रतलाम में केरल से आया बुढ़ऊ आयुर्वेदिक वैद्य अब्दुल गरक्कल ने डेढ़ साल से नाबालिग का मिर्गी का इलाज करते हुए कर दिया बलात्कार,पुलिस ने किया गिरफ्तार attacknews.in

रतलाम, 28 जून । मध्यप्रदेश के रतलाम शहर में एक नाबालिग का आयुर्वेदिक पद्धति से इलाज करने के नाम पर उसके साथ दुष्कर्म किए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने आरोपी वैद्य के विरुद्ध दुष्कर्म और पाक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार केरल निवासी वैद्य अब्दुल गुरक्कल पिछले कुछ वर्षों से जवाहर नगर में धन्वन्तरि क्लीनिक नाम से आयुर्वेदिक अस्पताल चलाता है।

एक सौलह वर्षीय लड़की पिछले करीब एक डेढ साल से उससे इलाज करवा रही थी। कल लड़की ने औद्योगिक क्षेत्र पुलिस थाने पर पहुंच कर बताया कि शनिवार को जब वह वैद्य अब्दुल के पास इलाज कराने गई थी तो अब्दुल ने उसके साथ अश्लील हरकतें करते हुए उसके साथ दुष्कर्म किया।

पुलिस ने आरोपी वैद्य के विरुद्ध दुष्कर्म और पाक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार केरल निवासी वैद्य अब्दुल गुरक्कल पिछले कुछ वर्षों से जवाहर नगर में धन्वन्तरि क्लीनिक नाम से आयुर्वेदिक अस्पताल चलाता है। एक 16 वर्षीय लड़की पिछले करीब एक डेढ साल से उससे इलाज करवा रही थी।

औद्योगिक क्षेत्र पुलिस ने लड़की की शिकायत पर वैद्य अब्दुल के खिलाफ दुष्कर्म के साथ पाक्सो एक्ट की धाराओं के तहत आपराधिक प्रकरण दर्ज किया है।

बाताया जाता है कि वैद्य अब्दुल मूल रुप से केरल का निवासी है और चार पांच वर्षों से रतलाम में रह कर आयुर्वेदिक चिकित्सालय चला रहा है।

इस मामले में टीआईआईए ओपी सिंह का कहना है कि आरोपी केरल के कालीकट का रहने वाला है. नाबालिग 16 साल की लड़की को मिर्गी की बीमारी थी. जिसका वो इलाज कर रहा था. लड़की ने शिकायत दर्ज कराई है कि इलाज के दौरान डॉक्टर ने उसके साथ दुष्कर्म किया. पुलिस ने मामला दर्ज आरोपी को गिरप्तार कर लिया और मामले की जांच जारी है।

हांगकांग के एप्पल डेली अखबार के संपादकीय लेखक फंग वाई कोंग को राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने के लिए विदेशी साठगांठ करने के संदेह पर किया गया गिरफ्तार attacknews.in

हांगकांग, 28 जून (एपी) हांगकांग के अब बंद हो चुके लोकतंत्र समर्थक समाचार-पत्र ‘एप्पल डेली’ के एक संपादकीय लेखक को रविवार की रात हवाईअड्डे पर गिरफ्तार कर लिया गया जब वह शहर से जाने का प्रयास कर रहे थे। स्थानीय मीडिया ने यह खबर दी।

स्थानीय समाचार-पत्र ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ और ऑनलाइन समाचार संगठन ‘सिटिजन न्यूज’ ने अज्ञात सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि संपादकीय लेखक फंग वाई कोंग को राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने के लिए विदेशी साठगांठ करने के संदेह पर गिरफ्तार किया गया।

स्थानीय मीडिया में आई खबरों के अनुसार फंग को जब गिरफ्तार किया गया उस वक्त वह संभवत: ब्रिटेन के लिए रवाना हो रहे थे।

पुलिस ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत रविवार रात हवाईअड्डे पर 57 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था लेकिन उसकी पहचान नहीं बताई।

फंग दो हफ्तों के भीतर गिरफ्तार किए गए एप्पल डेली के सातवें कार्यकारी है ।

हांगकांग के अधिकारी अर्ध स्वायत्त शहर में असहमति की आवाजों को दबा रहे हैं, शहर की अधिकतर प्रख्यात लोकतंत्र समर्थक हस्तियों को गिरफ्तार कर रहे हैं और विधायिका से विपक्षी आवाजों को बाहर रखने के लिए हांगकांग के चुनाव कानूनों में सुधार कर रहे हैं।

उनकी गिरफ्तारी ऐसे वक्त में हुई है जब लोकतंत्र समर्थक ऑनलाइन समाचार संगठन ‘स्टैंड न्यूज’ ने एक बयान में कहा कि वह जून से पहले अपनी साइट पर प्रकाशित टिप्पणियों को हटा लेगा और सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को लेकर चिंताओं के चलते चंदा जुटाने के अपने प्रयासों को रोक देगा।

स्टैंड न्यूज ने एक बयान में कहा कि ये कदम समाचार संगठन के समर्थकों, लेखकों को और हांगकांग की “साहित्यिक न्यायिक जांच’’ में संपादकीय कर्मियों को सुरक्षित रखने के लिए उठाए गए हैं।

एहतियाती कदम उठाने के बावजूद स्टैंड न्यूज ने समाचार देने की प्रतिबद्धता जताई।

पिछले हफ्ते, एप्पल डेली ने अपना अंतिम संस्करण प्रकाशित किया था और कर्मचारियों की सुरक्षा एवं भुगतान कर पाने में असमर्थता जताते हुए अखबार का प्रकाशन-संचालन बंद कर दिया था।

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के CEO अदार पूनावाला को कोविशील्ड का टीका लगवाने वालों के यूरोपीय संघ की यात्रा पर रोक की समस्या हल होने की उम्मीद attacknews.in

