ब्लॉकबस्टर फिल्मों- ‘मैंने प्यार किया’, ‘हम आपके हैं कौन’ और ‘हम साथ साथ हैं’ के दिग्गज संगीतकार विजय पाटिल (राम लक्ष्मण) का नागपुर में निधन attacknews.in

नागपुर ,22 मई । राम-लक्ष्मण से नाम से जाने जाने वाले दिग्गज सगीत निर्देशक विजय पाटिल का शनिवार तड़के दिल का दौरा पड़ने से उनके आवास पर निधन हो गया। वह 78 वर्ष के थे और कुछ दिनों से बीमार थे।

संगीतकार पाटिल के पुत्र अमर ने यह जानकारी दी। श्री पाटिल ने छह दिन पहले काेविशील्ड कोविड-19 वैक्सीन की दूसरी डोज ली थी। उस समय उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई। लेकिन जब वह घर पहुंचे तो उन्हें कमजोरी महसूस हाेने लगी और तबीयत बिगड़ने लगी। डॉक्टरों ने उन्हें घर आकर देखा। उनका आज तड़के दो बजे दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।

श्री पाटिल के परिवार में पत्नी शोभा पाटिल, पुत्र अमर, दो बेटी और परिवार के अन्य सदस्य और दोस्त हैं।

पाटिल को सिनेमा जगत में संगीतकार की जोड़ी में लोग राम-लक्ष्मण से जानते है जिसमें वह ‘लक्ष्मण’ और उनके जोड़ीदार सुरेन्द्र हेन्द्रे राम के रूप में जाने जाते हैं।

राम-लक्ष्मण ने राजश्री फिल्म्स ‘एजेंट विनोद’ के साथ हिंदी फिल्म जगत में शुरुआत की। दोनों ने दादा कोंडके की लगभग सभी फिल्मों के लिए संगीत दिया, दादा कोंडके ने उन्हें राम-लक्ष्मण नाम दिया था।
वर्ष 1976 में सुरेंद्र का निधन हो गया, लेकिन पाटिल ने उसी नाम से संगीत रचना का काम जारी रखा, इसे थोड़ा बदलकर राम-लक्ष्मण कर दिया। राम-लक्ष्मण एक संगीतकार, पियानोवादक, संगीतकार और गीतकार थे।

राजश्री प्रोडक्शंस की ब्लॉकबस्टर फिल्मों- ‘मैंने प्यार किया’ (1989), ‘हम आपके हैं कौन’ (1994) और ‘हम साथ साथ हैं’ (1999) के साथ ही राम-लक्ष्मण को उनके काम के बूते राम-लक्ष्मण के रूप में जाने जाना लगा। राम-लक्ष्मण ने हिन्दी, मराठी और भोजपुरी की लगभग 75 फिल्मों में काम किया। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत कादर ऑर्केस्ट्रा से की थी और बाद में वह मुंबई आ गए थे।

शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में जन-जीवन सामान्य कर,काम धंधे चालू होने के लिए मई अंत तक सभी जिलों में कोरोना पॉजिटिविटी शून्य करने के दिए निर्देश attacknews.in

भोपाल, 21 मई । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि इस माह के अंत तक प्रदेश के सभी जिलों में कोरोना पॉजिटिविटी शून्य करना है, जिससे अगले माह से प्रदेश में जन-जीवन सामान्य कर सकें तथा काम धंधे चालू हो सकें।

श्री चौहान आज निवास से वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में एग्रेसिव टेस्टिंग करें। कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग करें तथा माइक्रो कंटनमेंट जोन बनाएं। कोरोना के एक-एक मरीज को ढूंढ़ निकालें, उसका इलाज करें तथा कोरोना संक्रमण को पूरी तरत समाप्त करें।

कोरोना मुक्ति के लिए आक्रमक टेस्टिंग रणनीति अपनाई जाये-शिवराज

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आक्रामक टेस्टिंग रणनीति, कांटेक्ट ट्रेसिंग‍ और माइक्रो कंटेंनमेंट जोन बना कर प्रदेश में शेष रहे कोरोना प्रकरणों को जल्द समाप्त करना होगा। जहाँ आवश्यक हो, वहाँ एरिया स्पेसिफिक रणनीति लागू की जाये।

श्री चौहान ने भोपाल संभाग की कोविड-19 की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रदेश को 31 मई तक कोरोना मुक्त बनाने के लिए क्राइसेस मेनेंजमेंट ग्रुप के सभी सदस्य और शासकीय अमला पूरी सजगता और सचेत होकर इस दिशा में कार्य करें। संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए सभी आवश्यक उपाय किये जायें और कोरोना संभावित व्यक्तियों को चिन्हित करने के लिए किल कोराना अभियान में घर-घर सर्वे का कार्य निरंतर जारी रहे। प्रभावित व्यक्तियों को तत्काल दवा दी जाये और उनकी स्थिति पर नजर रखा जाये।

ग्राम स्तर पर पंचायत प्रतिनिधि कोरोना युद्ध के सेनापति होंगे: शिवराज

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना के विरुद्ध विकट युद्ध जारी है। ग्राम स्तर तक पहुँच चुका यह युद्ध पंच-सरपंच, जनपद और जिला पंचायत प्रतिनिधियों के सहयोग के बिना नहीं जीता जा सकता है। इस युद्ध में पंचायत प्रतिनिधि ही अपने-अपने क्षेत्र के सेनापति हैं। सभी को कोरोना कर्फ्यू, किल-कोरोना अभियान, टेस्टिंग, मेडिकल किट वितरण और टीकाकरण में हर संभव सहयोग करते हुए अपने गाँव और प्रदेश को 31 मई तक कोरोना मुक्त करने का लक्ष्य रख कर कार्य करना होगा।

