मेडिकल दाखिला रैकेट: सरकारी कॉलेजों में एमबीबीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाला गिरोह गिरफ्तार attacknews.in

 

नोएडा (उप्र),26 मार्च । सरकारी कॉलेजों में एमबीबीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के दो और लोगों को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया।

अपर पुलिस उपायुक्त रणविजय सिंह ने बताया कि नौ फरवरी को थाना सेक्टर 58 में अनिल गुप्ता सहित छह लोगों ने शिकायत दर्ज कराई कि सेक्टर 62 स्थित एक ऑफिस के संचालकों ने उनसे संपर्क किया, तथा 25 से 50 लाख रुपये लेकर उन्हें उत्तर प्रदेश के विभिन्न सरकारी कॉलेजों में एमबीबीएस में दाखिला दिलाने का वादा किया।

उन्होंने बताया कि आरोपी खुद को केंद्रीय मंत्री का परिचित बताते थे। अपर उपायुक्त ने बताया कि इस मामले के आरोपी पंकज खटीक व आदर्श ने अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था।

थाना सेक्टर 58 पुलिस ने दोनों आरोपियों से गहनता से पूछताछ की और पूछताछ के आधार पर पुलिस ने शुक्रवार को राज विक्रम सिंह व सुनील नामक दो लोगों को गिरफ्तार किया है।

चारों लोगों की निशानदेही पर पुलिस ने पासपोर्ट, विजिटिंग कार्ड, विभिन्न सरकारी व प्राइवेट दफ्तरों की मोहर , डॉक्टरों के कोट, महत्वपूर्ण दस्तावेज, डायरिया आदि बरामद की है। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि इन लोगों ने सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस में दाखिला दिलाने के नाम पर सैकड़ों छात्रों से ठगी की है।

पूछताछ के दौरान इनके कुछ और साथियों के बारे में पुलिस को पता चला है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।

उत्तरप्रदेश में अब शराब माफियाओं की संपत्ति जब्त करेगी योगी सरकार साथ ही जिम्मेदार अधिकारियों और पुलिस कर्मियों पर भी सख्त एक्शन लेंगी attacknews.in

 

लखनऊ 26 मार्च । उत्तर प्रदेश में अवैध रूप से शराब का कारोबार करने वाले शराब माफियाओं पर शिकंजा कसते हुए योगी सरकार ने ऐसे तत्वों पर गैंगस्टर लगाने का फरमान जारी किया है।

श्री योगी ने कहा कि अवैध तरीके से शराब निर्माण कर बेचने वाले लोगों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट लगाया जाएगा और उनकी संपत्ति भी जब्त की जा सकती है। अधिकारियों को निर्देश हैं कि जो भी लोग प्रतिबंध के बावजूद भी बिना लाइसेन्स के अवैध तरीके से शराब का निर्माण कर धड़ल्ले से बेच रहे हैं उन पर कड़ी नजर रखी जाए। प्रदेश में अवैध शराब पीने की वजह से अगर एक भी व्यक्ति की मौत होती है तो न सिर्फ शराब बेचने वाले पर कड़ी कार्रवाई होगी बल्कि उस क्षेत्र के जिम्मेदार अधिकारियों और पुलिस कर्मियों पर भी सख्त एक्शन लिया जाएगा।

शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में घरेलू हिंसा के मामलों में सख्त से सख्त कार्रवाई के लिए कड़े कानून बनाए जाने के दिए संकेत attacknews.in

भोपाल, 26 मार्च । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि घरेलू हिंसा से जुड़े मामलों में दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

श्री चौहान ने स्मार्ट उद्यान में आज मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा में कहा कि ऐसे जघन्य अपराधों के लिए अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा कैसे मिले, इस संबंध में अन्य आवश्यक वैधानिक प्रावधान किए जाएंगे। ऐसे अपराधों में सजा के वर्तमान प्रावधानों से अधिक सख्त सजा दिए जाने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि हाल ही में प्रदेश में दो घटनाओं में महिलाओं के हाथ काटे जाने के मामले सामने आए हैं। यह साधारण अपराध न होकर विश्वास की हत्या है। यह भयंकर अपराध है। जिसके साथ जन्म जन्म का साथ निभाने की कसम खाई गई उन पर हमला करने और जान लेने का प्रयास घृणित कार्य और अति निंदनीय है। यह व्यवहार मध्ययुगीन बर्बरता की तरह है।

कोरोना से बचाव के लिए तीन तरह की अपनायी जा रही है रणनीति: शिवराज

मध्यप्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना से बचाव को लेकर राज्य सरकार द्वारा तीन तरह की रणनीति अपनायी जा रही है।

श्री चौहान ने यहां मीडिया से चर्चा में कहा कि मध्यप्रदेश शासन 3 तरह की रणनीति अपना रहा है। संक्रमण रोकना, आवश्यक बेड और उपचार व्यवस्था इसके साथ ही तेजी से वैक्सीनेशन।

उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति सावधानियों का पालन करें। इन सावधानियों में फेस मास्क का उपयोग, सोशल डिस्टेंसिंग, बार-बार साबुन या सैनिटाइजर से हाथ साफ करना और वैक्सीनेशन शामिल है।

केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन के तहत भारत बंद पंजाब तक सीमित रहा, हरियाणा में थोड़ा प्रभाव रहा किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्गों, प्रमुख सड़कों को अवरूद्ध किया attacknews.in

 

चंडीगढ़, 26 मार्च । केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन के तहत शुक्रवार को पंजाब और हरियाणा में कई स्थानों पर किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्गों और अन्य प्रमुख सड़कों तथा कई स्थानों पर रेल पटरियों को अवरुद्ध किया। इससे सड़क और रेल यातायात प्रभावित हुआ।

संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के अनुसार, दिल्ली के सिंघू, गाजीपुर और टीकरी बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन के चार महीने पूरे होने पर आज सुबह छह बजे से लेकर शाम छह बजे तक भारत बंद का आयोजन किया गया है।

पंजाब के अनेक स्थानों पर दुकानें बंद रहीं।वहीं, भारत बंद के समर्थन में हरियाणा में भी कुछ स्थानों पर दुकानें बंद रहीं।

पंजाब में सार्वजनिक और निजी परिवहन सड़कों से नदारद रहा।

हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने बताया था  कि हरियाणा रोडवेज बस सेवाओं को उन जिलों में निलंबित रहेंगी जहाँ यह लगता है कि किसानों के विरोध को देखते हुए उन्हें संचालित करना स्थिति के अनुकूल नहीं है।

उन्होंने कहा, “हरियाणा में वैसे बस सेवाएं जारी हैं।”

एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा उपायों के तहत दोनों राज्यों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया ।

किसान सुबह से ही बठिंडा, लुधियाना, अमृतसर, पटियाला, मोहाली, रोहतक, फिरोजपुर, पठानकोट, झज्जर, जींद, पंचकुला, कैथल, यमुनानगर और भिवानी जिलों सहित दोनों राज्यों में कई जगहों पर कई राजमार्गों और सड़कों पर एकत्र हुए।

किसान यूनियनों के नेताओं ने कहा कि वे एम्बुलेंस और अन्य आपातकालीन वाहनों के साथ-साथ विवाह समारोह के वाहनों को जाने की अनुमति दे रहे हैं।

श्री आनंदपुर साहिब में ‘होला मोहल्ला’ उत्सव के मद्देनजर श्रद्धालुओं को ले जाने वाले वाहनों को आने-जाने दिया गया । प्रदर्शनकारियों ने यहां तक कि प्रदर्शन स्थलों पर श्रद्धालुओं के लिए ‘लंगर’ की व्यवस्था की ।

हरियाणा बीकेयू के नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने शुक्रवार को एक वीडियो संदेश में, प्रदर्शनकारी किसानों से अपील की कि वे आपातकालीन सेवाओं या अति आवश्यक सेवाओं वाले वाहनों और निजी वाहनों में यात्रा करने वाले बीमार व्यक्तियों की सुगम आवाजाही को सुनिश्चित करें।

चढूनी ने कहा, “हमें शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन करना चाहिए।” भारत बंद का पंजाब और हरियाणा में रेल सेवाओं पर काफी असर पड़ा।

प्रदर्शनकारियों ने दोनों राज्यों में अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, फिरोजपुर, अंबाला, जींद, झज्जर, पंचकुला और कुछ अन्य जिलों सहित कई स्थानों पर रेल पटरियों पर प्रदर्शन किया, जिससे रेल यातायात बाधित हुआ।

कुछ प्रदर्शनकारियों ने अंबाला-दिल्ली राजमार्ग को अंबाला कैंट के पास अवरुद्ध कर दिया, जिससे मार्ग पर सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं।

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य समूह ने अंबाला कैंट से करीब पांच किलोमीटर दूर शाहपुर गांव के पास एक रेलवे पटरी को जाम कर दिया, जिसके कारण दिल्ली और सहारनपुर के बीच चलने वाली सभी ट्रेनें फंसी हुई  थी।

किसानों ने शंभू बैरियर के पास हरियाणा-पंजाब सीमा पर अम्बाला-राजपुरा राजमार्ग और अम्बाला सिटी के पास अम्बाला-हिसार राजमार्ग को भी अवरूद्ध कर दिया।

पुलिस ने बताया कि हरियाणा के नारायणगढ़ और मुलाना में विभिन्न राजमार्गों पर नाकाबंदी की गई।

अम्बाला में किसानों के प्रदर्शन के कारण करनाल रेलवे स्टेशन पर नई दिल्ली-कटरा वंदे भारत एक्सप्रेस फंसी हुई ।

आंदोलनकारी किसानों ने चंडीगढ़-दिल्ली, अमृतसर-दिल्ली, हिसार-दिल्ली और भिवानी-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कई प्रमुख सड़कों को अवरुद्ध कर दिया। उन्होंने अपने ट्रैक्टरों और अन्य वाहनों को मार्ग के बीच में खड़ा कर दिया।

प्रदर्शनकारियों ने, जिनमें से कई ने तख्तियां ले रखी थीं, प्रमुख सड़कों पर प्रदर्शन किया और केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ नारे लगाए। कई जगहों पर टोल प्लाजा पर धरना दिया।

विरोध प्रदर्शन करने वाली यूनियनों के एक संयुक्त संगठन एसकेएम ने प्रदर्शनकारी किसानों से अपील की कि वे बंद के दौरान शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन करें और किसी भी तरह के गैर-कानूनी विवाद और संघर्ष में शामिल न हों।

एसकेएम ने एक बयान में कहा था कि , ‘‘संपूर्ण भारत बंद के तहत सभी दुकानें, मॉल, बाजार और संस्थान बंद रहेंगे। सभी छोटी और बड़ी सड़कों और ट्रेनों को अवरुद्ध कर दिया जाएगा। एम्बुलेंस और अन्य आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी सेवाएं निलंबित रहेंगी। भारत बंद का प्रभाव दिल्ली के भीतर भी देखा जाएगा।’’

किसान नेताओं ने कहा  कि सड़क और रेल परिवहन रोका जाएगा । उन्होंने दावा किया कि बाजार भी बंद रहेंगे।