नयी दिल्ली, 28 जून । सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला ने सोमवार को कहा कि उन्होंने कोविशील्ड का टीका लगवाने वाले भारतीयों को यूरोपीय संघ की यात्रा के दौरान आ रही समस्या का मसला यूरोपीय संघ के उच्चतम स्तर पर उठाया है और इसके जल्द ही समाधान की उम्मीद है।

कोविशील्ड वैक्सीन का विकास ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी-एस्ट्राजेनेका ने किया है और इसे पुणे स्थित वैक्सीन विनिर्माता द्वारा भारत में बनाया जा रहा है।

पूनावाला ने ट्वीट किया, ‘‘मुझे पता चला कि कोविशील्ड लेने वाले बहुत से भारतीयों को यूरोपीय संघ की यात्रा को लेकर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मैं सभी को विश्वास दिलाता हूं कि मैंने इसे उच्चतम स्तर पर उठाया है और उम्मीद है कि इस मामले को जल्द ही नियामकों और राजनयिक स्तर पर हल कर लिया जाएगा।’’

यूरोपीय संघ (ईयू) ने अब तक एस्ट्राजेनेका, ऑक्सफोर्ड द्वारा विकसित वैक्सजेवरिया को ही मान्यता दी है।

यूरोपीय चिकित्सा एजेंसी द्वारा अनुमोदित अन्य टीके बायोएनटेक-फाइजर, मॉडर्ना और जेनसेन (जॉनसन एंड जॉनसन) हैं।

अपने गांव पहुंचकर गदगद हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद;जीवन में मां और मातृभूमि के गौरव से बढ़ कर कुछ नहीं,मैं कहीं भी रहूं, मेरे गांव की मिट्टी की खुशबू और मेरे गांव के निवासियों की यादें सदैव मेरे हृदय में विद्यमान रहती हैं attacknews.in

कानपुर देहात, 27 जून । उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले में अपने पैतृक गांव परौंख पहुंच कर गदगद हुये राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि जन्म देने वाली माता और जन्मभूमि का गौरव स्वर्ग से भी बड़ा होता है जिसकी अनुभूति यहां आकर उन्हे हुयी है।

तीन दिवसीय दौरे पर आये यहां श्री कोविंद तय कार्यक्रम के अनुसार रविवार सुबह सबसे पहले अपने गृह जिले कानपुर देहात के अपने गांव को परौंख गांव पहुंचे और सबसे पहले पथरी देवी मंदिर पहुंच कर दर्शन पूजन किया।

इस मौके पर उनकी पत्नी सविता कोविन्द, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल मौजूद रहे। मंदिर के दर्शन करने के बाद उन्होने गांव वालों का अभिनंदन करते हुए सभी का धन्यवाद किया।

परौंख गांव में जन अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा “ जन्मभूमि से जुड़े ऐसे ही आनंद और गौरव को व्यक्त करने के लिए संस्कृत काव्य में कहा गया है ‘जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी’ अर्थात जन्म देने वाली माता और जन्मभूमि का गौरव स्वर्ग से भी बढ़कर होता है। मैंने सपने में भी कभी कल्पना नहीं की थी कि गांव के मेरे जैसे एक सामान्य बालक को देश के सर्वोच्च पद के दायित्व-निर्वहन का सौभाग्य मिलेगा लेकिन हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था ने यह कर के दिखा दिया।”

उन्होने कहा “ गांव में सबसे वृद्ध महिला को माता तथा बुजुर्ग पुरुष को पिता का दर्जा देने का संस्कार मेरे परिवार में रहा है, चाहे वे किसी भी जाति, वर्ग या संप्रदाय के हों। आज मुझे यह देख कर खुशी हुई है कि बड़ों का सम्मान करने की हमारे परिवार की यह परंपरा अब भी जारी है। भारतीय संस्कृति में ‘मातृ देवो भव’, ‘पितृ देवो भव’, ‘आचार्य देवो भव’ की शिक्षा दी जाती है। हमारे घर में भी यही सीख दी जाती थी। माता-पिता और गुरु तथा बड़ों का सम्मान करना हमारी ग्रामीण संस्कृति में अधिक स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ता है। मैं कहीं भी रहूं, मेरे गांव की मिट्टी की खुशबू और मेरे गांव के निवासियों की यादें सदैव मेरे हृदय में विद्यमान रहती हैं।”

राष्ट्रपति ने कहा “ मेरे लिए परौंख केवल एक गांव नहीं है, यह मेरी मातृभूमि है, जहां से मुझे, आगे बढ़कर, देश-सेवा की सदैव प्रेरणा मिलती रही। मातृभूमि की इसी प्रेरणा ने मुझे हाई कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट से राज्यसभा, राज्यसभा से राजभवन व राजभवन से राष्ट्रपति भवन तक पहुंचा दिया। आज इस अवसर पर देश के स्वतन्त्रता सेनानियों व संविधान-निर्माताओं के अमूल्य बलिदान व योगदान के लिए मैं उन्हें नमन करता हूं। सचमुच में, आज मैं जहां तक पहुंचा हूं उसका श्रेय इस गांव की मिट्टी और इस क्षेत्र तथा आप सब लोगों के स्नेह व आशीर्वाद को जाता है।”

अपने संबोधन के अंत में उन्होंने गांव वालों से अपील की कि पूरे देश में और उत्तर प्रदेश में भी टीकाकरण का अभियान चल रहा है। वैक्सीनेशन भी कोरोना महामारी से बचाव के लिए कवच की तरह है। इसीलिए मेरा सुझाव है कि आप सभी स्वयं तो टीका लगवाएं ही, दूसरों को भी वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करें।

राष्ट्रपति को अपने बीच पाकर गदगद परौख गांव में गजब का उत्साह देखने को मिला लेकिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच गांव वाले राष्ट्रपति का दूर से ही अभिवादन कर सके।

