आईआईएसईआर भोपाल के इनोवेटर्स ने विकसित किया ऑक्सीजन की कमी को दूर करने वाला सस्ता ऑक्सीजन कंसंट्रेटर ‘ऑक्सीकॉन’,20 हजार से भी कम होगी कीमत attacknews.in

भोपाल 12 मई ।भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर), भोपाल के इनोवेटर्स ने अपनी ही तरह का ऑक्सीजन कंसंट्रेटर ‘ऑक्सीकॉन’ विकसित किया है। कोविड-19 की दूसरी लहर के बीच यह ऑक्सीजन की कमी के संकट को दूर करने में मददगार होगा। कोविड-19 की पहली लहर के विपरीत दूसरी लहर ने लोगों को कहीं अधिक प्रभावित किया है। इसमें संक्रमण बहुत तेजी से फैला है और बहुत से संक्रमित लोगों को आकस्मिक ऑक्सीजन की आवश्यकता हो रही है। ऐसे में देश भर में अस्पतालों को ऑक्सीजन सिलेंडर/कंसंट्रेटर की जरूरत है और बहुत ही अल्प समय में मांग में अत्यधिक वृद्धि हुई है। आईआईएसईआर, भोपाल के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और कंप्यूटर साइंस विभाग (ईईसीएस) के सहायक प्रोफेसर डॉ. मित्रदीप भट्टाचार्जी, रसायन इंजीनियरिंग विभाग के डॉ. वेंकटेश्वर राव, सहायक प्रोफेसर और डॉ. अर्धेन्दु शेखर गिरी के साथ ईईसीएस विभाग के डॉ. पी.बी. सुजीत और डॉ शांतनु तालुकदार ने यह सस्ता उपकरण विकसित किया है जो कि बीमारी की किसी भी अवस्था में मरीज की ऑक्सीजन की जरूरत को पूरा करने के लिए उपयोग किया जा सकता है।

‘ऑक्सीकॉन’ आसानी से ले जाया जाने वाला, अनुकूल ढालने और आसानी से उपयोग में लाने योग्य है। इसमें कंप्रेसर है जो आसपास के वातावरण से हवा लेता है और जिओलाइट नामक सामग्री से युक्त कॉलम के माध्यम से उस हवा को अधिकतम दबाव से गुजारा जाता है। वैकल्पिक चक्र में इस प्रकार के दो कॉलम का उपयोग किया जाता है और इस उद्देश्य से इलेक्ट्रॉनिक नियंत्रण वाल्व का प्रयोग किया जाता है जिससे स्वत: और निरंतर ऑक्सीजन की आपूर्ति होती है। जिओलाइट हवा से नाइट्रोजन को सोख लेता है और वापस वातावरण में छोड़ देता है और इस प्रकार से आउटलेट की वायु में ऑक्सीजन की सांद्रता में वृद्धि होती है। माइक्रोकंट्रोलर आधारित सर्किट के प्रभाव का इस्तेमाल कर वाल्व नियंत्रित किए जाते हैं। यह उपकरण 3 लीटर प्रति मिनट प्रवाह दर से 93 से 95 प्रतिशत ऑक्सीजन प्रदान करने में सक्षम है और इसकी कीमत 20,000 रुपये से भी कम है।

आईआईएसईआर, भोपाल के निदेशक प्रोफ़ेसर शिवा उमापति इस बारे में कहते हैं, “ऑक्सीकॉन उपकरण का विकास ओपन सोर्स टेक्नोलॉजी और सामग्री का उपयोग करके किया गया है जिससे इसकी कीमत कम रखने में मदद मिली है और एक बार इस को स्वीकृति मिल जाने पर इसे छोटे गांव से लेकर बड़े शहर तक कहीं भी उपयोग किया जा सकता है। संस्थान अपने विज्ञान और समाज केंद्र के माध्यम से इस प्रौद्योगिकी को उद्योगों को हस्तांतरित करने के लिए भी तैयार है। उन्होंने कहा कि हम ऐसे उद्योग के साथ सहयोग करने की इच्छा रखते हैं जो कि उसे आगे ले जाएं और सामाजिक हित के लिए इसका निर्माण करें।”

प्रोफेसर उमापति ने कहा, “आईआईएसईआर, भोपाल ने पिछले वर्ष भीड़भाड़ और मास्क पहनने के दिशानिर्देशों के पालन की निगरानी के लिए उपकरण जैसे उत्पाद भी बनाये हैं और अब ऑक्सीजन की मांग की पूर्ति के लिए ऑक्सीकॉन तैयार किया है। इसके अतिरिक्त संस्थान ने संभावित दवा खोजी है जिसका कोविड-19 के उपचार के लिए परीक्षण किया जाना है। संस्थान की एक अन्य प्रयोगशाला में सार्स कोरोनावायरस-2 के खिलाफ एंटीबॉडी के आकलन की परीक्षण पद्धति विकसित की गई है। संस्थान कोविड-19 के समाधान और संबंधित खोजों को भारत के लोगों के लाभ के लिए प्रस्तुत करने में उद्योगों तथा अन्य संगठनों से सहयोग के लिए इच्छुक है। यह उत्पाद मांगों की पूर्ति करने में सक्षम हैं।