उन्होंने यह भी दावा किया कि संगठित और असंगठित क्षेत्रों और परिवहन तथा अन्य संगठनों के ट्रेड यूनियनों ने भी भारत बंद के आह्वान को समर्थन दिया है।

इस बीच, सिखों की शीर्ष धार्मिक संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) ने भी देशव्यापी विरोध का समर्थन किया ।

एसजीपीसी अध्यक्ष जागीर कौर ने बृहस्पतिवार को कहा था कि भारत बंद के समर्थन में शुक्रवार को एसजीपीसी के कार्यालय बंद रहेंगे।

एसकेएम द्वारा जारी बयान में दावा किया गया है कि विभिन्न किसान संगठनों, ट्रेड यूनियनों, छात्र संगठनों, बार संघों, राजनीतिक दलों और राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों ने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के लिए उसके आह्वान का समर्थन किया।

मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हजारों किसान दिल्ली के सिंघू, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर करीब चार माह से डेरा डाले हुए हैं। ये किसान तीनों कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं और इन्हें पूरी तरह से रद्द करने और अपनी फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी देने की मांग कर रहे हैं।

महाराष्ट्र सरकार द्वारा रविवार 28 मार्च से राज्य भर में रात में कर्फ्यू लगाने की घोषणा attacknews.in

मुंबई, 26 मार्च । महाराष्ट्र में वैश्विक महामारी कोरोना (कोविड-19) के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार ने रविवार 28 मार्च से राज्य भर में रात में कर्फ्यू लगाने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को शाम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिलाधिकारियों और मंडल आयुक्तों के साथ बैठक करने के बाद यह घोषणा की।
रात के कर्फ्यू का समय स्थानीय प्रशासन तय करेगा।

समीक्षा बैठक के बाद लिया गया फैसला

नाइट कर्फ्यू का फैसला लेने से पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में कोरोना के हालात की समीक्षा के लिए वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए अहम बैठक की थी. इस बैठक में प्रदेश के सभी डिवीजनल कमिश्नर, कलेक्टर, एसपी और जिला अस्पतालों के सीनियर डॉक्टर्स शामिल हुए थे. बैठक का मकसद राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए आगे की रणनीति तैयार करना था. इस बैठक में चर्चा करने के बाद उद्धव ठाकरे सरकार ने पूरे राज्य में भीड़भाड़ कम करने के लिए 28 मार्च नाइट कर्फ्यू लागू किए जाने का फैसला लिया।

10वीं-12वीं के छात्रों को दी गई राहत

महाराष्ट्र सरकार ने दसवीं-बारहवीं के छात्रों के लिए बड़ी राहत की भी घोषणा की है. राज्य की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि कोरोना की वजह से जिन छात्रों के घर या परिसर सील कर दिए गए हैं. उनके लिए जून में विशेष परीक्षा आयोजित की जाएगी. उन्होंने कहा कि ऐसे छात्रों को परीक्षा में बैठने का एक और मौका दिया जाएगा।

कोरोना के मद्देनजर मध्यप्रदेश के पांच जिलों विदिशा, उज्जैन, ग्वालियर, नरसिंहपुर तथा सौंसर में रविवार को लॉकडाउन के साथ बड़वानी में तीन दिन का लॉकडाउन attacknews.in

भोपाल/बड़वानी , 26 मार्च । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना की रोकथाम एवं उपचार सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी ज़िले क्राइसिस मेनेजमेंट ग्रुप की बैठकें कर जिलावार रणनीति बनाएं। हमें हर हालत में कोरोना का संक्रमण रोकना है तथा जिन जिलों में संक्रमण नहीं है या कम है वहां संक्रमण नहीं फैलने देना है। विदिशा, उज्जैन, ग्वालियर, नरसिंहपुर तथा सौंसर में भी रविवार को लॉक डाउन रहेगा।

श्री चौहान आज मंत्रालय में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, डी. जी. पी. विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा आदि उपस्थित थे।

बड़वानी में तीन दिन का लॉकडाउन

मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के वरला तहसील मुख्यालय पर आज नागरिकों तथा व्यवसायियों ने बैठक में निर्णय लेकर बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनजर 3 दिन का लॉक डाउन लगाने का फैसला लिया है।

वरला ग्राम पंचायत के उपसरपंच राजेंद्र चौधरी ने बताया कि महाराष्ट्र से जुड़े होने के चलते यहां कोरोना के कई मामले सामने आ रहे थे। आज ग्राम पंचायत भवन में व्यापारियों और गणमान्य नागरिकों की बैठक आयोजित कर निर्णय लिया गया है कि 27, 28 व 29 मार्च को वरला में लॉकडाउन लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस दौरान गैस, मेडिकल तथा दूध संबंधित दुकानें खुली रहेंगी।

सुप्रीम कोर्ट ने मुख्तार अंसारी को पंजाब से उत्तर प्रदेश जेल भेजने का आदेश देकर कहा: विशेष कोर्ट तय करेगा कि,उसे बांदा जेल रखा जाए या इलाहाबाद जेल. यह आदेश इसलिए दिया गया ताकि वह वहां मुकदमे का सामना कर सके attacknews.in

नयी दिल्ली, 26 मार्च । उच्चतम न्यायालय ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को पंजाब से उत्तर प्रदेश की जेल में स्थानांतरित करने का शुक्रवार को आदेश दिया।

न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति आर सुभाष रेड्डी की खंडपीठ ने उत्तर प्रदेश सरकार की रिट याचिका स्वीकार करते हुए मुख्तार अंसारी को दो सप्ताह के भीतर पंजाब की रोपड़ जेल से उत्तर प्रदेश की गाजीपुर जेल स्थानांतरित किये जाने का आदेश दिया।