गांव के लल्ला का स्वागत करने के लिए वृद्ध ही नहीं युवा और महिलाएं भी पंडाल में स्वागत के लिए पहुंचे। पीएसी जवानों के राष्ट्रगान के बाद बालिकाओं ने स्वागत गान किया।

मनमोहन सिंह की UPA सरकार द्वारा कश्मीर पर गठित समिति में वार्ताकार रहे एम एम अंसारी ने जम्मू कश्मीर पर प्रधानमंत्री की बैठक का परिणाम सिर्फ ‘अच्छे दिन आने की उम्मीद’ भर बताया attacknews.in

नयी दिल्ली, 27 जून । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को जम्मू-कश्मीर के विभिन्न राजनीतिक दलों के 14 नेताओं के साथ बैठक कर ‘‘दिल्ली और दिल की दूरी’’ को मिटाने की बात कही तथा परिसीमन की प्रक्रिया के बाद विधानसभा चुनाव कराने को प्राथमिकता बताया।

पेश हैं इस संबंध में मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार द्वारा कश्मीर पर बातचीत के लिए गठित समिति में वार्ताकार रहे एम एम अंसारी से पांच सवाल और उनके जवाब’ :

सवाल : जम्मू कश्मीर से जुड़े मुद्दों पर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है?

जवाब : प्रधानमंत्री ने जम्मू कश्मीर के मुख्यधारा के राजनीतिक दलों मुख्यत: गुपकार गठबंधन (पीएजीडी) को चर्चा के लिए बुलाया था ताकि यह संदेश दिया जा सके कि सब कुछ ठीक है और आने वाले समय में जम्मू कश्मीर के लोगों की शिकायतों का निपटारा किया जाएगा। लेकिन, यह देखना महत्वपूर्ण है कि केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और गुपकार गठबंधन विचारधारा के स्तर पर एक-दूसरे के विरोधी हैं। प्रधानमंत्री ने गुपकार गठबंधन के उन दलों के नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया, जिन्हें केंद्र मे सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं द्वारा पूर्व में भ्रष्ट और देश विरोधी कहा गया था।

सवाल : विशेष राज्य का दर्जा समाप्त किए जाने के करीब दो वर्ष बाद हुई इस बैठक से क्या आपको आने वाले दिनों में कोई परिणाम निकलने की उम्मीद है?

जवाब : इस बैठक को लेकर पहले से न तो कोई एजेंडा तय किया गया था और न ही इसमें पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने को लेकर कोई सहमति बनी। कश्मीरी पंडितों के मुद्दे पर भी इसमें कोई निर्णय नहीं हुआ। इस बैठक के परिणाम सिर्फ ‘‘अच्छे दिन आने की उम्मीद’’ भर हैं क्योंकि विशेष दर्जा एवं राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग एवं पाबंदियां हटाने जैसे मुद्दों का समाधान निकाले बिना लोगों को मुख्यधारा में शामिल नहीं किया जा सकता।

सवाल : जम्मू कश्मीर के मामले से निपटने को लेकर सरकार की नीतियों को आप कैसे देखते हैं?

जवाब : जम्मू कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है, लेकिन नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान इसका अंतरराष्ट्रीयकरण हुआ है जिसके दूरगामी प्रभाव पड़ सकते हैं। ऐसी भी खबरें आ रही हैं कि जम्मू कश्मीर के विभिन्न दलों के नेताओं के साथ यह बैठक अमेरिका के दबाव और संयुक्त अरब अमीरात की मध्यस्थता की जरूरतों के अनुरूप है। इससे जम्मू कश्मीर के मुद्दे और जटिल हो सकते हैं।

सवाल : आप कश्मीर मुद्दे पर क्षेत्र के पक्षों से बातचीत के लिए गठित वार्ताकारों की समिति के सदस्य रहे हैं, ऐसे में जम्मू कश्मीर को लेकर अब तक की नीतियों को आप कैसे देखते हैं?

जवाब : आजादी के बाद से ही जम्मू कश्मीर के राजनीतिक घटनाक्रमों पर नजर डालें तो यह स्पष्ट होता है कि कश्मीर को लेकर एक ऐसी सतत एवं सुविचारित नीति की कमी रही है, जो इस क्षेत्र में टिकाऊ शांति एवं विकास सुनिश्चित करे एवं निर्णय लेने की प्रक्रिया में लोगों की लोकतांत्रिक भागीदारी को बढ़ावा दे। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने ‘इंसानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत’ के सूत्र के आधार पर गंभीर प्रयास किए थे और स्थिति पाकिस्तान के साथ शांति समझौते के करीब भी पहुंच गई थी। इसके बाद मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान इस रास्ते को आगे बढ़ाते हुए अतिरिक्त कदम उठाए गए तथा लोगों से संवाद की दिशा में पहल की गई। हालांकि, पूर्व में जम्मू कश्मीर के लोगों को दिए गए राजनीतिक, आर्थिक लाभ एक झटके में ले लिए गए। क्षेत्र के लोग शांति एवं लोकतांत्रिक अधिकारों को बहाल किए जाने का इंतजार कर रहे हैं।

सवाल : जम्मू कश्मीर के संबंध में आगे का रास्ता क्या है?

