सारण में नर्तकी के साथ डांस वीडियो के मामले में दो पुलिसकर्मी निलंबित;तमाम मर्यादाओं को ताक पर रखकर वर्दी में ही न केवल शराब पी बल्कि नशे में ठुमके भी लगाए attacknews.in

 

छपरा, 25 मार्च । बिहार के सारण जिले में दो पुलिस अधिकारियों को नर्तकी के साथ डांस करते हुए वीडियो के वायरल होने के मामले में उन्हें निलंबित कर दिया गया है

पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने गुरुवार को यहां बताया है कि जिले के कोपा थाना क्षेत्र में पदस्थापित सहायक अवर निरीक्षक सुनील ठाकुर तथा वर्तमान में दिघवारा थाना में पदस्थापित सहायक अवर निरीक्षक बेचन प्रसाद सिंह का एक वीडियो बुधवार को वायरल हुआ था। इसमें उक्त दोनों पुलिस पदाधिकारी कोपा थाना क्षेत्र में पदस्थापना के समय नर्तकी के साथ डांस करते हुए दिख रहे हैं। कुछ दिन पूर्व ही बेचन प्रसाद सिंह का तबादला कोपा थाना क्षेत्र से दिघवारा थाना क्षेत्र में किया गया है। उक्त वीडियो को शूट करने के बाद इसे कल बुधवार को वायरल करने के साथ ही उनके वाटएप्स पर भी किसी ने डाल दिया था।

वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा है कि यह एक शराब पार्टी का वीडियो है, जिसमें पुलिसकर्मी भी शामिल हुए थे।

वीडियो के बारे में बताया जा रहा है कि एक ऑर्केस्ट्रा संचालक के घर में यह पार्टी हुई थी, जिसमें पुलिसकर्मी सुनील कुमार ठाकुर भी शामिल हुए थे।उन्होंने तमाम मर्यादाओं को ताक पर रख दिया और वर्दी में ही न केवल शराब का सेवन किया, बल्कि शराब के नशे में ठुमके के भी लगाए।वीडियो वायरल होने के बाद एसपी ने जांच के आदेश दिए हैं।

इस मामले में छपरा के एसपी संतोष कुमार ने बताया कि वीडियो पुराना है, लेकिन वीडियो में दिख रहे पुलिसकर्मी की पहचान कर ली गई है।इनमें एक सुनील ठाकुर कोपा थाना तो बेचन सिंह दिघवारा में पदस्थापित हैं।उन्होंने बताया कि दोनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. साथ ही विभागीय जांच भी करवाई जाएगी।

एसपी ने कहा है कि किसी भी तरह से पुलिसकर्मियों के गलत व्यवहार का वीडियो जनता उनके पास भेजें वो आवश्यक कार्रवाई कर सकें।

इसके पहले भी छपरा में ऐसे कई वीडियो वायरल हो चुके हैं।बिहार में ऐसे मामलों को लेकर पुलिस मुख्यालय काफी गंभीर दिख रहा है।हाल ही में तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया था।माझी के चौकीदार का भी शराब पीते वीडियो वायरल हुआ था जिसे एसपी ने तत्काल प्रभाव से गिरफ्तार करवाया था।

फर्जी कॉल सेंटर से बेरोजगारों को विदेश में रोजगार देने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी,मास्टरमाइंड के साथ 16 काॅल गर्ल गिरफ्तार attacknews.in

 

कानपुर 25 मार्च। उत्तर प्रदेश के कानपुर में डीआईजी की स्वॉट टीम ने फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा कर मॉल रोड और चुन्नीगंज स्थित सेंटर में छापेमारी करते हुए मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है।

कॉल सेंटर में नौकरी करने वाली 16 युवतियों को भी पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की हैैैै।

पूछताछ में पता चला है कि सरगना युवतियों के जरिए बेरोजगार लोगों के फोन पर कॉल कराता था।फिर विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर रुपयों की मांग करता था।झांसे में आने के बाद अगर युवक पैसे खाते में डाल देता था तो फिर वह नंबर स्विच ऑफ हो जाता था।

पुलिस स्वॉट टीम प्रभारी अमित तोमर ने आज यहां कहा कि प्रतापगढ़ निवासी हरिओम पांडे को गिरफ्तार किया गया है।मास्टरमाइंड हरिओम परिवार के साथ गाजियावाद में फ्लैट लेकर रह रहा है।उसने फर्जी कॉल सेंटर का मुख्यालय ऑफिस नोयडा में वना रखा है।जिसकी जिम्मेदारी उसने अपने गुर्गे अजय और विवेक को सौप रखी था।

बुधवार की देर रात हरिओम कानपुर में अपनी ब्रांच में निरीक्षण करने आया था।सर्विलांस की मदद से पुलिस ने सबसे पहले ग्लोवस मॉल की छठवीं मंजिल पर वने फर्जी कॉल सेंटर में छापेमारी की।यहां पुलिस को 8 युवतियां काम करते हुए मिली।

फिर चुन्नीगंज स्थित कॉल सेंटर में छापा मारा।यहां भी पुलिस को 8 युवतियां मिली।

पुलिस ने छापेमारी के दौरान लैपटाप, सिमकार्ड,कम्प्यूटर, फोन व कई उपकरण बरामद किए है।

पूछताछ में सामने आया है कि गिरोह दिल्ली से लोगों के फोन नंवरों का डाटा खरीद लेता था।यह नंवर कॉल सेंटर में भेज दिए जाते थे।फिर युवतियां लोगों को विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे ठगी करती थीं।