खंडपीठ ने कहा कि यह निर्देश दिया जाता है कि मुख्तार अंसारी को दो सप्ताह के भीतर उत्तर प्रदेश पुलिस की हिरासत में सौंप दिया जाये। वह बांदा जेल में बंद रहेंगे। वहां के जेल अधीक्षक चिकित्सा सुविधाओं की देखरेख करेंगे।

न्यायालय ने गत चार मार्च को सभी संबद्ध पक्षों की दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था। मुख्तार अंसारी की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी और पंजाब सरकार की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता दुष्यंत दवे तथा उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने पैरवी की।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा की विशेष कोर्ट तय करेगा कि मुख्तार अंसारी को बांदा जेल में रखा जाए या इलाहाबाद जेल में. यह आदेश इसलिए दिया गया है ताकि अंसारी वहां पर मुकदमे का सामना कर सके।

इससे पहले कोर्ट ने दो ट्रांसफर याचिकाओं को सीज कर लिया था, जिनमें से एक यूपी सरकार द्वारा अंसारी को पंजाब से यूपी ट्रांसफर करने को लेकर दायर की गई थी वहीं में दूसरी अंसारी ने अपने खिलाफ दर्ज केस को दिल्ली ट्रांसफर करने की मांग की थी। सुप्रीम कोर्ट ने अंसारी की याचिका को खारिज कर दिया।

बता दें कि गैंगस्टर को लेकर यूपी और पंजाब सरकारों के बीच जंग छिड़ी हुई थी। अंसारी यूपी की एक जेल में बंद था और उसके केस का ट्रायल चल रहा था। इसी बीच पंजाब पुलिस ने जबरन वसूली और आपराधिक धमकी की शिकायत मिलने पर उसके खिलाफ प्रोडक्शन वारंट हासिल किया और उसे पंजाब ले गई।

पंजाब सरकार की दलीलों से कोर्ट संतुष्ट नही हुआ, जिसके बाद फैसला यूपी सरकार के पक्ष में आया। पंजाब सरकार ने उत्तर प्रदेश में लंबित अपने सभी मामले पंजाब स्थानांतरित करने की मांग सुप्रीम कोर्ट से की थी।सुप्रीम कोर्ट ने 4 मार्च को यूपी सरकार की याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रखा था।

यूपी सरकार की याचिका में बसपा विधायक मुख्तार अंसारी को पंजाब की रोपड़ जेल से उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में स्थानांतरित करने की मांग की गई थी।मुख्तार अंसारी के खिलाफ यूपी की विभिन्न अदालतों में 50 मुकदमे दर्ज हैं, जिसके लिए यूपी सरकार मुख्तार को यूपी लाने की कोशिश में लगी थी।

उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से कोर्ट में पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने 3 मार्च को सुनवाई के दौरान बताया कि अंसारी ‘पंजाब की रोपड़ जेल से अपना कारोबार संचालित कर रहा है।’ मेहता ने कहा कि जिस एफआईआर के कारण पंजाब पुलिस ने अंसारी की गिरफ्तारी की, उसमें साफतौर से मुख्तार अंसारी का नाम नहीं था और मजिस्ट्रेट के निर्देश के बिना बांदा जेल अधीक्षक द्वारा सौंपे जाने के बाद अंसारी को पंजाब ले जाया गया।

मुंबई में माॅल की तीसरी मंजिल पर पिछले साल बना दिया अस्पताल अग्निकांड की चपेट में आने से 11 मरीजों की मौत में कोरोनावायरस पीड़ित मरीजों की भी मौत attacknews.in

मुंबई, 26 मार्च । मुंबई में एक मॉल में स्थित अस्पताल में आग लगने के बाद 11 मरीजों की मौत हो गई। इस अस्पताल में कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज चल रहा था। दमकल विभाग के एक अधिकारी ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी।

अभी यह स्पष्ट नहीं है कि जिन लोगों की मौत हुई है उनमें से कितने कोविड-19 के मरीज थे। नगर निकाय के अधिकारियों ने अभी यह नहीं बताया कि अस्पताल से जिन मरीजों को बाहर निकाला गया उनमें से कितने मरीजों का कारोना वायरस के लिए इलाज चल रहा था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘मुंबई में एक अस्पताल में आग लगने की घटना में लोगों की मौत से दुखी हूं। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’

उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने ट्वीट किया, ‘‘महाराष्ट्र के मुंबई में एक कोविड देखभाल अस्पताल में आग लगने की घटना में लोगों की मौत से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’

अधिकारी ने बताया कि भांडुप इलाके में स्थित ड्रीम्स मॉल इमारत में सनराइज अस्पताल में आधी रात के कुछ देर बाद आग लग गई।

दोपहर को घटनास्थल पर पहुंच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि वहां कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज के वास्ते अस्थायी केंद्र बनाने के लिए मंजूरी ली गई थी।

अस्पताल ने अभी तक दो लोगों की मौत की पुष्टि की है और दोनों कोरोना वायरस के मरीज थे जिनकी आग लगने से पहले ही मौत हो चुकी थी। उसने कहा कि आग लगने के कारण किसी की मौत नहीं हुई है। अस्पताल और दमकल अधिकारियों के अलग-अलग बयानों का अभी मिलान नहीं किया जा सका है।

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि यह अस्पताल चार मंजिला मॉल की सबसे ऊपरी मंजिल पर स्थित है और जब आग लगी तब वहां 76 मरीज मौजूद थे जिनमें से ज्यादातर कोविड-19 का इलाज करा रहे थे।

मुंबई में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के बीच यह घटना हुई है। शहर में बृहस्पतिवार को संक्रमण के 5,504 नए मामले सामने आए जो इस महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक एक दिन में सर्वाधिक मामले हैं।

