौहान ने यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यताग्रहण कार्यक्रम के दूसरे दिन तीन स्थानों पर अलग अलग आयोजनों में इस अंचल की सात विधानसभा क्षेत्रों के हजारों कार्यकर्ताओं को भाजपा की सदस्यता दिलायी। इसके पहले कल भी अलग अलग कार्यक्रमों में सात विधानसभा क्षेत्रों के हजारों कार्यकर्ताओं को भाजपा की सदस्यता ग्रहण करायी गयी थी।

आज के आयोजन में भी केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, वरिष्ठ नेता एवं सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, वरिष्ठ नेता प्रभात झा और अन्य नेता एवं पदाधिकारी मौजूद थे।

श्री चौहान ने कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व पर भी हमला जारी रखा और कहा कि वहां पर अध्यक्ष पद पर एक ही परिवार का व्यक्ति आसीन रहा है। वहीं भाजपा कार्यकर्ता आधारित पार्टी है और यहां पर पोलिंग बूथ का पदाधिकारी भी राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकता है। अब तो कांग्रेस के मध्यप्रदेश में भी यही हाल हो गए हैं। मुख्यमंत्री, अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और अन्य पदों पर भी एक ही व्यक्ति का कब्जा बना आ रहा है।

उन्होंने व्यंगात्मक लहजे में कहा कि बाकी नेताओं का क्या होगा।

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा; मेरी प्राथमिकता कुर्सी नहीं जनता की सेवा हैं

इस अवसर पर राज्यसभा सांसद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि उनकी प्राथमिकता कुर्सी नहीं, जनता की सेवा रही है। यदि वह कुर्सी के लिए लालायित रहते, तो वे श्री कमलनाथ और श्री दिग्विजय सिंह के प्रस्ताव के अनुरूप तत्कालीन कांग्रेस सरकार में उप मुख्यमंत्री का पद स्वीकार कर लेते।

कुछ माह पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए श्री सिंधिया ने कहा कि लेकिन उन्हें पता था कि तत्कालीन सरकार में बैठे लोग क्या करने वाले हैं और उसका भार वे नहीं लेने वाले थे। इसलिए उन्होंने वह प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया।

लाईट-एक्शन और कैमरा फिर से चमका: फिल्मों और टेलीविजन धारावाहिकों की शूटिंग शुरू, केन्द्र ने जारी किए दिशानिर्देश attacknews.in

नयी दिल्ली, 23 अगस्त । सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने फिल्मों और टेलीविजन धारावाहिकों का निर्माण पुन: शुरू करने के लिहाज से रविवार को मानक परिचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) की घोषणा की।

जावड़ेकर ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय और गृह मंत्रालय से विचार-विमर्श करने के बाद एसओपी को अंतिम रूप दिया गया है।

उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर जारी किए गए दिशानिर्देशों के आधार पर फिल्मों और टीवी धारावाहिकों के लिए शूटिंग शुरू की जा सकती है।

एसओपी का विवरण साझा करते हुए उन्होंने कहा कि कैमरे के आगे जो लोग काम करते हैं, उन्हें छोड़कर शेष लोगों को मास्क लगाना होना।

जावड़ेकर ने उम्मीद जताई कि एसओपी जारी होने से न सिर्फ फिल्मों और धारावाहिकों की शूटिंग दोबारा शुरू होगी बल्कि इससे रोजगार भी पैदा होंगे।

गौरतलब है कि संक्रमण फैलने के बाद फिल्मों और टीवी धारावाहिकों की शूटिंग पर रोक लगा दी गई थी।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा मीडिया प्रोडक्शन के लिए जारी की गई एसओपी इस प्रकार है:

मीडिया प्रोडक्शन एक अत्‍यंत प्रमुख आर्थिक गतिविधि है जिसने हमारे देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में व्‍यापक योगदान दिया है। कोविड-19 महामारी को देखते हुए यह अत्‍यंत आवश्‍यक है कि मीडिया प्रोडक्शन से जुड़ी गतिविधियों में शामिल विभिन्न हितधारक अपने-अपने परिचालनों एवं गतिविधियों को फिर से शुरू/संचालित करते समय महामारी के संक्रमण को नियंत्रण में रखने के लिए निश्चित तौर पर समस्‍त उपयुक्त उपाय करें।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के परामर्श से मीडिया प्रोडक्शन के लिए निवारक उपायों पर मार्गदर्शक सिद्धांतों के साथ-साथ मानक परिचालन प्रक्रियाएं (एसओपी) भी तैयार की हैं, जिन्‍हें आज नई दिल्ली में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने जारी किया है।

मार्गदर्शक सिद्धांतों की मुख्य बातों में सामान्य सिद्धांत शामिल हैं, जो स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा दिए गए हैं।

इनमें अन्‍य बातों के अलावा वे गैर-आवश्यक गतिविधियां शामिल हैं जिनकी अनुमति कोविड-19 से संबंधित कंटेनमेंट (सील) जोन में नहीं है। इन सिद्धांतों के तहत ज्‍यादा जोखिम वाले कर्मचारियों को अतिरिक्त सावधानियां बरतनी होंगी। इसी तरह फेस कवर/मास्क पहनना होगा, बार-बार हाथ धोना पड़ेगा, हैंड सैनिटाइजर, इत्‍यादि की व्‍यवस्‍था करनी होगी और इसके साथ ही विशेषकर मीडिया प्रोडक्शन के संबंध में श्वसन से जुड़ी तहजीब या नियम-कायदों को ध्‍यान में रखना होगा।