गिरोह के द्वारा एक मेल आईडी दी जाती थी और रुपयों की डिमांड की जाती थी।पैसा खाते में जाते ही सब कुछ वंद हो जाता था।

यह गिरोह महीने में दो से ढाई हजार बेराजगारों को ठगते थे,जिनसे 20 से 25 लाख रुपये महीने की कमाई होती थी।

कॉल सेंटर में करीब 15 से बीस लड़कियां नौकरी पर रखी हुई थीं, जिन्हें यह 10 से 12 हजार रुपये प्रतिमाह देते थे।

पुलिस अधीक्षक :वेस्ट: अनिल कुमार ने बताया है कि स्वॉट टीम ने फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा किया है।

फर्जी कॉल सेंटर से बेरोजगारों के साथ ठगी करने का काम किया जा रहा था।पुलिस ने इनके पास से करीब 3 दर्जन से अधिक मोबाइल फ़ोन, लैपटॉप और डायरियां मिली है।सभी मिले हुए समान की जांच करते हुए कार्रवाई की जा रही है।

पीलीभीत में दो सगी बहनों की लड़कों से फोन पर बात करने से नाराज मां और भाइयों ने मिलकर कर दी हत्या, पुलिस ने किया गिरफ्तार attacknews.in

 

पीलीभीत, 25 मार्च । उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में दो सगी बहनों की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने आज उसकी मां ,एक भाई और भट्टा मालिक को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश यादव ने बृहस्पतिवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पीलीभीत में भट्टे पर दो बहनों के 23 मार्च को बड़ी बहन 19 वर्षीय पूजा का शव भट्टे के पास सड़क पर मिला था जबकि छोटी बहन 17 वर्षीय अंशिका का शव पेड़ पर फंदे से लटका मिला था। पुलिस ने गहनता से तफ्तीश की तो सामने आया की भट्टे पर मुनीम महेश ने पूजा को एक मोबाइल दिया था। इससे पूजा महेश से बात करती थी। इसके साथ ही उसी मोबाइल से छोटी बहन अंशिका संजीव नामक युवक से बात किया करती थी।

पुलिस के अनुसार लड़कों से फोन पर बात करना ही दोनों की जान का दुश्मन बन गया। परिजनों ने ही दोनों को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस कप्तान जय प्रकाश ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि लड़कों पर फोन पर बात करने से नाराज मां और भाइयों ने मिलकर हत्या कर दी थी।

एसपी ने बताया कि पीलीभीत के बीसलपुर थाना क्षेत्र में पड़ने वाले कासिमपुर गांव में सोनी नामका ईंट भट्टे पर अंशिका (17) और पूजा (21) परिवार के साथ काम करती थीं। 22 मार्च की शाम जब यह दोनों बहनें किसी से फोन पर बात कर रही थीं तो मां और भाइयों ने उनको देख लिया।

इस तरह घटना को दिया गया अंजाम

फोन पर बात करने से नाराज मां और भाई ने दोनों बहनों की पिटाई की। बाद में गुस्से में आपा खोने पर मां कमलादेवी ने पहले छोटी बेटी का गला घोटा। इसमें उसके दोनों बेटे रामप्रताप और विजय प्रताप ने साथ दिया। इसके बाद उसने अपनी 21 वर्षीय बड़ी बेटी पूजा का गला दबा दिया।

पुलिस की मानें तो इन लोगों ने लड़कियों के जीजा अनिल को घर बुलाया और बड़ी बेटी पूजा को जिंदा ही पेड़ से लटका दिया। इसके बाद यह लोग रात भर पुलिस को ना बता कर आपस में ही खिचड़ी पकाते रहे कि किसी तरीके से डेड बॉडी को छिपा दिया जाए। इसमें इनका साथ ईट-भट्टा मालिक अली हसन ने भी दिया।

मां, भाई और भट्ठा मालिक गिरफ्तार, एक भाई व जीजा फरार

पुलिस ने लड़की के भाई राम प्रताप, मां कमला देवी और ईट भट्टा मालिक अली हसन को गिरफ्तार कर लिया है। दूसरा भाई विजय प्रताप व जीजा अनिल पुलिस की गिरफ्त से दूर है। पुलिस ने धारा 201 के तहत भट्ठा मालिक अली हसन को गिरफ्तार किया है। एसपी ने कहा कि अब भी इस हत्याकांड को बंद नहीं किया गया है और इसके पीछे के मौके पर जांच की जा रही है।

मनी लान्ड्रिंग घोटाले में ED ने की महबूबा मुफ्ती से पूछताछ attacknews.in

 

श्रीनगर, 25 मार्च । जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से गुरुवार को यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने धन शोधन मामले में पूछताछ की।

सुश्री मुफ्ती राजबाग स्थिति ईडी के कार्यालय में पूर्वाह्न 11 बजे पहुंची। उन्होंने कार्यालय के बाहर मौजूद मीडिया कर्मियों से बातचीत नहीं की। उनके पहुंचने से पहले ही ईडी कार्यालय के चारों तरफ सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे।

इससे पहले, पीडीपी नेता दिल्ली में 15 और 23 मार्च को ईडी के सामने पेश नहीं हुई थी. उन्होंने ईडी से श्रीनगर में पूछताछ करने का अनुरोध किया था. यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि किस मामले में मुफ्ती की जांच की जा रही है।

बता दें कि ईडी ने पिछले साल दिसंबर में महबूबा की करीबी अंजुम फजिली के घर पर छापेमारी की थी. यह छापेमारी जम्मू-कश्मीर बैंक में फर्जीवाड़े से संबंधित थी. जांच एजेंसी ने इस दौरान फाजिली के परिसरों से 28 लाख रुपये जब्त किए थे।

