योगी आदित्यनाथ ने असदुद्दीन ओवैसी को दिया जवाब: सत्ता के संरक्षण में उत्पात मचाने वाले गुंडे आज दूसरे राज्यों में जाकर जान की भीख मांग रहे है जबकि कुछ लोग आदत के अनुसार एनकाउंटर पर सवाल खड़े कर  बरगलाने का काम कर रहे हैं attacknews.in

लखनऊ 15 मार्च । उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति का परिणाम है कि सत्ता के संरक्षण में उत्पात मचाने वाले गुंडे आज दूसरे राज्यों में जाकर जान की भीख मांग रहे है जबकि कुछ लोग आदत के अनुसार एनकाउंटर पर सवाल खड़े कर जनता को बरगलाने का काम कर रहे हैं।

श्री योगी ने भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुये कहा कि विरोधियों का काम ही सवाल खड़े करना है, यह वही लोग है जो एनकाउंटर पर सवाल उठाने के बाद लोगों को बरगलाने का काम करते हैं। सच्चाई यह है कि जो गुंडे सत्ता संरक्षण प्राप्त करके उत्पात करते थे, वो आज दूसरे प्रदेश ने जाकर जान की भीख मांग रहे हैं। पिछले चार सालों में सरकार ने निवेश, रोजगार, महिला अपराध, किसानों को भुगतान करने में प्रतिबद्धता के साथ काम किया है। निवेश में यूपी आज दूसरे नम्‍बर पर है, जो कभी 16 व 17 वें नम्‍बर पर होता था।

उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्‍व में देश ने कोरोना का डट कर मुकाबला किया। कोविड मैनेजमेंट पर वैश्विक मंच पर पीएम की तारीफ हो रही है। गरीबों को आवास देने, रसोई गैस कनेक्‍शन, किसानों की आय को दोगुना करने के लिए जो केन्‍द्र सरकार ने नीतियां बनाई है। उसकी हर जगह तारीफ हो रही है। केन्‍द्र सरकार व शासन की योजनाओं का हमें प्रचार प्रसार करना होगा। प्रदेश में 1 लाख 63 हजार बूथ हैं। इन सभी बूथों से प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के ट्वीट को रीट्वीट करना चाहिए। ताकि योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुंच सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के अंदर हो रहे डेवलपमेंट कार्यों से निवेश में बढ़ोत्‍तरी हुई है। प्रदेश का 3 लाख करोड़ का निवेश प्राप्‍त हो रहा है। पहले यूपी निवेश में 16 व 17 वें स्‍थान पर था। प्रदेश में हुए विकास कार्यों व अपराधियों पर नकेल कसने से प्रदेश निवेश में आज दूसरे स्‍थान पर है। युवाओं को चार सालों में 4 लाख से अधिक नौकरियां दी गई। 2017 में जब भाजपा सरकार आई थी तो इसकी घोषणा की थी, जो आज करके दिखा दिया है। प्रदेश में युवाओं को रोजगार मिल रहा है, प्रतिभाओं का सम्‍मान किया जा रहा है। महिलाओं की सुरक्षा को पुख्‍ता किया गया है। अब उत्तर प्रदेश आगे बढ़ रहा है। हमे सकारात्मक भाव के साथ आगे बढ़ना होगा।

श्री योगी ने कहा कि कांग्रेस किसानों को गुमराह करने का काम कर रहा ही है। वह अपने को किसानों का सच्‍चा हितैषी कहती है तो उसने अपनी सरकार में किसान फसल बीमा क्‍यों नहीं शुरू की। विपक्ष भोले भाले किसानों के कंधे पर बंदूक रख कर उनका नुकसान करना चाहता है। कृषि कानून से न तो मंडिया समाप्‍त होंगी और न ही एमएसपी खत्‍म होगी। कांट्रैक्‍ट खेती से उनकी जमीन नहीं जाएगी बल्कि फसल का अच्‍छा दाम मिलेगा लेकिन विपक्ष उनको गुमराह करने काम कर रहा है।

सीएम ने कहा “ 2017 के पहले के प्रिक्योरमेंट के आंकड़े को देखें तो पहले पांच लाख,सात लाख मिट्रिक टन के आंकड़े आते थे। हमने 68 लाख मीट्रिक टन प्रिक्योरमेंट किया और डीबीटी के माध्यम से पैसा सीधे किसानों के खाते में भेजा। पहले मकई का समर्थन मूल्‍य 1100 रूपए था, जो बढ़ा कर 1800 रुपए किया।

अमित शाह का चुनावी जन सभा में वादा:पश्चिम बंगाल में भाजपा सरकार आने पर कर्मचारियों को दिया जायेगा सातवें वेतन आयोग लाभ attacknews.in

रानीबांध 15 मार्च । केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने सोमवार को कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो पश्चिम बंगाल सरकार के कर्मचारियों के लिए सातवें वेतन आयोग को लागू किया जायेगा।

श्री शाह ने आज पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “ममता जी के पैर में चोट लगी है यह कैसे लगी वह नहं जानते। तृणमूल इसे एक षड़यंत्र बता रही है लेकिन चुनाव आयोग का कहना है कि यह एक दुर्घटना थी।”

उन्होंने कहा, “दीदी आप व्हीलचेयर पर घूम रही हैं आपके पैर के बारे में चिंतित हैं, लेकिन मेरे 130 मजदूरों की माताओं की पीड़ा नहीं जो मारे गए है।”

उन्होंने कहा कि स्टैंड अप इंडिया योजना के तहत आगामी पश्चिम बंगाल सरकार आदिवासी समुदाय को आत्मनिर्भर बनने में सहायता के लिए 100 करोड़ रुपये आवंटित करेगी।

उन्होंने कहा कि लोगों ने ‘मा माटी मानुष’ सरकार के लिए तृणमूल को वोट दिया। राजनीतिक हिंसा समाप्त होने के आसार थे लेकिन हुआ इसके विपरीत। हिंसा और भ्रष्टाचार में वृद्धि हुई। आदिवासियों को एक प्रमाण पत्र के लिए 100 रुपये का भुगतान करना पड़ा।

उन्होंने कहा, “भाजपा सरकार लाओ किसी भी आदिवासी को प्रमाण पत्र के लिए भुगतान नहीं करना होगा।”

उन्होंने कहा, “मेरे हेलीकॉप्टर में कुछ गड़बड़ होने की वजह से मुझे आज थोड़ी देर हो गई है लेकिन मैं इसे साजिश नहीं कहूंगा।

भाजपा बंगाल में 200 सीटें जीत सत्ता में आएगी: शाह

कल खड़गपुर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दोहराया कि भाजपा पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों में 200 से अधिक सीटों की जीत के साथ अगली सरकार बनाएगी और सभी केंद्रीय कल्याण योजनाओं को लागू करेगी।

खड़गपुर में भाजपा प्रत्याशी हिरन चटर्जी के रोड शो के दौरान एक निजी टीवी चैनल से बात करते हुए श्री शाह ने विशाल सभा को इंगित किया और कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बंगाल में भाजपा सरकार को वोट देने का मन बना लिया है।

गृह मंत्री ने कहा कि भाजपा यह सुनिश्चित करेगी कि केंद्र के सभी कल्याणकारी कार्यक्रमों को लागू किया जाए और बंगाल की सीमाओं के पार घुसपैठ को रोका जाए।

श्री शाह ने टीएमसी के उन आरोपों काे बिल्कुल बेबुनियाद बताया जिसमें कहा गया है कि भाजपा के इशारे पर कुछ पुलिस अधिकारियों को स्थानांतरित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग एक स्वतंत्र संस्थान है। उन्होंने कहा,“ममता दीदी पुलिस अधिकारियों से क्यों डर रही हैं यदि वह सचमुच में लोगों की नेता हैं।”

उन्होंने कहा,“अगर एक जिले के पुलिसकर्मियों का तबादला कर दिया जाए तो हमें पुलिसवालों से डर नहीं लगता।” श्री शाह ने कहा कि भाजपा बंगाल में 200 सीटों पर जीत हासिल करेगी और सरकार का गठन करेगी।

पश्चिम बंगाल की 294 सीटों पर 27 मार्च से आठ चरणों में मतदान आयोजित किया जाएगा।

श्री शाह ने ‘जय श्री राम’ और ‘भारत माता की जय’ के सैकड़ों और हजारों भगवा ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं के बीच भाजपा प्रत्याशी हिरोन चटर्जी के लिए रोड शो का नेतृत्व किया।

चुनाव आयोग की ओर से आठ चरण के विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद बंगाल में अमित शाह का पहला रोड शो था। पश्चिम मेदिनीपुर के औद्योगिक शहर मालोनचो से एक किमी के रोड शो में लगभग एक घंटे का समय लगा।

श्री शाह के अलावा, राज्य अध्यक्ष दिलीप घोष और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और उम्मीदवार हिरोन चटर्जी रोड शो में शामिल थे।