मंत्रालय ने इस सेक्‍टर में अधिसूचित अंतर्राष्ट्रीय प्रथाओं या तौर-तरीकों को ध्यान में रखते हुए सामान्य एसओपी तैयार की हैं जिनमें सामाजिक या भौतिक दूरी बनाए रखना, शूट वाले स्थानों के लिए निर्दिष्‍ट प्रवेश एवं निकासी मार्गों की व्‍यवस्‍था करना, सैनिटाइजेशन, कर्मचारियों की सुरक्षा, न्यूनतम संपर्क सुनिश्चित करना और क्‍वारंटाइन/आइसोलेशन सहित गृह मंत्रालय द्वारा जारी यात्रा संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करना शामिल हैं। विशेषकर फेस मास्क के संबंध में अंतर्राष्ट्रीय प्रथाओं के अनुसार, कैमरे के सामने मौजूद अभिनेताओं को छोड़कर अन्‍य सभी कलाकारों और शूटिंग करने वाली टीम के सदस्‍यों के लिए फेस मास्क अनिवार्य किया गया है।

मीडिया प्रोडक्शन फिर से शुरू करते समय सभी राज्य सरकारों एवं अन्य हितधारकों द्वारा मार्गदर्शक सिद्धांतों और एसओपी का उपयोग किया जा सकता है।

केंद्रीय मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा, ‘एसओपी अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुरूप है। इससे कोरोना वायरस के कारण तकरीबन 6 माह से बेहद प्रभावित उद्योग को बड़ी राहत मिलेगी और लोग मंत्रालय के इस कदम का स्वागत करेंगे।’

श्री जावड़ेकर ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य अर्थव्यवस्था के विकास को नई गति प्रदान करना भी है क्योंकि फिल्म और टेलीविजन सेक्‍टर बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार देता है।

श्री जावड़ेकर ने उम्मीद जताई कि सभी राज्य ‘एसओपी’ को स्वीकार करेंगे एवं इसे लागू करेंगे तथा आवश्‍यकता पड़ने पर कुछ अन्‍य शर्तों को इसमें जोड़ देंगे। मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और गृह मंत्रालय के परामर्श से जारी किया गया है।

जम्मू-कश्मीर से केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ ) की 100 कंपनियों की होगी तत्काल वापसी,गृह मंत्रालय ने जारी किए आदेश attacknews.in

नयी दिल्ली 19 अगस्त । केन्द्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के बाद केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 100 कंपनियों को तत्काल वापस बुलाने के आदेश दिए हैं।

केन्द्रीय गृह मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी किए गए आधिकारिक आदेश के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की तैनाती की समीक्षा करने के बाद यह फैसला लिया गया है।

गृह मंत्रालय के आदेश के मुताबिक केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 40 कंपनियों, केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 20-20 कंपनियों को वापस बुलाया जायेगा।

जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 और अनुच्छेद-35ए को निरस्त करने के बाद पहली बार बड़ी संख्या में अर्धसैनिक बलों के जवानों को वापस बुलाया जा रहा है।

सीएपीएफ की 100 कंपनियों को तत्काल वापस बुलाने और उन्हें देश में उनके मूल स्थानों पर वापस लौटने के निर्देश दिए गए हैं।

केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल की एक कंपनी में 100 जवान होते हैं। इस आदेश के मुताबिक जम्मू-कश्मीर से सीएपीएफ के 10 हजार जवानों की वापसी होगी।

गृह मंत्रालय ने इससे पहले मई में जम्मू-कश्मीर से सीएपीएफ की 10 कंपनियों को वापस बुलाया था।

गौरतलब है कि ठीक एक वर्ष पहले पांच अगस्त 2019 काे केन्द्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 और अनुच्छेद-35ए को निरस्त कर इसे दो केन्द्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने की घोषणा की थी।

भारत में बुधवार तक शुरु हो जायेगा कोरोना वैक्सीन के परीक्षण का अंतिम चरण, देश में विकसित हो रही है तीन वैक्सीन attacknews.in

नयी दिल्ली 18 अगस्त ।केंद्र सरकार ने कहा है कि देश में तीन कोरोना वैक्सीन विकसित की जा रही है जिनका मानव परीक्षण अलग-अलग चरण में है। इनमें से एक वैक्सीन के लिए अंतिम चरण का परीक्षण मंगलवार या बुधवार से शुरु हो जायेगा।

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की प्रेस ब्रीफिंग में नीति आयोग के सदस्य डॉ वी के पॉल ने आज बताया कि देश में तीन वैक्सीन विकसित हो रहे हैं जिनमें से एक वैक्सीन के लिए मानव परीक्षण आज या कल से शुरु हो जायेगा और शेष दो वैक्सीन के लिए मानव परीक्षण पहले और दूसरे चरण में हैं। वैक्सीन के विकसित करने की दिशा में अच्छा काम हो रहा है।

उन्होंने कहा कि तीनों वैक्सीन काे सही तरीके से विकसित की जा रही है। कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति के लिए पूरा खाका तैयार किया जा चुका है। वैक्सीन के प्रकारों को देखकर आगे की योजना बनायी जायेगी।

उन्होंने कहा कि हो सकता है कि किसी वैक्सीन की दो खुराक लेनी हो तो उसके अनुसार योजना तैयार होगी। वैक्सीन का अभियान देश का अभियान है।

डॉ पॉल ने बताया कि जो वैक्सीन पहले और दूसरे चरण में है, उनके परिणाम एक-दो सप्ताह में सामने आयेंगे और जो वैक्सीन तीसरे चरण तक पहुंच गयी है, उसका परिणाम आने में अधिक समय लगेगा।

