नरेन्द्र मोदी ने वीवाटेक कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि;एकजुट होकर अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने,पृथ्वी को अगली महामारी से बचाने के लिए काम करने की जरूरत attacknews.in

नयी दिल्ली 16 जून । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि कोरोना महामारी के मद्देनजर दुनिया भर में हुई उथल पुथल की निराशा से बाहर निकल कर सबको एकजुट होकर अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने तथा पृथ्वी को अगली महामारी से बचाने की दिशा में काम करने की जरूरत है।

श्री मोदी ने वीवाटेक के 5 वें संस्करण में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मुख्य अतिथि के रूप में भाषण देते हुए यह बात कही। प्रधानमंत्री को 2016 से हर साल पेरिस में हो रहे यूरोप के सबसे बड़े डिजिटल और स्टार्टअप कार्यक्रमों में से एक वीवाटेक 2021 में संबोधन के लिए मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और फ्रांस विभिन्न क्षेत्रों में मिलकर काम करते रहे हैं। इनमें प्रौद्योगिकी एवं डिजिटल सहयोग के उभरते हुए क्षेत्र हैं। यह वक्त की जरूरत है कि ऐसे सहयोग को निरंतर बढ़ाया जाए। इससे न सिर्फ हमारे राष्ट्रों, बल्कि दुनिया को भी काफी हद तक सहायता मिलेगी।

उन्होंने बताया कि इन्फोसिस फ्रेंच ओपन टूर्नामेंट के लिए तकनीकी समर्थन उपलब्ध करा रही है और एटस, कैपाजेमिनी जैसी फ्रांस की कंपनियों के साथ सहयोग कर रही है, वहीं भारत की टीसीएस और विप्रो दुनिया भर की कंपनियों व नागरिकों की सेवा करने वाली दोनों देशों की आईटी प्रतिभा का उदाहरण हैं।

श्री मोदी ने कहा कि कि जहां परंपरा नाकाम होती हैं, वहीं नवाचार से सहायता मिलती है। महामारी के दौरान डिजिटल तकनीक ने मुकाबला करने, जुड़ने, सहज होने और दिलासा देने में हमारी मदद की। भारत की यूनिवर्सल और विशेष बायो मीट्रिक डिजिटल पहचान प्रणाली – आधार ने गरीबों को समयबद्ध वित्तीय समर्थन उपलब्ध कराने में सहायता की।

प्रधानमंत्री ने बताया, “हमने 80 करोड़ लोगों को मुफ्त भोजन की आपूर्ति की है और कई परिवारों को रसोई गैस सब्सिडी दी है। भारत में हम कम समय में विद्यार्थियों की मदद के लिए दो सरकारी डिजिटल शिक्षा कार्यक्रमों- स्वयं और दीक्षा के संचालन में सक्षम हुए हैं।”

बीते साल विभिन्न क्षेत्रों में आई उथलपुथल के बारे में बात करते हुए प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि व्यवधान का मतलब निराशा नहीं है। इसके बजाय मरम्मत और तैयारी की दो आधारशिलाओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए।

श्री मोदी ने कहा, “बीते साल इस समय, दुनिया एक वैक्सीन खोज रही थी। आज, हमारे पास कुछ वैक्सीन हैं। इसी प्रकार, हमें अपने स्वास्थ्य अवसंरचना और हमारी अर्थव्यवस्थाओं की मरम्मत का काम जारी रखना है। भारत में हमने खनन, अंतरिक्ष, बैंकिंग, परमाणु ऊर्जा आदि कई क्षेत्रों में व्यापर सुधार लागू किए हैं। इससे पता चलता है कि महामारी के बीच में एक राष्ट्र के रूप में भारत अनुकूलित और मुस्तैद है।”

प्रधानमंत्री ने अगली महामारी से हमारे ग्रह को बचाने की जरूरत पर भी जोर देते हुए कहा , “ हमें ऐसी टिकाऊ जीवनशैलियों पर जोर देना चाहिए, जिनसे पारिस्थितिकी के क्षरण को रोका जा सके। इसके लिए, शोध के साथ-साथ नवाचार में सहयोग बढ़ाना होगा। स्टार्ट-अप समुदाय को इस चुनौती से पार पाने के लिए सामूहिकता की भावना और एक मानव केंद्रित दृष्टिकोण से काम करने की पहल करनी चाहिए। ”

प्रधानमंत्री ने कहा, “स्टार्ट-अप क्षेत्र पर युवाओं का वर्चस्व है। ये लोग अतीत के बोझ से मुक्त हैं। वे वैश्विक बदलाव को सक्षम बनाने के लिए सबसे अच्छी स्थिति में हैं। हमारे स्टार्ट-अप्स को स्वास्थ्य, अपशिष्ट पुनर्चक्रण, कृषि, नई पीढ़ी के शिक्षा के साधनों सहित पर्यावरण अनुकूल तकनीक जैसे क्षेत्रों में खोज करनी चाहिए।”

मुख्त्तार अंसारी के एंबुलेंस कनेक्शन का हुआ बड़ा खुलासा,इसमें हथियारों का चल रहा था गोरखधंधा बाराबंकी के एम्बुलेंस मामले में वांछित इनामी को किया गिरफ्तार attacknews.in

बाराबंकी,16 जून । उत्तर प्रदेश में बाहुबली मुख्तार अंसारी एम्बुलेंस मामले में वांछित चल रहे 25 हजार रुपये के इनामी आरोपी आनंद यादव को आज पुलिस ने उस समय गिरफ्तार कर लिया जब वह अदालत में आत्मसमर्पण करने की फिराक में था

गौरतलब है कि फर्जी दस्तावेजों के सहारे वर्ष 2013 में एक एम्बुलेंस बाराबंकी एआरटीओ कार्यालय से पंजीकृत कराई गई थी।इस एम्बुलेंस का प्रयोग मुख्तार अंसारी द्वारा किया जा रहा था।

पंजाब की रोपड जेल में बंद मुख्तार अंसारी द्वारा पेशी पर इसी एम्बुलेंस से मोहाली अदालत जाने के दौरान ये एम्बुलेंस चर्चा में आई थी।

बाराबंकी संभागीय परिवहन विभाग में जब इस एम्बुलेंस की पड़ताल शुरू की तो पता चला कि इसका नवीनीकरण ही नहीं कराया गया था।