बाटला हाउस मामले में आरिज खान को फांसी की सजा:मुठभेड़ में पुलिस टीम के चीफ इंस्पेक्टर मोहन चंद्र शर्मा की हत्या को कोर्ट ने’रेयरेस्ट ऑफ द रेयर’ मानते हुए फैसला सुनाया attacknews.in

नयी दिल्ली 15 मार्च । दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने बाटला हाउस मुठभेड़ केस में आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन (आईएम) के सदस्य आरिज खान को सोमवार को मौत की सजा सुनाई।

बाटला हाउस एनकाउंटर में दोषी आरिज को दिल्ली की कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई है। कोर्ट ने मामले को ‘रेयरेस्ट ऑफ द रेयर’ मानते हुए फैसला सुनाया है। कोर्ट ने आठ मार्च को अपने फैसले में कहा था कि एनकाउंटर के वक्‍त आरिज खान मौके पर ही था और वह पुलिस की पकड़ से भाग निकला था। गत आठ मार्च को कोर्ट ने आरिज को पुलिस पर फायरिंग का दोषी माना था।

अदालत ने कहा कि उसने भागने से पहले पुलिसवालों पर फायरिंग की थी। कोर्ट ने कहा कि बाटला हाउस एनकाउंटर में पुलिस टीम के चीफ इंस्पेक्टर मोहन चंद्र शर्मा पर भी आरिज ने गोलियां चलाई थीं, जिससे उनकी मौत हो गई थी।

दिल्ली पुलिस ने अदालत से आरिज खान को फांसी की सजा दिए जाने का मांग की थी। दिल्ली पुलिस का पक्ष रख रहे सीनियर पब्लिक प्रॉसिक्यूटर एटी अंसारी ने कहा था कि कानून का अनुपालन करवाने वाले अधिकारी जो न्याय का संरक्षक था, उनकी हत्या की गई है। वो अपनी ड्यूटी पर थे। इसलिए मामले में कड़ा कदम उठाने की दरकार है।

कोर्ट ने कहा था कि आरिज खान को आईपीसी की धारा 186, 333, 353, 302, 307, 174A, 34 के तहत दोषी पाया गया है। उसे आर्म्‍स ऐक्‍ट की धारा 27 के तहत भी दोषी करार दिया गया है। एक दशक तक कथित तौर पर फरार रहने के बाद फरवरी 2018 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उसे गिरफ्तार किया था।

अदालत ने कहा कि यह साबित हो चुका है कि आरिज खान और उसके सहयोगियों ने जान-बूझकर पुलिसवालों को चोट पहुंचाई थी।

अदालत ने यह भी कहा कि खान ने इंस्‍पेक्‍टर एमसी शर्मा पर गोली चलाई जिससे उनकी जान गई। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश संदीप यादव ने कहा कि अभियोजन पक्ष ने पर्याप्त सबूत पेश किए जिनपर कोई संदेह नहीं किया जा सकता है।

गत 13 सितंबर 2008 को करोल बाग, कनॉट प्लेस, इंडिया गेट और ग्रेटर कैलाश में सीरियल बम धमाके हुए थे जिनमें 26 लोग मारे गए थे, जबकि 133 घायल हुए थे।

दिल्ली पुलिस ने जांच में पाया था कि बम ब्लास्ट को आतंकी गुट आईएम ने अंजाम दिया है। इसमें लीड मिली गुजरात में हुए ब्लास्ट से।

दरअसल, गुजरात में 26 जुलाई 2008 को ब्लास्ट हुआ था। गुजरात पुलिस ने जांच की और उससे जो लीड मिली वे उन्होंने इंटेलिजेंस एजेंसियों के अलावा सभी राज्यों की पुलिस से भी शेयर की थी। जानकारी दिल्ली पुलिस से भी शेयर की गई थी। जब उन लीड्स को डिवेलप किया गया तो उसी के आधार पर बटला हाउस में सर्च ऑपरेशन अंजाम दिया गया था।

आईएम के पांच आतंकी बटला हाउस स्थित एक मकान में मौजूद थे। 21 सितंबर 2008 को पुलिस ने कहा कि उसने आईएम के तीन आतंकियों और बटला हाउस के एल-18 मकान की देखभाल करने वाले शख्स को गिरफ्तार किया। दिल्ली में हुए विस्फोटों के आरोप में पुलिस ने कुल 14 लोग गिरफ्तार किए थे। ये गिरफ्तारियां दिल्ली और उत्तर प्रदेश से की गई थीं। आरिज घटना के 10 साल तक फरार रहा और उसे 14 फरवरी, 2018 को गिरफ्तार किया जा सका।

बाटला हाउस एनकाउंटर पर कांग्रेस नेताओं ने मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति का खुला खेल खेला था। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने एनकाउंटर को फर्जी बताकर सवाल उठाए थे। वहीं, एक अन्य बड़े नेता सलमान खुर्शीद ने तो यहां तक दावा कर दिया था कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एनकाउंटर में मारे गए मुस्लिम लड़कों की तस्वीरें देखकर रो पड़ी थीं।

इस पर भाजपा ने सवाल पूछे थे कि श्रीमती सोनिया आतंकवादियों के मारे जाने से आहत हुईं, लेकिन दिल्ली पुलिस के इंसपेक्टर मोहन लाल शर्मा की शहादत पर उनका दिल क्यों नहीं पसीजा?

दरअसल, भाजपा ने हमेशा कहा कि एनकाउंटर सही था और वहां मारे गए सभी आतंकवादी ही थे, कोई बेकसूर नहीं था। आरिज खान को जब अदालत ने दोषी करार दिया तो भी बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिग्विजय और सलमान खुर्शीद जैसे नेताओं से जवाब मांगे। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कहा था कि बाटला हाउस एनकाउंटर सही निकला तो वो राजनीति छोड़ देंगी, अब जब आरिज खान दोषी साबित हो गया तो ममता क्या करेंगी?

बटला हाउस मुठभेड़ मामले से जुड़े घटनाक्रम

दिल्ली की एक अदालत ने साल 2008 में बटला हाउस मुठभेड़ के दौरान हुई पुलिस निरीक्षक मोहन चंद शर्मा की हत्या के दोषी आरिज खान को सोमवार को मौत की सजा सुनाई।

बटला हाउस मुठभेड़ मामले का घटनाक्रम इस प्रकार है:- – 13 सितम्बर, 2008: सिलसिलेवार धमाकों से दिल्ली दहल गई, जिसमें 39 लोग मारे गए थे और 159 लोग घायल हुए थे।

  • 19 सितंबर, 2008: पुलिस और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई; प्राथमिकी दर्ज की गई।
  • 3 जुलाई, 2009: आरिज खान और शहजाद अहमद को न्यायालय ने भगोड़ा अपराधी घोषित किया।

  • 2 फरवरी, 2010: शहजाद अहमद लखनऊ से गिरफ्तार।

  • 1 अक्टूबर, 2010: मामले की जांच दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा को हस्तांतरित की गई।

  • 30 जुलाई, 2013: इंडियन मुजाहिदीन के आतंकवादी और सह-अभियुक्त शहजाद अहमद को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई।

  • 14 फरवरी, 2018: 10 साल तक फरार रहने के बाद आरिज खान को गिरफ्तार किया गया।

  • आठ मार्च, 2021: आरिज खान को हत्या और अन्य अपराधों के लिए दोषी ठहराया गया।

  • 15 मार्च, 2021: अदालत ने आरिज खान को मृत्युदंड दिया, 11 लाख रुपये का जुर्माना लगाया।

बटला हाउस मुठभेड़: दिल्ली अदालत ने आरिज खान की सजा पर सुबह रख लिया था फैसला सुरक्षित

दिल्ली की एक अदालत ने पुलिस निरीक्षक मोहन चंद शर्मा की हत्या और 2008 बटला हाउस मुठभेड़ से जुड़े अन्य मामलों के दोषी आरिज खान की सजा पर अपना फैसला सोमवार सुबह सुरक्षित रख लिया था ।

पुलिस ने आतंकवादी संगठन ‘इंडियन मुजाहिदीन’ से कथित रूप से जुड़े खान को मौत की सजा दिए जाने का अनुरोध किया और कहा कि यह केवल हत्या का मामला नहीं है, बल्कि न्याय की रक्षा करने वाले कानून प्रवर्तन अधिकारी की हत्या का मामला है।

अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश संदीप यादव ने अपराह्न चार बजे के लिए फैसला सुरक्षित रख लिया।

पुलिस की ओर से पेश हुए अतिरिक्त लोक अभियोजक ए टी अंसारी ने कहा कि इस मामले में ऐसी सजा दिए जाने की आवश्यकता है, जिससे अन्य लोगों को भी सीख मिले और यह सजा मृत्युदंड होनी चाहिए।