ईडी ने कथित मनी लॉन्ड्रिंग केस में जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम फारुक अब्दुल्ला से भी पूछताछ की थी और करीब 12 करोड़ की संपत्तियों को जब्त किया था।

CBI ने बैंक धोखाधड़ी मामले में देशभर के 100 ठिकानों पर मारे छापे;इंडियन ओवरसीज बैंक, यूनियन बैंक, बैंक ऑफ बड़ोदा, पंजाब नेशनल बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, आईडीबीआई, केनरा बैंक, इंडियन बैंक और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने की थी शिकायत attacknews.in

नयी दिल्ली, 25 मार्च । करीब 3700 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी मामले में गुरुवार को देश के 100 स्थानों पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के छापे मारे गये।

सीबीआई प्रवक्ता आर सी जोशी ने यहां बताया कि विभिन्न राष्ट्रीयकृत बैंकों की शिकायत पर 30 मामले दर्ज किये गये हैं। इन बैंकों में इंडियन ओवरसीज बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ोदा, पंजाब नेशनल बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, आईडीबीआई, केनरा बैंक, इंडियन बैंक और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शामिल हैं।

श्री जोशी ने बताया कि सीबीआई दस्तों ने 11 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के 100 स्थानों पर छापे मारे।
इन स्थानों में दिल्ली, कानपुर, गाजियाबाद, मथुरा, नोएडा, गुरुग्राम, चेन्नई, तिरुवरुरर, वेल्लोर, तिरुपुर, बेंगलोर, गंटूर, हैदराबाद, बेल्लारी, वड़ोदरा, कोलकाता, पश्चिम गोदावरी, सूरत, मुंबई, भोपाल, निमाड़ी, तिरुपति, विशाखापत्तनम, अहमदाबाद, राजकोट, करनाल, जयपुर एवं श्री गंगानगर शामिल हैं। यह छापेमारी घोटालेबाजों के खिलाफ विशेष अभियान का हिस्सा है।
प्रवक्ता ने बताया कि छापेमारी के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज और अन्य सामग्रियां/ डिजिटल साक्ष्य बरामद किये गये हैं।

मिथुन चक्रवर्ती ने पश्चिम बंगाल में बड़े रोडशो निकाले और मुख्यमंत्री बनने की बात पर कहा:‘आपके मन में एक ही सवाल चढ़ा हुआ है’’ attacknews.in

सल्तोरा, 25 मार्च । फिल्म अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने पश्चिम बंगाल के जंगलमहल क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में दो बड़े रोडशो निकाले।

मिथुन ने पहला रोडशो बांकुड़ा के सल्तोरा और दूसरा रोडशो पश्चिम मेदिनीपुर के केशियारी में निकाला।

वह सफेद कुर्ता पहने हुए थे और लंबा भगवा स्कार्फ डाल रखा था।

मिथुन गेंदों के फूलों से सजे एमयूवी वाहन पर खड़े होकर गुजरे और समर्थकों को हाथ हिलाकर अभिवादन किया। इस दौरान ‘जय श्री राम’ के नारे लग रहे थे।

अपने पसंदीदा अभिनेता को देखने के लिए रास्ते में पड़ने वाले घरों और इमारतों की छतों पर लोगों की भीड़ जमा थी और मिथुन की कार के आसपास भी भीड़ जमा हो गयी। लोग ‘गुरू’, ‘गुरू’ के नारे भी लगा रहे थे।

उन्होंने केशियारी में संवाददाताओं से कहा, ‘‘जो जबरदस्त समर्थन मिल रहा है और लोगों का भावनात्मक लगाव है, वह बंगाल में होने वाले बदलाव का संकेत देता है।’’

जब मिथुन से पूछा गया कि राज्य में भाजपा के सत्ता में आने की स्थिति में क्या उनके मुख्यमंत्री बनने की संभावना है, इस पर उन्होंने कहा, ‘‘आपके मन में एक ही सवाल चढ़ा हुआ है।’’

राज्य में विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत की संभावना जताते हुए अभिनेता ने कहा, ‘‘मैं कोई नायक नहीं हूं। मैं उनका मिथुन दा हूं और वे मेरे दोस्त हैं। बंगाल की जनता के साथ मेरा लगाव है।’’

उतराखण्ड के वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत की कोरोना संक्रमित होने के बाद हालत गंभीर,इलाज के लिए एयर एम्बुलेंस से दिल्ली एम्स भेजा attacknews.in

देहरादून 25 मार्च । कोरोना से संक्रमित उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत की हालत गंभीर होने पर उन्हें बेहतर इलाज के लिए गुरुवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) नयी दिल्ली भेज दिया गया।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।

श्री हरीश रावत को चिकित्सकों द्वारा दिल्ली एम्स के लिये रेफर किये जाने पर मुख्यमंत्री श्री तीरथ ने अधिकारियों को एयर एम्बुलेंस उपलब्ध कराने के निर्देश दिये, ताकि वह दिल्ली एम्स में उपचार हेतु जा सकें।

तमिलनाडु विधानसभा चुनावाें से पूर्व द्रमुक के वरिष्ठ नेता ई वी वेलू और उनके परिजनों के परिसरों पर आयकर छापे attacknews.in

चेन्नई, 25 मार्च । तमिलनाडु विधानसभा चुनावाें से पूर्व द्रमुक के वरिष्ठ नेता ई वी वेलू और उनके परिजनों परिसरों पर गुरुवार काे आयकर अधिकारियों ने छापे मारे।

पूर्व मंत्री श्री वेलू अपनी परम्परागत सीट तिरुवन्नामलाई सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वहां छह अप्रैल को वोट डाले जायेंगे।