इनोवेशन एंड इन्क्यूबेशन सेंटर फॉर आत्रप्रेन्योरशिप (आईआईसीई), आईआईएसईआर, भोपाल के सीईओ डॉ. अमजद हुसैन का कहना है कि आईआईएसईआर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की टेक्नॉलजी एक नॉन एक्सक्लूसिव अग्रीमेंट के तहत मैन्यूफैक्चरर्स कंपनियों और स्टार्टअप्स को ट्रांसफर करेगा। नॉन एक्सक्लूसिव अग्रीमेंट का मतलब है कि इस टेक्नॉलजी का उपयोग ज्यादा से ज्यादा कंपनियां और स्टार्ट अप्स कर सकेंगे ताकि बड़े पैमाने पर इस सस्ते ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स का उत्पादन हो सके और लोगों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके। इस बारे में कुछ कंपनियों ने अपनी रुचि दिखाई है और उनसे बात की जा रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही सकारात्मक परिणाम सामने आ सकेंगे।

ईईसीएस विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. मित्रदीप भट्टाचार्जी ने इस नवोन्मेष के और सुधार और वाणिज्यिक उपयोग के संबंध में कहा कि इसके सिस्टम प्रोटोटाइप का विकास किया जा चुका है और बाजार में वर्तमान में उपलब्ध वाणिज्यिक प्रणालियों से तुलना भी की गई है और हमें सकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है। हम इसमें सुधार और निर्माण के लिए औद्योगिक भागीदारी तथा आवश्यक परीक्षण तथा स्वीकृति के बाद इसे प्रयुक्त करने के इच्छुक हैं।

शिवराज सिंह चौहान ने कहा:मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण निरंतर नियंत्रण में आ रहा है,सामाजिक सहभागिता से भी कोरोना महामारी की रोकथाम की जायें attacknews.in

भोपाल, 11 मई । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सामाजिक सहभागिता से कोरोना महामारी की रोकथाम और बचाव के लिए शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में युद्धस्तर पर लगातार सभी उपाय करने के निर्देश दिए हैं।

श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट लगातार घट रही है। जो 3 मई को घट कर 20.2 प्रतिशत हुई और आज 11 मई को घट कर 14.78 प्रतिशत हो गई है। यह सफलता शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण रोकने की तीन स्तरीय रणनीति की वजह से मिल रही है।

मध्यप्रदेश में कोरोना निरंतर नियंत्रण में आ रहा है-शिवराज

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण निरंतर नियंत्रण में आ रहा है।

श्री चौहान आज निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कैबिनेट की बैठक की कार्रवाई के पूर्व संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 25 फीसदी तक पहुंच गई थी, जो लगातार कम हो रही है। अब यह घट कर 14.78 फीसदी हो गई है। कोरोना के नए प्रकरण आज 9754 आए है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कोविड कल्याण योजना के अंतर्गत प्रदेश की अधिकांश जनसंख्या कवर हो रही है (88 प्रतिशत)। केवल उच्च वर्ग छूटा है। इस योजना का सभी जिलों में लाभ दिलाए जाना सुनिश्चित किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे लिए कोरोना कार्य में लगा हुआ हर शासकीय सेवक अत्यंत महत्वपूर्ण है। कार्य के दौरान यदि किसी शासकीय सेवक के साथ अनहोनी हो जाती है तो परिवार की सहायता के लिए एक समान योजना बनाई जा रही है। हर शासकीय सेवक को इसका लाभ मिलेगा।

कैबिनेट बैठक का प्रारंभ वंदे मातरम् गायन के साथ हुआ। तत्पश्चात दिवंगत विधायक जुगल किशोर बागरी, बृजेन्द्र सिंह राठौर एवं श्रीमती कलावती भूरिया को श्रद्धांजलि दी गई तथा 02 मिनिट का मौन रखा गया।

श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के हर वर्ग के हर गरीब को 05 माह का नि:शुल्क उचित मूल्य राशन दिया जा रहा है, जिसमें से 03 माह का राशन राज्य सरकार द्वारा तथा 02 माह का केन्द्र सरकार द्वारा दिया जा रहा है। इसके लिए पात्रता पर्ची, अंगूठे के निशान, आधार लिंकेज की आवश्यकता नहीं। हर गरीब को यह राशन मिले यह सुनिश्चित किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश कोरोना की तीसरी लहर के प्रति भी पूर्ण रूप से सचेत है तथा उसके लिए स्वास्थ्य अधोसंरचना तथा स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार मजबूत किया जा रहा है। कोरोना इलाज के साइड इफैक्ट ब्लैक फंगस के इलाज के लिए भी व्यवस्थाएं की गई है।

