पाक रेंजर्स ने दूसरे घुसपैठिए का भी शव लेने से किया इंकार,पहले मारे गए घुसपैठिए का शव अभी तक नहीं ले गया attacknews.in

श्रीगंगानगर 22 मार्च । राजस्थान के सीमावर्ती श्रीगंगानगर जिले के अनूपगढ़ सेक्टर में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) द्वारा अवैध रूप से भारतीय सीमा में प्रवेश करते मार गिराए गए संदिग्ध घुसपैठिए का शव लेने से पाकिस्तानी रेंजर्स ने एक बार फिर इनकार कर दिया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार पाक रेंजर्स से बीएसएफ के अधिकारियों ने दो बार फ्लैग मीटिंग की। इसमें पाकिस्तानी रेंजर्स ने मृतक घुसपैठियों को पाक नागरिक मानने से इनकार कर दिया। इस बीच बीएसएफ के डीआईजी (बीकानेर) पुष्पेंद्रसिंह राठौड़ ने शेरपुरा सीमा चैकी के नजदीक उस स्थल का निरीक्षण किया जहां यह घुसपैठिया शनिवार रात को भारतीय सीमा में अवैध रूप से प्रवेश करते हुए मारा गया था।

राजस्थान के अनूपगढ़ सेक्टर में एक ओर  पाक घुसपैठिए को BSF ने किया ढेर

कल 21 मार्च को राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में अनूपगढ़ सेक्टर में एक संदिग्ध पाकिस्तानी घुसपैठिए को सीमा सुरक्षा बल के (बीएसएफ) के जवानों ने ढेर कर दिया हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार सेक्टर की शेरपुरा सीमा चौकी के समीप शनिवार शाम लगभग सात बजे बीएसएफ के जवानों ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार कर एक युवक को भारतीय क्षेत्र में आते हुए देखा। ललकारने पर भी यह युवक तारबंदी के समीप आ गया। जवानों ने उसे चेतावनी दी, वह फिर भी नहीं रुका। इस पर जवानों ने फायरिंग कर दी, जिसमें संदिग्ध घुसपैठिया मारा गया।

घटना की सूचना मिलने पर बीएसएफ के उच्च अधिकारी शेरपुरा बॉर्डर पोस्ट पहुंचे। बीएसएफ ने पुलिस को घुसपैठिए के मारे जाने की जानकारी दी। अनूपगढ़ थाना प्रभारी सुरेंद्र पूनिया बल सहित मौके पर पहुंचे। मौके की कार्रवाई के बाद देर रात लगभग साढ़े दस बजे घुसपैठिए के शव को अनूपगढ़ सरकारी अस्पताल लाया गया।

सूत्रों ने बताया कि उसके कपड़ों में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। अब घुसपैठिए का शव पाकिस्तान को सौंपने के लिए बीएसएफ और पाकिस्तान रेंजर्स में फ्लैग मीटिंग होने की संभावना है।

उल्लेखनीय है कि गत पांच मार्च की शाम को भी अनूपगढ़ सेक्टर में कैलाश पोस्ट के अधीन अंतरराष्ट्रीय स्तंभ संख्या 368/1 के पास भी बीएसएफ जवानों ने अवैध रूप से सीमा पार कर आए करीब 35 वर्षीय एक घुसपैठिये को ढेर कर दिया था। पाकिस्तान ने अभी तक इस घुसपैठिये का शव स्वीकार नहीं किया है।

राजस्थान में चितौड़गढ़ के पुलिस सहायक उपनिरीक्षक ने भैंस चोरी की शिकायतकर्ता के यहां जांच के बदले बहु के साथ कर दिया बलात्कार,ग्रामीणों ने जमकर धुलाई कर दी attacknews.in

चित्तौड़गढ़ 22 मार्च । राजस्थान के अलवर एवं जयपुर के बाद चित्तौड़गढ़ में पुलिस के एक सहायक उपनिरीक्षक पर फरियादी की बहू की अस्मत लूटने की कोशिश का आरोप लगा है। ग्रामीणों ने आरोपी को बंधक बना धुलाई भी कर दी।

प्राप्त जानकारी अनुसार सोमवार दोपहर चंदेरिया थानांतर्गत घोसुण्डा पुलिस चैकी प्रभारी एएसआई श्यामलाल शर्मा को गाडरियावास गांव में ग्रामीणों द्वारा पेड़ से बांध मारपीट करने की जानकारी मिलने पर थानाधिकारी अनिल जोशी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से समझाईश की लेकिन ग्रामीणों का आरोप था कि शर्मा ने गांव की एक औरत की अस्मत लूटी है इसलिए मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया जाए।

थानाधिकारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च अधिकारियों को सूचना दी जिस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिम्मत सिंह देवल मौके पर पहुंचे और कथित पीड़िता को बुलाया जिसने बयान दिया कि गत दिनों मेरे ससुर ने भैंस चोरी का मामला दर्ज करवाया था और इसी संबंध में आरोपी शर्मा आज दोपहर उसके घर आया तब घर में कोई नहीं था और अकेली देखकर मेरा हाथ पकड़ लिया एवं ज्यादती का प्रयास किया जिसका मैने विरोध किया और हो हल्ला होने पर ग्रामीण आ गए जिन्होंने इसे पकड़ कर बांध दिया।

इधर आरोपी एएसआई ने महिला के आरोपों को गलत एवं मनगढ़ंत बताते हुए अधिकारियों को बताया कि इस घटना के पीछे निलंबित चल रहे एक सहायक पुलिस उप निरीक्षक का हाथ है जिसने गत दिनों चंदेरिया थाने पर दर्ज बलात्कार के एक मामले को फर्जी पाए जाने पर उसके द्वारा अंतिम रिपोर्ट लगाने से खफा हो उसे ऐसे ही मामले में फंसा देने की धमकी दी थी।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवल ने बताया कि हमने दोनों पक्षों के बयान मौके पर ही लेने के बाद घटना स्थल का मुआयना करने के बाद दोनों पक्षों से रिपोर्ट मांगी है और जांच कर कार्यवाही की जाएंगी।

उन्होंने बताया कि आरोपी एएसआई ने उस पर लगे ज्यादती के प्रयास के आरोपों को षडयंत्र बताते हुए ग्रामीणों के विरुद्ध राजकार्य में बाधा डालने एवं उसे बंधक बना उसके साथ मारपीट करने की रिपोर्ट चंदेरिया थाने पर दी है जबकि महिला ने ज्यादती के प्रयास की रिपोर्ट दी है।

महिला का कल मेडिकल करवाया जाएगा।

1 अरब रूपये की हर माह मुंबई पुलिस से उगरानी मांगने वाले उद्धव सरकार के गृहमंत्री अनिल देशमुख के कारण गर्माई राजनीति में राकांपा ने उनके इस्तीफे को जरूरी नहीं बताया attacknews.in

मुंबई, 22 मार्च । महाराष्ट्र राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रदेश प्रवक्ता एवं राज्य के अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक ने सोमवार को गृह मंत्री अनिल देशमुख का इस्तीफा स्वीकार करने से साफ इन्कार किया।

श्री मलिक ने कहा कि श्री सिंह के आरोप गंभीर हैं और इसकी जांच के निष्कर्ष के आधार पर कार्रवाई की जायेगी।

उन्होंने कहा कि मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने श्री देशमुख से उस समय मुलाकात की जब वह कोरोना संक्रमित थे। उन्होंने कहा कि महाविकास अघाड़ी सरकार और गृह मंत्री की छवि धूमिल करने की कोशिश की गयी।

उन्होंने कहा कि श्री सिंह ने अपने तबादले के बाद यह पत्र लिखा। गत 17 मार्च को तबादला होने की जानकारी मिलने पर कुछ सवाल पूछकर चैट साक्ष्य एकत्र किये।

