मध्यप्रदेश से महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश और राजस्थान बस सेवा स्थगित होने की अवधि बढ़ाकर 23 मई कर दी गई attacknews.in

भोपाल, 15 मई । कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप के कारण मध्यप्रदेश से महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश और राजस्थान के बीच बस सेवाएं स्थगित रहने की अवधि बढ़ाकर 23 मई कर दी गयी है।

राज्य के अपर परिवहन आयुक्त (प्रवर्तन) एवं राज्य परिवहन प्राधिकार के सचिव अरविंद सक्सेना ने इस संबंध में आज आदेश जारी कर दिए हैं।

अभी तक यह अवधि 15 मई थी, जिसे बढ़ाकर 23 मई किया गया है।

इस दौरान इन राज्यों से मध्यप्रदेश में बस सेवाओं के संचालन पर पहले की तरह पूरी तरह रोक रहेगी।

मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर ने अप्रैल माह में काफी नुकसान किया है।

हालाकि अब मई में हालात थोड़े नियंत्रण में होते हुए नजर आ रहे हैं।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने अपने छोटू महंत स्वामी आनंद गिरी को संत परंपरा का उल्लंघन करने पर किया निष्कासित attacknews.in

प्रयागराज 15 मई । अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने अपने शिष्य और प्रयागराज संगम स्थित बड़े हनुमान मंदिर के छोटे महंत स्वामी आनन्द गिरी को पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी से निष्कासित कर दिया है।

उन पर आरोप है कि संन्यास धारण करने के बावजूद उन्होने अपने परिवार से संबंध रखा जो संत पंरपरा के विपरीत है। महंत नरेन्द्र गिरि ने पत्र में लिखा कि आनन्द गिरि हरिद्वार कुंभ के दौरान अपने मकान में परिवार के सदस्यों के साथ रहे और उन्होेने संत परंपरा का उल्लघंन किया। इसकी सूचना मिलने पर उन्होने तथ्यों की जांच करायी और सत्य जानने के बाद उनके बहिष्कार का निर्णय लिया गया।

महंत गिरि के अनुसार उन्होने अपने शिष्य आनंद गिरि को पहले भी समझाया था जब उन्होने उज्जैन और नासिक मेले मे अपने कैंप में परिवार के सदस्यों को जगह दी थी मगर उनकी दी गयी चेतावनी को उन्होने नजरअंदाज कर दिया था जिसके चलते उन्हे यह फैसला लेना पड़ा।

अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता मामलों के अधिकारी ने बताया,अमेरिका मानवाधिकार के मुद्दों पर भारतीय अधिकारियों से नियमित वार्ता करता है और मानवाधिकार दायित्वों एवं प्रतिबद्धताओं को बरकरार रखने के लिए प्रोत्साहित करता है attacknews.in

वाशिंगटन, 13 मई । अमेरिका भारत को लोकतांत्रिक मूल्यों की भारत की पुरानी परंपरा एवं सहिष्णुता के इतिहास को ध्यान में रखते हुए भारतीय अधिकारियों से हर स्तर पर नियमित रूप से वार्ता करता है और उन्हें अल्पसंख्यकों के संरक्षण समेत मानवाधिकार दायित्वों एवं प्रतिबद्धताओं को बरकरार रखने के लिए प्रोत्साहित करता है। अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता मामलों के प्रभारी वरिष्ठ अधिकारी ने यह बात कही है।

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन द्वारा 2020 अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट को बुधवार को प्रस्तुत किए जाने के दौरान, अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी डैन नाडेल ने कहा कि अमेरिकी अधिकारी नागरिक संगठनों, स्थानीय धार्मिक समुदायों के साथ भी लगातार बैठक करते हैं ताकि उनके विचार एवं चुनौतियों और अवसरों को समझ सके।

रिपोर्ट में देश में कोविड-19 की पहली लहर के मद्देनजर पिछले साल तबलीगी जमात के सदस्यों को निशाना बनाए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए “एकता एवं भाईचारे” के संदेश पर भी गौर किया गया।

विदेश मंत्रालय ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने 19 अप्रैल को ट्वीट किया था, ‘कोविड-19 वार करने से पहले धर्म, नस्ल, रंग, जाति, समुदाय, भाषा या सीमाएं नहीं देखता है। हमारा व्यवहार एवं प्रतिक्रिया में एकता एवं भाईचारे को अहमियत दी जानी चाहिए।”

वार्षिक रिपोर्ट के भारतीय खंड में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के 26 अप्रैल के राष्ट्र के नाम ऑनलाइन संबोधन का भी उल्लेख है जिसमें उन्होंने लोगों से कोविड-19 के खिलाफ जंग में किसी से भेदभाव नहीं करने की अपील की थी।

नाडेल ने कहा कि भारत सरकार को अमेरिका के कुल प्रोत्साहन की बात करें तो वह इन समुदायों को, इन बाहरी तत्वों को प्रत्यक्ष संवाद में शामिल करता है।

उन्होंने कहा, “क्योंकि जब कानून पारित किए जाते हैं, जब पहल की जाती हैं और इन समुदायों के साथ प्रभावी राय-विचार के साथ नहीं किया जाता, यह नि:सशक्तीकरण का भाव पैदा करता है कई बार विरक्ति का। और इससे निपटने का सबसे अच्छा तरीका है सरकारी एवं नागरिक संस्थाओं के बीच सीधा संवाद स्थापित करना।”

नाडेल ने कहा, “इसलिए भारत के संबंध में, मेरे विचार में सरकार के लिए भारतीय नागरिक संस्थाओं की कुछ चिंताओं से निपटने का सही में मौका है जो अधिक संवाद एवं अधिक वार्ता से संभव है।”