खान के वकील ने मृत्युदंड का विरोध किया।

दिल्ली की एक अदालत ने 2008 में बटला हाउस मुठभेड़ के दौरान हुई शर्मा की हत्या और अन्य अपराधों के लिए आरिज खान को आठ मार्च को दोषी ठहराया था।

अदालत ने कहा था कि यह साबित होता है कि आरिज खान और उसके साथियों ने पुलिस अधिकारी पर गोली चलाई और उनकी हत्या की ।

दक्षिणी दिल्ली के जामिया नगर इलाके में 2008 में बटला हाउस मुठभेड़ के दौरान दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ के निरीक्षक शर्मा की हत्या कर दी गई थी।

इस मामले के संबंध में जुलाई 2013 में एक अदालत ने इंडियन मुजाहिदीन के आतंकवादी शहजाद अहमद को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।

इस फैसले के विरुद्ध अहमद की अपील उच्च न्यायालय में लंबित है।

आरिज खान घटनास्थल से भाग निकला था और उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया था। खान को 14 फरवरी 2018 को पकड़ा गया और तब से उस पर मुकदमा चल रहा है।

ग्वालियर के बाद इंदौर हाईकोर्ट ने भी मध्यप्रदेश में प्रतीक्षित नगर निगमोंऔर परिषदों के निर्वाचन में आरक्षण की अधिसूचना पर लगायी अंतरिम रोक attacknews.in

इंदौर, 15 मार्च । मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की ग्वालियर खंडपीठ के बाद आज इंदौर खंडपीठ ने भी राज्य में प्रतीक्षित निगम और परिषद के निर्वाचन के मद्देनजर जारी आरक्षण अधिसूचना पर अंतरिम रोक लगा दी।

प्रशासनिक न्यायाधीश सुजॉय पॉल और न्यायाधीश शैलेन्द्र शुक्ला ने उक्त रोक आज उस जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए लगाई जिसमे बीते 10 दिसंबर 2020 को राज्य निर्वाचन आयोग के द्वारा जारी एक अधिसूचना को चुनौती दी गई है।

इस अधिसूचना में राज्य में निगम और परिषद के निर्वाचन के लिए विभिन्न पदों पर उम्मीदवारों को जाति वर्ग के आधार पर आरक्षण निर्धारित किया गया है।

अतिरिक्त महाधिवक्ता पुष्यमित्र भार्गव ने बताया याचिकाकर्ता उक्त अधिसूचना को चुनौती देते हुए कहा कि इससे पहले सम्पन्न हुए कई निर्वाचनों में राज्य की निगम और परिषदों की कई सीटें ऐसी हैं, जिन पर जाति वर्ग के आधार पर विभाजित आरक्षण श्रेणियों उम्मीदवार को पात्रता दी जा रही है।

इस तरह रोटेशन न होने से इन क्षेत्रों एक अन्य वर्गों के इच्छुक उम्मीदवारों के संवैधानिक अधिकारों का हनन हो रहा है।

याचिका में मांग की गई है कि प्रतीक्षित निगम और परिषदों के पदों पर होने वाले निर्वाचन में आरक्षण तय करने के पहले इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि जिन सीटों पर पूर्व में जिस वर्ग को आरक्षण का लाभ मिल चुका है।

उन वर्गों के अलावा अन्य जाति, समुदाय आधारित वर्गों, महिला पुरुष श्रेणियों को अवसर प्रदान किया जाये।

न्यायालय ने याचिका में राज्य शासन के मुख्य सचिव समेत एक अन्य और राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त से एक सप्ताह में अपना पक्ष इस मामले में स्पष्ट करने के आदेश दिए हैं।

इंदौर के हातोद निवासी दो पूर्व पार्षदों के द्वारा दायर इस याचिका की आगामी सुनवाई 31 मार्च 2021 को हो सकती है।

जबलपुर में अपनी बहन से दोस्ती की बात को राज रखने के एवज में रुपये ऐंठने से तंग आकर 15 वर्षीय नाबालिग ने कर दी 10 साल के बालक की हत्या,पुलिस ने किया गिरफ्तार attacknews.in

जबलपुर, 15 मार्च ।मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले के बेलखेड़ा थाना क्षेत्र के दस वर्षीय एक बालक की हत्या के मामले का पुलिस ने आज खुलासा करते हुए आरोपी नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया।अपनी बहन से आरोपी किशोर की दोस्ती की बात को राज रखने के एवज में बालक अक्सर उससे रुपये ऐंठता रहता था

बेलखेड़ा थाना प्रभारी सुजीत श्रीवास्तव ने बताया कि ग्राम जुगपुरा में रहने वाले राजा मल्लाह (10) अपने चार भाई बहनों में तीसरे नम्बर का था, जो तीसरी कक्षा में अध्ययनरत रहा।

राजा की बहन से पड़ोस में रहने वाले 15 वर्षीय नाबालिग से बातचीत होती रही। दोनों की दोस्ती की बात परिजनों से छुपाने के एवज में बालक द्वारा किशोर से रूपये मांगता था।

रूपये नहीं देने पर दोनो की दोस्ती के संबंध में परिजनों को बता देने की धमकी देता था। बालक द्वारा रूपये की मांग से परेशान होकर नाबालिग पांच मार्च को उसे घुमाने के बहाने जुगपुरा घाट ले गया। नाबालिग ने बालक के सिर पर लाठी से हमला कर उसे वेहोश कर दिया। इसके बाद छोटी नाव में बिठाकर उसे नर्मदा नदी के बीच में ले गया और पानी में फेंककर घर वापस लौट आया।

अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) एस एस बघेल ने सोमवार को बताया, ‘‘बेलखेड़ा गांव में 15 वर्षीय किशोर ने पांच मार्च को 10 वर्षीय लड़के की लाठी मार कर हत्या कर दी और फिर शव को नर्मदा नदी में फेंक दिया। लड़के का शव रविवार को नरसिंहपुर जिले में मुराचघाट में मिला।’’

अधिकारी ने आरोपी से पूछताछ के हवाले से बताया कि बच्चे ने 28 फरवरी को किशोर को अपनी बहन से बात करते देख लिया था। उस वक्त किशोर ने यह बात किसी को नहीं बताने के एवज में 100 रुपये बालक को दिये थे। लेकिन इस के बाद बालक अक्सर किशोर से रुपयों की मांग करने लगा और उसे धमकाने लगा तो उसने तंग आकर बालक की हत्या कर दी।

एएसपी ने बताया कि किशोर के लापता होने की शिकायत दर्ज होने के बाद उसका पता लगाया गया और संदेह के आधार पर उससे पूछताछ की गई जिस पर उसने अपना अपराध कबूल कर लिया।

असदुद्दीन ओवैसी ने योगी आदित्यनाथ को सचेत किया, “कयामत का दिन जल्द आएगा,हम तख्त पर बैठा सकते है और तख्त पर लिटा भी सकते है” attacknews.in

बलरामपुर 15 मार्च । एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैंसी ने उततर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकसर पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि इस राज्य में अब तक हुये पुलिस एनकाउंटर में 37 प्रतिशत मुसलमान मारे गये हैं ।

उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुये कहा कि उत्तर प्रदेश मुसलमानों को निशाना बना रही है । असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि, ‘उत्तर प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार बनी है, 2017-2020 में 6 हजार से ज्यादा एनकाउंटर हुए हैं। इनमें जो लोग मरे हैं, उनमें से 37 प्रतिशत मुसलमान हैं। ओवैसी ने कहा आखिर ये जुल्म क्यों हो रहा है।

श्री ओवैसी ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में संविधान का राज नहीं है।संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।

मुख्यमंत्री की ठोक दो नीति का सबसे बड़ा निशाना उत्तर प्रदेश के मुसलमान बन रहे हैं।ओवैसी ने कहा कि कयामत का दिन जल्द आएगा और उत्तर प्रदेश में योगी की सरकार फिर नहीं बनेगी।

उन्होंने कहा कि यदि संविधान की धज्जियां उडाई जाएंगी तो देश क्या होगा और लोकतंत्र का क्या होगा. ओवैसी ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में फ्रीडम आफ एक्सप्रेशन नहीं है और मरते दम तक वह मुल्क और मुल्क के संविधान को बचाने का प्रयास करते रहेंगे. इसके पीछे की वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि हम बीजेपी की बी टीम का हिस्सा नहीं है. उन्होंने कहा कि हम तख्त पर बैठा सकते है और तख्त पर लिटा भी सकते है।

वहीं, असदुद्दीन ओवैसी के हमलों का जवाब राज्य के मंत्री मोहसिन रजा ने दिया है ।

श्री मोहसिन रजा ने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी को लोगों को राय देनी चाहिए कि अपराधियों में इतनी अधिक भागीदारी क्यों है।