चैट के मुताबिक श्री देशमुख ने सचिन वाजे से फरवरी के अंतिम सप्ताह में मुलाकात की थी।

इस बीच श्री देशमुख विदर्भ के दौरे पर गये थे। उसी समय वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये। वह अगले 15 दिनों तक अस्पताल में रहे तथा 27 दिसंबर को रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी।

श्री मलिक ने कहा कि कुछ गढ़े हुए साक्ष्यों के आधार पर उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है।

अशोक चव्हाण,थोराट मुख्यमंत्री ठाकरे से करेंगे मुलाकात: पाटिल

महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी एच के पाटिल ने सोमवार को कहा कि उन्होंने राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख के मुद्दे पर राज्य के प्रमुख नेताओं से चर्चा की और राज्य की स्थिति का आकलन किया है।

श्री पाटिल ने आज यहां एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि कांग्रेस नेता बालासाहब थोराट और अशोक चव्हाण, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात करेंगे और मुंबई के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह के पत्र के संबंध में चर्चा करेंगे।

उद्धव देशमुख नार्को टेस्ट कराएं:कदम

महाराष्ट्र सरकार पर लगाये आरोपों के संबंध में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक राम कदम ने सोमवार को कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गृह मंत्री अनिल देशमुख को नार्को टेस्ट के लिए जाना चाहिए कि वे झूठ तो नहीं बोल रहे हैं।

श्री कदम ने संवाददाताओं से कहा यदि वे सच बोल रहे हैं, तो उन्हें नार्को टेस्ट के लिए जाना चाहिए, सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। यहां तक कि सीता जी को भी अग्नि परीक्षा से गुजरना पड़ा था, इसलिए मुख्यमंत्री और गृह मंत्री को नार्को टेस्ट के लिए जाने में संकोच क्यों हो रहा है।

67 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा:सुशांत सिंह राजपूत अभिनीत‘छिछोरे’वर्ष 2019 के लिए सर्वश्रेष्ठ फिल्म,कंगना रनौत को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार attacknews.in

नयी दिल्ली, 22 मार्च । दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत अभिनीत फिल्म ‘छिछोरे’ को वर्ष 2019 के लिए सर्वश्रेष्ठ फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता घोषित किया गया है।

अभिनेत्री कंगना रनौत ने मणिकर्णिका और पंगा फिल्म में उत्कृष्ट अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार जीता है।

वर्ष 2019 के लिए आज यहां 67 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा की गई। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के तहत कार्यरत फिल्म फेस्टिवल निदेशालय ने यह कार्यक्रम आयोजित किया था।

राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों का चयन प्रतिवर्ष फिल्म उद्योग की प्रख्यात हस्तियों द्वारा किया जाता है। इन पुरस्कारों को राष्ट्रपति प्रदान करते हैं ।

कंगना रनौत को मणिकर्णिका और पंगा के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री चुना गया है। मनोज बाजपेयी को हिन्दी फिल्म भोंसले और धनुष को तमिल फिल्म असुरन के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार दिया गया है। बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का पुरस्कार पल्लवी जोशी को दिया गया है। एन इंजीनियर्ड ड्रीम को नॉन फीचर कैटगरी में बेस्ट फिल्म का अवार्ड मिला है।

बेस्ट फीचर फिल्म का अवार्ड मलयालम मूवी मरक्कर अराबिक्काडालिंटे सिम्हन को मिला है। बेस्ट नॉन फीचर फिल्म वाइल्ड कर्नाटक (डेविड एटेनबरो) है। वहीं हिंदी की बेस्ट फिल्म छिछोरे चुनी गई है। मेल कैटगरी में बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर का अवार्ड केसरी के गाने तेरी मिट्टी के लिए बी. प्राक को मिला है। सोहिनी चट्टोपाध्याय को बेस्ट फिल्म समीक्षक का अवॉर्ड दिया गया है। वहीं मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट सिक्किम को चुना गया है।

बेस्ट डायरेक्टर का अवार्ड बहत्तर हूरें के लिए संजय पूरण सिंह चौहान को दिया गया है। बेस्ट स्क्रीन प्ले (डॉयलॉग राइटर) विवेक रंजन अग्निहोत्री को ताशकंद फाइल फिल्म के लिए मिला है। बेस्ट चिल्ड्रन फिल्म का अवार्ड हिन्दी फिल्म कस्तूरी को मिला है।

स्पेशल मेंशन पुरस्कार ‘बिरियानी’, ‘जोना की पोरबा’ (आसमिया), ‘लता भगवान करे’ (मराठी), ‘पिकासो’ (मराठी) को मिला है। सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ पुस्तक का पुरस्कार ‘ए गांधीयन अफेयर: इंडियाज क्यूरिस पोर्ट्रेयल ऑफ लव इन सिनेमा’ को मिला है।

67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा 3 मई 2020 को होनी थी लेकिन कोरोना महामारी के कारण बीते साल ये संभव ना हो सका, जिसके बाद अब इनकी घोषणा की गई है। बता दें कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के मातहत काम करने वाली संस्था डायरेक्टोरेट ऑफ फिल्म फेस्टिवल की तरफ से ये पुरस्कार दिए जाते हैं।

नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में  उप्र और मप्र के बीच केन-बेतवा नदियों को जोड़ने के लिए करार पत्र पर हस्ताक्षर; मोदी ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक करार है,जो पूरे बुन्देलखण्ड के सुनहरे भविष्य की भाग्य रेखा साबित होगा attacknews.in

लखनऊ/भोपाल ,22 मार्च । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तथा केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश को केन-बेतवा नदियों से जोड़ने के लिए करार पत्र पर हस्ताक्षर किये।

आज विश्व जल दिवस के अवसर पर किया गया यह त्रिस्तरीय समझौता अत्यन्त महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक करार है,जो पूरे बुन्देलखण्ड के सुनहरे भविष्य की भाग्य रेखा साबित होगा। इस परियोजना से जहां बेहतर जल प्रबन्धन सम्भव हो सकेगा, वहीं दूसरी तरफ बुन्देलखण्ड के लोगों को जल की उपलब्धता भी सुनिश्चित हो सकेगी। यह इस क्षेत्र की प्रगति का कारक भी बनेगा।

उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की नदी जोड़ो परियोजना अब मूर्तरूप ले रही है। यह एक क्रान्तिकारी कदम है, जिससे इस क्षेत्र की जनता लम्बे समय तक लाभान्वित होगी। उन्होंने बुन्देलखण्ड के लोगों से इस योजना को शीघ्रातिशीघ्र पूरा करने के लिए पूरा सहयोग देने की अपील की।

केन-बेतवा के मिलन से बुझेगी बुंदेलखंड की प्यास: मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि केन बेतवा लिंक परियोजना बुंदेलखंड के लिये सुनहरे भविष्य की भाग्य रेखा है। जल प्रबंधन के इस प्रयास से पथरीले इलाके की प्यास भी बुझेगी और प्रगति के द्वार भी खुलेंगे।

विश्व जल दिवस के मौके पर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने करार पत्र पर हस्ताक्षर कर परियोजना को औपचारिक स्वीकृति दी।

