सचिन वाजे की गिरफ्तारी के बाद NIA ने मुकेश अंबानी के निवास के नजदीक जिलेटिन लदी कार मिलने के पहले इसके पीछे चल रही “पुलिस”लिखा हुआ “इनोवा” कार जब्त की attacknews.in

मुंबई, 14 मार्च । उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटक से भरी कार मिलने के मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय अभिकरण एजेंसी (एनआईए) ने रविवार को एक सफेद इनोवा कार जब्त की।

पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है।

हालांकि यह अभी स्पष्ट नहीं है कि यह वही इनोवा कार है जो विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो एसयूवी का पीछा कर रही थी। विस्फोटक से भरी वह स्कॉर्पियों एसयूवी 25 फरवरी को दक्षिण मुंबई स्थित मुकेश अंबानी के घर के नजदीक खड़ी की गई थी।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इनोवा पर ताड़देव आरटीओ का पंजीकरण नंबर ‘एमएच 01 जेड ए 403’ है और गाड़ी के पिछली विंडशील्ड पर ‘पुलिस’ लिखा है। इसे एक वैन की मदद से पेडर रोड स्थित एनआईए के दफ्तर लाया गया है। इससे कुछ घंटों पहले ही मामले में केंद्रीय एजेंसी ने मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे को गिरफ्तार किया है।

एनआईए ने मुकेश अंबानी के घर के पास से विस्फोटक से लदी स्कॉर्पियो मिलने के मामले में 12 घंटे की पूछताछ के बाद शनिवार देर रात वाजे को गिरफ्तार किया।

स्कॉर्पियो अंबानी के घर के पास कारमाइकल रोड पर 25 फरवरी को खड़ी मिली थी। इस वाहन में जिलेटिन की कुछ छड़ें और एक धमकी भरा पत्र मिला था।

वाजे ‘मुठभेड़ विशेषज्ञ’ हैं। वह ठाणे के कारोबारी मनसुख हिरन की हत्या के मामले में आरोपों का सामना कर रहे हैं। उक्त स्कॉर्पियो हिरन के पास थी। हिरन पांच मार्च को ठाणे जिले में मृत पाए गए थे।

महाराष्ट्र आतंकवाद-निरोधक दस्ता (एटीएस) हिरन हत्या मामले की जांच कर रहा है। हिरन का शव मिलने के कुछ दिन बाद एटीएस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

हिरन की पत्नी ने पति की रहस्मय परिस्थितियों में मौत के मामले में वाजे के शामिल होने का आरोप लगाया है।

ममता बनर्जी ने नन्दीग्राम से चुनाव लड़ने का बताया कारण;शहीदों’ के सम्मान में नंदीग्राम में बंगाल विरोधी ताकतों से लड़ने का फैसला किया:लोकतांत्रिक; अधिकारों की रक्षा से कोई नहीं रोक सकता है attacknews.in

कोलकाता 14 मार्च ।पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने रविवार को कहा कि उन्हें लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा करने से कोई भी चीज नहीं रोक सकती।

सुश्री बनर्जी ने दक्षिण कोलकाता के हाजरा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुये कहा, “मुझे चोट लगी है और मैं अस्वस्थ हूं लेकिन मेरा लक्ष्य बरकरार है। मेरा शरीर चोटों से भरा है।”

उन्होंने कहा, “मैं इस व्हीलचेयर पर बैठकर पूरा बंगाल घूमती रहूंगी। अगर में बेड रेस्ट पर चली जाती हूं तो बंगाल के लोगों तक कौन पहुंचेगा।”

मुख्यमंत्री 10 मार्च केा नंदीग्राम में चुनाव अभियान के दौरान गिरकर घायल हो गई थीं और उनके बायें पैर पर प्लास्टर भी चढ़ाया गया था। उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है लेकिन उन्हें अभी भी व्हीलचेयर पर बैठकर चुनाव अभियान करना पड़ रहा है।

सुश्री बनर्जी ने कहा है कि लोकतंत्र के लिए दर्द उनके शरीर पर लगे चोट से बड़ा है। उन्होंने कहा, “मैं कभी झुकूंगी नहीं। याद रखें, एक घायल बाघ बेहद खतरनाक होता है।”

शहीदों’ के सम्मान में नंदीग्राम में बंगाल विरोधी ताकतों से लड़ने का फैसला किया: ममता बनर्जी

ममता बनर्जी ने नंदीग्राम में 2007 में पुलिस की गोलीबारी में मारे गए आंदोलनकारियों को रविवार को श्रद्धांजलि दी और कहा कि उन्होंने ‘शहीदों’ के सम्मान में इस निर्वाचन क्षेत्र में ‘बंगाल विरोधी’ ताकतों से लड़ने का फैसला किया है।

नंदीग्राम सीट पर अपने पूर्व सहयोगी और भाजपा प्रत्याशी शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ चुनाव लड़ रही बनर्जी ने कहा कि किसान पश्चिम बंगाल का गौरव हैं और प्रदेश सरकार उनके विकास के लिए अथक काम कर रही है।

बनर्जी ने ट्वीट किया, “2007 में आज के ही दिन बेगुनाह ग्रामीणों को नंदीग्राम में गोलीबारी कर मार दिया गया था। कई लोगों के शव मिल भी नहीं सके। यह राज्य के इतिहास का काला अध्याय था। जान गंवाने वालों को दिल से श्रद्धांजलि।”

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) 14 मार्च को ‘नंदीग्राम दिवस’ के तौर पर मनाती है। पार्टी 2007 में जमीन अधिग्रहण विरोधी आंदोलन के दौरान इस दिन पुलिस की गोलीबारी में मारे गए लोगों के सम्मान में यह दिवस मनाती है। इस घटना से देशभर में रोष व्याप्त हो गया था और कलकत्ता उच्च न्यायालय ने मामले का स्वत: संज्ञान लेकर सीबीआई जांच के आदेश दिए थे।

मुख्यमंत्री ने एक अन्य ट्वीट किया, “ नंदीग्राम में अपनी जान गंवाने वालों की याद में हम 14 मार्च को कृषक दिवस के तौर पर मनाते हैं और कृषक पुरस्कार देते हैं। किसान हमारा गौरव हैं और हमारी सरकार उनके सर्वांगीण विकास के लिए काम कर रही है।”

बनर्जी ने कहा कि नंदीग्राम में ‘शहीदों’ के परिवारों के साथ काम करना उनके लिए सम्मान की बात है।

उन्होंने कहा, “ मैं नंदीग्राम के अपने भाइयों और बहनों के प्रोत्साहन से इस ऐतिहासिक स्थल से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार के तौर पर बंगाल चुनाव 2021 लड़ रही हूं। यहां होना और बंगाल विरोधी ताकतों के खिलाफ शहीद परिवारों के सदस्यों के साथ काम करना मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है।”

बनर्जी 2007 में विपक्षी टीएमसी की नेता थी और उन्होंने नंदीग्राम तथा सिंगूर में औद्योगिकीकरण के लिए कृषियोग्य भूमि अधिग्रहण करने को लेकर वाम मोर्चा सरकार के खिलाफ आंदोलन की अगुवाई की थी।

उनकी पार्टी को इसका फायदा भी मिला था और 2008 में 50 प्रतिशत पंचायत सीटों पर उनकी पार्टी के उम्मीदवार जीते थे तथा 2009 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी को 19 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। इसके बाद 2011 के विधानसभा चुनाव में भी टीएमसी जीती थी और इस प्रकार राज्य में वाम मोर्चे के 34 साल लंबे शासन का अंत हो गया था।

राज्य की 294 सदस्यीय विधानसभा के लिए आठ चरणों में चुनाव होगा जो 27 मार्च से 29 अप्रैल तक चलेगा। नतीजों का ऐलान दो मई को होगा।

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए गृह विभाग ने जारी किए नए दिशानिर्देश:सभी जिला क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठकों में होगी समीक्षा,महाराष्ट्र के सीमावर्ती जिलों में थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य attacknews.in

भोपाल 14 मार्च ।राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम और बचाव के लिये नवीन दिशा-निर्देश जारी कर उनका कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं। अपर मुख्य सचिव, गृह, डॉ. राजेश राजौरा ने बताया है कि नवीन निर्देशों के पालन के लिये प्रदेश के समस्त कलेक्टर्स को अवगत करवाया गया है।

डॉ. राजौरा ने बताया है कि भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, बालाघाट, सिवनी, बैतूल, छिंदवाड़ा, खण्डवा, खरगौन, बड़वानी, बुरहानपुर, रतलाम एवं उज्जैन में पुलिस तथा नगर निगम के वाहनों से सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, रोको-टोको संबंधी जन-जागरण की सूचनाएँ सतत् रूप से प्रसारित करने के निर्देश दिये गये हैं।

उन्होंने बताया कि भोपाल और इंदौर जिलों तथा महाराष्ट्र राज्य के सीमावर्ती जिलों बालाघाट, सिवनी, बैतूल, छिंदवाड़ा, खण्डवा, खरगौन, बड़वानी और बुरहानपुर में बंद हॉल में जो भी कार्यक्रम आयोजित हो, उसमें समस्त प्रकार के कार्यक्रमों में क्षमता के 50 प्रतिशत और अधिकतम 200 व्यक्ति ही शामिल हो सकेंगे।

महाराष्ट्र के सीमावर्ती जिलों में थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य