श्री चौहान ने प्रदेश में कोरोना संकटकाल में भी अभी तक 01 करोड़ एम.टी. गेहूँ का उपार्जन कर लिया गया है। इसके लिए सहकारिता एवं खाद्य विभाग बधाई के पात्र हैं। सरकार चमक विहीन गेहूँ का भी क्रय कर रही है। गत वर्ष की चमक विहीन गेहूँ की खरीदी का 31 करोड़ 19 लाख रूपए का व्यय राज्य शासन द्वारा वहन किया गया है।

जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में तीन लश्करे तैयबा आतंकवादी ढेर,समीर,अब्दुल्ला और साहिल कई हमलों में शामिल रहे हैं attacknews.in

श्रीनगर, 11 मई । जम्मू-कश्मीर में अनंतनाग जिले में मंगलवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में लश्करे तैयबा के तीन आतंकवादी मारे गये।

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना के आधार पर राष्ट्रीय राइफल्स, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और पुलिस के विशेष अभियान समूह ने सुबह अनंतनाग से करीब 30 किलोमीटर दूर वैलू कोकरनाग के जंगल इलाकों में संयुक्त घेराबंदी और तलाश अभियान छेड़ा। वैलू में सभी निकासी स्थलों को सील करने के बाद सुरक्षा बल के जवान लक्षित इलाके की ओर बढ़ रहे थे, तभी वहां छुपे आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी।

सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए गोलियां चलायीं। दोनों पक्षों के बीच मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गये।

मृत आतंकवादियों की पहचान इलयास अहमद डार उर्फ समीर, उबैद शफी उर्फ अब्दुल्ला और अकिब अहमद लोन उर्फ साहिल के रूप में की गयी है।

उन्होंने बताया कि पुलिस रिकार्ड के मुताबिक तीनों आतंकवादी लश्करे तैयबा समूह से जुड़े थे और सुरक्षा बलों एवं सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर कई हमलों को अंजाम देने वालों में शामिल थे। मुठभेड़ स्थल से एक एके-47 राअफल , दो पिस्तौल और विस्फोटक सामग्रियों समेत हथियार भी बरामद हुए हैं।

इस बीच, पुलिस महानिरीक्षक (कश्मीर वृत) विजय कुमार ने पुलिस और सुरक्षा बलों को अभियान की सफलता के लिए बधाई दी है। उन्होंने दिशाभ्रमित युवकों को समाज की मुख्यधारा में वापस लौटने के लिए प्रेरित करने के वास्ते उनके अभिभावकों से भी अपील की।

हरियाणा में गुरुग्राम पुलिस ने आरटीआई एक्टीविस्ट हरिंद्र ढींगरा और उसके दो बेटों को करोड़ों की धोखाधड़ी में किया गिरफ्तार attacknews.in

गुरूग्राम, 11 मई। हरियाणा की गुरुग्राम पुलिस ने आरटीआई कार्यकर्ता हरिंद्र ढींगरा और उसके दो बेटों तरूण ढींगरा और प्रशांत ढींगरा को 15 करोड़ रूपये की धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया है।

पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकन के अनुसार तीन तीनों पर डीएलएफ फेज-1 में एक ही प्लाट को दो बैंकों के पास गिरवी रखकर 15 करोड़ रुपए का ऋण लेने और फ़र्ज़ी दस्तावेजों के आधार पर ब्लड रिलेशन में ट्रांसफर डीड कराने का आरोप है।

पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच के लिए एसीपी क्राइम-दो के नेतृत्व में एसआईटी गठित कर दी है। मामले के अनुसार हरिंद्र और उसकी पत्नी पूनम ने वर्ष 2001 में उक्त प्लाॅट प्रदीप कुमार नामक व्यक्ति से खरीदा था।

वर्ष 2003 में पूनम ने अपने बेटे प्रशांत के साथ मिलकर इंडियन ओवरसीज बैंक से अपनी कम्पनी एलिगेंस फेब्रिक्स के नाम पर करोड़ों रुपए का लोन ले लिया। इसे न चुकाने पर बैंक ने इस सम्पत्ति को एनपीए कर दिया।

प्रवक्ता ने बताया कि प्लॉट की नीलामी से बचने के लिए प्रशांत ने अपने पिता और माता के खिलाफ लोक अदालत में मामला दायर कर प्लाॅट अपने नाम करा लिया। 27 नवम्बर 2006 को लोक अदालत के आदेश पर अपने नाम हुये प्लॉट के आधार पर प्रशांत ने वर्ष 2007 में ओबीसी बैंक से अपनी कम्पनी तरुण एक्सपोर्ट के नाम आठ करोड़ रुपये का ऋण ले लिया। लेकिन यह ऋण भी चुकता करने में असमर्थ रहे।

