मध्यप्रदेश की समस्त पंचायतों में होने वाले भ्रष्टाचार और कार्यवाही की जानकारी  सार्वजनिक करने का आदेश:राज्य सूचना आयुक्त राहुल ने दियाऐतिहासिक निर्णय attacknews.in

भोपाल 23 फरवरी ।मध्य प्रदेश राज्य सूचना आयुक्त राहुल सिंह ने ऐतिहासिक निर्णय देते हुए पंचायतों में होने वाले भ्रष्टाचार की जानकारी और इन मामलों में दोषी पदाधिकारियों को पद से हटाने की पूरी कार्रवाई को  वेबसाइट पर उपलब्ध कराने के आदेश दिए है। इसके अलावा सिंह ने अपने आदेश में इन प्रकरणों में पदाधिकारियों से शासकीय राशि की वसूली की तमाम जानकारी भी आम जनता को देेनेे को कहा है।

आयोग का मानना है कि फाइलों में सालों से दफ़न इन कार्यवाही के उजागर होने से पंचायत में भ्रष्टाचार निरोधी पारदर्शी व्यवस्था में कसावट आएगी।

किन धाराओं के तहत होती है पंचायत में कार्यवाही

सरकारी राशि में गबन करने पर मप्र में जिलों से लेकर गांव तक पंचायत नेटवर्क में दोषी पंचायत पदाधिकारियों के विरुद्ध मप्र पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1993-94 की धारा 40 और 92 के तहत कार्यवाही की जाती है। धारा-40 पंचायत के पदाधिकारियों को हटाने के संबंध में है और धारा 92 में शासकीय धन की वसूली के प्रावधान है।

धारा-40 के तहत मात्र 4 महीने में होती है कार्यवाही, पर सालों से लंबित है प्रकरण

दरअसल पंचायत स्तर पर अक्सर राजनीतिक दवाब के चलते कार्यवाही फाइलों में दबकर रह जाती है।

राज्य सूचना आयुक्त राहुल सिंह ने अपने आदेश में कहा कि अभी जिले से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक धारा-40 और 92 की कार्रवाई में पारदर्शिता का  अभाव है, जिसके चलते इन प्रकरणों में की गई कार्रवाई की जानकारी प्रभावित व्यक्तियों एवं आम जनता की पहुंच में नहीं है। सिंह ने अपने निर्णय में ये भी कहा कि धारा-40 की व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के लिए समय-समय पर शासन स्तर पर कई निर्णय लिए गए। ज़मीनी स्तर पर उनका पालन नहीं किया जा रहा है। राज्य सूचना आयोग ने अपने निर्णय में अवर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा जारी 2016 में दिशा-निर्देश का उल्लेख किया है। इसमें निर्देश दिया गया था कि जिलास्तर पर मासिक बैठक की जाए और धारा-40 के तहत कार्यवाही निर्धारित 4 महीने की समय अवधि में सुनिश्चित की जाए। साथ ही प्रत्येक माह की गई कार्रवाई से भोपाल पंचायत राज मंत्रालय को ई-मेल के माध्यम से सूचित करने के भी निर्देश थे। अवर मुख्य सचिव ने अपने आदेश में यह भी कहा था कि अगर 4 महीने में निराकरण नहीं किया गया तो यह विधि का उल्लंघन है और संबंधित जिले के अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन किसी भी जिले के कलेक्टर द्वारा ये जानकारी नियमित रूप से हर महीने मॉनिटरिंग करके भोपाल मंत्रालय में नहीं भेजी जाती है। वहीं जिन मामलों में मंत्रालय स्तर पर आदेश जारी कर कार्यवाही की जाती है, उसमें अक़्सर कार्यवाही नहीं होती है। सिंह ने अपने आदेश में अवर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा जारी 2020 के आदेश का जिक्र भी किया है,  जिसमें प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टरों को पंचायत में हुए गबन के मामलों में दोषी पदाधिकारियों की सेवा समाप्ति से लेकर उनके विरुद्ध आपराधिक प्रकरण तक कायम करने के निर्देश जारी हुए थे।

क्या असर होगा जानकारी सावर्जनिक करने से

राज्य सूचना आयुक्त राहुल सिंह ने अपने आदेश में कहा कि मांगी गई जानकारी के दो आयाम है। एक तो जिस प्रभावित व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई हो रही है,  उसको भी यह जानने का हक है कि उसके खिलाफ किस आधार पर कार्रवाई की गई है। दूसरा आम जनता जिन्हें यह जानने का हक है कि उनके चुने हुए प्रतिनिधि एवं शासकीय कर्मचारी को किस गबन के आधार पर हटाया गया एवं शासकीय राशि की वसूली के लिए क्या कार्रवाई की गई। सिंह का मानना है यह जानकारी पब्लिक प्लेटफॉर्म पर आने से पंचायत राज व्यवस्था में कसावट के साथ-साथ भ्रष्टाचार निरोधी पारदर्शी व्यवस्था सुनिश्चित हो सकेगी। इस आदेश के बाद मप्र के जिले से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक पंचायतों में भ्रष्टाचार से संबंधित की गई कार्यवाही कंप्यूटर के एक क्लिक पर कोई भी आम आदमी देख सकता है।

आयोग ने दिया शासन को जानकारी का फॉरमेट, अब इस प्रारूप में सारी जानकारी होगी उपलब्ध

राज्य सूचना आयोग धारा-19 के तहत किसी भी जानकारी को एक विशेष प्रारूप में जारी करने के लिए लोक प्राधिकारी को निर्देशित कर सकता है।

राज्य सूचना आयुक्त राहुल सिंह ने एक प्रारूप जारी किया है, जिसके तहत जानकारी को पब्लिक प्लेटफॉर्म पर साझा किया जाएगा। इस प्रारूप में 6 कॉलम है। इसमें ग्राम/जनपद/जिला पंचायत की जानकारी है। किस धारा के तहत की गई कार्यवाही एवं आदेश की प्रति अपलोड करने के साथ-साथ अगर F.I.R की कार्रवाई की गई है तो उसकी जानकारी का भी कॉलम है।

व्यवस्था बनाने के लिए 3 महीने का समय कलक्टरों को, इसके बाद कलेक्टरों के विरुद्ध होगी ज़ुर्माने की कार्यवाही

इन प्रकरणो में कसावट लाने में सिंह ने अवर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन विभाग को निर्देशित किया है कि आयोग के आदेश की प्रति कलेक्टरों को भेजकर आदेश का पालन सुनिश्चित कराएं।

आयोग ने कलेक्टरों को 3 महीने का समय दिया है यह जानकारी अपने जिले की वेब पेज पर साझा करें। आयुक्त राहुल सिंह ने आदेश में यह भी साफ किया है कि 3 महीने बाद अगर किसी व्यक्ति द्वारा यह शिकायत की जाती है कि उक्त जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं है तो आयोग धारा-18 के तहत लोक प्राधिकारी जिले के कलेक्टर को जिम्मेदार मानते हुए उनके विरुद्ध जुर्माने की कार्रवाई करेगा। धारा-18 में आयोग को सिविल कोर्ट की सीमित शक्तियां प्राप्त है, जिसमे आवेदक बिना अपील दायर किए सीधे आयोग में निःशुल्क शिकायत कर सकते है।