श्री चौहान ग्रामीण क्षेत्रों के पंचायत प्रतिनिधियों को कोविड-19 के नियंत्रण की रणनीति के संबंध में निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिग द्वारा संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण नियंत्रण में है। कल 78 हजार 268 टेस्ट हुए, जिसमें 4 हजार 384 व्यक्ति ही पॉजिटिव आए हैं। एक्टिव प्रकरणों की संख्या लगातार घट रही है। कल यह संख्या 4 हजार 300 थी, जबकि 9 हजार 405 व्यक्ति स्वस्थ हुए। प्रदेश की पॉजिटिविटी दर 5.6 प्रतिशत हो गई है। हमें यह ध्यान रखना है कि यह लड़ाई लम्बी है अत: लापरवाह होने का समय नहीं है। हमारा प्रदेश कठिन दौर से गुजरा है। कोरोना के प्रकोप से अस्पताल भरे थे, ऑक्सीजन नहीं मिल रही थी। रेमडेसिविर इंजेक्शन का अभाव था। लगातार प्रयासों से व्यवस्थाएँ स्थापित हुई हैं। यदि लापरवाही बरती तो प्रदेश फिर कोरोना के दुष्चक्र में फँस जायेगा।

मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल कल्याण योजना के आदेश जारी

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा हाल ही में ऐसे बच्चों को आर्थिक, खाद्य एवं शिक्षा सहायता देने का निर्णय लिया है, जिनके माता-पिता की कोविड-19 से आकस्मिक मृत्यु हो गई है। ऐसे सभी बच्चों के लिये राज्य शासन ने मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल-कल्याण योजना के आदेश जारी कर तत्काल प्रभाव से योजना को प्रदेश में लागू कर दिया है।

महिला-बाल विकास विभाग द्वारा जारी आदेश में मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल कल्याण योजना के उद्देश्य एवं क्रियान्वयन की प्रक्रिया स्पष्ट की गई है। योजना में परिवार से अभिप्राय पति-पत्नी और उन पर आश्रित बच्चों से है। बाल हितग्राही से अभिप्राय है ऐसे बालक, बालिका जिनकी आयु 21 वर्ष या उससे कम है, परंतु स्नातक में अध्ययनरत रहने की स्थिति में, 24 वर्ष या स्नातक पाठ्यक्रम की निर्धारित अवधि तक इनमें से जो भी कम हो और जिनके माता-पिता की कोविड-19 से मृत्यु हुई हो या माता-पिता का निधन पूर्व में हो गया था तथा उनके वैध अभिभावक की कोविड-19 से मृत्यु हुई हो या माता-पिता में से किसी एक का पूर्व में निधन हो चुका है तथा अब दूसरे की कोविड -19 से मृत्यु हुई है। कोविड-19 से मृत्यु” का अभिप्राय ऐसी किसी भी मृत्यु से है, जो 1 मार्च, 2021 से 30 जून, 2021 तक की अवधि में हुई। 18 वर्ष से कम आयु के बाल हितग्राही के मामले में संरक्षक का चिन्हांकन योजना के अंतर्गत कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा किया जाएगा।

कलकत्ता हाईकोर्ट ने गिरफ्तार 2 मंत्री और तृणमूल नेताओं की नजरबंंद का आदेश दिया , मामला वृहत पीठ को भेजा attacknews.in

कोलकाता, 21 मई । कलकत्ता उच्च न्यायालय की दो-न्यायाधीशों की पीठ ने गौतम नवलखा मामले में उच्चतम न्यायालय के हालिया फैसले के अनुरूप शुक्रवार को आदेश दिया कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के तीन प्रमुख नेताओं और कोलकाता के एक पूर्व मेयर को जेल में रखने के बजाए घर में नजरबंद रखा जाए।

आज सुबह मामले की सुनवाई शुरू होते ही कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश राजेश बिंदल और न्यायमूर्ति अरिजीत बनर्जी की पीठ इस विषय पर मत नहीं थी। दोनों न्यायाधीश अंतरिम जमानत देने की प्रार्थना पर सहमत नहीं हुए और इसलिए उन्होंने मामले को वृहत पीठ के समक्ष भेजने का फैसला किया।

इसलिए, तृणमूल नेताओं और पूर्व मेयर की नजरबंद का आदेश तदर्थ व्यवस्था के रूप में उस समय तक पारित किया गया है जब तक वृहत पीठ में इस मामले की सुनवाई नहीं होती। पीठ ने कोविड-19 की दूसरी लहर के मद्देनजर चारों नेताओं को न्यायिक हिरासत के बजाय उन्हें घर में नजरबंद करने का आदेश जारी किया।

मंत्री सुब्रत मुखर्जी और फिरहाद हकीम, तृणमूल कांग्रेस विधायक मदन मित्रा और कोलकाता के पूर्व मेयर सोवन चटर्जी को गिरफ्तारी के बाद सोमवार को सीबीआई की विशेष अदालत ने अंतरिम जमानत दे दी थी लेकिन उसी रात सीबीआई की अपील पर उच्च न्यायालय ने इस आदेश पर रोक लगा दी थी।

सीबीआई द्वारा विशेष सीबीआई अदालत से मामले को स्थानांतरित करने की मांग के बाद उच्च न्यायालय ने अंतरिम जमानत पर रोक लगा दी।