बीएमसी नियंत्रण कक्ष के सूत्रों ने बताया कि आग लगने की वजह का अभी पता नहीं चला है।

अधिकारी ने बताया कि दमकल की 20 गाड़ियां, पानी के 15 टैंकर और एम्बुलेंस को घटनास्थल पर भेजा गया। आग पर काबू पाने की कोशिश चल रही है।

उन्होंने बताया कि दमकल कर्मियों ने 70 मरीजों को बाहर निकाल लिया और उन्हें एक अन्य अस्पताल में भेजा गया है। दमकलकर्मी इस बात की जांच कर रहे हैं कि कहीं कोई मरीज अब भी अस्पताल के अंदर तो फंसा नहीं है।

मुंबई की महापौर किशोरी पेडनेकर घटनास्थल पर पहुंचीं और उन्होंने इस बात पर हैरानी जताई कि मॉल के अंदर अस्पताल है।

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पहली बार किसी मॉल के अंदर अस्पताल देखा है।’’ उन्होंने कहा कि अगर यहां अस्पताल चलाने में किसी तरह की अनियमितता पाई गई तो कार्रवाई की जाएगी।

अस्पताल ने एक बयान में कहा, ‘‘ड्रीम्स मॉल, भांडुप की पहली मंजिल पर आग लगी और धुआं सबसे ऊपरी मंजिल पर बने सनराइज अस्पताल तक पहुंच गया। जब आग लगने का अलार्म बजा तो सभी मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया क्योंकि धुआं अस्पताल तक पहुंच रहा था।’’

इसमें कहा गया है, ‘‘दो शवों को भी बाहर निकाला गया। अन्य मरीजों को नजदीक के कोविड-19 केंद्र और निजी अस्पतालों में भेजा गया।’’

बयान में कहा गया है कि महामारी की ‘‘असाधारण परिस्थितियों’’ में पिछले साल यह अस्पताल शुरू हुआ और इसने कई जिंदगियां बचाने में मदद की। यह अस्पताल दमकल विभाग से मिले लाइसेंस, नर्सिंग होम लाइसेंस समेत सभी अन्य नियमों का पालन करते हुए चल रहा है।

नगर निकाय के एक अधिकारी ने बताया कि बीएमसी ने अग्नि सुरक्षा नियमों का कथित उल्लंघन करने को लेकर पिछले साल नवंबर में मॉल को नोटिस भेजा था।

राकांपा के पूर्व सांसद संजय पाटिल ने कहा कि उन्होंने भी बीएमसी आयुक्त को पिछले साल पत्र लिखकर वहां अग्नि सुरक्षा नियमों के उल्लंघन की ओर ध्यान दिलाया था।

मुंबई नगर निगम के अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान निसार जावेदचंद (74), गोविंद दास (80), मंजुला बथारिया (65), अंबाजी पाटिल (65) और उनकी पत्नी सुनंदा पाटिल (58), सुधीर लाड (66) शामिल हैं कुछ अन्य मृतकों की अभी तक पहचान नहीं हुई है।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन को कई तरह से भारत के लिये एक ‘चुनौतीपूर्ण पड़ोसी’ मानते हुए कहा कि; वह इस पड़ोसी देश के विकास को हमेशा सबक के रूप में देखते हैं attacknews.in

नयी दिल्ली, 26 मार्च। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि चीन कई तरह से भारत के लिये एक ‘चुनौतीपूर्ण पड़ोसी’ है और वह इस पड़ोसी देश के विकास को हमेशा सबक के रूप में देखते हैं ।

इंडिया इकनॉमिक कॉनक्लेव को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा कि वह जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर 2003 के संघर्ष विराम समझौते का सख्ती से पालन करने के संबंध भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच हाल में बनी सहमति को समझदारी भरा कदम मानते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ हम पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसियों जैसे संबंध चाहते हैं । सभी लोग जानते हैं कि इसका क्या अर्थ होता है। अगर इस दिशा में रुझान है, तब मैं इसका स्वागत करूंगा।’’

यह पूछे जाने पर कि क्या भारत, तालिबान से सम्पर्क स्थापित करेगा, जयशंकर ने कि वह स्पष्ट तौर पर सम्प्रभु, लोकतांत्रिक और समावेशी अफगानिस्तान देखना चाहते हैं, जो अल्पसंख्यकों के हितों का ध्यान रखे ।

विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘शांति और मेल-मिलाप की बातें हैं और हर कोई कह रहा है कि तालिबान पहुंच बना रहा है, बदल रहा है.. आदि। हम देखें और इंतजार करें।’’

यह पूछे जाने पर कि क्या चीन आर्थिक क्षेत्र में अपरिहार्य हो गया है, जयशंकर ने कहा कि चीन का वैश्विक अर्थव्यवस्था में प्रभाव है ।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं नहीं समझता कि कोई इससे इंकार करेगा। मैं सोचता हूं कि पिछले 40 वर्षो में उसने अपनी राष्ट्रीय क्षमता की दिशा में जो कार्य किया, वह सराहनीय है।’’

विदेश मंत्री ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन, पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री हेनरी किसिंजर से शुरू होकर और लगातार पीढ़ियों तक चीन ने कई अर्थो में पश्चिम पर बढ़त बनायी है।

जयशंकर ने इसके साथ ही कहा कि यह कहना कठिन है कि भविष्य में क्या होगा क्योंकि आज वहां कई तरह के विरोधाभास और संघर्ष हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ लेकिन जब बात हमारे उपर आती है तब हमें खुद से यह पूछना होगा कि हमारा एक पड़ोसी देश है, जो काफी अच्छा कर रहा है। ’’