कागजात खंगाले गए तो ये डॉ. अलका राय की फर्जी आईडी से पंजीकृत पाई गई ।

इस मामले में डॉ. अलका रॉय, डॉ. शेषनाथ राय, राजनाथ यादव, मुजाहिद समेत कई के खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा लिखाया गया था. बाद में छानबीन में मुख्तार की संलिप्तता पाए जाने पर मुकदमे में धाराएं बढ़ाते हुए उनका नाम भी बढ़ाया गया था इस मामले में पुलिस ने डॉ. अलका राय, शेषनाथ राय और राजनाथ यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

साथ ही इस मामले में वांछित चल रहे आनंद यादव, शाहिद और मुजाहिद की गिरफ्तारी के लिए इनाम घोषित किया था।जिसमें से आरोपी आनंद यादव को आज गिरफ्तार कर लिया गया।इस पर 25 हजार रुपये का इनाम था, बाकी दो इनामी अपराधियों की तलाश की जा रही है।

मुख्त्तार अंसारी के एंबुलेंस कनेक्शन का खुलासा, हथियारों का चल रहा था गोरखधंधा

उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में बंद विधायक मुख्तार अंसारी के साथ चलने वाली एम्बुलेंस के मामले में नया खुलासा हुआ है। उस एम्बुलेंस में हथियार भी ले जाए जाते थे।

हिंदुस्तान के मुताबिक,इस बात की पुष्टि पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने की है। उन्होंने बताया कि फर्जी एड्रेस पर रजिस्टर्ड एम्बुलेंस के मामले में फरार अभियुक्तों के अलावा कई अन्य नाम जांच के दौरान प्रकाश में आए हैं। यह भी सामने आया है कि एम्बुलेंस से हथियार भी आते-जाते रहे हैं। मामले से जुड़े सभी लोग रडार पर हैं। सबूत संकलन के बाद इनपर कार्रवाई की जाएगी।

प्रसाद ने बताया कि पंजाब जेल में बंद मुख्तार अंसारी को लेकर अदालत ले जाने वाली एम्बुलेंस बाराबंकी से पंजीकृत थी। इस मामले में पड़ताल के बाद पंजीकरण के लिए लगाई गई वोटर आईडी फर्जी पाई गई थी जिसे लेकर 2 अप्रैल को शहर कोतवाली में मामला दर्ज किया गया था। पड़ताल के बाद मऊ जिले के श्याम संजीवनी अस्पताल की संचालिका डॉ.अलका राय, उनके पति एसएन राय व राजनाथ यादव को जेल भेजा गया था। मुख्तार को भी आरोपी बनाया गया था। अभी मुख्तार अंसारी का प्रतिनिधि मुजाहिद व लखनऊ के मो. आफिरी उर्फ शाहिद फरार हैं।

पुलिस अधीक्षक प्रसाद ने बताया कि जांच के दौरान पता चला है कि मो. जाफिरी उर्फ शाहिद ने डॉ. अलका राय को एक आडियो भेजा था, जिसमें बताया गया था कि पुलिस यदि पूछताछ करे तो क्या कहना है। शाहिद ने कहा था कि बता देना कि मुख्तार अंसारी की पत्नी बीमार थीं और उन्होंने किराए पर एम्बुलेंस ली थी और पंजाब गईं थीं।

ब्राजील में कोरोना के 19 स्वरूपों की पहचान हुई इनमें से पी.1 (अमेज़ॅनियन) के 89.9 प्रतिशत मामले मिले है attacknews.in

रियो डी जनेरियो, 17 जून (स्पूतनिक) ब्राजील के साओ पाउलो प्रांत में कोरोना वायरस (कोविड-।
9) के कम से कम 19 स्वरूपों की पहचान की गई है।

ब्राजील के जैविक अनुसंधान केंद्र इंस्टीट्यूटो बुटानटन ने एक बयान में कहा, “साओ पाउलो प्रांत में कोरोना वायरस के 19 स्वरूप पाये गये है।

इनमें से पी.1 (अमेज़ॅनियन) के 89.9 प्रतिशत मामले मिले है।

” बयान में कहा गया कि बी.1.1.7 के 4.2 प्रतिशत मामले पाये गये हैं।

बछड़े के सीरम विवाद में “कोवैक्सीन” बनाने वाली दवा कंपनी भारत बायोटेक ने बयान जारी कर कहा,“ विषाणु वैक्सीन को बनाने में नवजात बछड़े के रक्त के सीरम का इस्तेमाल किया जाता है,यह केवल कोशिकाओं की वृद्धि के लिए किया जाता है लेकिन इसे सार्स कोविड- 2 की वृद्धि या अंतिम फार्मूलेशन में इस्तेमाल नहीं किया जाता है ”attacknews.in

कोवैक्सीन में निष्क्रिय विषाणु अवयव, उच्च तरीके से परिष्कृत: भारत बायोटेक

हैदराबाद/ नईदिल्ली , 16 जून । स्वदेशी कोविड-19 वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ को विकसित करने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने बुधवार को कहा कि यह वैक्सीन उच्च तरीके से परिष्कृत है और इसमें सभी अशुद्धियों को हटाकर केवल विषाणु को निष्क्रिय करके डाला जाता है।

भारत बायोटेक ने यहां जारी एक बयान में बुधवार को कहा,“ विषाणु वैक्सीन को बनाने में नवजात बछड़े के रक्त के सीरम का इस्तेमाल किया जाता है और यह केवल कोशिकाओं की वृद्धि के लिए किया जाता है लेकिन इसे सार्स कोविड- 2 की वृद्धि या अंतिम फार्मूलेशन में इस्तेमाल नहीं किया जाता है। ”

इस बयान में कहा गया है कि बोवाइन सीरम का इस्तेमाल कई दशकों से वैश्विक स्तर पर वैक्सीन बनाने के लिए किया जाता रहा है और ‘नवजात बछड़े के सीरम के इस्तेमाल’ को विभिन्न प्रकाशनों में बहुत ही पारदर्शिता के साथ वर्णित किया गया है। इसे पिछले नौ महीनों में प्रयोग किया गया है। ”

इससेे पहले कंपनी ने कहा था कि उसने अब तक अपने संसाधनों से जोखिम लेकर कोवैक्सीन के विकास, चिकित्सकीय परीक्षणों और इसके निर्माण संयंत्रों की स्थापना के लिए 500 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि निवेश की है।

भारत बायोटक देश के विभिन्न राज्यों में नए संयंत्रों की स्थापना और मौजूदा संयंत्रों को अधिक सक्षम बनाने के लिए निवेश कर रहा है।

कंपनी ने कहा है कि कोरोना विषाणु के नए वेरिएंट के खिलाफ कारगर वैक्सीन को बनाने की दिशा में उत्पाद विकास की प्रकिया हमारे संयंत्रों में चल रही है।