ओवैसी को हर किसी को समझाना चाहिए कि बैरिस्टर बनें, अपराधी कोई ना बने।

मोहसिन रजा ने कहा कि ओवैसी के पूर्वज देश का बंटवारा करने वाले लोग रहे हैं और आज ओवैसी जो बातें कर रहे हैं, वही विभाजन की दस्तक देती है।

संविधान बचाने के लिए हमें जान की कुर्बानी करनी पडे तो पीछे नहीं हटेंगे:ओवैसी

बलरामपुर में ही कल ऑल इंडिया मजलिस‑ए‑इत्तेहादुल मुस्लिमीन (आईएमआईएम) अध्यक्ष असुद्दीन ओवैसी ने कहा कि संविधान बचाने के लिए हमें जान की कुर्बानी करनी पड़े तब भी हम पीछे नहीं हटेंगे।

श्री औवैसी  जिले के उतरौला विधानसभा क्षेत्र के बरदही चौराहे पर भागीदारी संयुक्त मोर्चा की विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि मजहब के नाम पर कानून नहीं बन सकता। एनआरसी का विरोध मेरी पार्टी ने पूरे देश में किया और मैंने संसद में इस कानून की प्रति तक फाड़कर विरोध दर्ज कराया ।‌ उन्होंने कहा कि संविधान बचाने के लिए हमें जान की कुर्बानी करनी पडे तब भी हम पीछे नहीं हटेंगे।

उत्तरप्रदेश से भाजपा सांसद कोशल किशोर की गृहकलह घर के बाहर आई: बहू अंकिता ने काटी हाथ की नस;पति आयुष किशोर और सास-ससुर पर लगाये गंभीर आरोप attacknews.in

लखनऊ,15 मार्च । उत्तर प्रदेश में लखनऊ के मोहनलालगंज से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद कोशल किशोर के घर का कलह कम होने का नाम नहीं ले रहा है और अब उनकी बहू अंकिता ने अपने हाथ की नस काटकर आत्महत्या का प्रयास किया।

पुलिस सूत्रों ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अंकिता ने कल रात अपने हाथ की नस काट ली और उसके पहले एक वीडियो जारी किया था ,जिसमें उसने अपने पति आयुष किशोर और उसके माता-पिता पर गंभीर आरोप लगाये थे।

उन्होंने बताया कि अंकिता स्कूटी से श्री किशोर के दुबग्गा स्थित घर पहुंची और हाथ की नस काट ली। नस काटने से पहले वायरल वीडियो के बाद काकोरी पुलिस अंकिता की तलाश कर रही थी। हाथ की नस काटने के बाद पुलिस ने अंकिता को सिविल अस्पताल में भर्ती करा दिया है।उसकी हालत खतरे से बाहर है।

इस बीच भाजपा सांसद श्री किशोर ने सोमवार को इस मामले पर सफाई देते हुए यहां कहा कि अंकिता मेरी और विधायक पत्नी की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रही है।

उन्होंने कहा कि बेटे आयुष को उन्होंने पहले ही बेदखल कर दिया था और अब बेदखली के कानून के हिसाब से कार्यवाही हो रही है।

उन्होंने कहा कि अंकिता आत्महत्या की धमकी पहले ही दे चुकी थी और आत्महत्या करना भी कानूनी अपराध है।उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।

उन्होंने अंकिता पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि उसे कुछ लोग उकसा रहे हैं।इसकी भी जांच होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि आयुष किशोर के साले ने ही उसे गोली मारी है और आयुष ने थाने जाकर कल बयान दर्ज कराया था और पुलिस मामले की जांच कर रही है।

उन्होंने कहा कि दो लड़के उसके साथ आये थे वो कौन थे जो आयुष के बारे में पूछ रहे थे कि आयुष कौन है।आयुष पर अंकिता ने नशा आदि करने के आरोप लगाये है।

उन्होंने कहा कि आयुष पहले तो ऐसा नहीं करता था वो उसके साथ जाकर रहा है तभी नशा करना उसने शुरू किया है।

भाजपा सांसद ने कहा कि अंकिता एक तरफ कह रही है कि हम मर जायेगें और दूसरी तरफ कह रही है कि हम साथ रहना चाहते हैं तो वो केवल हमारी छवि धूमिल करना चाहती है।उसे कानून पर भरोसा नहीं है।उसने जानबूझ कर ये सब किया है।उन्होंने कहा कि कानून पर मुझे भरोसा है और कानून अपना काम कर रहा है।

पहले सांसद के फरार बेटे आयुष ने वीडियो वायरल कर अपनी पत्नी अंकिता पर गंभीर आरोप लगाए। इसके दौरान एक शख्स चंदन गुप्ता का वीडियो सामने आया, जिसने आयुष पर आरोप लगाए।

उधर आयुष के वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस टीम अंकिता के घर पहुंच गई। मडियांव थाने में सांसद की बहू ने अपने पति और ससुर सांसद कौशल किशोर के खिलाफ ही तहरीर दे दी है।

अंकिता ने आयुष और कौशल किशोर से जान का खतरा बताया है, साथ ही आरोप लगाया है कि सांसद उसे फर्जी मामले में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। तहरीर में अंकिता ने पति आयुष और सांसद कौशल किशोर से अपनी जान को खतरा बताया है। पुलिस ने तहरीर लेकर जांच का हवाला दिया है।

अंकिता ने इसके बाद बीजेपी सांसद कौशल किशोर के दबाव में पुलिस पर मुकदमा न दर्ज करने का आरोप लगाया है। उधर मड़ियांव पुलिस ने अंकिता को सुरक्षा दी है। उसकी सुरक्षा में 4 महिला पुलिसकर्मी तैनात की गई हैं।

बता दें इससे पहले फरार आयुष ने वीडियो वायरल कर बताया कि उसने खुद पर गोली नहीं चलवाई थी। आयुष ने कहा कि खुद पर गोली चलवाने का रिस्क नहीं ले सकता था, क्योंकि थोड़ा सा‍ भी इधर-उधर हो जाता तो जान भी जा सकती थी।

आयुष ने कहा कि पत्नी अंकिता ने हनीट्रैप के जरिए फंसाया। ऐसा वह कई अन्य लोगों के साथ भी कर चुकी है। आयुष ने वीडियो में कहा कि वह लखनऊ आ रहा है और सरेंडर भी करेगा।

आयुष की मांग है कि पुलिस पत्नी अंकिता से भी पूछताछ करे। वह सारे सवालों के जवाब देने को तैयार है। पुलिस हम दोनों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करे। आयुष ने अंकिता और उसके परिजनों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसका कहना है कि 7 महीने पहले मेरी अंकिता से मुलाकात हुई थी। फिर दूसरे दिन वह मुझसे फिजिकल हो गई और शादी का दबाव बनाने लगी। मैं उसके प्यार में पागल था, इसलिए घरवालों के खिलाफ जाकर शादी कर लिया।

वहीं इस वीडियो वायरल होने के बाद चंदन गुप्ता नामक युवक का वीडियो वायरल हुआ।चंदन का दावा है कि उसे फंसाने के लिए आयुष ने ख़ुद पर गोली चलवाई थी।

बता दें आयुष के साले आदर्श ने अपने बयान में चंदन का नाम लिया था। चंदन का कहना है कि सांसद बेटे का रौब दिखा आयुष ने उससे पैसे लिए। उसने गाड़ी लेने के लिए 4.70 लाख और 53 हजार आई फोन के लिए वसूले। बाद में गाड़ी अपने नाम करा ली।

चंदन के अनुसार उसने जब पैसे वापस मांगे तो फंसाने की धमकी आयुष ने दी। वह आयुष की वजह से परेशान है। आयुष ने उससे 7 से 8 लाख रुपए लिए। पैसा वापस मांगने पर मुझे फंसाने की कोशिश की गई। चंदन ने कहा कि पुलिस और मीडिया का धन्यवाद। लेकिन आयुष के साथी मुझे अभी भी धमका रहे हैं। वहीं आयुष की मां विधायक जयदेवी ने कहा कि आयुष को फंसाया गया है. आयुष 19 साल का है और वह लड़की लगभग 25 साल की है। वह औरत बहुत तेज तर्रार है। उसने यह देखा कि बाप सांसद और मां विधायक है इसलिए उसने इतनी बड़ी साजिश रची। पूरे मामले की जांच चल रही है। अब देखना यह है कि इस पूरे मामले पर क्या कार्रवाई होती है? वो पहले से शादीशुदा है, उसका बच्चा भी है। उसने पूरे मामले पर सबको फंसाया है।

मायावती को घोषणा:बहुजन समाज पार्टी उत्तरप्रदेश में विधानसभा और पंचायत चुनाव अकेले लड़ेगी,किसी दल से कोई गठबंधन या समझौता नहीं किया जाएगा attacknews.in