सीबीआई ने इसका कारण एक धमकी को बताया था कि तृणमूल प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीबीआई कार्यालय में छह घंटे तक धराना दिया और एक भय का माहौल उत्पन्न किया था।

चारों नेताओं ने उच्च न्यायालय के समक्ष एक आवेदन दायर कर स्थगन आदेश को वापस लेने और अंतरिम जमानत दिए जाने का आग्रह किया था।

ऐसा पुलिस अधिकारी जेल की सीखचों में बंद हुआ जो महिलाओं की हत्या करके लाशों को अपने घरों में दफनाता रहा,अब तक 20 की हत्या सामने आई attacknews.in

एल सल्वाडोर हत्या मामले में पूर्व पुलिसकर्मी के घर से 14 शव मिले

सल्वाडोर, 21 मई (एपी) दो महिलाओं की हत्या के लिए इस महीने गिरफ्तार किए गए पुलिस के पूर्व अधिकारी के घर पर अब 14 शव मिले हैं। सल्वाडोर के अभियोजकों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने कहा कि इस मामले ने हत्या के एक बड़े चक्र की मौजूदगी का खुलासा किया है जो संभवत: करीब एक दशक से चल रहा है और स्थानीय मीडिया में ऐसी अटकलें हैं कि अधिकारी ने करीब 20 लोगों की हत्या की है।

पूर्व अधिकारी, ह्यूगो ओसोरियो शावेज को 57 वर्षीय महिला और उसकी 26 वर्षीय बेटी की हत्या के मामले में इस महीने की शुरुआत में हिरासत में लिया गया था और आरोप तय किए गए थे। इससे पहले यौन अपराधों की जांच का सामना कर रहे 51 वर्षीय ओसोरिया शावेज ने दोनों की हत्या करनी स्वीकार की थी।

अधिकारी की गिरफ्तारी के बाद, पूर्वी चालचोआपा नगर में उसके घर की तलाश शुरू की गई थी।

अभियोजकों ने बताया कि इस तलाश में उसके घर में आठ गड्ढों में दफनाए गए 14 शव मिले । इन शवों को संभवत: करीब दो साल पहले दफनाया गया है। घर से बरामद हो रही लाशों की संख्या पिछले हफ्ते में चार और बढ़ गई हैं।

फिलिस्तीन पर संकट बरकरार:मिस्त्र द्वारा कराए गए संघर्षविराम के बाद इजरायल के निशाने पर हमास कमांडर मोहम्मद देफ उर्फ अबु खालिद जिंदा बच निकला,गाजा सैन्य अभियानों का प्रभार अब भी उसके पास attacknews.in

हमास के अधिकारी ने कहा, “मिसाइलों की कोई कमी नहीं’’

बेरूत/वाशिंगटन , 21 मई (एपी) गाजा की लड़ाई धीरे-धीरे शांत होने और संघर्षविराम की उम्मीदें बढ़ने के साथ ही हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को एक साक्षात्कार में कहा कि फलस्तीनी चरमपंथी समूह के पास ‘‘मिसाइलों की कोई कमी” नहीं है और अगर वह चाहे तो इजराइल पर कई महीनों तक मिसाइलें दागना जारी रख सकता है।

ओसामा हमदान ने हमास चरमपंथियों के साथ 11 दिन से जारी निर्मम युद्ध में संघर्षविराम की इजराइल की घोषणा से कुछ घंटे पहले यह बात कही।

बृहस्पतिवार देर रात की घोषणा में बताया गया कि मिस्र के एक प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया है।

हमदान ने कहा कि हमास का हाथ न आने वाला कमांडर मोहम्मद देफ, जिसकी इजराइल को दशकों से तलाश है, जिंदा है और गाजा सैन्य अभियानों का प्रभार अब भी उसके पास है।

देफ उर्फ अबु खालिद, गाजा में अब तक इजराइल का सबसे वांछित लक्ष्य रहा है। वह इजराइल के उसकी हत्या करने के कई प्रयासों में जीवित बच गया है और सार्वजनिक तौर पर बिरले ही कभी नजर आया है।

इजराइली मीडिया ने कहा कि मौजूदा इजराइल-हमास युद्ध के दौरान दो बार और उसे मारने के विफल प्रयास किए गए। एक दशक में यह चौथा मौका था।

हमदान ने कहा कि देफ अब भी हमास के सैन्य शाखा कासम ब्रिगेड एवं अन्य धड़ों के “अभियान का प्रमुख है और संयुक्त अभियानों को निर्देशित कर रहा है।”

अपने इस बयान के लिए अधिकारी ने कोई साक्ष्य नहीं उपलब्ध कराए।

साक्षात्कार में, हमदान ने कहा कि उनका समूह अगर चाहे तो महीनों तक इजराइल पर बमबारी जारी रख सकता है।

हालांकि उन्होंने संघर्षविराम में भी भरोसा जताया।

हमदान, हमास के शक्तिशाली निर्णायक राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य हैं।

इजराइल और हमास के बीच संघर्षविराम पर बनी सहमति, राष्ट्रपति जो बाइडन ने की प्रशंसा

वाशिंगटन,से खबर है कि,इजराइल और फलस्तीन के चरमपंथी समूह हमास के बीच संघर्षविराम पर सहमति बनी, जिसके बाद 11 दिन तक चले निर्मम युद्ध पर विराम लग गया।