कोवैक्सीन में बछड़े के खून की अफवाह निराधार, टीकाकरण विफल करने का पाप कर रही है कांग्रेस – सुशील

इधर पटना में बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने आज आरोप लगाया कि कांग्रेस पहले दिन से भारत में टीकाकरण के महाअभियान को विफल करने की साजिश में लगी है और अब वह कोवैक्सीन को लेकर धार्मिक भावनाएं भड़काने तथा साम्पदायिक तनाव पैदा करने पर उतर आई है।

श्री मोदी ने बुधवार को सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर ट्वीट कर कहा कि कोरोना की वैक्सीन में गाय के बछड़े के खून की अफवाह फैलाना पूरी तरह निराधार और भ्रामक है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन में बछड़े के खून की अफवाह उस कांग्रेस की तरफ फैलायी जा रही है, जिसकी सरकार ने गोहत्या पर पूर्ण प्रतिबंध की मांग को लेकर 1966 में संसद के सामने अहिंसक प्रदर्शन करने वाले 400 से ज्यादा साधुओं पर गोली चलवा दी थी।

भाजपा सांसद ने कहा कि संतों की हत्या के खून से जिसके हाथ रंगे है, वह कांग्रेस आज कोरोना टीका के विरुद्ध दुष्प्रचार करने का महापाप कर रही है। उन्होंने कहा कि स्वदेशी टीका विकसित होने पर गर्व करने के बजाय कांग्रेस शुरू से इसके खिलाफ तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है। कभी कोवैक्सीन को विदेशी टीके से घटिया बताया गया, कभी इसे भाजपा का टीका कहा गया, तो कभी इसके दाम पर सवाल उठाये गए।

श्री मोदी ने कहा कि टीकाकरण को विफल कर कांग्रेस आज भी कोरोना से मौत का आंकड़ा इतना बढाना चाहती है कि भारत को दुनिया भर में बदनाम किया जा सके । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व ने सबसे तेज टीकाकरण कर सरकार ने लाशों की राजनीति करने वालों को करारा तमाचा लगाया।

कोवैक्सीन पर भ्रम फैलाकर कांग्रेस ने किया ‘महापाप’: संबित

कोरोना के टीके ‘कोवैक्सीन’ में गाय के बछड़े का ‘सीरम’ मिलाये जाने के कांग्रेस के आरोप के जवाब में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा है कि पार्टी ने वैक्सीन के संबंध में भ्रम फैलाकर महापाप किया है।

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने बुधवार को यहाँ संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ‘कोवैक्सीन’ में बछड़े का ‘सीरम’ नहीं मिलाया गया है।

स्वास्थ्य मंत्रालय और वैज्ञानिकों ने साफ तौर पर कहा है कि कोवैक्सीन में किसी भी प्रकार का गाय या बछड़े का सीरम नहीं मिला हुआ है। वैक्सीन में ‘वेरोसेल’ का इस्तेमाल किया जाता है। यह एक तरह से खाद का काम करता है। यह ‘वेरोसेल’ समय के साथ-साथ खत्म हो जाता है।

श्री पात्रा ने कहा, “यह वैक्सीन पूर्णतः सुरक्षित है और इसमें किसी भी प्रकार का अपभ्रंश नहीं है।”

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि ‘कोवैक्सीन’ में गाय के बछड़े का सीरम और खून होता है। जब हमने सोशल मीडिया में इस दुष्प्रचार को देखा तो उसमें यहां तक लिखा था कि गाय और बछड़ों को मारकर ये वैक्सीन तैयार की जा रही है। यह कांग्रेस द्वारा फैलाया जा रहा भ्रम है। ‘

श्री पात्रा ने कहा, “ कोवैक्सीन पर कांग्रेस ने कई बार सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी बताएं कि उन्होंने कब वैक्सीन लिया था। गांधी परिवार ‘वैक्सीनेटेड है या नहीं? क्या गांधी परिवार को कोवैक्सीन पर भरोसा है? उन्हें इसका जवाब देना चाहिए। इस वैश्विक महामारी में हमें वैज्ञानिक सोच के साथ आगे बढ़ना चाहिए, न कि भ्रम फैलाना चाहिए।”

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा और पार्टी के सोशल मीडिया के राष्ट्रीय संयोजक गौरव पांधी ने आरोप लगाया है कि ‘कोवैक्सीन’ में गाय के बछड़े का सीरम होता है और गाय के बछड़े को मारकर ये वैक्सीन तैयार की जाती है। श्री पांधी ने ‘सूचना के अधिकार’ के तहत मिले दस्तावेज के हवाले से यह दावा किया था।

सुनंदा पुष्कर की हत्या या मौत के मामले में जमानत पर चल रहे पति शशि थरूर के खिलाफ आरोप तय करने की तिथि दो जुलाई निर्धारित attacknews.in

नयी दिल्ली, 16 जून । वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर मौत मामले में दिल्ली की एक अदालत ने बुधवार को श्री थरूर के खिलाफ आरोप तय करने की तिथि दो जुलाई निर्धारित की है। वह 17 जनवरी 2014 की रात राजधानी के एक होटल में अपने कमरे में मृत पाई गईं थी।

इससे पहले की सुनवाई में राउज एवेन्यू कोर्ट की विशेष न्यायाधीश गीतांजलि गोयल ने कहा था कि अगर 16 अप्रैल तक आदेश जारी नहीं किया जाता है तो एक अल्प अवधि वाली तारीख दे दी जाएगी।

इस मामले में अभियोजन और बचाव पक्ष की श्री थरूर के खिलाफ आपराधिक मामले में आरोप तय किये जाने चाहिए या नहीं तय किये जाने चाहिए, संबंधी दलीलें सुनने के बाद अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।

श्री थरूर की तरफ से पेश हुए वरिष्ठ वकील विकास पाहवा ने कहा कि अभियोजन पक्ष श्री थरूर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 306 के तहत आरोप साबित करने के लिए धारा 498ए और भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 113 ए को एक साथ लेकर चलना चाहता है, लेकिन उनका केस कुछ भी हो लेकिन वह यह साबित करने में असफल हुए हैं कि यह आत्महत्या का मामला है।

श्री पाहवा ने कहा कि सीएफएसएल की रिपोर्ट (जिस पर अभियोजन पक्ष विश्वास नहीं करता) के अनुसार श्रीमती पुष्कर के रक्त में वह ड्रग्स नहीं मिला था जिसको लेकर कयास लगाए जा रहे थे।

सरकारी पक्ष के वकील अतुल श्रीवास्तव ने कहा कि यह कोई दुर्घटनावश मौत नहीं थी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी इसे जहर दिए जाने का मामला मानती है चाहे वह मुंह के जरिए दिया गया हो या इंजेक्शन लगाया गया हो।