इस शिकायत पर की कार्रवाई

रीवा जिले के सामाजिक कार्यकर्ता शिवानंद द्विवेदी ने पंचायत विभाग में हो रही कार्रवाई को प्राप्त करने की कोशिश की, लेकिन यह जानकारियां उन्हें अपील दायर करने के बाद भी उपलब्ध नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने इस प्रकरण की शिकायत की। इसमें उन्होंने रीवा जिले एवं अन्य जिलों में भी इस तरह की जानकारी उपलब्ध नहीं होने की बात राज्य सूचना आयोग के सामने की।

कोयला घोटाले में पूछताछ के लिए अभिषेक बनर्जी की रिश्तेदार मेनका गंभीर के घर पहुंची सीबीआई;रुजिरा बनर्जी ने CBIके समन पर कहा, मंगलवार को मेरे घर आएं attacknews.in

कोलकाता, 22 फरवरी । केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारी साेमवार को कोयला घोटाला मामले में पूछताछ करने के लिए तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी की रिश्तेदार मेनका गंभीर के घर पहुंचे।

एक दिन पहले रविवार को इस सिलसिले में पूछताछ के लिए श्री अभिषेक की पत्नी रुजीरा बनर्जी को नोटिस दिया गया था। सीबीआई ने श्रीमती रुजीरा को कोयला घोटाला मामले में कथित तौर पर पैसों की लेन-देन को लेकर रविवार को कोलकाता के कालीघाट स्थित उनके आवास पर जाकर नोटिस थमाया था। साथ ही दक्षिण कोलकाता में ही अलग रहने वाली मेनका गंभीर को भी नोटिस दी गयी थी। सीबीआई इन दोनों से तृणमूल के युवा नेता विनय मिश्रा के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के सिलसिले में पूछताछ करेगी।

उधर, श्रीमती रुजीरा ने सीबीआई को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने सीबीआई को पूछताछ के लिए मंगलवार को कालीघाट स्थित अपने आवास पर पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न तीन बजे तक का समय दिया है।

डायमंड हार्बर लोकसभा सीट से सांसद श्री बनर्जी ने पत्नी को सीबीआई द्वारा नोटिस जारी किए जाने के बाद कहा,“ हमें कानून-व्यवस्था पर पूरा भरोसा है। यदि वे लोग सोचते हैं कि इससे वे हमें डरा देंगे, तो वे गलती कर रहे हैं। हम उन लोगों में से नहीं हैं, जिन्हें डराया जा सकता है।”

रुजिरा बनर्जी ने सीबीआई के समन पर कहा, मंगलवार को मेरे घर आएं

रुजिरा बनर्जी ने सीबीआई के समन का जवाब देते हुए कहा कि कथित कोयला चोरी घोटाले में पूछताछ के लिए केन्द्रीय एजेंसी अपना एक दल मंगलवार को उनके घर पर भेजे।

सीबीआई ने रविवार को जांच में शामिल होने के लिए रुजिरा को समन भेजा था।

केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो की एक टीम रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे एवं तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा को कथित कोयला चोरी मामले की जांच में शामिल होने के लिए नोटिस देने कोलकाता स्थित घर गई थी। रुजिरा घर पर मौजूद नहीं थीं।

रुजिरा ने सोमवार को समन का जवाब देते हुए सीबीआई से मंगलवार को पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न तीन बजे के बीच अपने आवास पर आने को कहा।

उन्होंने सीबीआई को लिखे एक पत्र में कहा, ‘‘ हालाकि मैं इस कारण से अनभिज्ञ हूं कि मुझे पूछताछ के लिए क्यों बुलाया जा रहा है या जांच का विषय क्या है, आप अपनी सुविधानुसार कल 23 फरवरी 2021 को पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न दोपहर तीन बजे के बीच मेरे आवास पर आ सकते हैं।’’

उन्होंने कहा,‘‘ आप कब आएंगे कृपया इसकी जानकारी मुझे दे दें।

जम्मू-कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस के क्षेत्रीय विकल्प के तौर पर वर्ष 1998 में गठित पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की फिर से अध्यक्ष बनी महबूबा मुफ्ती attacknews.in

श्रीनगर, 22 फरवरी ।जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को सोमवार को फिर से सर्वसम्मति से पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) का अध्यक्ष चुना गया।

पीडीपी के एक प्रवक्ता ने बताया कि सुश्री मुफ्ती को तीन वर्ष की अवधि के लिए फिर से सर्वसम्मति से पार्टी का अध्यक्ष चुना गया है। उन्होंने कहा,“ गुलाम नबी लोन हंजुरा और खुर्शीद आलम समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उनका (सुश्री मुफ्ती) नाम प्रस्तावित किया।”

उन्होंने बताया कि वरिष्ठ नेता ए आर वीरी पार्टी चुनाव बोर्ड के अध्यक्ष थे।

पार्टी प्रवक्ता ताहिर सईद ने फिर से पीडीपी अध्यक्ष निर्वाचित होने पर सुश्री महबूबा को बधाई देते हुये कहा कि वह समन्वय, संवाद और लोकतंत्र विकास की अनुयायी हैं।

उन्होंने कहा,“ पार्टी को निर्विवाद रूप से उनके (सुश्री मुफ्ती) के नेतृत्व पर भरोसा है। वह जम्मू-कश्मीर में शांति की स्थापना और लोकतंत्र के विकास के लिए संघर्ष का प्रतीक हैं।”

इस बीच, पूर्व विधायक एजाज अहमद मीर समेत पीडीपी के अन्य नेताओं ने सुश्री मुफ्ती को फिर से पीडीपी अध्यक्ष निर्वाचित होने पर बधाई दी है।

मुफ्ती ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि जम्मू-कश्मीर मुश्किल दौर से गुजर रहा है और वह पीडीपी का उस मिशन का नेतृत्व करेंगी जिसके लिए उसकी स्थापना की गई है।

उन्होंने कहा, ‘‘पीडीपी की स्थापना लोगों की आवाज और उनकी समस्याओं को उठाने के लिए की गई है। हम उसे जारी रखेंगे।’’

एक सवाल के जवाब में पीडीपी अध्यक्ष ने कहा, ‘‘अगर वे (पुलिस) मानते हैं कि मुझे लोगों के अधिकारों के लिए लड़ने की वजह से गिरफ्तार करना चाहिए, तो उन्हें अपना कर्तव्य करने दीजिए। मैं अपना काम करना जारी रखूंगी।’’

जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने के सवाल पर मुफ्ती ने कहा, ‘‘ इसका फैसला मुझे नहीं करना है। केंद्र को इसे बहाल करना है।’’

उल्लेखनीय है कि मुफ्ती मोहम्मद सईद ने नेशनल कांफ्रेंस के क्षेत्रीय विकल्प के तौर पर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) का वर्ष 1998 में गठन किया था।

पिछले दो दशक में कई दिग्गज नेताओं के पीडीपी में शामिल होने के बाद पार्टी की ताकत बढ़ी, हालांकि जून 2018 में जम्मू-कश्मीर में पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार के गिरने के बाद वह विभाजन की कगार पर थी।

मुफ्ती ने पार्टी पर मजबूत पकड़ बरकरार रखी है लेकिन कुछ संस्थापक सदस्यों सहित अधिकतर बड़े नेताओं ने गत दो साल में पीडीपी को छोड़ दिया है।