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में बुधवार को सुप्रीम कोर्ट सुनाएगा फैसला, रिया चक्रवर्ती किसी शिवसेना नेता आदित्य को जानती है attacknews.in

नयी दिल्ली, 18 अगस्त । उच्चतम न्यायालय बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती और अन्य की याचिकाओं पर बुधवार को फैसला सुनाएगा।

शीर्ष अदालत इस बात को लेकर फैसला सुनाएगा कि बिहार में दायर मुकदमे को महाराष्ट्र स्थानांतरित किया जाये या नहीं और मामले में सीबीआई जांच जारी रहेगी या महाराष्ट्र पुलिस ही जांच जारी रखेगी।

रिया के वकील ने किया दावा, आदित्य ठाकरे से कभी नहीं मिलीं रिया

उधर बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत मामले में उनकी महिला मित्र एवं माॅडल अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती के वकील ने कहा है कि रिया शिव सेना नेता आदित्य ठाकरे को नहीं जानती और न ही उनसे कभी मिली हैं।

रिया के वकील ने मंगलवार को एक वक्तव्य जारी कर कहा, “रिया आदित्य ठाकरे को नहीं जानतीं और न ही आज तक वह उनसे मिली हैं। उन्होंने आदित्य से फोन पर कभी बात भी नहीं की है। रिया केवल इतना जानती हैं कि आदित्य शिव सेना के एक नेता हैं। लेकिन रिया डिनो मोरिया को जानती हैं क्योंकि वह फिल्म इंडस्ट्री में उनके सीनियर हैं।”

मध्यप्रदेश में सरकारी नौकरियां राज्य के निवासियों के लिए सुरक्षित रखने के भाजपा सरकार बनाने जा रही है नया कानून , 15 अगस्त को जन कल्याण की मुख्यमंत्री की अनेक घोषणाओं पर अमल शुरू attacknews.in

भोपाल, 18 अगस्त । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए कहा कि अब सरकारी नौकरियां सिर्फ इसी राज्य के बच्चों के लिए होंगी।

श्री चौहान ने यहां बताया कि इस संबंध में सरकार ने फैसला ले लिया और आवश्यक कानून बनाने की तैयारियां भी प्रारंभ कर दी गयी हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियां अब सिर्फ इस राज्य के बच्चों के लिए दी जाएंगी। कानूनी प्रावधान किए जा रहे हैं।

श्री चौहान ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से कहा कि मध्यप्रदेश के संसाधनों पर अब इस राज्य के निवासियों का हक होना चाहिए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर की गई जन-कल्याण की घोषणाओं के क्रियान्वयन पर मंत्रीगण से चर्चा की :