अभियोजन पक्ष का यह भी कहना है कि श्रीमती पुष्कर को उनके पति शशि थरूर मानसिक तौर पर आघात पहुंचाते थे क्योंकि वह अपने पति के कथित विवाहेत्तर संबंधाें के बारे में परिचित थी।

श्री पाहवा ने दलील दी कि उनके मुवक्किल का किसी भी महिला के साथ कोई संबंध या अफेयर नहीं था।

गौरतलब है कि श्रीमती पुष्कर राजधानी के एक लक्जरी होटल में 17 जनवरी 2014 को अपने कमरे में मृत पाई गई थी। थरूर दंपति अपने आधिकारिक बंगले की मरम्मत के कारण इस हाेटल में रह रहा था। दिल्ली पुलिस ने श्री थरूर के खिलाफ भारतीय दंड़ संहिता की धारा 498ए और 306 के तहत मामला दर्ज किया था लेकिन इस मामले में उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया था।

पांच जुलाई 2018 को अदालत ने उनकी जमानत मंजूर कर ली थी।

शिवराज सिंह चौहान ने पीयूष गोयल से चमकविहीन गेहूँ का उठाव करवाने,सदानन्द गौड़ा से डीएपी और यूरिया राज्य को शीघ्र जारी करने तथा नरेन्द्र सिंह तोमर से किसानों से निर्धारित प्रावधान अनुसार खरीदी के संशोधित लक्ष्य जारी करने का आग्रह किया attacknews.in

भोपाल, 16 जून । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज दिल्ली में केन्द्रीय रेल, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल से उनके कार्यालय में मुलाकात कर प्रदेश में इस वर्ष कोरोना की दूसरी लहर की कठिन परिस्थिति में किसानों के चमकविहीन गेहूँ का उठाव करवाए जाने का अनुरोध किया।

आधिकारिक जानकारी में श्री चौहान ने बताया कि इस वर्ष भी प्रदेश में 128.16 लाख मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन हुआ है और इसका पूरा श्रेय किसानों को जाता है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में हुई असमय वर्षा के कारण प्रदेश के 26 जिलों में गेहूँ की चमकविहीनता की स्थिति उत्पन्न हुई है, लेकिन उसकी पौष्टिकता और गुणवत्ता बरकरार है। श्री चौहान ने बताया कि केन्द्र सरकार ने 10 प्रतिशत तक चमकविहीन गेहूँ का उपार्जन करने की अनुमति प्रदान की है।

मुख्यमंत्री ने आग्रह किया कि राज्य में असमय वर्षा के कारण चमकविहीनता का प्रतिशत 10 से लेकर 80 प्रतिशत तक हो गया, जिसका उपार्जन किसानों के हित में किया गया है। उन्होंने आग्रह किया कि केन्द्र सरकार भारतीय खाद्य निगम द्वारा 80 लाख मीट्रिक टन गेहूँ का उठाव शीघ्रातिशीघ्र कराये, जिससे भण्डारण की समस्या उत्पन्न न हो।

उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में प्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में गेहूँ की खपत सीमित होने कारण उपार्जित चमकविहीन गेहूँ के निस्तारण में अत्यधिक समय लगने की संभावना है। अतः विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी उपार्जित चमकविहीन गेहूँ का भारतीय खाद्य निगम में परिदान लिये जाने की अनुमति शीघ्र प्रदान करें।

केन्द्रीय मंत्री श्री गोयल ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को ध्यान से सुना और इस संबंध में उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।

श्री चौहान ने केन्द्र में लम्बित प्रदेश की विभिन्न रेल परियोजनाओं पर भी चर्चा की और उन पर केन्द्र द्वारा शीघ्र निर्णय लेने का अनुरोध किया। केन्द्रीय रेल मंत्री श्री गोयल ने लम्बित परियोजनाओं पर शीघ्र निर्णय लेने का आश्वासन दिया।

शिवराज ने सदानन्द गौड़ा से भेंट कर डीएपी और यूरिया राज्य को शीघ्र जारी करने का अनुरोध किया

मुख्यमंत्री चौहान नेप्रवास के दौरान केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डीवी सदानन्द गौड़ा से भी मुलाकात कर राज्य में डीएपी की समस्या से अवगत कराया।

आधिकारिक जानकारी में श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में बुआई प्रारम्भ होने से डीएपी की मांग अत्याधिक बढ़ गई है और डीएपी की कम उपलब्धता के कारण प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर असर पड़ने की संभावना है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आग्रह किया कि 3.46 लाख मीट्रिक टन डीएपी तथा 3.84 लाख मीट्रिक टन यूरिया का संशोधित आवंटन शीघ्र जारी किया जाये। साथ ही 25 जून तक डीएपी अनिवार्यतः राज्य को प्रदाय करवाये, जिससे किसानों को समय पर उर्वरक उपलब्ध करवाया जा सके।

श्री चौहान ने केन्द्रीय मंत्री को बताया कि बल्क ड्रग क्षेत्र में आत्म-निर्भरता प्राप्त करने के उद्देश्य से 1276 करोड़ रुपये की लागत का बल्क ड्रग पार्क तथा 193 करोड़ रुपये की लागत से मेडिकल डिवाइसेस पार्क की स्थापना के प्रदेश के प्रस्ताव केन्द्र में लम्बित हैं। इन पार्क की अधोसंरचना का विकास किया जा चुका है। प्रस्तावित उद्योगों के लिए बिजली, पानी एवं जमीन की व्यवस्था की जा चुकी है।

मुख्यमंत्री ने अनुरोध किया कि इसकी शीघ्र अनुमति दी जाये, जिससे निर्माण कार्य शुरू किया जा सके। केन्द्रीय मंत्री श्री गौड़ा ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार को डीएपी और यूरिया की कमी नहीं होने दी जायेगी। इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही मंत्रालय द्वारा की जायेगी।

शिवराज ने नरेन्द्र सिंह तोमर से भेंट की

चौहान ने प्रवास के दौरान केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से मुलाकात कर किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए निर्धारित प्रावधान के अनुसार खरीदी करने के लिए प्रदेश के प्रस्ताव के अनुसार संशोधित लक्ष्य जारी करने का आग्रह किया।

आधिकारिक जानकारी में श्री चौहान ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा वर्ष 2021-22 विपणन के लिए प्रदेश के लिए मूंग का 34 हजार 20 मीट्रिक टन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और मूल्य स्थिरीकरण कोष से मूंग फसल का एक लाख मीट्रिक टन लक्ष्य प्राप्त हुआ है। इस प्रकार प्रदेश को कुल 1.34 लाख मीट्रिक टन का लक्ष्य प्राप्त हुआ है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में ग्रीष्मकालीन मूंग का 6.56 लाख मीट्रिक टन और उड़द का 0.49 लाख मीट्रिक टन उत्पादन हुआ है।

