विधानसभा में कमलनाध के सामने शिवराज सिंह चौहान ने कहा:अपने वादे पूरे नहीं करने के कारण गिरी थी कांग्रेस सरकार ;मोदी नाम ही ऐसा है, जिसे बार बार लेने को जी करता है attacknews.in

भोपाल, 26 फरवरी । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज विधानसभा में कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार के पतन के परिप्रेक्ष्य में कहा कि उसने सत्ता में आने के बाद अपने वादे पूरे नहीं किए और इसलिए वह गिर गयी। साथ ही उन्होंने ‘आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश’ की अवधारणा से सदन को अवगत कराते हुए इस लक्ष्य को हासिल करने में सभी से सहयोग का आह्वान किया।

श्री चौहान ने राज्यपाल के अभिभाषण पर पेश किए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर दो दिनों तक चली चर्चा का आज सदन में उत्तर दिया। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ की मौजूदगी में लगभग 01 घंटे 45 मिनट तक अपनी बात रखी। श्री कमलनाथ भी बीच बीच में अपना पक्ष रखकर विभिन्न मुद्दों को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए दिखायी दिए।

विपक्षी सदस्यों की शुरूआती टोकाटाकी के बीच श्री चौहान ने कहा कि श्री कमलनाथ ने चर्चा के दौरान कहा था कि जनता ने कचरा 2018 ( विधानसभा चुनाव) में ही साफ कर दिया था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा चुनाव के नतीजे एकतरफा नहीं थे। भाजपा को उस समय कांग्रेस से ज्यादा प्रतिशत मत मिले, हालाकि भाजपा की सीट कुछ कम रह गयी थीं। इसलिए हमने तुरंत ही मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया था। कांग्रेस को भी स्पष्ट बहुमत (114 सीट) नहीं था और भाजपा को 109 सीट हासिल हुयी थीं। हमें उम्मीद थी कि 15 सालों बाद सत्ता में परिवर्तन हुआ है, तो नयी सरकार अपने वादे के अनुरूप कार्रवाई करेगी।

श्री चौहान ने किसी नेता का नाम लिए बगैर कहा कि उन्होंने चुनाव के पहले सार्वजनिक मंचों से बार बार कहा था कि दस दिनों में किसानों का कर्जा माफ नहीं हुआ तो 11 वें दिन मुख्यमंत्री को हटा दिया जाएगा। श्री चौहान ने कहा कि कांग्रेस को किसान कर्जमाफी के वादे के कारण ही बढ़त मिली थी, लेकिन उसने यह कार्य नहीं किया। इसके अलावा कांग्रेस सरकार के मुखिया ने अपने विधायकों की बात ही नहीं सुनी। भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ दमन की कार्रवाई प्रारंभ कर दी गयी। इन सब कारणों से हम और अधिक सक्रिय हुए तथा कांग्रेस सरकार का 15 माह में ही पतन हो गया।

श्री चौहान ने आकड़ों का विस्तार से हवाला देते हुए कहा कि किसान ऋण माफी का वादा पूरा करने के लिए 60 हजार करोड़ रुपयों के बजट की आवश्यकता थी, लेकिन इस मद में सात हजार करोड़ रुपए ही व्यय किए। जबकि भाजपा ने सत्ता में आते ही किसानों के खातों में विभिन्न मदों में 80 हजार करोड़ रुपयों से ज्यादा की राशि 11 माह में उपलब्ध करा दी। वहीं कांग्रेस सरकार ने फसल बीमा का प्रीमियम भी जमा नहीं किया। अन्य कल्याणकारी योजनाएं भी रोक दी गयीं।

शुरूआत में श्री कमलनाथ बार बार उठे और श्री चौहान की बात का तत्काल जवाब देने का प्रयास करते रहे। श्री चौहान ने भी तुरंत ही पूर्व मुख्यमंत्री की बात का जवाब दिया। आखिरकार श्री कमलनाथ को कहना पड़ा कि वे आकड़ों के मामले में श्री चौहान से नहीं जीत सकते हैं।

इसके अलावा श्री कमलनाथ ने श्री चौहान को भरोसा दिलाया कि वे रोजगार और निवेश लाने के मुद्दे पर सरकार की हरसंभव मदद करेंगे। श्री चौहान ने भी कहा कि राज्य के विकास संबंधी मामलों में हम सभी को मिलजुलकर कार्य करना होगा।

श्री चौहान के उत्तर के बाद ध्वनिमत के जरिए धन्यवाद प्रस्ताव स्वीकृत और संशोधन प्रस्ताव अस्वीकृत कर दिए गए।

सोमवार को बजट सत्र की शुरूआत राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण से हुयी थी। इस पर धन्यवाद प्रस्ताव वरिष्ठ विधायक डॉ सीतासरन शर्मा की ओर से पेश किया गया था और विपक्ष की ओर से संशोधन लाए गए थे। तय समय के अनुरूप प्रस्ताव और संशोधनों पर बुधवार और गुरुवार को चर्चा हुयी और अध्यक्ष ने नेता प्रतिपक्ष के समय की अनुकूलता के मद्देनजर मुख्यमंत्री के जवाब के लिए आज शुक्रवार का दिन निर्धारित किया था, जिससे श्री कमलनाथ भी उत्तर के दौरान मौजूद रह सकें।

नरोत्तम जैसे ‘हीरा’ मेरे साथ 1990 से है – शिवराज

मध्यप्रदेश विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा चर्चा के उत्तर के दौरान हास परिहास के बीच सदस्यों की रोचक टिप्पणियां भी सुनने को मिलीं और सदन ठहाकों से गूंज उठा।

श्री चौहान ने अपने जवाब के दौरान एक अवसर पर कभी पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे और वर्तमान में अपने मंत्रियों की ओर इशारा करते हुए कहा कि कांग्रेस सदस्य इन ‘हीरों’ को पहचान नहीं पाए। श्री चौहान ने कहा कि वे इनके साथ कार्य कर रहे हैं और इस आधार पर यह बात कह रहे हैं।

मोदी नाम ही ऐसा है, जिसे बार बार लेने को जी करता है – शिवराज

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज विधानसभा में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम ही ऐसा है, जिसे बार बार लेने का जी करता है।

श्री चौहान ने राज्यपाल के अभिभाषण पर पेश किए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर दो दिनों तक चली चर्चा का आज सदन में उत्तर देते हुए यह टिप्पणी की।

इस दौरान विपक्षी दल के सदस्यों की ओर से बार बार टोकाटाकी की गयी और इस बात को लेकर सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के सदस्यों के बीच नोंकझोंक की स्थिति बनी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपने उत्तर की शुरूआत में कहा कि श्री कमलनाथ ने चर्चा में शामिल होते हुए जानना चाहा था कि अभिभाषण में प्रधानमंत्री का नाम बार बार लाने की क्या आवश्यकता थी।

श्री चौहान ने कहा कि वे बताना चाहते हैं ‘मोदी नाम ही ऐसा है कि बार बार लेने को जी करता है।’ उन्होंने कहा कि श्री मोदी के नेतृत्व की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। खासतौर से कोरोना संकटकाल में उन्होंने देश को नेतृत्व देकर जिस तरह से संकट से निकाला और वैक्सीन विकसित करवाकर देश विदेश में मुहैया करवाए, यह कदम अभूतपूर्व है। इस वजह से भारत का पूरी दुनिया में मान और बढ़ा है।

श्री चौहान ने विपक्ष के सदस्यों को सलाह देते हुए कहा कि वैसे भी प्रधानमंत्री किसी दल का नहीं, पूरे देश का होता है। मुख्यमंत्री ने एक वाक्या सुनाते हुए कहा कि एक बार वे अमरीका की यात्रा पर थे और वहां की प्रेस ने उनसे तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की उपलब्धियों को लेकर सवाल किया था। उस समय उन्होंने (श्री चौहान ने) श्री मनमोहन सिंह की उपलब्धियों की सराहना की थी। क्योंकि प्रधानमंत्री किसी दल का नहीं, पूरे देश का होता है।

श्री चौहान ने अपने जवाब के दौरान चर्चा में शामिल होने वाले श्री कमलनाथ समेत लगभग दो दर्जन सदस्यों की ओर से उठायी गयीं बातों का क्रमवार उत्तर देने का प्रयास किया। साथ ही उन्होंने कहा कि ‘आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश’ की परिकल्पना को साकार करना उनका लक्ष्य है और इसमें सभी विधायकों और नागरिकों के सहयोग की भी आवश्यकता है। उन्होंने सभी से सहयोग देने का आह्वान किया।

मजबूरी में कुचलने वाली मानसिकता को कुचलना पड़ा – शिवराज

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज विधानसभा में कहा कि वर्ष 2018 में भाजपा ने पांच साल विरोध की राजनीति करने की इच्छा के साथ सत्ता छोड़ी थी, लेकिन नयी सरकार ने भाजपा कार्यकर्ताओं को कुचलने के कार्य शुरू कर दिए और हमें कुचलने वाली मानसिकता को कुचलना पड़ा।

आपकी उम्र का भी करना है लिहाज – शिवराज

विधानसभा में आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ के बीच साइकल को लेकर रोचक संवाद हुआ।

राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का उत्तर देते श्री चौहान ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर तथ्य पेश किये। श्री चौहान ने कहा कि उनकी सरकार ने पेट्रोल डीजल पर वैट कम किया था, लेकिन कांग्रेस सरकार ने बढ़ा दिया था।

कांग्रेस पार्टी शुरू करने जा रही है केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में मध्यप्रदेश में किसान महापंचायतें का दौर चार मार्च से;राकेश टिकैत ने कहा:किसान आंदोलन अब हर वर्ग की लड़ाई attacknews.in