सूत्रों ने बताया कि श्री वेलू और उनके परिजनों के 10 परिसरों और उनके स्वामित्व वाले एक काॅलेज पर छापे डाले गये।

ये छापे उस समय डाले गये जब द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन श्री वेलू के निवार्चन क्षेत्र में चुनाव प्रचार कर रहे थे।

श्री वेलू के कालेज पर भी डाले गये जहां श्री स्टालिन ने बुधवार को रात्रि विश्राम किया था।

ऐसी चर्चा है कि ये छापे मतदाताओं को बांटे जाने के लिए रुपये लाये जाने की सूचना मिलने के बाद ये छापे डाले गये हैं।

जौनपुर में एकतरफा प्यार में युवती की मां और छोटी बहन की हत्याकर शवों को घर में ही दफना दिये,पुलिस ने खुदाई करके निकाले;हत्यारा गिरफ्तार attacknews.in

जौनपुर, 25 मार्च । उत्तर प्रदेश में जौनपुर के नगर कोतवाली क्षेत्र एक एकतरफ प्रेम के चलते एक युवक ने पड़ोस में रहने वाली युवती की मां और छोटी बहन की हत्या कर उनके शव घर में ही दफना दिये और सूचना पर मकान में खुदाई कर आज शव निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए।

पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर ने बताया कि सदर कोतवाली इलाके में तारापुर मोहल्ला निवासी मनाई का बेटा पुल्लू बगल में रहने वाली एक युवती से एकतरफा प्यार करता था जबकि लड़की उसका विरोध करती थी। इससे आक्रोशित होकर पुल्लू 10 दिन पहले युवती की मां और उसकी छोटी बहन और भाई को घर से उठा ले गया था। चार दिन पहले युवती के परिवार के लोगों को फोन कर कहा कि वह अब तीनों की हत्या कर देगा।

उन्होंने बताया कि जानकारी के बाद पुलिस सक्रिय हुई और बुधवार रात पुल्लू को गिरफ्तार कर लिया था।

उसके बाद पूछताछ में उसने मां-बेटी की हत्या कर शव घर में दफन करने की जानकारी दी थी।

जानकारी मिलने पर आज पुलिस ने कुड़ी सुरक्षा के बीच मकान में खुदाई कर मां-बेटी के शव बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिये।

पुलिस ने युवती के पांच वर्षीय भाई को सकुशल बरामद कर लिया है ।

उन्होंने बताया कि इस संबंध में पुलिस आसपास के लोगों से भी पूछताछ कर रही है।

तहसीलदार ने पकड़े जाने के डर से लाखों रुपए के नोट गैस चूल्हे पर जला दिए;दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी पुलिस ने पकड़ा तब तक वह लाखों रुपये की नगदी जला चुका था attacknews.in

जयपुर 25 मार्च । राजस्थान के सिरोही जिले में पिंडवाड़ा तहसीलदार द्वारा पकड़े जाने के डर से लाखों रुपए के नोट गैस चूल्हें पर जला देने का मामला सामने आया हैं।

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अनुसार बुधवार को पिंडवाडा के राजस्व निरीक्षक पर्बत सिंह को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा था और निरीक्षक ने यह रिश्वत पिंडवाड़ा तहसीलदार कल्पेश जैन के लिए लेना बताने के बाद ब्यूरो टीम रात में श्री जैन के घर पहुंची लेकिन उन्होंने दरवाजा नहीं खोला।

जब टीम ने खिड़की का कांच तोड़कर देखा तो तहसीलदार नोटो की गड्डियां गैस चूल्हे पर जला रहा था।

बाद में टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद घर के अंदर प्रवेश किया और तहसीलदार को गिरफ्तार कर लिया।मौके पर नोटों की राख एवं अधजले नोट बरामद किए गए हैं।

बताया जा रहा है कि सबूत मिटाने के मकसद से लाखों रुपए जला दिये।

उल्लेखनीय है कि सांडिया निवासी परिवादी ने ब्यूरो में शिकायत की थी कि पिंडवाड़ा क्षेत्र में आंवले की छाल की खुली बोली से नीलामी के जरिए ठेके के लिए पांच लाख रुपए की रिश्वत मांगी जा रही है और इसके लिए राजस्व निरीक्षक पहले एक लाख रुपए और काम होने पर चार लाख रुपए देने की बात कह रहे हैं।

इस पर ब्यूरो ने सत्यापन कराकर बुधवार को परिवादी से एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए निरीक्षक को रंगे हाथों पकड़ लिया था।

निरीक्षक ने ब्यूरो को पूछताछ में बताया कि यह रिश्वत उसने तहसीलदार के लिए ली है।

आरोपियों के निवास एवं अन्य ठिकानों की तलाशी भी जारी है।

पूछताछ में उसने रिश्वत की यह राशि तहसीलदार कल्पेश जैन के लिये लेना बताया,इस पर ब्यूरो की टीम उसे साथ लेकर शाम को पिंडवाड़ा तहसीलदार कार्यालय पहुंची,लेकिन इस बीच तहसीलदार को किसी के माध्यम से एसीबी की कार्रवाई की भनक लग गई।

इस पर तहसीलदार कल्पेश जैन अपने निवास में घुस गया।एसीबी भी उसके पीछे-पीछे उसके निवास पर पहुंच गई,लेकिन तहसीलदार ने दरवाजा नहीं खोला और उसने घर में रखी लाखों रुपये नगदी को गैस पर जलाना शुरू कर दिया।बाद में एसीबी ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से करीब 1 घंटे तक दरवाजा खुलवाने की कोशिश की।अंतत: एसीबी दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी और तहसीलदार कल्पेश जैन को पकड़ा,लेकिन तब तक वह लाखों रुपये की नगदी जला चुका था।

एसीबी ने वहां से अधजले नोट बरामद किये हैं।एसीबी के मुताबिक तहसीलदार ने करीब पांच लाख रुपये जला दिये. एसीबी आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.