भारत इससे पहले यह कहकर अमेरिका धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्टों को खारिज करता रहा है कि वह विदेशी सरकार का उसके नागरिकों के संवैधानिक रूप से संरक्षित अधिकारों पर फैसला सुनाने का कोई अधिकार नहीं समझता है।

इससे पहले रिपोर्ट जारी करते हुए ब्लिंकेन ने कहा था कि पूरी दुनिया में यहूदियों के खिलाफ और कुछ हिस्सों में मुस्लिमों के खिलाफ भी नफरत बढ़ी है जो अमेरिका के साथ ही यूरोप के लिए गंभीर समस्या है।

उन्होंने कहा कि जहां भी यह हो रहा हो इसका पुरजोर विरोध किया जाना चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि सभी धर्म एवं पृष्ठभूमि के लोगों को बराबर सम्मान एवं गरिमा मिले।

रिपोर्ट का स्वागत करते हुए ‘फेडरेशन ऑफ इंडियन अमेरिकन क्रिश्चियन ऑर्गेनाइजेशन’ के अध्यक्ष कोशी जॉर्ज ने कहा कि कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान भी इसाइयों और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों का दमन जारी है।

उन्होंने कहा, “इन अहम मुद्दों पर प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी निराश करने वाली है।”

देश में घरेलू अगरबत्ती उद्योग के लिए राष्ट्रीय बांस मिशन ने प्रबंधन सूचना प्रणाली मॉड्यूल शुरू किया: उत्पादन इकाइयों के साथ ही कच्चे माल की उपलब्धता, कार्यप्रणाली, उत्पादन क्षमता, विपणन की जानकारियां उपलब्ध रहेंगी attacknews.in

नईदिल्ली 13 मई । राष्ट्रीय बांस मिशन ने प्रबंधन सूचना प्रणाली (एमआईएस) का शुभारंभ किया, जो अगरबत्ती उत्पादन से जुड़ी सभी सूचनाओं का एक मंच होगा।इस पर अगरबत्ती उत्पादन इकाइयों के बारे में सूचना उपलब्ध रहेगी। साथ ही अगरबत्ती बनाने के लिए कच्चे माल की उपलब्धता की सूचना, इकाइयों की कार्यप्रणाली, उत्पादन क्षमता, विपणन इत्यादि की जानकारियां भी उपलब्ध रहेंगी।

इस मॉड्यूल की मदद से अगरबत्ती क्षेत्र को उद्योगों से जोड़ा जा सकेगा और इससे उत्पादन इकाइयों से निर्बाध खरीद की व्यवस्था बनेगी और जानकारी के अभाव की जो स्थिति की उसमें सुधार होगा। राष्ट्रीय बांस मिशन से जुड़े सभी राज्य अगरबत्ती उत्पादन इकाइयों का दस्तावेजीकरण करने की प्रक्रिया में हैं ताकि ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ अभियानों के तहत इन इकाइयों को मदद देने के तौर तरीकों का आकलन हो सके और भारतीय अगरबत्ती की वैश्विक लोकप्रियता का लाभ उठाते हुए इस क्षेत्र को और सशक्त किया जा सके।

राष्ट्रीय बांस मिशन (एनबीएम), सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय, खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी), राज्य सरकारें और उद्योग जगत एक साथ आए हैं ताकि भारत को अगरबत्ती क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाकर स्थानीय समुदायों की आजीविका को बेहतर किया जा सके। साथ ही इस क्षेत्र का आधुनिकीकरण किया जा सके। अगरबत्ती क्षेत्र आमतौर पर स्थानीय लोगों को बड़े स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराता है। हालांकि यह क्षेत्र विभिन्न बाधाओं के चलते सिकुड़ता जा रहा था, जिसमें सस्ते दर पर अगरबत्ती के लिए गोल तीलियों और कच्चे माल की आयात प्रमुखता से शामिल है।

राष्ट्रीय बांस मिशन द्वारा 2019 में अगरबत्ती क्षेत्र पर एक वृहद अध्ययन किया गया जिसके उपरांत सरकार द्वारा कई नीतिगत बदलाव किए गए। अगरबत्ती के लिए किए जाने वाले कच्चे माल के आयात को आयात शुल्क मुक्त श्रेणी से हटाकर प्रतिबंधित श्रेणी में अगस्त 2019 में डाला गया और जून 2020 में इस पर आयात शुल्क बढ़ाकर 25 प्रतिशत कर दिया गया, जिससे घरेलू अगरबत्ती उद्योग को बल मिला।