प्लॉट को बचाने के लिए हरिंद्र और पूनम ने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में लोक अदालत के आदेश को खारिज करने की याचिका दायर की। इसी बीच दोनों बैंकों ने भी उच्च न्यायालय में सम्पति कुर्क कर नीलामी की याचिका दायर कर दी।

प्रवक्ता के अनुसार प्लॉट को बचाने के लिए तीनों ने साजिश के तहत जिला अदालत में याचिका दायर की।

आरोप है कि अदालत में मामला विचाराधीन होने के बावजूद भी तीनों ने मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर प्लॉट को तरुण और प्रशांत के बेटे के नाम पर ट्रांसफर करा दिया। इस पर दोनों बैंकों ने गत 16 अप्रैल को पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए जांच राजपत्रित अधिकारी को सौंपी तो शिकायत सही पाई गई। जांच में यह भी सामने आया कि हरिंद्र पर वर्ष 2017 में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न घाराओं में मामला दर्ज है।

जांच में यह भी पता चला कि हरिंद्र अपने एक अन्य साथी रविंद्र यादव के साथ मिलकर बिल्डर, सरकारी कर्मचारी और अधिकारियों पर दबाव बनाता है और कथित तौर पर उनसे रुपये भी ऐंठता है। पुलिस ने डीएलएफ फेज-एक निवासियों की शिकायत पर रविंद्र यादव के कब्जे से दो प्लाॅट छुड़वाए हँ। ये प्लाट उसने हरिंद्र की शह पर कब्जा किये हुए थे। एसआईटी हरिन्द्र, तरुण और प्रशांत गिरफ्तार कर मामले की जांच में जुटी हुई है।

ओडिशा में कोविड मरीज में “ब्लैक फंगस” पाये जाने का मामला सामने आया attacknews.in

भुवनेश्वर 11 मई । ओडिशा में एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति में ‘म्यूकोरमाइकोसिस’(ब्लैक फंगस) पाये जाने का मामला सामने आया है।

राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से जारी बयान में इसकी पुष्टि की गयी है।

इकहत्तर वर्षीय मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति के गत 20 अप्रैल को कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी , जिसके बाद से वह होम आइसोलेशन में था। आंखों में सूजन और नाक में कालापन नजर आने के पर शनिवार को उसे एसयूएम अल्टमेट मेडिकेयर में भर्ती कराया गया।

बयान में अस्पताल के कान,नाक एवं गला विभाग प्रमुख डॉ राधामाधव साहू के हवाले से कहा गया है कि मरीज के नाक का इंडोस्कोपी जांच में उसके नाक के भीतरी छोर पर कालापन जमा नजर आया है जो म्यूकोरमाइकोसिस का संकेत है।

विभाग के मुताबिक राज्य में म्यूकोरमाइकोसिस रोग का इलाज भी उपलब्ध है।

डॉ साहू ने कहा कि राज्य में इस तरह का यह पहला मामला है। मरीज के ‘केस हिस्ट्री’ की जानकारी लेने के बाद पजा चला कि उसने पुराने एयर-कूलर का उपयोग किया था जिसका पानी काफी समय से बदला नहीं गया था और इसी के बाद उसमें यह लक्षण नजर आया।

चिकित्सकों के मुताबिक डायबिटीज, कैंसर जैसे रोग से पहले से ग्रस्त होने के कारण भी व्यक्ति में ब्लैक फंगस का खतरा बढ़ जाता है और यह सामान्य तौर पर उन मरीजों में ज्यादा देखा जा रहा है, जो कोरोना से ठीक हुए हैं और जिन्हें पहले से किसी बीमारी से पीड़ित रहे।

पाकिस्तान ने दिया जवाब:कोरोना वायरस के भारतीय स्वरूप का नहीं आया है कोई मामला;उन खबरों को खारिज किया कि वायरस का भारतीय स्वरूप देश से थाईलैंड पहुंचा attacknews.in

इस्लामाबाद, 11 मई । पाकिस्तान में कोरोना वायरस के भारतीय स्वरूप का अब तक कोई मामला नहीं आया है। देश में कोरोना वायरस कार्य बल के एक वरिष्ठ प्रभारी मंत्री ने यह बात कही।

योजना मंत्री और राष्ट्रीय स्तर पर कोविड-19 से निपटने के लिए बनायी गयी केंद्रीकृत संस्था नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर (एनसीओसी) के प्रमुख असद उमर ने उन खबरों को भी सोमवार को खारिज किया कि वायरस का भारतीय स्वरूप देश से थाईलैंड पहुंचा है।

खबरों के अनुसार थाईलैंड से स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को कोरोना वायरस के भारतीय स्वरूप के पहले मामले की पुष्टि की। यह वायरस एक थाई महिला और उसके चार साल के बेटे में पाया गया है। दोनों पाकिस्तान से लौटने के बाद पृथक-वास में हैं।