डॉ. राजौरा ने बताया कि महाराष्ट्र राज्य के सीमावर्ती समस्त जिलों में आवागमन करने वाले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग को अनिवार्य किया गया है। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र राज्य के सीमावर्ती जिले छिंदवाड़ा, बालाघाट, सिवनी, खण्डवा, खरगौन, बड़वानी, बुरहानपुर और बैतूल में महाराष्ट्र से आने-जाने वाले मालवाहक ट्रकों तथा वाहनों के आवागमन को निर्बाध रखा जायेगा। महाराष्ट्र से आने वाले समस्त यात्रियों को 7 दिन के लिये आवश्यक रूप से क्वारेंटाइन करने की सलाह देने के भी निर्देश दिये गये हैं। इसके लिये नगरीय निकायों एवं ग्राम पंचायतों में व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने को कहा गया है।

व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को कड़ाई से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना होगा

कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये प्रदेश के समस्त जिलों में व्यावसायिक प्रतिष्ठानों एवं दुकानों के संचालनकर्ताओं से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये गये हैं। पालन नहीं करने वाले प्रतिष्ठानों पर जिला प्रशासन वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित करेगा। दुकान संचालकों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन रस्सी के माध्यम से या चूने के गोले बनाकर कराना होगा।

जिला क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठकों में होगी समीक्षा

डॉ. राजौरा ने बताया है कि जिलों को क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठकें आयोजित कर कोविड-19 की स्थिति एवं रोकथाम के उपायों की आवश्यक समीक्षा करने के निर्देश दिये गये हैं। जिला क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, रोको-टोको अभियान, कार्यक्रमों के आयोजन, उसमें अधिकतम व्यक्तियों की संख्या और क्वारेंटाइन पीरियड के संबंध में उपयुक्त निर्णय ले सकेंगे।

प्रदेश में वैक्सीन डोज की नहीं होगी कमी- शिवराज

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में वैक्सीन डोज की कमी नहीं होगी। प्रदेश में कोरोना संक्रमण में बढाेत्तरी को देखते हुए सरकार मास्क के उपयोग को लागू करते हुए जुर्माना लगाने पर भी विचार किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि पर चर्चा करते हुए लोगों से अपील की है कि फेस मास्क के उपयोग के प्रति बिल्कुल लापरवाही नहीं बरतें। सरकार जन जागरण और आवश्यक हुआ तो सख्ती के माध्यम से मास्क के उपयोग को लागू करते हुए जुर्माना लगाने पर भी विचार कर रही है।

श्री चौहान ने कहा कि इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में पॉजिटिव प्रकरण बढ़े हैं जो चिंता का विषय है। महाराष्ट्र की सीमा से लगे जिलों में भी संक्रमण बढ़ा है। महाराष्ट्र से आने जाने वालों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जा रहा है।

उन्हाेंने कहा कि जन सहयोग से कोरोना को पूरी तरह नियंत्रित करना है। पैनिक होने की नहीं लेकिन सावधानी बरतने की आवश्यकता है। प्रत्येक व्यक्ति सैनिटाइजर और साबुन से हाथ धोने के प्रति भी सजग रहे। सावधानी में ही पूरी सुरक्षा है। फेस मास्क ही संक्रमण से बचने की गारंटी है, इसलिए इसके उपयोग में ढील न बरतें। प्रदेश में पर्याप्त वेक्सीन उपलब्ध है। सभी को लगेगी। केंद्र सरकार से इस संबंध में आवश्यक आपूर्ति हो रही है।

इंदौर जिले में कोरोना के 263 नए मरीज, एक की मौत

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के कारण सबसे अधिक प्रभावित इंदौर जिले में 263 नए काेरोना मरीज मिले हैं और एक की मृत्यु हुयी है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार शनिवार को 3253 सैंपल की जांच में 263 व्यक्ति संक्रमित पाए गए। जबकि एक उपचाररत संक्रमित मरीज की मौत दर्ज की गई है। इसके अलावा 211 संक्रमितों को स्वस्थ करार दिए जाने के उपरांत उपचाररत मरीजों की संख्या (एक्टिव केस) 1629 हो गई है।

कोरोना के प्रकोप की शुरूआत से लेकर अब तक जिले में कुल 8,64,541 नागरिकों की जांच की जा चुकी है। इनमें 62,152 व्यक्ति संक्रमित पाए गए हैं। हालाकि उपचार के बाद 59,581 को स्वस्थ करार दिया गया है। उपचार के दौरान 942 संक्रमित दम तोड़ चुके हैं।

सूत्रों के अनुसार जिले में अब तक 1,47,285 लोगों को कोरोना वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है। मार्च माह में जिले में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।

बुहरानपुर में हॉट बाजार प्रतिबंधित

बुरहानपुर जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए संपूर्ण हॉट बाजार पूर्णत: प्रतिबंधित रखने का आदेश जारी किया गया है।

कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी प्रवीण सिंह ने जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत जनसामान्य के स्वास्थ्य एवं लोक शांति को बनाये रखने के उद्देश्य से बुरहानपुर जिले की राजस्व सीमा क्षेत्र में संपूर्ण हॉट बाजार पूर्णत: प्रतिबंधित रखने का आदेश जारी किया है।

यह आदेश 13 मार्च को रात 12 बजे लागू हो गया है और आगामी आदेश तक प्रभावशील होगा। आदेशों का उल्लघंन करने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कानूनी कार्यवाही करने के साथ आईपीसी की धाराओं तहत भी कार्यवाही की जाएंगी।

मध्यप्रदेश की कैबिनेट मंत्री मीना सिंह के भाई रज्जन ने “गर्ल्स होस्टल” में घुसकर अधीक्षका को पकड़कर छेड़छाड़ कर बीच सडक पर कपड़े उतारने की धमकी दी,पुलिस ने किया गिरफ्तार attacknews.in

उमरिया/भोपाल 14 मार्च । उमरिया जिले के नौरोजाबाद पुलिस थाना के बेलसरा गांव के कन्या छात्रावास की अधीक्षिका ने मंत्री के भाई पर छेड़खानी का आरोप लगाया है, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।

मध्यप्रदेश की आदिम जाति कल्याण व जनजातीय कार्य विभाग की मंत्री मीना सिंह के भाई राजेंद्र सिंह उर्फ रज्जन सिंह पर महिला से छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया है।

उमरिया जिले के नौरोजाबाद पुलिस थाना के बेलसरा गांव के कन्या छात्रावास की अधीक्षिका ने मंत्री के भाई पर छेड़खानी का आरोप लगाया है, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।

बताया जा रहा है कि आरोपी राजेंद्र सिंह उर्फ रज्जन ने छात्रावास का गेट खोलकर जबरन अंदर घुसकर फरियादी छात्रावास अधीक्षक के साथ अभद्रता करते हुए धमकी दी। बुरी नीयत से हाथ पकड़कर चौराहे पर निर्वस्त्र करने की धमकी भी दी थी।

उमरिया एसपी द्वारा आरोपी की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल टीम गठित की गई, जिसके बाद आरोपी रज्जन सिंह को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।

इसके साथ ही जिले में राजनीति भी शुरू हो गई है। युवा कांग्रेस ने इस मामले को लेकर शनिवार को धरना-प्रदर्शन किया और ज्ञापन भी सौंपा।

जिले के बेलसरा छात्रावास में महिला अधिकारियों के साथ की गई छेड़खानी, अभद्रता और मारपीट के विरोध में युवा कांग्रेस ने गांधी चौक में धरना-प्रदर्शन कर महामहिम राज्य के नाम का ज्ञापन थाना प्रभारी राकेश उईके को सौंपा।

ज्ञापन में कहा गया है कि इस मामले को दबाने का प्रयास किया गया।

महिला मंत्री के भाई द्वारा अधीक्षिका के उत्पीड़न का मामला गर्माया, मंत्री से मांगा त्यागपत्र:

इधर मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में राज्य की आदिम जाति कल्याण मंत्री मीना सिंह के भाई द्वारा एक छात्रावास अधीक्षिका के साथ छेड़छाड़ और उत्पीड़न की घटना की मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने निंदा करते हुए आज कहा कि आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होना चाहिए।

प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने यहां जारी एक बयान में कहा कि यह घटना साबित करती है कि राज्य में व्याभिचारियों ने सिर उठाना प्रारंभ कर दिया है। उन्होंने कहा कि मंत्री मीना सिंह के भाई ने महिला अधीक्षक को उत्पीड़ित किया और सड़क पर निर्वस्त्र करने की धमकी तक दे डाली। यह घटना राज्य में ‘कुरुराज’ का स्मरण कराती है।

श्रीनगर में सक्रिय नौ आतंकवादियों की सूची जारी;वसीम कादिर मीर, शाहिद खुर्शीद, इरफान अहमद सोफी, बिलाल अहमद भट, शाकिब मंसूर डार, अबीरार नदीम भट, मुहम्मद यूसूफ डार उर्फ इस्स कांट्रू, मुहम्मद अब्बास शेख और उबैद शाफी डार की सूचना देने वाले को मिलेगा इनाम attacknews.in

श्रीनगर 14 मार्च । जम्मू कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर और उसके आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय नौ आतंकवादियों की सूची जारी की और इन सभी आतंकवादियाें की सूचना देने वाले को उचित ईनाम देने की घोषणा की है।

कश्मीर क्षेत्र पुलिस ने आधिकारिक ट्विटर पर आतंकवादियों की फोटो के साथ और अन्य विवरण जारी किया है। आतंकवादियाें के नाम वसीम कादिर मीर, शाहिद खुर्शीद, इरफान अहमद सोफी, बिलाल अहमद भट, शाकिब मंसूर डार, अबीरार नदीम भट, मुहम्मद यूसूफ डार उर्फ इस्स कांट्रू, मुहम्मद अब्बास शेख और उबैद शाफी डार हैं।