कोरोना नाशक दवा “कोरोनील” पर विवाद:IMA ने दवा होने से नकारा;बाबा रामदेव ने कहा था- साक्ष्यों पर आधारित पुख्ता दवा को आयुष मंत्रालय ने इलाज के सहायक उपाय में स्वीकारा,WHO ने प्रमाण पत्र भी दिया attacknews.in

नयी दिल्ली 22 फरवरी । इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने योग गुरु बाबा रामदेव के अपनी आयुर्वेदिक दवा कोरोनील को कोविड -19 के लिए पहली साक्ष्य आधारित दवा होने और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा इसे प्रमाणित किये जाने संबंधी सभी दावों को सोमवार को साफ खारिज कर दिया। साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्धन पर ऐसे दावों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रहार किया और उनकी आलोचना की।

आईएमए ने यहां जारी एक विज्ञप्ति में कहा,“इंडियन मेडिकल एसोसिएशन एक उद्यमी द्वारा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की मौजूदगी में पेश की गई गुप्त दवा के लिए डब्ल्यूएचओ सर्टिफिकेशन के स्पष्ट झूठ को बोलने के लिए हैरान है।”

आईएमए ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने स्पष्ट किया है कि उसने पतंजलि की कोविड-19 दवा की प्रभावशीलता की न तो समीक्षा की है और न ही इसे प्रमाणित किया है।

आईएमए ने कहा कि उक्त कोरोनावायरस दवा के सभी अनुमान झूठे हैं।

एसोसिएशन ने पतंजलि की दवा के लॉन्च समारोह में भाग लेने और इसे बढ़ावा देने के लिए डा. हर्षवर्धन की आलोचना की।

आईएमए ने बयान में कहा,“मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के कोड के अनुसार, कोई भी डॉक्टर किसी भी दवा को बढ़ावा नहीं दे सकता है।”

आईएमए ने यह भी कहा कि किसी भी दवा को उसकी रचना के ज्ञान के बिना बढ़ावा देना या जिसकी रचना का उल्लेख नहीं है, फिर से अनैतिक है।

संघ ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से दवा के नैदानिक परीक्षणों के वैज्ञानिक प्रमाण और डेटा को सार्वजनिक करने के लिए भी कहा।

आईएमए ने सवाल किया कि अगर पतंजलि की दवा – कोरोनिल – इतना प्रभावी है तो सरकार टीकाकरण कार्यक्रम पर 35 हजार करोड़ रुपये क्यों खर्च कर रही है।

गौरतलब है कि गत 19 फरवरी को पतंजलि अनुसंधान संस्थान ने दावा किया है कि वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर कोरोनील दवा कोरोना के उपचार के लिए कारगर साबित हुई है।

योगगुरु बाबा रामदेव ने शुक्रवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कोरोनील को जारी करते हुए कहा कि यह दवा वैज्ञानिक मापदंडों पर खरी उतरी है तथा इसको लेकर नौ शोध पत्र दुनिया के सबसे ज्यादा प्रभाव वाले शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं जबकि 16 पर काम जारी है।

उन्होंने कहा, “ कुछ समय पहले कोरोनील के वैज्ञानिक मापदंडों को लेकर सवाल उठाए गए थे। आयुर्वेद के शोध को लेकर संदेह किए जाते हैं लेकिन पतंजलि ने ऐसी धारणाओं को खारिज कर दिया है। अब संदेह के बादल छंट गए हैं।”

इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और पतंजलि के प्रमुख आचार्य बालकृष्ण भी मौजूद भी थे।

श्री रामदेव ने कहा कि कोरोनील दवा साक्ष्यों पर आधारित पुख्ता दवा है जिसे आयुष मंत्रालय ने कोरोना के इलाज के लिए सहायक उपाय के तौर पर स्वीकार कर लिया है और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसको प्रमाण पत्र दे दिया है।

उन्होंने कहा, “ हमने वैज्ञानिक पद्वति से कोरोनील पर अनुसंधान किए हैं। अब सारे प्रमाण पत्रों के साथ हमारे पास 250 से ज्यादा शोध पत्र हैं जिसमें अकेले कोरोना के ऊपर 25 शोध किए गए हैं।”

किसानों के आंदोलन से हिंसा भड़काने वाली’टूलकिट’ मामले की आरोपी निकिता जेकब और शांतनु ने पुलिस जांच की पूछताछ में खोले कई राज attacknews.in

नयी दिल्ली, 22 फरवरी । गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर परेड के दौरान राजधानी में हुई हिंसा से संबंधित टूलकिट मामले की आरोपी निकिता जैकब और शांतनु दिल्ली पुलिस की साइबर सेल के दफ्तर पहुंचकर जांच में शामिल हुए जहां दोनों से पूछताछ हूई।

दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने आज बताया कि टूलकिट की कड़ियों को जोड़ने के लिए जांच दल निकिता जैकब और शांतनु को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। दोनों आज द्वारका स्थित साइबर सेल के दफ्तर पहुंचकर जांच में शामिल हुई। इस मामले की एक अन्य आरोपी पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि को पहले को पहले ही गिरफ्तार किया गया है।

दिल्ली पुलिस का दावा है कि टूलकिट बनाकर किसानों को भड़काकर हिंसा फैलाने के पीछे खालिस्तान से जुड़े संगठनों की साजिश थी। कनाडा के पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन से जुड़ा एमओ धालीवाल भारत में किसानों की आड़ में माहौल खराब करने की फिराक में था।

पुलिस के अनुसार किसानों को उकसाने के लिए साजिशकर्ताओं ने टूलकिट तैयार की थी जिसमें सरकार का विरोध करने के लिए कार्यक्रम बताया गया था। इसे निकिता जैकब और पर्यावरण कार्यकर्ता शांतनु ने तैयार किया था। उसके बाद दिशा रवि ने इस संबंध में ट्वीट करने के लिए स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग से भी संपर्क साधा था।

गौरतलब है कि केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की किसान संगठनों की मांग के समर्थन में 26 जनवरी को किसानों ने ट्रैक्टर परेड निकाली थी और इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच हिंसक झड़पें हुई थीं। इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारी लाल किले तक पहुंच गए थे और उन्होंने वहां प्राचीर पर किसानों के झंडे और धार्मिक झंडा लगा दिया था। पुलिस ने 26 जनवरी को हुई हिंसा मामले में 44 मामले दर्ज किए हैं। इनमें अभी तक 143 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।

नरेन्द्र मोदी ने पश्चिम बंगाल में जन सभा में कहा:जब तक राज्य में जबरन वसूली, ‘तोला बाजी’, सिंडिकेट और ‘कट मनी’ की संस्कृति समाप्त नहीं होती तब तक राज्य का विकास नहीं होगा attacknews.in

हुगली(पश्चिम बंगाल) /गुवाहाटी (असम)22 फरवरी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को लोगों से ‘असल परिवर्तन’ के लिए भारतीय जनता पार्टी को सत्ता में लाने का आह्वान करते हुए आश्वासन दिया कि पार्टी न केवल पश्चिम बंगाल की अतीत की शानदार संस्कृति को बहाल करेगी बल्कि राज्य के सर्वांगीण विकास का मार्ग भी प्रशस्त करेगी।