यह है पूरा मामला

दरअसल सरकारी भूमि से तेंदूपत्ता व आंवल छाल का टेंडर पास करने के लिए पिंडवाड़ा तहसीलदार ने ठेकेदार से 5 लाख रुपये में सौदा तय किया था।बाद में रेवन्यु इंस्पेक्टर के माध्यम से एडवांस पेटे एक लाख की रिश्वत लिया तय हुआ. एसीबी को जब इसकी शिकायत मिली तो उसने इसका लेनदेन करते हुये आरआई को दबोच लिया था।

महराष्‍ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर मुम्बई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह द्वारा उन पर लगाये गये भ्रष्टाचार के आरोपों की निष्‍पक्ष जांच कराने को कहा attacknews.in

मुम्बई, 25 मार्च । महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने गुरुवार को कहा कि वह मुम्बई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह द्वारा उन पर लगाये गये भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं।

श्री देशमुख ने यहां कहा, “ मुम्बई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह द्वारा लगाये गये भ्रष्टाचार के आरोपों के संबंध में मैं किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हूं।”

परमबीर सिंह के आरोपों को अन‍िल देशमुख ने खारिज कर दिया है और अब राज्‍य के मुख्‍यमंत्री से सभी आरोपों की जांच करने को कहा है।

उन्‍होंने कहा कि जब आरोपों की जांच होगी तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा. वहीं इस मामले में परमबीर सिंह आज हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं।

महराष्‍ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर इस पूरे मामले की निष्‍पक्ष जांच कराने को कहा है।

उन्‍होंने कहा कि जांच के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।उन्‍होंने कहा कि अगर राज्‍य के मुख्‍यमंत्री इस मामले में जांच के आदेश देते हैं तो मैं इसका स्वागत करूंगा।

दरअसल परमबीर सिंह के आरोपों के बाद से विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है और गृह मंत्री देशमुख के इस्तीफे की मांग कर रहा है।

परमबीर सिंह ने अनिल देशमुख पर क्‍या लगाए आरोप

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने दावा किया है कि अनिल देशमुख ने सचिन वाझे को 100 करोड़ रुपये का टारगेट दिया था।

परमबीर सिंह ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि 100 करोड़ रुपये टारगेट को पूरा करने के लिए मुंबई के बार, पब और रेस्टोरेंट से वसूली करने को कहा गया था।चिट्ठी के मुताबिक, इस टारगेट पर सचिन वाझे ने कहा था कि वो 40 करोड़ रुपये तो पूरा कर सकते हैं लेकिन 100 करोड़ बहुत ज्यादा है।

परमबीर सिंह ने दावा किया कि 100 करोड़ का टारगेट पूरा करने के लिए अनिल देशमुख ने सचिन वाझे को दूसरे तरीके इजाद करने के लिए कहा था।

हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं परमबीर सिंह

अनिल देशमुख के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग कर रहे परमबीर सिंह आज बॉम्‍बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं।

बता दें कि इससे पहले परमबीर सिंह सुप्रीम कोर्ट जा चुके हैं लेकिन सुनवाई के दौरान उच्चतम न्यायालय ने कहा, महाराष्‍ट्र के गृहमंत्री पर लगाए गए आरोप काफी गंभीर हैं लेकिन इस मामले को पहले हाईकोर्ट से सामने रखना होगा।

सुप्रीम कोर्ट ने इस बात पर भी सवाल उठाए कि परमबीर सिंह ने अपनी याचिका में देशमुख को पक्ष क्यों नहीं बनाया? अब परमवीर सिंह बॉम्बे हाईकोर्ट जा सकते हैं।

मुंबई के निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे की NIA हिरासत 3 अप्रैल तक बढ़ाई; महाराष्ट्र ATS का दावा:वाजे ने ही करवाई थी मनसुख हिरेन की हत्या और साजिशकर्ता की अहम भूमिका निभाई attacknews.in

मुंबई, 25 मार्च । उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास एक गाड़ी में जिलेटिन की छड़ें मिलने के मामले में गिरफ्तार किये गये निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे की एनआईए हिरासत बृहस्पतिवार को यहां की एक विशेष अदालत ने तीन अप्रैल तक बढ़ा दी।उधर कल एटीएस प्रमुख जय जीत सिंह ने दावा किया था कि, निलंबित सचिन वाजे ने ही मनसुख हिरेन हत्याकांड में अहम भूमिका निभाई और हम एनआईए से उसकी हिरासत लेने के लिए अदालत का रुख करेंगे।

वाजे ने विशेष एनआईए अदालत से कहा कि उनका अपराध से कोई लेना-देना नहीं है और उन्हें बलि का बकरा बनाया गया है।

मुंबई में सहायक पुलिस निरीक्षक वाजे (49) को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने 13 मार्च को गिरफ्तार किया था। वाजे की पिछली रिमांड का समय निकलने के बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया था।

एनआईए ने वाजे के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के सख्त प्रावधानों को लागू किया था। एजेंसी ने उनकी 15 और दिन की हिरासत की मांग की।