कोरोना वायरस की नयी लहर से जूझने के बीच थाईलैंड में यह मामला सामने आया है।

इन खबरों पर प्रतिक्रिया करते हुए उमर ने कहा कि यह संभव नहीं है कि पाकिस्तान से गये दो थाई नागरिक कोरोना वायरस के भारतीय स्वरूप से संक्रमित हुए हों, क्योंकि देश में अब तक इस स्वरूप का कोई मामला नहीं आया है।

डॉन अखबार ने उमर के हवाले से कहा कि ब्रिटेन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के स्वरूप के कुछ मामले देश में सामने आये हैं, लेकिन भारतीय स्वरूप का एक भी मामला सामने नहीं आया है।

वायरस के भारतीय स्वरूप का सबसे पहले पता पिछले साल अक्टूबर में महाराष्ट्र में चला था। वायरस का यह स्वरूप कम से कम 21 देशों में देखा गया है। इसका आधिकारिक नाम बी.1.617 है।

उमर ने कहा, ‘‘यह हो सकता है कि महिला थाईलैंड या कहीं और उस वायरस से संक्रमित हुई हो। पाकिस्तान में कहीं भी वायरस के भारतीय स्वरूप का मामला सामने नहीं आया है।

थाईलैंड ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए थाई नागरिकों को छोड़कर भारत से आने वाले किसी भी व्यक्ति के देश आने पर एक मई से प्रतिबंध लगा दिया है।

थाईलैंड के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता तानी संग्रात ने बताया कि वायरस के भारतीय स्वरूप को देश में फैलने से रोकने के लिए सोमवार को इस सूची में विस्तार देते हुए इसमें पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश से आने वाले नागरिकों को भी शामिल किया है।

अधिकारियों ने बताया कि इस बीच पाकिस्तान में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के संक्रमण से 113 मरीजों के मरने के साथ मंगलवार को मृतक संख्या बढ़कर से 19,106 हो गयी है।

उन्होंने बताया कि संक्रमण के 3,684 नए मामले आने से संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 864,557 हो गयी है।

नेपाल में नई सरकार गठन के प्रयास तेज,के पी ओली सरकार गिरने के बाद राष्ट्रपति विद्यादेवी भंडारी ने नई सरकार को बहुमत साबित करने के लिए विभिन्न दलों को तीन दिन का वक्त दिया attacknews.in

काठमांडू, 11 मई । प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली की सरकार के विश्वास मत हासिल नहीं कर पाने के बाद नेपाल की राष्ट्रपति विद्यादेवी भंडारी ने नई सरकार बनाने की खातिर बहुमत साबित करने के लिए विभिन्न दलों को बृहस्पतिवार तक का वक्त दिया है।

राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से सोमवार को जारी एक वक्तव्य में कहा गया कि नेपाल के संविधान के अनुच्छेद 76 (2) के तहत राष्ट्रपति ने बहुमत की सरकार का गठन करने के लिए विभिन्न दलों को आमंत्रित करने का फैसला लिया है।

हिमालयन टाइम्स की खबर के मुताबिक, भंडारी ने सियासी दलों को तीन दिन का वक्त दिया है और कहा है कि वे बृहस्पतिवार की रात नौ बजे तक अपना दावा पेश करें।

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति विद्यादेवी भंडारी के निर्देश पर संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा के आहूत विशेष सत्र में प्रधानमंत्री ओली की ओर से पेश विश्वास प्रस्ताव के समर्थन में केवल 93 मत मिले थे जबकि 124 सदस्यों ने इसके खिलाफ मत दिया। विश्वास प्रस्ताव के दौरान कुल 232 सदस्यों ने मतदान किया जिनमें से 15 सदस्य तटस्थ रहे।

ओली को 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में विश्वासमत जीतने के लिए 136 मतों की जरूरत थी क्योंकि चार सदस्य इस समय निलंबित हैं।

नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी केंद्र) के पुष्पकमल दहल की अगुवाई वाले गुट ने 69 वर्षीय ओली के नेतृत्व वाली सरकार से कुछ ही दिन पहले समर्थन वापस लिया था।

पेट्रोल, डीजल की कीमतों में फिर बढोतरी, कई शहरों में पेट्रोल 100 रुपये के पार attacknews.in

नयी दिल्ली, 11 मई । पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मंगलवार को एक बार फिर बढ़ोतरी हुई, जिसके चलते महाराष्ट्र के नांदेड़ से लेकर मध्य प्रदेश के रीवा और राजस्थान के जैसलमेर तक कई स्थानों पर पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर के स्तर को पार कर गया।

सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों द्वारा जारी मूल्य अधिसूचना के अनुसार पेट्रोल की कीमत में 27 पैसे लीटर और डीजल में 30 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई।

इस बढ़ोतरी के साथ देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें उच्चतम स्तर पर पहंच गई हैं। दिल्ली में अब पेट्रोल 91.80 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.36 रुपये में मिल रहा है।

यह चार मई के बाद से कीमतों में छठी बढ़ोतरी है। इससे पहले सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों ने पश्चिम बंगाल सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के दौरान 18 दिनों तक कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया।