एनबीएम की पृष्ठभूमि

बांस क्षेत्र के समग्र विकास के लिए राष्ट्रीय बांस मिशन को 2018-19 में नए स्वरूप में शुरू किया गया,हब (उद्योग) और स्पोक मॉडल पर क्लस्टर आधारित व्यवस्था थी। इसके अंतर्गत सभी पक्षों को किसानों और बाज़ारों से जोड़ा जाना था। बांस से बने भारतीय उत्पादों के लिए न सिर्फ घरेलू बल्कि वैश्विक बाजार में अपनी पहचान बनाने के लिए प्रबल संभावनाएं हैं। इसके लिए नवीनतम प्रौद्योगिकी, आधुनिक प्रणाली और निर्यात किए जाने वाले देशों के मानदंडों पर खरा उतरने के लिए जागरूकता का सृजन शामिल है। राष्ट्रीय बांस मिशन घरेलू उद्योग गतिविधियों को बढ़ाने के साथ-साथ तकनीकी एजेंसियों के माध्यम से सपोर्ट और सुविधा जनक क़दमों के द्वारा किसानों की आय बढ़ाने के लिए अपनी सक्रियता को व्यवस्थित कर रहा है। विभिन्न उत्पादों से जुड़ी इकाइयां इत्यादि स्थापित करने के लिए किसानों को प्रति हेक्टेयर 50 प्रतिशत की सीधी सब्सिडी दी गई जो कि 1 लाख रुपये है। सरकारी एजेंसियों और उद्यमियों द्वारा ऐसी इकाइयों को स्थापित करने पर छूट शत प्रतिशत दी गई। यह मिशन इस समय 21 राज्यों में संचालित किया जा रहा है जिसमें पूर्वोत्तर भारत के सभी 9 राज्य अपने अपने बांस मिशन के द्वारा इससे जुड़े हैं। राष्ट्रीय बांस मिशन राज्यों को यह भी सुझाव दे रहा है कि वाणिज्य क्षमता वाली प्रजातियों की खेती के लिए अपेक्षित और गुणवत्तापूर्ण पौधारोपण सामग्री उपलब्ध कराए जाने चाहिए, कॉमन फैसिलिटी सेंटर और अन्य पोस्ट हार्वेस्ट इकाइयों की स्थापना की जानी चाहिए, जो पहले से स्थापित और नए उद्योगों के साथ पूरी तरह जुड़ा हुआ हो। यह किसानों और भारतीय बांस उद्योग दोनों के लिए विन-विन सिचुएशन होगी।

आसाराम के स्वास्थ्य में सुधार, अंतरीम जमानत की सुनवाई 21 मई तक स्थगित attacknews.in

जोधपुर 13 मई । राजस्थान में जोधपुर के एम्स हाॅस्पिटल में भर्ती यौन उत्पीड़न मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आसाराम की तबीयत में सुधार हो रहा है। उसका बीपी और ऑक्सीजन लेवल सामान्य है।

राजस्थान उच्च न्यायालय में आज एम्स की तरफ से पेश इस रिपोर्ट के बाद उसकी जमानत याचिका पर सुनवाई 21 मई तक स्थगित कर दी गई। न्यायालय ने 21 मई से पहले एम्स से उसके स्वास्थ्य को लेकर नई रिपोर्ट मांगी है। तब तक आसाराम को एम्स में ही रखा जाएगा। ऐसे में उसे जेल से बाहर आने के लिए 21 मई तक इंतजार करना होगा।

17 मई के बाद मध्यप्रदेश में ऐसे खुलेगा कोरोना कर्फ्यू:वह जिले जहाँ संक्रमण की पॉजिटिविटी दर 5% से नीचे आ गई वहाँ धीरे-धीरे हटाया जाएगा,जिन जिलों में पॉजिटिविटी रेट बढ़ा रहेगा वहाँ कोरोना कर्फ्यू नहीं खुलेगा attacknews.in

शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि,कोरोना के बाद ‘ब्लैक फंगस’ के संक्रमण की 50 घटनाओं की पुष्टि हुयी मप्र में,प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगातार कम हो रहा है, पॉजिटिव प्रकरणों एवं सक्रिय प्रकरणों में कमी आ रही है

भोपाल, 12 मई । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना कर्फ्यू का कड़ाई से पालन होने से कोरोना महामारी धीरे-धीरे नियंत्रण में आ रही है। कोरोना के नए संक्रमित प्रकरणों की संख्या प्रदेश में अब चार अंकों में आ गई है।

श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मामले में देश के बड़े राज्यों में मध्यप्रदेश 15वें स्थान पर आ गया है। पॉजिटिविटी दर 25 प्रतिशत से लगातार घटकर 14 प्रतिशत से नीचे आ गई है, लेकिन हमें निश्चिंत नहीं होना है। अभी अधिक सावधानी की जरूरत है। कोरोना संक्रमण को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए लंबा सफर तय करना है।

उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस अपने आप कम फैलता है। यह वायरस हमारे व्यवहार से ज्यादा फैलता है। यदि हम शादी ब्याह, भीड़ और बड़े समारोह में गए तो कोरोना संक्रमण तेज गति से फैलता है। जन-सहयोग से लागू कोरोना कर्फ्यू जब तक है तब तक कोई भी घरों से बाहर नहीं निकले। मई माह में शादी-ब्याह नहीं करें। जून माह में कोरोना संक्रमण नियंत्रित होने पर शादी-ब्याह आदि आयोजन छोटे स्तर पर किए जा सकते हैं।

श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण कुछ गाँव में भी फैला है। इसे नियंत्रित करने के लिए किल कोरोना अभियान चल रहा है। सरकारी अमला मेहनत के साथ घर-घर दस्तक दे रहा है। सरकारी अमले के साथ राजनैतिक, सामाजिक कार्यकर्ता, गाँव के वरिष्ठ जन शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि यदि सर्दी, जुकाम, बुखार आदि कोरोना के लक्षण हैं, तो छुपाए नहीं, बताएँ। उपचार संभव है। सरकार ने नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था की है। सरकारी अस्पतालों के साथ अनुबंधित निजी अस्पतालों में भी नि:शुल्क उपचार होगा। मरीज चाहे तो कोविड केयर सेंटर में जाकर भी अपना उपचार करवा सकते हैं। इस समय प्रदेश में 2 करोड़ 40 लाख आयुष्मान कार्ड धारी हैं। गरीब, निम्न मध्यम वर्गीय आयुष्मान कार्ड धारी कोरोना पीड़ितों का प्राइवेट अस्पताल में भी नि:शुल्क इलाज होगा। परिवार के पास एक आयुष्मान कार्ड है तो परिवार के बाकी सदस्यों का भी आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा।