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जनकल्याण के लिए संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन की गति बढ़ाई जाए। स्वतंत्रता दिवस 2020 पर की गई व्यापक जनहित की घोषणाओं, आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए रोडमेप और उसके अमल के साथ ही उन योजनाओं को जमीन पर उतारने के पूरे प्रयास किए जाएं, जिनका क्रियान्वयन गत वर्ष गंभीरता से नहीं किया गया। विभिन्न कार्यों के लिए शिलान्यास और लोकार्पण भी भौतिक रूप से और जहां कोरोना का प्रभाव है वहां तकनीक के माध्यम से संपन्न किए जाएं। सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य सावधानियों का पालन करते हुए इनमें विभिन्न मंत्री सम्मिलित होंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वे स्वयं भी लोकार्पण कार्यक्रमों में जाएंगे। कोरोना पर नियंत्रण की दृष्टि से स्थितियां सामान्य होते ही ये कार्यक्रम आयोजित होंगे।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में शासकीय सेवाओं में प्रदेश के ही विद्यार्थियों को लिया जाएगा। इसके लिए आवश्यक वैधानिक प्रावधान किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज वीडियो कान्फ्रेंस द्वारा सभी मंत्रीगण, मुख्य सचिव, विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव आदि से चर्चा करते हुए कहा कि समृद्ध मध्यप्रदेश के लिए अधिक से अधिक प्रयास किए जाएं। प्रयासों की पराकाष्ठा होना चाहिए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विभागों की भूमिका सक्रिय रहे और विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर परिणाम प्राप्त किए जाएं। आत्मनिर्भर भारत के रोडमेप के लिए मंत्री समूह आगामी 25 अगस्त तक अपनी रिपोर्ट दे दें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने एक सितम्बर से मंत्रियों के हाथ से खाद्यन्न वितरण अभियान के अंतर्गत कार्यक्रम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी तैयारियां प्रारंभ की जाएं। कलेक्टर्स को भी इसी सप्ताह वीडियो कान्फ्रेंस द्वारा निर्देश दिए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना काल में विभिन्न वर्गों के हित में राशि प्रदान की गई। अर्थिक गतिविधियों की शुरुआत के बाद इनकी गति बढ़ाने और गरीबों के कल्याण के पैकेज के क्रियान्वयन का कार्य तेज किया जाए। लोकल को वोकल बनाने के संकल्प के साथ मध्यप्रदेश में विभिन्न संसाधनों के उपयोग से टिकाऊ विकास की लक्ष्य प्राप्ति करना है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वतंत्रता दिवस संबोधन की प्रमुख घोषणाओं के संबंध में मंत्रियों और अधिकारियों को विस्तृत निर्देश दिए। इन विषयों में शहीद सैनिकों के परिवार की सहायता, खाद्यन्न सुरक्षा मिशन में एक सितम्बर से सभी उपभोक्ताओं को लाभान्वित करने, मनरेगा के अंतर्गत दिए गए रोजगार कार्यों को सुनिश्चित करने, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के 24 जिलों में क्रियान्वयन, स्ट्रीट वेंडर्स को 35 प्रकार के छोटे-छोटे व्यवसायों के सुचारु संचालन में कार्यशील पूंजी दिलवाने, संबल योजना, कृषकों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण दिलवाने, मंडी अधिनियम में संशोधन के प्रावधान जमीन पर उतारने, प्रधानमंत्री कृषि अधोसंरचना निधि में किसानों की आय बढ़ाने, सिंचाई सुविधा के विस्तार, खाद्य प्रसंस्करण ईकायों को प्रारंभ करने, मत्स्य पालन मछुआरों की आय बढ़ाने, दुग्ध उत्पादकों के क्रेडिट कार्ड तैयार करने, महिला स्वसहायता समूहों को सशक्त बनाने, प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना में हितग्राहियों को लाभ दिलवाने, अनुसूचित जनजाति वर्ग को वनाधिकार पट्टे प्रदान किए जाने, प्रदेश के 89 आदिवासी बाहुल्य विकासखंड में बिना लायसेंसधारी साहूकारों द्वारा दिए गए ऋण के चंगुल से आदिवासी भाई-बहनों को मुक्त करवाने, बैगा, सहरिया, भारिया जनजाति के कल्याण, घुमक्कड़ अर्द्ध घुमक्कड़ जातियों के विकास,पिछड़ा वर्ग कल्याण, सामान्य वर्ग के हित में संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन, राष्ट्रीय जलजीवन मिशन में 2023 तक एक करोड़ से अधिक नल कनेक्शन, मेधावी छात्रों को लेपटॉप प्रदान किए जाने, प्रदेश में सौर ऊर्जा विकास, अटल (चंबल) प्रोग्रेस- वे और नर्मदा एक्सप्रेस-वे के विकास, रेडीमेड वस्त्र उद्योग के प्रोत्साहन, लघु और सूक्ष्म औद्योगिक इकाईयों की स्थापना, नवीन उद्योगों के लिए ‘स्टार्ट योर बिजनेस इन थर्टी डेज’ का क्रियान्वयन शामिल है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्लोबल स्किल पार्क के विकास के संबंध में भी आवश्यक प्रक्रियाओं को पूरा करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पर्यटन विकास के अंतर्गत थीम आधारित सर्किट विकसित करने के निर्देश दिए। अमरकंटक सर्किट, रामायण सर्किट तीर्थंकर सर्किट, नर्मदा परिक्रमा, डायमंड टूर, साड़ी मेकिंग टूर को बढ़ावा देने और चित्रकूट से अमरकंटक तक, राम वन गमन पथ के विकास, बफर में सफर योजना के संबंध में निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में पर्यावरण हितैषी विचार से आधुनिक पद्धति द्वारा गौण खनिज दोहन और मूल्य संवर्धन रणनीति, कुटीर उद्योगों का जाल बिछाने, 10 संभागीय आईटीआई का उन्नयन, सिंगल सिटीजन डाटाबेस बनाने, आनंद विभाग के अल्पविराम के अन्य कार्यक्रमों के संपादन, ग्रामीण आबादी के लोगों के लिए भू-अभिलेख तैयार करने की व्यवस्था कर आवासीय भूखंड के मालिकाना हक देने के कार्य और प्रदेश सुदृढ़ कानून व्यवस्था बनाए रखने के संबंध में भी विस्तार से निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आदतन अपराधियों, ड्रग्स और चिटफंड में लगे अपराधियों और किसी भी तरह के माफिया के विरुद्ध सख्त कदम उठाए जाएं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कर्मचारी कल्याण, वित्तीय प्रबंधन, बेटी बचाओ अभियान और पुलिस कर्मियों के लिए राजधानी में पृथक अस्पताल की व्यवस्था के संबंध में भी कार्रवाई के निर्देश दिए।

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 46 हजार के करीब पहुंची, 24 घंटे में 1022 नए मरीज बढ़े, मृतकों की संख्या 1,105 तक पहुंची attacknews.in

भोपाल, 16 अगस्त ।मध्यप्रदेश में आज कोरोना संक्रमण के 1022 नए मामले सामने आने के बाद इनकी कुल संख्या 45455 हो गयी है। इसके अलावा 11 संक्रमितों की मौत दर्ज होने के साथ मृतकों की संख्या 1105 तक पहुंच गयी है।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से आज रात जारी बुलेटिन के अनुसार कुल 22011 सैंपल की जांच में से 1022 व्यक्ति संक्रमित पाए गए। इस तरह संक्रमण दर 4़ 6 दर्ज की गयी। राज्य में लगभग पांच माह में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 45455 हो गयी है। इस अवधि में 11 संक्रमितों की जान भी चली गयी और मृतकों का आकड़ा 1105 हो गया।

बुलेटिन के अनुसार राज्य के 52 जिलों में से निवाड़ी, बड़वानी, नरसिंहपुर और गुना जिलों में एक भी नया मामला सामने नहीं आया। शेष जिलों में एक से लेकर 214 तक मामले दर्ज किए गए। सबसे अधिक 214 मामले इंदौर जिले में प्रकाश में आए।

इंदौर जिले में 214 नए मामलों के साथ कुल संक्रमितों की संख्या 9804 हो गयी है। यहां पर जहां 342 लोगों को अभी तक बचाया नहीं जा सका, वहीं 6278 व्यक्ति स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच चुके हैं। शेष 3184 लोगों का इलाज चल रहा है।