यह 11 दिन का संघर्ष 2014 के गाजा युद्ध के बाद से सबसे भीषण संघर्ष रहा है जिसमें 240 से अधिक लोगों की मौत हो गई, गाजा पट्टी में बड़े पैमाने पर बर्बादी हुई और इस अस्थिर क्षेत्र के कहीं अधिक अस्थिर होने का डर पैदा हो गया था।

यह संघर्षविराम, अमेरिका, मिस्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों की तरफ से हिंसा को रोकने के लिए बनाए जा रहे दबाव के बाद शुक्रवार को प्रभावी हुआ।

इजराइली सुरक्षा कैबिनेट ने बृहस्पतिवार देर रात को संघर्षविराम को स्वीकार करने के पक्ष में वोट डाले जब दक्षिण इजराइल और गाजा दोनों उन्माद में थे।

प्रधानमंत्री बेंजमिन नेतन्याहू के कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया कि सुरक्षा कैबिनेट “परस्पर एवं बिना शर्त” शत्रुता समाप्त करने पर सर्वसम्मति से सहमत हुआ।

बयान में कहा गया, “नेताओं ने कहा है कि जमीनी हकीकत अभियान के भविष्य को निर्धारित करेगी।”

हालांकि, नेतन्याहू ने इजराइल के सुरक्षा बलों (आईडीएफ) को उस स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा है अगर हमास मिस्र के संघर्षविराम प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करता है।

संघर्षविराम के बाद गाजा पट्टी और वेस्ट बैंक में भी जश्न मनाते हुए प्रदर्शन किए गए।

सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए कई वीडियो में आतिशबाजी, गाना-बजाना और लोग सड़कों पर परेड करते दिख रहे हैं।

इजराइल और हमास दोनों ने संघर्ष में अपनी-अपनी जीत का दावा किया है। संघर्ष में मारे गए करीब 240 लोगों में एक भारतीय देखभाल कर्ता भी शामिल है।

केरल के इदुक्की जिले की रहने वाली 30 वर्षीय सौम्या संतोष की गाजा से फलस्तीनियों चरमपंथियों द्वारा किए गए रॉकेट हमले में इजराइल के एशकेलोन में मौत हो गई थी।

मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी ने इजराइल और हमास के बीच मिस्र की मध्यस्थता से हुए संघर्षविराम की सफलता के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का शुक्रिया किया।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि फलस्तीनियों और इजराइलियों को सुरक्षित तरीके से जीवन जीने का समान रूप से अधिकार है और स्वतंत्रता, समृद्धि एवं लोकतंत्र के समान प्रावधानों को प्राप्त करने का भी हक है।

बाइडन ने बृहस्पतिवार को व्हाइट हाउस में कहा, “ मेरा मानना है कि फलस्तीनियों और इजराइलियों को समान रूप से सुरक्षित जीवन जीने का तथा स्वतंत्रता, समृद्धि एवं लोकतंत्र के समान उपायों को हासिल करने का अधिकार है। मेरा प्रशासन उस दिशा में हमारी शांत एवं अनवरत कूटनीति को जारी रखेगा। मेरा मानना है कि हमारे पास प्रगति करने के वास्तविक अवसर हैं और मैं इसपर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।”

बाइडन ने कहा कि अमेरिका संयुक्त राष्ट्र के साथ मिलकर गाजा के लोगों को त्वरित मानवीय सहायता उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।

यह संघर्ष 10 मई को शुरू हुआ था जब कई हफ्तों से पूर्वी यरूशलम में बढ़ते इजराइली-फलस्तीनी तनाव ने संघर्ष का रूप ले लिया था।

हमास ने मुस्लिमों और यहूदियों के इस पाक स्थल से इजराइल को पीछे हटने की चेतावनी देने के बाद रॉकेट दागने शुरू कर दिए थे जिसके बाद जवाबी हवाई हमले शुरू हो गए थे।

इजराइल के रक्षा मंत्री बेनी गांट्ज ने ट्विटर पर कहा कि गाजा के हमलों ने “अभूतपूर्व सैन्य लाभ” दिए हैं।

इजराइल ने गाजा में सैकड़ों हवाई एवं जमीनी हमले किए जबकि फलस्तीनी चरमपंथियों ने पिछले सोमवार से मध्य एवं दक्षिणी इजराइल में 4,000 से अधिक रॉकेट दागे।

हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इजराइली हवाई हमलों में 65 बच्चों समेत 232 फलस्तीनियों की मौत हो गई।

आईडीएफ और इजराइल की आपात सेवा के मुताबिक गाजा से फलस्तीनी चरमपंथी हमले में दो बच्चों समेत कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई ।

उज्जैन में कोरोना से मृत शवों का निःशुल्क दाह संस्कार श्री चक्रतीर्थ न्यास द्वारा करवाया जाएगा attacknews.in

उज्जैन 21 मई । कोरोना महामारी के प्रकोप को देखते हुए उज्जैन के प्राचीन शवदाह स्थल श्री चक्रतीर्थ घाट पर कोरोना से मृत व्यक्तियों के दाह संस्कार हेतु लकडी एवं कंडे निःशुल्क प्रदान करने का निर्णय श्री चक्रतीर्थ न्यास, उज्जैन द्वारा लिया गया है।

जानकारी देते हुए चक्रतीर्थ न्यास के अध्यक्ष एवं।मध्यप्रदेश माटी कला बोर्ड के पूर्वअध्यक्षअशोक प्रजापत ने बताया कि इस संवेदनशील विषय पर न्यास द्वारा बैठक आयोजित कर सर्वानुमति से कोरोना महामारी से मृत व्यक्तियों के दाह संस्कार हेतु लकडी एवं कंडे निःशुल्क उपलब्ध करवाने का प्रस्ताव पास किया हैं।