जवाब : सिर्फ इस बैठक से बड़ी उम्मीदें लगाना बेमानी होगा। पिछले कुछ समय से जम्मू कश्मीर और दिल्ली के बीच संवादहीनता की स्थिति बनी हुई थी, इस सिलसिले में एक रास्ता खुला है। सरकार को चाहिए कि शुरुआती कदम उठाते हुए तत्काल लोकतांत्रिक प्रक्रिया शुरू करे, राज्य का दर्जा वापस करे और चुनाव कराए।

जल्द होगा सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन ओवरसीज बैंक का निजीकरण,कैबिनेट सचिव की अगुवाई वाली समिति ने किया विचार-विमर्श attacknews.in

नयी दिल्ली, 27 जून। सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों के निजीकरण की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। इसी मुद्दे पर पर कैबिनेट सचिव की अगुवाई में हाल में एक उच्चस्तरीय बैठक हुई थी, जिसमें विभिन्न नियामकीय और प्रशासनिक मुद्दों पर विचार किया गया। इससे इस प्रस्ताव को विनिवेश पर मंत्री समूह या वैकल्पिक तंत्र (एएम) के पास मंजूरी के लिए रखा जा सकेगा।

सूत्रों ने बताया कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा अपने 2021 के बजट भाषण में इस बारे में घोषणा की गई थी, जिसके बाद नीति आयोग ने अप्रैल में कैबिनेट सचिव की अगुवाई में विनिवेश पर सचिवों के समूह को निजीकरण के लिए कुछ बैंकों के नाम सुझाए थे।

सूत्रों ने बताया कि 24 जून बृहस्पतिवार को हुई इस उच्चस्तरीय बैठक में नीति आयोग की सिफारिशों पर विचार किया गया।

सूत्रों ने कहा कि यह समिति इस बारे में सभी तरह की खामियों को दूर करने के बाद बाद छांटे गए सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का नाम वैकल्पिक तंत्र को भेजेगी।

कैबिनेट सचिव की अगुवाई वाली समिति में आर्थिक मामलों के विभाग, राजस्व, व्यय, कॉरपोरेट मामलों कऔर विधि मामलों के अलावा प्रशासनिक विभाग के सचिव भी शामिल हैं। समिति में सार्वजनिक उपक्रम विभाग तथा लोक संपत्ति एवं प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव भी शामिल हैं।

सूत्रों ने कहा कि समिति ने निजीकरण की संभावना वाले बैंकों के कर्मचारियों के हितों के संरक्षण से जुड़ मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया।

एएम की मंजूरी के बार इस मामले को प्रधानमंत्री की अगुवाई वाले केंद्रीय मंत्रिमंडल को अंतिम मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। कैबिनेट की मंजूरी के बाद निजीकरण के लिए जरूरी नियामकीय बदलाव किए जाएंगे।

सूत्रों का कहना है कि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन ओवरसीज बैंक का निजीकरण हो सकता है।

पाकिस्तान आतंकवादी देश होने की मुहर बरकरार, FATF ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादियों हाफिज सईद और मसूद अजहर पर कार्रवाई में विफल रहने से ‘ग्रे (संदिग्ध)सूची’ में डाला attacknews.in

नयी दिल्ली, 25 जून । धन शोधन और आतंकवाद को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने वाले संगठनों पर लगाम लगाने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था ‘फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स’ (एफएटीएफ) ने शुक्रवार को कहा कि इस्लामाबाद, संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादियों हाफिज सईद और मसूद अजहर पर कार्रवाई करने में विफल रहा इसलिए पाकिस्तान को ‘ग्रे (संदिग्ध)सूची’ में बरकरार रखा जाएगा।

एफएटीएफ ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को अपनी रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण कमियों को दूर करने के लिए काम करना जारी रखना चाहिए। पेरिस स्थित एफएटीएफ के प्रमुख मार्कस प्लेयर ने कहा कि डिजिटल माध्यम से आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया।

प्लेयर ने डिजिटल माध्यम से आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पाकिस्तान “इन्क्रीज्ड मॉनिटरिंग लिस्ट” (निगरानी की सूची) में रहेगा जिसे ‘ग्रे सूची’ के नाम से भी जाना जाता है। प्लेयर ने कहा कि पाकिस्तान को 2018 में जिन 27 बिंदुओं पर कार्रवाई करने का लक्ष्य दिया गया उसमें से 26 पर कार्रवाई की गई है।

उन्होंने कहा कि एफएटीएफ ने पाकिस्तान से कहा है कि वह संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादियों के विरुद्ध कार्रवाई करे। पाकिस्तान में रह रहे इन आतंकवादियों में जैश ए मोहम्मद का सरगना अजहर, लश्कर ए तय्यबा का संस्थापक सईद और उसका ‘ऑपरेशनल कमांडर’ जकीउर रहमान लखवी शामिल है।

अजहर, सईद और लखवी, 26/11 मुंबई हमला और 2019 में पुलवामा में सीआरपीएफ पर हुए हमलों समेत कई आतंकी वारदातों में शामिल रहे हैं जिसके कारण भारत को उनकी तलाश है। प्लेयर ने कहा कि पाकिस्तानी सरकार धन शोधन को रोकने में नाकामयाब रही है जिससे भ्रष्टाचार और आतंकवाद का वित्त पोषण होता है।

मायावती ने अखिलेश यादव पर किया कटाक्ष:सपा की हालत इस कदर खराब है कि उसे छोटे छोटे कार्यकर्ताओं और जनाधार खो चुके जनप्रतिनिधियों को अपने घर में जगह देनी पड़ रही है attacknews.in

लखनऊ 17 जून । अपनी पार्टी से बाहर किये गये विधायकों के समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल होने की अटकलो से आहत बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने लगातार दूसरे दिन सपा पर हमले करना जारी रखा।

सुश्री मायावती ने गुरूवार को एक के बाद एक दो ट्वीट कर कहा कि सपा की हालत इस कदर खराब है कि उसे छोटे छोटे कार्यकर्ताओं और जनाधार खो चुके जनप्रतिनिधियों को अपने घर में जगह देनी पड़ रही है।

उन्होने कहा “ सपा की हालत इतनी ज्यादा खराब हो गई है कि अब आएदिन मीडिया में बने रहने के लिए दूसरी पार्टी से निष्कासित व अपने क्षेत्र में प्रभावहीन हो चुके पूर्व विधायकों व छोटे-छोटे कार्यकर्ताओं आदि तक को भी सपा मुखिया को उन्हें कई-कई बार खुद पार्टी में शामिल कराना पड़ रहा है। ”