इनमें से सात श्रीनगर से है जो अधिकतर नए शहर के रहने वाले है जबकि एक बारामूला और अन्य कुलगाम से हैं। इनमें से एक आतंकवादी ने 2021 में और छह ने 2020 में आतंकवाद गतिविधियों में शामिल हुए। जबकि तीन अन्य कई वर्षों से आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय हैं।

पुलिस ने इन आतंकवादियों की जानकारी देने के लिए कई मोबाइल फोन और लैंडलाइन नंबर भी साझा किए हैं। उन्हाेंने इन आतंकवादियों की सूचना देने वालों को ईनाम देने का वादा किया है।

कश्मीर पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) विजय कुमार ने सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि आतंकवादी नाका पर हमले से लेकर आईईडी विस्फोट करने के अपने तौर-तरीके बदल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल अपने मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) को फिर से शरू कर रहे हैं क्योंकि ऐसी संभावना जताई जा रही है कि घाटी में ‘स्टीकी बमों’ की तस्करी की गई है।

श्री कुमार ने कहा सुरक्षा बल आतंकवादियों की योजनाओं को विफल करने के लिए श्रीनगर शहर में तलाशी अभियान चला रहा है।

रीवा में राकेश टिकैत ने ज्योतिरादित्य की ओर इशारा करते हुए कहा कि,विपक्ष के कुछ नेता भाग गये, दूसरी पार्टी में जा मिले और केन्द्र की पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत संप्रग सरकार की तारीफ की attacknews.in

रीवा(मध्यप्रदेश)14 मार्च ।रीवा (मध्य प्रदेश), 14 मार्च (भाषा) भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश सिंह टिकैत ने रविवार को भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार को कोई राजनीतिक पार्टी नहीं, बल्कि व्यापारी चला रहे हैं।

टिकैत ने रीवा में किसान रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘केन्द्र सरकार को राजनीतिक पार्टी नहीं चला रही है। इसे व्यापारी चला रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि भूख से फायदा उठाने का एक तरह का नया व्यापार आजकल दुनिया में चल रहा है।

टिकैत ने कहा, ‘‘महिलाएं तीज, त्योहार एवं शादियों में एक साल में 17 बार सोना पहनती है। लेकिन आदमी को भूख एक साल में 700 बार लगती है, दिन में दो बार लगेगी भूख।’’

उन्होंने केन्द्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा, ‘‘इसलिए उन्होंने (केन्द्र सरकार ने) कहा कि भूख का कारोबार करो। भूख का कारोबार तब होगा, जब अनाज कब्जे में होगा और अनाज पर व्यापार होगा।’’

टिकैत ने कहा, ‘‘14 लाख मीट्रिक टन की विशाल क्षमता वाले गोदाम बनाये गये हैं। इतने बड़े-एड़े गोदाम बनाये गए हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ये गोदाम पहले बनाए गये और केन्द्र सरकार के नये कृषि कानून बाद में आए। इसका मतलब यह है कि यह केन्द्र सरकार किसी (राजनीतिक) पार्टी की नहीं है, बल्कि व्यापारियों की सरकार है। यह कारोबारियों के हाथों की कठपुतली है।’’

किसान नेता ने आगे कहा, ‘‘हमें इससे छुटकारे के लिए आंदोलन चलाना होगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘पुराने समय के भाजपा के बड़े नेताओं को भी चुप करा दिया गया है। वे कुछ नहीं बोल रहे हैं। हमें उन्हें भी मुक्त करने के लिए काम करना होगा।’’ टिकैत ने कहा, ‘‘तीन नए कृषि कानूनों से अकेले किसान ही मुसीबत में नहीं हैं। रेलवे को भी बेच दिया गया है। युवाओं को विद्रोह करना चाहिए था। लेकिन वे सोते रहे और देश बिक गया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘विपक्ष कमजोर था। विरोध करने का काम तो विपक्ष का था। लेकिन उसका भी मनोबल गिर गया और उसे भी बोलने नहीं दिया गया। (ज्योतिरादित्य की ओर इशारा करते हुए) विपक्ष के कुछ नेता भाग गये और दूसरी पार्टी में जाकर शामिल हो गये। विपक्ष का एक नेता जवान एवं मजबूत था, उसे भी अपने में शामिल कर दिया।’’

टिकैत ने केन्द्र पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत संप्रग सरकार की तारीफ की और कहा कि इसके कारण पिछले 14 वर्षों में देश में गेहूं की कमी नहीं हुई है।

उन्होंने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘ये लुटेरे देश में (सत्ता) आ गए हैं। हमें इन लुटेरों से लड़ना होगा। वह लुटेरों का आखिरी बादशाह साबित होगा। हम इस बादशाह को बदलने जा रहे हैं।’’ हालांकि, अपनी टिप्पणी में उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया।

टिकैत ने कहा कि आने वाले दिनों में समाचारों को छापने एवं दिखाने के लिए भी एक सेंसर बोर्ड बना दिया जाएगा।

उन्होंने किसानों से कहा कि जब तक नए कृषि कानूनों को निरस्त नहीं किया जाता, तब तक किसान जिलाधिकारी कार्यालयों में बैठकर अपना गेहूं 1975 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बेचेंगे। उन्होंने किसानों से कहा कि अपने घरों से बाहर आकर जिला स्तर पर विरोध प्रदर्शन करें।

टिकैत ने कहा, ‘‘किसानों का सम्मान और मजदूरों एवं युवाओं का भविष्य दांव पर है। हमें अपने देश को बचाना होगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आंदोलन से हटना है तो माफी नामा भर देना। देश बंधन में है, गुजरात बंधन में है। इसे आजाद कराना है।’’ टिकैत ने कहा,‘‘आंदोलन करने पड़ेंगे। किसानों की आजादी की लड़ाई है।’’

किसान नेता राकेश टिकैत बोले:अब पूरे देश में वे जाएंगे और केंद्र सरकार द्वारा किसान, व्यापारी, नौकरीपेशा लोगों के साथ किए गए छल को उजागर करेंगे

इससे पहले प्रयागराज,में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया है।

पश्चिम बंगाल से प्रयागराज पहुंचे श्री टिकैत ने झलवा स्थित किसान नेता संजय यादव के आवास पर रविवार को संवाददाताओं से कहा कि सरकार सब कुछ उद्योगपतियों को बेचने पर आमदा है। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कोई कानून नहीं बनाया जा रहा है, जिससे यह साफ है कि यह सरकार किसान विरोधी है और उनके साथ विश्वासघात किया है।

उन्होंने कहा कि किसानों काे जागरुक करने और हर वर्ग का समर्थन लेने के लिए वह यात्रा पर निकले हैं। लगातार उनका कार्यक्रम चल रहा है। पूरे देश में वे जाएंगे और केंद्र सरकार द्वारा किसान, व्यापारी, नौकरीपेशा लोगों के साथ किए गए छल को उजागर करेंगे।

किसान नेता ने कहा कि एमएसपी लागू करने से किसान का चावल 1850 रुपये में बिकेगा, लेकिन सरकार इस चावल को 900 रुपये में ही लेना चाहती है। अब किसान अपना चावल सरकार को नहीं देगा। उन्होने कहा कि सरकार न बात सुनने को तैयार है और न बातचीत के लिए। ऐसे में दिल्ली को अभी भी चारों तरफ से घेर कर रखा गया है।

उन्होने कहा जब तक एमएसपी पर कानून नहीं बनेगा और तीन कृषि कानून को रद नहीं किया जाएगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा

राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार की जबरदस्ती के कारण किसान बर्बाद हो जाएंगे। छोटे-छोटे व्यापारी खत्म हो जाएंगे। साप्ताहिक बाजारों का नामोनिशान नहीं रहेगा, जबकि इस कारोबार से देश भर के साढ़े चार करोड़ से अधिक लोग जुड़े हैं। बंगाल में हो रहे चुनाव के बारे में कहा कि इससे उनको कोई मतलब नहीं है, लेकिन वहां के किसानों को वह जागरुक करके आएं हैं।

उन्होने बताया कि वहां अब केन्द्र सरकार के नुमाइन्दे किसानों से चावल मांगेगी तो वहां के किसान एमएसपी के हिसाब से भुगतान की बात कहेंगे।

उन्‍होंने कहा कि यहां से वे मध्‍य प्रदेश जाएंगे। मध्य प्रदेश की दो रैलियों में शामिल होने के लिए वह बंगाल से यहा पहुंचे। 14 और 15 मार्च को उनका कार्यक्रम है। यहां से वह मध्य प्रदेश के रींवा में हाेने वाले कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए दोपहर में चले गये। इसके बाद उड़ीसा, कर्नाटक, हरियाणा और उत्तराखंड जाकर किसानों को जागरुक करने का काम करेंगे।

उत्तरप्रदेश में देश का पहला अनुकरणीय उदाहरण बना: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपनी मंशा जाहिर की और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उसी मंच से उसे लागू करने के निर्देश अधिकारियों को दे दिए attacknews.in