चिराग पासवान ने कहा,”लोक जनशक्ति पार्टी संविधान के अनुसार उन्हें उनके पद से नहीं हटाया जा सकता”,चाचा के खिलाफ आर या पार के मूड में, राजू तिवारी को बनाया प्रदेश अध्यक्ष attacknews.in

पटना 16 जून ।बिहार में चाचा पशुपति कुमार पारस से मिल रही राजनीतिक चुनौती से निपटने के लिए लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के चिराग गुट ने पूर्व विधायक राजू तिवारी को कार्यकारी अध्यक्ष से अब पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया है।

चिराग पासवान ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं अपने चचेरे भाई प्रिंस राज को कल ही पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहने के कारण दल से निष्कासित कर दिया था। श्री तिवारी पूर्वी चंपारण जिले के गोविंद गंज से विधायक रह चुके हैं और श्री पासवान के करीबी माने जाते हैं।

तिवारी पिछले विधानसभा चुनाव में हार के बावजूद हमेशा पार्टी के अहम पद पर रहे हैं।

लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) पर नियंत्रण को लेकर हो रहे प्रयासों के बीच पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने बुधवार को कहा कि पार्टी संविधान के अनुसार उन्हें उनके पद से नहीं हटाया जा सकता।

पासवान ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनके इस्तीफा देने के बाद ही दूसरे नेता को अध्यक्ष बनाया जा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी संसदीय बोर्ड ही संसदीय दल के नेता का चुनाव कर सकता है। पार्टी के सांसद संसदीय दल के नेता का चुनाव नहीं कर सकते हैं ।

श्री पासवान के चाचा पशुपति कुमार पारस लोजपा के छह सांसदों में से पांच के समर्थन से संसदीय दल का नेता बन गए हैं और लोकसभा अध्यक्ष ने इसे मंजूरी दे दी है ।

उन्होंने कहा कि उनके पिता राम विलास पासवान ने गरीबों और पिछड़ों की लड़ाई लड़ने के लिए पार्टी इस गठन किया था।

उन्होंने कहा कि कल पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गयी थी जिसमें लोजपा को और मजबूत करने का निर्णय किया गया। पार्टी ने श्री पासवान के प्रति विश्वास व्यक्त किया है। बिहार में पार्टी को और मजबूत करने का प्रयास किया जाएगा।

पासवान ने कहा कि उन्होंने पार्टी और परिवार को एकजुट रखने का भरपूर प्रयास किया। बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान भी उनके चाचा ने पूरा साथ नहीं दिया। पिता के निधन के बाद होली के दिन भी परिवार का कोई सदस्य उनके घर नहीं आया। इसके बाद उन्होंने चाचा को एक पत्र भेजा था और कहा था कि यदि कोई मामला है तो मिल बैठ कर उसका निदान कर लें।

उन्होंने कहा कि पिछले दिनों वह बीमार हो गये थे, इसी दौरान पार्टी पर नियंत्रण का षड्यंत्र किया गया । उन्होंने कहा कि बिहार में चुनाव को लेकर कोई समस्या थी तो उसे उसी समय उठाया जाना चाहिए था ।

इस बीच श्री पासवान ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से श्री पारस को संसदीय दल का प्रमुख बनाने के पार्टी सांसदों के प्रस्ताव को मंजूरी देने के अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने तथा उन्हें संसदीय दल का नेता नियुक्त करने का आग्रह किया है ।

श्री पासवान ने श्री बिरला को पत्र लिख कर कहा है कि पार्टी संविधान के अनुसार संसदीय दल के नेता का चुनाव संसदीय बोर्ड करता है। श्री पारस को संसदीय बोर्ड ने नेता नहीं चुना है और पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने उन्हें दल से बाहर कर दिया है ।

उल्लेखनीय है कि लोजपा के छह सांसदों में से चार ने श्री पारस को संसदीय दल का नेता बनाने को लेकर श्री बिरला को पत्र लिखा था । बाद में श्री पारस को नेता नियुक्त कर दिया था ।

“कोच्चि किला” बनेगा केरल का प्रमुख पर्यटन स्थल:राज्य सरकार ने परियोजना पर काम शुरू किया attacknews.in

कोच्चि, 15 जून । केरल के पर्यटन मंत्री पी.ए.मोहम्मद रियाज ने कहा है कि राज्य सरकार कोच्चि के किला को राज्य का प्रमुख पर्यटन स्थल बनाने की परियोजना पर काम करेगी।

श्री रियाज ने मंगलवार को यहां संवादाताओं से कहा कि अधिकारी इस मुद्दे पर एक विशेष बैठक बुलाएंगे और कोविड -19 की मौजूदा लहर के कम होने के बाद योजना को आगे बढ़ाया जाएगा।

उन्होंने बताया कि गाइड सहित राज्य के पर्यटन कर्मचारियों के टीकाकरण का काम जल्द ही पूरा हो जाएगा।

उन्होंने साउथ बीच का उल्लेख करते हुए कहा कि इसके जीर्णोद्धार के लिए संबंधित विभागों से विचार-विमर्श कर नवीनीकरण परियोजना का प्रारूप तैयार किया जाएगा।

मंत्री ने हाल की पर्यटन परियोजनाओं जैसे शौचालय परिसर और तैरते कूथम्बलम के विकास पर चर्चा की।

इससे पहले उन्होंने एर्नाकुलम जिले के पहाड़ी क्षेत्रों में सड़क निर्माण को लेकर एक बैठक की अध्यक्षता की।

उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में कई केंद्र हैं, जो पर्यटन को बढ़ावा दे सकते हैं।

कोच्चि किला से 35 किलोमीटर पूर्वोत्तर स्थित पट्टीमट्टम के गेस्ट हाउस में बैठक के बाद श्री रियास ने कहा कि अधिकारी जिले के पर्यटन स्थलों को फिर से जीवंत बनाने के उपाय कर रहे हैं, क्योंकि यह क्षेत्र महामारी से बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

उन्होंने कहा कि निकटवर्ती किझाक्कम्बलम में कदबरायर बोटिंग सेंटर और इको विलेज की समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान कर दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि एर्नाकुलम जिले में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं क्योंकि इसमें नेदुंबस्सेरी में कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भी है।