बसपा प्रमुख ने कहा “ ऐसा लगता है कि सपा मुखिया को अब अपने स्थानीय नेताओं पर भरोसा नहीं रहा है, जबकि अन्य पार्टियों के साथ-साथ खासकर सपा के ऐसे लोगों की छानबीन करके उनमें से केवल सही लोगों को बीएसपी के स्थानीय नेता आएदिन बीएसपी में शामिल कराते रहते है, जो यह सर्वविदित है।”

गौरतलब है कि मंगलवार को बसपा से निलंबित नौ विधायकों ने अलग अलग सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की थी हालांकि इसे सार्वजनिक नहीं किया गया था। सुश्री मायावती को यह नागवार गुजरा और उन्होने बुधवार को भी ट्वीट कर अपनी नाराजगी का इजहार किया और धमकी दी कि यदि सपा बागी विधायकों को जगह देती है तो इसका खामियाजा उठाने के लिये उसे तैयार रहना होगा।

ट्रक और डंपर की आमने-सामने भिड़ंत के बाद दोनों वाहनों में लगी भीषण आग की चपेट में आने से दोनों के चालकों की जिंदा जलकर मौत attacknews.in

महोबा 16 जून । कानपुर-सागर राष्ट्रीय राजमार्ग पर कबरई में खनिज चेक पोस्ट के पास बुधवार सुबह ट्रक और डंपर की आमने-सामने भिड़ंत हो गई। टक्कर के बाद दोनों वाहनों में आग लग गई। आग की चपेट में आने से दोनों के चालकों की जिंदा जलकर मौत हो गई। एक का क्लीनर गंभीर रूप से झुलस गया, जिसे जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। मौके पर पहुंची दमकल गाड़ी ने आग बुझाई, जिसके बाद हाईवे पर यातायात बहाल हो सका। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुबह हादसा देख आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। आग बुझाने के लिए पुलिस ने दमकल गाड़ी बुलवाई। आग पर काबू पाने के बाद वाहनों में फंसे घायलों को बाहर निकाला गया। इसमें डंपर चालक प्रांशू पाल निवासी बंगला बिहार कानपुर और ट्रक चालक शिवकुमार निवासी बगैनी दतिया मप्र की आग में जलने से मौत हो गई थी।

डंपर का खलासी प्रांशू के मामा राम पाल को गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल भेजा गया। हालत नाजुक होने पर मेडिकल कॉलेज कानपुर रेफर किया गया है। हादसे के बाद राजमार्ग पर आवागमन बाधित हो गया। पुलिस ने वाहनों को क्रेन से खिंचवाकर हटवाया, जिससे यातायात बहाल हो सका। सूचना पर मृतकों के परिजन मौके पर पहुंचे।

मायावती की अखिलेश यादव को चेतावनी यदि बसपा के निष्कासित विघायकों को लिया तो फिर समाजवादी पार्टी भी टूटेगी attacknews.in

लखनऊ 16 जून । बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष् मायावती ने आज अखिलेश यादव को पार्टी को चेतावनी दी कि यदि बसपा के निष्कासित विधायकों को शामिल कराया तो समाजवादी पार्टी में फूट पड़ेगी और पार्टी टूट जायेगी ।

बसपा से निष्कासित असलम राइनी,मुजतबा ,हाकिम लाल,हरगोविंद भार्गव और सुषमा पटेल के कल मंगलवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ मुलाकात और बंद कमरे मे बातचीत के बाद घटे राजनीतिक घटनाक्रम में आज मायावती ने लगातार पांच ट्वीट किये ।

उन्होंने कहा कि यदि अखिलेश यादव ने बसपा के निष्कासित विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल कराया तो सपा में फूट होगी और उसके विधायक बसपा में शामिल होंगे । उन्होंने बिना किसी का नाम लिये कहा कि सपा के कुछ विधायक बसपा में आने को तैयार बैठे हैं ।

घृणित गठजोड़,द्वेष और जातिवादी आदि की संकीर्ण राजनीति में माहिर समाजवादी पार्टी द्वारा मीडिया के सहारे यह प्रकाशित करवाना कि बसपा के कुछ विधायक टूट कर सपा में आ रहे घोर छलावा है ।

उन्होंने कहा कि इन्हें काफी पहले ही सपा और एक उद्योगपति के बीच मिली भगत के कारण राज्यसभा के चुनाव में दलित के बेटे को हराने के प्रयास के कारण निलंबित किया जा चुका है । ससपा इन निलंबित विधायकों के प्रति थोड़ी भी इमानदार होती तो इन्हें अधर में नहीं लटकाये रखती ।

उन्होंने कहा कि सपा का चाल चरित्र चेहरा हमेशा से दलित विरोधी रहा है और वो सुधार के लिये कतई तैयार नहीं है । बसपा के कार्यकाल में भदोही का नाम संत रविदास नगर किया गया था जिसे सपा ने अपने कार्यकाल में फिर बदल कर भदोही कर दिया ।

बसपा में बगावत, पार्टी से निलंबित विधायकों ने की अखिलेश से मुलाकात, सपा में हो सकते हैं शामिल

यूपी की सियासत एक बार फिर गरमाने लगी है। पिछले साल बसपा द्वारा निलंबित किए गए कम से कम पांच विधायकों ने मंगलवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की, जिससे अटकलें तेज हो गईं कि वे उनकी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। माना जाता है कि इन विधायकों और अखिलेश के बीच यूपी विधानसभा चुनावों की चर्चा हुई।

जौनपुर जिले के मुंगरा बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक सुषमा पटेल ने कहा, “सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ 15-20 मिनट तक चली बैठक में आगामी यूपी विधानसभा चुनावों पर चर्चा हुई और यह एक अच्छी मुलाकात थी।” भविष्य की कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर, पटेल ने कहा, “व्यक्तिगत रूप से, मैंने समाजवादी पार्टी में शामिल होने का मन बना लिया है।”