श्री चौहान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मापदंडों के अनुसार यदि पॉजिटिविटी दर 5 प्रतिशत से नीचे आती है तो यह कोरोना संक्रमण के नियंत्रित होने का संकेत है। ऐसे जिले जहाँ कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर 5 प्रतिशत से नीचे आ गई है वहाँ 17 मई के बाद धीरे-धीरे वैज्ञानिक ढंग से कोरोना कर्फ्यू को हटाया जा सकेगा। जिन जिलों में पॉजिटिविटी रेट बढ़ा रहेगा वहाँ कोरोना कर्फ्यू नहीं खुलेगा। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता से अपील की है कि वे कोरोना कर्फ्यू का कड़ाई से पालन करें।

श्री चौहान ने कहा कि ब्लैक फंगस बीमारी होने के समाचार मिल रहे हैं। लेकिन चिंता नहीं करें। इस बीमारी का भी नि:शुल्क इलाज कराएंगे। बीमारी होने की स्थिति में देर नहीं करें। शीघ्र बताएँ। इस बीमारी का भी इलाज संभव है। पूरा मध्यप्रदेश एक परिवार है। सबको मिलकर कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ना है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के उपायों का कड़ाई से पालन करना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किल-कोरोना अभियान को सफल बनाएँ। अस्पतालों में बिस्तर, ऑक्सीजन, दवाइयों की कोई कमी नहीं है। जन-सहयोग से किसी भी आपदा का सामना किया जा सकता है।

जिला, ब्लाक, ग्राम और शहर के वार्ड स्तर पर क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों का गठन किया गया है। इन समितियों के सदस्य जन-सहयोग से कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर कार्य कर रहे हैं। कोविड केयर सेंटर में इलाज की व्यवस्था है। कोरोना की जड़ों पर अंतिम प्रहार की जरूरत है। गाँव और घर से बाहर नहीं निकले। कोरोना से पीड़ित होने पर आइसोलेशन में रहे। अपने गाँव, ब्लॉक, शहर और जिले को कोरोना मुक्त बनाएँ। सभी जन इस महा अभियान में जुटे। हमें अपने प्रदेश को कोरोना से बचाना है। शीघ्र ही सामान्य स्थिति प्राप्त करना है।

कोरोना के बाद ‘ब्लैक फंगस’ के संक्रमण की 50 घटनाओं की पुष्टि हुयी मप्र में

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहे मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण से उबरने के बाद मरीजों में ‘ब्लैक फंगस’ के संक्रमण की घटनाओं ने राज्य सरकार की चिंताएं बढ़ा दी हैं। राज्य में इस तरह के 50 मामलों की पुष्टि हो चुकी है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहां वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में ब्लैक फंगस के 50 रोगियों की पुष्टि हुयी है। इस तरह का संक्रमण बहुत भयानक है। श्री चौहान ने कहा कि ब्लैक फंगस के संक्रमण की घटनाएं चिंता का विषय है। इसमें नाक, मुंह, दांत, आंख, मस्तिष्क और अन्य अंग भी सक्रमित हो जाते हैं।

नकली इंजेक्शन मामले में शिवराज ने गुजरात के मूल आरोपियों को मध्यप्रदेश लाने के निर्देश दिए

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नकली रेमडेसिवीर इंजेक्शन इस राज्य के अस्पतालों में सप्लाई करने के मामले के खुलासे के बाद मुख्य आरोपियों को गुजरात से मध्यप्रदेश लाने के निर्देश आज पुलिस महानिदेशक को दिए।

श्री चौहान ने कोरोना सबंधी उच्च स्तरीय बैठक में ये निर्देश दिए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हुई बैठक में श्री चौहान ने सख्त तेवर दिखाते हुए कहा कि नकली इंजेक्शन गुजरात में बने और इन्हें मध्यप्रदेश में खपाया गया। नकली इंजेक्शन लगने से उन मरीजों की भी जान चली गयी होगी, जिन्हें शायद बचाया जा सकता था।

नर्सो की सेवा भावना और हौसले को सलाम-शिवराज

शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड जैसी विकट महामारी में नर्स अपनी जान की परवाह किए बिना दिन-रात मरीजों की सेवा समपूर्ण एवं पूरी कर्तव्यनिष्ठा के साथ कर रहे हैं। इससे बड़ा कोई धर्म नहीं है। मैं प्रदेश की 8 करोड़ जनता की ओर से आपकी सेवा भावना और हौसले को सलाम करता हूँ। इस संकट के समय में हमारा सबसे बड़ा संबल आप हैं। आप दूसरों की सेवा के साथ स्वयं का भी ध्यान रखें।

श्री चौहान आज अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एवं वैबकास्टिंग के माध्यम से प्रदेश के नर्सिंग स्टाफ को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि फ्लौरेन्स नाइटिंगेल ‘लेडी विद द लैंप’ ने आज से 200 वर्ष पूर्व नर्सिंग की महान परंपरा को प्रारंभ किया। वे युद्ध के दौरान लालटेन लेकर एक-एक घायल सैनिक को ढूंढकर उनका इलाज करती थीं। उनके जन्मदिवस पर अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस मनाया जाता है। आज हम सब उनको प्रणाम करते हैं।

मध्यप्रदेश में पॉजिटिव एवं सक्रिय प्रकरणों में आई कमी

शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगातार कम हो रहा है तथा पॉजिटिव प्रकरणों एवं सक्रिय प्रकरणों में कमी आ रही है। प्रदेश में नए कोरोना प्रकरण 9 हजार से नीचे आ गए हैं।

श्री चौहान ने आज निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना‍नियंत्रण कोर ग्रुप के सदस्यों से चर्चा कर प्रदेश के जिलों में कोरोना की‍स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 08 जिलों में नए प्रकरणों की संख्या 200 से अधिक है तथा 7 जिलों में साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 10 फीसदी से नीचे आ गई है। यह सब प्रशासन, जन-प्रतिनिधियों एवं जनता के समन्वय एवं दिन-रात मेहनत का परिणाम है।