लखनऊ 15 मार्च । बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने आज ऐलान किया कि उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाला विधानसभा चुनाव पार्टी अकेले लड़ेगी।

उन्होंने कहा कि बसपा किसी दल से कोई गठबंधन या समझौता नहीं करेगी ।

बसपा के संस्थापक कांशीराम की 87वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद सुश्री मायावती ने यहां संवाददाताओं से कहा कि पार्टी बहुत पहले से ही विधानसभा चुनाव को लेकर काम कर रही है । बसपा पंचायत चुनाव भी अकेले हर लड़ेगी ।

उन्होंने कहा कि पार्टी चुनाव को लेकर अपनी रणनीति का खुलासा नहीं करती है । बसपा प्रदेश की सभी 403 विधानसभा सीटों पर पूरे दम के साथ चुनाव लड़ेगी और अच्छे परिणाम देगी।

उन्होंने कहा कि बसपा से गठबंधन करने पर हमेशा दूसरे दलों को लाभ होता है इसलिए पार्टी किसी से गठबंधन नहीं करेगी । गठबंधन में बसपा के वोट तो दूसरे दलों को ट्रांसफर हो जाते हैं लेकिन उन दलों के वोट बसपा को नहीं मिलते जिससे नुकसान होता है । गठबंधन का फायदा अन्य दलों को मिल जाता है ।

मायावती ने अपने समर्थकों से कहा कि विरोधी दलों के साम, दाम, दंड और भेद के हथकंडे से सावधान रहें और पार्टी को चुनाव में अच्छी सफलता दिलाकर बसपा मूवमेंट को सफल बनाएं। यही पार्टी संस्थापक कांशीराम को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

उन्होंने केंद्र सरकार से कृषि से जुड़े तीनों कानून वापस लेने की मांग एक बार फिर दुहराई। उन्होंने कहा किसान आंदोलन में मृतक किसानों के परिजनों को उचित आर्थिक सहायता व एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।

बसपा राज में चीनी मिलों के बिकने के सवाल पर मायावती ने कहा कि किस संस्था के साथ क्या किया जाना है, यह निर्णय सत्ता में रहने वाली सरकार करती है। चीनी मिलों को बेचने का फैसला कैबिनेट ने किया था। यह सरकार का सामूहिक फैसला था, यह किसी एक मंत्री की जिम्मेदारी नहीं। यह मंत्रालय भी दूसरे मंत्री के पास था।

मुंबई पुलिस के ASI संजय वाजे निलंबित: NIA ने मुकेश अंबानी के निवास के नजदीक जिलेटिन लदी कार मामले में अपराधी बनाया;‘मुठभेड़’ में 63 कथित अपराधियों को मार गिराने वाला अधिकारी कारोबारी मनसुख हिरन की हत्या में उलझा attacknews.in

मुंबई, 15 मार्च । मुंबई पुलिस ने सोमवार को सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाजे को निलंबित कर दिया।

यह कदम दक्षिण मंबई स्थित उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटक से लदी कार मिलने की जांच कर रही एनआईए द्वारा वाजे को गिरफ्तार किए जाने के बाद उठाया गया।

पुलिस उपायुक्त एस चैतन्य ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘पुलिस विशेष शाखा के अतरिक्त आयुक्त के आदेश पर सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाजे को निलंबित किया गया है।’’

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने 25 फरवरी को उद्योगपति मुकेश अंबानी के दक्षिण मुंबई स्थित आवास एंटीलिया के पास 20 जिलेटिन छड़ों के साथ मिली स्कॉर्पियों कार के मामले की जांच कर रही है और इसी सिलसिले में शनिवार रात को वाजे की गिरफ्तारी की थी।

वाजे (49) को ‘मुठभेड़’ में 63 कथित अपराधियों को मार गिराने का श्रेय दिया जाता है। उनपर ठाणे के कारोबारी मनसुख हिरन की कथित हत्या को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। अंबानी के घर के पास मिली स्कॉर्पियों एसयूवी कार हिरन की ही थी और पांच मार्च को ठाणे जिले के क्रीक में वह मृत मिले थे।

मुंबई की अदालत ने रविवार को वाजे को 25 मार्च तक के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया।

पुलिस ने इससे पहले बताया कि वाजे को भारतीय दंड संहिता की धारा-286 (विस्फोटक सामग्री के संबंध में लापरवाही), धारा-465 (फर्जीवाड़ा), धारा-473 (फर्जीवाड़ा करने के इरादे से जाली मुहर रखना या बनाना), धारा- 506(2)आपराधिक उद्देश्य, धारा-120बी (आपराधिक साजिश) और विस्फोटक अधिनियम की प्रासंगिक धाराओं के तहत गिरफ्तार किया है।

हिरासत में लेने के लिए एनआईए की ओर दिए गए आवेदन में कहा गया कि चश्मदीदों के बयान से वाजे की मामले में संलिप्तता प्रतीत होती है।

वाजे 1990 के राज्य काडर के अधिकारी हैं। उन्हें वर्ष 2004 में घाटकोपर धमाके के संदिग्ध ख्वाजा यूनिस की हिरासत में हुई मौत मामले में भी निलंबित किया गया था लेकिन पिछले साल उन्हें बहाल कर दिया गया।

सुप्रीम कोर्ट ने जातिगत आरक्षण पर पुनर्विचार सुनवाई शुरू की:1992 में अधिवक्ता इंदिरा साहनी की याचिका पर ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए जाति-आधारित आरक्षण की अधिकतम सीमा 50 प्रतिशत तय कर दी थी attacknews.in

नयी दिल्ली, 15 मार्च । उच्चतम न्यायालय ने यह तय करने के लिए सोमवार को सुनवाई शुरू की कि आरक्षण से संबंधित मंडल प्रकरण नाम से चर्चित इंदिरा साहनी मामले पर एक वृहद पीठ को पुनर्विचार करना चाहिए या नहीं।

न्यायालय ने 1992 में अधिवक्ता इंदिरा साहनी की याचिका पर ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए जाति-आधारित आरक्षण की अधिकतम सीमा 50 प्रतिशत तय कर दी थी।

न्यायमूर्ति अशोक भूषण, न्यायमूर्ति एल नागेश्वर राव, न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर, न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता और न्यायमूर्ति आर रवीन्द्र भट की पांच सदस्यीय संविधान पीठ से कुछ राज्यों ने अभिवेदन के संक्षित नोट दाखिल करने के लिए समय मांगा था। पीठ ने सभी राज्यों को इसके लिए एक सप्ताह का समय दिया।

याचिकाकर्ताओं की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद दातार ने 1992 के फैसले पर बृहद पीठ के पुनर्विचार करने के सवाल पर दलीलें पेश करते हुए कहा कि इंदिरा साहनी फैसले पर पुनर्विचार की आवश्यकता नहीं है।

दातार ने तर्क दिया कि आरक्षण की अधिकतम सीमा 50 प्रतिशत तय करने समेत कई मामलों से जुड़े इस फैसले पर पुनर्विचार के लिए 11 सदस्यीय पीठ के गठन की आवश्यकता होगी, जो अनावश्यक है।

उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय की स्थापना के बाद केवल पांच बार ऐसा हुआ है, जब 11 न्यायाधीशों की पीठ गठित की गई है और ऐसा अद्वितीय एवं संविधानिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण मामलों की समीक्षा के लिए किया गया है।

दातार ने कहा कि मामले में केवल यह प्रश्न उठाया गया है कि क्या आरक्षण की 50 प्रतिशत की अधिकतम तय सीमा का उल्लंघन किया जा सकता है। इसमें 1992 के फैसले से जुड़े अन्य मामलों को नहीं उठाया गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘इंदिरा साहनी फैसला काफी विचार-विमर्श के बाद सुनाया गया था और मेरे विचार से उस पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता नहीं है।’’

उन्होंने कहा कि फैसले के बाद से ही 50 प्रतिशत की अधिकतम सीमा को स्वीकार कर लिया गया है।

पीठ ने कहा, ‘‘विभिन्न राज्यों के वकीलों के अनुरोध पर हम लिखित अभिवेदन के संक्षिप्त नोट दाखिल करने के लिए उन्हें एक सप्ताह का समय देते हैं।’’

सुनवाई की शुरुआत में केरल की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता जयदीप गुप्ता ने राज्य में विधानसभा चुनाव के मद्दनेजर सुनवाई स्थगित किए जाने का अनुरोध किया, जिसे पीठ ने खारिज करते हुए कहा, ‘‘हम चुनाव के कारण इस मामले की सुनवाई स्थगित नहीं कर सकते।’’

पीठ ने कहा कि संविधान के 102वें संधोशन के मामले पर निर्णय लेने की आवश्यकता है, क्योंकि इससे हर राज्य प्रभावित होता है।

तमिलनाडु का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता शेखर नफडे ने कहा कि न्यायालय को उन विशेष परिस्थितियों पर गौर करना होगा, जिनमें 50 प्रतिशत की सीमा से अधिक आरक्षण दिया गया है।