वाजे ने सुनवाई के दौरान न्यायाधीश पी आर सितरे से कहा, ‘‘मुझे बलि का बकरा बनाया गया है और मेरा इस मामले से कोई लेनादेना नहीं है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं डेढ़ दिन तक मामले का जांच अधिकारी रहा और अपनी क्षमता के हिसाब से जो कर सकता था, मैंने किया। लेकिन अचानक से योजना में कहीं कोई बदलाव हो गया। मैं खुद ही एनआईए दफ्तर गया था और मुझे गिरफ्तार कर लिया गया।’’

वाजे ने कहा कि उन्होंने कोई अपराध कबूल नहीं किया है।

एनआईए के वकील अतिरिक्त सॉलीसीटर जनरल अनिल सिंह ने अदालत से कहा कि यह जानकर सभी स्तब्ध हैं कि अपराध में एक पुलिसकर्मी शामिल है।

महाराष्ट्र ATS का दावा: सचिन वाजे ने ही करवाई थी मनसुख हिरेन की हत्या में वाजे ने ही साजिशकर्ता की अहम भूमिका निभाई :

इधर मुंबई में कल महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने कहा कि निलंबित मुंबई पुलिस अधिकारी सचिन वाजे ने मनसुख हिरेन हत्याकांड में अहम भूमिका निभाई।

पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए एटीएस प्रमुख जय जीत सिंह ने दावा किया कि गिरफ्तार अधिकारी हत्या के मामले में एक साजिशकर्ता था।

उन्होंने कहा कि सचिन वाजे ठाणे निवासी मनसुख हिरेन की हत्या में शामिल था। हम एनआईए से उसकी हिरासत लेने के लिए अदालत का रुख करेंगे।

इसके अलावा एटीएस ने मनसुख हिरेन हत्या मामले के सिलसिले में दमन से एक महंगी कार जब्त की है। महाराष्ट्र के पंजीकरण नंबर वाली एक वॉल्वो कार जब्त की गई, जिसके मालिक का अभी पता नहीं चला पाया है।

महाराष्ट्र एटीएस चीफ ने कहा कि दमन से आज जब्त की गई कार का मुंबई में एफएसएल द्वारा विश्लेषण किया जा रहा है।

इससे पहले, इस हत्याकांड के संबंध में शनिवार रात दो व्यक्तियों को गिरफ्तार करने के बाद एटीएस ने गुजरात से एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। इस व्यक्ति ने कथित तौर पर आरोपियों को सिम कार्ड उपलब्ध कराए थे।

अधिकारियों ने बताया था कि उन्होंने इस व्यक्ति के पास से कई सिम कार्ड बरामद किये हैं। एटीएस ने मामले के संबंध में, निलंबित पुलिसकर्मी विनायक शिंदे और क्रिकेट मैच के सटोरिये नरेश गौड़ को पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया था।

गौरतलब है कि मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के पास 25 फरवरी को एक संदिग्ध वाहन पाया गया था। इस वाहन से जिलेटिन की 20 छड़ें बरामद हुई थी। यह वाहन ठाणे के कारोबारी मनसुख हिरेन का था, जो कथित तौर पर चोरी हो गया था। इसके बाद,पांच मार्च को मनसुख का शव मुंब्रा के पास मिला था।

एनआईए इस पूरे मामले की जांच कर रही है और उसने सचिन वाजे को गिरफ्तार किया था। एनआईए ने अपनी जांच के तहत अभी तक पांच महंगी कारें जब्त की हैं, जिनमें दो मर्सिडीज भी शामिल हैं।

मध्यप्रदेश में काेरोना संक्रमण की रफ्तार और तेज हुयी, भोपाल में 15 प्रतिशत के पार,अब बैतूल, छिंदवाड़ा, रतलाम और खरगाेन में भी रविवार को लॉकडाउन attacknews.in

भोपाल, 24 मार्च । मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार अत्यंत तेज गति से बढ़ रही है और इसके मद्देनजर राज्य सरकार ने इस पर काबू पाने के उद्देश्य से आज देर शाम अनेक कदम उठाने की घोषणा की, जिसके तहत अब भोपाल, इंदौर और जबलपुर के बाद अब बैतूल, छिंदवाड़ा, रतलाल और खरगाेन में भी रविवार को लॉकडाउन रहेगा।

राज्य सरकार की ओर से मुहैया करायी गयी जानकारी के अनुसार आज 25,505 सैंपल की जांच में 1712 व्यक्ति संक्रमित पाए गए। 23,793 सैंपल नेगेटिव निकले और 182 अमान्य (रिजेक्ट) किए गए। इस तरह संक्रमण दर 6़ 7 प्रतिशत दर्ज की गयी। दो सप्ताह पहले तक संक्रमण दर 2 प्रतिशत के अंदर थी।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के समक्ष आज उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों ने कोरोना संबंधी आकड़ों का प्रस्तुतिकरण किया, जिसके अनुसार राज्य में सबसे अधिक पॉजीटिविटी रेट (संक्रमण दर) भोपाल जिले में 15़ 95 प्रतिशत रहा। इसका आशय यह हुआ कि सैंपल देने वाले 100 व्यक्तियों में से लगभग 16 व्यक्ति संक्रमित मिल रहे हैं।

बैठक में बताया गया कि पिछले 7 दिन में प्रदेश के 10 शहरों में प्रकरण लगातार बढ़ रहे हैं। पिछले सात दिनों के दौरान प्रतिदिन औसतन इंदौर में 317, भोपाल में 299, जबलपुर में 98, बैतूल में 38, रतलाम में 37, ग्वालियर में 36, उज्जैन में 30, सागर में 28, खरगोन में 27 और छिंदवाड़ा में 25 प्रकरण बढ़ रहे हैं। इन सात दिनों में इंदौर की संक्रमण दर 8.47 प्रतिशत और भोपाल की 15. 95 प्रतिशत हो गयी है।