इस अवसर पर श्री मोदी ने कहा कि समझौता पत्र पर हस्ताक्षर, महज एक कागज पर दस्तखत भर नहीं है, बल्कि यह समूचे बुंदेलखंड के सुनहरे भविष्य की भाग्य रेखा है। जल प्रबंधन के इस प्रयास से बुंदेलखंड की प्यास भी बुझेगी और प्रगति भी होगी। केन-बेतवा लिंक परियोजना से शुरू हो रहा नदी जोड़ो अभियान देश में नदी जल प्रबंधन की दिशा में एक क्रांति है, इसका लाभ पीढ़ियों तक मिलता रहेगा। उन्होने इस योजना को शीघ्रता से पूरा करने के लिए बुंदेलखंड वासियों से यथासंभव हर सहयोग करने के लिए प्रेरित भी किया।

इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस परियोजना के जरिये पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की ‘नदी जोड़ो परियोजना’ की संकल्पना साकार होने जा रही है। राष्ट्रीय महत्व की इस योजना की शुरुआत उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की केन-बेतवा नदियों को जोड़ने के साथ हो रहा है। इस समझौते से उत्तर प्रदेश में बुन्देलखण्ड क्षेत्र के बाँदा, झाँसी, महोबा, ललितपुर एवं हमीरपुर में कुल 2.51 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई व्यवस्था उपलब्ध एवं सुदृढ़ होगी, साथ ही, झाँसी, महोबा, ललितपुर एवं हमीरपुर में पेयजल के लिये 21 लाख जनसंख्या को 67 मिलियन क्यूबिक मीटर जल उपलब्ध कराया जा सकेगा।

इस परियोजना के अन्तर्गत मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में केन नदी पर दौधन बांध बनाया जायेगा , जिससे 221 किलोमीटर लम्बी लिंक चैनल निकाली जाएगी, जो कि झांसी के निकट बरुआ में बेतवा नदी को जल उपलब्ध कराएगी। केन-बेतवा लिंक नहर पर उत्तर प्रदेश की जरूरत के अनुसार आउटलेट प्रदान करते हुए महोबा, हमीरपुर एवं झांसी जिलों में वर्षाकाल में जल उपलब्ध कराते हुए इन जिलों में पूर्व में बने बांध, जो विगत कई वर्षों से भरे नही जा सके हैं, को भी जल उपलब्ध कराया जाएगा। श्री योगी ने इस परियोजना को बुन्देलखण्ड के सर्वांगीण विकास में स्वर्णिम अध्याय कहा है।

केन-बेतवा लिंक परियोजना ने अटल के सपने को साकार किया: शिवराज सिंह चौहान

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केन-बेतवा लिंक परियोजना समझौते पर हुए हस्ताक्षर को लेकर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताते हुए कहा कि इस परियोजना के माध्यम से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सपने को साकार किया गया है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान कार्यक्रम में मंत्रालय, भोपाल से वर्चुअली शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केन-बेतवा लिंक राष्ट्रीय परियोजना के लिए केन्द्र सरकार, उत्तरप्रदेश तथा मध्यप्रदेश के बीच हुए त्रि-पक्षीय अनुबंध पर हस्ताक्षर किये।

श्री चौहान ने कहा कि आज का दिन मध्यप्रदेश और विशेषकर बुंदेलखण्ड के लिए एक सपने के साकार होने के समान है। पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेई ने देश की नदियों को जोड़ने का एक दूरदर्शी सपना देखा। जिन नदी घाटियों में अधिक पानी है उन्हें यदि ऐसी नदी घाटियों में ले जाया जाये जहाँ पानी कम है, तो पानी व्यर्थ नहीं जायेगा और इसे सिंचाई तथा पेयजल के काम में लिया जा सकेगा। इस दूरदर्शी सपने को हमारे यश्स्वी और युगदृष्टा प्रधानमंत्री श्री मोदी ने साकार करके दिखाया है। नदी जोड़ो परियोजना सहकारी संघवाद के सबसे अच्छे उदाहरणों में से एक है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना से मध्यप्रदेश के बुंदेलखण्ड क्षेत्र के नौ जिलों में 8 लाख 11 हजार हेक्टयर असिंचित क्षेत्र में सिंचाई का लाभ मिलेगा। लगभग 41 लाख लोगों को पेयजल की सुगम उपलब्धता होगी। इस परियोजना में पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री उमा भारती का योगदान विशेष उल्लेखनीय है। वर्ष 2017-18 के अनुमान के अनुसार परियोजना की लागत लगभग 35 हजार 111 करोड़ रूपये थी, जिसका वर्तमान मूल्य कहीं अधिक है। कुल लागत का 90 प्रतिशत केन्द्र सरकार द्वारा वहन किया जायेगा। मात्र दस प्रतिशत राज्यों को व्यय करना है। यह परियोजना बुंदेलखण्ड में जन क्रांति लायेगी। बुंदेलखण्ड की धरती अत्यंत उपजाऊ है, जो जल के अभाव में सूखे का शिकार होती रही। यह पानी बुंदेलखण्ड की जनता की तकदीर और तस्वीर बदल देगा। यह परियोजना बुंदेलखण्ड की जीवन-रेखा बनेगी। छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, सागर, दमोह, विदिशा, शिवपुरी और रायसेन जिले के लोगों के जीवन स्तर में समृद्धि और खुशहाली लेकर आयेगी।

श्री चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार मानते हुए कहा कि उनके विजन और मिशन के परिणामस्वरूप ही परियोजना पूर्णता की ओर बढ़ रही है। उन्होंने केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत का आभार माना तथा उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ को अनुबंध के लिए बधाई दी।

केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि देश में नदियों को आपस में जोड़ने के 30 लिंक चिंहित किये गये हैं। इनमें सर्वप्रथम केन-बेतवा लिंक का क्रियान्वयन आरंभ हो रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कैच द रेन व्हेयर इट फाल्स एण्ड व्हेन इट फाल्स का मंत्र दिया है। इस मंत्र के पालन में जन-सहभागिता से देश में जल क्रांति का सूत्रपात होगा।

मंत्रालय से वीडियो कॉन्फ्रेंस में जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, कृषि उत्पादन आयुक्त के.के.सिंह, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास मनोज श्रीवास्तव अपर मुख्य सचिव जल संसाधन श्री एस.एन. मिश्रा उपस्थित रहे।

फैक्टरी कर्मचारी से लाॅटरी में पहला ईनाम कार निकलने का झांसा देकर करीब 12 लाख रुपये ठगे attacknews.in

सोनीपत, 22 मार्च। हरियाणा में सोनीपत के बहालगढ़ स्थित फैक्टरी में कार्यरत कर्मी को लॉटरी में पहला ईनाम कार निकलने का झांसा देकर उससे 11,97,400 रुपये ठगने का मामला सामने आया है। पीड़ित को जमीन बेचने के बाद मुआवजे के रूप में यह राशि मिली थी।

मूलरूप से बिहार के जहानाबाद स्थित गांव सेवनन फिलहाल बहालगढ़ स्थित इंद्रा कालोनी निवासी पवन कुमार पांडेय ने बहालगढ़ चौकी पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह बहालगढ़ में प्लास्टिक की बोतल बनाने की कंपनी में काम करता है।

पवन ने बताया कि 11 मार्च को उसके मोबाइल पर फ्लिपकार्ट से मैसेज आया था कि आपने लॉटरी का पहला ईनाम जीता है। इसके एवज में उन्हें महेंद्रा एक्सयूवी 500 जीती है। गाड़ी की कीमत उसे 14 लाख 80 हजार रुपये बताई गई। इसी बीच उसके पास किसी सुमन पटेल नाम के युवक की फोन आया। उसने कहा कि अगर आप गाड़ी लेना चाहते है तो इसके लिए कुछ चार्ज देने होंगे। जिससे गाड़ी उसे दे दी जाएगी।