मूल्य वृद्धि के कारण राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कई शहरों में पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर के स्तर को पार कर गया।

वैट और मालभाड़े जैसे स्थानीय करों के आधार पर विभिन्न राज्यों में ईंधन की कीमत अलग-अलग होती हैं। देश में राजस्थान पेट्रोल पर सबसे अधिक मूल्य वर्धित कर (वैट) वसूलता है, इसके बाद मध्य प्रदेश का स्थान है।

राजस्थान के श्री गंगानगर जिले में पेट्रोल (102.70 रुपये प्रति लीटर) और डीजल (95.06 रुपये लीटर) सबसे महंगा है। इसके अलावा जैसलमेर और बीकानेर में भी पेट्रोल 100 रुपये के स्तर को पार कर गया।

इसी तरह मध्य प्रदेश के शहडोल, रीवा, छिंदवाड़ा और बालाघाट में भी पेट्रोल का भाव 100 रुपये प्रति लीटर से पार हो गया।

मुंबई में पेट्रोल 98.12 रुपये प्रति लीटर और डीजल 89.48 रुपये प्रति लीटर के भाव पर बिक रहा है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा:राज्य सरकारें और केंद्र कोरोना की चुनौती से निपटने के लिये काम कर रही है, यदि चूक रह जाती है तो आलोचना की बजाय सुझाव दें attacknews.in

लखनऊ, 11 मई । कोरोना वायरस से निपटने के मामले में विपक्ष की लगातार आलोचनाओं का जवाब देते हुये रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को यहां कहा कि सभी राज्य सरकारें और केंद्र सरकार इस चुनौती से निपटने के लिये जितना हो सकता है कर रही हैं और यदि कोई चूक रह जाती है तो आलोचना करने के बजाय सुझाव दिये जाने चाहिए।

रक्षा मंत्री और स्थानीय सांसद सिंह मंगलवार को राजधानी के कानपुर रोड स्थित ‘हज हाऊस’ में हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा बनाये गये 255 बिस्तरों वाले कोविड अस्पताल की शुरूआत करने आये थे।

इससे पहले रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने पांच मई को राजधानी के अवध शिल्पग्राम में 450 से अधिक बिस्तर वाले अटल बिहारी वाजपेयी कोविड अस्पताल की शुरूआत की थी।

बाद में रक्षा मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘उत्तर प्रदेश सरकार ने कोविड के मामलों से निपटने में जितनी तत्परता दिखाई है उसकी जितनी भी सराहना की जाये, कम है। खामियां किसी से भी हो सकती हैं, जो काम करेगा उसी से कहीं कोई चूक भी हो सकती है, लेकिन मैं समझता हूं कि आलोचना का समय नहीं है। यदि कहीं पर किसी को कोई कमी दिखाई देती है और यदि वह अपना सुझाव देता है तो प्रदेश सरकार स्वागत करेगी।’ उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आपदा को चुनौती के रूप में स्वीकार किया है और इस चुनौती से निपटने के लिए जो भी प्रयास हो सकते हैं, सरकार कर रही है।’’

सिंह ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार ने जिस प्रकार से दुनिया के दूसरे देशों के साथ अच्छे कूटनीतिक संबंध बनाने में कामयाबी हासिल की है, उसी का परिणाम है कि देश में इस संकट के समय विश्व के कई देश मदद के लिये तैयार हैं और मदद मुहैया भी करा रहे हैं।’ सिंह ने कहा, ‘कोरोना वायरस संक्रमण के कारण जो जानें गयी हैं, उनके परिवारों के प्रति भी मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।’ रक्षा मंत्री ने दावा किया कि प्रदेश सरकार के कामकाज की सराहना विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी की है।

गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सोमवार को ट्वीट में कहा, ‘भारत के सबसे घनी आबादी वाले राज्‍य उत्‍तर प्रदेश में राज्‍य सरकार ग्रामीण इलाकों में कोविड-19 के मामलों का पता घर-घर जाकर लगा रही है और त्‍वरित पृथक-वास, रोग प्रबंधन और संपर्कों का पता कर इसका प्रसार रोक रही है।’ सिंह ने कहा कि सभी राज्य सरकारें और केंद्र सरकार इस चुनौती से निपटने के लिये हरसंभव प्रयास कर रही हैं।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्र के प्रयासों के लिए प्रधानमंत्री मोदी और रक्षा मंत्री सिंह का आभार व्यक्त किया।

मध्य प्रदेश के हरदा में।अवैध पटाखे बनाते समय विस्फोट, एक ही परिवार की तीन महिलाओं की मौत attacknews.in

हरदा (मप्र), 11 मई । मध्य प्रदेश के हरदा में सिविल लाइन पुलिस थाने से करीब 500 मीटर दूर एक मकान में कथित तौर पर अवैध पटाखे बनाये जाते समय अचानक विस्फोट हो गया, जिससे एक ही परिवार की तीन महिलाओं की मौत हो गयी।