नफडे और गुप्ता ने कहा कि आरक्षण नीति संबंधी मामला है, इसलिए चुनावों के कारण इस मामले की सुनवाई स्थगित की जानी चाहिए।

पीठ ने कहा कि वह तथ्यात्मक पहलुओं पर फैसला नहीं कर रही और वह कानूनी पक्ष पर विचार करेगी।

शीर्ष अदालत ने आठ मार्च को संविधान पीठ के समक्ष उठाए जाने वाले पांच प्रश्न तैयार किए थे, जिनमें मंडल फैसले के पुनर्विचार का प्रश्न भी शामिल है।

उच्चतम न्यायालय ने सभी राज्यों से इस ‘अति महत्वपूर्ण’ मुद्दे पर जवाब मांगा था कि क्या संविधान का 102वां संशोधन राज्य विधायिकाओं को सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े वर्गों का निर्धारण करने को लेकर कानून बनाने और अपनी शक्तियों के तहत उन्हें लाभ प्रदान करने से वंचित करता है।

संविधान में किये गए 102 वें संशोधन अधिनियम के जरिये अनुच्छेद 338 बी जोड़ा गया, जो राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के गठन, उसके कार्यों और शक्तियों से संबंधित है, जबकि अनुच्छेद 342 ए किसी खास जाति को सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़ा वर्ग अधिसूचित करने की राष्ट्रपति की शक्ति और सूची में बदलाव करने की संसद की शक्ति से संबंधित है।

शिक्षा और नौकरियों में मराठा समुदाय को आरक्षण देने संबंधी 2018 महाराष्ट्र कानून से संबंधित याचिकाओं की सुनवाई कर रही पीठ के समक्ष इस संविधान संशोधन की व्याख्या का मामला उठा था।

अमिताभ बच्चन ने दूसरी आंख की सर्जरी कराई;कहा- “जीवन बदलने वाला अनुभव। अब आप वह देख सकते हैं जो पहले नहीं दिखाई देता था। निश्चित तौर पर दुनिया अद्भुत है’’ attacknews.in

मुंबई, 15 मार्च । महानायक अमिताभ बच्चन ने जानकारी दी है कि उनकी दूसरी आंख की सर्जरी सफल रही है और वह अब ठीक हो रहे हैं।

उनकी एक आंख की सर्जरी इस महीने के शुरु में हुई थी। 78 वर्षीय अभिनेता ने इस सर्जरी की जानकारी दी थी। उन्होंने बताया था कि सर्जरी के बाद ठीक होने की गति ‘धीमी और मुश्किल’ है। बच्चन ने उस समय दूसरी आंख की भी सर्जरी होने का संकेत दिया था।

अमिताभ बच्चन ने रविवार देर रात डॉक्टर हिमांशु मेहता को धन्यवाद दिया और कहा कि यह सर्जरी ‘जिंदगी बदलने वाला अनुभव’ है।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ दूसरी सर्जरी भी सफल रही। अब ठीक हो रहा हूं। सब ठीक है। शानदार आधुनिक चिकित्सा प्रौद्योगिकी और डॉ हिमांशु मेहता के हाथों की कुशलता….। जीवन बदलने वाला अनुभव। अब आप वह देख सकते हैं जो पहले नहीं दिखाई देता था। निश्चित तौर पर दुनिया अद्भुत है।’’

अपने प्रशंसकों की ओर से मिल रही शुभकामनाओं के लिए उन्हें धन्यवाद देते हुए बच्चन ने कहा कि यह जानकर वह अभिभूत हैं कि लोग उनके स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।

सूची देखें:भाजपा ने असम, बंगाल, केरल, तमिलनाडु के लिए 209 प्रत्याशी घोषित किये;कई चर्चित नामों को मैदान में उतार कर विधानसभा चुनावों को हाई प्रोफाइल बनाने की कोशिश attacknews.in

नयी दिल्ली 14 मार्च । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने असम, पश्चिम बंगाल, केरल एवं तमिलनाडु विधानसभा चुनावों के लिए आज अपने कुल 209 प्रत्याशियों की सूचियां जारी कीं।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल और असम विधानसभा चुनाव के लिए रविवार को उम्मीदवारों की सूची जारी की है जिसमें पार्टी ने केरल में वयोवृद्ध मेट्रोमैन ई श्रीधरन, पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं सांसद के. अल्फॉन्स एवं सांसद सुरेश गोपी, पश्चिम बंगाल में मशहूर अर्थशास्त्री अशोक लाहिड़ी, केन्द्रीय राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो, सांसद लॉकेट चटर्जी एवं स्वप्न दासगुप्ता तथा तमिलनाडु से अभिनेत्री खुश्बू सुंदर को उतार को विधानसभा चुनावों को हाई प्रोफाइल बनाने की कोशिश की है।

केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद पार्टी महासचिव अरुण सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में चारों सूचियां जारी कीं। असम और तमिलनाडु के लिए 17-17, केरल के लिए 112 तथा पश्चिम बंगाल के लिए 63 उम्मीदवार घोषित किये गये। भाजपा ने असम के पांच तथा केरल में दो मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं। असम में दो, पश्चिम बंगाल में सात, केरल में 11 तथा तमिलनाडु में तीन महिलाओं को प्रत्याशी बनाया गया है।

उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करते हुए श्री सिंह ने कहा कि “केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को टॉलीगंज विधानसभा सीट से टिकट दिया गया है। मशहूर फ़िल्म अदाकार यशदासगुप्ता को चंडीतला से मैदान में उतारा गया है। सांसद लॉकेट चटर्जी चुँचुरा से चुनाव लड़ेंगी। बांग्ला फ़िल्मों की अभिनेत्री अंजना बासु को सोनारपुर दक्षिण, तनुश्री चक्रवर्ती को श्यामपुर पायल सरकार को बेहाला पूर्व, सांसद सपन दासगुप्ता को तारकेश्वर, ममता सरकार में मंत्री रहे राजीव बनर्जी को डोमजुर, सांसद निशित प्रामाणिक को दिनहाता और अलीपुरद्वार से अशोक लाहिरी को टिकट दिया गया है।”

वहीं, तमिलनाडु के उम्मीदवारों के नामों का एलान करते हुए भाजपा के महासचिव ने कहा कि तमिलनाडु में भाजपा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए ) के साथी के रूप में 20 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। प्रदेश अध्यक्ष एल मुरुगन धारापुरम से चुनाव लड़ेंगे वहीं वरिष्ठ नेता एच राजा, कराईकुडी से चुनाव लड़ेंगे।

उन्होंने कहा कि केरल में भाजपा 115 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और बाकी 25 सीटें चार गठबंधन सहयोगी दलों के लिए छोड़ी जाएंगी। पूर्व केन्द्रीय मंत्री और मौजूदा सांसद अलफाेन्स को कांजिरापल्ली से, मेट्रो मेन के नाम से प्रसिद्ध ई श्रीधरन पलक्कड़ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। वहीं, केरल में पूर्व राज्य भाजपा अध्यक्ष और राज्यपाल रहे प्रमुख कुम्मनम राजशेखरन नेमोम और सांसद सुरेश गोपी त्रिशूर सीट से चुनाव लड़ेंगे ।

शनिवार को यहां भाजपा मुख्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी और भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की अध्यक्षता में संपन्न हुई पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में उम्मीदवारों के नामों पर विचार किया गया था। बैठक में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गड़करी समेत चुनाव समिति के सभी सदस्य शामिल हुए थे।

भाजपा ने असम के 126 विधानसभा सीटों में से अपने सभी 92 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं । बाक़ी बची सीटें सहयोगी दलों के लिए छोड़ी गयी हैं। तमिलनाडु की 234 विधानसभा सीटों में भाजपा, अन्नाद्रमुक के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही हैं जहां गठबंधन दल के तौर पर पार्टी को 20 सीटें मिली है। केरल में 140 विधानसभा सीटों में भाजपा 115 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं और बाक़ी सीटें गठबंधन दलों के लिए छोड़ीं गयी हैं ।

भाजपा ने केरल में वयोवृद्ध मेट्रोमैन ई श्रीधरन को पालक्काड, पूर्व राज्यपाल के राजशेखरन को नेमम से, पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं सांसद के. अल्फॉन्स को कंजिरापल्ली से एवं सांसद सुरेश गोपी को त्रिशूर से और भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी जैकब थॉमस को इरिन्जालाकुडा से, पश्चिम बंगाल में मशहूर अर्थशास्त्री अशोक लाहिड़ी को अलीपुर दुआर से, केन्द्रीय राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो को टॉलीगंज से, सांसद लॉकेट चटर्जी को चुंचुरा से, निशीथ प्रामाणिक को दिनहाता से एवं स्वप्न दासगुप्ता को तारकेश्वर से और कैंसर विशेषज्ञ डॉ. इंद्रनील खान को कस्बा से तथा तमिलनाडु से अभिनेत्री खुश्बू सुंदर को थाउसेंड लाइट्स सीट से उम्मीदवार बनाया है।