पीड़ित ने बताया कि वह उसके झांसे में आ गया।

युवक ने पहले उससे रजिस्ट्रेशन चार्ज के रूप में महज 6500 रुपये मांगे।उसने गूगल-पे से राशि उसे दे दी।फिर उससे 22,200 रुपये लिए गए।उसके बाद इनकम टैक्स के नाम पर 1.18 लाख रुपये लिए।फिर कहा कि उसे 23,200 रुपये फ्लिपकार्ट पर जमा कराने होंगे।उसके बाद 2.45 लाख रुपये लिए गए।फिर अलग-अलग समय में उसे बहकाकर आरटीजीएस और एनईएफटी द्वारा उससे कुल 11,97,400 रुपये ले लिए।

उससे राशि हिसार के एसबीआई के खाते में वह बिहार के मुजफ्फरपुर के एचडीएचफसी बैंक के खाते में डलवाई गई।जब उसे ठगी का आभास हुआ तो उसने अपने पैसे वापस मांगे।इस पर युवक ने उसे कहा कि पांच लाख रुपये जमा करा दो।उसके पैसे वापस कर देंगे।जिस पर पवन कुमार ने मामले से बहालगढ़ चौकी पुलिस को अवगत कराया।पुलिस ने व्यक्ति के बयान पर चोरी और धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग मुठभेड़ों में दो शीर्ष कमांडरों समेत 19 आतंकवादी मारे गये जबकि दो पुलिसकर्मियों समेत सुरक्षा बलों के चार जवान शहीद attacknews.in

श्रीनगर, 22 मार्च । जम्मू-कश्मीर में इस वर्ष जनवरी से नौ मुठभेड़ों के दौरान दो शीर्ष कमांडरों समेत 19 आतंकवादी मारे गये जबकि इस अवधि में दो पुलिसकर्मियों समेत सुरक्षा बलों के चार जवान शहीद हो गये।

कश्मीर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने सोमवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में स्थानीय आतंकवादियों से हिंसा का रास्ता छोड़ मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की।

उन्होंने कहा कि सामान्य जीवन जीने के लिये उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा, “वे (स्थानीय आतंकवादी) अभी आत्मसमर्पण कर सकते हैं या फिर मुठभेड़ के दौरान जब उन्हें आत्मसमर्पण का मौका दिया जाता है।”

श्री कुमार ने कहा कि इस साल अब तक नौ अलग-अलग मुठभेड़ों के दौरान 19 आतंकवादी मारे गये हैं। इनमें दो शीर्ष कमांडर-अल बद्र का प्रमुख अब्दुल गनी ख्वाजा और जैश-ए-मोहम्मद का सजाद अफगानी शामिल हैं।

शोपियां मुठभेड़: लश्कर-ए-तैयबा के चार आतंकवादी मारे गये

इधर आज जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षा बलों के तलाश एवं घेराबंदी अभियान के दौरान शुरू हुये मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के चार आतंकवादी मारे गये।

पुलिस के एक प्रवक्ता ने सोमवार को यह जानकारी दी। इस दौरान सुरक्षा बल का एक जवान भी घायल हा गया जिसे 92 बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस बीच अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए शोपियां में एहतियात के तौर पर मोबाइल इंटरनेट सेवा रोक दी गई है।

प्रवक्ता ने बताया कि आतंकवादियों की उपस्थिति की खुफिया सूचना मिलने के बाद राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर), जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों ने सोमवार तड़के शोपियां के मनिहाल गांव में संयुक्त रूप से तलाश एवं घेराबंदी अभियान शुरू किया।

उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान जब सुरक्षा बल के जवान एक विशेष क्षेत्र की तरफ जा रहे थे तब वहां छिपे आतंकवादियों ने उन पर गोली चलानी शुरू कर दी। इसके बाद जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की और मुठभेड़ शुरू हो गया। मुठभेड़ के दौरान चार आतंकवादी मारे गये हैं।

प्रवक्ता ने बताया कि आपसपास के घरों से लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुठभेड़ में एक और आतंकवादी मारा गया जिसके बाद मारे जाने वाले आतंकवादियों की संख्या चार हो गई है।

कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिए सुरक्षा बल के अतिरिक्त जवानों और पुलिस कर्मियों को आसपास के इलाकों में तैनात किया गया है। आतंकवादियों के पास से एक एके राइफल, तीन पिस्तौल और अन्य सामग्रियां बरामद की गई हैं।

चित्रकूट में पंचायत चुनाव की आरक्षण सूची जारी होने के बाद गांव की समान्य सीट आने की खुशी में देशी शराब पीने से 7 मरे,4 गंभीर और आबकारी अधिकारी समेत 4 निलंबित attacknews.in

चित्रकूट,22 मार्च । उत्तर प्रदेश में चित्रकूट जिले के राजापुर क्षेत्र के खोपा गांव में जहरीली शराब पीने से तीन और लोगों की मृत्यु के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर सात हो गई है।

पुलिस प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राजापुर इलाके के खोपा गांव में जहरीली शराब पीने से तीन और लोगों की मृत्यु के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर सात हो गई। अभी चार लोगों की हालत चिंताजनक है।

आबकारी अधिकारी समेत 4 निलंबित:

उत्तर प्रदेश में चित्रकूट जिले के राजापुर क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से 7 लोगों की मृत्यु हो गई जबकि 4 लोगों को प्रयागराज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

इस मामले में गंभीर रूख अपनाते हुये प्रदेश सरकार ने कल देर शाम आबकारी अधिकारी समेत चार लोगों को निलंबित कर दिया था। अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय आर भूसरेड्डी ने आबकारी अधिकारी चतुर सेन, अशरफ अली सिद्दीकी आबकारी निरीक्षक,सुशील कुमार पांडे प्रधान आबकारी सिपाही एवं संदीप कुमार मिश्रा आबकारी सिपाही को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है ।

जहरीली शराब पीने से प्रारंभ में हुई थी चार लोगों की मौत,दो की हालत थी गंभीर

शुरुआत में उत्तर प्रदेश में चित्रकूट जिले के राजापुर क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से चार लोगों की मृत्यु हो गई जबकि दो लोगों को प्रयागराज अस्पताल में भर्ती कराया गया था ।

पुलिस प्रवक्ता ने कल यहां यह जानकारी दी थी । उन्होंने बताया था कि राजापुर इलाके के खोपा गांव में कल पंचायत चुनाव की आरक्षण सूची जारी होने के बाद गांव की समान्य सीट आने की खुशी में कुछ लोगो ने देशी शराब का सेवन का किया था।

उन्होंने बताया कि शराब के सेवन के बाद रात 50 वर्षीय सीताराम की हालत बिगड़ने पर उसे निजी अस्पताल में भर्तीी कराया गया था इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। इसके अलावा पांच लोगों की हालत गंभीर हाेने पर उन्हें इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजापुर में भर्ती कराया गया था। जहां 40 वर्षीय मुन्ना सिंह की मृत्यु हो गई जबकि चार लोगों को प्रयागराज के रेफर कर दिया गया था, रास्ते में 25 वर्षीय सत्यम सिंह और 25 वर्षीय दुर्गविजय सिंह की मौत हो गई है। दो लोगों का प्रयागराज इलाज किया जा रहा था ।

बड़वानी में फरार पुलिस सहायक उप निरीक्षक पुत्र वधू की हत्या तथा फर्जी मार्कशीट से नौकरी पाने के मामले में गिरफ्तार attacknews.in

बड़वानी, 21 मार्च । मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले की सेंधवा शहर थाना पुलिस ने पुत्र वधू की हत्या और फर्जी मार्कशीट से नौकरी पाने के दो मामलों में फरार हुए सेवानिवृत्त सहायक पुलिस उप निरीक्षक को गिरफ्तार कर लिया है।