जयशंकर ने स्पष्ट किया कि उनकी टिप्पणी राजनीतिक बयान नहीं है और यह अंतरराष्ट्रीय संबंध या घरेलू प्रशासन से जुड़ा अवलोकन है।

उन्होंने कहा, ‘‘ जब 1988 में राजीव गांधी चीन गए थे तब हमारी अर्थव्यवस्था का आकार लगभग बराबर था और आज अंतर देखिये। और इसलिये मैं चीन की वृद्धि को हमेशा सबक के रूप में देखता हूं । ’’

विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘मेरे लिये कई तरह से हां, चीन हमारा पड़ोसी है और कई तरह से यह चुनौतीपूर्ण पड़ोसी है । ’’

यह पूछे जाने पर कि ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में ‘हार्ट आफ एशिया’ सम्मेलन में हिस्सा लेने जाने पर क्या उनकी मुलाकात पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से होगी, उन्होंने कहा, ‘‘मेरा कार्यक्रम प्रगति पर है। अभी तक मैं ऐसी किसी बैठक (के कार्यक्रम) होने के बारे में नहीं जानता। ’’

यह सम्मेलन 30 मार्च को निर्धारित है ।

कोरोना वायरस महामारी का जिक्र करते हुए विदेश मंत्री ने विभिन्न देशों को कोविड-19 रोधी टीके की आपूर्ति का उल्लेख किया और यह भी बताया कि किस प्रकार से 75 देशों को भारत की ओर से टीके की आपूर्ति की गई।

भारत में कोरोना के फिर से पुरानी रफ्तार पकड़ने के कारण गुरुवार को 58 हजार से अधिक नये मामले सामने आए;257 की मौत attacknews.in

नयी दिल्ली 26 मार्च । देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के मामलों के फिर से पुरानी रफ्तार पकड़ने के बीच पिछले 24 घंटे के दौरान फिर से रिकॉर्ड 58 हजार से अधिक नये मामले सामने आये हैं और 257 लोगों की मौत हुई है।

पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना के 58,886 नये मामले दर्ज किये गये जो कोरोना के इस दौर का अब तक का सर्वाधिक मामला है। इससे पहले गुरुवार को 53,476 नये मामले दर्ज किये गये जो तब तक का सर्वाधिक मामला था। इससे पहले बुधवार को 47,262 नये मामले जबकि मंगलवार को यह संख्या 40,715 सोमवार को 46,951, रविवार को 43,846, शनिवार 40,953 और शुक्रवार को 39,726 दर्ज की गई थी।

इस अवधि में कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों की संख्या 257 दर्ज की गयी जबकि इससे पहले गुरुवार को यह आंकड़ा 251 दर्ज किया गया था। बुधवार को यह संख्या 275 पहुंच गयी थी मंगलवार को यह संख्या 199, सोमवार को 212, रविवार को 197, शनिवार को 188, शुक्रवार को 154, गुरुवार को 172, बुधवार को 188, मंगलवार को 131 दर्ज की गई थी।

इस बीच देश में अब तक 5,55,04,440 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। इस दौरान 23,58,731 लोगों को कोरोना का टीकाकरण किया गया।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना संक्रमण के 58,886 नये मामले सामने आये हैं जिससे संक्रमितों की संख्या एक करोड़ 18 लाख 46 हजार 652 हो गयी है। इस दाैरान 32,987 मरीज स्वस्थ हुए हैं जिसे मिलाकर अब तक 1,12,64,637 मरीज कोरोनामुक्त भी हो चुके हैं। सक्रिय मामले 25,874 से बढ़ने से अब 4,21,066 हो गये हैं। इसी अवधि में 257 और मरीजों की मौत के साथ इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 1,60,949 हो गयी है।

देश में रिकवरी दर आंशिक घटकर 95.09 फीसदी और सक्रिय मामलों की दर बढ़कर 3.55 प्रतिशत हो गया है जबकि मृत्युदर अभी 1.36 फीसदी है।

महाराष्ट्र कोरोना के सक्रिय मामलों में शीर्ष पर है और राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान सक्रिय मामले 15,397 की रफ्तार से बढ़ने से इनकी संख्या बढ़कर 2,64,001 हो गयी है। राज्य में 20,444 मरीज स्वस्थ हुए, जिसे मिलाकर कोरोना को मात देने वालों की तादाद 22,83,037 पहुंच गयी है जबकि 111 और मरीजों की मौत से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 53,795 हो गया है।

मध्यप्रदेश में गुरुवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 2,82,174 और मृतकों की संख्या 3,928 हुई, 24 घंटे में 1,885 नए मामले सामने आए attacknews.in

भोपाल, 25 मार्च । मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के 1885 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में वायरस से अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या 2,82,174 हो गई।

राज्य में पिछले 24 घंटे में वायरस से नौ और लोगों की मौत हुई है। प्रदेश में अब तक कोविड-19 से 3,928 लोगों की मौत हुई है।

यह जानकारी मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने दी है।

उन्होंने बताया कि इंदौर में कोविड-19 के 584 नये मामले, भोपाल में 398 और जबलपुर में 109 नये मामले सामने आये।

अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में कुल 2,82,174 संक्रमितों में से अब तक 2,67,242 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और 11,004 मरीजों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।

उन्होंने बताया कि इस अवधि में 919 रोगियों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई।

इंदौर में कोरोना से साढ़े आठ साल के बालक की मौत; कोरोना से कम उम्र के बच्चे की मृत्यु का राज्य का पहला मामला;इंदौर में एक ही दिन में रिकॉर्ड 612 संक्रमित आए सामने attacknews.in