सिविल लाइन पुलिस थाना प्रभारी हिमलेंद्र पटेल ने मंगलवार को बताया कि यह घटना सोमवार देर शाम हरदा शहर के मगरधा रोड स्थित बैरागढ़ के एक मकान में घटी।

उन्होंने कहा कि मृतकों की पहचान विमला बाई (60), शांता बाई (80) एवं पप्पी (16) के रूप में की गई है। तीनों पटाखे बना रही थीं और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।

पटेल ने बताया कि इस हादसे में घर के दूसरे कमरे में मौजूद दो अन्य लोग घायल हो गए, जिनका हरदा अस्पताल में इलाज चल रहा है।

उन्होंने कहा कि इस विस्फोट से घर में आग लग गई।

पटेल ने बताया कि आग लगने के बाद बहुत देर तक पटाखों में विस्फोट की आवाज गूंजती रही। बाद में दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया।

उन्होंने कहा कि मामले की विस्तृत जांच जारी है।

इसी बीच, हरदा जिले के अपर कलेक्टर जे पी सय्याम ने बताया कि इस घर में अवैध रूप से पटाखे बनाये जा रहे थे।

उन्होंने कहा, ‘‘इस बात की जांच की जा रही है कि इस परिवार को पटाखे बनाने के लिए विस्फोटक पदार्थ सहित कच्चा माल कहां से उपलब्ध कराया गया था।’’

राहुल गांधी के सिवा किसी को भी नहीं पता हैं कि,प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुलाबी चश्मा पहनते हैं attacknews.in

नयी दिल्ली, 11 मई ।कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश में कोरोना महामारी की गंभीर स्थिति को लेकर मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनको अपने उस गुलाबी चश्मे को उतारना चाहिए जिससे ‘सेंट्रल विस्टा’ परियोजना के अलावा कुछ और नहीं दिखाई देता।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ नदियों में बहते शव, अस्पतालों में लंबी लाइनें , जीवन सुरक्षा का छीना हुआ हक़! प्रधानमंत्री, वो गुलाबी चश्में उतारिए जिससे सेंट्रल विस्टा के सिवा कुछ दिखता ही नहीं।’’

राहुल गांधी ने लोगों का आह्वान किया कि वे कोरोना महामारी के इस मुश्किल समय में एक दूसरे की मदद करें।

उन्होंने कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने के मकसद से चलाए गए सोशल मीडिया अभियान ‘स्पीकअप टू सेव लाइव्स’ के तहत लोगों से इस वक्त एकजुट होने की अपील की।

कांग्रेस नेता ने एक मिनट का वीडियो साझा किया जिसमें दिखाया गया है कि ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, आईसीयू बेड और टीके की कमी है तथा लोग इनके लिए संघर्ष कर रहे हैं।

राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘हमारे देश को इस मुश्किल समय में मददगार हाथों की जरूरत है। चलिए, हम लोगों का जीवन बचाने के लिए अपने हिस्से का योगदान दें। इस अभियान से जुड़िए और कोरोना के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करिए।’’

कांग्रेस ने कोरोना संकट में लोगों की मदद के लिए अपने राष्ट्रीय कार्यालय और प्रदेश इकाइयों के कार्यालयों में भी कंट्रोल रूम स्थापित किए हैं।

पार्टी की युवा इकाई भारतीय युवा कांग्रेस भी सोशल मीडिया और फोन के माध्यमों से लोगों की मदद कर रही है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में वैज्ञानिकों, अन्वेषकों के योगदान को सराहा attacknews.in

नयी दिल्ली, 11 मई । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर कहा कि देश के वैज्ञानिक और अन्वेषक चुनौतिपूर्ण परिस्थितियों में पिछले साल भर से कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में कड़ी मेहनत कर अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।

मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस पर हम अपने वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकी के प्रति समर्पित लोगों की कड़ी मेहनत को नमन करते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आज के दिन हम गर्व से 1998 के पोखरण परमाणु परीक्षण को याद करते हैं जिसने भारत की वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकीय क्षमता का लोहा मनवाया।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के वैज्ञानिक और अन्वेषक प्रत्येक चुनौती का सामना करने के लिए जाने जाते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘पिछले एक साल से कोविड-19 के खिलाफ उन्होंने कड़ी मेहनत की है। मैं उनकी भावना और जज्बे की सराहना करता हूं।’’

वर्ष 1998 में 11 मई के दिन ही भारत ने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में दूसरा सफल परमाणु परीक्षण किया था। यह परीक्षण राजस्थान के पोखरण में किया गया था। प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत की इस उपलब्धि पर ही राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया जाता है।

प्रवर्तन निदेशालय ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री देशमुख के खिलाफ मनी लान्ड्रिंग का मामला दर्ज किया attacknews.in