श्री मोदी ने चिन्सुराह के ऐतिहासिक डनलप ग्राउंड में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य के लोगों ने ‘असल परिवर्तन’ के लिए अपना मन बना लिया है। उन्होंने इसके लिए सभा में मौजूद समाज के सभी वर्गाें की विशाल सभा की ओर इशारा किया।

श्री मोदी ने बंगाल में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के चुनावी अभियान के तहत इस सभा का इस्तेमाल किया। सभा में मौजूद लोगों ने भी ‘मोदी-मोदी’ और ‘जयश्री राम’ के नारे लगाकर उनका उत्साहवर्द्धन और अभिवादन किया।
श्री मोदी ने कहा, “आप सभी की ओर से यह उत्साह और ऊर्जा कोलकाता से दिल्ली एक संदेश भेज रहा है। अब पश्चिम बंगाल ने ‘परिवर्तन’ के लिए अपना मन बना लिया है।”

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत जिले में स्थित प्रसिद्ध तारकेश्वर तीर्थ के देवता तारक नाथ को बंगला में श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ की। उन्होंने कहा कि केंद्र ने इलाके में रेलवे बुनियादी ढांचा और विद्युतीकरण में निवेश को प्राथमिकता दी है जिसकी अब तक की बंगाल की सरकारों ने उपेक्षा की है।

श्री मोदी ने कहा कि जब तक राज्य में जबरन वसूली, ‘तोला बाजी’, सिंडिकेट और ‘कट मनी’ की संस्कृति समाप्त नहीं होती तब तक राज्य का विकास नहीं होगा। उन्होंने लोगों से जीवन के हर पहलू में वास्तविक बदलाव के लिए भाजपा को वोट देने की अपील की।

उन्होंने कहा, “ पिछली बार, मैं यहां गैस कनेक्शन समर्पित करने आया था। आज, मैं बंगाल के लिए कई रेलवे परियोजनाओं की पेशकश करने के लिए यहां आया हूं। इस वर्ष ‘रेल और मेट्रो’ कनेक्टिविटी केंद्र की प्राथमिकता है।”

मेरी नजर पूर्वोत्तर को भारत के विकास का इंजन बनाने पर है: मोदी

इससे पहले असम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि उनकी नजर पूर्वोत्तर को भारत के विकास का इंजन बनाने पर है और इसी उद्देश्य को ध्यान में रख कर केंद्र तथा राज्य सरकारें संयुक्त रूप से इस क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास पर काम कर रही हैं।

श्री मोदी ने असम में धेमजी के शीलापथर में तेल तथा गैस परियोजना को राष्ट्र को समर्पित करने के बाद कहा,“ मैंने कहा पूर्वोत्तर भारत के विकास का नया इंजन बनेगा। आज हम देख रहे हैं कि इस बात को महसूस किया जा रहा है।”

उन्होंने विशेष रूप से पूर्ववर्ती सरकाराें पर आरोप लगाते हुए कहा कि असम में ब्रह्मपुत्र के उत्तरी क्षेत्र के साथ सौतेला व्यवहार किया गया।

उन्होंने कहा, “असम की अर्थव्यवस्था में चाय बागानों की बड़ी भूमिका है। इन चाय बागानों में काम करने वाले लोगों की जिंदगी को आसान बनाया जाना चाहिए। हमारी सरकार की प्रमुख प्राथमिकताओं में से यह एक है।”

शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना को लेकर सभी कलेक्टरों को जिलों में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक तत्काल आयोजित करने तथा जिला स्तर पर सावधानी के संबंध में निर्णय लेने के दिए निर्देश attacknews.in

भोपाल, 22 फरवरी । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि कोरोना के संबंध में लगातार सतर्कता जरूरी है। थोड़ी सी लापरवाही विकराल रूप ले सकती है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार श्री चौहान कोरोना की स्थिति की समीक्षा के लिए यहां मंत्रालय में आयोजित बैठक में प्रदेश के सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने जिलों में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक तत्काल आयोजित करें तथा जिला स्तर पर विद्यमान परिस्थितियों को देखते हुए आवश्यक सावधानी के संबंध में तत्काल निर्णय लें।

उन्होंने इंदौर और भोपाल में तत्काल मास्क की अनिवार्यता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। श्री चौहान ने महाराष्ट्र से लगे सभी जिलों में आने वाले व्यक्तियों का परीक्षण करने के निर्देश भी दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिवरात्रि पर्व पर होने वाले मेलों के संबंध में सतर्कता और जागरूकता आवश्यक है। विशेषकर महाराष्ट्र से लगे जिलों में आयोजित होने वाले मेलों में सहभागिता के संबंध में आरटी पीसीआर के परीक्षण की अनिवार्यता पर भी विचार किया जाना चाहिये। बैठक में इंदौर और भोपाल से राज्य के अन्य भागों में होने वाले आवागमन पर सतर्कता के संबंध में भी विचार विमर्श हुआ है।

जानकारी दी गई कि देश में केरल और महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण प्रभावितों की संख्या में वृद्धि हुई है। मध्यप्रदेश देश में नवें नंबर पर है। केरल में अब स्थिति नियंत्रण में है। राष्ट्रीय स्तर पर जहां महाराष्ट्र में 42 प्रतिशत और केरल में 33 प्रतिशत प्रकरण प्रतिदिन आ रहे हैं, वहीं मध्यप्रदेश में केवल 2 प्रतिशत ही प्रकरण आ रहे हैं।

अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि प्रदेश में पिछले हफ्ते से कोरोना पॉजिटिव प्रकरणों की संख्या में वृद्धि दिखाई दे रही है। पिछले सात दिनों में प्रतिदिन इंदौर में 110, भोपाल में 57, जबलपुर में 12 प्रकरण आ रहे हैं। इस अवधि में 773, भोपाल में 397 और जबलपुर में 85 प्रकरण रिपोर्ट हुए हैं। बैतूल, छिंदवाड़ा, बड़वानी, दमोह, सीधी, रतलाम और खरगौन में भी प्रकरण बढ़ रहे हैं।

ब्रिटेन में कोरोना के नए स्ट्रेन के प्रभाव को देखते हुए प्रदेश में ब्रिटेन से आए सभी 354 यात्रियों का परीक्षण कराया गया। इनमें से पाँच यात्री पॉजिटिव पाए गए, जिनमें इंदौर के दो और भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर के एक-एक यात्री थे। मध्यप्रदेश कोविड टीकाकरण में देश में दूसरे नंबर पर है।

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि हेल्थ वर्कर और फ्रंट लाइन वर्कर के संयुक्त रूप से टीकाकरण में 75 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है। राजस्थान में यह 76 प्रतिशत है। टीकाकरण में राष्ट्रीय औसत 53 प्रतिशत है, जबकि प्रदेश के 37 जिलों में 75 प्रतिशत से भी अधिक टीकाकरण हो चुका है। डिंडौरी 93 प्रतिशत, भिंड 89 प्रतिशत, अलीराजपुर, सीहोर और छतरपुर में टीकाकरण का प्रतिशत 87 प्रतिशत है।