सेंधवा शहर थाना प्रभारी बलदेव सिंह मुजाल्दा ने बताया कि कपिल देव सिंह को नोएडा के समीप लसरा स्थित एक मंदिर परिसर से गिरफ्तार कर लिया गया। उसे आज न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले की सेंधवा शहर थाना पुलिस ने पुत्र वधू की हत्या और फर्जी मार्कशीट से नौकरी पाने के दो मामलों में फरार हुए सेवानिवृत्त सहायक पुलिस उप निरीक्षक को गिरफ्तार कर लिया ।

सेंधवा शहर थाना प्रभारी बलदेव सिंह मुजाल्दा ने बताया कि कपिल देव सिंह को नोएडा के समीप लसरा स्थित एक मंदिर परिसर से गिरफ्तार कर लिया गया। उसे आज न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

उन्होंने बताया कि आरोपी कपिल देव सिंह को पूर्व में गिरफ्तार किया गया था,लेकिन वह जमानत पर रिहा होने के बाद खरगोन कोतवाली में एक अन्य प्रकरण में फंसने के उपरांत फरार हो गया था। फरार होने के बाद आरोपी विभिन्न मंदिरों में निवास करता था और उसकी पुत्री उसे बैंक से पेंशन निकालकर पहुंचा देती थी। उसके मोबाइल लोकेशन के आधार पर उसकी गिरफ्तारी हुई।

कपिल देव सिंह के पुत्र अजय सिंह ने विवाहेत्तर सम्बन्धों के चलते अक्टूबर 2018 में अपनी पत्नी प्रियंका की गोली मारकर तथा गर्दन रेत कर हत्या कर दी थी। इस मामले में अजय सिंह, कपिल देव सिंह, कपिल देव सिंह की पत्नी पुष्पा सिंह तथा पुत्री सुषमा सिंह को गिरफ्तार किया गया था। उसकी गिरफ्तारी के लिए बड़वानी के पुलिस अधीक्षक निमिष अग्रवाल ने 7000 रुपए का इनाम घोषित किया था।

मुलायम सिंह यादव के क्षेत्र उत्तर प्रदेश भर में सर्वाधिक चर्चित मानी जाने वाली सैफई पंचायत पर पहली दफा नही बनेगा ‘मुलायम’ कुनबे का प्रधान attacknews.in

इटावा , 21 मार्च । उत्तर प्रदेश भर में सर्वाधिक चर्चित मानी जाने वाली सैफई पंचायत पर पहली दफा मुलायम कुनबे का प्रधान नही बनेगा क्योंकि यह पंचायत सीट इस बार अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित की गयी है।

इससे पहले यह सीट कभी इस वर्ग के लिए आरक्षित नहीं रही जिसके चलते यहां लगातार मुलायम सिंह यादव के बालसखा दर्शन सिंह यादव निर्विरोध प्रधान निर्वाचित होते रहे । अब दर्शन सिंह का निधन हो चुका है। इसलिए सैफई की प्रधानी पहली बार दर्शन सिंह यादव के बिना तय की जाएगी।

सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के पैतृक गांव सैफई की सीट भी आरक्षित हो गई है ।

यहां इस बार दलित जाति का प्रधान बनेगा, लेकिन बहुत ही कम लोगों को पता होगा कि सैफई गांव में साल 1971 से दर्शन सिंह यादव ही लगातार प्रधान बने रहे ।

इतने लंबे समय तक किसी ग्राम पंचायत का प्रधान रहने का यह अपने आप में देश का अनोखा मामला है ।

सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के गांव सैफई के विकास में प्रधान दर्शन सिंह यादव का खासा योगदान रहा है ।

पिछले साल 17 अक्टूबर को दर्शन सिंह यादव के निधन के बाद मुलायम और दर्शन की दोस्ती टूट गई ।

सैफई के लोग दर्शन सिंह के निधन के बाद कहने लगे कि अब कृष्ण-सुदामा की जोड़ी टूट गई है ।

इटावा जिले के सैफई गांव की तस्वीर मुम्बई की तर्ज पर खड़ा करने के पीछे गांव के प्रधान दर्शन सिंह यादव का खास योगदान रहा ।

बड़े-बड़े मेट्रो शहरों में भी ऐसी सुविधाए नहीं है जो इस गांव में देखने को मिल जाती है ।

सैफई को वीवीआईपी ग्राम पंचायत बनाने के पीछे मुलायम सिंह यादव के मित्र दर्शन सिंह का अहम योगदान रहा ।

कम पढ़े-लिखे होने के बावजूद वह सरकारी बाबुओं पर कड़ी नजर रखते थे और गांव के विकास के लिए आए पैसे का हिसाब उनसे लेते थे ।

वैसे कहा तो यहां तक जाता था कि मुलायम सिंह यादव ने कह दिया था कि जब तक दर्शन सिंह हैं, तब तक कोई दूसरा प्रधान नहीं होगा और हुआ भी कुछ ऐसा ही।

जब तक दर्शन सिंह जिंदा रहे वही सैफई के प्रधान बने रहे ।

दर्शन सिंह ग्राम पंचायत चुनाव के दौरान ग्राम पंचायत सदस्यों के नाम की मुहर लगा मुलायम सिंह के पास भिजवाते थे और उनकी रजामंदी के बाद वही सभी लोग निर्विरोध निर्वाचित हो जाते थे।

दर्शन सिंह और सपा सरंक्षक मुलायम सिंह बचपन के दोस्त थे ।

मुलायम सिंह ने जब राजनीति में कदम रखा तो उनके कंधे से कंधा मिलाकर दर्शन सिंह चले ।

लोहिया आंदोलन के दौरान 15 साल की उम्र में मुलायम सिंह सियासत में कूद पड़े ।

इसी दौरान पुलिस ने उन्हें अरेस्ट कर लिया और फर्रूखाबाद जेल में बंद कर दिया ।

इसकी भनक जैसे ही दर्शन को हुई तो उन्होंने जेल के बाहर आमरण अनशन पर बैठ गए थे ।

इसके चलते जिला प्रशासन को मुलायम सिंह को रिहा करना पड़ा ।

बता दें कि दर्शन सिंह ग्राम पंचायत चुनाव के दौरान ग्राम पंचायत सदस्यों के नाम की मुहर लगा मुलायम सिंह के पास भिजवाते थे और उनकी रजामंदी के बाद वही सभी लोग निर्विरोध निर्वाचित हो जाते थे।

बचपन की दोस्‍ती से नेता तक-

दर्शन सिंह और सपा सरंक्षक मुलायम सिंह बचपन के दोस्त थे. मुलायम सिंह ने जब राजनीति में कदम रखा तो उनके कंधे से कंधा मिलाकर दर्शन सिंह चले थे. लोहिया आंदोलन के दौरान 15 साल की उम्र में मुलायम सिंह सियासत में कूद पड़े. इसी दौरान पुलिस ने उन्हें अरेस्ट कर लिया और फर्रूखाबाद जेल में बंद कर दिया. इसकी भनक जैसे ही दर्शन को हुई तो वह जेल के बाहर आमरण अनशन पर बैठ गए थे. इसके चलते जिला प्रशासन को मुलायम सिंह को रिहा करना पड़ा था. मुलायम सिंह यादव की ही तरह दर्शन सिंह को भी बचपन से ही पहलवानी का बड़ा शौक था. साल 1967 के चुनाव में दर्शन सिंह यादव मुलायम सिंह के साथ साइकिल पर चुनाव प्रचार करते थे और घूम-घूमकर चंदा मांगते थे:

मुलायम सिंह यादव पहली दफा जब चुनाव मैदान मे उतरे उनके लिए प्रचार करने वालों में दर्शन सिंह यादव भी प्रमुख रहे हैं. उस समय सब साइकिल से चुनाव प्रचार करते थे।

दर्शन सिंह यादव साल 1971 से ही सैफई के प्रधान चुने जा रहे थे. पहले प्रधानी के चुनाव नियमित समय पर नहीं होते थे, इसलिए 1971 के बाद 1982, 1988 और 1995 में जब ग्राम प्रधानों के चुनाव कराए गए, तब वही प्रधान बने. साल 1995 से पांच वर्ष के नियमित अंतराल पर चुनाव कराए जा रहे हैं. हालांकि पिछले साल 17 अक्टूबर को दर्शन सिंह का बीमारी के चलते निधन हो गया, उसके बाद उनकी बहु मीना को प्रधान की जिम्मेदारी सौंप दी गई, लेकिन अब नई आरक्षण व्यवस्था के तहत कोई दलित ही प्रधान होगा.