नयी दिल्ली, 11 मई । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ धन शोधन रोकथाम कानून के तहत एक आपराधिक मामला दर्ज किया है। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को इस बारे में बताया।

उन्होंने बताया कि देशमुख के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज प्राथमिकी का अध्ययन करने के बाद धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) की धाराओं के तहत यह मामला दर्ज किया गया है।

अधिकारी ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय अब देशमुख और अन्य लोगों को पूछताछ के लिए तलब कर सकता है।

बंबई उच्च न्यायालय के आदेश पर नियमित मामला दर्ज कर सीबीआई द्वारा की गयी आरंभिक जांच के बाद ईडी ने यह मामला दर्ज किया है। बंबई उच्च न्यायालय ने मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा देशमुख के खिलाफ लगाए गए घूस के आरोपों की जांच करने को कहा था।

कांग्रेस पार्टी ने नया अध्यक्ष बनाने पर लगाई रोक; अध्यक्ष के लिए जून में होने वाला चुनाव स्थगित,सोनिया गाँधी ही संभालती रहेगी बागडोर attacknews.in

नयी दिल्ली 11 मई ।कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अगले महीने होने वाले संगठनात्मक चुनाव को कोरोना संकट के मद्देनजर फिलहाल टाल दिया गया है।

कांग्रेस महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल और संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारक संस्था कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बाद यहां वर्चुअल माध्यम से आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कार्यसमिति ने देश में कोरोना की अभूतपूर्व स्थिति को देखते हुए एकमत से पार्टी संगठन के चुनाव स्थगित करने का निर्णय लिया है।

उन्होंने कहा कि देश में कोरोना महासंकट के चलते कार्यसमिति ने कहा है कि इस समय पूरी शक्ति का इस्तेमाल लोगों की जान बचाने और कोरोना प्रभावित लोगों की मदद के लिए किया जाना चाहिए।

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि कार्यसमिति ने इन सब स्थितियों को देखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष के जून में प्रस्तावित चुनाव को कुछ महीने के लिए स्थगित करने का निर्णय लिया है।

कांग्रेस कार्यसमिति ने मोदी सरकार की टीकाकरण नीति को त्रुटिपूर्ण बताते हुए उस पर गहरी चिंता जताई और कहा कि जो वैक्सीन राज्यों को भेजे जा रहे हैं वे राज्य सरकारों को मिल नहीं रहे हैं। उनका कहना था कि कांग्रेस शासित मुख्यमंत्रियों ने वैक्सीन की मूल्य नीति को भेदभाव और त्रुटिपूर्ण बताते हुए कहा कि एक दवा की तीन कीमतें नहीं होनी चाहिए।

कार्यसमिति ने इस बात पर चिंता जताई है कि केंद्र सरकार ने 18 से 44 साल की युवा आबादी को कोरोना निरोधक टीका लगाने की जिम्मेदारी से अपना पीछा छुड़वा लिया है और इसका सारा आर्थिक बोझ प्रांतों के पर लाद दिया गया है। कार्यसमिति ने कोरोना से होने वाली मौतों के आंकडे पर कहा कि सरकार आंकड़े सामने रखने की बजाए उसे छुपाने का कुत्सित प्रयास कर रही है।

महामारी में विदेशी सहायता पर कार्यसमिति ने कहा कि विश्व समुदाय जिस प्रकार से इस मुसीबत में भारत की मदद कर रहा है उसके लिए पार्टी उन सबका धन्यवाद करती हैै। कार्यसमिति ने इस सहायता के वितरण को व्यवस्थित बनाने और पारदर्शी तारीका अपनाने का आग्रह किया है।

कार्यसमिति ने कहा है कि राष्ट्रीय एकता और राष्ट्रीय संकल्प से ही कोरोना महामारी से लड़ा जा सकता है लेकिन इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी गलती स्वीकार कर नए सिरे से कोरोना से लड़ने के लिए खुद को और अपनी सरकार को समर्पित करना होगा। महामारी से लड़बे के लिए सरकार जो कदम उठाएगी पार्टी उसके साथ खड़ी रहेगी।

राजस्थान के विधायकों अब सरकार हरेक साल 5 करोड़ रुपये देंगी, पहले 2.25 करोड़ की विधायक निधि राशि को बढ़ाकर पांच करोड़ रूपए प्रति वर्ष करने की स्वीकृति attacknews.in

जयपुर, 10 मई । राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायकों की अनुशंसा के आधार पर प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में स्थानीय विकास के कार्य कराने के लिए दी जाने वाली राशि 2.25 करोड़ रूपए प्रति वर्ष से बढ़ाकर पांच करोड़ रूपए प्रति वर्ष करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।

श्री गहलोत ने वित्त वर्ष 2021-22 के राज्य बजट में विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास योजना (विधायक कोष) के तहत दी जाने वाली राशि बढ़ाकर पांच करोड़ रूपए प्रति वर्ष करने की घोषणा की थी।