इसके लिए कोरोना से मृत व्यक्ति के परिवार जनों को प्रशासन/अस्पताल से जारी मूल प्रमाण पत्र एवं उसकी फोटो काॅपी जिसमें कोरोना से मृत्यु होना उल्लेखित हो शवदाह के समय अपने साथ लाना अनिवार्य होगा।

प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने पर न्यास द्वारा आवश्यक लकडी एवं कंडे दाह संस्कार हेतु निःशुल्क उपलब्ध करवा दिए जावेगे।

न्यास की बैठक में उपस्थित जनों में सर्व श्री कार्यकारी न्यासी श्री सुरेन्द्र अरोरा, सचिव श्री प्रहलाद यादव, उपाध्यक्ष श्री हरिसिह यादव आदि गणमान्यजन उपस्थित थे। यह जानकारी न्यास के सचिव श्री प्रहलाद यादव ने दी।

ग्रामीण भारत के लिए केंद्रीय मोटर वाहन नियमों में संशोधन:अब डीजल- पेट्रोल वाले ट्रैक्टर, पावर टिलर,निर्माण उपकरण वाहन CNG, BIO-CNG और LNG ईंधन इंजन में बदले जा सकेंगे attacknews.in

नयी दिल्ली, 21 मई ।सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने ग्रामीण भारत में स्वच्छ ईंधन को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय मोटर वाहन नियमों में संशोधन को अधिसूचित किया है।

इस संशोधन के बाद डीजल और पेट्रोल से चलने वाले कृषि ट्रैक्टर, पावर टिलर और निर्माण उपकरण वाहनों को सीएनजी, बायो-सीएनजी और एलएनजी ईंधन इंजन में बदला जा सकता है।

मंत्रालय ने ट्वीट किया, ‘‘मंत्रालय ने कृषि ट्रैक्टरों, पावर टिलर, निर्माण उपकरण वाहनों और हार्वेस्टर के इंजनों को सीएनजी, बायो-सीएनजी और एलएनजी ईंधन से बदलने के लिए केंद्रीय मोटर वाहन नियम, 1989 में एक संशोधन को अधिसूचित किया है।’’

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस साल फरवरी में डीजल इंजन से सीएनजी में परिवर्तित भारत का पहला ट्रैक्टर पेश किया था और कहा था कि इससे न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था में बदलाव होंगे, बल्कि बड़े संख्या में रोजगार के मौके भी तैयार होंगे।

सुप्रीम कोर्ट ने बैंकों को दिवाला और दिवालियापन संहिता के तहत ऋण वसूली के लिए गारंटरों के खिलाफ कार्रवाई करने की केंद्र की अधिसूचना की वैधता को बरकरार रखा attacknews.in

नयी दिल्ली, 21 मई । उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को केंद्र की उस अधिसूचना की वैधता को बरकरार रखा, जिसमें बैंकों को दिवाला और दिवालियापन संहिता (आईबीसी) के तहत ऋण वसूली के लिए व्यक्तिगत गारंटरों के खिलाफ कार्रवाई करने की अनुमति दी गई थी।

न्यायमूर्ति एल नागेश्वर राव और न्यायमूर्ति एस रवींद्र भट की पीठ ने कहा कि आईबीसी के तहत समाधान योजना की मंजूरी से बैंकों के प्रति व्यक्तिगत गारंटरों की देनदारी खत्म नहीं हो जाती।

न्यायमूर्ति भट ने फैसले के निष्कर्ष को पढ़ते हुए कहा, ‘‘फैसले में हमने अधिसूचना को बरकरार रखा है।’’

याचिकाकर्ताओं ने आईबीसी और अन्य प्रावधानों के तहत जारी 15 नवंबर 2019 की अधिसूचना को चुनौती दी थी, जो कॉरपोरेट देनदारों को व्यक्तिगत गारंटी देने वालों से संबंधित हैं।

अधिसूचना की वैधता को बरकरार रखते हुए शीर्ष अदालत ने कहा कि किसी कंपनी के लिए दिवालिया समाधान योजना शुरू होने से व्यक्तियों द्वारा वित्तीय संस्थानों के बकाया भुगतान के प्रति दी गई कॉरपोरेट गारंटी खत्म नहीं होती।

इजरायल गाजा संघर्षविराम के लिए सहमत,सुरक्षा कैबिनेट ने सर्वसम्मति से मंजूरी दी attacknews.in

गाजा 20 मई । इजरायल ने गुरुवार की देर रात पुष्टि की कि सुरक्षा कैबिनेट ने गाजा में संघर्षविराम के लिए सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी है।

इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक गाजा पट्टी में आगे की कार्रवाई पर निर्णय लेने के लिए आज शाम सुरक्षा कैबिनेट की बैठक हुई थी। मंत्रियों ने बिना किसी शर्त के परस्पर संघर्षविराम के लिए मिस्र की पहल को स्वीकार करने पर सहमति जतायी है और यह एक घंटे बाद प्रभावी होगी।स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक उच्च स्तरीय सुरक्षा कैबिनेट में मंत्रियों ने सर्वसम्मति से गाजा में संघर्ष विराम के पक्ष में मतदान किया।

शिवराज सिंह चौहान बोले:कोरोना संक्रमण की रफ्तार जन-सहयोग से थम रही है;इंदौर संभाग को नियंत्रण की दिशा में आदर्श बताया, यहां स्थिति तेजी से नियंत्रित हो रही है attacknews.in