शिवराज ने एसओपी फॉर मेडिकल ऑक्सीजन यूज का विमोचन किया

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मेडिकल ऑक्सीजन के उपयोग संबंधी पुस्तिका ‘एस.ओ.पी. फॉर मेडिकल ऑक्सीजन यूज” का विमोचन किया।

मेडिकल ऑक्सीजन की एस.ओ.पी. प्रकाशित करने वाला मध्यप्रदेश पहला राज्य है। इस पुस्तिका में मध्यप्रदेश के शासकीय एवं निजी अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन के इस्तेमाल तथा अग्नि-सुरक्षा के संबंध में विस्तृत जानकारी है।

भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कहा:ISIS केवल एक क्षेत्रीय आतंकवादी संगठन नहीं, बल्कि एक वैश्विक गिरोह है,जिससे संबद्ध संगठन दुनिया भर में सक्रिय attacknews.in

संयुक्त राष्ट्र, 12 मई ।भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कहा कि इस्लामिक स्टेट केवल एक क्षेत्रीय आतंकवादी संगठन नहीं है बल्कि एक वैश्विक गिरोह है, जिससे संबद्ध संगठन दुनिया भर में सक्रिय हैं।

संयुक्त राष्ट्र में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि-राजनीतिक समन्वयक आर रविंदर ने सोमवार को कहा कि आतंकवादी कृत्यों की जवाबदेही तय करने और आंतकवाद का समर्थन करने वाले देशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने से ही इस संकट के खिलाफ वैश्विक लड़ाई की विश्वसनीयता को मजबूत किया जा सकता है।

डा’एश/आईएसआईएल (यूएनआईटीएडी) के अपराधों की जवाबदेही तय करने के लिए बने जांच दल पर आयोजित सुरक्षा परिषद की बैठक में उन्होंने कहा, ‘‘ इराक और लेवंत में इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएल) ने लोगों पर अमानवीय अत्याचार किए हैं। आईएसआईएल के भयावह अपराधों का 39 भारतीय नागरिक भी शिकार हुए हैं।’’

आईएसआईएल को आईएसआईएस (इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया) भी कहा जाता है, यह हिंसक विचारधारा वाला एक जिहादी समूह है जो खुद को खलीफा कहता है और सभी मुसलमानों पर धार्मिक अधिकार का दावा करता है।

रविंदर ने कहा कि आईएसआईएल ने इराक और सीरिया में अपने नियंत्रण वाले क्षेत्र में नरसंहार, अत्याचार, बलात्कार, गुलामी कराने और अपहरण जैसे कृत्यों को अंजाम दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘ इसलिए, इस्लामिक स्टेट को सिर्फ एक क्षेत्रीय आतंकवादी संगठन के रूप में नहीं देखा जा सकता है। यह एक वैश्विक गिरोह है, जिसके हमारे पड़ोस सहित दुनिया भर में संबद्ध आतंकवादी संगठन हैं।’’

रविंदर ने इस बात पर जोर दिया कि भारत का यह मानना है कि ‘‘आतंकवाद के खिलाफ हमारी संयुक्त लड़ाई की विश्वसनीयता केवल आतंकवादियों द्वारा अंजाम दिए भयावह एवं अमानवीय कृत्यों की जवाबदेही तय करके और उन देशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करके ही मजबूत हो सकती है, जो इन्हें बढ़ावा दे रहे हैं।’’

वहीं, इराक और लेवंत में इस्लामिक स्टेट द्वारा अंजाम दिए जाने वाले अपराधों की जवाबदेही तय करने वाले संयुक्त राष्ट्र के जांच दल के प्रमुख एवं विशेष सलाहकार करीम असद अहमद खान ने परिषद से कहा कि अपनी स्वतंत्र आपराधिक जांच के आधार पर, यूएनआईटीएडी के पास आईएसअईएल द्वारा यज़ीदी के खिलाफ एक धार्मिक समूह के रूप में नरसंहार करने के ‘‘स्पष्ट एवं पुख्ता सबूत’’ हैं।

रविंदर ने कहा कि आईएसआईएल से संबद्ध आतंकवादियों तथा आतंकवादी संगठनों ने मानवता के खिलाफ भयावह अपराधों को अंजाम दिया है।

उन्होंने कहा कि आईएसआईएल द्वारा जिन अपराधों को अंजाम दिया गया है, उसकी जवाबदेही तय करना इराक में दीर्घकालीक शांति हासिल करने के लिए भी महत्वपूर्ण है।

मध्यप्रदेश में मंगलवार को कोरोना के नौ हजार से अधिक नए मामले सामने आए , 94 की मौत;अबतक 6,91,232 लोग संक्रमित हुए,इनमें से 5,73,271 लोग ठीक भी हो चुके attacknews.in

भोपाल, 11 मई । मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच आज भी नौ हजार से अधिक लोग कोरोना संक्रमित मिले है।इस महामारी ने आज राज्य भर में 94 लोगों की जान ले ली।

मध्यप्रदेश में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 25 फीसदी तक पहुंच गई थी, जो लगातार कम हो रही है।अब यह घट कर 14.78 फीसदी हो गई है।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार राज्य में कोरोना संक्रमण को लेकर हुई 66,016 की जांच रिपोर्ट में 9,754 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं।

इन जांच सैंपल रिपोर्ट में 56,262 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव मिले हैं तथा 1430 सैंपल रिजेक्ट हुए है।

पॉजीटिविटी रेट आज (संक्रमण दर) 15़ 7 प्रतिशत से घटकर 14़ 7 प्रतिशत दर्ज की गयी।

राज्य भर में आज 7324 लोग कोरोना को हरा कर घर रवाना हो गये।वहीं 1,11366 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है।