यह पूछे जाने पर कि बसपा के निलंबित विधायकों ने अखिलेश यादव से मिलने के लिए क्या प्रेरित किया, पटेल ने कहा, “हमें अक्टूबर 2020 में राज्यसभा चुनाव के दौरान निलंबित कर दिया गया था, और हमें स्पष्ट रूप से बसपा के झंडे और बैनर का उपयोग नहीं करने और पार्टी की किसी भी बैठख में शामिल नहीं होने के लिए कहा गया था।”

उन्होंने कहा, “राज्यसभा चुनाव के समय, बसपा ने कोई व्हिप जारी नहीं किया था, न ही हमने क्रॉस वोटिंग की थी। हमें बिना किसी आधार के निलंबित कर दिया गया था क्योंकि हम अखिलेश यादव से मिलने गए थे।”

उन्होंने कहा, “अब, हमें विकल्प तलाशने होंगे और अब उनका बसपा से कोई लेना-देना नहीं है। सपा प्रमुख से मिलने वाले अन्य लोगों में मोहम्मद असलम रैनी, हकीमलाल बिंद, मुस्तफा सिद्दीकी और हरगोविंद भार्गव हैं।

वर्तमान में, 403 सदस्यीय उत्तर प्रदेश विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के 18 विधायक हैं। अक्टूबर 2020 में, बसपा के सात विधायकों को पार्टी अध्यक्ष मायावती ने निलंबित कर दिया था। उन्होंने राज्यसभा के चुनाव के लिए पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार रामजी गौतम के नामांकन का विरोध किया था। अखिलेश यादव से मिलने वाले पांचों के अलावा चौधरी असलम अली और वंदना सिंह को भी बसपा से निलंबित कर दिया गया था। मायावती ने इस महीने की शुरुआत में बसपा विधायक दल के नेता लालजी वर्मा और अकबरपुर विधायक राम अचल राजभर को निष्कासित कर दिया था।

साल 2017 में हुए पिछले विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी को 47 सीटें मिली थीं। ऐसे में जब अगले विधानसभा चुनावों को एक साल भी नहीं रह गया, अगर ये एमएलए समाजवादी पार्टी का दामन थाम लेते हैं तो समाजवादी पार्टी की स्थिति और मजबूत हो जाएगी।

CBI ने रुचि ग्लोबल लिमिटेड के इंदौर, मुंबई और बंगलुरु में छह ठिकानों पर छापामारीके बाद बैंकों को ₹ 185 करोड़ की हानि पहुंचाने का दर्ज किया प्रकरण attacknews.in

भोपाल, 16 जून । केंद्रीय जांच ब्यूराे (सीबीआई) ने बैंकों को लगभग 185 करोड़ रुपए की कथित तौर पर हानि पहुंचाने के मामले में एक निजी कंपनी और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

इस सिलसिले में आज चार शहरों के छह स्थानों पर छापे की कार्रवाई भी की गयी।

सीबीआई मुख्यालय की ओर से आज मुहैया करायी गयी जानकारी के अनुसार वर्ष 2016 और 2017 के दौरान हुयी इस धोखाधड़ी के सिलसिले में मामला दर्ज किया गया है।

इस कंपनी का पंजीकृत कार्यालय मुंबई और कारपोरेट कार्यालय मध्यप्रदेश के इंदौर में स्थित है।

कंपनी के अलावा निदेशकों, अज्ञात लोकसेवकों और अन्य के खिलाफ भी यह मामला दर्ज किया गया है।

कंपनी को ऋण प्रदान करने वाले बैंक ऑफ बड़ोदा और अन्य बैंकों की ओर से प्राप्त शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है।

शिकायत में आरोप लगाया गया है कि आरोपियों ने बैंक से प्राप्त ऋण की राशि का उपयोग निर्धारित मद में नहीं कर अन्य मद में किया।

सीबीआई ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के अलावा आज इंदौर, मुंबई और बंगलुरु में छह ठिकानों पर छापे की कार्रवाई की।

इस दौरान अनेक दस्तावेज मिले हैं।

इस मामले में रुचि ग्लोबल लिमिटेड, इसके निदेशकों और अज्ञात लोकसेवकों को आरोपी बनाया गया है।

लोक जनशक्ति पार्टी के बगावती नेता पशुपति कुमार पारस के पटना पहुंचने पर हुआ जोरदार स्वागत; अब सूरजभान सिंह के घर होगी पार्टी की बैठक attacknews.in

पटना 16 जून। लोक जनशक्ति पार्टी(लोजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के खिलाफ बगावत कर लोकसभा में संसदीय दल का नेता बने बिहार के हाजीपुर से सांसद पशुपति कुमार पारस के आज यहां पहुंचने पर उनके समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया।

श्री पारस के साथ पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं लोजपा पारस गुट के कार्यकारी अध्यक्ष सूरजभान सिंह और उनके भाई नवादा के सांसद चंदन सिंह भी यहां पहुंचे । सभी का पटना के जयप्रकाश नारायण हवाई अड्डा पर ढोल नगाड़े के साथ स्वागत किया गया। श्री पारस ने समर्थकों का हाथ जोड़कर अभिवादन किया। यह शक्ति प्रदर्शन श्री पारस के दम की बजाय पूर्व सांसद श्री सिंह के बूते देखने को मिला।

हवाई अड्डा से निकलने के बाद श्री पारस और श्री सिंह अपने समर्थकों के साथ सीधे लोजपा प्रदेश कार्यालय के लिए रवाना हो गए । इस दौरान पारस समर्थकों को देखकर विरोध की मंशा पाले चिराग समर्थकों ने शांत रहना ही बेहतर समझा ।

बाद में चिराग समर्थकों ने श्री पारस को प्रदेश कार्यालय में प्रवेश करने से रोकने की योजना बनाई और रास्ता रोकने की कोशिश भी की, जिसमें दोनों तरफ के समर्थक उलझ गए।