इंदौर में कोरोना के 214 नये मामले

इंदौर जिले में कोरोना वायरस ‘कोविड 19’ के 214 नये मामले आने के बाद एक्टिव केस (उपचाररत रोगियों ) की संख्या बढ़कर 3184 तक जा पहुंची है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) ने कल रात बुलेटिन जारी कर बताया कि कल जांचे गये 3855 सैम्पल में से संक्रमित रोगियों की संख्या 214 है। अब तक कुल 1,75,649 जांच रिपोर्ट प्राप्त हुयी हैं, जिसमें से कुल 9804 संक्रमित पाये गये हैं। कुल 342 मरीजों की मौत जिले में दर्ज की गयी हैं।

शिवपुरी में 22 नए कोरोना संक्रमित

शिवपुरी जिले में 22 मरीज जांच के बाद कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं और कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 552 हो गयी है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय की ओर से कल रात जारी बुलेटिन में बताया गया है कि 22 मरीजों की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। इसमें शिवपुरी के साथ ही ग्वालियर से आयीं रिपोर्ट शामिल हैं। अभी तक 355 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं और चार व्यक्तियों की मृत्यु हुयी है। शेष लोगोें का इलाज जारी है।

पन्ना जिले में कोरोना के 17 नए मामले

पन्ना जिले में कोरोना संक्रमण के 17 नए मामले आने के बाद अब तक 196 मरीज मिल चुके हैं।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कल रात 229 सैंपल की रिपोर्ट आयी, जिसमें 17 पॉजीटिव मिले। अब तक कुल 196 मरीज मिले हैं, जिनमें से 138 व्यक्ति स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। उपचाररत रोगियों (एक्टिव केस) की संख्या 58 है। सूत्रों के अनुसार जिन क्षेत्रों में पॉजिटिव मरीज मिले हैं, उनको निषिद्ध जोन घोषित कर संक्रमण के नियंत्रण के लिए आवश्यक कार्रवाई जिला प्रशासन के समन्वय के साथ की जा रही है।

भोपाल में कोरोना के 117 नए मामले

भोपाल जिले में कोरोना के आज 117 नए मामले मिलने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 8364 हो गयी है।आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जिले में 6546 व्यक्ति स्वस्थ हो चुके हैं और 238 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। अब एक्टिव केस की संख्या लगभग 1500 है।

सीहोर जिले में 11 नए मरीज

मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में आज 11 लोगों की कोरोना संबंधी रिपोर्ट पॉजीटिव आने के साथ संक्रमितों की संख्या बढ़कर 478 हो गयी है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर सुधीर कुमार डेहरिया के अनुसार 11 व्यक्तियों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजीटिव प्राप्त हुई है। इसमें सीहोर के सात, जिले के बुधनी से एक, नसरुल्लागंज से दो और आष्टा से एक व्यक्ति शामिल है। आज 15 मरीजों को उपचार के बाद छुट्टी दी गयी है। इस तरह उपचाररत मरीजों की संख्या 156 है।

छिन्दवाड़ा में कोरोना से एक वृद्ध मरीज की मौत

छिंदवाड़ा के जुन्नारदेव विकासखंड के कोरोना संक्रमित एक बुजुर्ग व्यक्ति की आज दोपहर जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई।

अस्पताल से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के जुन्नारदेव तहसील के जामई निवासी बुजुर्ग व्यक्ति काे फेफड़ों में तकलीफ थी और उसका उपचार नागपुर में चल रहा था। वहां से लौटने पर जिला अस्पताल में जांच के दौरान उन्हें कोरोना संक्रमित पाया गया। उसका उपचार जिला अस्पताल में किया जा रहा था, जहाँ उसकी मौत हो गई। अब तक छिंदवाड़ा के तीन व्यक्तियों की मौत कोरोन संक्रमण से हुई है।

शहडोल में कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत

शहडोल में आज एक कोरोना संक्रमित की मौत हो गई।सीएमएचऒ डा़ॅ राजेश पांडे ने बताया कि यह व्यक्ति पांच दिन पहले दिल्ली से यहाँ आया था और और रेलवे अस्पताल में इलाज करा रहा था। यहाँ स्वस्थ नहीं होने पर आज उसे उपचार के लिए मेडिकल कालेज अस्पताल ले जाया जा रहा था। इसी दौरान रास्ते में उसकी मौत हो गई। लक्षण के आधार पर जब उसकी कोरोना जांच की गई तो पॉजिटिव निकला। इसके बाद संपर्क सूची में 18 लोगों का सेम्पल लेकर रेलवे अस्पताल को सेनेटाइज करने के लिए बंद कर दिया गया है। यह जिले का पपहला कोरोना संक्रमित है जिसकी मौत हुई है।

सीहोर में एक महिला की कोरोना से मौत

सीहोर जिले की निवासी कोरोना संक्रमित एक महिला की आज भोपाल के हमीदिया अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। अब यहाँ मृतकों की संख्या 17 हो गई है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुधीर डेहरिया ने बताया कि जिले के रायपुरा गाँव की निवासी 80 वर्षीय महिला को उपचार के लिए भोपाल के हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस महिला की कोरोना रिपोर्ट 13 अगस्त को पॉजिटिव आयी थी। अस्पताल में उपचार के दौरान आज उसकी मौत हो गई है। अभी तक 17 लोगों की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हुई है।

बैतूल जिले में कोरोना पॉजिटिव के 11 मामले

बैतूल जिले में आज 15 कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए। इसको मिलाकर संक्रमित कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 370 हो गई हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रदीप धाकड़ ने बताया कि 15 संक्रमित मरीजों में बैतूल के पांच, जिले के भीमपुर से तीन, आमला से दो, आठनेर से तीन, घोड़ाड़ोगरी और बादलपुर से एक-एक व्यक्ति शामिल हैं। आज पांच मरीजों को स्वस्थ होने पर छुट्टी दे दी गई है। जिले में अभी तक उपचार से 278 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। शेष संक्रमित 86 मरीजों का उपचार जारी है। अभी तक 355 व्यक्तियों की जॉच रिपोर्ट अप्राप्त है। जिले में कोरोना वायरस के कारण छह लोग अपनी जान गवा चुके हैं।