राज्य भर में इस महामारी के कारण 6,91,232 लोग संक्रमित हुए है।हालाकि इनमें से अब तब 5,73271 लोग ठीक हो चुके है।

इस वैश्विक महामारी के चलते अब तक प्रदेश भर में 6595 लोगों की जान चली गयी है।

राज्य के 52 जिलों में से सबसे ज्यादा कोरोना मरीज आज भी इंदौर में मिले है।इंदौर जिले में आज 1651 लोग कोरोना संक्रमित मिले है।

वहीं प्रदेश की राजधानी भोपाल जिले में 1412 लोग कोरोना की चपेट में आये है।इसके अलावा ग्वालियर में 793, जबलपुर में 542, उज्जैन में 275, रतलाम में 350, रीवा में 251, सागर में 195, खरगोन में 110,धार में 142, शिवपुरी जिले में 210 नये कोरोना मरीज मिले है।

बाकी अन्य जिलों में भी 15 से लेकर 198 के बीच कोरोना संक्रमित मिले है।

आईआईटी जोधपुर कोरोना संक्रमण की चपेट में आया; 29 नए मामलों में 25 छात्र निकले पाजिटिव,पूरे परिसर में अबतक 225 संक्रमितों की संख्या हुई attacknews.in

जोधपुर 11 मई । भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) जोधपुर में 25 छात्रों समेत 29 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।

अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी।

आईआईटी जोधपुर के प्रवक्ता अमरदीप शर्मा ने बताया कि संस्थान के परिसर में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जांच की गयी जिसमें 29 लोग कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं। इसके साथ ही परिसर में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 225 हो गयी है।

इन लोगों की सात मई को जांच की गयी थी जिनकी रिपोर्ट सोमवार को आई।

प्रवक्ता ने बताया कि सत्र के अंतिम सेमेस्टर की कक्षाएं सात मई को समाप्त हो गयी थीं जिसके बाद सभी प्रकार की गतिविधियां केवल ऑनलाइन हो रही हैं।

अप्रैल में प्रैक्टिकल के लिए छात्र परिसर में आ रहे थे जिसके कारण कोरोना का संक्रमण बढ़ा।

आम तौर पर परीक्षाओं के बाद अधिकतर छात्र अपने-अपने मूल निवास चले जाते हैं, लेकिन लॉकडाउन लगने के कारण इस बार सभी छात्र परिसर में ही रह रहे हैं।

आईआईटी प्रशासन ने कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर बेहतर इंतजाम किए हैं जिसके तहत पृथकवास और उच्चस्तरीय पृथकवास केन्द्रों की स्थापना की गयी है।

शर्मा ने बताया कि परिसर में आने वाले प्रत्येक छात्र और कर्मचारी की जांच की गयी है और रिपोर्ट आने तक सभी को पृथकवास में रखा गया है। संक्रमित पाए जाने पर उसे उच्चस्तरीय पृथकवास में रखा जाएगा।

मध्यप्रदेश में विकासखंड और ग्राम स्तर पर संकट प्रबंधन समूह गठित करने संबंधी आदेश जारी attacknews.in

भोपाल, 10 मई । मध्यप्रदेश में ग्रामीण और छोटे कस्बों में भी काेरोना की दूसरी लहर के जबर्दस्त प्रकोप के बीच आज राज्य सरकार ने इसकी राेकथाम के लिए विकासखंड और ग्राम स्तर पर तथा नगरीय क्षेत्रों में वार्ड स्तर पर क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप (संकट प्रबंधन समूह) गठित करने के आदेश आज जारी कर दिए।

राज्य के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ राजेश राजौरा की ओर से जारी आदेश सभी कलेक्टरों को भेज दिए गए हैं। आदेश में कहा गया है कि कोरोना महामारी पर प्रभावी नियंत्रण के लिए राज्य सरकार ने जिला स्तर जिला संकट प्रबंधन समूह का गठन पिछले वर्ष अप्रैल माह में ही आदेश जारी कर किए हैं। अब सरकार ने विकासखंड स्तर, ग्राम स्तर और नगरीय क्षेत्रों में वार्ड स्तरीय प्रबंधन समूह गठित करने का निर्णय लिया है और इसी तारतम्य में आज आदेश जारी किया गया है।

‘’हम जीतेंगे – Positivity Unlimited“ व्याख्यान श्रृंखला की शुरुआत 11 मई को सद्गुरु जग्गी वासुदेव जी, योगी और पूज्य जैन मुनिश्री आचार्य प्रमाणसागर जी संबोधन देंगे;15 मई तक समाज में सकारात्मक वातावरण का निर्माण करने के लिए प्रतिष्ठित व्यक्तित्व संबोधित करेंगे attacknews.in

 

नई दिल्ली 10 मई।कोविड रिस्पांस टीम (सीआरटी), समाज हितैषी नागरिक, धार्मिक, सामाजिक संगठनों की एक ऐसी पहल है जो कोरोना संकट काल में महामारी से निपटने के लिए भारत के व्यापक प्रयासों के बीच समाज में सकारात्मक वातावरण का निर्माण करने के लिए ‘’Positivity Unlimited : हम जीतेंगे’ व्याख्यान श्रृंखला का आयोजन कर रही है।

यह व्याख्यान श्रृंखला अक्षय तृतीय के अवसर पर 11 से 15 मई तक आयोजित होगी। व्याख्यान श्रृंखला में सद्गुरु जग्गी वासुदेव, पूज्य आचार्य प्रमाणसागर जी, श्री श्री रविशंकर जी, श्री अज़ीम प्रेमजी,  पूजनीय शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती जी, पद्म विभूषण सोनल मानसिंह जी, आचार्य विद्यासागर जी, पूज्य महंत संत ज्ञानदेव सिंह जी संबोधित करेंगे। व्याख्यान श्रृंखला का समापन 15 मई को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी के उद्बोधन के साथ होगा।