भोपाल/श्री छक, 26 फरवरी । मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आज कहा कि केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में किसानों की महापंचायतों का आयोजन इस राज्य में चार मार्च से रतलाम जिले के रेनमहुचौपाटी गांव से प्रारंभ होगा।

राज्यसभा सांसद श्री सिंह ने यहां अपने निवास पर संवाददाताओं से चर्चा में दावा करते हुए कहा कि यह महापंचायतें पूरी तरह गैरराजनैतिक होंगी।
खच्चर

उन्होंने बताया कि चार मार्च को ही धार जिले के दीकथान गांव में महापंचायत होगी। अगले दिन पांच मार्च को उज्जैन जिले के बड़नगर और फिर शाजापुर में किसान महापंचायत होगी। छह मार्च को सीहोर जिले के श्यामपुर आैर भोपाल जिले के शाहपुर गांव में किसान महापंचायत होगी।

किसान आंदोलन अब हर वर्ग की लड़ाई – टिकैत

श्रीगंगानगर, से खबर है कि,किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि तीन महीने से चल रहा किसान आंदोलन अब किसानों की लड़ाई नहीं रहा बल्कि अब यह हर वर्ग की लड़ाई बन गया है।

श्री टिकैत ने आज राजस्थान में श्रीगंगानगर जिले के पदमपुर कस्बे में आयोजित किसानों की महापंचायत में संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू हुआ यह संघर्ष अब हर वर्ग के लोगों का संघर्ष है बन गया है। सरकार ऐसे ही 17 और कानून लाने वाली है, जिससे हर वर्ग के लोग प्रभावित होंगे।

उन्होंने कहा कि सरकार से यह लड़ाई लंबी चलेगी। किसानों को मोर्चे मजबूत बनाए रखने होंगे। देश के दूसरे इलाकों में भी मोर्चाबंदी करनी होगी। बंगाल के किसान भी बहुत परेशान हैं। बंगाल में भी मोर्चा खोलना होगा।

महापंचायत को मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य जोगेंद्रसिंह उगरहां, गुरमीतसिंह चढूनी तथा रघुवीर सिंह आदि किसान नेताओं ने भी संबोधित किया। राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार गलतफहमी में है कि वह लोगों को गुमराह करके आंदोलन को दबा देगी, लेकिन यह अब जनता का आंदोलन बन गया है।

उन्होंने कहा कि सरकार की नजर खुदरा व्यापार पर है। वॉलमार्ट जैसी विदेशी कंपनियां खुदरा व्यापार को निगलने को तैयार बैठी हैं। शहरों में 5-7 मॉल में खुदरा व्यापार सिमट कर रह जाएगा। आने वाले दिनों में कोई दूध भी नहीं बेच सकेगा। दूध पहले कंपनियों को बेचना होगा। कंपनियां फिर मुनाफे के साथ दूध आम लोगों को बेचेंगी। इसी प्रकार बिजली को लेकर भी सरकार एक कानून लाने वाली है। इससे किसान खेतों में अपने पंपिंग सेट भी नहीं चला पाएंगे। लिहाजा यह लड़ाई बहुत लंबी चलेगी।

श्री टिकैत ने कहा कि इस आंदोलन से ट्रैक्टर किसानों का स्टेटस सिंबल बन गया है। इस संघर्ष में हल क्रांति भी होगी। खेती में काम आने वाले औजार भी किसान तैयार रखें। जरूरत पड़ी तो यह औजार भी निकालने दिखाने होंगे। किसान नेता ने केंद्र सरकार को सूचित किया कि वह इस आंदोलन को जात-धर्म और सांप्रदायिक रूप देकर दबाने की कतई चेष्टा नहीं करें। इस आंदोलन से देश में एक नए धर्म का सूत्रपात हुआ है। यह धर्म है-किसान धर्म।

संयुक्त मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य गुरमीत सिंह चढूनी ने कहा कि खेत बचेंगे तो किसान बचेंगे। सभी किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी फसलों का नहीं मिलता है। इसमें लगभग चार लाख करोड़ रुपये का अंतर है। किसान सोचे कि अगर हर फसल में यह चार लाख करोड़ और उनकी जेबों में आए तो न केवल उन्हें आर्थिक संबल मिलेगा बल्कि हर वर्ग की भी आर्थिक स्थिति सुधरेगी। यह चार लाख करोड़ किसानों के जरिए बाजार में आए तो अर्थव्यवस्था का पहिया तेजी से घूमेगा।

महापंचायत को राजस्थान जाट महासभा के प्रदेश अध्यक्ष राजाराम मील, ग्रामीण किसान मजदूर समिति (जीकेएस) के संयोजक रणजीतसिंह राजू, सहित अन्य नेताओं ने भी सम्बोधित किया।

भारत ने हाॅटलाइन पर चीन को सैनिकों की पूर्ण वापसी की योजना पर अमल के लिए टकराव वाले स्थानों से सैनिकों को हटाना जरूरी बताया attacknews.in

नयी दिल्ली/बीजिंग, 26 फरवरी । सरहद पर शांति और स्थिरता को द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति के लिए जरूरी बताते हुए भारत ने चीन से कहा है कि सैनिकों की पूर्ण वापसी की योजना पर अमल को लेकर जरूरी है कि टकराव वाले सभी इलाकों से सैनिकों को हटाया जाए। दोनों देशों ने समय-समय पर अपने दृष्टिकोण साझा करने के लिए हॉटलाइन संपर्क तंत्र भी स्थापित करने पर सहमति जतायी है।

पिछले सप्ताह भारत और चीन की सेना ने पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारों से सैनिकों और साजो-सामान को पीछे हटाने की प्रक्रिया संपन्न की।

विदेश मंत्री एस जयशंकर की उनके चीनी समकक्ष वांग यी के साथ बृहस्पतिवार को 75 मिनट तक टेलीफोन पर हुई बातचीत का विवरण जारी करते हुए विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि चीन से कहा गया है कि दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों पर पिछले साल से गंभीर असर पड़ा है।

मंत्रालय ने कहा, ‘‘विदेश मंत्री ने कहा कि सीमा संबंधी प्रश्न को सुलझाने में समय लग सकता है लेकिन हिंसा होने, और शांति तथा सौहार्द बिगड़ने से संबंधों पर गंभीर असर पड़ेगा।’’

विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों मंत्री लगातार संपर्क में रहने और एक हॉटलाइन स्थापित करने पर सहमत हुए।

दोनों नेताओं ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर हालात और भारत-चीन के बीच समग्र संबंधों को लेकर चर्चा की।

बीजिंग में चीनी विदेश मंत्रालय द्वारा देर रात जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक वांग ने कहा कि चीन और भारत को आपसी भरोसे के सही मार्ग का कड़ाई से पालन करना चाहिए और दोनों पड़ोसी देशों के बीच सहयोग होना चाहिए।

स्टेट काउंसलर का भी पद संभाल रहे वांग ने कहा कि दोनों देशों को द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर रखने के लिए सीमा मुद्दों को उचित तरीके से निपटाना चाहिए।

विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक जयशंकर ने मॉस्को में सितंबर 2020 में अपनी बैठक का हवाला दिया जहां भारतीय पक्ष ने यथास्थिति को बदलने के चीनी पक्ष के एकतरफा प्रयास और उकसावे वाले बर्ताव पर चिंता प्रकट की थी।

जयशंकर ने कहा कि पिछले साल मॉस्को में बैठक के दौरान उनके बीच सहमति बनी थी कि सीमाई क्षेत्रों में तनाव की स्थिति दोनों देशों के हित में नहीं है और फैसला हुआ था कि दोनों पक्षों वार्ता जारी रखेंगे, सैनिकों को पीछे हटाएंगे और तनाव घटाने के लिए कदम उठाएंगे।

विदेश मंत्री ने कहा कि उसके बाद से दोनों देशों के बीच राजनयिक और सैन्य स्तर पर लगातार संपर्क कायम रहा। इससे प्रगति हुई और इस महीने पैंगोंग झील वाले इलाके में तैनात सैनिकों को पीछे हटाया गया।

पैंगोंग झील इलाके में सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया संपन्न होने का उल्लेख करते हुए विदेश मंत्री ने जोर दिया कि दोनों पक्षों को पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर बाकी मुद्दों को भी सुलझाने के लिए कदम उठाने चाहिए।

सूत्रों के मुताबिक पिछले सप्ताह वरिष्ठ कमांडरों के बीच 10 वें दौर की वार्ता के दौरान क्षेत्र में तनाव कम करने के लिए भारत ने हॉट स्प्रिंग्स, गोगरा और देपसांग से सैनिकों को पीछे हटाने पर जोर दिया।

जयशंकर ने वांग से कहा कि गतिरोध वाले सभी स्थानों से सैनिकों को हटाने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद दोनों पक्ष क्षेत्र से सैनिकों की पूर्ण वापसी और अमन-चैन बहाली की दिशा में काम कर सकते हैं।

विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक वांग ने अब तक हुई प्रगति पर संतोष जताया और कहा कि सीमाई क्षेत्रों में शांति और सौहार्द बहाली की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम है।

वांग ने सीमाई क्षेत्रों में प्रबंधन और नियंत्रण भी बेहतर करने की जरूरत पर जोर दिया वहीं जयशंकर ने रेखांकित किया कि दोनों पक्ष द्विपक्षीय संबंधों की बेहतरी के लिए सीमाई क्षेत्रों में अमन-चैन बनाए रखने पर सहमत रहे हैं।

वांग ने कहा कि भारतीय पक्ष ने संबंधों के लिए ‘आपसी सम्मान, संवेदनशीलता और आपसी हितों’ को ध्यान में रखने का प्रस्ताव दिया।