बंगाल में भाजपा प्रत्याशियों की सूची:

भारतीय जनता पार्टी के केन्द्रीय चुनाव समिति ने पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव के तीसरे और चौथे चरण के लिए रविवार को अपने 63 प्रत्याशियों की सूची जारी की। सूची में तीसरे चरण के लिए 27 और चौथे चरण के वास्ते 36 उम्मीदवारों के नाम इस प्रकार हैं-

क्र…………विधानसभा क्षेत्र………….उम्मीदवार का नाम

01…………….बसंती (सु)………………श्री रमेश माजी
02……………कुलतली (सु)…………..श्री मिंटू हलधर
03……………कुलपी…………………….श्री प्रणव मल्लिक
04……………रैदधी………………………श्री शंतनु बापुली
05…………….मंदिरबाजार (सु)……….श्री दिलीप जाटुवा
06…………….जोयनगर (सु)…………..श्री रोबिन सरदार
07…………….कैनिंग पश्चिम (सु)……..श्री अर्नाब रॉय
08…………….कैनिंग पूर्व………………..श्री कालीपद नस्कर
09…………….बरुईपुर पश्चिम…………..श्री देबापम चट्टोपाध्याय
10…………….मगराहत पूर्व (सु)……….श्री चंदन नस्कर
11……………..मगराहत पश्चिम ………..श्री मानश साह (ध्रवजोटी)
12. ……………डायमंड हार्बर……………श्री दीपक हलधर
13………………सतगछिया………………श्री चंदन पॉल दास
14………………विष्णुपुर (सु)………….श्री अग्निश्वर नस्कर
15………………उलूबेरिया उत्तर ……….श्री चिरान बेरा
16………………श्यामपुर………………..श्रीमती तनुश्री चक्रवर्ती
17………………बगनान………………..श्री अनुपम मल्लिक
18………………अमता…………………श्री देवतनु भट्टाचार्य
19……………..उदयनारायणपुर ……..श्री सुमित रंजन करार
20…………….जंगीपारा……………….श्री देबजीत सरकार
21…………….हरिपाल………………..श्री समीरन मित्र
22……………धनियाखाली (सु)……..श्री तुषार मजूमदार
23…………….तारेकेश्वर……………..श्री स्वपन दास गुप्ता
24…………….पुरसुराह……………….श्री बिमान घोष
25……………..आरामबाग (सु)…….श्री मधुसूदन बाग
26……………..गोगाट (सु)………….श्री विस्वनाथ करक
27……………..खानाकुल…………….श्री सुशांत घोष
बंगाल में चौथे चरण के लिए उम्मीदवाराें के नाम…..
01…मैकलीगंज (सु)…………..श्री दधीराम राय
02….माथाभांगा (सु)………….श्री सुशील बर्मन
03….कूचबिहार उत्तर…………..श्री सुकमार रॉय
04…..सितालकुची (सु)……….श्री बरेन चन्द्र बर्मन
05….सीताई (सु)………………श्री दीपक कुमार रॉय
06…..दिनहाता………………….श्री निशित प्रमाणिक
07……तूफानगंज ………………श्री मलोटी राबा रॉय
08…….कुमारग्राम (सु)………..श्री मनोज आेरान
09…….काल्चिनी………………..श्री विशाल लामा
10……..अलीपुरद्वार…………….श्री अशोक लाहिडी
11……..मादारीहाट……………..श्री मनोज टिग्गा
12………सोनारपुर दक्षिण………श्रीमती अंजुना बसु
13……….भांगर………………….श्रीमती सौमी हति
14……….कस्बा…………………डॉ. इन्द्रनील खान
15……….जादवपुर………………श्रीमती रिंकू नस्कर
16………टाॅलीगंज……………….श्री बाबुल सुप्रियो (केन्द्रीय राज्यमंत्री)
17………बेहाला पूर्व……………..श्रीमती पायल सरकार
18…….महेशतला………………..श्री उमेश दास
19……बज बज…………………..डॉ. तरुण अदक
20……मेटियाबुरुज……………….श्री रामजी प्रसाद
21…….हावडा उत्तर ……………..श्री उमेश रॉय
22…….हावडा मध्य ……………..श्री संजय सिंह
23……..हावडा दक्षिण…………….श्री रंतिदेव सेन गुप्ता
24……..सांक्रैल (सु)…………….श्री प्रभाकर पंडित
25…….पांचला……………………..श्री मोहित घटि
26……..उलूबेरिया पूर्व…………….श्री प्रत्यूष मॉडल
27……..डोम्जुर ……………………श्री राजीव बनर्जी (पूर्व मंत्री)
28……..उत्तरपाडा…………………श्री प्रावीर घोषाल
29……..श्रीरामपुर…………………..श्री कबीर शंकर घोष
30………चांपदानी………………….श्री दिलीप सिंह
31……….सिंगूर…………………….श्री रवीन्द्र नाथ भट्टाचार्य
32……….चन्दननगर………………दीपांजन गुहा
33………….चुंचुरा………………….श्रीमती लॉकेट चटर्जी (सांसद)
34…………..बालागढ.(सु)………श्री सुभाष चन्द्र हलधर
35…………..पांडुआ………………प्राे. पार्था शर्मा
36………….चंदिताला…………….श्री यशदास गुप्ता

बिहार में विलय को लेकर चली आ रही अटकलों पर विराम लगाते हुए रालोसपा का जदयू में हुआ विलय और नीतीश कुमार ने उपेन्द्र कुशवाहा को जदयू संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाये जाने की घोषणा की attacknews.in

पटना 14 मार्च । राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने आज बड़ी संख्या में अपने समर्थकों एवं पदाधिकारियों के साथ पार्टी का जनता दल यूनाइटेड (जदयू) में विलय कर लिया।

बिहार के मुख्यमंत्री एवं जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार एवं अन्य कद्दावर नेताओं की उपस्थिति में यहां पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में श्री कुशवाहा अपने पार्टी पदाधिकारियों के साथ जदयू में रालोसपा के विलय की घोषणा की। इसके बाद शामिल नेताओं को जदयू की सदस्यता ग्रहण कराई गई।

इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री कुमार ने श्री कुशवाहा को जदयू संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाये जाने की घोषणा की। इसके बाद श्री कुमार ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों से कहा कि उनके इस निर्णय से खुश हैं न, जिस पर सभी लोगों ने हाथ उठाकर अपनी सहमति जताई। उन्होंने कहा कि इसके बाद आगे और भी कुछ सोचा जाएगा।

श्री कुमार ने कहा, “हमलोग राजनीति करते हैं लेकिन राजनीति का मतलब किसी खास वर्ग को लेकर चलना नहीं बल्कि सबको साथ लेकर चलना है। अब श्री कुशवाहा पार्टी में आ गए हैं, सबको मिलकर चलना है। आपकी कोई ख्वाहिश नहीं है लेकिन हमलोग आपके लिए सोचेंगे। आपकी प्रतिष्ठा है और आपकी हैसियत भी है। ऐसे में हमलोग सोचेंगे। जो उनकी इच्छा थी उसकी उन्होेंने तत्काल घोषणा कर दी है।”

रालोसपा का काफिला अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए काम करेगा : कुशवाहा

इससे पहले राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी के जनता दल यूनाइटेड (जदयू) में विलय को लेकर चली आ रही अटकलों पर आज विराम लगाते हुए कहा कि यह काफिला अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए काम करेगा।

श्री कुशवाहा ने पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य परिषद की कल हुई बैठक में प्रस्ताव पारित कर सर्वसम्मति से निर्णय के लिए उन्हें अधिकृत कर दिया गया था। आज राष्ट्रीय परिषद की बैठक में इसी एजेंडे पर विस्तार से चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि बैठक में निर्णय लिया गया कि समान विचारधारा के लोग जिनको बिहार ने स्वीकार किया उनके साथ खड़ा होना चाहिए।

रालोसपा अध्यक्ष ने कहा, “पार्टी ने निर्णय लिया है कि अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जो मेरे बड़े भाई के समान है उनके साथ चलेंगे। यह काफिला श्री कुमार के नेतृत्व में काम करेगा।”

उन्होंने कहा कि पार्टी का फैसला है कि जदयू के साथ मिलकर काम करेंगे। रालोसपा की पूरी जमात का जदयू में मिलन होगा। आगे की भूमिका क्या होगी इस पर मिल बैठकर बात होगी।

गौरतलब है कि श्री कुशवाहा आज जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उपस्थिति में रालोसपा का जदयू में विलय करने की घोषणा करेंगे।