देश के विकास के लिये वनवासी समुदाय का उत्थान जरूरी: कोविंद

सोनभद्र 14 मार्च । उत्तरप्रदेश में आज देश का पहला अनुकरणीय उदाहरण देखने को मिला जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपनी मंशा जाहिर की और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उसी मंच से उसे लागू करने के निर्देश अधिकारियों को दे दिए ।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को कहा कि आदिवासी वनवासी समुदाय के विकास के बिना देश और समाज का विकास नहीं हो सकता।इसके तुरंत बाद राष्ट्रपति की मौजूदगी में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नक्सल प्रभावित सोनभद्र में आदिवासी बच्चों की उच्च शिक्षा की व्यवस्था करने के निर्देश अधिकारियों को दे दिये।

पूर्वांचल के तीन दिवसीय दौरे के दूसरे दिन श्री कोविंद ज़िले में बाभनी ब्लाक के कारिडाड़,चपकी स्थित सेवा समर्पण संस्थान द्वारा संचालित सेवा कुंज आश्रम में नवनिर्मित स्कूल , छात्रावास आदि का लोकार्पण करने पहुँचे थे।

उन्होने कहा “ जब भगवान राम ने रावण से युद्ध में विजय पायी थी उसमें वनवासियों का बहुत बड़ा सहयोग था उसी प्रकार यदि देश और समाज आगे बढाना है तो पहले वनवासी समाज को आगे ले जाना होगा।”

राष्ट्रपति ने कहा कि सोनभद्र चार प्रदेशों की सीमाओं से घिरा हुआ है, ऐसे स्थान पर स्कूल और हास्टल संचालित होने से उत्तर प्रदेश सहित अन्य प्रदेशों के सीमावर्ती इलाक़ों के वनवासी छात्रों को भी लाभ होगा। उन्होने कहा कि वनवासी क्षेत्र उनके लिए तीर्थस्थल जैसे हैं। यदि वनवासी प्रोत्साहित हों तो देश ही नहीं विदेशों में भी भारत का नाम रोशन करेंगे। पिछड़ा,दलित एवं आदिवासियों,वनवासियों का विकास ज़रूरी है।

उन्होंने एनटीपीसी द्वारा निर्माण कार्य कराए जाने पर उनकी सराहना की। उन्होंने मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल से अनुरोध किया कि केंद्र सरकार से तालमेल बैठाकर वनवासियों को आगे बढ़ाने में योगदान करें।

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत की आत्मा वनवासी आदिवासी क्षेत्रों में बसती है यदि कोई भी इस कल्चर से परिचित होना चाहता है तो उसे सोनभद्र जैसे ज़िलों में समय बिताना चाहिए। आदिवासी समाज के विकास के बिना समग्र विकास अधूरा है। केंद्र और राज्य की सरकारें इनके विकास के अनेक कार्यक्रम चला रहे हैं। वनवासी समाज की अनेक प्रतिभाओं ने देश में अच्छा कार्य किया। विलुप्त होती जा रही वनवासी कलाओं के विकास के लिए सेवा समर्पण संस्थान कार्य कर रहा है यह देखकर ख़ुशी हो रही है।

उन्होने कहा कि महापुरुषों की स्मृतियों और लोक कलाओं तथा गीतों के संरक्षण का कार्य भी किया जा रहा है। आशा करता हूँ कि वनवासी क्षेत्रों के विकास के लिए और कार्य भी प्रदेश सरकार द्वारा किया जाता रहेगा।

श्री कोविंद ने सेवा समर्पण संस्थान द्वारा संचालित उक्त सेवा कुंज आश्रम परिसर में निर्मित स्कूल ,छात्रावास और भोजनालय भवनों का लोकार्पण किया। उक्त निर्माण एन टी पी सी रिहंद द्वारा सी एस आर के तहत कराया गया था। एन टी पी सी द्वारा लगभग ग्यारह करोड़ रुपयों की लागत से 18 क्लासरूम और 24 कमरों के छात्रावास का निर्माण कराया गया है साथ हाई अन्य कमरों का भी निर्माण चल रहा है। इसके अतिरिक्त अबाध विद्युत आपूर्ति के लिए 40 किलोवाट का सोलर पावर भी स्थापित किया।

सभी कार्यक्रम में राष्ट्रपति के साथ भारत की प्रथम महिला सविता कोविंद , उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल , मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।

आदिवासी बच्चों की उच्च शिक्षा का इंतजाम करे सोनभद्र प्रशासन : योगी

वही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की मौजूदगी में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नक्सल प्रभावित सोनभद्र में आदिवासी बच्चों की उच्च शिक्षा की व्यवस्था करने के निर्देश दिये।

श्री योगी ने रविवार को कहा कि स्थानीय कार्यक्रम में एक बच्ची उनसे मिली थी। उन्होंने उससे उसकी शिक्षा के विषय में पूछा तो उसने स्वयं को इंटरमीडिएट पास बताया लेकिन आगे की शिक्षा में असमर्थता जतायी तब उन्होंने ज़िलाधिकारी को उसकी शिक्षा की व्यवस्था करने के लिये कहा।

उन्होंने ज़िलाधिकारी को निर्देश दिया है कि पूरे जिले में जो भी इस प्रकार के वनवासी , आदिवासी समाज के बच्चे हैं उनका पता लगाकर जिले में अथवा दूसरे जिलों में उनके शिक्षा की व्यवस्था करें उनके रहने,खाने एवं शिक्षा की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा निःशुल्क की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे विश्व में भारत नई भूमिका में है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा भी भारत द्वारा वैश्विक मंच पर कोविड की वैक्सीन दिए जाने की सराहना की गयी है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी कहा है कि भारत आदिकाल से नेतृत्व करता रहा है और अब प्रधान मंत्री उस मार्ग को प्रशस्त कर रहे हैं। योगी ने कहाकि यह भारत की 135 करोड़ जनता का सम्मान है l भारत गाँव , गिराँव , आदिवासी एवं वनवासियों , पिछड़ों तथा अनुसूचितों का देश है।

श्री याेगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक वनवासी आदिवासी सोनभद्र में निवास करते हैं। सरकार यहाँ एक मेडिकल कालेज की स्थापना करने जा रही है। यह जिला जनवरी से लेकर मध्य जुलाई तक पेयजल संकट से जूझता है लेकिन अब जल जीवन मिशन के तहत सरकार द्वारा मिर्ज़ापुर और सोनभद्र में हर घर जल की व्यवस्था की जा रही है। इस वर्ष के अंत तक ज़्यादातर गाँवों में शुद्ध पेयजल हर घर को मिलने लगेगा साथ जो बच जाएँगे उनको भी अगले दो तीन सालों में मिलने लगेगा।

उन्होंने कहा कि बिजली आपूर्ति , रोज़गार,हर खेत को पानी देकर तथा आईटीआई ,पालिटेक्निक तथा इंजीनियरिंग कालेजों आदि द्वारा एवं अन्य माध्यमों से हर व्यक्ति के आय में कई गुना बढ़ोत्तरी की जा रही है।

कोविंद ने किये मां बिन्ध्यवासिनी के दर्शन

इसके बाद मिर्जापुर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को बिन्ध्य क्षेत्र की अधिष्ठात्री देवी मां बिन्ध्यवासिनी देवी के दर्शन कर पूजन किए।

श्री कोविंद ने सपत्नीक मां के श्रृंगार और यज्ञ कुंड में साकला डाल कर पूरे विधि-विधान से हवन-पूजन सम्पन्न किया। पूरे धार्मिक कार्यक्रमों को स्थानीय भाजपा विधायक एवं बिन्ध्याचल धाम के पुरोहित पंडा रत्नाकर मिश्र एवं उनके सहयोगी विद्वान पुरोहित पंडितों ने सम्पन्न कराया।

बिन्ध्याचल धाम में दर्शन पूजन करने वाले वह दूसरे राष्ट्रपति है। इससे पहले शंकर दयाल शर्मा उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति के रूप में यहां दर्शन पूजन किया था। पूरे धार्मिक अनुष्ठान के दौरान महामहिम एक सामान्य यजमान के रूप में दिखे। देवी के प्रति पूरी श्रद्धा का भाव उनके चेहरे पर स्पष्ट दिखाई पड़ रहा था। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।

राष्ट्रपति के बिन्ध्याचल मंदिर पहुंचने से पहले पूजन सामग्री की तैयारी कर ली गयी थी जिसमें माला फूल रोली रक्षा आदि के साथ हवन का साकला भी शामिल था। पंडित पुरोहित भी पूरे ड्रेस कोड में तैयार थे।

इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सोनभद्र जिले के दौरे के बाद हैलीकाफ्टर से अष्टभुजा हैलिपैड पर उतरे जहाँ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ स्थानीय सांसद अनुप्रिया पटेल सहित अन्य जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। राष्ट्रपति के साथ उनकी धर्मपत्नी सविता वेन भी थी।

राष्ट्रपति के यहाँ आगमन की सूचना जिला प्रशासन को दो सप्ताह पहले मिल गया था। जिला प्रशासन ने पूरे मंदिर का रंग-रोगन करा कर नया लुक दे दिया था। रामनाथ कोविंद के मंदिर परिसर में पहुचने के बाद मंत्रोच्चार के बीच पंडितों ने धार्मिक कार्यक्रमों को पूरे विधि-विधान से पूर्ण कराया। मां का भव्य श्रृंगार राष्ट्रपति की ओर से किया गया था। उन्होंने मां की आरती कर परिक्रमा भी पूर्ण की। यज्ञ शाला के कुंड में साकला डालकर हवन पूर्ण किया।