चीनी विदेश मंत्रालय की विज्ञप्ति के मुताबिक वांग ने कहा कि सीमा पर विवाद एक हकीकत है और इस पर समुचित ध्यान दिए जाने और इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है। हालांकि, सीमा विवाद भारत-चीन के समूचे रिश्तों को बयां नहीं करता है।

भारत और चीन की सेनाओं के बीच पांच मई को सीमा पर गतिरोध शुरू हुआ था। दोनों देशों के बीच पैंगोंग झील वाले इलाके में हिंसक झड़प हुई और इसके बाद दोनों देशों ने कई स्थानों पर साजो-सामान के साथ हजारों सैनिकों की तैनाती कर दी।

इसके बाद पिछले चार दशकों में सबसे बड़े टकराव में 15 जून को गलवान घाटी में झड़प में भारत के 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए। झड़प के आठ महीने बाद चीन ने स्वीकार किया कि झड़प में उसके चार सैन्यकर्मी मारे गए थे।

महाराष्ट्र में कोरोना का प्रकोप:लातूर में एक छात्रावास के पांच कर्मचारी और कक्षा नवीं और दसवीं कक्षा के 40 छात्र कोरोना संक्रमित attacknews.in

औरंगाबाद, 24 फरवरी । महाराष्ट्र में मराठवाड़ा क्षेत्र के लातूर शहर में एक छात्रावास के पांच कर्मचारी और 40 छात्र कोरोना संक्रमित पाये गये हैं।

लातूर के जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. लक्ष्मण देशमुख ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि छात्रावास में रहने वाले 300 से अधिक छात्रों और कर्मचारियों का कोरोना परीक्षण कराया गया जिनकी रिपोर्ट मंगलवार को आयी जिसमें 40 छात्र और पांच कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाये गये।

श्री देशमुख ने बताया कि सभी संक्रमित छात्रों और कर्मचारियों को बरशी रोड पर स्थित कोविड केंद्र में क्वारंटीन कर दिया गया है। इस इलाके को निषिद्ध क्षेत्र घोषित कर दिया गया है और एहतियात के तौर पर आसपास के स्कूलों को बंद कर दिया गया है।

उन्होंने बताया कि संक्रमित छात्र कक्षा नवीं और दसवीं कक्षा के हैं। छात्रावास परिसर में 60 शिक्षक और गैर-शिक्षण कर्मचारी काम करते हैं जिनमें से 30 की जांच की गयी है।

पुड्डुचेरी में सरकार बनाने का दावा नहीं करेगी भाजपा,अब चुनाव होने तक राष्ट्रपति शासन का ही विकल्प शेष attacknews.in

पुड्डुचेरी 23 फरवरी । पुड्डुचेरी में वी नारायणसामी नीत कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन सरकार के पतन के एक दिन बाद मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि वह शार्टकट के जरिए सत्ता में नहीं चाहती इसलिए पार्टी राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश नहीं करेगी।

पुड्डुचेरी प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी सामीनाथन ने संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी के सहयोगी एनआर कांग्रेस भी यहां सरकार बनाने का दावा नहीं करेगी।

श्री सामीनाथन ने कहा कि भाजपा नारायणसामी सरकार के पतन के लिए जिम्मेदार नहीं है। चूंकि, सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण उनकी पार्टी के सदस्यों के इस्तीफा दे दिये जाने के बाद यह सरकार अपने आप गिर गयी। उन्होंने सरकार के पतन के लिए भाजपा के जिम्मेदार होने संबंधी श्री नारायणसामी के आरोपों को खारिज किया है।

उन्होंने सरकार के गिरने में तीन नामित सदस्य के भी जिम्मेदार न होने का दावा किया और कहा कि श्री नारायणसामी की ओर से विश्वास मत का सामना किए बिना नामित सदस्यों को दोषी ठहराना गलत है।
उन्होंने कहा कि भाजपा विधानसभा चुनाव का सामना करेगी तथा जीत हासिल करेगी और उसके बाद यहां सरकार बनाएगी।

उन्होंने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 28 फरवरी को केंद्र शासित प्रदेश के कराईकल क्षेत्र में एक दिवसीय दौरे पर आयेंगे।

पुड्डुचेरी में सरकार बनाने के लिए विपक्षी दलों के आगे नहीं आने की स्थिति में और तीन महीनों अथवा चुनाव होने तक राष्ट्रपति शासन का ही विकल्प शेष रह जायेगा।

बैतूल में कांग्रेस विधायक के व्यावसायिक समूह के यहां आयकर की कार्रवाई पूरी:छापे के दौरान आठ करोड़ रुपयों की नगदी और विदेशी मुद्रा भी मिली attacknews.in

बैतूल, 23 फरवरी । मध्यप्रदेश के बैतूल जिला मुख्यालय पर आयकर विभाग भोपाल की टीम का यहां के कांग्रेस से जुड़े एक विधायक के व्यावसायिक समूहों एवं निवास पर जारी छापे की कार्रवाई पूरी हो गयी है।

जिला आयकर अधिकारी आर के चौहान ने आज बताया कि आयकर भोपाल की अलग-अलग टीमों ने विधायक के व्यावसायिक समूह के यहां छापे की कार्रवाई की। समूह के बैंक लॉकर सील कर टीम वापस भोपाल लौट गयी है। टीम जब फिर वापस आएंगी तो सील किए बैंक लॉकर खोलकर उसका सत्यापन किया जाएगा। तेल व्यवसाय से जुड़े इस समूह के बैतूल के अलावा सतना, सोलापुर, मुंबई तथा कोलकाता में आयकर विभाग की टीम ने 18 फरवरी की सुबह एक साथ छापे की कार्रवाई प्रारंभ की थी।

बैतूल में छापे के दौरान आठ करोड़ रुपयों की नगदी और विदेशी मुद्रा भी मिली

बैतूल जिला निवासी एक व्यावसायिक समूह के ठिकानों पर पिछले पांच छह दिनों से जारी आयकर विभाग की छापे की कार्रवाई के दौरान आठ करोड़ रुपयों की नगदी और 44 लाख रुपयों से अधिक मूल्य की विदेशी मुद्रा मिली है। समूह के कर्ताधर्ता कांग्रेस से भी जुड़े हुए हैं।

आयकर विभाग की ओर से मुहैया करायी गयी जानकारी के अनुसार डागा समूह के बैतूल, सतना, मुंबई, सोलापुर और कोलकाता में की गयी छापे की कार्रवाई के दौरान आठ करोड़ रुपयों की नगदी मिली है, जिसका कोई हिसाब किताब नहीं है। मुख्य रूप से तेल व्यवसाय से जुड़े इस समूह के कब्जे से 44 लाख रुपये मूल्य की विदेशी मुद्रा भी मिली है। यह राशि जब्त कर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। छापे की कार्रवाई 18 फरवरी को प्रारंभ हुयी थी।

छापे के दौरान मिले नौ बैंक लॉकर भी खोले जाने की कार्रवाई प्रचलन में है। समूह पर छापे के दौरान अब तक लगभग 450 करोड़ रुपयों की अघोषित आय संबंधी दस्तावेज मिले हैं। विभाग ने लेपटॉप, हार्ड ड्राइव्स, पेन ड्राइव्स आदि भी जब्त किए हैं। माना जा रहा है कि इनमें समूह के लेनदेन संबंधी जानकारी है। छापे के दौरान हवाला के जरिए लेनदेन करने संबंधी दस्तावेज भी हाथ लगे हैं।

विधायक से जुड़े व्यावसायिक समूह पर 18 फरवरी को मारा गया था आयकर छापा

बैतूल जिला मुख्यालय पर कांग्रेस के एक विधायक से जुड़े लगभग छह व्यावसायिक समूहों पर आयकर विभाग भोपाल की सर्च की कार्रवाई 19 फरवरी को दूसरे दिन भी जारी रही।

जिला आयकर अधिकारी आर के चौहान ने बताया था कि आयकर भोपाल की अलग-अलग टीमें विधायक से जुड़े व्यावसायिक समूहों में सर्च कार्रवाई में लगी हुई हैं। संभवत एक-दो दिन में सर्च कार्रवाई पूरी होने की उम्मीद है। जिन ठिकानों पर कार्यवाही चल रही है, उसके सामने पुलिस तैनात है और किसी को भी अंदर आने और बाहर जाने नही दिया जा रहा है।

बैतूल में कांगेस विधायक से जुड़े व्यावसायिक समूह पर आयकर का छापा

18 फरवरी को बैतुल जिला मुख्यालय पर कांग्रेस के विधायक से जुड़े व्यावसायिक समूह के लगभग आधा दर्जन ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापे की कार्रवाई प्रारंभ की।

अायकर विभाग के सूत्रों के अनुसार अलग अलग दलों ने डागा समूह के एक स्कूल परिसर, दो निवासस्थलों, एक बीज केंद्र और एक अन्य परिसर में छापे की कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था लगायी गयी ।

बैतूल के कांग्रेस विधायक और उद्योगपति निलय डागा के घर और ऑफिस पर इनकम टैक्स की रेड से हड़कंप मच गया। आयकर विभाग ने विधायक के निवास ,ऑइल मिल और वेयरहाउस पर छापा मारा। टीम ने विधायक के नवनिर्मित बहुमंजिला घर की छानबीन की।

आयकर विभाग की दूसरी टीम कोसमी औद्योगिक क्षेत्र में संचालित बैतूल ऑयल मिल पर मौजूद रही । इसके अलावा ग्राम भडूस स्थित डागा ग्रुप के एक वेयरहाउस पर भी इनकम टैक्स टीम की जांच जारी रही । हालांकि अब तक इस रेड को लेकर अधिक डिटेल्स उजागर नहीं हुई ,लेकिन इस रेड से शहर के व्यावसायिक और राजनैतिक गलियारों में हड़कम्प मचा हुआ है।