जिले में कई गंतव्य स्थल हैं और महामारी खत्म होने के बाद विदेशी पर्यटक यहां आ सकते हैं।

उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में अधिकारी घरेलू यात्रियों को लुभाने के लिए इन पर्यटन स्थलों के बीच संपर्क को बेहतर बनाने का कार्य कर रहे हैं।

फर्जी बैक खातों में राशि डालकर 116 वृद्धावस्था पेन्शनर्स खातों में हेरफेर कर 6 लाख की राशि हड़पी, ई.मित्र संचालक सहित चार गिरफ्तार attacknews.in

अलवर 15 जून।राजस्थान में अलवर जिले की टहरा थाना क्षेत्र में पुलिस ने वास्तविक पेन्शनर्स की पेन्शन राशि को अनाधिकृत, फर्जी बैक खातों में डालकर पेन्शन राशि को हडपने के सम्बन्ध ईमित्र संचालक सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

थानाधिकारी सुनील टांक ने बताया कि 28 मार्च 2019 को सामाजिक सुरक्षा अधिकारी सामाजिक न्याय एंव अधिकारिता विभाग राजगढ ने मामला दर्ज कराया कि उपखण्ड अलवर के समक्ष कई वृद्धजन लगातार सम्पर्क कर निवेदन कर रहे थे कि उनकी सामाजिक सुरक्षा योजना अन्तर्गत वृद्धावस्था विधवा, विशेष योग्यजन पेंशन पूर्व में मनी ऑर्डर के रुप मे प्राप्त हो रही थी परन्तु अब कई महिनों से पेशन प्राप्त नहीं हो रही है, इस पर उपखण्ड अधिकारी द्वारा कार्यालय के सम्बन्धित कार्मिक से जानकारी चाही तो कार्मिक ने अवगत कराया कि उक्त आवेदकों की पेशन मनी ऑर्डर से नहीं जाकर बैक खाते में जा रही है परन्तु आवेदकों द्वारा अवगत कराया गया कि उनके द्वारा कोई भी बैक खाते का पेशन से अटैचमेन्ट नहीं कराया गया है प्रकरण मे ऐसी स्थिति पायी जान पर पेशन प्ररकणों की उपखण्ड अधिकारी अलवर द्वारा गहनता से जांच करवाई गई।

घर में बारात की तैयारियां चल रहीं थीं कि किसी को बिना बताये चुपचाप यमुना नदी में नहाते समय पानी में खड़े होकर सैल्फी लेते समय औरैया में चार युवतियां डूबी,तीन शव मिले attacknews.in

औरैया, 15 जून । उत्तर प्रदेश में औरैया जिले के अयाना क्षेत्र में एक शादी वाले घर में खुशियां उस समय मातम में बदल गयीं जब घर से चुपचाप यमुना नदी नहाने गयीं रिश्तेदारी व परिवार की चार लड़कियां सैल्फी लेते समय गहरे पानी में डूब गयी। गोताखोरो व मछुआरों ने तीन के शव बरामद कर लिए है जबकि एक का अभी पता नहीं चल सका है। तेज बहाव व आंधी पानी आने के कारण सर्च आपरेशन रोक दिया गया है।

आधिकारिक सूत्रों से मंगलवार देर शाम बताया कि अयाना क्षेत्र के गांव फरिहा निवासी सुरेश कुमार राठौर के बेटे दीपक का 14 जून को तिलक आया था और 16 जून को उसकी बारात इटावा जिला के गांव बौराइन में चन्द्रपाल राठौर के यहां जानी थी।

शादी के घर में खुशियों को माहौल था और जिसमें शामिल होने के लिए रिश्तेदार भी अपने परिजनों के साथ आये हुए थे। तिलक चढ़ने के बाद घर में बारात की तैयारियां चल रहीं थीं कि आज शाम फरिहा निवासी सुरेश के भाई रमेश की पुत्री कल्पना (20) के साथ कीर्ति (22) व आकांछा (20) निवासी अहेरीपुर इटावा, तनु (18) निवासी फफूंद घर में किसी को कुछ बताये बिना चुपचाप यमुना नदी नहाने चलीं गयीं।

बताया गया कि यमुना में नहाते समय पानी में खड़े होकर सैल्फी लेते समय कीर्ति, आकांछा व तनु एवं कल्पना गहरे में चली गयी और डूब गयी।

चारों लड़कियों को डूबता देख प्रियंका ने पहले उन्हें बचाने का प्रयास किया पर असफल होने पर उसने चीखते चिल्लाते हुए ग्रामीणों व परिजनों को घटना की जानकारी दी।

परिजनों व ग्रामीणों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी और तत्काल मौके पर पहुंचे तब तक चारों लड़कियां पूरी तरह से डूब चुकी थीं जिन्हें ढूढ़ने के लिए कुछ तैर लेने वाले युवकों ने यमुना में छलांग लगा दी।

उधर जानकारी मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मछुआरों व गोताखोरों की मदद से जाल डालकर लड़कियों की खोजबीन शुरू कर दी।

इस सर्च आपरेशन के दौरान गोताखोरों व मछुआरों ने पहले तनु व कीर्ति के शव बरामद कर लिए और कुछ देर बाद आकांछा का भी शव बरामद कर लिया।

देर शाम सर्च आपरेशन चल रहा था कि तभी तेज बहाव व तेज आंधी पानी के चलते सर्च आपरेशन रोकना पड़ गया जबकि कल्पना का अभी तक कोई पता नहीं चला है। पुलिस क्षेत्राधिकारी प्रदीप कुमार व थानाध्यक्ष नवीन कुमार समेत भारी पुलिस फोर्स मौके पर मौजूद है।

चिराग पासवान ने चाचा पशुपति कुमार पारस समेत बगावत करने वाले पांचों सांसद को पार्टी से निष्कासित किया attacknews.in

पटना/नई दिल्ली 15 जून ।लोक जनशक्ति पार्टी( लोजपा) में मचे राजनीतिक घमासान के बीच पार्टी संसदीय दल के नेता बने बिहार में हाजीपुर के सांसद पशुपति कुमार पारस खेमे ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को जहां अध्यक्ष पद से हटा दिया है, वहीं चिराग खेमे ने श्री पारस समेत पांच सांसदों को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया है।

श्री चिराग पासवान ने पार्टी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की वर्चुअल बैठक की, जिसमें कई राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष शामिल हुए ।

बैठक में सर्वसम्मत प्रस्ताव किया पारित कि जिन पांच सांसदों ने बगावत की है, उन्हें पार्टी से निष्कासित किया जाए। शेष सभी लोग संगठन में काम करते रहेंगे और संगठन को मजबूत करेंगे।