इस दौरान उनकी धर्म पत्नी सविता वेन ने भारतीय परम्परा के अनुसार पूरे धार्मिक अनुष्ठान में साथ निभाया। इस दौरान मंत्रोच्चार से पूरा परिसर गुंजायमान हो रहा था। राष्ट्रपति ने हाथ में कलावा बधवा कर अपने पुरोहित को दक्षिणा भी दिया। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं एक गाईड की तरह हमेशा साथ साथ थे। महामहिम को बिन्ध्याचल में चल रहे कोरीडोर एवं योजनाओं से भी अवगत कराया गया।

राष्ट्रपति के यहाँ पहुंचने से पहले चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया था। आज सुबह दस बजे के बाद आम दर्शनार्थियों के मंदिर में प्रवेश पर पूर्ण रूप से रोक लगा दी गई थी। पूरा मंदिर सुरक्षा के जवानों के हवाले कर दिया गया था। दो दिन पहले से ही स्थानीय होटलों को भी बंद करा दिया गया था। पूरा प्रशासनिक अमला सुरक्षा व्यवस्था की देखभाल में लगा हुआ था। पूरे कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों को दूर रखा गया था। बिन्ध्याचल के पुरोहित पंडों को भी मंदिर दूर रखा गया था। स्थानीय पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज दूबे अपना विरोध दर्ज कराया।

तैयारियों के बाबजूद राष्ट्रपति प्रसिद्ध देवरहवा बाबा आश्रम नहीं गये। हालांकि जिला प्रशासन ने आश्रम में राष्ट्रपति के सम्भावित यात्रा के मद्देनजर मुकम्मल तैयारी कर रखी थी। आश्रम को पूरी तरह सजाया भी गया था।

राष्ट्रपति के पूरे कार्यक्रम में स्थानीय सभी भाजपा विधायक एवं धर्मादा मंत्री नीलकंठ तिवारी भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्थानीय विधायकों और सांसदों से अलग से मुलाकात कर सभी की समस्या सुनी।

उत्तरप्रदेश STF ने पापुलर फ्रंट आफ इंडिया का “उस्ताद” शार्प शूटर ट्रेनिंग कमांडर मोहम्मद राशिद को बस्ती से किया गिरफ्तार;मौजूदा हर हथियार चलाने का मास्टरमाइंड और हथियारों की अत्याधुनिक तकनीक का विशेषज्ञ भी attacknews.in

लखनऊ,14 मार्च । उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के ट्रेनिंग कमाण्डर मोहम्मद राशिद को बस्ती से गिरफ्तार कर लिया।

एसटीएफ प्रवक्ता ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एसटीएफ को सूचना मिल रही थी कि पीएफआई के कुछ सदस्य आपराधिक षड़यन्त्र के तहत एक आंतकवादी गिरोह बनाकर निकट भविष्य में देश की एकता एवं अखण्डता को चुनौती देने एवं देष की सरकार के विरूद्ध युद्ध छेड़ने तथा समाजिक विद्वेष फैलाने के उद्देश्य से घातक हथियारों एवं शरीरिक प्रशिक्षण दिलाकर उत्तर प्रदेश के कई महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील स्थानों तथा प्रमुख हिन्दु संगठनों के बड़े पदाधिकारियों पर हमला करने की योजना बना रहे है तथा इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए भारत के विभिन्न राज्यों में अपने सदस्य बनाकर उन्हें प्रशिक्षित कर रहे है।

उन्होंने बताया कि इस सूचना को विकसित करने के लिये एसटीएफ की तकनिकी विषेशताओं के साथ-साथ संदिग्ध जिलो में मुखबिर सक्रिय किये गये।

मुखबिर से 11 मार्च को सूचना प्राप्त हुई कि ट्रेन द्वारा पीएफआई का ट्रेनिंग कमाण्डर सिद्धार्थनगर के शोहरतगढ़ इलाके के अतरी निवासी मोहम्मद राशिद बस्ती से मुम्बई जाने वाला है ।

लेकिन काफी प्रयास के बाद भी उसे लोकेट नहीं किया जा सका।

आज फिर सूचना प्राप्त हुई कि पीएफआई का ट्रेनिंग कमाण्डर मोहम्मद राशिद बस्ती में मौजूद है तथा देर रात लखनऊ के रास्ते मुम्बई भागने वाला है।वह आगामी मिटिंग/ट्रेनिंग सेश्न में भाग लेने वाला है।

इस सूचना पर गोरखपुर एसटीएफ की फील्ड इकाई और मुख्यालय लखनऊ की संयुक्त टीम ने ट्रेनिंग कमाण्डर मोहम्मद राशिद को बस्ती कोतवाली मुडघाट चौराहा के पास आज से गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके कब्जे से फर्जी रुप से बनाया गया आधार कार्ड,एक मूल आधार कार्ड, बस प्रवास कार्ड (मुम्बई) रेलवे स्मार्ट कार्ड , आईसीआईसीआई बैक का डेबिट कार्ड, दो बण्डल देश विरोधी गतिविधियों से सम्बंधित अभिलेख और एक बण्डल ग्रेडिंग रिजल्ट प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवको का बरामद किया गया।

इसके अलावा ऊर्दू/हिन्दी में लिखे विभिन्न अभिलेख बरामद किए।

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार पीएफआई के ट्रेनिंग कमाण्डर मोहम्मद राशिद ने पूछताछ पर बताया कि अपनी विचारधारा को फैलाने के लिये वर्ग विशेष के नवयुवको को जो शारीरिक रूप से मजबूत हो, का ब्रेन वास कर उनको विभिन्न हथियारों का प्रशिक्षण देकर देश के किसी कोने में घटना विशेष को अन्जाम देने के लिये तैयार करना इनका मुख्य उद्देश्य था।

गिरफ्तार मोहम्मद राशिद के विरूद्ध कोतवाली बस्ती में धारा 121ए ,420,467,468,471, 120बी भादवि के तहत मामला दर्ज कराया है।

अग्रिम विधिक कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।

गौरतलब है कि इसके पहले एसटीएफ ने लखनऊ से भी पीएफआई के दो सदस्याें को गिरफ्तार कर बड़ी साजिश का पर्दाफाश किया था।

यूपी एसटीएफ आईजी अमिताभ यश मानते हैं कि राशिद को घेरने के लिए अगर एसटीएफ टीमें बेहद चौकन्नी नहीं होतीं तो वो अब भी साफ बच निकलता. गिरफ्तारी के बाद उसने माना कि वो यूपी से भागकर मुंबई जाना चाहता था।

राशिद अतरी, थाना शोहरतगढ़, जिला सिद्धार्थनगर, उत्तर प्रदेश का निवासी है।यूपी एसटीएफ राशिद की गिरफ्तारी को जहां देशहित में खुद की बड़ी कामयाबी मान रही है,वहीं दूसरी ओर हिंदुस्तान विरोधी गतिविधियों में शामिल पीएफआई के आका मोहम्मद राशिद की गिरफ्तारी को अपना बड़ा नुकसान मान रही है।

एसटीएफ के मुताबिक राशिद हाल-फिलहाल मौजूद हर हथियार चलाने का मास्टरमाइंड है. वो हथियारों की अत्याधुनिक तकनीक से भी बहुत अच्छी तरह से वाकिफ है।राशिद ने छोटी उम्र से ही हथियारों को चलाने, बनाने और निशानेबाजी में महारत हासिल कर ली थी।बाद में जब उसे लगा कि अब उसकी हथियारों के मामले में मास्टरी हो गई है तो वो नाम-काम-दाम कमाने के लिए देश-दुनिया में बदनाम पीएफआई से जुड़ गया।

बीते दिनों एसटीएफ ने दिल्ली स्थित पीएफआई के मुख्यालय पर भी छापेमारी की थी. हालांकि उस वक्त पुलिस को कुछ महत्वपूर्ण हाथ नहीं लगा था।

चाहता था पुलिस गोली चलाए

यूपी एसटीएफ के मुताबिक मोहम्मद राशिद की गिरफ्तारी के वक्त उसके कब्जे से कई सनसनीखेज दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं. आरोपी को रविवार दोपहर बाद करीब दो बजे बस्ती जिले के कोतवाली थाना इलाके के मुडघाट चौराहे के पास से गिरफ्तार किया गया।हालांकि एसटीएफ की पांच टीमें कई महीने से मोहम्मद राशिद का पीछा कर रही थीं. हर बार वो बच निकल जा रहा था।

एसटीएफ राशिद को बिना गोलीबारी के पकड़ना चाहती थी, जबकि राशिद जब-जब एसटीएफ की हद में आता वो पुलिस की तरफ से फायरिंग कर दिए जाने के हालात पैदा कर रहा था।यही वजह थी कि एसटीएफ को एक मोहम्मद राशिद को दबोचने के लिए महीनों का समय लग गया,आखिरकार वो जिंदा ही पकड़ा गया।

पुलिसिया शूटरों को मात देने में माहिर:

मोहम्मद राशिद को बिना किसी खून खराबे के ही जिंदा दबोचने वाली एसटीएफ टीम के एक शूटर के अनुसार, राशिद को इसमें भी महारथ हासिल है कि उसके सामने खड़े इंसान के हाथ में मौजूद हथियार की गोली, उसके बदन में पहुंच कर किस हद तक का असर कर सकती है।राशिद जानता है कि किस एंगल से चली गोली दुश्मन या खुद उसके बदन में कहां जाकर बैठेगी।राशिद हथियारों की जानकारी किस हद तक रखता है, इसका अंदाजा उसके हाथों में हथियार पकड़ने के स्टाइल से ही लग जाता है।