लोजपा के बागी गुट की बैठक कल सूरजभान के आवास पर

चाचा -भतीजे खेमे में बटी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के पारस गुट की बैठक कल 17 जून को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में नहीं बल्कि पूर्व सांसद सूरज भान सिंह के आवास पर होगी ।

बिहार के हाजीपुर (सु) से सांसद पशुपति कुमार पारस (चाचा) के नेतृत्व वाले पांच सांसदों के गुट की तरफ से गुरुवार को पटना में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई है। इसका फैसला कल ही ले लिया गया था।

ताजा सूचना के अनुसार लोजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद सूरजभान सिंह के आवास पर यह बैठक आयोजित की जाएगी। पूर्व सांसद श्री सिंह के निर्देश पर ही कार्यकारिणी की बैठक बुलाने का निर्णय किया गया है।

लोजपा में टूट के बाद पारस गुट ने श्री सिंह को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है । उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई है कि वह पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव कराएं । पार्टी के 5 सांसदों ने श्री पारस के भतीजा, लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमुई से सांसद चिराग पासवान के खिलाफ जिस तरह से बगावत की, उसके बाद चिराग गुट ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर कल शाम ही पांचों सांसदों को पार्टी से निष्कासित कर दिया था।

पारस गुट ने कल की बैठक में लोजपा के सभी जिला अध्यक्षों के अलावा दलित सेना के भी जिला अध्यक्षों को आमंत्रित किया है। साथ ही विधानसभा का चुनाव लड़े प्रत्याशियों को भी बैठक में आने को कहा गया है। हालांकि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य ही कर सकते हैं।

नरेन्द्र मोदी को शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में कोविड 19 की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया और राज्य की आर्थिक स्थिति डगमगाने के बारे मे केंद्र से सहयोग मांगा attacknews.in

भोपाल, 16 जून । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उन्हें प्रदेश में कोविड 19 की वर्तमान परिस्थिति से अवगत कराया।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार श्री चौहान ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान प्रदेश की आर्थिक स्थिति के मुद्दे पर भी चर्चा की।

लगभग एक घंटे 20 मिनट तक चली मुलाकात के दौरान श्री चौहान ने प्रधानमंत्री से कहा कि कोरोना के कारण राज्यों की आर्थिक स्थिति डगमगा गयी है। कोरोना कर्फ्यू के कारण राज्यों को राजस्व क्षति काफी हुयी है। उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध करते हुए कहा कि राज्यों को पिछले साल जीडीपी का 5़ 5 प्रतिशत तक ऋण लेने की छूट थी, जिसे घटाकर इस वर्ष 4़ 5 प्रतिशत किया गया है

आधिकारिक जानकारी में यहां बताया गया कि श्री चौहान ने श्री मोदी से चर्चा में कोरोना नियंत्रण को लेकर प्रदेश सरकार द्वारा अब तक किए गए प्रयासों की जानकारी दी और तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियों पर भी चर्चा की।

श्री चौहान ने कहा कि कोविड 19 की ‘थर्ड वेव’ को हम लोग कंट्रोल कर पाएँ, इसमें हम पूरी ताकत से जुटे हैं। अधिकतम टेस्ट, पॉज़िटिव आए तो आइसोलेट करना, ट्रेसिंग करना, किल कोरोना अभियान चलाते रहना, कोविड केयर सेंटर्स को चालू रखना और जनता से कोविड एप्रोरप्रियेट बिहेवियर का पालन करवाना जारी रहेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 21 जून को मध्यप्रदेश में वे स्वयं, सारे मंत्री, सांसद, विधायक, क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटीज़, अलग-अलग क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियाँ वैक्सीनेशन महाअभियान के लिए निकलेंगे। निश्चित समयसीमा में वैक्सीनेशन का कार्य किया जाए, इसके लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी का मार्गदर्शन मिला।

उन्होंने कहा कि कोविड 19 को नियंत्रित करने के मध्यप्रदेश में जो अभिनव काम किए उन पर प्रधानमंत्री श्री मोदी से चर्चा हुई। विशेषकर हर स्तर क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी ने कोविड को कंट्रोल करने में जो महत्वपूर्ण काम किया उसके बारे में जानकारी दी। कल मध्यप्रदेश में केवल 107 पाज़िटिव केस आए हैं और पाज़िटिविटी रेट 0.2प्रतिशत, कोविड पूरी तरह से नियंत्रण में है। लेकिन आगे तीसरी लहर को हम कंट्रोल कर पाएं इसके लिए इसमें हम पूरी ताकत से जुटे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीनेशन के काम को अब भारत सरकार ने पूरी तरह से अपने हाथ में लिया है, इसके लिए वे प्रधानमंत्री श्री मोदी को धन्यवाद देते है। वैक्सीन ही सुरक्षा है, 21 जून से वैक्सीनेशन अभियान को हम मध्यप्रदेश में शुरू करेंगे। इसके साथ राशन भी प्रधानमंत्री ने कृपापूर्वक नवंबर तक राशन निशुल्क देने का फैसला किया है। ठीक से निशुल्क राशन सभी जरूरतमंद बहन और भाइयों तक पहुंचे, उस अभियान पर भी प्रधानमंत्री ने मार्गदर्शन दिया है।

राज्यों की आर्थिक स्थिति डगमगाई है, कोरोना कर्फ्यू के कारण राज्यों को रेवन्यू लॉस काफी हुआ है। उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि पिछले साल जीडीपी के 5.5 प्रतिशत तक राज्यों को ऋण लेने की छूट थी। यह इस साल घट के 4.5 प्रतिशत हो गयी है। उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि अधोसंरचना के विकास के काम न रुकें इसलिए जरूरी है कि जीडीपी का 5.5 प्रतिशत ऋण राज्य फिर से ले पाएं। केंद्र सरकार इस पर गंभीरता से विचार करेगी।

मुकेश अंबानी के निवास के पास विस्फोटकों से लदे स्पोटर्स यूटीलिटी वाहन (एसयूवी) की बरामदगी की जांच कर रही NIA ने दो और आरोपियों काे गिरफ्तार किया attacknews.in