गौरतलब है कि फिलहाल फैक्टरी प्रबंधन ने कुछ भी बोलने से इनकार किया ।टीमें विधायक के ठिकानों से मिले दस्तावेज को खंगाले ।आयकर विभाग को बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की सूचना मिली थी।

तीन महीने पहले भी मारी थी रेड:

भोपाल में तीन महीने पहले भी इनकम टैक्स टीम ने इवेंट मैनेजमेंट और पब्लिसिटी से जुड़े 4 कारोबारियों पर छापा मारा था. उस वक्त करीब 42 घंटे तक टीम ने मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में 30 जगहों पर एक साथ छापे की कार्रवाई की थी. एक साथ 4 कारोबारी समेत 7 लोगों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति से जुड़े दस्तावेजों को जब्त किए गए. इस दौरान टीम को रायपुर और भोपाल में 50 से अधिक बेनामी संपत्ति से जुड़े दस्तावेजों का पता चला था. भोपाल में यह कार्रवाई 15 से अधिक ठिकानों पर रही. टीम को करीब ढाई करोड़ रुपए कैश और जेवर मिले थे।

इनके ठिकानों पर पड़ी थी रेड:

आयकर विभाग की टीम कोविड-19 लिखी गाड़ियों से वहां पहुंची थी. इसमें इवेंट मैनेजर संजय प्रगट, फर्म संचालक मुकेश श्रीवास्तव, मोहम्मद जावेद उर्फ कंजे मियां (टेंट कारोबारी), होर्डिंग कारोबारी सत्य नारायण, कारोबारी अजय जैन, मोहम्मद इस्माइल कंजे मियां के समर्थक और माध्यम से करीब डेढ़ साल पहले रिटायर्ड हुए अधिकारी जीपी मानकर शामिल थे. यह कार्रवाई मुख्य रूप से नेहरू नगर में 3 जगह, कोटरा सुल्तानाबाद, एमपी नगर में तीन जगह, एयरपोर्ट रिपोर्ट, कोहेफिजा, इतवारा, अरेरा कॉलोनी और श्यामला हिल्स स्थित हिंदी भवन के पास हुई थी।

किसान आंदोलन के दौरान ट्रैक्टर रैली में लाल किला हिंसा भड़काने के मामले में दिल्ली पुलिस ने जम्मू से किया किसान नेता सहित दो को गिरफ्तार attacknews.in

जम्मू, 23 फरवरी । दिल्ली पुलिस की एक टीम ने जम्मू पुलिस की सहायता से 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किले में हुई हिंसा के आरोपी एक किसान नेता सहित दो लोगाें को यहां से गिरफ्तार किया है।

पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को यहां बताया कि दोनों को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की टीम ने सोमवार रात हिरासत में ले लिया और उन्हें पूछताछ के लिए तुरंत राष्ट्रीय राजधानी ले जाया गया।

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किये गये लोगों की पहचान जम्मू शहर के चाथा इलाके के निवासी एवं जम्मू-कश्मीर संयुक्त किसान मोर्चा के अध्यक्ष मोहिंदर सिंह (45) और जम्मू के गोले गुजराल निवासी मंदीप सिंह (23) के रूप में की गयी है।।

किसान आंदोलन के समर्थन मे “टूलकिट” मामले में गिरफ्तार दिशा रवि पर्याप्त सबूत के अभाव में जमानत के बाद तिहाड़ जेल से बाहर आई;शांतनु मुकुल ने अग्रिम जमानत के लिए दायर की याचिका attacknews.in

नयी दिल्ली, 23 फरवरी।पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि को मंगलवार को स्थानीय अदालत से जमानत मिलने के बाद रात को तिहाड़ जेल से रिहा कर दिया गया।

उन्हें किसान आंदोलन का समर्थन करने से जुड़ा टूलकिट सोशल मीडिया पर साझा करने के मामले में गिरफ्तार किया गया था।

अधिकारी ने बताया, ‘‘जेल प्रशासन ने रिहाई संबंधी सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली, जिसके बाद दिशा रवि को रिहा कर दिया गया।’’

आज दिन में दिल्ली की एक अदालत ने 22 वर्षीय रवि को जमानत देते हुए कहा कि पुलिस द्वारा पेश साक्ष्य ‘‘कम और ठोस नहीं हैं।’’

रवि को बेंगलुरु से 13 फरवरी को दिल्ली पुलिस के साइबर सेल ने गिरफ्तार किया था।

पर्याप्त सबूत के अभाव में दिशा रवि की जमानत मंजूर

दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को टूलकिट मामले में बेंगलुरु की पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि की जमानत मंजूर करते हुए कहा कि सुश्री रवि के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं हैं।

अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र राणा ने जमानत मंजूर करते हुए कहा,“अस्पष्ट साक्ष्यों को देखते हुए मुझे जमानत मंजूर करने से इनकार करने का कोई ठोस कारण दिखाई नहीं दे रहा है।”

उन्होंने सुश्री रवि की जमानत को मंजूर करने का आदेश देते हुए सुश्री रवि से एक लाख रुपये के जमानती बांड और तथा दो अतिरिक्त मुचलके प्रस्तुत करने को कहा।

सुश्री रवि की ओर से न्यायालय में पेश हुए वकील अभिनव शेखरी ने न्यायाधीश से जमानत राशि घटाकर 50 हजार रुपये करने की अपील की, जिसे न्यायाधीश ने नामंजूर कर दिया।

इससे पहले पुलिस ने सुश्री रवि को अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत ने पेश और एक स्थानीय अदालत में याचिका दायर कर सुश्री रवि की पुलिस हिरासत चार दिन और बढ़ाने की मांग की, जिसे मजिस्ट्रेट ने रद्द कर दिया।

दिल्ली पुलिस ने 20 फरवरी को कहा था कि सुश्री रवि खालिस्तान की वकालत करने वालों के साथ मिलकर टूलकिट तैयार कर रहीं थी। यह भारत को बदनाम करने वाले वैश्विक षडयंत्र तथा किसानों के आंदोलन की आड़ में देश में अशांति फैलाने की कोशिश करने का हिस्सा है।

इससे पहले स्थानीय अदालत ने 14 फरवरी को सुश्री रवि को पांच दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेजा था। उस समय जांच एजेंसी ने कहा था कि केंद्र सरकार के खिलाफ बड़े षडयंत्र तथा खालिस्तान आंदोलन में उनकी भूमिका की जांच के लिए पुलिस हिरासत जरूरी है।

सुश्री रवि को दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने 13 फरवरी को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था और दिल्ली की अदालत में पेश कर सात दिन की पुलिस हिरासत की मांग की थी।

टूलकिट मामला: मुकुल ने अग्रिम जमानत के लिए दायर की याचिका

इधर टूलकिट मामले में आरोपी अभियंता शांतनु मुकुल ने अग्रिम जमानत के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय में मंगलवार को याचिका दायर की।

श्री मुकुल बेंगलुरु की पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि तथा वकील निकिता जैकब के साथ इस मामले में आरोपी हैं।

बॉम्बे की अदालत ने ISIS आतंकवादी अरीब मजीद को दी जमानत:आदेश में कहा कि जब मामले की सुनवाई बहुत धीमी गति से चल रही हो तोे ऐसे में जेल में रखने की अनुमति नहीं दे सकते attacknews.in

मुंबई, 23 फरवरी । बॉम्बे उच्च न्यायालय ने मंगलवार को आईएसआईएल के साथ आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप में आईएसआईएल के आतंकवादी अरीब मजीद की जमानत मंजूर कर ली।

छह साल से अधिक समय जेल में बिताने के बाद अरीब मजीद को न्यायाधीश संभाजी शिंदे और मनीष पितले की खंडपीठ द्वारा कड़ी शर्तों पर जमानत दी गई।

अदालत ने अपने आदेश में कहा कि जब मामले की सुनवाई बहुत धीमी गति से चल रही हो तोे ऐसे में मजीद को जेल में रखने की अनुमति नहीं दे सकते।

अदालत ने मजीद की जमानत रखी बरकरार

बंबई उच्च न्यायालय ने मंगलवार को 27 वर्षीय अरीब मजीद की जमानत का विशेष अदालत का आदेश बरकरार रखा।

मजीद पर आईएसआईएस से संबंध होने का आरोप है।

न्यायमूर्ति एसएस शिंडे और न्यायमूर्ति मनीष पिटले की एक खंडपीठ ने राष्ट्रीय अन्वेषण अिभकरण (एनआईए) की ओर से दायर उस याचिका का निपटारा किया, जिसमें उसने आईएसआईएस के कथित सदस्य मजीद को जमानत देने के फैसले को चुनौती दी थी।

पीठ ने कहा कि वह मुकदमा लंबित होने के आधार पर निचली अदालत के मजीद को जमानत देने का आदेश बरकरार रख रही है, ना कि मामले के गुण-दोष आधार पर।

उच्च न्यायालय ने मजीद को एक लाख रुपये बतौर मुचलका जमा कराने और ठाणे जिले के कल्याण से बाहर नही जाने का निर्देश भी दिया, जहां वह रहता है।

एनआईए के अनुसार, मजीद कथित तौर पर आतंकवादी संगठन आईएसआईएस में शामिल होने सीरिया गया था और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए भारत लौटा है।

मजीद को एनआईए ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम और भादंवि के प्रावधानों के तहत 2014 में गिरफ्तार किया था। एनआईए की एक विशेष अदालत ने पिछले साल मार्च में मजीद को जमानत दे दी थी।