इंदौर में एक पुलिस निरीक्षक को हुआ कोरोना संक्रमण

इंदौर शहर के एमआईजी थाने के प्रभारी पुलिस निरीक्षक विजय सिसोदिया को कोरोना संक्रमण के चलते उपचार के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार 40 वर्षीय पुलिस निरीक्षक श्री सिसोदिया को कुछ दिनों से हल्का बुखार, सर दर्द और वदन दर्द की समस्या हो रही थी। इसके बाद शनिवार को उनकी कोरोना जाँच हुई, जिसमें वे संक्रमित पाये गए। इसके बाद श्री सिसोदिया ने सोशल मीडिया पर स्वयं के संक्रमित होने की जानकारी साझा करते हुए उनके संपर्क में रहे लोगों से एहतियातन कोरोना की जांच कराने की अपील की है।

हरदा में मिले 14 कोरोना संक्रमित

हरदा जिले में आज 14 कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद कोरोना संक्रमित संक्रीय मरीजों की संख्या 59 हो गई है।

मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. किशोर कुमार नागवंशी ने बताया कि आज 14 सैम्पल की रिपोर्ट प्राप्त हुई है, जिसमें भोपाल एम्स से 14 रिपोर्ट पाॅजिटिव प्राप्त हुई है, जबकि 537 सैम्पल की रिपोर्ट आना शेष है। कोविड केयर सेन्टर से 03 कोरोना संक्रमित मरीज स्वस्थ्य होकर लोटे हैं।

शिवपुरी में मिले सात कोरोना संक्रमित व्यक्ति

शिवपुरी जिले में आज सात मरीजों की जांच रिपोर्ट कोरोना वायरस आई है। इसके साथ यहॉँ कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 561 हो गई है। इसमें 451 जिले के केस हैं और 110 अन्य स्थानों के केस हैं जो शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में भेजे जाते हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से आज रात जारी किए गए कोरोना बुलेटिन में यह जानकारी दी गई है आज सात मरीज पॉजिटिव आए हैं। कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 561 हो गई है। अभी तक 364 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। चार मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। जिले में 193 एक्टिव केस हैं।

अशोकनगर जिले में छह नए कोरोना मरीज मिले

अशोकनगर जिले में आज छह कोरोना मरीज मिले हैं और कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही।

आज यहाँ प्राप्त हुई जाँच रिपोर्ट में जिले में छह नए कोरोना मरीज मिले हैं। इनमें चार जिला मुख्यालय अशोकनगर और दो जिले के ईसागढ़ एवं मुंगावली के रहने वाले हैं। मुंगावली में कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पास मिला है, जो ललितपुर का रहने वाला हैऔर मुंगावली में काम करता है। वहीं शहर में तीन लोग कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आने से संक्रमित हुए हैं। आजाद मोहल्ला में भी एक पॉजिटिव व्यक्ति मिला है। ईसागढ़ के बहेरिया में भी एक कोरोना पॉजिटिव मिला है। इससे अब तक मिले संक्रमितों की संख्या बढ़कर 143 हो चुकी है। इनमें से 107 स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुद की सरकार को कमजोर करने के लिए केंद्र सरकार के मंत्रियों का नाम लेकर उन्हें षडयंत्रकारी बताया attacknews.in

जैसलमेर, 09 अगस्त । राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार के कई मंत्रियों का नाम लेते हुए कहा है कि देश का दुर्भाग्य हैं कि ऐसे लोग सत्ता में बैठे हुए हैं जो लोकतंत्र को कमजोर करने में लगे हैं।

बाड़ेबंदी में रह रहे अपने समर्थक विधायकों से आज यहां पहुंचे श्री गहलोत ने हवाई अड्डे के बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि भाजपा के षड़यंत्र की पोल खुल गई। भाजपा अब बाड़ेबंदी कर रही है। मुझे लगता है भाजपा में जोरदार फूट पड़ गई।

उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि सत्ता में सरकार हमारी है और बाड़ेबंदी भाजपा कर रही है। इससे साफ लगता है कि उनका षड़यंत्र सफल नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि मैने चुनी हुई सरकार को गिराने के प्रयासों का हमेशा विरोध किया।

सरकार को अस्थिर करने के मंसूबे कामयाब नहीं हो सके-गहलोत

इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी राजनेतिक दलों के विधायकों से लोकतंत्र को बचाने एवं जनता का विश्वास बरकरार रखने के लिए चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने की गलत परम्पराओं से बचने की अपील की है।

श्री गहलोत ने राज्य के सभी विधायकों के नाम जारी अपील में कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के बाद पिछले डेढ साल में राज्य सरकार ने प्रदेश के विकास एवं अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने का हर संभव प्रयास किया है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने संवेदनशील, पारदर्शी एवं जवाबदेह प्रशासन देते हुये शिक्षा,उच्च शिक्षा, चिकित्सा, बिजली, पानी, सडक एवं आभारभुत सुविधाओं के विकास के साथ साथ पंचायत समिति एवं उपखंड स्तर पर उल्लेखनीय फैसले किए जिनकी सर्वत्र प्रशंसा हुई।

उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी विश्वव्यापी महामारी के कारण अचानक स्थितियां विकट हो गई। कोरोना की भयावता और इसकी गंभीरता को समझते हुए हमलने सभी राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधियों, चिकित्सकों, धर्मगुरूओं, स्वयंसेवी संस्थाओं , सामाजिक कार्यकर्ताओं, उध्मियों, भामाशाओं, पंचायती राज के जनप्रतिनिधियों, पुलिस,प्रशासन, राज्य कर्मचारियों एवं आमजन को साथ लेकर शानदार प्रबंधन किया जिसकी राष्ट्रीय स्तर पर सराहना हुई है।

श्री गहलोत ने कहा कि ऐसी परिस्थितियों में भी हमारे कुछ साथी और विपक्ष के कतिपय नेता मिलकर लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई हमारी सरकार को अस्थिर करने के षडयंत्र में लगे हुए है यह दुर्भाग्यपूर्ण है।

उन्होंने कहा वर्ष 1993-96 के दरम्यान विधायकों की खरीद फरोख्त कर भैंरोसिंहजी शेखावत की सरकार को गिराने के प्रयास किए गए थे। उस समय मैंने (श्री गहलोत) केन्द्रिय राज्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेसअध्यक्ष के नाते तत्कालीन राज्यपाल बलिराम भगत एवं प्रधानमंत्री नरसिंम्हा राव से मिलकर विरोध किया था कि चुनी हुई सरकार को गिराना लोकतांत्रिक मूल्यों के विरूद्व है और मैं इसे राजनीतिक महापाप की श्रेणी में मानता हूं।

श्री गहलोत ने कहा कि वर्तमान में प्रदेशवासियों ने इस घटनाक्रम को लेकर इस षडयंत्र में शामिल जनप्रतिनिधियों के प्रति भयंकर आक्रोश है।

उन्होंने अपील में विधायकों से कहा कि लोकतंत्र को बचाने, हम में जनता का विश्वास बरकरार रखने एवं गलत पम्पराओं से बचने के लिए आपको जनता की आवाज सुननी चाहिये। आप चाहे किसी भी राजनीतिक पार्टी के विधायक हो, आप अपने साथियों, परिवारजनों और अपने क्षेत्र के मतदाताओं की भावनाओं को समझकर सुनिश्चित करने का फैसला करे कि किस प्रकार राजस्थान प्रदेश के हितों के लिए जनता द्वारा चुनी हुई बहुमत प्राप्त सरकार मजबूती के साथ कार्य करती रहे और सरकार को अस्थिर करने के मंसूबे कामयाब नहीं हो सके।

मध्यप्रदेश में “होम आइसोलेशन” वाले मरीजों के मॉनीटरिंग की अच्छी व्यवस्था करने और सब डिविजन स्तर पर भी क्राइसिस मैनेजमेंट समूह बनाए जाने के निर्देश attacknews.in

भोपाल :8 अगस्त । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बिना लक्षण वाले ऐसे मरीज जिनके घर में इसके लिए व्यवस्था है तथा जो घर पर ही रहना चाहते हैं, उनके ‘होम आइसोलेशन’ के दौरान उनके उपचार एवं देखभाल की मॉनीटरिंग की अच्छी व्यवस्था बनाएं। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग गाइड लाइन तैयार कर प्रत्येक जिले को भिजवाए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि चूंकि अब कस्बों एवं गांवों में भी कोरोना संक्रमण हो रहा है अत: जिलों की ही तरह सब डिविजन स्तर पर भी क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप बनाए जाएं, जो वहां की परिस्थितियों के अनुरूप कोरोना नियंत्रण का कार्य करें। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस ने बताया कि इस संबंध में जिलों को ‍विस्तृत निर्देश जारी कर दिए हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान वीडियो कान्फ्रेंस द्वारा प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति और व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। वीडियो कान्फ्रेंस में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान, डीजीपी श्री विवेक जौहरी तथा अन्य अधिकारियों ने भाग लिया।

टेस्ट बढ़ाए जाएं

कटनी जिले की समीक्षा के दौरान पाया गया कि गत 7 दिनों में वहां पॉजिटिविटी दर 7.36 प्रतिशत आई है। जिले में वर्तमान में 221 पॉजीटिव व 77 एक्टिव मरीज हैं, 139 स्वस्थ होकर घर गए है तथा 5 मृत्यु हैं। जिले में टेस्टिंग कम है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि जिलें में टेस्टिंग बढ़ाई जाए तथा पूरी सर्तकता के साथ काम किया जाए।

अन्य राज्यों से आने वालों की स्क्रीनिंग अनिवार्य

सिंगरौली जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहां गत 7 दिन में कोरोना के 91 नए प्रकरण आए हैं। जिला जेल में 27 प्रकरण आए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि बिना स्वास्थ्य जाँच के कोई भी व्यक्ति जिले में न आए। जेल में भी क्वारेंटाइन हैल्थ स्क्रीनिंग आदि की समुचित व्यवस्था हो।

क्वारेंटाइन की गाइडलाइन फिर से जारी करें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए हे कि ‘क्वारेंटाइन’ एवं ‘आइसोलेशन’ किए जाने के संबंध में जिलों को गाइडलाइन दोबारा जारी करें। एसीएस हैल्थ ने बताया कि जो मरीज कोविड पॉजीटिव हैं, उनका परिस्थिति अनुसार ‘होम आइसोलेशन’ किया जा सकता है तथा जो संदिग्ध हैं, उनका ‘होम आइसोलेशन’ अथवा ‘संस्थागत क्वारेंटाइन’ किया जा सकता है।