दर्शन सिंह को मिला यशभारती पुरस्कार

प्रधान दर्शन सिंह यादव की सर्वाधिक चर्चा तब हुई जब उनको अखिलेश यादव सरकार में यशभारती पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की गई. जैसे ही उनके नाम का ऐलान हुआ इस बात की जांच परख शुरू हो गई कि इतने सालों से कौन शख्स प्रधान पद पर काबिज है।

पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर उत्तर में तृणमूल कांग्रेस से भाजपा में आए कद्दावर नेता मुकुल राय और तृणमूल की ओर से टाॅलीवुड अभिनेत्री कौशानी मुखर्जी के बीच कांटे की टक्कर attacknews.in

कोलकाता 21 मार्च । पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर उत्तर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय और अभिनेत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार कौशानी मुखर्जी के बीच कांटे की टक्कर देखी जा रही है।

भाजपा के कद्दावर उम्मीदवार श्री रॉय दो दशकों के अंतराल के बाद चुनावी मैदान में उतरे है। पूर्व रेल मंत्री इससे पहले तृणमूल कांग्रेस के प्रमुख नेता थे। श्री रॉय ने इससे पहले अंतिम बार 2001 में उत्तर 24 परगना जिले के अपने गृह क्षेत्र जगतदल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। उस समय वह फॉरवर्ड ब्लॉक के उम्मीदवार हरिपद विश्वास से 13,402 मतों से हार गए थे।

वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों के परिणाम को देखा जाये तो कृष्णानगर उत्तर भाजपा के लिए सुरक्षित सीट है। इस विधानसभा क्षेत्र में पार्टी के उम्मीवार ने तृणमूल के उम्मीदवार पर 53,551 वोटों से बढ़त हासिल की थी।

कृष्णानगर उत्तर विधानसभा से वर्तमान में एआईटीसी के उम्मीदवार अबानी मोहन जोरदार प्रतिनिधित्व कर रहे है। वर्ष 2016 में उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार असीम कुमार साह को हराया था। उन्होंने 44.14 फीसदी वोट हासिल किए थे।

तृणमूल कांग्रेस को छोड़ने के बाद श्री रॉय का पार्टी के साथ 20 साल का रिश्ता खत्म हो गया। वह 17 दिसंबर, 1997 को तृणमूल कांग्रेस से जुड़े थे और पार्टी में उनकी भूमिका प्रमुख थी।

दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस की सेलिब्रिटी उम्मीदवार कौशानी मुखर्जी 24 जनवरी को पार्टी में शामिल हुई हैं। टॉलीवुड अभिनेत्री ने दावा किया कि उनका निजी जीवन और राजनीतिक जीवन दोनों अलग-अलग है।

सुश्री मुखर्जी ने कहा, “मुकुल रॉय ने कभी भी चुनाव नहीं जीता। हम उन्हें कद्दावर नेताओं की सूची में नहीं आंकते।” उन्होंने कहा, “पश्चिम बंगाल की जनता तीसरी बार ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाएगी। उन्होंने कहा, “दीदी ने मुझे जिम्मदारी सौपी है और मैं उसे पूरी तरह से निभाऊंगी।”

सुश्री मुखर्जी ने टिप्पणी की कि मुख्यमंत्री बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस बंगाल से ‘बाहरी लोगों’ को बाहर का रास्ता दिखायेगी। उन्होंने खुद को मुखर बताते हुए कहा कि उनमें नेतृत्व के गुण हैं । अभिनेत्री ने कहा कि वह पेशेवर व्यक्ति हैं और उनके पास एक राजनीतिक दर्शन है।

सुश्री मुखर्जी ने वादा किया कि अगर वह जीत कर विधानसभा पहुंची तो कृष्णानगर की जनता की सभी समस्याओं का समाधान करेंगी।

पंजाब में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में दो निहंग सिखों को मार गिराया,दोनो निहंगों ने 11 मार्च को नंदेड़ साहब में बाबा संतोख सिंह की कर दी थी हत्या,2 एसएचओ जख्मी attacknews.in

तरनतारन 21 मार्च । पंजाब के जिला तरनतारन के गांव सिंहपुरा में रविवार को पुलिस के साथ हुई एक मुठभेड़ में दो निंहग सिखों की मौत हो गई जबकि पुलिस के दो एसएचओ गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों को अमृतसर के अमनदीप अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

पुलिस अधिकारी अनुसार मारे गए दोनों निहंग सिखों की पहचान गुरदेव सिहं निवासी अमृतसर और मेहताब सिंह निवासी आनंदपुर साहब के तौर पर हुई है। पुलिस अधिकारी अनुसार दोनो बदमाश 11 मार्च को नंदेड़ साहब में हुई बाबा संतोख सिंह की हत्या में वांछित थे। आज सुबह एक सूचना के आधार पर छापामारी करने गई थाना वल्टोहा और खेमकरण की पुलिस पार्टियों पर निहंग सिंहों ने कृपाणों से हमला कर दिया। हमले में दोनों थानों के प्रभारी घायल हो गए। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में दोनों हमलावरों को मार गिराया।

थाना भिखीविंड के हेड कांस्टेबल सरबजीत सिंह की दस दिन पहले मौत हो गई थी।

सरबजीत सिंह की भोग की रस्म गांव छिछरेवाल में चल रही थी।

इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि कुछ बदमाश क्षेत्र में घूम रहे हैं।

इस पर थाना वल्टोहा के प्रभारी इंस्पेक्टर बलविंदर सिंह व खेमकरण के प्रभारी सब इंस्पेक्टर नरिंदर सिंह गांव सिंहपुरा पहुंचे।

निहंग सिखों के वेश में कुछ लोगों ने तेजधार हथियारों से दोनों पुलिस अधिकारियों पर हमला कर दिया।

इसके बाद इलाके की बड़े स्तर पर घेराबंदी की गई।

घेराबंदी दौरान आरोपियों ने पुलिस पार्टी पर बार-बार हमले किए, जिसमें तेजधार हथियारों से दोनों अधिकारी गंभीर घायल हो गए।

हमले में एक अधिकारी का हाथ कट गया तो दूसरे की उंगलियां कट गईं जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया है।

एसएसपी ध्रुमन एच निंबाले, एसपी डा. महिताब सिंह, जगजीत सिंह वालिया समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौके पर रवाना हो चुके हैं।

उल्लेखनीय है कि पिछले साल पटियाला में निहंगों ने ड्यूटी पर तैनात सहायक पुलिस निरीक्षक हरजीत सिंह पर तलवार से हमला कर दिया था।