जयपुर में पुलिस कमिश्नर कैलाश बोहरा शिकायत करवाने आई महिला रिश्वत नहीं दे पाई तो उसके सुंदर शरीर की मांग करके,करता रहा बलात्कार attacknews.in

जयपुर 14 मार्च । राजस्थान की राजधानी जयपुर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा एक पुलिस अधिकारी को एक मामले में महिला से अस्मत मांगने पर गिरफ्तार करने का मामला सामने आया है।

ब्यूरो के महानिदेशक बी एल सोनी के अनुसार इस मामले में जयपुर शहर (पूर्व) जिले की महिला अत्याचार अनुसंधान शाखा के प्रभारी सहायक पुलिस आयुक्त कैलाश बोहरा को आज गिरफ्तार किया गया।

आरोपी ने दुष्कर्म के मामले की जांच के लिए पीड़िता से पहले रिश्वत मांगी, रिश्वत नहीं मिलने पर पीड़िता को बार बार जांच के नाम पर कार्यालय बुलाकर अस्मत मांगना शुरु कर दिया और परेशान करने लगा। इससे परेशान होकर पीड़िता ने ब्यूरो में इसकी गत छह मार्च को शिकायत दर्ज कराई थी।

इस पर ब्यूरो ने सत्यापन कराकर रविवार को जब आरोपी ने पीड़िता को छुट्टी के दिन कार्यालय बुलाया और अंदर से कमरा बंद कर लेने के बाद इशारा मिलने पर मौके पर पहुंच कर बोहरा को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया।

उल्लेखनीय है कि महिला ने जवाहर सर्किल थाने में एक युवक तथा अन्य लोगों के खिलाफ दुष्कर्म, धोखाधड़ी सहित तीन मुकदमे दर्ज कराए थे, इनकी जांच बोहरा कर रहे थे। ब्यूरो टीम आरोपी के निवास एवं अन्य ठिकानों की भी तलाशी ले रही है।

उतराखण्ड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने हरिद्वार कुंभ मेला में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं द्वारा स्नान करने पर आगामी स्नानों में सीमित संख्या को विस्तार देने की दी हरी झंडी attacknews.in

हरिद्वार/देहरादून, 14 मार्च । उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने रविवार को कहा कि 12 साल में एक बार आने वाला कुम्भ केवल प्रदेश ही नहीं, देश और दुनिया का कुंभ है। इसको भव्य बनाने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है।

श्री तीरथ ने कहा कि कोविड की गाइडलाइन का भी पालन करना है, लेकिन किसी तरह की असुविधा नहीं होने दी जाएगी।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अदभुत कार्यशैली से लाकडाउन में भी लोगों का ध्यान सरकार ने रखा। उन्होंने ‘मोदी है तो मुमकिन है’ के नारे का उल्लेख करते हुए कहा कि हमें किसी को कुंभ में स्नान से वंचित नहीं रखना है।

श्री तीरथ आज यहां समदृष्टि, क्षमता विकास एवं अनुसंधान मंडल (सक्षम) की ओर से आयोजित नेत्र कुंभ का उद्घाटन करने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हम दिव्य भव्य कुंभ का आयोजन कराने को तत्पर हैं। इसलिए शाही स्नान के दिन संत समाज के ऊपर हैलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत अभिनंदन किया। हरकी पौड़ी पर संतजनों और मां गंगा का आशीर्वाद लिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरिद्वार में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने स्नान किया। साधु संत, आमजन के साथ ही व्यापारी वर्ग भी खुश हैं। आगामी स्नानों में इसको और विस्तार दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि लाकडाउन के दौरान जिन साढ़े चार हजार लोगों पर आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत दर्ज मुकदमें वापस करने का आदेश जारी कर दिया है। उन्होंने कहा कि कोविड गाइडलाइंस का पालन भी हमें करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुंभ में बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी। विशेष ट्रेनों के लिए भी उनका प्रयास रहेगा। उन्होंने कहा कि नर सेवा ही नारायण सेवा है। आने वाले समय में पूरे विश्व में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जय जयकार होती रहेगी।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि सेवाभाव के कार्यो में सहयोग करना भी एक पुनीत कार्य है। हमें इस दुनिया से जाने से पहले नेत्रदान का पुण्य कार्य अवश्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुंभ को लेकर मुख्यमंत्री ने ऐतिहासिक निर्णय लिया है। सरकार को आगे भी आस्था के इस हरिद्वार कुंभ को प्रयागराज से बेहतर कराने के लिए कार्य करना चाहिए।

जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कहा कि गीता की शुरूआत धृतराष्ट्र से हुई। संजय को दिव्य दृष्टि प्राप्त थी। उन्होंने कहा कि हम जो कुछ करते हैं वही हमें देखने को मिलता है। दुनिया देखने के लिए नेत्र ज्योति बहुत महत्वपूर्ण है।

पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि सेवा परम धर्म है। उन्होंने कहा कि वह सक्षम संस्थान के इस सेवा कार्य को नमन करते हैं। कहा नेत्र विकार को दूर करने के क्षेत्र में हंस फाउंडेशन की माता मंगला जी का कार्य भी सराहनीय है। उन्होंने कहा कि पतंजलि की ओर से भी ऐसे नेक कार्य में पूरा सहयोग मिलेगा।

सक्षम के राष्ट्रीय अध्यक्ष दयाल सिंह पंवार ने कहा कि नेत्र कुंभ का नारा जीते जीते रक्तदान, जाते जाते नेत्रदान है।

हंस फाउंडेशन की माता मंगला ने भी अपने संबोधन में कहा कि हंस फाउंडेशन नेत्र कुंभ में पूरा सहयोग प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि हरिद्वार में फाउंडेशन की दो यूनिट नेत्र रोगियो की सेवा कर रही है। उन्होंने कहा कि इस नेत्र कुंभ में आने वाले नेत्रहीनों को दृष्टि का प्रसाद मिलेगा।

इसके पहले सभी अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित किया। वेद विद्यालय कनखल के 11 विद्यार्थियों ने सरस्वती वाचन और वैदिक मंत्रोच्चार किया। स्वागत समिति के अध्यक्ष उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के कुलपति डा सुनील जोशी ने उन्हें अंगवस्त्र देकर सम्मान किया। उद्योगपति जेसी जैन, अरूण सारस्वत, शिवालिक नगर नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष राजीव शर्मा, मोनू त्यागी, जगदीश लाल पाहवा आदि का मुख्यमंत्री ने उनके सामाजिक कार्यों के लिए अभिनंदन किया। वीडियो के माध्यम से नेत्र कुंभ के आयोजन के उद्देश्य और सक्षम संस्थान के कार्य पर प्रकाश डाला गया।

मंच संचालन अमित चौहान ने किया। इस मौके पर महामंडलेश्वर ललितानंद गिरि, जिलाधिकारी सी. रविशंकर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार सेंथिल अबूदई कृष्णराज एस, एम्स ऋषिकेश के डायरेक्टर डा. रविकांत, डा. यतीन्द्र नाग्नयाल, आरएसएस के अखिल भारतीय सेवा प्रमुख राजकुमार मटाले, आरआरएस के प्रांत प्रचारक युद्धवीर आदि मौजूद थे।

मुख्यमंत्री इसके बाद कनखल के हरिहर आश्रम में पहुंचे। वहां उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि से मुलाकात की। इसके बाद मुख्यमंत्री निरंजनी अखाड़ा पहुंचे। जहां उनका आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि, निरंजनी अखाड़ा के सचिव रविन्द्र पुरी महाराज, बालकानंद गिरि आदि ने स्वागत किया। श्री तीरथ ने अखाड़े में भगवान कार्तिकेय की पूजा-अर्चना भी की।

पूजा-अर्चना के बीच तीरथ ने संभाली सीएम की कुर्सी

इससे पहले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने रविवार को सपत्नीक पहली बार सचिवालय स्थित अपने कार्यालय पहुंचकर पूजा-अर्चना के बीच अपनी कुर्सी को नमन कर, सम्भाल ली।

श्री तीरथ ने कुर्सी पर बैठने से पहले सभी का अभिवादन स्वीकार करते हुए, कार्यालय में मत्था टेका। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के सूत्र वाक्य पर आगे बढ़ेगी और जनभावनाओं का सम्मान किया जाएगा। उन्होंने सभी स्टाफ को ईमानदारी और कर्तव्य निष्ठा से काम करने की सलाह भी दी।

इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने अपने निजी आवास पर बच्चों के साथ राज्य का प्रमुख त्योहार फूलदेई मनाया। उन्होंने कहा कि वसंत ऋतु का यह त्योहार सबके जीवन में सुख समृद्धि एवं खुशहाली लाए। उन्होंने कहा कि यह प्रकृति के सरंक्षण एवं हमारी संस्कृति का प्रतीक है।