10 मिनट पहले ममता बनर्जी आकर चली जाती हैं,इसके बाद कोयला चोरी मामले में तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी की पत्नी रूजिरा बनर्जी से सीबीआई करती हैं पूछताछ attacknews.in

कोलकाता, 23 फरवरी । सीबीआई की एक टीम ने मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी के दक्षिण कोलकाता स्थित आवास पर उनकी पत्नी रुजिरा से कथित कोयला चोरी मामले में पूछताछ की।

अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

सीबीआई की टीम के वहां पहुंचने से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने भतीजे एंव तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी के दक्षिण कोलकाता में हरीश मुखर्जी रोड स्थित आवास पर उनसे मुलाकात करने पहुंची,ममता यहां केवल 10 मिनट ही रुकी थीं।

सूत्रों ने बताया कि सीबीआई दोपहर लगभग 12 बजे अभिषेक के आवास पहुंची और करीब एक घंटे उन्होंने पूछताछ की।

उन्होंने बताया कि भारी सुरक्षा बल की मौजूदगी के बीच दल दोपहर करीब सवा एक बजे करीब वहां से रवाना हुआ।

सीबीआई टीम ने करीब 80 मिनट तक श्रीमती रुजिरा बनर्जी से पूछताछ की। इससे पहले सीबीआई ने इस मामले में श्री बनर्जी की रिश्तेदार मेनका गंभीर से भी ईएम बायपास के पास पंचसयार स्थित उनके आवास पर पूछताछ की थी।

सीबीआई टीम के आज सुबह श्री बनर्जी के आवास पर पहुंचने से कुछ समय पहले ही सुश्री ममता बनर्जी कुछ मिनटों के लिए अपने भतीजे के आवास पर गईं।

सुश्री बनर्जी के जाने के बाद सीबीआई टीम करीब 1136 बजे वहां पहुंची और 0115 बजे वहां से बाहर निकली।

पुलिस अधीक्षक विश्वजीत दास एवं अपर पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार के नेतृत्व में सीबीआई टीम ने रुजिरा बनर्जी से पूछताछ की। इससे दो दिन पहले सीबीआई ने पूछताछ के लिए श्रीमती रुजिरा बनर्जी को नोटिस जारी किया था।

तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा बनर्जी ने सोमवार को सीबीआई के समन का जवाब देते हुए कहा कि कथित कोयला चोरी घोटाले में पूछताछ के लिए वह 23 फरवरी 2021 को पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न तीन बजे तक उपलब्ध रहेंगी।

सूत्रों ने बताया कि अवैध कोयला उत्खनन मामले में सीबीआई ने रुजिरा के बैंक लेनदेन का विवरण मांगा है।

सीबीआई ने सोमवार को रुजिरा की बहन मेनका गंभीर से भी इस मामले में पूछताछ की थी।

सीबीआई की दो महिला अधिकारी पूछताछ के लिए सोमवार को रुजिरा की बहन मेनका गंभीर के कोलकाता स्थित आवास पहुंची थी और उनसे करीब तीन घंटे तक पूछताछ की थी।

सत्तारूढ पार्टी ने आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों से पहले तृणमूल कांग्रेस के नेता के रिश्तेदारों से एजेंसी पूछताछ कर रही है। राज्य में अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।

केन्द्रीय जांच एजेंसी ने गत नवम्बर में चोरी रैकेट के कथित सरगना मांझी उर्फ लाला, ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (ईसीएल) के महाप्रबंधकों-अमित कुमार धर (तत्कालीन कुनुस्तोरिया क्षेत्र और अब पांडवेश्वर क्षेत्र) तथा जयेश चंद्र राय (काजोर क्षेत्र) , ईसीएल के सुरक्षा प्रमुख तन्मय दास, क्षेत्र सुरक्षा निरीक्षक, कुनुस्तोरिया, धनंजय राय और एसएसआई एवं काजोर क्षेत्र के सुरक्षा प्रभारी देबाशीष मुखर्जी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।

आरोप है कि मांझी उर्फ लाला कुनुस्तोरिया और काजोर क्षेत्रों में ईसीएल की पट्टे पर दी गईं खदानों से कोयले के अवैध खनन और चोरी में लिप्त हैं।

महाराष्ट्र की टिकटॉक स्टार पूजा चव्हाण की आत्महत्या के पीछे मंत्री संजय राठौड़ के साथ प्रेम प्रसंग ऐंगल के बाद 15 दिन लापता होकर सामने आए मंत्री ने मौत से संबंध होने से किया इनकार attacknews.in

यवतमाल, 23 फरवरी । महाराष्ट्र के वन मंत्री संजय राठौड़ वाशिम जिले के एक मंदिर का दर्शन करने के बाद मंगलवार को पुणे की एक लड़की की मृत्यु मामले में उनका कोई संबंध होने से इनकार किया है।

वाशिम जिले में पोहरादेवी मंदिर का दर्शन करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, श्री राठौड़ ने कहा कि लड़की की दुर्भाग्यपूर्ण मौत के बाद गंदी राजनीति की जा रही है

आरोपों से घिरने के बाद पहली बार सामने आए मंत्री संजय राठोड, बताया पिछले 15 दिनों से कहां थे:

महाराष्ट्र में पूजा चव्हाण आत्महत्या मामले में मंत्री संजय राठोड ने बयान जारी किया. उन्होंने कहा कि सीएम ने इस मामले में जांच शुरू करवाई है, जांच के बाद सारी बातें साफ हो जाएंगी. वहीं राठोड की सफाई पर विपक्ष ने भी पलटवार किया है.

टिकटॉक स्टार पूजा चव्हाण की मृत्यु को लेकर शक के घेर में आए मंत्री संजय राठोड ने 15 दिनों गायब रहने के बाद पहली बार चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने कहा है कि उन पर लगे आरोप निराधार हैं. वे गंदी राजनीति के शिकार हुए हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें बदनाम कर के उनका राजनीतिक करियर तबाह नहीं किया जाए. पूजा चव्हाण की मौत पर शुरू से ही संजय राठोड का नाम सामने आ रहा था, जिसके बाद उन्होंने सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया है.

महाराष्ट्र सरकार में वन मंत्री और शिवसेना नेता ने अपनी यह बात प्रेस कांफ्रेंस आयोजित करके रखी. इससे पहले वे पोहरा देवी का दर्शन करने मंदिर गए. वहां उनके समर्थकों की भारी भीड़ इकट्ठी हुई थी. जिन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस को भीड़ पर लाठी चार्ज करना पड़ा. मंत्री संजय राठोड की सफाई पर भाजपा प्रवक्ता चित्रा वाघ ने पलटवार करते हुए कहा कि चाहे लाखों समर्थक भी इकट्ठे हो जाएं, तब भी वे यही कहेंगी कि पूजा चव्हाण के हत्यारे संजय राठोड ही हैं।

राठोड ने कहा- मेरी छवी खराब करने की कोशिश
शिवसेना नेता संजय राठोड ने अपने ऊपर लगे आरोप को पूरी तरह से नकारते हुए कहा, “पूजा चव्हाण की मृत्यु पर संपूर्ण बंजारा समाज दुखी है. चव्हाण परिवार के दुख में मैं सहभागी हूं. लेकिन इस प्रकरण पर गंदी राजनीति की जा रही है, और मेरे सामाजिक, राजनीतिक और व्यक्तिगत छवि को तबाह करने की कोशिश की जा रही है. मुख्यमंत्री ने जांच शुरू करवाई है. जांच के बाद सारी बातें साफ हो जाएंगी. अपना पक्ष रखते हुए संजय राठोड ने पिछले दस दिनों से उनका नाम उछाले जाने पर भी अपनी नाराजगी जताई.

दस दिनों से कंहा थे संजय राठोड ?

संजय राठोड ने आगे अपनी बात रखते हुए कहा, “ सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में जो दिखाया जा रहा है वो सच नहीं है, यह मैं दावे से कह सकता हूं. मुख्यमंत्री ने जो जांच शुरू करवाई है, उसी से सच सामने आएगा. पिछले दस दिनों से मेरी बदनामी की जा रही है. मैं आप सबसे विनती कर रहा हूं कि जब तक पुलिस की जांच चल रही है तब तक मेरे और मेरे समाज की बदनामी ना की जाए. इसके अलावा जब उनसे पूछा गया कि इतने दिनों तक वे कहां गायब थे तो उन्होंने जवाब दिया कि वे कहीं गायब नहीं थे. वे मुंबई के अपने ऑफिस में काम कर रहे थे।

संजय राठोड की सफाई पर विपक्ष का पलटवार

पूजा चव्हाण मौत मामले में संजय राठोड के बयान के बाद सबसे आक्रामक प्रतिक्रिया भाजपा नेता चित्रा वाघ की सामने आई. उन्होंने कहा कि पहले गुनाह करके बाद में अपने समाज के समर्थकों का सहारा लेने का नया ट्रेंड चल निकला है. लाखों समर्थक भी संजय राठोड ले आएं लेकिन यह सच नहीं छुपाया जा सकता कि पूजा चव्हाण ने आत्महत्या नहीं की और संजय राठोड उनके हत्यारे हैं. विधान परिषद में विपक्षी पार्टी के नेता प्रवीण दरेकर ने कहा कि ऐसा लगा था कि वे जांच पूरी होने तक अपना इस्तीफा देने की बात कहने वाले हैं लेकिन यहां तो सच को छुपाने की कोशिश नजर आई.

यह है पूरा मामला ?