इन 5 जिलों में सर्वाधिक नए मरीज

जिलेवार समीक्षा में पाया गया कि इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और मुरैना में सर्वाधिक क्रमश: 184,138,61,35 तथा 32 कोरोना प्रकरण पाए गए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इन सभी जिलों में विशेष ध्यान रखे जाने के निर्देश दिए।

प्रदेश में 1185 मरीज ‘होम आइसोलेशन’ में

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि प्रदेश में बिना लक्षण वाले 1185 कोरोना मरीजों को ‘होम आइसोलेशन’ में रखा गया है, इनमें से मुख्यरूप से इंदौर में 492, जबलपुर में 326, ग्वालियर में 113, भोपाल में 47 तथा शिवपुरी में 42 मरीजों को ‘होम आइसोलेशन’ में रखा गया है।

सतना एवं झाबुआ भी विशेष ध्यान दें

सतना एवं झाबुआ जिले की समीक्षा में वहां पॉजिटिविटी रेट अधिक पाए जाने पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दिए। झाबुआ जिले को टेस्टिंग बढ़ाए जाने के निर्देश दिए गए। वहां प्रति व्यक्ति 10 लाख टेस्टिंग 2 से 2.5 हजार है, जो कि काफी कम है।

मध्यप्रदेश में अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए ईमानदार टैक्स पेयर्स को सम्मानित करने के लिए फिर से लागू होगी भामाशाह योजना attacknews.in

भोपाल, 06 अगस्त ।मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए राजस्व प्राप्तियाँ आवश्यक हैं। इनमें वृद्धि होना चाहिए। राजस्व प्राप्तियों की वर्तमान स्थिति में सुधार के लिए मंत्रीगण विभागीय अधिकारियों से प्रति सप्ताह समीक्षा करें।

श्री चौहान ने आज एक समीक्षा बैठक में राजस्व प्राप्तियों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के हालातों में अर्थव्यवस्था दुरस्त करने के उद्देश्य से विभिन्न मदों में राजस्व बढ़ाना आवश्यक है। इसके लिए रणनीति बनाकर कार्य किया जाए।

उन्होंने निर्देश दिए कि ईमानदार टैक्स पेयर्स को सम्मानित करने की भामाशाह योजना पुनः प्रारंभ की जाए। ईमानदारी से कर चुकाने वाले लोगों को प्रोत्साहन देना भी जरूरी है। गत वर्ष इस योजना पर ध्यान न दिए जाने से अनेक करदाता निरुत्साहित हो गए हैं। ज्यादा टैक्स जमा करने वालों का सम्मान होने से टैक्स जमा करने के लिए सभी वर्ग प्रेरित होते हैं। इसी वर्ष से इस योजना का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाए। प्रदेश में राजस्व प्राप्तियों के संबंध में समीक्षा के लिए एक पखवाड़े के बाद पुन: बैठक होगी।

उन्होंने वाणिज्यिक कर, आबकारी, वन, खनिज, ऊर्जा, परिवहन, स्टांप एवं पंजीयन आदि विभागों से संबंधित करों की प्राप्ति के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि कर अपवंचन करने वालों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि राजस्व संग्रहण के पूरे प्रयास हर स्थिति में हों। प्रयास यह हो कि गत वर्ष की स्थिति में तो आ ही जाएं। यदि राजस्व संग्रहण से जुड़े शासकीय विभागों के मुख्यालय और फील्ड के किसी भी दफ्तर में कोरोना पॉजिटिव रोगी पाया जाता है तो इस स्थिति में पूरा कार्यालय बंद करने की आवश्यकता नहीं है। एक दिन कार्यालय बन्द कर आवश्यक सेनेटाईजेशन और अन्य प्रोटोकाल के पालन के साथ राजस्व संग्रहण की गतिविधियाँ जारी रखी जाएं। कार्यालय पूरी क्षमता के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि अगले कुछ माह कोरोना के साथ ही जीना है। आर्थिक गतिविधियों को रोकने का कोई औचित्य नहीं है। पुरानी रिकवरी करते हुए अनियमित्ताओं पर नियंत्रण के प्रयास किए जाएं।

मुख्यमंत्री ने समाधान योजना, कर अपवंचन प्रवर्तियों के रोकने के प्रयासों, वेट/स्टेट जीएसटी की स्थिति की जानकारी प्राप्त की। निर्देश दिए कि गड़बड़ियाँ रोकने की कार्रवाई करते हुए और बेहतर वसूली की जाए।

उन्होंने आबकारी आय की जानकारी प्राप्त करते हुए निर्देश दिए कि प्रदेश में कहीं भी किसी भी डिस्टलरीज से अवैध रूप से शराब कहीं न जाए। इसे रोकने के लिए तकनीक आधारित पद्धति विकसित की जाए। इससे आय वृद्धि होगी।

उन्होंने कहा कि गौण खनिजों से संबंधित अनियमितताओं की खबरें मिलती हैं। ऐसी अनियमित्ताओं को रोका जाए। इसके लिए पृथक समिति भी राज्य स्तर पर गठित करने का विचार है। वाहनों के बकाया कर की वसूली भी की जाए। राज्य में बसों के नियमित संचालन के अलावा सरल योजना के अमल, अन्य प्रांतों के वाहनों से कर प्राप्त करने, लाइफ टाइम टैक्स, परिवहन निगम की भूमि के संबंध में भी चर्चा हुई।

वित्त, वाणिज्यिक कर, योजना एवं आर्थिक सांख्यिकी मंत्री जगदीश देवड़ा, श्रम एवं खनिज मंत्री ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, वन मंत्री विजय शाह और राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत के साथ ही मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और अन्य अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।