मुंबई 15 जून ।प्रसिद्ध उद्योगपति मुकेश अंबानी के दक्षिण मुंबई स्थित निवास के पास विस्फोटकों से लदे स्पोटर्स यूटीलिटी वाहन (एसयूवी) की बरामदगी की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दो और आरोपियों काे गिरफ्तार किया है।

एएनआई के सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि इस संवेदनशील मामले की जांच के दौरान इन दो लोगों के नाम सामने आने के बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों एस शेलार एवं आनंद जाधव को बाद में एनआईए के विशेष अदालत में पेश किया गया जहां से दोनों को 25 जून तक एनआईए हिरासत में भेज दिया गया।

उद्योगपति मुंकेश अंबानी के आवास के पास से विस्फोटक लदे वाहन (एसयूवी) की बरामदगी मामले की जांच कर रही एनआईए ने गिरफ्तार पुलिस अधिकारी सचिन वाजे के दफ्तर की तलाशी ली। इस बीच, एक अदालत ने वाजे की वह अर्जी खारिज कर दी जिसमें उन्होंने एजेंसी द्वारा अपनी गिरफ्तारी को अवैध बताया था।

मंगलवार देर रात एनआईए ने कहा कि उसने उस मर्सिडीज कार को जब्त किया है, जिसे वाजे इस्तेमाल करते थे। कार से पांच लाख रुपये भी बरामद किए गए हैं। इस मामले में 13 मार्च को गिरफ्तार किए गए पुलिस अधिकारी सचिन ।

वाजे को शहर पुलिस की अपराध शाखा के सीआईयू से संबद्ध कर दिया गया था। शाखा का दफ्तर दक्षिण मुंबई में पुलिस आयुक्त कार्यालय के परिसर में स्थित है।

अधिकारी ने बताया कि एनआईए की टीम ने वाजे के दफ्तर की तलाशी के दौरान वहां से कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जैसे लैपटॉप, आई-पैड और मोबाइल फोन बरामद किए हैं। उन्होंने कहा कि तलाशी सोमवार शाम करीब आठ बजे शुरू हुई और मंगलवार सुबह चार बजे तक चलती रही।

एनआईए के महानिरीक्षक अनिल शुक्ला ने कहा कि सीएसएमटी स्टेशन के पास पार्किंग से एक काली मर्सिडीज कार जब्त की गई है, जिसका उपयोग वाजे करते थे। उन्होंने बताया कि कार से पांच लाख रुपये नकद, नोट गिनने की एक मशीन, दो नंबर प्लेट और कुछ कपड़े बरामद किए गए हैं।

अधिकारी ने बताया कि एनआईए ने अभी तक सहायक पुलिस आयुक्त सहित अपराध शाखा के सात अधिकारियों के बयान दर्ज किए हैं। उन्होंने बताया कि एजेंसी ने आज लगातार तीसरे दिन सीआईयू इकाई के सहायक पुलिस निरीक्षक रियाजुद्दीन काजी से पूछताछ की।

गौरतलब है कि अंबानी के मकान के पास कार्मिचेल रोड पर विस्फोटक लदी एसयूवी बरामद होने के दो दिन बाद 27 फरवरी को काजी ने ठाणे जिले के साकेत इलाके में रहने वाले वाजे की हाउसिंग सोसाइटी के सीसीटीवी की फुटेज ली थी। अधिकारी ने बताया कि इस वीडियो (डीवीआर) का जिक्र बरामद सामान की सूची में नहीं था और जांच एजेंसी को संदेह है कि यह फुटेज साक्ष्य को नष्ट करने के लिए ली गई थी जिससे वाजे मामले में फंस सकते थे।

इटावा में महिला सिपाही से बलात्कार करने वाला गिरफतार: लगातार ब्लैकमेल कर पैसे ऐंठता रहा, वीडियो वायरल करने की धमकी देकर 22 मई को फिर किया बलात्कार attacknews.in

इटावा, 15 जून । उत्तर प्रदेश की इटावा पुलिस ने महिला सिपाही को नशीला पदार्थ खिलाकर बलात्कार करने वाले आरोपी को गिरफतार कर आज जेल भेज दिया ।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा.ब्रजेश कुमार सिंह ने मंगलवार को यहां यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि यहां फ्रैंडस कालौनी थाने में तैनात महिला सिपाही विजयनगर मोहल्ले में किराए के मकान में रहती है।

उसका आरोप था कि मकान मालिक के बेटे कन्हैया ने 15 अगस्त 2019 को शीतल पेय में नशीला पदार्थ मिलाकर बेहोश होने पर उसके साथ दुष्कर्म किया।

इस दौरान आरोपी ने उसका वीडियो भी बना लिया था।

उन्होंने बताया कि आरोपी लगातार महिला सिपाही को ब्लैकमेल कर पैसे ऐंठता रहा ।

इसके साथ ही वीडियो वायरल करने की धमकी देकर आरोपी ने महिला सिपाही के साथ 22 मई को बलात्कार किया।

आरोपी ने महिला सिपाही को जान से मारने की धमकी भी दी थी।

श्री सिंह ने बताया कि युवक की हरकतों से परेशान होकर महिला सिपाही ने थाने में आप बीती सुनाई और अधिकारियों से मदद की गुहार लगाई।

पीड़िता की तहरीर पर 29 मई को फ्रैंड्स कालोनी पुलिस ने दुष्कर्म, धमकी, एससीएसटी एक्ट, आईटी एक्ट में रिपोर्ट दर्ज की थी।

उन्होंने बताया कि मामला सामने आने पर जांच में आरोप की पुष्टि हुई है।

उन्होंने बताया कि आरोपी कन्हैया शर्मा को फ्रैंडस कालोनी पुलिस ने आज भरथना ओवरब्रिज के नीचे से गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तार आरोपी को जेल भेज दिया गया है।