इसी प्रकार बैतूल की संक्रमण दर 14.32 प्रतिशत, जबलपुर की 7. 46 प्रतिशत, खरगोन की 8. 19 प्रतिशत दर्ज की गयी।

बैठक में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने टीकाकरण की प्रक्रिया को गति देने, सभी जिलों में आइसोलेशन वार्ड स्थापित करने और बिस्तरों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

इस दौरान बताया गया कि प्रदेश में अब तक 26 लाख 90 हजार 646 व्यक्तियों का टीकाकरण हो चुका है। 20 मार्च को एक दिन में 3 लाख 57 हजार 500 व्यक्तियों का टीकाकरण हुआ। प्रदेश में प्रतिदिन 3 लाख व्यक्तियों के टीकाकरण के लिए व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। प्रति सप्ताह चार दिन सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को टीकाकरण सत्र आयोजित किए जाएंगे। आगामी 3 माह में सभी लक्षित समूहों का टीकाकरण किए जाने की योजना है।

मध्यप्रदेश में कोरोना के 1712 नए मामले, सात की मौत

मध्यप्रदेश में नित्य बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच आज 1712 नए मामले सामने आए। इस वैश्विक महामारी से आज प्रदेश में सात लोगों की मृत्यु हो गयी। वहीं प्रदेश में सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर अब बढ़कर 10047 तक पहुंच गयी है।

राज्य स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा आज रात्रि यहां जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले चौबीस घंटों के दौरान प्रदेश भर में कुल 25,505 सेंपल की जांच की गई, जिनमें से 1712 लोग कोरोना संक्रमित पाए गये। कल की तुलना में आज 210 मरीज अधिक मिले हैं। प्रदेश में संक्रमण दर आज 6़ 5 से बढ़कर 6़ 7 प्रतिशत पहुंच गयी है।

निजी हॉस्पिटल कोविड 19 के इलाज की दरें निर्धारित

मध्यप्रदेश के सभी नर्सिंग होम और निजी हॉस्पिटल (क्लीनिकल स्टाविलिश मेंट) को कोविड-19 के उपचार की निर्धारित दरों को रिसेप्शन काऊंटर पर प्रदर्शित करना जरूरी है।

मरीज और मरीजों के परिजन को माँगने पर उपचार की निर्धारित दरों को उपलब्ध कराना होगा। निर्धरित दरों के संबंध में भी स्पष्ट किया गया है कि 29 फरवरी 2020 को नर्सिंग होम, निजी हॉस्पिटल के द्वारा जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को सूचित की गई दरों से निर्धारित दरें 40 प्रतिशत से अधिक नहीं हो। उच्च न्यायालय के 23 सितम्बर, 2020 को पारित आदेश में कोविड- 19 उपचार की निर्धारित दरों को नर्सिंग होम एवं निजी हॉस्पिटल को रिसेप्शन काऊंटर पर प्रदर्शित करने के संबंध में आदेश पालन के लिये स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्देश जारी कर दिए गए है।

लॉकडाउन को लेकर नरोत्तम ने की स्थिति स्पष्ट

मध्यप्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने सोशल मीडिया पर लॉकडाउन को लेकर चल रही कतिपय खबरों को लेकर आज स्थिति स्पष्ट की और कहा कि वर्तमान में सात शहरों में सिर्फ रविवार का लॉकडाउन घोषित किया गया है।

पश्चिम बंगाल की चुनाव यात्रा के बीच डॉ मिश्रा ने इस संबंध में सोशल मीडिया की खबरों पर संज्ञान लेते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा है ‘मुझे जानकारी मिली है कि 10 दिन के लॉकडाउन को लेकर सोशल मीडिया पर मेरी पुरानी बाइट वायरल की जा रही है। वो पिछले साल की है। अभी सरकार ने प्रदेश के 07 शहरों भोपाल, इंदौर, जबलपुर, खरगोन, रतलाम, बैतूल और छिंदवाड़ा में रविवार को लॉकडाउन लागू किया है।’

25 मार्च को लागू किए गए कोविड-19 लॉकडाउन का एक साल पूरा होने के बाद पैदा हुआ आजीविका का संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा,भारत अभी भी बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहा है attacknews.in

नयी दिल्ली, 25 मार्च । कोरोना वायरस महामारी पर काबू पाने के लिए पिछले साल 25 मार्च को लागू किए गए लॉकडाउन के चलते पैदा हुआ आजीविका का संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा और एक साल बाद भी भारत बेरोजगारी की समस्या से उबर नहीं पाया है।

सरकार ने महामारी के घातक प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया था, लेकिन इससे आर्थिक और वाणिज्यिक गतिविधियां थम गईं और बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार से हाथ धोना पड़ा तथा प्रवासी मजदूरों के पलायन ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया।

सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) के आंकड़ों के अनुसार फरवरी 2021 में बेरोजगारी की दर 6.9 प्रतिशत रही, जो पिछले साल इसी महीने में 7.8 प्रतिशत और मार्च 2020 में 8.8 प्रतिशत थी।

आंकड़ों से पता चलता कि अप्रैल में बेरोजगारी दर 23.5 प्रतिशत तक पहुंच गई थी और मई में यह 21.7 प्रतिशत पर रही। हालांकि, इसके बाद थोड़ी राहत मिली और जून में यह 10.2 प्रतिशत और जुलाई में 7.4 प्रतिशत रही।