महाराष्ट्र के बीड जिले में रहने वाली टिकटॉक स्टार पुणे आकर स्पोकन अंग्रेजी का कोर्स कर रही थी. पिछले दिनों उसने तीसरी मंजिल से कूद कर आत्महत्या कर ली. इस मृत्यु प्रकरण में शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के वन मंत्री संजय राठोड़ का नाम सामने आया है।

आरोप है कि पूजा चव्हाण की आत्महत्या के पीछे मंत्री के साथ प्रेम प्रसंग का ऐंगल है. इस आत्महत्या प्रकरण को लेकर ग्यारह क्लिप्स वायरल हुए. उन क्लिप्स के बारे में भाजपा नेता चित्रा वाघ ने शिवसेना नेता और वन मंत्री संजय राठोड़ की आवाज होने की बात कहते हुए उन पर तुरंत कार्रवाई की मांग की. इससे पहले नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने भी पूरी जांच करने की मांग की. फिलहाल पुणे पुलिस इस केस की जांच कर रही है।

राकेश टिकैत का ऐलान: दिल्ली में जल्द ही चालीस लाख ट्रेक्टरों की रैली निकालेंगे;केंद्र सरकार से कोई बातचीत नहीं की जाएगी attacknews.in

बीकानेर, 23 फरवरी । किसान नेता राकेश टिकैत ने मंगलवार को राजस्थान में चूरू जिले के सरदारशहर में आज ऐलान किया कि जल्द ही दिल्ली में 40 लाख ट्रेक्टरों की रैली निकाली जाएगी।

सरदारशहर कृषि कानून के खिलाफ किसान महापंचायत में श्री टिकैत ने कहा कि यह किसानों की आजादी की लड़ाई है। देश की आजादी की लड़ाई 90 साल चली थी। उन्होंने कहा कि जब तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं लिए जाएंगे तब तक कोई बात नहीं की जाएगी। साथ ही जब तक एमएसपी कानून नहीं बनेगा तब तक लड़ाई जारी रहेगी।

केन्द्र सरकार किसानों के सम्मान से नहीं खेले-टिकैत

किसान नेता राकेश टिकैत ने केन्द्र सरकार को दो टूक शब्दों में कहा कि वह किसानों के सम्मान से खेलने से बाज आए।

सीकर में किसान महापंचायत में भाग लेने आये श्री टिकैत ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि यह आंदोलन गैर राजनीतिक हैं तथा गरीब किसानों की रोजीरोटी से जुड़ा हुआ हैं।

उन्होंने कहा कि यह आंदोलन लम्बा चलने वाला है। उन्होंने कहा कि किसानों का संयुक्त मोर्चा मोर्चा द्वारा आयोजित यह किसान आंदोलन केन्द्र सरकार द्वारा किसानो के लिए लाये गये तीनों कानून वापस नहीं लिये जाने तक जारी रहेगा।

नोटों की खेती करने वालों के लिये बने किसान विरोधी कानून: प्रियंका

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर अहंकार पालने का आरोप लगाते हुये कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि केन्द्र सरकार ने अपने विवेक से तीन नये कृषि कानून बनाये जो नोटों की खेती करने वाले खरबपतियों, उद्योगपतियों को जमाखोरी की पूरी तरह से छूट देता है।

बांके बिहारी मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद श्रीमती वाड्रा ने मंगलवार को मथुरा में किसान पंचायत को संबोधित करते हुये कहा कि भाजपा सरकार ने अन्नदाता के लिए अहंकार पाल लिया है। देश के लाखों किसानों जिन्होंने इस देश की जमीन को सींचा, देश की सीमा पर अपने बेटों को आपकी हमारी सुरक्षा के लिए शहीद होने भेजा। आज वह किसान सड़क पर बैठा है। 90 दिनों से राजधानी के बॉर्डर पर अपने अधिकारों की लड़ाई वह किसान लड़ रहा है। 215 किसान शहीद हुए। सरकार ने बिजली काटी, पानी बंद किया, मारपीट कराई,उन्हें प्रताड़ित किया, लेकिन उनकी बात नहीं सुनी।

सभी किसान एकजुट रहेंगे तो आपका कोई कुछ नहीं बिगाड़ पायेगा: अजित सिंह

राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह ने किसानों का आह्वान करते हुए कहा कि आप लोग एकजुट रहेंगे तो कोई भी आपका कुछ नहीं बिगाड़ पायेगा।

श्री सिहं आज मुजफ्फरनगर में शाहपुर क्षेत्र के सौरम गांव में आयोजित किसान पंचायत को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गत दिवस भाजपा के केंद्रीय राज्यमंत्री की मौजूदगी में सत्ता पक्ष के लोगों ने किसानों के साथ जो मारपीट की है वह निंदनीय है। इसके लिए दोषियेां के विरूद्ध पुलिस रिपोर्ट होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि यदि कोई सत्ता पक्ष का राजनेता गांव में आता है तो किसानों को पूरा हक है, कि वो उससे अपनी फसल के दाम के संबंध में बातचीत करे। यदि वह जवाब नहीं देता है तो ऐसे नेताओं को किसानों से संवाद करने का कोई हक नहीं है। मंत्री द्वारा जवाब न देकर आक्रोशित होना यह दर्शाता है कि ऐसे नेता राजनीति करने के लायक नहीं है ।

किसान पंचायतों की अनसुनी भाजपा को पड़ेगी भारी: जयंत

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर किसान आंदोलन को बदनाम करने का आरोप लगाते हुये राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि पूरे देश में हो रही किसान पंचायतें केन्द्र सरकार को संदेश दे रहीं हैं, जिसको अनसुना करना उसके लिए ठीक नही रहेगा।

श्री चौधरी ने मंगलवार को रूधौली में किसान पंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि 1907 में शुरू हुआ ‘पगड़ी सम्भाल जट्टा’ आंदोलन भी अंग्रेजो द्वारा लाए गए तीन क़ानूनों के विरूद्ध ही था जैसा आज आंदोलन लड़ा जा रहा हैं और वह क़ानून भी किसानों से उनके ज़मीन पर अधिकार को ख़त्म करने और 25 प्रतिशत टैक्स लगाने के विरोध में था। उन क़ानूनों को नो महीने लम्बे चले आंदोलन के बाद अंग्रेज़ी हुकूमत को वापिस लेना पड़ा,ठीक ऐसे ही ये सरकार भी झुकेगी।

कोरोना रोकथाम के लिए मध्यप्रदेश शासन के आदेश से ही लगा सकेंगे सभी जिलों के कलेक्टर नाईट कर्फ्यू: महाराष्ट्र की सीमा से सटे 12 जिलों में विशेष सावधानी बरतने दिए निर्देश attacknews.in

भोपाल, 23 फरवरी । मध्यप्रदेश के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ राजेश राजौरा ने बताया है कि कोविड महामारी की रोकथाम के क्रम में कलेक्टरों द्वारा जिलों में नाईट कर्फ्यू लगाया जा सकेगा। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि किसी भी जिले द्वारा नाईट कर्फ्यू लगाने के पूर्व उसे मध्यप्रदेश शासन से अनिवार्य रूप से अनुमति लेना होगी।

आधिकारिक जानकारी में डॉ राजौरा ने बताया कि मध्यप्रदेश के सीमावर्ती प्रदेश महाराष्ट्र में कोरोना के प्रकरणों अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। मध्यप्रदेश में कोरोना महामारी की रोकथाम के लिये विभिन्न स्तरों पर विभिन्न स्तरों पर मॉनीटरिंग की जा रही है साथ ही आवश्कतानुसार निर्णय भी लिये जा रहे हैं।

बालाघाट में रात्रि कर्फ्यू नहीं, गृह विभाग की अनुमति के बाद ही लगाया जा सकता है ‘नाइट कर्फ्यू’

गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ राजेश राजौरा ने आज कहा कि कोविड महामारी की रोकथाम के लिए किसी भी जिले में ‘नाइट कर्फ्यू’ राज्य के गृह विभाग की अनुमति के बाद ही लगाया जा सकता है। इसके साथ ही बालाघाट जिले में आज से रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू नहीं हुआ है।

डॉ राजौरा ने बालाघाट जिला कलेक्टर दीपक आर्य की ओर से रात्रिकालीन कर्फ्यू लगाए जाने संबंधी दिन में जारी किए गए आदेश के बाद सभी जिलों के प्रशासन को स्थिति साफ की है। उन्होंने कहा कि किसी भी जिले में रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू करने के लिए राज्य के गृह विभाग की पूर्व अनुमति आवश्यक है।

नरोत्तम ने महाराष्ट्र की सीमा से सटे 12 जिलों में विशेष सावधानी बरतने दिए निर्देश

महाराष्ट्र में कोरोना के नए मामले में तेजी से हो रही बढ़ोतरी के बीच आज मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने महाराष्ट्र की सीमा से लगे प्रदेश के 12 जिलों में विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं।

श्री मिश्रा ने अपने ट्वीट के जरिए कहा ‘महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसीलिए सीमा से सटे मप्र के 12 जिलों में विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। सभी जिलों में कोरोना गाइडलाइन का गंभीरता से पालन करने को कहा गया है।

इंदौर जिले में बढ़ते कोरोना के प्रभाव के मद्देनजर स्वास्थ महकमा तैयार

कोरोना संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में पिछले चार दिनों में छह सौ से ज्यादा मामले सामने आने के बाद जिले का स्वास्थ्य महकमा अग्रिम तैयारियों में जुट गया है।

महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता संजय दीक्षित ने बढ़ते मामलों पर चिंता जाहिर करते हुए यूनीवार्ता से कहा कि शासन-प्रशासन के साथ नागरिकों के सहयोग से ही हम इससे पहले कोरोना को नियंत्रित करने में सफल रहे थे। उन्होंने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि मास्क, सेनिटाइजर और सामाजिक दूरी जैसे आवश्यक नियमों का पालन करना जरूरी है।