इसके बाद श्री पासवान ने श्री पारस समेत पांचों सांसदों को तत्काल पार्टी से निष्कासित करने की घोषणा की। इन सभी सांसदों पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने और राष्ट्रीय नेतृत्व के खिलाफ साजिश करने का दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की गई है।

इससे पूर्व श्री पारस ने पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद सूरजभान सिंह को अब कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया है। श्री सिंह को जिम्मेवारी दी गई है कि वह पार्टी के नए अध्यक्ष का चुनाव कराएंगे। इसके लिए 17 जून को पटना में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई जाएगी जिसमें नए अध्यक्ष का चुनाव होगा।

बिहार के मंत्री बृज बिहारी सिंह हत्याकांड के मुख्य आरोपी रहे सूरजभान सिंह को बनाया गया चिराग पासवान की जगह लोक जनशक्ति पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष,7 दिन बाद चुना जाएगा नया अध्यक्ष attacknews.in

पटना 15 जून ।लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) नेता और सांसद चिराग पासवान को अपनी हीं पार्टी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटा दिया है। सूरजभान सिंह को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। पार्टी ने उन्हीं के खिलाफ खेला कर दिया है। ये पूरा सियासी बवाल मंगलवार को हुआ । चिराग के चाचा पशुपति कुमार पारस के समर्थकों ने इसके लिए पार्टी के संविधान का इस्तेमाल किया ।

लोजपा के बागी गुटों ने बाहुबली नेता सूरजभान सिंह को नया कार्यकारी अध्‍यक्ष बनाने पर मुहर लगाई । इससे पहले चिराग ने खुद ही राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष का पद छोड़ने का प्रस्‍ताव दिया था, लेकिन उन्‍होंने अपनी मां और दिवंगत नेता राम विलास पासवान की पत्‍नी रीना पासवान को राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष बनाने की शर्त रखी थी। अब उनके चाचा पशुपति कुमार पारस के समर्थक नेताओं ने चिराग के साथ बड़ा दांव खेल दिया ।

वहीं, अगले पांच दिनों के अंदर नए राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष का चुनाव कराने का ऐलान भी किया गया। यानि कि, एक सप्ताह के भीतर बिहार की राजनीति में और लोजपा के भीतर बड़ा बवाल होने वाला है।

दरअसल, सूरजभान सिंह की गिनती बाहुबली में होती है। सिंह लोजपा के पुराने साथी हैं, लेकिन लंबे समय से चुनावी राजनीति से बाहर हैं। हालांकि, इस बीच वे पार्टी के लिए रणनीति बनाने में हमेशा अहम भूमिका अदा करते रहे ।

1965 को पटना जिले के मोकामा दियारा में सूरजभान सिंह का जन्‍म हुआ । वे राम विलास के महत्‍वपूर्ण सहयोगियों में एक रहे। फिलहाल लोजपा के राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष थे। अब बागी गुट ने उन्‍हें कार्यकारी अध्‍यक्ष बना दिया है।

विवाद और अपराध से पुराना नाता:

बिहार का बृज बिहारी कांड बड़ें अपराधिक मामलों में से एक माना जाता है। राबड़ी सरकार में मंत्री रहे बृज बिहारी सिंह को गोलियों से भून दिया गया था।

मामले में पुलिस ने सूरजभान सिंह को मुख्य आरोपी बनाया था। मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई। जिसके बाद सूरजभान समेत अन्य आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। लेकिन, उसके बाद सूरजभान सिंह को बरी कर दिया गया था।

चिराग के समर्थन में लोजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय में हंगामा किया

लोक जनशक्ति पार्टी(लोजपा) में टूट के बाद बिहार के जमुई से सांसद चिराग पासवान के बेकाबू हुए समर्थकों ने आज पार्टी के प्रदेश कार्यालय में हंगामा किया ।

श्री पासवान के चाचा और हाजीपुर के सांसद पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व में हुई टूट का विरोध करते हुए नाराज कार्यकर्ताओं ने पार्टी के प्रधान कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने कार्यालय में प्रवेश कर हंगामा किया और फिर मुख्य प्रवेश द्वार पर लगे श्री पारस के नेम प्लेट पर कालिख लगा दी। कार्यकर्ता पारस मुर्दाबाद के नारे लगाते रहे।

महंगी दर पर ‘कोवैक्सीन’ बेचे जाने पर आलोचनाओं से घिरी ‘भारत बायोटेक’ ने कहा कि,उत्पादन की पूरी लागत वसूलने के लिए निजी बाजारों में वैक्सीन को अधिक कीमत पर बेचा जाना अनिवार्य attacknews.in

हैदराबाद, 15 जून। निजी अस्पतालों और बाजार को महंगी दर पर कोविड-19 की वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ बेचे जाने को लेकर चौतरफा आलोचनाओं से घिरी उत्पादक कंपनी ‘भारत बायोटेक’ ने मंगलवार को अपना बचाव करते हुए कहा कि वैक्सीन उत्पादन की पूरी लागत वसूलने के लिए निजी बाजारों में वैक्सीन को अधिक कीमत पर बेचा जाना आवश्यक है।

हैदराबाद स्थित दवा कंपनी केंद्र सरकार को 150 रुपये प्रति खुराक इस वैक्सीन की आपूर्ति कर रही है जबकि खुले बाजार में इसकी कीमत 1,200 रुपये रखी गयी है। केंद्र सरकार द्वारा इसकी खरीद और राज्यों को आपूर्ति किये जाने से पहले कंपनी राज्यों को 400 रुपये प्रति खुराक वैक्सीन बेच रही थी।
भारत बायोटेक उत्पादित वैक्सीन का दाम बाजार में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित उसकी प्रतिस्पर्धी कोविशील्ड की कीमत से दोगुना है।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोविड-19 वैक्सीन की कीमतें 10 डॉलर से 37 डॉलर (730 रुपये से 2700 रुपये) प्रति खुराक के बीच हैं।

भारत बायोटेक ने एक बयान में कहा कि वैक्सीन की कीमत कई कारकों पर निर्भर करती है। सबसे पहले तो हर किसी को याद रखना चाहिए कि वैक्सीन और अन्य फार्मास्युटिकल उत्पादों की कीमत, माल और कच्चे माल की लागत, उत्पाद की विफलता , उत्पाद विकास परिव्यय जोखिम, पर्याप्त विनिर्माण सुविधाओं की स्थापना के लिए संपूर्ण पूंजीगत व्यय, बिक्री और वितरण व्यय, खरीद की मात्रा एवं प्रतिबद्धता तथा अन्य नियमित व्यावसायिक व्यय सहित कई कारकों पर निर्भर करती है।