सीएमआईई के आंकड़ों के मुताबिक हालांकि बेरोजगारी की दर पिछले साल अगस्त में फिर बढ़कर 8.3 प्रतिशत और सितंबर में सुधार दर्शाते हुए 6.7 फीसदी हो गई।

विशेषज्ञों के मुताबिक सीएमआईई के आंकड़ों में जुलाई के बाद से बेरोजगारी के परिदृश्य में सुधार के संकेत हैं, लेकिन इसमें स्थायित्व केवल विनिर्माण और सेवा क्षेत्रों में सुधार के बाद आएगा।

रोजगार की दृष्टि से इस दौरान कृषि क्षेत्र का प्रदर्शन अच्छा रहा, लेकिन शहरी और औद्योगिक क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने देश में नए सिरे से रोजगार पैदा करने के लिए कई कदम उठाए हैं लेकिन रोजगार के परिदृश्य में लगातार सुधार के लिए बार-बार नीतिगत हस्तक्षेप और जमीनी स्तर पर पहल की जरूरत है।

श्रम मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार लगभग 16.5 लाख लोगों ने आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना (एबीआरवाई) से लाभ उठाया है। यह योजना अक्टूबर में शुरू की गई थी।

भारत में कोरोना वायरस के कई चिंताजनक वैरिएंट के साथ एक नए वैरिएंट का पता लगा;भारतीय सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आईएनएसएसीओजी) द्वारा की गई जीनोम सीक्वेंसिंग में सामने आए वायरस attacknews.in

नईदिल्ली 25 मार्च ।भारतीय सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आईएनएसएसीओजी) 10 राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं का एक समूह है जिसे केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने 25/12/2020 को गठित किया था।

आईएनएसएसीओजी तभी से कोरोना वायरस की जीनोम सीक्वेंसिंग और कोविड-19 वायरस का विश्लेषण कर रहा है और इस प्रकार पाए जाने वाले वायरस के नए वैरिएंट तथा महामारी के साथ उनके संबंधों का पता लगा रहा है। विभिन्न वायरसों के वैरिएंट एक प्राकृतिक घटना है और यह लगभग सभी देशों में पाए जाते हैं।

आईएनएसएसीओजी ने जिस समय से अपना कार्य शुरू किया है उसने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की ओर से साझा किए गए 10787 पॉजिटिव सेंम्पल में से इस वायरस के 771 चिंताजनक प्रकारों (वीओसी) का पता लगाया है। इसमें ब्रिटेन के वायरस (बी.1.1.7.) लिनिएज के 736 पॉजिटिव नमूने भी हैं। दक्षिण अफ्रीकी वायरस लिनिएज (बी.1.351) के 34 नमूने भी पॉजिटिव पाए गए हैं। एक नमूना ब्राजील लिनिएज (पी.1) के वायरस के लिए पॉजिटिव पाए गए हैं। ये वीओसी युक्त नमूने देश के 18 राज्यों में चिन्हित किए गए हैं।

कोरोना वायरस की जीनोम सिक्वेंसिंग और इसका विश्लेषण अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों से लिए गए नमूनों, वीओसी के संपर्क में आए पॉजिटिव नमूनों और अधिकतर राज्यों में सामुदायिक स्तर पर एकत्र किए गए नमूनों से किया गया है।

महाराष्ट्र से लिए गए नमूनों के विश्लेषण से पता चला है कि दिसंबर 2020 की तुलना में ई484क्यू और एल452आर म्यूटेशन के अंशों वाले नमूनों में वृद्धि हुई है। इस प्रकार की म्यूटेशन दर्शाती है कि यह विषाणु शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली से बचने में कारगर है और इसका प्रभाव भी पहले से अधिक है। ये म्यूटेशन लगभग 15 से 20 प्रतिशत नमूनों में पाए गए हैं और पहले सूचीबद्ध वीओसी के साथ मेल नहीं खाते हैं। इन्हें वीओसी के रूप में वर्गीकृत किया गया है। लेकिन इनमें भी अधिक परीक्षण, करीबी संपर्कों का व्यापक रूप से पता लगाना, पॉजिटिव मामलों और उनके संपर्क में आए लोगों को तत्काल अलग करना और राष्ट्रीय उपचार प्रोटोकॉल के अनुसार इनके उपचार की आवश्वकता है।

केरल के सभी 14 जिलों में से 2032 नमूनों की सिक्वेंसिंग की जा चुकी है और एन440के ऐसा वैरिएंट है जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को चकमा दे सकता है तथा यह 11 जिलों से लिए गए 123 नमूनों में पाया गया है। यह वैरिएंट इससे पहले आंध्र प्रदेश से लिए गए 33 प्रतिशत नमूनों और तेलंगाना के 104 नमूनों में से 53 में पाया गया था। यह वैरिएंट 16 अन्य देशों में भी पाया गया है। जिनमें ब्रिटेन, डेनमार्क, सिंगापुर, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं। अभी तक इस प्रकार के वैरिएंट की बेहतर तरीके से जांच हुई है।

हालांकि वायरस की चिंताजनक किस्मों (वीओसी) और दोहरी म्यूटेशन वाला वैरिएंट भारत में पाया जा चुका है, लेकिन इनकी संख्या इतनी नहीं है जिससे यह स्थापित किया जा सके या ऐसा कोई सीधा संबंध दर्शाया जा सके कि इनकी वजह से कुछ राज्यों में कोरोना महामारी में बढ़ोतरी हो रही है। कोरोना से उत्पन्न स्थिति का पता लगाने के लिए जीनोम सिक्वेंसिग और महामारी शोध अध्ययन अभी भी जारी हैं।