अपराधियों या फिर पुलिस के पास मौजूद शायद ही कोई हथियार होगा, जो राशिद को चलाना ना आता हो। राशिद भले ही उच्च शिक्षित ना हो, मगर वो जानता है कि किस कोण से चलाई गई गोली कहां जाकर फिट बैठेगी।हथियारों की इतनी गहरी जानकारी तो सरकारी शूटरों (पुलिस वालों) को भी शायद ही होती होगी। मोहम्मद राशिद की गिरफ्तारी में पुलिस एसटीएफ मुख्यालय लखनऊ और गोरखपुर जिला एसटीएफ टीम की हाथ प्रमुख बताया जाता है।

इसलिए सब कहते हैं ‘उस्ताद जी’

कहने को पीएफआई में कारिंदों की कमी नहीं है. मगर मोहम्मद राशिद हथियारों में महारथ हासिल होने के चलते इस तमाम भीड़ से अलग अहमियत रखता है. मोहम्मद राशिद के इसी हुनर के चलते पीएफआई के गुटों में उसे ‘उस्ताद’ के नाम से सब जानते हैं. गैंग में उसके असली नाम से कम ही लोग परिचित हैं. अमूमन पीएफआई के गुर्गों को निशानेबाजी और हथियार चलाने का प्रशिक्षण देने के दौरान खुद की असली पहचान खोलना भी नहीं चाहता।

ऐसा वो खुद की सुरक्षा के लिए करता था, जिससे ऐसा ना हो कि कहीं कोई नया ट्रेनी शूटर उसके असली नाम पते के बारे में जाकर पुलिस को मुखबिरी कर दे. लिहाजा ऐसे में देश भर के पीएफआई के नौसिखिये शूटरों में मोहम्मद राशिद उस्ताद जी के नाम से ही चर्चित है।

एसटीएफ के एक उच्च पदस्थ सूत्र ने पहचान उजागर ना करने की शर्त पर बताया कि शातिर दिमाग शार्प शूटर मोहम्मद राशिद को हमारी टीमें 11 मार्च 2021 को ही दबोच लेतीं, लेकिन किसी तरह से भनक लग गई और वो साफ बच निकला।

एसटीएफ आईजी अमिताभ यश मानते हैं कि राशिद को घेरने के लिए अगर एसटीएफ टीमें बेहद चौकन्नी नहीं होतीं तो वो अब भी साफ बच निकलता. गिरफ्तारी के बाद उसने माना कि वो यूपी से भागकर मुंबई जाना चाहता था. इसके लिए उसने वाया लखनऊ जाने के रास्ते भी निर्धारण कर लिया था. मुंबई में वो इस बदनाम संगठन के एक विशेष हथियार ट्रेनिंग सेशन (सत्र) में हिस्सा लेने जाना चाहता था।

एसटीएफ के मुताबिक गिरफ्तार राशिद युवाओं को बहलाने फुसलाने में भी माहिर है. एक बार कोई युवा उसके पास पहुंच जाए तो वो उसको अचूक निशानेबाज बनाए बिना नहीं छोड़ता है. वो भारत के खिलाफ वर्ग विशेष के युवाओं के दिमाग में जहर घोलने में भी माहिर है. उसके बात करने की शैली इतनी ज्यादा प्रभावशाली है कि जिसके चंगुल में कोई भी तुरंत फंस कर रह जाए.

आरोपी के कब्जे से नकली और असली आधार कार्ड, सीडी, पैन कार्ड, मुंबई का बस-पास, रेलवे का स्मार्ट कार्ड, बैंक डेबिट कार्ड, दो बंडल आपत्तिजनक दस्तावेज, एक बंडल ग्रेडिंग रिजल्ट, जिसमें मोहम्मद राशिद द्वारा प्रशिक्षत गैंग के नये शार्प शूटरों की काबिलियत दर्ज है, उर्दू-हिंदी में लिखे अन्य कई दस्तावेज भी मिले हैं।

शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में कुछ स्थानों पर हुई बेमौसम बारिश को देखते हुए अधिकारियों को क्षति के आकलन के बाद किसानों को आवश्यक राहत देने के दिए निर्देश attacknews.in

भोपाल,14 मार्च । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कुछ स्थानों पर हुई बेमौसम बारिश को देखते हुए राज्य सरकार ने अधिकारियों को क्षति के आकलन के निर्देश दिए हैं। किसानों को फसलों की क्षति के आधार पर जरूरी राहत प्रदान की जाएगी।

श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के कुछ स्थानों पर बेमौसम बारिश और कहीं-कहीं हुई ओलावृष्टि से फसलों को पहुंची क्षति की जानकारी कल और आज मिली है। इस मामले में जिलों के कलेक्टर्स के साथ ही राजस्व और कृषि विभाग के अधिकारियों से भी चर्चा हुई है। जिलों में कहीं-कहीं फसलें आड़ी हो गई हैं। क्षति का आकलन किया जा रहा है। संबंधित अधिकारी फील्ड में हैं और सर्वे कार्य कर रहे हैं। किसानों को जैसा नुकसान हुआ है, उन्हें आवश्यक राहत प्रदान की जाएगी

मध्यप्रदेश में वर्ष 2021 में चार नेशनल लोक अदालत होगी आयोजित,राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर ने आदेश जारी किए attacknews.in

भोपाल, 14 मार्च । मध्यप्रदेश के जिला मुख्यालय सहित तहसीलों में वर्ष 2021 में 4 नेशनल लोक अदालत आयोजित की जाएंगी।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार इस संबंध में मप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर ने आदेश जारी कर दिए है।

पहली लोक अदालत 10 अप्रैल को आयोजित होगी। दूसरी अदालत 10 जुलाई को, तीसरी 11 सितंबर और चौथी 11 दिसंबर को आयोजित होगी।

इन नेशनल लोक अदालतों में आपराधिक, सिविल, विद्युत अधिनियम, मोटर दुर्घटना दावा, चेक बाउंस, कुटुम्ब न्यायालय तथा प्रीलिटिगेशन के तहत बैंक, विद्युत, नगरपालिका के वसूली प्रकरणों का निराकरण किया जाएगा।

मध्यप्रदेश में सभी पात्र नागरिकों को आगामी 35 ‘टीकाकरण दिवसों’में कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक देने की सरकार की योजना:शिवराज सिंह चौहान ने डा हर्षवर्धन को बताया सरकार का लक्ष्य attacknews.in

भोपाल, 14 मार्च । मध्यप्रदेश में सभी पात्र नागरिकों को आगामी 35 ‘टीकाकरण दिवसों’ के दौरान कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक दिए जाने की राज्य सरकार की योजना है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहां केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से मुलाकात के दौरान उन्हें यह जानकारी दी। श्री चौहान ने कहा कि इसके लिए कुल लगभग 81 लाख प्रथम खुराक (वैक्सीन) की आवश्यकता है। अब तक राज्य को कोविशील्ड की कुल 28 लाख और को-वैक्सीन की कुल 3.84 लाख डोज प्राप्त हुई हैं।

श्री चौहान ने बताया कि आज तक 15 लाख वैक्सीन डोज़ लगाए जा चुके हैं। आगामी सप्ताह से प्रति सप्ताह 8 से 10 लाख वैक्सीन डोज की आवश्यकता है, ताकि निर्धारित समयावधि में टीकाकरण का कार्य जून के प्रथम सप्ताह तक पूर्ण किया जा सके। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने आश्वासन दिया कि मध्यप्रदेश को आवश्यकतानुसार डोज उपलब्ध करवाएं जाएंगे।

डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए केन्द्र सरकार पूर्ण सहयोग प्रदान करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि वे मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार में केंद्र सरकार की ओर से दिए जाने वाले सहयोग में कोई कमी नहीं रखेंगे।

मुख्यमंत्री ने डॉ. हर्षवर्धन से अनुरोध किया कि प्रदेश में जबलपुर के कैंसर इंस्टीट्यूट को केन्द्र सरकार से 75 प्रतिशत अंशदान दिया जाए। वर्तमान में यह अंशदान 60 प्रतिशत है, जिसे बढ़ाया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने जबलपुर के कैंसर इंस्टीट्यूट के लिए केंद्रीय अनुदान की राशि में वृद्धि का आग्रह भी किया। श्री चौहान ने मध्यप्रदेश में तीन नवीन मेडिकल कॉलेजों दमोह, सिवनी और छतरपुर को प्रारंभ करने के लिए औपचारिक अनुमोदन और सहयोग का आग्रह किया।

मुख्यमंत्री ने डा हर्षवर्धन को बताया कि उन्होंने अपने पूर्व कार्यकालों में निरंतर नए मेडिकल कॉलेज प्रारंभ करने की पहल की थी। वर्ष 1964 के बाद लंबी अवधि तक नए कॉलेज नहीं खुले थे। सागर में नवीन मेडिकल कॉलेज से यह श्रृंखला शुरु हुई। वर्तमान बजट में भी नौ नए चिकित्सा महाविद्यालय प्रारंभ करने का प्रावधान किया गया है।

श्री चौहान ने केन्द्रीय मंत्री से भोपाल के गैस पीड़ितों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के संबंध में भी चर्चा की और अतिरिक्त सुविधाएं देने का आग्रह किया। उन्होंने गैस पीड़ितों के लिए संचालित अस्पताल के व्यवस्थित संचालन में केन्द्र के सहयोग का भी आग्रह किया।

इसके पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन के मुख्यमंत्री निवास आगमन पर मुख्यमंत्री ने पुष्प-गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा भी उपस्थित थे।