मुख्यमंत्री ने हैल्थ वर्कर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स के टीकाकरण को गति देने के निर्देश दिये। वर्तमान में ग्वालियर और इंदौर 66 प्रतिशत तथा दतिया में 65 प्रतिशत टीकाकरण हुआ है, जो प्रदेश में न्यूनतम है। भोपाल में अब तक लक्षित समूह के 72 प्रतिशत का टीकाकरण हुआ है। बैठक में जानकारी दी गई कि प्रदेश में पात्र लाभार्थियों के लिये टीकाकरण का दूसरा चक्र आरंभ हो रहा है। इसे 10 मार्च तक पूर्ण कर लिया जाएगा।

इंदौर में कमलनाध के टपकने वाली लिफ्ट हादसे की जांच के लिए तकनीकी समिति बनाने की घोषणा शिवराज सिंह चौहान ने की attacknews.in

भोपाल, 22 फरवरी । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज विधानसभा में कहा कि इंदौर में एक अस्पताल में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और अन्य नेताओं द्वारा लिफ्ट का उपयोग करने के दौरान हुए हादसे की जांच के लिए तकनीकी समिति बनायी जाएगी।

श्री चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के सुझाव पर तकनीकी समिति बनाने की घोषणा करते हुए कहा कि यह समिति राज्य में लिफ्ट संचालन से संबंधित आवश्यक मापदंडों का परीक्षण करेगी। इसकी रिपोर्ट के आधार पर इस तरह के हादसे रोकने के लिए भी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

श्री चौहान ने कहा कि कल भोपाल में भी एक लिफ्ट हादसा हुआ है, जिसमें कुछ लोग घायल भी हुए हैं। ये सब नहीं होना चाहिए।

इसके पहले सदन की कार्यवाही प्रारंभ होने पर श्री चौहान ने नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ के स्वस्थ और सुरक्षित रहने पर ईश्वर के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कल इंदौर में हुई लिफ्ट दुर्घटना की जांच की जायेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संतोष की बात है कि ईश्वर की कृपा से लिफ्ट दुर्घटना के दौरान श्री कमलनाथ और विधायक सज्जन सिंह वर्मा को चोट नहीं पहुंची और वे स्वस्थ एवं सुरक्षित हैं।

इसके पहले श्री कमलनाथ ने श्री चौहान के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि उन्होंने सद्भावनाएं प्रकट की हैं और एक घंटे के अंदर ही जांच के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि लिफ्ट में हादसा हुआ और वह बेसमेंट तक चली गयी, जो नहीं जाना चाहिए थी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि एक तकनीकी समिति बनायी जाना चाहिए, जो जांच करे और भविष्य में इस तरह की घटनाएं रोकने के लिए भी कदम उठाए।

उन्होंने कहा कि लिफ्ट के निरीक्षण इंजीनियर्स द्वारा प्रत्येक छह माह में होना चाहिए और उस पर अंतिम निरीक्षण की तिथि भी दर्ज होना चाहिए।

पुडुचेरी में अगले तीन माह के लिए किसकी सरकार होगी पर राजनीतिक सस्पेंस बरकरार:कांग्रेस सरकार विश्वास मत हारी,नारायणसामी ने एलजी को इस्तीफा सौंपा attacknews.in

पुडुचेरी, 22 फरवरी । पुडुचेरी में कांग्रेस नीत सरकार को सोमवार को विश्वास मत परीक्षण में हार का सामना करना पड़ा।

विधानसभा का सत्र शुरू होने पर मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी ने विश्वासमत प्रस्ताव पेश किया। सदन में प्रस्ताव पर मतदान से पहले ही मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ पार्टी के अन्य विधायकों ने सदन से बहिर्गमन कर दिया था।

विधानसभा अध्यक्ष वी. पी. शिवकोलुंधु ने कहा कि विश्वास मत परीक्षण में उनकी हार हुई।

उधर, बाद में मुख्यमंत्री नारायणसामी ने उपराज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंप दिया।

गौतलब है कि कांग्रेस के विधायक के. लक्ष्मीनारायणन और द्रमुक के विधायक वेंकटेशन के रविवार को इस्तीफा देने के बाद 33 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन के विधायकों की संख्या घटकर 11 हो गई है, जबकि विपक्षी दलों के 14 विधायक हैं।

पूर्व मंत्री ए. नमसिवायम (अब भाजपा में) और मल्लाडी कृष्ण राव समेत कांग्रेस के चार विधायकों ने इससे पहले इस्तीफा दिया था, जबकि पार्टी के एक अन्य विधायक को अयोग्य ठहराया गया था। नारायणसामी के करीबी ए. जॉन कुमार ने भी इस सप्ताह इस्तीफा दे दिया था।

विधानसभा का सत्र शुरू होने के बाद मुख्यमंत्री नारायणसामी ने विश्वास मत पेश किया। इस दौरान उन्होंने पूर्व उप राज्यपाल किरण बेदी के साथ सरकार के टकराव का जिक्र करते हुए ने कहा कि उन्होंने कोविड-19 वैश्विक महामारी से प्रभावी रूप से निपटने के साथ ही हर तरीके से केन्द्र शासित प्रदेश के हित के लिए काम किया है।

बेदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व राज्यपाल ने राजस्व सहित कई मुद्दों पर उनकी सरकार के खिलाफ ‘‘साजिश रची’’।

उन्होंने कहा, ‘‘ लोगों ने जिन्हें नहीं चुना, उन्होंने हमारी सरकार को गिराने के लिए साजिश रची, लेकिन हम अपने संभलने के सामर्थ्य के कारण दृढ़ रहे।’’

पुडुचेरी की नवनियुक्त उप राज्यपाल (एलजी) तमिलिसाई सौंदरराजन ने मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी को विधानसभा में बहुमत साबित करने का निर्देश दिया था, जिसके लिए सोमवार को विशेष सत्र बुलाया गया । सत्तारूढ़ कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन के विधायकों के इस्तीफा देने के बाद विपक्ष ने उनके बहुमत खोने का दावा करने के बाद राज्यपाल ने यह निर्देश दिया था।

मुख्यमंत्री नारायणसामी ने एलजी को इस्तीफा सौंपा

पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी और सत्तारूढ़ कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन के विधायकों ने सोमवार को विश्वासमत में सरकार की हार के बाद उप राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन को अपना इस्तीफा सौंप दिया।

विधानसभा में विश्वासमत प्रस्ताव पर मतदान से पूर्व ही मुख्यमंत्री वी नारायणसामी और सत्तारूढ़ पार्टी के अन्य विधायकों ने सदन से बहिर्गमन किया। मुख्यमंत्री राजनिवास पहुंचे और उप राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा।

नारायणसामी ने उप राज्यपाल तमिलिसाई से मुलाकात के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘मैंने, मंत्रियों ने , कांग्रेस और द्रमुक विधायकों और निर्दलीय विधायकों ने अपना इस्तीफा दे दिया है और इन्हें स्वीकार किया जाना चाहिए।’’हालांकि उन्होंने अगले कदम को लेकर पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया।

सरकार को द्रमुक और निर्दलीय विधायक भी समर्थन दे रहे थे।

गौरतलब है कि कांग्रेस के विधायक के. लक्ष्मीनारायणन और द्रमुक के विधायक वेंकटेशन के रविवार को इस्तीफा देने के बाद 33 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन के विधायकों की संख्या घटकर 11 हो गई, जबकि विपक्षी दलों के 14 विधायक हैं।