‘हम जीतेंगे – Positivity Unlimited“ व्याख्यान श्रृंखला का प्रसारण प्रतिदिन सायं 4.30 बजे से 5.00 बजे विश्व संवाद केंद्र भारत के सोशल मीडिया चैनल (facebook.com/VishwaSamvadKendraBharat और youtube.com/VishwaSamvadKendraBharat) सहित विभिन्न डिजिटल व सोशळ मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर होगा।

व्याख्यान श्रृंखला के सकारात्मक संदेश को 100 से अधिक विविध समाचार पोर्टल के साथ-साथ प्रमुख मीडिया चैनलों व प्लेटफॉर्म के माध्यम से देश और दुनिया भर के लोगों तक पहुँचाया जाएगा।

हम जीतेंगे – Positivity Unlimited“ : 11-15 May (प्रतिदिन सायं 4.30 से 5.00 बजे) का निर्धारित कार्यक्रम……

11 मई

  1. सद्गुरु जग्गी वासुदेव जी, योगी
  2. पूज्य जैन मुनिश्री आचार्य प्रमाणसागर जी

12 मई

  1. श्री श्री रविशंकर जी
  2. श्री अज़ीम प्रेम जी, प्रसिद्ध उद्योगपति एवं समाजसेवी

13 मई

  1. पूजनीय शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती जी
  2. प्रसिद्ध कलाकार सोनल मानसिंग जी, पद्म विभूषण

14 मई

  1. पूज्य आचार्य विद्यासागर जी महाराज, जैन मुनि
  2. पूज्य श्री महंत संत ज्ञानदेव सिंह जी (श्री पंचायती अखाड़ा-निर्मल)

15 मई

डॉ. मोहन भागवत जी, सरसंघचालक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ

“हम जीतेंगे — ‘Positivity Unlimited’” टैगलाइन के साथ अक्षय तृतीय के उपलक्ष्य में आयोजित ऑनलाइन श्रृंखला में प्रत्येक दिन 30 मिनट से अधिक समय तक, आध्यात्मिकता, धार्मिक चर्चा, मानसिक स्वास्थ्य से लेकर जीवन को मजबूत बनाने जैसे विभिन्न पहलुओं को श्रेष्ठ वक्ताओं द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा।

“हम जीतेंगे — ‘Positivity Unlimited’” विचार मंथन व्याख्यान श्रृंखला के पीछे का मूल विचार कोविड-19 के पश्चात समाज से डर, निराशा, लाचारी और नकारात्मकता को दूर करने के लिए आत्मविश्वास पैदा करना और कोविड-19 के बाद लोगों को आगामी प्रयासों के लिए प्रेरित करना है।

मध्यप्रदेश में कोरोना के मामले कम हुए,शुक्रवार को 11,708 नये मरीज आये सामने, 84 की मौत;अब तब 6,49,114 लोग संक्रमित और 6244 की मौत attacknews.in

भोपाल, 07 मई । मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामूली रुप से घटते मामलों के बीच आज राज्य भर में ग्यारह हजार से अधिक लोगों में संक्रमण के लक्षण मिले हैं।इस वैश्विक महामारी ने आज 84 लोगों की जान ले ली।

अन्य दिनों की तरह ही आज भी इंदौर में सबसे अधिक कोरोना संक्रमित मिले।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार आज प्रदेश भर में कोरोना संक्रमण के मामले में 65,262 लोगों की जांच की गई।

इनमें से 11,708 लोग कोरोना पॉजिटित मिले हैं।

राज्य भर में अब तब इस महामारी से 6,49,114 लोग संक्रमित हो चुके हैं।

हलाकि इनमें से 547447 लोग ठीक होकर घर पहुंच चुके है।

वर्तमान में सक्रिय मरीजों की संख्या 95423 है।

इन सभी सक्रिय मरीजों का उपचार प्रदेश भर के विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।

इस बीमारी से आज 4815 लोग निजात पाकर अपने घर रवाना हो गये है।

आज संक्रमण दर 17़ 9 प्रतिशत आंका गया।

राज्य में अब तक 6244 लोगों की मौत हो चुकी।

राज्य के इंदौर जिले में आज 1753 लोगों में संक्रमण के लक्षण मिले है।

वहीं राजधानी भोपाल जिले में 1576 लोग कोरोना संक्रमित पाये गये।इसके अलावा ग्वालियर जिले में 910, जबलपुर जिले में 795, उज्जैन जिले में 370, रतलाम जिले में 380, रीवा जिले में 309, धार व सागर में 231, सतना में 242, शिवपुरी में 298, नरसिंहपुर में 239, सीहोर में 206 लोग कोरोना संक्रमित पाये गये है।

राज्य के बाकी जिलों में भी 24 से 178 के बीच कोरोना मरीज मिले हैं।

राजस्थान, मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में पेट्रोल 102 रुपये लीटर तक पहुंचा, लगातार चौथे दिन बढ़े पेट्रोल और डीजल के दाम,पेट्रोल में 29 पैसे,डीजल में 31 पैसे की बढोतरी attacknews.in

नयी दिल्ली, सात मई । राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में पेट्रोल का दाम 102 रुपये प्रति लीटर की ऊंचाई तक पहुंच चुका है। तेल कंपनियों के लगातार चौथे दिन पेट्रोल, डीजल के दाम बढ़ाने से यह स्थिति बनी है। हालांकि, इससे पहले पांच राज्यों में जारी विधानसभा चुनावों के दौरान दो सप्ताह से अधिक समय तक दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया।

सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक शुक्रवार को पेट्रोल के दाम में 29 पैसे और डीजल के दाम में 31 पैसे प्रति लीटर की तेज वृद्धि की गई। इस वृद्धि के बाद दिल्ली में पेट्रोल का खुदरा मूल्य 91.27 रुपये प्रति लीटर हो गया जबकि डीजल का दाम 81.73 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया।

राजस्थान के गंगानगर जिले में इस वृद्धि के बाद पेट्रोल का दाम 102.15 रुपये लीटर पर पहुंच गया। तेल कंपनियों के मूल्य चार्ट में यह दर्शाया गया है। वहीं मध्यम प्रदेश के अनुपपुर में पेट्रोल का दाम 101.86 रुपये लीटर हो गया है जबकि महाराष्ट्र के परभनी में यह 99.95 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच चुका है।

इस साल यह दूसरा मौका है जब देश के कुछ हिस्सों में पेट्रोल का दाम 100 रुपये प्रति लीटर से ऊपर निकल गया। इससे पहले फरवरी मध्य में पेट्रोल का दाम इस आंकड़े से ऊपर निकला था।

ईंधन के खुदरा दाम अलग अलग राज्यों में भिन्न होते हैं। राज्यों में मूल्य वर्धित कर (वैट) की दर और माल पहुंचाने का भाड़ा अलग होना इसकी मुख्य वजह होती है। देश में राजस्थान में पेट्रोल पर सबसे अधिक वैट लगता है, उसके बाद मध्य प्रदेश का स्थान आता है।

शुक्रवार को लगातार चौथा दिन रहा है जब तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाये हैं। वहीं इससे पहले विधानसभा चुनावों के दौरान 18 दिन तक इनके दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया। चार दिन की वृद्धि में पेट्रोल के दाम 88 पैसे और डीजल के दाम में एक रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हो चुकी है। इस वृद्धि से 24 मार्च से लेकर 15 अप्रैल के बीच दाम में जो कमी आई थी वह समाप्त हो चुकी है। इस दौरान तेल कंपनियों ने पेट्रोल का दाम 67 पैसे और डीजल के दाम में 74 पैसे प्रति लीटर की कटौती की थी।

तेल कंपनियों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का दाम लगातार ऊंचा बना हुआ है। कच्चे तेल का दाम 70 डालर प्रति बैरल के आसपास चल रहा है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा के कारणों और राज्य।के हिंसाग्रस्त क्षेत्रों की जांच करने के लिए चार सदस्यीय दल का गठन attacknews.in

नयी दिल्ली, छह मई । केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई कथित हिंसा के कारणों की पड़ताल करने और राज्य में जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए चार सदस्यीय दल का गठन किया है।

अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि मंत्रालय के एक अतिरिक्त सचिव के नेतृत्व में दल पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हो गया है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को पश्चिम बंगाल सरकार से राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा की विस्तृत रिपोर्ट सौंपने और ‘‘समय गंवाए बिना’’ ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा था।

मंत्रालय ने राज्य सरकार को चेतावनी दी थी कि यदि राज्य सरकार ऐसा करने में विफल होती है तो मामले को ‘‘गंभीरता’’ से लिया जाएगा।

राज्य के विभिन्न हिस्सों में चुनाव बाद हुई हिंसा में मंगलवार तक कम से कम छह लोगों की मौत हो चुकी है।

भाजपा ने आरोप लगाया है कि तृणमूल कांग्रेस समर्थित ‘‘गुंडों’’ ने पार्टी के कार्यकर्ताओं की हत्या की, महिला सदस्यों पर हमले किए, उनके घरों में तोड़फोड़ की, दुकानों को लूट लिया और कार्यालयों को आग के हवाले कर दिया।

भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बुधवार को बंगाल के हिंसा प्रभावित परिवारों के सदस्यों से मुलाकात की थी और दावा किया था कि चुनाव बाद हिंसा में बंगाल में कम से कम 14 भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई है कि एक लाख के करीब लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं।

हालांकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इन आरोपों का खंडन किया था और कहा कि हिंसा और टकराव उन क्षेत्रों में हो रहा है जहां भाजपा के उम्मीदवारों ने चुनाव में जीत दर्ज की है।

सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर तमिलनाडु सरकार ने काेरोना मरीजों के इलाज के लिए वेदांता को तूतीकोरिन प्लांट में ऑक्सीजन उत्पादन की मंजूरी दी attacknews.in

चेन्नई 30 अप्रैल । उच्चतम न्यायालय के निर्देश के अनुरूप तमिलनाडु सरकार ने शुक्रवार को काेरोना मरीजों के इलाज के लिए वेदांता उद्योग को तूतीकोरिन जिले में स्थित कॉपर स्मेल्टर प्लांट में ऑक्सीजन उत्पादन करने की मंजूरी प्रदान कर दी।

इस संबंध में जारी सरकारी आदेश (जीओ) के मुताबिक प्लांट को 31 जुलाई तक ऑक्सीजन उत्पादन के लिए अस्थाई तौर पर काम करने की मंजूरी प्रदान की गयी है।

इस जीओ के मुताबिक सरकार ने थूथुकुडी के जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सात सदस्यीय निगरानी समिति का भी गठन किया है जो ऑक्सीजन प्लांट के पूरे कार्यकलाप की देखभाल भी करेगी। साथ ही शीर्ष अदालत के निर्देशों का कड़ाई से पालन करते हुए इसके संचालन पर भी नजर रखेगी।

इस समिति में जिलाधिकारी के अलावा जिले के पुलिस अधीक्षक, उप जिलाधिकारी, जिला प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पर्यावरण इंजीनियर, उप प्रमुख केमिस्ट तथा दो पर्यावरण विशेषज्ञ भी शामिल होंगे। शीर्ष अदालत के निर्देश पर इस समिति का गठन किया गया है।