महाराष्ट्र से शिवपुरी आने वाले व्यक्तियों की होगी जांच

शिवपुरी, 23 फरवरी (वार्ता) महाराष्ट्र से मध्यप्रदेश के शिवपुरी आने वाले सभी प्रकार के वाहनों में सवार व्यक्तियों की कोरोना संबंधी जांच की जाएगी।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र में बढ़ते हुए कोरोना मामलों के परिपेक्ष में शिवपुरी की क्राइसिस मैनेजमेंट समूह की बैठक में आज शाम यह निर्णय लिया गया। इसके साथ ही सभी लोगों को हाथ धोने तथा मास्क आवश्यक रूप से मास्क का उपयोग किया जाना सुनिश्चित किया जाएगा।

कोराना के नए स्ट्रेन के कारण सालबर्डी मेला स्थगित

बैतूल जिले के महाराष्ट्र सीमा पर स्थित सालबर्डी में शिवरात्रि पर लगने वाला विशाल मेला कोराना के नए स्ट्रेन के संक्रमण के खतरों को देखते हुए स्थगित कर दिया गया है।

आधिकारिक जानकारी अनुसार कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस की अध्यक्षता में आज हुई क्राइसिस मैनेजमेंट समूह की हुई बैठक में निर्णय लिया कि भीड़-भाड़ को नियंत्रित करने के मद्देनजर महाशिवरात्रि सहित अन्य त्यौहार के दौरान होने वाले भंडारें के आयोजन की अनुमति नही होगी। बैठक में निर्णय लिया कि महाराष्ट्र से जिले में आने वाले चिकित्सक अनाधिकृत रूप से दवाखाना (क्लीनिक) संचालित नही कर पाएंगे।

मध्यप्रदेश में कोरोना के 248 नए मामले, एक की मौत

मध्यप्रदेश में कोरोना के 248 नए मामले सामने आए। इनमें सबसे अधिक नए मामले इंदौर में मिले, जहां 102 लोगों की रिपोर्ट पॉजीटिव पायी गयी। इसके साथ ही आज एक नए मरीज की मृत्यु हो जाने के बाद प्रदेश में अब तक 3855 लोग इस बीमारी से जान गवां चुके हैं।

राज्य स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा आज यहां जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले चौबीस घंटों के दौरान 14,385 सेंपल जांच गए, जिसमें कोरोना के 248 नए मामले सामने आए। इनमें सबसे अधिक मामले इंदौर में मिले, जहां 102 लोग पॉजीटिव पाए गए। इसके अलावा राजधानी भोपाल में 40 मरीज मिले हैं। इसी के साथ संक्रमण दर 1़ 7 प्रतिशत रही, जो कल के मुकाबले कम है। प्रदेश में अब तक 2,59,969 लोग संक्रमित हो चुके हैं।

स्वस्थ भारत के लिए चौतरफा रणनीति पर काम कर रही है सरकार:नरेन्द्र मोदी ने याद दिलाया कि कुछ महीनों में ही देश ने 2500 प्रयोगशालाओं का नेटवर्क स्थापित किया और कुछ दर्जनभर जांचों की तुलना में जांच कार्य 21 करोड़ पहुंचा attacknews.in

नयी दिल्ली 23 फरवरी । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि सरकार स्वस्थ भारत बनाने की दिशा में चौतरफा रणनीति पर काम कर रही है।

श्री मोदी ने मंगलवार को स्वास्थ्य क्षेत्र में बजट प्रावधानों को प्रभावी तरीके से लागू करने के बारे में आयोजित वेबिनार को वीडियो कांफ्रेन्स के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि इस वर्ष के बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र का आवंटन अप्रत्याशित है और इससे प्रत्येक नागिरक को बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने का सरकार का संकल्प दिखता है।

उन्होंने कहा कि पिछला वर्ष महामारी के कारण काफी कठिन और चुनौतीपूर्ण था। इस चुनौती पर काबू पाने और अनेक लोगों की जान बचाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्होंने इसका श्रेय सरकार तथा निजी क्षेत्र के संयुक्त प्रयासों को दिया।

देश को स्वस्थ बनाने से संबंधित चौतरफ रणनीति का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि पहली रणनीति बीमारी रोकथाम और आरोग्य संवर्धन है। स्वच्छ भारत अभियान, योग, गर्भवती महिलाओँ और बच्चों की समय से देखभाल और इलाज जैसे कदम इसके हिस्से हैं। दूसरी रणनीति गरीब से गरीब को सस्ता और कारगर इलाज प्रदान करना है। आयुष्मान भारत तथा प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र जैसी योजनाएं इस दिशा में काम कर रही हैं। तीसरी रणनीति स्वास्थ्य संरचना तथा स्वास्थ्य सेवा पेशेवर लोगों की गुणवत्ता और संख्या बढ़ानी है। पिछले छह वर्षों में एम्स जैसे संस्थानों का विस्तार तथा पूरे देश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़ाने की दिशा में प्रयास है।

उन्होंने कहा कि चौथी रणनीति बाधाओं को पार करने के लिए मिशन मोड में काम करना है। मिशन इंद्र धनुष का विस्तार जनजातीय तथा देश के दूरदराज के क्षेत्रों तक किया गया है।

उन्होंने कहा कि देश ने तपेदिक उन्मूलन के 2030 लक्ष्य को पांच वर्ष घटाकर 2025 कर दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना वारयस की रोकथाम में अपनाए गए प्रोटोकॉल टीबी रोकथाम में भी बनाए जा सकते हैं क्योंकि बीमारी संक्रमित व्यक्ति के ड्रॉपलेट से फैलती है।

उन्होंने कहा कि मास्क पहनना और रोग की जल्द से जल्द जांच और इलाज टीबी की रोकथाम के लिए महत्वपूर्ण है।

श्री मोदी ने याद दिलाया कि कुछ महीनों के अंदर ही देश ने 2500 प्रयोगशालाओं का नेटवर्क स्थापित किया और इस तरह कुछ दर्जनभर जांचों की तुलना में जांच कार्य 21 करोड़ पहुंच गया है।

उन्होंने कहा , “ कोरोना महामारी ने हमें यह सबक दी कि हमें न केवल महामारी से लड़ना है बल्कि भविष्य में ऐसी स्थिति से निपटने के लिए तैयार भी रहना है।इसलिए स्वास्थ्य सेवा से संबंधित प्रत्येक क्षेत्र को मजबूत बनाना समान रूप से आवश्यक है।”

उन्होंने कहा कि हमें मेडिकल उपकरण से लेकर दवाइओं, वेंटिलेटर से लेकर वैक्सीन, वैज्ञानिक अनुसंधान से लेकर निगरानी संरचना, डॉक्टरों से लेकर महामारी विज्ञानियों सब पर फोकस करना होगा ताकि भविष्य मेंदेश किसी स्वास्थ्य आपदा से निपटने में बेहतर रूप से तैयार हो। प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ्य भारत योजना के पीछे यह प्रेरणा है। इस योजना के अंतर्गत यह निर्णय लिया गया है कि देश में ही अनुसंधान से लेकर जांच और इलाज तक एक आधुनिक ईकोसिस्टम विकसित किया जाएगा।यह योजना प्रत्येक क्षेत्र में हमारी क्षमताओं को बढ़ाएगी।

युवा इंजीनियर भविष्य की चुनौतियों के स्वदेशी समाधान तैयार करें : मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज आह्वान किया कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों को स्वदेशी तकनीक एवं विज्ञान के शोध केन्द्रों के रूप में विकसित किया जाना चाहिए जहां हमारे विद्यार्थी बदलते वक्त के अनुरूप भविष्य की चुनौतियों के लिए आज ही समाधान तैयार कर सकें।

श्री मोदी ने यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खड्गपुर के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए यह आह्वान किया। इस मौके पर केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे, आईआईटी खड़गपुर के अध्यक्ष संजीव गोयनका एवं निदेशक वी. के तिवारी उपस्थित थे।

श्री मोदी ने कहा, “इस संस्थान से देश को 21वीं सदी के आत्मनिर्भर भारत में बन रहे नए इकोसिस्टम के लिए नये नेतृत्व की भी उम्मीद है। नया इकोसिस्टम, हमारे स्टार्टअप्स की दुनिया में, नया इकोसिस्टम, हमारे इनोवेशन शोध की दुनिया में, नया इकोसिस्टम, हमारे कॉरपोरेट जगत में, और नया इकोसिस्टम, देश की प्रशासनिक व्यवस्था में, इस कैंपस से निकलकर आपको सिर्फ अपना नया जीवन ही स्टार्ट नहीं करना है, बल्कि आपको देश के करोड़ों लोगों के जीवन में बदलाव लाने वाले स्वयं में एक स्टार्ट अप भी बनना हैं।”

उन्होंने कहा, “इसलिए ये जो डिग्री और मेडल आपके हाथ में है, वो एक तरह से करोड़ों आशाओं का आकांक्षा पत्र है, जिन्हें आपको पूरा करना है। आप वर्तमान पर नजर रखते हुए भविष्य की भी कल्पना करें। हमारी आज की ज़रूरतें क्या हैं और 10 साल बाद क्या ज़रूरतें होने वाली हैं, उनके लिए आज काम करेंगे तो, कल के नवान्वेषण भारत आज करेगा।”