भोपाल/इंदौर , 20 मई । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में नागरिकों से मिले सहयोग से कोरोना संक्रमण की रफ्तार को कम कर उसे समाप्त करने की दिशा में तेजी बढ़ा जा सका है।

श्री चौहान ने कहा है कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम और बचाव में जन-भागीदारी की महत्वपूर्ण भूमिका सुनिश्चित की गयी है। इसी का परिणाम है कि जन-जागरूकता बढ़ी है। लोग कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने के लिये प्रेरित हुए हैं। लोगों ने न केवल कोरोना से बचाव के उपाय स्वयं अपनाये, बल्कि अन्य लोगों को भी प्रेरित किया। सामाजिक संस्थाओं, स्वयंसेवी संगठनों, जन-प्रतिनिधियों, समाज सेवियों, चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टॉफ और समुदाय के विभिन्न क्षेत्रों के नागरिकों से मिले सहयोग से कोरोना संक्रमण की रफ्तार को कम कर उसे समाप्त करने की दिशा में तेजी बढ़ा जा सका है। जन-सहभागिता से कोरोना संक्रमण पीड़ितों के समुचित इलाज की व्यवस्था में भी सहयोग प्राप्त हुआ है।

राज्य सरकार, जन-सहयोग से कोरोना संक्रमण और ब्लैक फंगस को पूरी तरह समाप्त करने के लगातार प्रयास कर रही है। किल-कोरोना अभियान में सामाजिक संगठनों के सहयोग से प्रारंभिक स्तर पर कोरोना संक्रमण से पीड़ित लोगों की पहचान के लिये जागरूकता लायी गयी तथा सक्रिय चिन्हांकन किया गया। प्रदेश में टेस्टिंग कैपेसिटी को बढ़ाया गया। साथ ही टेस्टिंग के परिणाम आने में लगने वाले समय को घटाया गया।

श्री चौहान ने कहा कि कोविड-19 की रोकथाम और बचाव में कोरोना-वॉलेंटियर्स का योगदान सराहनीय रहा है। बताया गया कि प्रदेश भर में कोरोना वॉलेंटियर्स की संख्या अब एक लाख 16 हजार 98 से भी अधिक हो गयी है, जिसमें से 50 हजार से अधिक वॉलेंटियर्स अधिक सक्रिय रहे हैं। करीब 7899 वॉलेंटियर्स द्वारा वैक्सीनेशन सेंटर पर सहयोग किया जा रहा है।

योग से निरोग कार्यक्रम में अब तक 93 हजार 779 होम आइसोलेटेड कोविड मरीजों को लाभान्वित किया गया।।

इंदौर संभाग में स्थिति तेजी से सामान्य हो रही है-शिवराज

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश के इंदौर संभाग को कोरोना संक्रमण के नियंत्रण की दिशा में आदर्श बताते हुए कहा कि यहां स्थिति तेजी से नियंत्रित एवं सामान्य हो रही है।

श्री चौहान आज इंदौर में संभाग स्तरीय कोविड नियंत्रण की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ली गई समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा अगले दस दिन अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं। इन दस दिनों में उन्होंने विशेष सावधानी एवं सतर्कता रखते हुए जनता कर्फ्यू का कड़ाई से पालन करने का आग्रह आमजन से किया।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में ब्लैक फंगस के उपचार के लिए पुख्ता इंतजाम किये जा रहे हैं। दवाईयों/इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये भी लगातार प्रयास हो रहे हैं। इस संबंध में प्रधानमंत्री श्री मोदी से भी चर्चा की गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में ब्लैक फंगस तथा अन्य बीमारियों के इलाज के लिये हर जिले में पोस्ट कोविड सेंटर की स्थापना की जाएगी। प्रदेश में पात्र परिवारों के मरीजों को ब्लैक फंगस का नि:शुल्क इलाज किया जाएगा।

श्री चौहान ने कहा कोरोना से निपटने के लिये क्षेत्रवार रणनीति बनाई जाएगी। उन्होंने इंदौर संभाग विशेषकर इंदौर जिले में कोरोना से निपटने के लिये हो रहे प्रयासों, प्रबंधन तथा नवाचारों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इंदौर संभाग तथा इंदौर जिला कोरोना मुक्ति के लिये प्रदेश में अग्रणी भूमिका निभाएगा।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में श्री चौहान ने कोरोना पॉजिटिव पेशेंन्ट्स/पॉजिटिविटी रेट/मृत्यु दर, कंटेनमेंट एरिया, कोविड सैंपल कलेक्शन एवं टेस्टिंग, आयुष्मान योजना की प्रगति, इस योजना में लाभान्वित कोविड पेशेंट्स, अस्पतालों एवं कोविड केयर सेंटर में बेड प्रबंधन, ऑक्सीजन की उपलब्धता, ब्लैक फंगस के उपचार तथा पोस्ट कोविड ओपीडी संचालन की स्थिति, कोविड टीकाकरण अभियान आदि की जिलेवार समीक्षा की।

जींद में अचानक ऑक्सीजन सप्लाई प्लांट में तकनीकी खराबी से बंद हुई सांसें , तीन कोरोना मरीजों की मौत attacknews.in

जींद, 20 मई । हरियाणा के जींद जिला मुख्यालय स्थित नागरिक अस्पताल की नई बिल्डिंग की ऑक्सीजन सप्लाई में कल तकनीकी खराबी आ जाने के कारण ऑक्सीजन का फ्लो कम होने से उपचाराधीन तीन कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई।