इसमें उनकी कलाई कटकर अलग हो गई थी।

हरजीत खुद कटा हाथ लेकर स्कूटर पर सवार होकर अस्पताल पहुंचे थे।

बाद में उनकी सफल सर्जरी हुई थी।

दिल दहलाने वाला हत्याकांड:कॉलगर्ल ने शराब पीकर मांगी स्मैक तो कर दी हत्या:पति जावेद उससे करवाता था जिस्मफरोशी का धंधा;हत्यारा गिरफ्तार-लिपस्टिक से हत्या की बात दीवार पर लिख दी थी attacknews.in

देहरादून, 21 मार्च । उत्तराखंड के देहरादून स्थित एक होटल में युवती की लाश मिलने की घटना से रविवार को हत्यारे की गिरफ्तारी के बाद पर्दा उठ गया। हत्यारोपी बेहद शातिर किस्म का है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक(एसएसपी) डाक्टर योगेंद्र पाल सिंह रावत ने एक संवाददाता सम्मेलन में जानकारी देते हुये 14 मार्च को हुई एक युवती मुस्कान की हत्या मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि होटल में युवती की हत्या का पता तब चला, जब उसका पति वहां पहुंचा।

उन्होंने बताया कि युवती का पति जावेद स्वयं उससे जिस्मफरोशी का काम कराता था। उन्होंने बताया कि हत्यारोपी ने होटल में किसी अन्य व्यक्ति का चुराया हुआ पहचान पत्र दिखाया था। पड़ताल में इसका खुलासा होने के बाद पुलिस की कई टीमों ने काफी प्रयास के बाद हत्यारोपी को शनिवार देर रात्रि पौड़ी जनपद के श्रीनगर से गिरफ्तार कर लिया।

जानिए पूरा मामला-

उत्तराखंड के देहरादून में यह दिल दहला देने वाला हत्याकांड का खुलासा हुआ है जिसमें सभी के होश उड़ा दिए ।

देहरादून के घंटाघर स्थित एक होटल में हाल ही में पुलिस को एक महिला का शव संदिग्ध परिस्थितियों में बरामद हुआ था जिसके बाद पुलिस ने इस पूरे हत्याकांड की गहराई से खोजबीन करना शुरू किया और आखिरकार पुलिस ने महिला के हत्यारे को अपनी गिरफ्त में ले लिया है।

पुलिस ने महिला की हत्या करने वाले एक आरोपी को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया । होटल में महिला की हत्या करने के बाद आरोपी पुलिस को चकमा देकर यहां-वहां बच रहा था। मगर आखिरकार पुलिस ने उसको श्रीनगर से गिरफ्तार कर लिया ।

महिला की हत्या करने के बाद आरोपी देहरादून से दिल्ली गया। उसके बाद वहां से मथुरा और उसके बाद सीधा पौड़ी चला आया, जहां पर पुलिस ने उसको श्रीनगर से अपनी गिरफ्त में ले लिया। हत्या का कारण जानकर आप ही हैरान रह जाएंगे।

आपको बता दें कि आरोपी ने महिला की हत्या केवल इसलिए की क्योंकि महिला ने आरोपी से स्मैक की डिमांड कर दी थी।

दअरसल आरोपी महिला को पैसे देकर होटल में लाया था और उसी रात को महिला ने आरोपी से स्मैक की डिमांड कर दी। आरोपी ने महिला को कहा कि वह जल्दी उसको स्मैक लाकर देगा मगर महिला नहीं मानी और महिला इस बात पर अड़ी रही। जब महिला नहीं मानी तो आरोपी आवेश में आकर अपना आपा खो बैठा और उसने महिला का मुंह दबाकर उसकी दर्दनाक हत्या कर दी और उस को मौत के घाट उतार दिया।

बात केवल यहीं खत्म नहीं हुई। महिला की हत्या करने के बाद आरोपी ने महिला के पर्स से उसकी लिप्स्टिक ली और दीवार पर यह लिखा कि महिला उसको परेशान कर रही थी इसलिए उसने आवेश में आकर महिला की हत्या की। लेकिन युवक के आधे लिखते-लिखते ही लिपस्टिक खत्म हो गई और ऐसे में युवक अपनी बात पूरी नहीं कर पाया जिसके बाद उसने उस लिपस्टिक को भी मिटाने का प्रयास किया।

महिला की हत्या करने के बाद आरोपी पुलिस के डर से सीधा देहरादून से दिल्ली चला गया और उसके बाद वहां से वह मथुरा और उसके पास श्रीनगर चला आया। वहीं इस पूरे हत्याकांड में आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस ने आखिरकार आरोपी को श्रीनगर से गिरफ्तार कर लिया है।

आरोपी ने पूछताछ के दौरान पुलिस को यह बताया कि वह मृतका को पैसे देकर देहरादून के होटल में गया था मगर महिला ने होटल में उससे स्मैक की डिमांड करना शुरू किया और उसका काम करने से भी इनकार कर दिया जिसके बाद वह अपना आपा खो बैठा और उसने महिला की गला दबाकर दर्दनाक हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसको जेल में भेज दिया है।

इंदौर, भोपाल एवं जबलपुर में रविवार को लगा लॉकडाउन, सड़कों पर पसरा सन्नाटा;मध्यप्रदेश में रविवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 2,75,727 और मृतकों की संख्या 3,906 हुई attacknews.in

मध्यप्रदेश में कोविड-19 के 1322 नए मामले

भोपाल, 21 मार्च । मध्यप्रदेश में रविवार को कोविड-19 के 1322 नए मामले सामने आए जिससे प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 2,75,727 हो गयी।

राज्य में पिछले 24 घंटे में इस बीमारी से तीन और व्यक्तियों की मौत हुई है। राज्य में इस बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 3,906 हो गयी है।

यह जानकारी मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने दी।

अधिकारी ने कहा कि प्रदेश में रविवार को कोविड-19 के 326 नये मामले इंदौर में आये, जबकि भोपाल में 382 एवं जबलपुर में 108 नये मामले सामने आये।

अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में कुल 2,75,727 संक्रमितों में से अब तक 2,63,821 मरीज स्वस्थ होकर घर चले गये हैं और 8,000 मरीजों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।

उन्होंने कहा कि रविवार को 663 रोगियों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

लॉकडाउन के कारण भोपाल, इंदौर और जबलपुर में सन्नाटा पसरा

इधर वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण का प्रकोप लगातार बढ़ने के कारण आज मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के इलावा इंदौर और जबलपुर में 32 घंटे के लॉकडाउन के कारण सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा । सिर्फ चिकित्सा और अन्य अत्यावश्यक सेवाओं को लॉकडाउन के प्रभाव से मुक्त रखा गया है।

मध्य प्रदेश के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा के आदेश के अनुसार इन तीन शहरों में यह लॉकडाउन शनिवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक लागू रहेगा। इस साल मध्य प्रदेश में यह पहला लॉकडाउन है।

सप्ताह के बाकी दिनों में भोपाल एवं इंदौर में बुधवार से रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक रात्रिकालीन कर्फ्यू भी लगाया गया है, जबकि आठ अन्य शहरों जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन रतलाम, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, बैतूल एवं खरगोन में बुधवार रात्रि 10 बजे से सुबह छह बजे तक दुकानें एवं अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद किये गये हैं। यह आगामी आदेश तक जारी रहेगा।

भोपाल में 196 दिनों बाद पूरा लॉकडाउन लगाया गया है। पिछले साल कोविड-19 के कारण लगे लॉकडाउन में पेट्रोल पंप, किराने की दुकानें, दूध के बूथ एवं सब्जी बाजार खुले रहे थे।

इन तीनों शहरों में शनिवार की रात्रि दस बजे से लॉकडाउन प्रारंभ हुआ , जो सोमवार सुबह छह बजे तक लागू रहेगा। आज सुबह से ही भोपाल की सड़कें खाली हैं। जगह जगह पुलिस जवान तैनात किए गए , जो अनावश्यक घर से बाहर निकलने वालों को रोकने और उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई करने के लिए तैयार थे।