इंदौर, 26 मार्च । मध्यप्रदेश के इंदौर में कोरोना संक्रमण के कारण साढ़े आठ वर्ष के एक बालक की आज उपचार के दौरान मृत्यु हाे गयी। संभवत: राज्य में कोरोना के कारण इतनी कम उम्र के बालक की मृत्यु का यह पहला मामला है।

चोइथराम अस्पताल के निदेशक डॉ. अमित भट्ट ने इसकी पृष्टि करते हुए बताया कि लगभग दो दिन पहले ही बालक को गंभीर अवस्था में उपचार के लिए यहां लाया गया था। उसे तब से ही गहन चिकित्सा इकाई में रखा गया था।

उन्होंने बताया कि तमाम प्रयासों के बावजूद बालक को बचाया नहीं जा सका। बालक राज्य के झाबुआ जिले का रहना वाला था। उसका अंतिम संस्कार आज यहां कोविड संबंधी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किया जाएगा। कोरोना के कारण इतने कम उम्र के बच्चे की मृत्यु का यह संभवत: राज्य का पहला मामला है।

इंदौर में एक ही दिन में रिकॉर्ड 612 संक्रमित सामने आए

इंदौर जिले में 16.22 फीसदी की रिकॉर्ड संक्रमण दर से 612 संक्रमित सामने आए है, जो अब तक का एक दिन में सर्वाधिक संक्रमित आने का भी रिकॉर्ड हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बी एस सैत्या ने बताया कि कल 3772 कोरोना संदेहियों के सेम्पल जांचे गए। इसी के साथ अब तक 907950 जांच की जा चुकी है। जिनमे सामने आए 66,569 संक्रमितों में से इलाज के बाद 62,900 स्वस्थ हो चुके है। कल दो संक्रमितों की उपचार के दौरान मौत दर्ज किए जाने के बाद यहां 951 मौते आधिकारिक रूप से दर्ज की जा चुकी है। जिले में एक्टिव केस बढ़कर 2718 तक जा पहुंच गए हैं।

डॉ सैत्या ने जिले में कोरोना संक्रमण की दर में आई अप्रत्यासित वृद्धि पर चिंता जाहिर करते हुए बताया कि अब तक अधिकतम 7-8 फीसदी की संक्रमण दर ही रही है। उन्होंने कहा कि इससे पहले जनवरी 2021 में तो संक्रमण दर घटकर 2 फीसदी से भी नीचे जा पहुंची थी। उन्होंने कहा निश्चित तौर पर संक्रमण दर बढ़ने से स्वास्थ्य दर (रिकवरी रेट) पर प्रतिकूल असर होता है, यही वजह है कि हमारा रिकवरी रेट 98 फीसदी से घटकर 94 फीसदी से भी नीचे जा रहा है। उन्होंने लोगो से अपील कि है की संयम बरतते हुए लोग कोरोना के प्रोटोकॉल का पालन करें।

इंदौर में रविवार के साथ आगामी सोमवार को भी रहेगा लॉकडाउन;49 निजी और 4 शासकीय अस्पतालों के कुल आरक्षित 3965 बिस्तरों में से 57 फीसदी 2264 बिस्तर कोरोना रोगियो से भरे हुए attacknews.in

इंदौर, 25 मार्च । मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में कोरोना के बढ़ते हुए मामलों के मद्देनजर रविवार के साथ-साथ आगामी सोमवार को होलिका उत्सव और शब्बे ए बारात के उत्सव पर लॉकडाउन रहेगा।

कलेक्टर मनीष सिंह ने आज जिले की आपदा प्रबंधन समिति की बैठक के पश्चात लिए गए निर्णयों की जानकारी संवाददाताओं को देते हुए बताया कि हमारा उद्देश्य आगामी दिनों में सपूर्ण लॉकडाउन की बन रही संभावित स्थिति से बचना है लिहाजा हमें कुछ आंशिक कठोर निर्णय लेने की आज जरूरत है।

इंदौर में कोविड केयर अस्पतालों में बाइस सौ रोगियों का हो रहा इलाज

मध्यप्रदेश के सर्वाधिक कोरोना प्रभावित इंदौर जिले में संक्रमितों के लिए 49 निजी और 4 शासकीय अस्पतालों के कुल आरक्षित 3965 बिस्तरों में से 57 फीसदी यानी 2264 बिस्तर रोगियो से भरे हुए है, जबकि तीन अलग अलग श्रेणियाँ के आरक्षित इन बिस्तरों में 1701 बिस्तर अब भी रिक्त हैं।

कोरोना कंट्रोल रूम प्रभारी डॉ. अनिल डोंगरे ने ‘ बताया कि कोरोना के बढ़ते प्रभाव के मद्देनजर प्रतिदिन कोविड-19 समर्पित बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि जिले में गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) के 777 बिस्तर, उच्च निर्भरता इकाई (एचडीयू) के 830 बिस्तर, ऑक्सीजन के 1657 बिस्तर और आईसोलेशन के 716 बिस्तरों को आरक्षित किया गया है। चार अलग-अलग श्रेणियों में सभी आवश्यक संसाधनों परिपूर्ण इन बिस्तरों पर संक्रमितम, संदेही और असंक्रमित श्रेणी के रोगियों का उपचार जारी है।

इंदौर में रिकार्ड 584 कोरोना के नए मामले, 2 की मौत

मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में कोरोना के 584 नए मामले सामने आने के अलावा दो संक्रमितों की उपचार के दौरान मौत दर्ज की गयी है।