अस्पताल के सूत्रों के अनुासर नागरिक अस्पताल की नई बिल्डिंग में टैंक के माध्यम से ऑक्सीजन की सप्लाई की जाती है और कल रात अचानक प्लांट में तकनीकी खराबी आने से ऑक्सीजन का फ्लो कुछ समय के लिए बंद हो गया। प्लांट में मौजूद कर्मियों ने सिलेंडरों के माध्यम से जैसे-तैसे ऑक्सीजन की सप्लाई को शुरू किया लेकिन इसमें 15 से 20 मिनट का समय लग गया और इस दौरान वेंटिलेटर को ऑक्सीजन का पर्याप्त प्रेशर नहीं मिल पाया। इससे वेंटिलेटर पर तीन मरीजों की हालत बिगड़ने लगी। स्वास्थ्य कर्मियों ने तीनों मरीजों को वेंटिलेटर से हटा कर ऑक्सीजन स्पॉट पर ले जाया गयालेकिन उनकी गंभीर हालात होने के चलते उनकी जान को बचाया नहीं जा सका।

गुजरात के विभिन्न हिस्सों में चक्रवात ताउते से जुड़ी घटनाओं में करीब 53 लोगों की जान चली गई attacknews.in

अहमदाबाद, 20 मई । गुजरात के विभिन्न हिस्सों में चक्रवात ताउते से जुड़ी घटनाओं में करीब 53 लोगों की जान चली गई है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

राज्य आपातकालीन अभियान केंद्र से एक अधिकारी ने कहा कि अधिकतर लोगों की मौत तूफान के कारण दीवारें गिरने की घटनाओं में हुई है। इस तूफान ने गिर सोमनाथ में उना नगर के पास सोमवार रात दस्तक दी थी और कमजोर पड़ने से पहले करीब 28 घंटों तक इसका प्रलय जारी रहा।

राज्य आपदा आयुक्त हर्षद कुमार पटेल ने कहा, “ताजा उपलब्ध सूचना के मुताबिक, गुजरात में चक्रवात संबंधित विभिन्न दुर्घटनाओं में तकरीबन 53 लोगों की मौत हो गई।”

बुधवार को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के चक्रवात प्रभावित जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया था और “तत्काल राहत गतिविधियों” को अंजाम देने के लिए 1,000 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की।

बाद में, गुजरात सरकार ने चक्रवात ताउते संबंधी विभिन्न घटनाओं में मारे गए लोगों के परिवारों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा देने को मंजूरी दी।

मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने तूफान के कारण घायल हुए लोगों को 50,000 रुपये का मुआवजा देने की भी घोषणा की।

एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि यह मुआवजा केंद्र सरकार द्वारा मृतकों के परिवार को दो-दो लाख रुपये और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये का मुआवजा देने के अतिरिक्त है।

रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने चक्रवात तौकते के बाद खोजबीन एवं बचाव अभियान के संचालन पर सेना के तीनों अंगों और भारतीय तटरक्षक की प्रशंसा की

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चक्रवाती तूफान तौकते के कारण प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे खोजबीन एवं बचाव अभियानों के लिए सशस्त्र बलों और भारतीय तटरक्षक के प्रयासों की सराहना की है।

उन्होंने समुद्र में फंसे लोगों की जान बचाने के लिए भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक की सराहना की, जबकि प्रभावित स्थानों में अपनी टुकड़ियां तैनात करने के लिए भारतीय सेना की तथा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के कर्मियों के परिवहन के लिए भारतीय वायुसेना की सराहना की।

श्री राजनाथ सिंह नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह, सेनाध्यक्ष जनरल एम एम नरवणे, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया और भारतीय तटरक्षक के महानिदेशक श्री के नटराजन के साथ लगातार संपर्क में हैं।

गौरतलब है कि दिनांक 17 मई, 2021 को रक्षा मंत्री ने एक समीक्षा बैठक के दौरान सशस्त्र बलों को आसन्न खड़े चक्रवात से निपटने के लिए नागरिक प्रशासन को हर संभव सहायता देने का निर्देश दिया था।

भारतीय नौसेना तथा भारतीय तटरक्षक (इंडियन कोस्टगार्ड) ने अपने समुद्री और हवाई साजोसामान की तैनाती की है और पिछले कुछ दिन में मुंबई तट से चार नौकाओं से 600 से अधिक लोगों को बचाया है।
भारतीय नौसेना के जहाज एवं विमान फिलहाल दिनांक 17 मई, 2021 को मुंबई से 35 मील दूर डूबी एकोमोडेशन बार्ज पी-305 के लापता चालक दल के सदस्यों का पता लगाने के लिए खोजबीन और बचाव (एसएआर) अभियान में शामिल हैं। आईएनएस कोच्चि, कोलकाता, ब्यास, बेतवा, तेग, पी8आई समुद्री निगरानी विमान, चेतक, एएलएच और सीकिंग हेलीकॉप्टर भी खोजबीन व बचाव अभियान में शामिल हैं। आईएनएस तलवार को भी राहत और बचाव कार्य में सहायता प्रदान करने के लिए डायवर्ट किया गया है। दिनांक 20 मई, 2021 को सुबह सात बजे तक बार्ज पी-305 के कुल 186 लोगों को बचाया गया है तथा 37 शव बरामद किए गए हैं।
गुजरात तट के करीब आईएनएस तलवार ने सपोर्ट स्टेशन 3 और ड्रिल शिप सागर भूषण की मदद की थी, जिन्हें अब ओएनजीसी के सपोर्ट जहाजों द्वारा वापस सुरक्षित मुंबई लाया जा रहा है। इन जहाजों के 300 क्रू मेंबर्स को मुंबई से आए नौसैनिक हेलीकॉप्टरों द्वारा भोजन और पानी भी उपलब्ध कराया गया।