सुबह निर्धारित समय पर सिर्फ दुग्ध स्टॉल खुले रहे। इसके अलावा सभी दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद हैं। पेट्रोल पंप भी बंद रखे गए । प्रशासन और पुलिस का अमला लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए प्रतिबद्ध नजर आया। इसी तरह का माहाैल कमोवेश इंदौर और जबलपुर में भी रहा। हालाकि पहले से निर्धारित राज्य लोक सेवा आयोग से संबंधित परीक्षा निर्विघ्न रूप से आयोजित करने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए गए ।

दोनों स्थानों से प्राप्त समाचार के अनुसार लॉकडाउन के कारण लोग घरों में ही ठहरे हुए रहे । घर के लिए आवश्यक सामान लगभग सभी लोगों ने शुक्रवार और शनिवार को ही जुटा लिया था।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रतिदिन कोरोना मामलों की समीक्षा कर सभी मातहत अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दे रहे थे । उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि कोरोना पर पूरी तरह नियंत्रण के लिए मॉस्क का उपयोग और सोशल डिस्टेंसिंग आवश्यक है और इनका सभी नागरिक सख्ती से पालन करें।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से कल रात जारी किए गए बुलेटिन के अनुसार 5़ 2 प्रतिशत संक्रमण की दर से 1308 नए मामले मध्यप्रदेश में आए और इस दौरान दो लोगों की मृत्यु हुयी। इनमें सबसे अधिक मामले भोपाल जिले में 345, इंदौर में 317 और जबलपुर में 116 शामिल हैं। इन शहरों में सक्रिय मामलों की संख्या क्रमश: 2066, 1747 और 476 हो गयी है। राज्य में वर्तमान में सभी 52 जिलों में सक्रिय मामले हैं और इनकी कुल संख्या 7344 हो गयी है। लगभग दो माह पहले सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 2000 के अंदर आ गयी थी।

इसके अलावा राज्य में 16 जनवरी से प्रारंभ हुए कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के तहत अब तक 20 लाख से अधिक नागरिकों को निर्धारित मापदंड के अनुरूप टीका लगाया जा चुका है।

राज्य में काेरोना संक्रमण का पहला मामला 20 मार्च को जबलपुर में और भोपाल में 21 मार्च को सामने आया था। इसके बाद यह संक्रमण तेजी से फैलता गया और इसने सभी जिलों को अपनी चपेट में ले लिया।

इंदौर में 4 संक्रमित अभ्यर्थी पहुंचे एमपीपीएससी की मुख्य परीक्षा देने

मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राज्य सेवा भर्ती मुख्य परीक्षा-2019 (एमपीपीएससी) को देने आज 4 कोरोना संक्रमित अभ्यर्थी भी परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे ।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार कोरोना संक्रमित अभ्यर्थियों के लिए शहर के शासकीय जीजा बाई महाविद्यालय के एक कमरे में परीक्षा केंद्र बनाया गया। यहां इनकी परीक्षा स्वास्थ्यकर्मियों की निगरानी में कराई गई । इन्हें परीक्षा केंद्रों तक लाने ले जाने के लिए एक एम्बुलेंस तैनात की गई । इसी के साथ दो डॉक्टर सहित छह स्वास्थकर्मी किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए यहां तैनात किये गए । परीक्षा निर्धारित समय सुबह 10 बजे शुरू हुई ।

इसके अलावा जिले के शेष 12 केंद्रों पर भी परीक्षा प्रारंभ हो चुकी है।

भाजपा की घोषणा:पश्चिम बंगाल में सरकार बनते ही राज्य की सभी नौकरियों में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण, 5 साल में प्रत्येक परिवार के सदस्य को रोजगार और सीएए लागू किया जाएगा attacknews.in

कोलकाता, 21 मार्च । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को घोषणा की कि यदि पश्चिम बंगाल में उसकी सरकार बनती है तो राज्य सरकार की सभी नौकरियों में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण, पांच साल के भीतर प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को रोजगार और मंत्रिमंडल की पहली बैठक में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लागू किया जाएगा।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल चुनाव के लिए भाजपा का चुनाव घोषणा पत्र ‘सोनार बांग्ला संकल्प पत्र’ जारी करते हुए यह भी दावा कि यदि राज्य में भाजपा की सरकार बनती है तो मुख्यमंत्री शरणर्थी योजना की शुरुआत की जाएगी और इसके तहत प्रत्येक शरणर्थी परिवार को पांच साल तक प्रति वर्ष 10 हजार रुपये दिए जाएंगे।

शाह ने यह भी कहा कि बांग्ला को संयुक्त राष्ट्र की आधिकारिक भाषा बनाने के लिए केंद्र सरकार हरसंभव प्रयास करेंगी।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने तय किया है कि नागरिकता संशोधन कानून को पहली ही कैबिनेट में लागू करेंगे और मुख्यमंत्री शरणार्थी योजना के तहत प्रत्येक शरणार्थी परिवार को पांच साल तक सीधे बैंक खाते में 10 हजार रुपये प्रतिवर्ष दिए जाएंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार की सभी नौकरियों में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ देने के साथ ही 75 लाख किसानों को जो 18 हजार रुपये तीन साल से ममता दीदी ने नहीं पहुंचाया है, वह भी सीधे किसानों को बैंक खाते में देंगे।’’

उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत हर वर्ष किसानों को भारत सरकार की ओर से जो 6000 रुपये दिये जाते हैं, उसमें राज्य सरकार का चार हजार रुपया जोड़कर दिया जाएगा। इसके अलावा मत्स्य पालकों को हर वर्ष छह हजार रुपये दिए जाएंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद पांच साल में हर परिवार के एक सदस्य को रोजगार देंगे।’’

घोषणा पत्र जारी करने के अवसर पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष, राष्ट्रीय महासचिव व पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय और प्रदेशा के भाजपा सांसद सहित अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।

शाह ने कहा कि भाजपा ने अपने घोषणा पत्र को हमेशा एक संकल्प पत्र के रूप में स्थान दिया है।

उन्होंने कहा कि यह पार्टी का संकल्प है कि कैसे पश्चिम बंगाल को ‘‘सोनार बांग्ला’’ के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि इस संकल्प पत्र के लिए भाजपा ने विभिन्न माध्यमों से बंगाल के जन-जन तक पहुंचने का प्रयत्न किया और फिर यह संकल्प पत्र तैयार किया।

उन्होंने कहा, ‘‘संकल्प पत्र हमारे सोनार बांग्ला के संकल्प पर आधारित है और यह बजट के अनुकूल हो इसका भी ध्यान रखा गया है।’’

उन्होंने कहा कि बंगाल ने सदियों तक भारत की अगुवाई की है और वह चाहे आजादी का संग्राम रहा हो, चाहे राजनीति का क्षेत्र या फिर विज्ञान, शिक्षा और साहित्य का।

राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए शाह ने दावा कि पिछले 10 वर्षों में बंगाल के अंदर तृणमूल कांग्रेस के कुशासन ने एक ‘‘काले अध्याय’’ की शुरुआत की है, जिसकी वजह से चारों ओर निराशा व्याप्त है।

उन्होंने कहा, ‘‘ममता बनर्जी ने अपने वोट बैंक के लिए तुष्टीकरण को चरम सीमा पर पहुंचाया है। देश की सुरक्षा जैसे संवेदनशील विषयों को भी इन्होंने वोट बैंक की राजनीति से जोड़कर देखा। परंपरागत उत्सवों को भी वोट बैंक की राजनीति का जरिया बनाया।’’