पूर्व मंत्री ए. नमसिवायम (अब भाजपा में) और मल्लाडी कृष्ण राव समेत कांग्रेस के चार विधायकों ने इससे पहले इस्तीफा दिया था, जबकि पार्टी के एक अन्य विधायक को अयोग्य ठहराया गया था। नारायणसामी के करीबी ए. जॉन कुमार ने भी इस सप्ताह इस्तीफा दे दिया था।

देवतालाब विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक गिरीश गौतम निर्विरोध मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष निर्वाचित attacknews.in

भोपाल, 22 फरवरी । मध्यप्रदेश विधानसभा के वरिष्ठ विधायक श्री गिरीश गौतम आज निर्विरोध तरीके से अध्यक्ष निर्वाचित घोषित किये गये।

बजट सत्र की शुरुआत में सबसे पहले अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी की गई और श्री गौतम को विधिवत तरीके से निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया।

श्री गौतम ने अध्यक्ष पद के लिए कल नामांकन पत्र पेश किया था। वही विपक्षी दल कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी खड़ा नही करने की घोषण की थी।

निर्वाचन के बाद श्री गौतम ने विधिवत तरीके से अध्यक्ष पद का दायित्व भी संभाल लिया।

इस मौके पर श्री गौतम ने इर्श्वर, अपने माता-पिता, क्षेत्र की जनता और विधायकों का स्मरण करते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया।

श्री गौतम ने अपने उद्बोधन में कहा कि वे अपना दायित्व पूरी तरह निष्पक्ष होकर निभाने की कोशिश करेंगे और इस कार्य में उन्होंने सदन के सदस्यों से सहयोग का आव्हान भी किया।

इसके पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, विपक्ष के नेता कमलनाथ, संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा और अन्य सदस्यों ने श्री गौतम को अध्यक्ष निर्वाचित होने पर बधाई और शुभकामानाएं दी।

श्री गिरीश गौतम विंध्य अंचल के रीवा जिले के अधीन आने वाली देवतालाब विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते है। वे चार बार इस सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं।

भाजपा की राष्ट्रीय बैठक में राजनीतिक प्रस्ताव पारित कर कृषि कानूनों का समर्थन,कोरोना काल में भारत की विश्व में सर्वश्रेष्ठ भूमिका की सराहना और आगामी विधानसभा चुनावों में विजयी होने का लक्ष्य किया निर्धारित attacknews.in

नयी दिल्ली, 21 फरवरी । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा है कि कृषि सुधारों के लिए लाए गए कानूनों से किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य मिलेगा और उनकी आय दोगुनी होगी ।

भाजपा की रविवार को यहां सम्पन्न राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक के दौरान पारित राजनीतिक प्रस्ताव में कहा गया कि इन कानूनों से किसानों को अपनी उपज कहीं भी बेचने की स्वतंत्रता मिली है।

भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने प्रस्ताव की जानकारी देते हुए कहा कि भारत के किसानों की उत्पादन, भंडारण और वितरण की सुविधा के लिए नए कृषि कानून बनाए गए। देश के कृषि क्षेत्र में आधारभूत सुविधाओं के विकास और किसानों के उत्पाद के मूल्य में वृद्धि करने के लिए ये कदम उठाए गए हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कल्याण, कृषि सुधार और किसानों के हित में श्री मोदी ने तीन कानूनों के माध्यम से बड़े फैसले किए। इससे किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य मिले, आय दोगुनी हो, किसान अपनी उपज कहीं भी बेच सके, ऐसी स्वतंत्रता मिली है।

पांच राज्यों में होने जा रहे आगामी विधानसभा चुनावों के संदर्भ में श्री सिंह ने कहा, “इस बार पश्चिम बंगाल की जनता का अपार समर्थन प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भाजपा को मिल रहा है। वहाँ की जनता अलोकतांत्रिक और दमनकारी सरकार से त्रस्त है, इसलिए भाजपा निश्चित रूप से वहां जीत हासिल करेगी।”

उन्होंने कहा, “कोरोना महामारी के दौरान भारत के सामने सबसे बड़ी चुनौती इस संकट से निपटने की थी, क्योंकि 130 करोड़ की आबादी वाले देश में स्वास्थ्य सम्बन्धी मूलभूत सुविधाएँ मजबूत नहीं थी। इसके बावजूद प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व के चलते लॉकडाउन के 48 घंटे के भीतर करोड़ों गरीब मज़दूर आबादी को राहत देने के लिए 2.76 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की गयी। इससे 80 करोड़ ज़रूरतमंदों तक राशन पहुँचाने का काम किया गया।”

उन्होंने कहा, “कोरोना काल में सेवा के संकल्प में संगठन को गतिशील करने का काम माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया जिसके चलते सेवा ही संगठन कार्यक्रम से 22 करोड़ से अधिक लोगों को खाने की व्यवस्था की गयी।”

श्री सिंह ने कहा, “हमारे वैज्ञानिकों की मेहनत के कारण भारत ने दो-दो कोरोना वैक्सीन बनाने में सफलता हासिल की। आज दुनिया के 17 देशों को भारत वैक्सीन भेज रहा है।भारत ने एक करोड़ कोरोना टीकाकरण का लक्ष्य मात्र 34 दिन में पूरा किया है, जबकि ब्रिटेन ने 56 दिन में एक करोड़ टीकाकरण किया है।”

उन्होंने कहा, “राजनीतिक प्रस्ताव में आम बजट को ऐतिहासिक बताते हुए कहा गया है कि इससे आत्मनिर्भर भारत का संकल्प पूरा होगा और यह सर्वस्पर्शी, समावेशी बजट देश के विकास की नींव को मज़बूत करेगा।”

भाजपा के महासचिव भूपेन्द्र यादव ने श्री मोदी के हवाले से कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का संकल्प केवल सत्ता प्राप्त करने के लिए नहीं है बल्कि उसकी प्राथमिकता देश के लिए काम करने और देश को बड़ा बनाने की है।

उन्होंने कहा, “श्री मोदी ने भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक के दौरान अपने संबोधन में देश भर के कार्यकर्ताओं को संदेश दिया कि सबका साथ सबका विकास भाजपा का मूलमंत्र है । इस मूल मंत्र की थ्योरी को लेकर भाजपा देश में सकारात्मक कार्य कर रही है।”

श्री यादव ने कहा, “पिछला एक वर्ष कोविड के संक्रमण में गुजरा है, लेकिन डिजिटल और वेब मीटिंग के माध्यम से भाजपा की पूरे देश में सक्रियता रही है।अब स्थिति सामान्य हो रही है, अब अनुमति भी मिलने लगी है, इसलिए अब भाजपा की राष्ट्रीय पदाधिकारियों की पहली प्रत्यक्ष बैठक हुई है।”

उन्होंने कहा कि भाजपा के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने बैठक के दौरान अपने सम्बोधन में कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि सेवा ही संगठन और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा करने के लक्ष्य को लेकर कार्यकर्ता देश भर में कार्यक्रम तय करें।

इस बैठक में भाजपा ने एक राजनीतिक प्रस्ताव पारित करके श्री मोदी का अभिनंदन करते हुए कहा कि कोरोना की चुनौती से बखूबी निपटते हुए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश दुनिया के सामने एक मिसाल के तौर पर उभरा है।

भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक का श्री मोदी ने उद्घाटन किया।

भाजपा के महासचिव अरुण सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि श्री नड्डा की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में कई राज्यों में होने जा रहे आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर पार्टी की रणनीति पर चर्चा की गयी।

उन्होंने कहा, “आत्मनिर्भर भारत अभियान और कृषि कानूनों पर भी बैठक में चर्चा की गयी। साथ ही राज्य आधारित समूह की बैठकों और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा और घोषणा की गयी। इसके अलावा राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठकों की रूपरेखा, राज्य की इकाइयों द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों और चुनावी राज्यों की तैयारियों को लेकर मंथन किया गया।”

कोरोना महामारी के चलते जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना प्रकट करने के लिए बैठक में शोक प्रस्ताव भी पारित किया गया।

प्रधानमंत्री ने भारत को दुनिया के सामने मिसाल के तौर पर पेश किया:

भाजपा ने एक राजनीतिक प्रस्ताव पारित कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना की चुनौती से बखूबी निपटते हुए दुनिया के सामने भारत को एक मिसाल के तौर पर पेश किया है।

बैठक में पारित इस प्रस्ताव के बारे में जानकारी देते हुए पार्टी के उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा, “कोरोना के दौरान भारत के सामने सबसे बड़ी चुनौती इस संकट से निपटने की थी, क्योंकि 130 करोड़ की आबादी वाले देश में स्वास्थ्य सम्बन्धी मूलभूत सुविधाएँ मजबूत नहीं थी। इसके बावजूद प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व के चलते लॉकडाउन के 48 घंटे के भीतर करोड़ों गरीब मज़दूर आबादी को राहत देने के लिए 2.76 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की गयी। इससे 80 करोड़ ज़रूरतमंदो तक राशन पहुँचाने का काम किया गया।”

उन्होंने कहा, “कोरोना काल में सेवा के संकल्प में संगठन को गतिशील करने का काम माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया जिसके चलते सेवा ही संगठन कार्यक्रम से 22 करोड़ से अधिक लोगों को खाने की व्यवस्था की गयी।”

श्री सिंह ने कहा, “हमारे वैज्ञानिकों की मेहनत के कारण भारत ने दो-दो कोरोना वैक्सीन बनाने में सफलता हासिल की। आज दुनिया के 17 देशों को भारत वैक्सीन भेज रहा है।भारत ने एक करोड़ कोरोना टीकाकरण का लक्ष्य मात्र 34 दिन में पूरा किया है, जबकि ब्रिटेन ने 56 दिनों में एक करोड़ लोगों का टीकाकरण किया है।”

राजनीतिक प्रस्ताव में कृषि क़ानूनों के समर्थन की बात कहते हुए श्री सिंह ने कहा, “कृषि कल्याण, कृषि सुधार और किसानों के हित में श्री मोदी ने तीन कानूनों के माध्यम से बड़े फैसले लिए। इससे किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य मिले, आय दोगुनी हो, किसान अपनी उपज कहीं भी बेच सके, ऐसी स्वतंत्रता मिली है।”

पांच राज्यों में होने जा रहे आगामी विधानसभा चुनावों के संदर्भ में श्री सिंह ने कहा, “इस बार पश्चिम बंगाल की जनता का अपार समर्थन प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भाजपा को मिल रहा है। वहाँ की जनता अलोकतांत्रिक और दमनकारी सरकार से त्रस्त है, इसलिए भाजपा निश्चित रूप से वहाँ जीत हासिल करेगी।”

इस बैठक में भाजपा की सर्वोच्च निर्णायक इकाई संसदीय मंडल के सदस्य, राष्ट्रीय पदाधिकारी, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, राज्यों के अध्यक्ष और संगठन महासचिव भाग ले रहे हैं ।

भारत में ग्रामीण हस्तकला उद्योग होगा पांच लाख करोड़ का:केंद्र सरकार ने लोगों को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराने के लिए रखा लक्ष्य attacknews.in

नयी दिल्ली, 21 फरवरी । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि सरकार ने लोगों को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराने के लिए ग्रामीण हस्तकला उद्योग का करोबार पांच लाख करोड़ रुपये करने का लक्ष्य रखा है।

श्री सिंह ने यहां जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 26वें हुनर हाट का उद्घाटन करने के बाद आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में ग्रामीण हस्तकला उद्योग का सालाना कारोबार 80 हजार करोड़ रुपये है जिसे अगले दो-तीन साल में बढ़ाकर पांच लाख करोड़ करने का लक्ष्य रखा गया है।

उन्होंने कहा कि कला, प्रतिभा और क्षमता सिर्फ अट्टालिकाओं में ही नहीं, बल्कि गांव और गलियों में भी होती है। दस्तकारों, शिल्पकारों और कलाकारों का देश की अर्थव्यवस्था में योगदान है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण उद्योग को जितना प्रोत्साहन मिलना चाहिए था, उतना नहीं मिला। सरकार विकास में विश्वास करती है और इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाये जा रहे हैं।

श्री सिंह ने कहा कि हस्तशिल्प को जो बाजार उपलब्ध कराया जाना चाहिए था, वह नहीं मिल सका है। इसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रांडिंग की जानी चाहिए ताकि वस्तुओं को उचित कीमत मिल सके। उन्होंने कहा कि ग्रामीण कलाकारों ने कोरोना काल को अवसर में बदला है जो बेहद प्रशंसनीय है। उन्होंने हुनर हाट के सफल आयोजनों के लिए अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की सराहना की ।

रक्षा मंत्री ने कहा कि हुनर हाट एक साझा मंच देता है और देश की सांस्कृतिक और समृद्ध विरासत को दिखाता है। यहां कलाओं की अद्भुत प्रदर्शनी है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य हासिल करने में हुनर हाट बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा।

चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों की सेना के पीछे हटने की प्रक्रिया पूरी: राजनाथ सिंह ने कहा कि जब तक मैं जिंदा हूं कोई भी भारत की एक इंच जमीन पर कब्जा नहीं कर सकता attacknews.in

सलेम 21 फरवरी । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि भारत और चीन के बीच नौ दौर की राजनयिक एवं सैन्य स्तर की वार्ता के बाद पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों की सेना के पीछे हटने की प्रक्रिया पूरी हो गई है।

श्री सिंह ने भारतीय जनता युवा मोर्चा के राज्य सम्मेलन को संबोधित करते हुए इस आशय की बात कही। उन्होंने कहा कि जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत अपनी सीमा पर एकपक्षीय कार्रवाई की अनुमति नहीं देगा और किसी भी कीमत पर ऐसे किसी भी प्रयास को विफल करेगा।

उन्होंने कहा कि देश अपनी सीमा पर किसी भी तरह की ‘एकतरफा कार्रवाई’ को अनुमति नहीं देगा और इस तरह के प्रयासों को विफल करने के लिए कोई भी कीमत चुकाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक मैं जिंदा हूं कोई भी भारत की एक इंच जमीन पर कब्जा नहीं कर सकता।

विपक्षी कांग्रेस पर करारा प्रहार करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, ‘नौ दौर की सैन्य एवं राजनयिक वार्ता के बाद सेनाओं के पीछे हटने की प्रक्रिया पूरी हो गई है। लेकिन दुर्भाग्य से कांग्रेस भारतीय सेना की बहादुरी पर संदेह कर रही है। क्या यह उन सैनिकों का अपमान नहीं है, जो देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देते हैं?”

उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘कभी भी देश की एकता, क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता से समझौता नहीं किया’ और ऐसा कभी नहीं करेगी।

पूर्वी लद्दाख में हॉट स्प्रिंग्स, गोगरा और डेपसांग जैसे टकराव बिंदुओं पर पीछे हटने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए भारतीय और चीनी सेना के वरिष्ठ कमांडरों के बीच दसवें दौर की वार्ता शनिवार को आयोजित की गई थी।

गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख के गलवान में पिछले वर्ष चीनी सैनिकों के साथ झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे। संघर्ष में चीन के सैनिक भी मारे गए थे। लगभग 10 महीने बाद अब दोनों देशों की सेनाएं पीछे हट रही हैं।

श्रीलंकाई तमिलों के मुद्दे का जिक्र करते हुए श्री सिंह ने कहा कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि श्रीलंका में तमिल शरणार्थी शांति, समानता और गरिमा के साथ रहें।”

‘लव जेहाद’ केरल को इस्लामिक राज्य बनाने की साजिश: उच्च न्यायालय ने 2009 में चेताया था, लेकिन यहां की सरकार ने आज तक कोई काम नहीं किया attacknews.in

कासरगोड/लखनऊ 21 फरवरी । लव जेहाद को केरल जैसे राज्य को इस्लामिक राज्य बनाने की साजिश का हिस्सा बताते हुये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि केरल उच्च न्यायालय ने 2009 में लव जिहाद को लेकर चेताया था, लेकिन यहां की सरकार ने आज तक कोई काम नहीं किया।

श्री योगी ने रविवार को केरल के कासरकोड में एक जनसभा को संबोधित करते हुये कहा कि केरल में सीपीएम की सरकार हो या इससे पहले कांग्रेस की सरकार रही हो, इन लोगों ने सिर्फ अराजकता ही फैलाई। इसी धरती पर केरल की उच्च न्यायालय ने 2009 में लव जिहाद को लेकर चेताया था, लेकिन यहां की सरकार ने आज तक कोई काम नहीं किया। वहीं उत्तर प्रदेश के अंदर कुछ ही मामले आए थे जिस पर सरकार ने तुरन्त सख्त कानून बनाकर कार्यवाही करना शुरू कर दिया।

श्री योगी ने कहा कि एक तरफ सबरीमाला के नाम पर जनभावनाओं का कार्य यहां की सरकार करती है और दूसरी तरफ कुछ ऐसे संगठनों को अराजकता फैलाने की छूट दी जाती है, जो यहां के मंदिरों और चर्चों पर हमला करके जनभावनाओं के साथ खिलवाड़ करते हैं। केरल जैसे राज्य में सत्ता के संरक्षण में इस प्रकार की अराजकता फैलेगी, तो स्वभाविक रूप से ऐसे तत्वों के दुस्साहस बढ़ेंगे। जिन्होंने अभी हाल ही में अपनी एक रैली में आरएसएस के बारे में किस प्रकार की पोस्टरबाजी की थी। हमें समय रहते इस प्रकार की साजिश के खिलाफ या साजिश की हिस्सा यहां की सरकार बन रही, उसके खिलाफ सतर्क होकर प्रत्येक केरलवासी को जागरूक करना होगा।

उन्होंने कहा कि अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए सीपीएम की सरकार यहां पर तमाम ऐसे संगठनों को अराजकता फैलाने की खुली छूट दे रही है, जो न केवल सुरक्षा के लिए, बल्कि एकता और अखंडता के लिए भी गंभीर चुनौती पेश कर रहे हैं। दूसरी तरफ, यहां पर न केवल मनुष्यों को आपस में बांटा है, बल्कि इस सरकार ने तो बैंकों को भी बांटने का कार्य किया था। यह इस सरकार की विभाजनकारी मानसिकता को प्रदर्शित करता है।

कोयला घोटाला मामले में CBI पहुंची ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की पत्नी रूजिरा बनर्जी के दरवाजे,पूछताछ करना चाहती है,पश्चिम बंगाल की सियासत गर्माई attacknews.in

कोलकाता 21 फरवरी । पश्चिम बंगाल में कोयला घोटाले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा बनर्जी से पैसों के लेन-देन समेत को लेकर पूछताछ करना चाहती है।

स्थानीय मीडिया के अनुसार सीबीआई की पांच सदस्यीय टीम ने रविवार को अपराह्न में दक्षिण कोलकाता के कालीघाट स्थित अभिषेक बनर्जी के घर रुजिरा बनर्जी को फोन किया था, लेकिन सीबीआई अधिकारियों को बताया गया कि इस समय घर पर कोई नहीं है। सीबीआई के अधिकारियों को यह बात श्री अभिषेक बनर्जी के घर पर पहरा दे रहे राज्य पुलिस के जवानों ने बतायी थी।

अभी तक हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि सीबीआई अधिकारियों ने पूछताछ के लिए कोई नोटिस दिया है या नहीं।

इस मामले में सीबीआई संदिग्ध कोयला माफिया अनूप माझी उर्फ लाला के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर चुकी है। आरोप है कि कोयला माफिया ने नियमित रूप से राज्य के प्रभावशाली नेताओं को रिश्वत दी। यह पैसा कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस के युवा नेता विनय मिश्रा के जरिये पहुंचा, जिसकी इस मामले में जांच की जा रही है। मौजूदा समय में विनय फरार है।

सीबीआई ने मेरी पत्नी को जारी किया नोटिस : अभिषेक

इसी बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी के भतीजे एवं सांसद अभिषेक बनर्जी ने रविवार को कहा कि उनकी पत्नी रूजिरा बनर्जी ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से जारी एक नोटिस प्राप्त किया है।

दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर लोकसभा सीट से तृणमूल के सांसद श्री बनर्जी ने कहा,“आज दोपहर के बाद करीब दो बजे सीबीआई की ओर से मेरी पत्नी के नाम पर जारी नोटिस मिला।”

श्री बनर्जी ने कहा,“हमें कानून पर पूरा भरोसा है। हालांकि, अगर वे सोचते हैं कि वे इन हथकंडों का उपयोग कर हमें डरा-धमका सकते हैं तो वे गलत हैं। हम उन लोगों में शामिल नहीं हैं जिन्हें कभी भी खत्म किया जा सकता है।”

गौरतलब है कि बंगाल में विवादास्पद कोयला घोटाले की जांच कर रही सीबीआई श्रीमती रुजिरा बनर्जी से पैसों के लेन-देन समेत को लेकर पूछताछ करना चाहती है।
इस मामले में सीबीआई संदिग्ध कोयला माफिया अनूप माझी उर्फ लाला के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर चुकी है। आरोप है कि कोयला माफिया ने नियमित रूप से राज्य के प्रभावशाली नेताओं को रिश्वत दी। यह पैसा कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस के युवा नेता विनय मिश्रा के जरिये पहुंचा, जिसकी इस मामले में जांच की जा रही है। मौजूदा समय में विनय फरार है।