आधिकारिक जानकारी अनुसार बुधवार तक जिले के 904178 कोरोना के सेम्पल को जांचा गया। जांचे गए सेम्पल में 65957 संक्रमित सामने आए है। इन संक्रमितों में से उपचार के बाद 62485 को स्वस्थ करार दिया गया है। उपचार के दौरान अब तक कुल 949 संक्रमित यहां के अस्पतालों में दम तोड़ चुके हैं। कल 299 संक्रमितों को स्वस्थ करार दिए जाने के बाद यहां एक्टिव केस की संख्या 2523 तक जा पहुंची हैं।

बड़वानी में कार दुर्घटनाग्रस्त होने से नर्स की मृत्यु, आरक्षक पति व पुत्र घायल attacknews.in

 

बड़वानी 25 मार्च । मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के जुलवानिया थाना क्षेत्र में आज सायं खंडवा वड़ोदरा मार्ग पर एक कार के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के चलते एक नर्स की मृत्यु हो गई और उसका आरक्षक पति व पुत्र घायल हो गए।

पुलिस सूत्रों के अनुसार जुलवानिया से 3 किलोमीटर दूर कार अनियंत्रित हो जाने के चलते शासकीय स्वास्थ्य केंद्र जुलवानिया में पदस्थ नर्स 25 वर्षीय प्रिया पाटीदार की मृत्यु हो गई। जबकि उनके पति सतीश पाटीदार व 6 वर्षीय पुत्र अनिकेत घायल हो गए। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

जुलवानिया थाने में पदस्थ आरक्षक सतीश पाटीदार अपने परिवार के साथ खरगोन जिले के डालका जा रहे थे, और जुलवानिया से 3 किलोमीटर दूर ही कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई।

रेलवे स्टेशन पर ईसाई युवतियों के धर्मांतरण मामले ने पकड़ा तूल,जांच के लिए एसपी रेलवे लखनऊ पहुंचे झांसी attacknews.in

 

झांसी 25 मार्च। उत्तर प्रदेश के झांसी रेलवे स्टेशन पर धर्मपरिवर्तन की सूचना पर दो नन और दो युवतियों को ट्रेन से उतारे जाने के मामले के तूल पकड़ने के बाद रेलवे महानिरीक्षक (आईजी) लखनऊ ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) रेलवे लखनऊ को गुरूवार को मामले की जांच के लिए यहां भेजा।

रेलवे आईजी के आदेश पर एसपी रेलवे सौमित्र यादव आज यहां पहुंच गये और उन्होंने मामले की बारीकी से जांच भी शुरू कर दी है।सूत्रों के अनुसार आज शाम तक इस मामले में किसी कड़ी कार्रवाई के आदेश में आ सकते हैं।

केरल की चार ईसाई ननों को उत्तर प्रदेश के झांसी रेलवे स्टेशन पर एक संगठन के लोगों ने जबरन धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगा कर ट्रेन से उतरवा दिया। वे सभी दोबारा तभी ट्रेन पर सवार हो सकीं, जब पुलिस ने उन्हें धर्म परिवर्तन न कराने की क्लीन चिट दी।

यह घटना 19 मार्च की है, जब हरिद्वार से पुरी जा  रही उत्कल एक्सप्रेस में कुछ लोगों ने नन्स को घेर लिया और जबरन ट्रेन से उतरवा लिया। इस वाकये से जुड़े ट्रेन के अंदर 25 सेकंड का एक वीडियो सामने आया,जिसमें नन्स कुछ लोगों से घिरी नज़र आती हैं. उनमें से कुछ पुलिस वाले हैं. वीडियो में एक आवाज़ आती है, “अपना सामान लेकर आओ. आप को भिजवा दिया जाएगा. ऐसी बात नहीं है..आप चिंता मत करो.”

वीडियो में आगे कहा गया है, “अगर आप सही हैं तो आपको भिजवा दिया जाएगा.” यह पुलिस वाले की आवाज है.  फिर नन की आवाज़ आती है, “ऐसे देश में चलेगा.” इसके बाद फिर संभवतः पुलिस की आवाज़ आती है जो शायद संगठन के लोगों से कह रही है, “अरे बाहर चलो, नेतागिरी कर रहे हो.” इसके बाद संभवतः संगठन के शख्स की आवाज़ आती है, जिसमें वह कहता है, ” अरे नेतागिरी नहीं करते तो कैसे पता चलता?” संभवतः फिर दूसरे पुलिस वाले की उन्हें घुड़कने की आवाज़ आती है, “जल्दी आओ रे।

दूसरे वीडियो में महिलाएं झांसी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म और फिर पुलिस स्टेशन में नज़र आती हैं. रेलवे पुलिस के डिप्टी एसपी नईम खान मंसूरी ने इस वाकये पर कहा, “संगठन के कुछ सदस्य  जो ऋषिकेश से ट्रेनिंग कैम्प से वापस आ रहे थे.. उसी ट्रेन में हज़रत निज़ामुद्दीन से राउरकेला के लिए चार क्रिश्चिन लेडीज यात्रा कर रही थीं, जिनमें दो नन्स थीं और दो लेडीज अंडर ट्रेनिंग थीं, जो दिल्ली में ट्रेनिंग कर रही थीं. सदस्यों को ऐसा शक हुआ कि शायद ये दो नन्स जो हैं वे दो अन्य लेडीज को धर्म परिवर्तन के लिए ले जा रही हैं क्योंकि वे आपस में बात कर रही थीं।”

मंसूरी ने बताया, “इस शक पर संगठन के लोगों ने आरपीएफ कंट्रोल रूम को सूचना दी. RPF ने GRP को बताया।संगठन के अजय शंकर तिवारी ने इसकी लिखित तहरीर दी।हम लोग मौके पर पहुंचे तो पता चला कि नन्स के साथ सादे लिबास वाली लड़कियां भी जन्म से ईसाई हैं और वे नन बनने की ट्रेनिंग ले रही थीं. बाद में उन्हें जाने दिया गया।