प्रधानमंत्री ने छात्रों का आह्वान करते हुए कहा कि उनमें विषयों को ज्यादा विस्तार से देखने की, एक नए विज़न की एक अद्भुत क्षमता होती है। इसलिए आज हमारे आसपास सूचना का जो भंडार है उसमें से समस्याओं और उनके पैटर्न को वे बहुत बारीकी से देख पाते हैं। समस्याओं के पैटर्न की समझ हमें उनके दीर्घकालिक समाधान की तरफ ले जाती है। ये समझ भविष्य में नई खोज, नए आविष्कार का एक आधार बनती है। यह सोचिए, आप कितने जीवन में बदलाव ला सकते हैं, कितने जीवन बचा सकते हैं, देश के संसाधनों को बचा सकते हैं, अगर आप पैटर्न को समझें और उसे समझ कर समाधान निकालें। इससे संभव है कि भविष्य में यही समाधान आपको कारोबारी सफलता भी दें।

उन्होंने कहा कि जीवन के जिस मार्ग पर अब आप आगे बढ़ रहे हैं, उसमें निश्चित तौर पर आपके सामने कई सवाल भी आएंगे। ये रास्ता सही है, या गलत है, नुकसान तो नहीं हो जाएगा, समय बर्बाद तो नहीं हो जाएगा। ऐसे बहुत से सवाल आपके दिल दिमाग को जकड़ लेंगे। ऐसी दशा में अपने सामर्थ्य को पहचानकर पूरे आत्मविश्वास और निःस्वार्थ भाव से आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि विज्ञान ने सैकड़ों साल पहले की इन समस्याओं को आज काफी सरल कर दिया है। लेकिन ज्ञान विज्ञान के प्रयोग में धीरज बहुत जरूरी है। आप सभी, ज्ञान, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवान्वेषण के जिस मार्ग पर चले हैं, वहां जल्दबाज़ी के लिए कोई स्थान नहीं है। आप जिस प्रयोग पर काम कर रहे हैं, संभव है उसमें आपको पूरी सफलता ना भी मिले। लेकिन उस असफलता को भी सफलता ही माना जाएगा क्योंकि आप उससे भी कुछ सीखेंगे। आपको याद रखना है कि हर वैज्ञानिक और तकनीकी असफलता से एक नया रास्ता निकलता है। ये विफलता ही सफलता का रास्ता बना सकती है।

उन्होंने कहा कि 21वीं सदी के भारत की स्थिति के साथ साथ ज़रूरतें और आकांक्षाएं भी बदल गई हैं। अब आईआईटी को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान से आगे, स्वदेशी प्रौद्योगिकी संस्थान के अगले स्तर पर ले जाने की जरूरत है। हमारी आईआईटी जितना ज्यादा भारत की चुनौतियों को दूर करने के लिए शोध करेंगी, भारत के लिए समाधान तैयार करेंगी, उतना ही वो वैश्विक आकांक्षाओं का भी माध्यम बनेंगी। हमारी इतनी बडी जनसंख्या के बीच जो प्रयोग सफल होकर निकलेगा, वो दुनिया में कहीं पर भी असफल नहीं होगा।

श्री मोदी ने विद्यार्थियों से सस्ती, अफोर्डेबल, इनवायर्नमेंट फ्रेंडली टेक्नोलॉजी, क्लीन कुकिंग के लिए सोलर के आधार पर घर में चूल्हा जलाने और सोलर के आधार पर ही घर के लिए आवश्यक एनर्जी स्टोरेज की बैटरी की व्यवस्था, डिजास्टर प्रूफ छोटे-बड़े घरों का निर्माण, हेल्थ टेक के फ्यूचरिस्टिक सोल्यूशंस, सस्ते एवं सटीक जानकारी देने वाले पर्सनल हेल्थकेयर उपकरणों के निर्माण की दिशा में योगदान देने का आग्रह किया और कहा, “आप सभी से सिर्फ आपके माता पिता और आपके शिक्षकों की ही उम्मीदें नहीं जुड़ीं हैं बल्कि 130 करोड़ भारतवासियों की आकांक्षाओं के भी आप प्रतिनिधि हैं। देश की आकांक्षाएं ही आज का आपका प्रमाणपत्र है। ये प्रमाणपत्र दीवार पर टिकाने के लिए या कैरियर के लिए सिर्फ भेजने के लिए नहीं है। ये जो आपको आज सर्टिफिकेट मिल रहा है। वो 130 करोड़ देश की आकांक्षाओं का एक प्रकार का मांग पत्र है, विश्वास पत्र है, आश्वासन पत्र है।…. बीते सालों में जो 75 बड़े इनोवेशन, बड़े समाधान आईआईटी खड़गपुर से निकले हैं, उनका संकलन करें। उनको देश और दुनिया तक पहुंचाएं। अतीत की इन प्रेरणाओं से आने वाले वर्षों के लिए, देश को नया प्रोत्साहन मिलेगा, नौजवानों को नया आत्मविश्वास मिलेगा।”

कर्नाटक में भाजपा नेताओं की पत्थर खदान में विस्फोट से 6 लोगों के चिथड़े उड़े:खनन अधिकारी द्वारा वैन से जिलेटिन छड़ों के परिवहन की कोशिश में हुआ विस्फोट attacknews.in

चिकबलपुर (कर्नाटक), 23 फरवरी । पत्थर की एक खदान में जिलेटिन की छड़ों को हटाते समय मंगलवार तड़के हुए विस्फोट में छह लोगों की मौत हो गई।

मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के गृह निवास शिवमोगा में 22 जनवरी को भी एक ऐसे ही हादसे में छह लोगों की ही मौत हो गई थी।

कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री एवं चिकबलपुर से विधायक के. सुधाकर घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि शव बेहद बुरी हालत में थे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी घटना पर दुख जताया है।

उन्होंने कहा, ‘‘ कर्नाटक के चिकबलपुर में लोगों के हताहत होने की खबर से दुखी हूं। मैं मृतकों के परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’

मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने भी हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं और अधिकारियों को दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश भी दिया गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘ घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’’

पुलिस के अनुसार, घटना पेरसेंड्रा के पास हिरणागवल्ली में हुई।

स्थानीय लोगों द्वारा जिलेटिन की छड़ों के अधिक इस्तेमाल की शिकायत किए जाने के बाद पुलिस ने सात फरवरी को यहां उत्खनन रोक दिया था, लेकिन यहां अवैध रूप से काम जारी था। कुछ दिन पहले यहां छापा भी मारा गया था और ठेकेदार को जिलेटिन का इस्तेमाल ना करने को लेकर चेतावनी दी गई थी।

उन्होंने बताया कि मंगलवार सुबह यह हादसा उस समय हुआ, जब ये लोग जिलेटिन की छड़ें हटाने की कोशिश कर रहे थे।

घटना में घायल हुए एक वाहन के चालक ने पुलिस से कहा, ‘‘ उन्होंने (मारे गए लोगों ने) एक थैला पकड़ रखा था और उन्होंने मुझसे उन्हें वाहन से जंगल तक ले जाने को कहा था। वे एक सुनसान जगह पर गए और फिर अचानक एक विस्फोट हुआ।’’

चालक के पैरों और हाथ में गंभीर चोटें आई हैं।

पुलिस ने बताया कि खनन अधिकारी जब खदान से एक वैन के जरिये जिलेटिन के परिवहन की कोशिश कर रहे थे, तभी रासायनिक प्रतिक्रियाओं के कारण इनमें विस्फोट हो गया। विस्फोट में पांच लोगाें की मौत हो गयी लेकिन वैन का ड्राइवर बच गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। धमाका इतना जबरदस्त था कि शव घटनास्थल से 1000 मीटर दूर तक बिखरे हुए पाये गये।

मृतकों की पहचान इंजीनियर उमाकांत, कंप्यूटर ऑपरेटर गंगाधर, चौकीदार महेश, एकाउंटेंट रामू और एक अन्य व्यक्ति के रूप में की गयी ।

घायल को चिकबल्लापुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पेरेसांद्रा पुलिस ने इस सिलसिले में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

खदान का स्वामित्व गुडुबांडे के भारतीय जनता पार्टी के नेता नागराज रेड्डी, आंध्र प्रदेश के राघवेंद्र रेड्डी और शिवा रेड्डी के पास है।

गौरतलब है कि करीब एक माह पहले शिमोगा जिले में हुए इसी तरह के विस्फोट में सात लोगों की मौत हो गयी थी।

कर्नाटक के खनन और भूविज्ञान मंत्री मुरुगेश आर निरानी ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि सरकार अवैध खनन गतिविधियों, परिवहन और खनन के लिए उपयोग किए जाने वाले विस्फोटकों के भंडारण के खिलाफ कड़े कदम उठा रही हैं।

निरानी ने कहा, ‘‘ शिवमोगा में हुए हादसे के जख्म अभी भरे ही नहीं थे कि चिकबलपुर में यह दुर्भाग्यपूर्ण विस्फोट हो गया।’’

उन्होंने कहा कि जहां खनन किया जाता है, उन इलाकों में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी। विस्फोट के कारण का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच की जाएगी और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को सजा दी जाएगी।

निरानी ने कहा कि मृतकों के परिवार और घायलों को सरकार सभी आवश्यक मदद मुहैया कराएगी।

उन्होंने घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हुए कहा कि वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं और स्थिति का आकलन कर रहे हैं।

इस बीच, कांग्रेस ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि भाजपा नेता इस अवैध गतिविधि में उसी तरह शामिल हैं, जिस तरह वे शिवमोगा में शामिल थे।

पार्टी ने ट्वीट किया, ‘‘ शिवमोगा विस्फोट के बाद नींद से उठने की बजाए, अवैध उत्खनन तथा विस्फोटकों के इस्तेमाल को खत्म करने के बजाए सरकार ऐसी गतिविधियों के समर्थन में खड़ी है, जिसके कारण जिलेटिन की वजह से एक और विस्फोट हुआ।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ शिवमोगा की तरह, यहां भी भाजपा शामिल थी। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के. सुधाकर सीधी तौर पर इसके लिए जिम्मेदार हैं ।