मध्यप्रदेश में कोरोना के मामलों में हो रही हैं लगातार बढ़ोत्तरी के साथ लगभग 15 लाख लोगों को लगी वैक्सीन और केंद्रों को बढ़ाने के किए जा रहे हैं प्रयास attacknews.in

भोपाल, 14 मार्च । मध्यप्रदेश में पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि का क्रम जारी है और 675 नए प्रकरण सामने आने के बाद सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 4512 हो गयी है।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से मुहैया करायी गयी जानकारी के अनुसार लगभग साढ़े छह करोड़ की आबादी वाले इस प्रदेश में कल तक 14,72,842 लोगों को कोरोना वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है। अब लोगों में वैक्सीन लगवाने के प्रति उत्साह में वृद्धि भी देखी जा रही है।

राज्य में सबसे अधिक प्रभावित इंदौर जिले में 1,47,285 नागरिक और भोपाल जिले में 1,13,312 नागरिक कोरोना वैक्सीन की खुराक ले चुके हैं। हालाकि अब सभी 52 जिलों में लोगों में वैक्सीन लगवाने के प्रति उत्साह देखा जा रहा है।

वैक्सीन लगवाने का कार्य 16 जनवरी को प्रारंभ हुआ था और दो माह के दौरान वैक्सीनेशन केंद्रों में भी वृद्धि के प्रयास किए जा रहे हैं।

इस बीच कल लगभग 16 हजार सैंपल की जांच में 675 व्यक्ति संक्रमित मिले और संक्रमण की दर बढ़कर 4़ 2 प्रतिशत तक पहुंच गयी है। पिछले माह यह दर दो प्रतिशत के अंदर आ गयी थी। इंदौर जिले में 247 और भोपाल जिले में 118 नए मामले सामने आए हैं और इनकी कुल संख्या बढ़कर क्रमश: 61,889 और 45,197 हो गयी है। अब इन जिलों में एक्टिव केस क्रमश: 1578 और 817 है। कल इंदौर में 196 और भोपाल में 107 व्यक्ति स्वस्थ हुए, जो नए मामलों की तुलना में कम है।

राज्य में कुल 52 में से लगभग दस जिलों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं। इन जिलों में भोपाल, इंदौर के अलावा जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, रतलाम, बैतूल, नीमच, सीहोर, बुरहानपुर, दमोह और सीघी आदि शामिल हैं। राज्य सरकार पूरे प्रदेश में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन की मदद से पूरे प्रयास कर रही है।

राज्य में कोरोना संक्रमण का पहला मामला एक वर्ष पहले 20 मार्च को जबलपुर जिले में सामने आया था। इसके बाद यह सभी जिलों में फैल गया था। जनवरी और फरवरी माह में कोरोना संक्रमण के मामलों में कुछ कमी देखी गयी थी, लेकिन अब मार्च माह में इनमें लगातार वृद्धि देखी जा रही है। कोरोना के कारण अब तक 3885 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।

इंदौर जिले में कोरोना के 263 नए मरीज, एक की मौत

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के कारण सबसे अधिक प्रभावित इंदौर जिले में 263 नए काेरोना मरीज मिले हैं और एक की मृत्यु हुयी है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार शनिवार को 3253 सैंपल की जांच में 263 व्यक्ति संक्रमित पाए गए। जबकि एक उपचाररत संक्रमित मरीज की मौत दर्ज की गई है। इसके अलावा 211 संक्रमितों को स्वस्थ करार दिए जाने के उपरांत उपचाररत मरीजों की संख्या (एक्टिव केस) 1629 हो गई है।

कोरोना के प्रकोप की शुरूआत से लेकर अब तक जिले में कुल 8,64,541 नागरिकों की जांच की जा चुकी है। इनमें 62,152 व्यक्ति संक्रमित पाए गए हैं। हालाकि उपचार के बाद 59,581 को स्वस्थ करार दिया गया है। उपचार के दौरान 942 संक्रमित दम तोड़ चुके हैं।

सूत्रों के अनुसार जिले में अब तक 1,47,285 लोगों को कोरोना वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है। मार्च माह में जिले में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।

भारत में कोरोना की तीसरी लहर तेजी से फैली;फिर से 25,000 से अधिक नये मामले से शनिवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 1,13,58,643 हुई और मृतकों की संख्या 1,58,642 पर पहुंची attacknews.in

नयी दिल्ली 13 मार्च ।देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण में पिछले कुछ समय से अचानक आयी तेजी शनिवार को भी जारी रही और देर रात तक कोरोना के 25,152 नये मामले सामने आ चुके थे। पिछले 24 घंटे के दौरान सक्रिय मामलों की रफ्तार में भी वृद्धि दर्ज की गई तथा नए सक्रिय 5,480 और बढ़े।

इस अवधि में कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों की संख्या फिर से डेढ़ सौ के पार 159 दर्ज की गयी। इससे पहले शनिवार को 140, शुक्रवार को यह 117, गुरुवार को 126, बुधवार को 133, मंगलवार एवं सोमवार को 97-97, रविवार को 100, शनिवार को 108 और शुक्रवार को मृतकों की संख्या 113 दर्ज की गई थी।

इस बीच देश में अब तक दो करोड़ 82 लाख 18 हजार से अधिक लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।

विभिन्न राज्यों से आज देर रात तक प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान कोरोना संक्रमण के 25,152 नये मामले सामने आये हैं जिससे संक्रमितों की संख्या एक करोड़ 13 लाख 58 हजार 643 हो गयी है। इसी अवधि में 16,505 मरीज स्वस्थ हुए हैं जिससे अब तक 1,09,87,852 मरीज कोरोनामुक्त भी हो चुके हैं। सक्रिय मामले 5,480 बढ़ने से अब 2,07,502 हो गये हैं। इसी अवधि में 159 और मरीजों की मौत के साथ इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 1,58,642 हो गयी है।

देश में रिकवरी दर आंशिक गिरावट के साथ 96.73 फीसदी पहुंच गयी है जबकि सक्रिय मामलों की दर बढ़कर 1.82 प्रतिशत हो गया है तथा मृत्युदर अभी 1.40 फीसदी पर है।

महाराष्ट्र कोरोना के सक्रिय मामलों में शीर्ष पर है और राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान सक्रिय मामले फिर से 6,801 बढ़ने से इनकी संख्या बढ़कर 1,18,525 पहुंच गयी है। राज्य में 7,467 और मरीज स्वस्थ हुए, जिसके बाद कोरोना को मात देने वालों की तादाद 21,25,211 लाख पहुंच गयी है जबकि 88 और मरीजों की मौत से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 52,811 हो गया है।

महाराष्ट्र में नये मामलों की अप्रत्याशित संख्या भी चिंता की वजह बनी हुयी है। वहां कोरोना को मात देने वालों की तुलना में नये मामलों की संख्या करीब दोगुनी है। देश में सर्वाधिक नये मामले भी आज महाराष्ट्र से ही आये जहां 15,602 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 23 लाख के करीब 22,97,793 हो गयी है।

मध्यप्रदेश में शनिवार देर रात।603 नए मरीजों के साथ कोरोना संक्रमितों की संख्या 2,67,851 और मृतकों की संख्या 3,885 हुई attacknews.in

भोपाल, 13 मार्च । मध्य प्रदेश में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 675 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या 2,67,851 तक पहुंच गयी।

राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से दो और व्यक्तियों की मौत हुई है। प्रदेश में अब तक इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 3,885 हो गयी है। यह जानकारी मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने दी है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में शनिवार को कोविड-19 के 247 नये मामले इंदौर में आये, जबकि भोपाल में 118 नये मामले आये।

अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में कुल 2,67,851 संक्रमितों में से अब तक 2,59,454 मरीज स्वस्थ होकर घर चले गये हैं और 4,512 मरीज़ों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।

उन्होंने कहा कि शनिवार को 496 रोगियों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

इंदौर जिले में कोरोना के 247 नए मामले, एक की मौत

इंदौर जिले में कोरोना के 247 नए मामले सामने आने के अलावा कल एक संक्रमित मरीज की मौत दर्ज की गई है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार शुक्रवार को 3067 संदेहियों के सेम्पल जांचे गए है, जिसमें 8 फीसदी की दर से 247 संक्रमित सामने आए है। जिले मे अब तक 861288 संदेहियों के सेम्पल जांचे गए है। इनमे 8.18 की दर से कुल 61889 संक्रमित से सामने आ चुके है।

जिले के उपचार केंद्रों तथा होम आइसोलेशन में चिकित्सा निगरानी में रखे इन संक्रमितों में से 59370 स्वस्थ करार दिए गए हैं। यहां रिकवरी रेट 95 फीसदी रहा है। जिले में उपचार के दौरान 941 संक्रमित दम तोड़ चुके है। 1507 यहां एक्टिव केस बताये जा रहे है।

भोपाल के लाल परेड़ मैदान में लगा 10 दिनी देश भर के दस्तकारों, शिल्पकारों के दुर्लभ स्वदेशी हस्तनिर्मित उत्पादों का ‘हुनर हाट’,केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और शिवराज सिंह चौहान ने ‘तंदूरी चाय’ का लुत्फ उठाया attacknews.in

हुनर हाट कौशल के कद्रदानों का कुंभ साबित होगा: नकवी

भोपाल, 13 मार्च । केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज कहा कि उन्हें आशा है कि भोपाल में आयोजित ‘हुनर हाट’ कौशल के कद्रदानों का कुंभ साबित होगा।