कंपनी ने कहा, “हमारे प्रयासों को समझने और उनकी सराहना करने के लिए तथ्यों को बड़े पैमाने पर मीडिया और जनता के समक्ष रखा जाना जरूरी है। हमारी वैक्सीन की उत्पादन प्रक्रिया अत्याधुनिक, बहु स्तरीय रोकथाम और शुद्धिकरण के उच्च मानकों से लैस है। शुद्धिकरण के उच्च मानकों से वैक्सीन अत्यधिक शुद्ध और सुरक्षित बन जाती है लेकिन उत्पादन प्रक्रिया जटिल हो जाती है और उत्पादन भी अपेक्षाकृत कम होता है।”

कंपनी अब तक चार करोड़ से अधिक खुराक की आपूर्ति कर चुकी है और यहां उल्लेखनीय है कि भारत बायोटेक ने सरकार से कोवैक्सीन से किसी भी प्रतिकूल घटना के लिए भारत सरकार से क्षतिपूर्ति नहीं मांगी है।

कंपनी ने दावा किया कि वास्तव में, कोवैक्सीन की उत्पादन प्रक्रिया की जटिलता का अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि सालाना वैक्सीन की लगभग 20 करोड़ खुराक के उत्पादन के लिए लगभग 10,000 वर्ग मीटर क्षेत्र की आवश्यकता होती है, हालांकि इतनी ही मात्रा में जीवित वायरस टीकों का उत्पादन मात्र 1,500 वर्ग मीटर में किया जा सकता है। वैक्सीन की प्रत्येक खेप जारी होने से पहले 200 से अधिक गुणवत्ता नियंत्रण परीक्षणों से होकर गुजरती है।

पापुलर फ्रंट आफ इंडिया पर केंद्र सरकार की बड़ी कार्रवाई:आयकर विभाग से धर्मार्थ संगठन को मिलने वाली छूट ली वापस,विदेशों से फंडिग पर लगाई रोक attacknews.in

नईदिल्ली 15 जून । आयकर विभाग ने इस्लामिक संगठन पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) को दी गई कर छूट को वापस ले लिया है। विभाग ने पाया कि पीएफआई की गतिविधियां कानूनी रूप से अधिसूचित धर्मार्थ संगठनों की तरह नहीं हैं। संगठन की गतिविधियां सही नहीं हैं। साथ ही पीएफआई का 80जी का पंजीकरण रद्द कर दिया है। यानी अब पीएफआई को आयकर देना होगा और दानदाताओं को भी किसी तरह की कर छूट नहीं मिलेगी।

विभाग ने हाल में पीएफआई को आयकर कानून, 1961 की धारा 12एए (3) के तहत दिए गए पंजीकरण को रद्द कर दिया था। पीएफआई को यह पंजीकरण अगस्त, 2012 में मिला था।

विभाग की ओर से मार्च में जारी आदेश में कहा गया है कि पीएफआई को दिया गया कर लाभ आकलन वर्ष 2016-17 से ‘रद्द किया जा रहा है/वापस लिया जा रहा है।’’

इस आदेश का मतलब है कि पीएफआई को अब आयकर देना होगा। साथ ही पीएफआई के दानदाताओं को भी किसी तरह की कर छूट नहीं मिलेगी।

पीएफआई इस आदेश को विभाग के उच्च प्राधिकरणों और बाद में अदालतों में चुनौती दे सकता है।

आयकर विभाग ने कहा है कि यह राजनीतिक संगठन कई समुदायों के बीच भाईचारा और मित्रता को खत्म करने वाली गतिविधियों में लिप्त था। आधिकारिक आदेश के अनुसार, पीएफआई एक खास धार्मिक समुदाय को फायदा पहुंचाने की कोशिश कर रहा था। यह इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के सेक्शन 13(1)(बी) का उल्लंघन था। उसके खिलाफ आईटी एक्ट के सेक्शन 12एए (4)(ए) के प्रावधान के तहत कार्रवाई की गई है।

पीएफआई की स्थापना 2006 में केरल में हुई थी। इसका मुख्यालय दिल्ली में है। विभिन्न राज्यों के पुलिस विभागों के साथ केंद्रीय एजेंसियां मसलन प्रवर्तन निदेशालय और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) पीएफआई की जांच कर रही है। पीएफआई के सदस्यों पर मनी लांड्रिंग के अलावा आतंकवादी गतिविधियों में भी शामिल होने का आरोप है।

पत्नी के प्रेमी ने प्रेम में अंधा होकर प्रेमिका के लिए कर दी पति की हत्या;उतराखण्ड में सोनू गुप्ता हत्याकांड का खुलासा,हत्यारा गिरफ्तार attacknews.in

नैनीताल, 15 जून । उत्तराखंड की हल्द्वानी पुलिस ने सोनू हत्याकांड का खुलासा किया और हत्या के आरोप में उत्तर प्रदेश के रामपुर निवासी सोनू सैनी को गिरफ्तार किया है।

पुलिस अधीक्षक (एसपी) जगदीश चंद्र की ओर से सोमवार को हल्द्वानी में स्वयं इस मामले पर से पर्दा उठाया।

उन्होंने बताया कि विगत 12 जून को बनभूलपुरा के उजालानगर निवासी सोनू गुप्ता की हत्या कर दी गयी थी।

बनभूलपुरा स्थित दानिश के बगीचे से उसका शव बरामद हुआ था।

सर्वेश गुप्ता की शिकायत पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर एसओजी एवं पुलिस की अगुवाई में एक संयुक्त टीम का गठन किया गया।

टीम ने आखिरकार कल सोनू सैनी पुत्र चोखे लाल निवासी गांव सैफनी, शाहबाद तहसील, रामपुर (उप्र) को गिरफ्तार कर लिया।

एसपी ने बताया कि आरोपी ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है और इस घटना को मृतक की पत्नी के प्रेम में अंधा होकर अंजाम दिया है।

आरोपी ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि घटना के दिन वह रात को उजालेश्वर मंदिर के पास घूम रहा था।

इसी दौरान सोनू गुप्ता उसे मिला और उसके साथ गाली गलौज करने लगा।

यहीं नहीं उसने उसे हत्या की धमकी भी दी।

सोनू ने आरोपी से कहा कि वह उसकी पत्नी से दूर हो वरना इसका अंजाम बुरा होगा।

पुलिस ने आरोपी को कल आंवला गेट चौकी के पास से गिरफ्तार कर लिया।

आरोपी को अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।

पुलिस ने आरोपी के पास से हत्या में प्रयुक्त गमछा और कपड़े भी बरामद कर लिये हैं।