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के लाल परेड़ मैदान में देश भर के दस्तकारों, शिल्पकारों के दुर्लभ स्वदेशी हस्तनिर्मित उत्पादों के 27वें ‘हुनर हाट’ का उद्घाटन श्री नकवी और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में किया गया।

इस अवसर पर मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा विशिष्ठ अतिथि के रूप में मौजूद रहे। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के सचिव पी के दास, अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।

श्री नकवी ने कहा कि हुनर हाट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से दस्तकारों, शिल्पकारों की स्वदेशी विरासत को मौका और मार्केट उपलब्ध कराने का प्रभावी प्लेटफार्म है। यह आत्मनिर्भर भारत और समावेशी विकास के संकल्प को पूरा करता है। केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि हुनर हाट में भाग ले रहे शिल्पकारों के उत्पाद ई-पोर्टल भी उपलब्ध हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भोपाल में आयोजित हुनर हाट कौशल के कद्रदानों का कुंभ साबित होगा।

केन्द्रीय मंत्री श्री नकवी ने हुनर हाट की जानकारी देते हुए बताया कि कारीगरों के उत्पाद के साथ-साथ खान-पान के भी विविध स्टॉल यहां मौजूद हैं। इसमें तंदूरी चाय की उन्होंने विशेष रूप से प्रशंसा की।

उन्होंने कहा कि तंदूरी रोटी का तो सुना है, पर तंदूरी चाय के बारे में पहली बार सुन रहे हैं। इस मौके पर श्री नकवी, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सारंग तथा सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री सखलेचा ने भी तंदूरी चाय का जायका लिया।

श्री नकवी ने कहा कि ‘हुनर हाट’ देश भर के दस्तकारों, शिल्पकारों का ‘एम्प्लॉयमेंट और एम्पावरमेंट एक्सचेंज’ साबित हुए हैं। ‘हुनर हाट’ के जरिये अब तक 5 लाख 50 हजार से ज्यादा दस्तकारों, शिल्पकारों, कलाकारों को रोजगार और रोजगार के मौकों से जोड़ा गया है।

आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के साथ 75 ‘हुनर हाट’ के जरिये 7 लाख 50 हजार दस्तकारों, शिल्पकारों को रोजगार-रोजगार के मौकों से जोड़ा जायेगा।

उन्होंने कहा कि ‘हुनर हाट’ ई प्लेटफार्म के साथ ही पोर्टल पर भी देश-विदेश के लोगों के लिए उपलब्ध है, जहाँ लोग सीधे दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों के बेहतरीन स्वदेशी सामानों को देख-खरीद रहे हैं।

अगले ‘हुनर हाट’ गोवा (26 मार्च से 4 अप्रैल), देहरादून (9 से 18 अप्रैल), सूरत (23 अप्रैल से 2 मई) में आयोजित होंगे। इसके अतिरिक्त कोटा, हैदराबाद, मुंबई, जयपुर, पटना, प्रयागराज, रांची, कोच्चि, गौहाटी, भुवनेश्वर, जम्मू-कश्मीर आदि स्थानों पर भी इसी वर्ष ‘हुनर हाट’ के आयोजन होंगें।

केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा 27वें ‘हुनर हाट’ का आयोजन ‘वोकल फॉर लोकल’ थीम के साथ लाल परेड ग्राउंड, भोपाल में 12 मार्च से 21 मार्च तक किया जा रहा है। यहां देश भर के 31 से ज्यादा प्रांतों के दस्तकार, शिल्पकार, कारीगर अपने दुर्लभ स्वदेशी हस्तनिर्मित उत्पाद बिक्री एवं प्रदर्शनी के लिए आएंगे।

भोपाल हुनरमंदों की कद्र जानता है-शिवराज

इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भोपाल हुनरमंदों की कद्र जानता है। हुनर हाट में आए देश के 31 राज्यों के कारीगरों को भोपाल की जनता से भरपूर सराहना मिलेगी।

श्री चौहान ने हुनर हाट का शुभारंभ किया। उन्होंने भोपाल वासियों से अपील की कि वे शहर में आए कलाकारों के हुनर को जरूर देखें।

केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित क्राफ्ट, कुज़ीन और कल्चर के संगम हुनर हाट में 31 राज्यों के कलाकार और हस्तशिल्पी अपने उत्पाद लेकर आएं हैं। हाट में कुल 250 स्टॉल लगाए गए, जिनमें 210 विभिन्न उत्पादों के और 40 स्टॉल खान-पान के हैं। मध्यप्रदेश के 15 शिल्पी भी हुनर हाट में भाग ले रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मैन ऑफ आइडियाज़ हैं। कोरोना के कठिन काल में उन्होंने आत्म-निर्भर भारत का संकल्प दिया। इससे प्रेरित होते हुए आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश का रोडमेप विकसित कर प्रदेश में कार्य जारी है। आत्म-निर्भर भारत वोकल फॉर लोकल के बिना संभव नहीं हो सकता। लोकल उत्पाद की पहचान कारीगारों पर ही निर्भर है। कारीगारों की कला के प्रकटीकरण का मौका और उनके उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने का हुनर हाट एक सशक्त माध्यम है। ऐसे मंचों से ही आत्म-निर्भर कारीगर और आत्म-निर्भर दस्तकार बन सकेंगे। यह देश की एकता, आपसी मेलजोल और कारीगरों को राष्ट्रीय स्तर पर बाजार उपलब्ध कराने का मौका भी देता है। ऐसे ही प्रयासों से कारीगारों के उत्पादों के पहचान वैश्विक स्तर पर बन सकेगी।

श्री चौहान ने केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री श्री नकवी से प्रतिवर्ष मध्यप्रदेश के किसी एक शहर में हुनर हाट आयोजित करने का निवेदन भी किया। उन्होंने कहा कि हस्तशिल्प की भारत में समृद्ध परंपरा रही है। जब पश्चिम के देश कपड़ा निर्माण में आरंभिक अवस्था में थे, तब हमारे कारीगरों ने ढाका की मलमल बना कर अपने हुनर को स्थापित कर दिया था। कारीगरों ने कोरोना काल में भी समाज की बहुत मदद की है। मास्क और पीपीई किट की आपूर्ति में इनका योगदान महत्वपूर्ण रहा।

श्री चौहान ने मध्यप्रदेश को 358 करोड़ रुपये जारी करने और 1 लाख 61 हजार 710 अल्पसंख्यक विद्यार्थियों को विभिन्न छात्रवृत्तियां प्रदान करने के लिए श्री नकवी का आभार व्यक्त किया।

श्री नकवी ने कहा कि हुनर हाट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से दस्तकारों, शिल्पकारों की स्वदेशी विरासत को मौका और मार्केट उपलब्ध कराने का प्रभावी प्लेटफार्म है। यह आत्म-निर्भर भारत और समावेशी विकास के संकल्प को पूरा करता है।

केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि हुनर हाट में भाग ले रहे शिल्पकारों के उत्पाद ई-पोर्टल भी उपलब्ध हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भोपाल में आयोजित हुनर हाट कौशल के कद्रदानों का कुंभ साबित होगा।

श्री नकवी ने अपने संबोधन में हुनर हाट की जानकारी देते हुए बताया कि कारीगरों के उत्पाद के साथ-साथ खान-पान के भी विविध स्टॉल यहाँ मौजूद हैं। इसमें तंदूरी चाय की उन्होंने विशेष रूप से प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि तंदूरी रोटी का तो सुना है पर तंदूरी चाय के बारे में पहली बार सुन रहा हूँ। श्री चौहान ने समापन-सत्र के उपरांत तंदूरी चाय के स्टाल पर जाकर चाय पी।

हुनर हाट में चाय की चुस्कियों का आनंद लिया शिवराज और नकवी ने

‘वोकल फाॅर लोकल’ के तहत स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित ‘हुनर हाट’ की शुरूआत के मौके पर आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने ‘तंदूरी चाय’ का लुत्फ उठाया।

ऐतिहासिक लाल परेड मैदान पर आयोजित हुनर हाट की शुरूआत के मौके पर श्री चौहान, श्री नकवी और राज्य के सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योग मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ने तंदूरी चाय की चुस्कियां लीं।

श्री चौहान ने इस संबंध में ट्वीट करते हुए लिखा है ‘चाय तो मैंने बहुत पी हैं, लेकिन आज भोपाल में हुनर हाट में तंदूरी चाय पहली बार पी। इसका मजा भी कुछ अलग ही है। आप सब भी आकर इसका लुत्फ उठाएं।’ उन्होंने इसका एक आकर्षक फोटो भी ट्वीट पोस्ट किया है।

दस दिवसीय हुनर हाट की शुरूआत के मौके पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि देश प्रदेश के स्थानीय शिल्पकारों और कारीगरों द्वारा निर्मित वस्तुएं देश और विश्व में बिक सकें, इसके लिए उनकी सरकार पूरा प्रयास करेगी। उन्होंने इस तरह के आयोजन के लिए श्री नकवी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि ये आयोजन प्रतिवर्ष होने चाहिए और अलग अलग शहरों में आयोजित किए जाने चाहिए।

श्री नकवी ने भी अपने संबोधन में हुनर हाट के आयोजन के उद्देश्यों से अवगत कराया और मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रति सहयोग करने के लिए धन्यवाद दिया। हुनर हाट में देश के विभिन्न हिस्सों के शिल्पकार अपने उत्पाद प्रदर्शित कर रहे हैं। यहां पर इन उत्पादों को विक्रय के लिए रखा गया है।