भारतीय तटरक्षक के जहाज भी खोजबीन और बचाव अभियान में शामिल हैं और उन्होंने केरल, गोवा और लक्षद्वीप तटों के करीब से विभिन्न मछली पकड़ने वाली भारतीय नौकाओं जैसे बधरिया, जीसस, मिलाद, क्राइस्ट भवन, परियानायकी एवं नोवस आर्क के चालक दलों को सुरक्षित लाने में भूमिका निभाई है। आईसीजी तथा भारतीय नौसेना के जहाजों ने न्यू मैंगलोर बंदरगाह के करीब सिंगल पॉइंट मूरिंग (एसपीएम) संचालित हो रहे एमवी कोरोमंडल सपोर्टर-IX के चालक दल के नौ सदस्यों को निकालने के लिए आपसी समन्वय में काम किया।

आईसीजीएस सम्राट दमन से दो इंडियन कोस्टगार्ड हेलीकॉप्टर एवं आईएनएस शिकरा से भारतीय नौसेना के एक सीकिंग हेलो ने एमवी जीएएल कंस्ट्रक्टर पर सवार 137 कर्मियों को सुरक्षित निकाल लिया, जो कि बिजली की अनुपलब्धता के कारण मुंबई के उत्तर में समुद्र की ओर फंसा हुआ था।
इससे पहले भारतीय वायु सेना ने एनडीआरएफ के करीब 400 कर्मियों और 60 टन उपकरणों को अहमदाबाद ले जाने के लिए अपने सी-130जे और एएन-32 परिवहन विमानों को तैनात किया था। भारतीय सेना ने इंजीनियर टास्क फोर्स के साथ दीव के लिए जामनगर से दो कॉलम तैनात किए थे। किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए जूनागढ़ के लिए दो और कॉलम बढ़ाए गए थे। सेना सड़कों को साफ करने और जरूरतमंदों को भोजन और आश्रय देने के काम में भी लगी थी ।

अरविंद केजरीवाल ने झूठी और अफवाहों की बात ट्वीट करके देश को संकट में डाला,जिससे सिंगापुर के साथ भारत के पुराने रणनीतिक साझीदारी वाले रिश्तों पर गहरी चोट पहुंची हैं;विदेश मंत्री जयशंकर ने गैरजिम्मेदाराना बयानों पर फटकार लगाते हुए आगाह किया attacknews.in

नयी दिल्ली 19 मई ।कोरोना विषाणु के सिंगापुर वैरिएंट संबंधी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ट्वीट से नाराज सिंगापुर को भारत ने आज स्पष्ट किया है कि कोविड के वैरिएंट तथा नागर विमानन नीति के बारे में आधिकारिक रूप में कहने में श्री केजरीवाल सक्षम नहीं हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यहां ट्वीटर पर जानकारी दी कि सिंगापुर सरकार ने वहां भारत के उच्चायुक्त पी. कुमारन को तलब करके दिल्ली के मुख्यमंत्री के ट्वीट पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की है जिसमें उन्होंने कोरोना विषाणु के सिंगापुर स्ट्रेन के आने की बात कही है।

श्री बागची ने कहा कि उच्चायुक्त ने सिंगापुर सरकार को बताया है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री कोविड के वैरिएंट तथा नागर विमानन नीति के बारे में आधिकारिक रूप से कुछ कहने में सक्षम नहीं है।
सिंगापुर के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को एक वक्तव्य में कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के फेसबुक एवं ट्वीटर पर बयान, कि सिंगापुर में कोरोना का एक वैरिएंट पाया गया है जो बच्चों के लिये नुकसानदेह है तथा इससे भारत में तीसरी लहर भी आ सकती है, निराधार एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। सिंगापुर का विदेश मंत्रालय निराशा व्यक्त करता है कि एक प्रमुख राजनीतिक हस्ती ऐसे दावे करने से पहले तथ्यों की जांच करने में विफल रही।

सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी कहा है कि कोरोना विषाणु के सिंगापुर वैरिएंट जैसी कोई चीज़ नहीं है। हाल के दिनों में सिंगापुर में कोरोना के जो भी मामले सामने आये हैं उनमें विषाणु का बी 1.617.2 वैरिएंट पाया गया है जो सबसे पहले भारत में पाया गया था।

श्री केजरीवाल ने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा था, “सिंगापुर में आया कोरोना का नया रूप बच्चों के लिए बेहद ख़तरनाक बताया जा रहा है, भारत में ये तीसरी लहर के रूप में आ सकता है।” उन्होंने केन्द्र सरकार से मांग की कि सिंगापुर के साथ हवाई सेवाएं तत्काल प्रभाव से रद्द हों तथा बच्चों के लिए भी वैक्सीन के विकल्पों पर प्राथमिकता के आधार पर काम हो।

केजरीवाल की टिप्पणी भारत के रणनीतिक संबंधों के लिए घातक: जयशंकर

विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके गैरजिम्मेदाराना बयानों के विरुद्ध आज आगाह किया जिससे सिंगापुर जैसे देशों के साथ भारत के पुराने रणनीतिक साझीदारी वाले रिश्तों पर चोट पहुंचती है।

श्री केजरीवाल द्वारा मंगलवार को ट्वीट करके कोविड के नये स्ट्रेन को सिंगापुर स्ट्रेन बताये जाने एवं केन्द्र सरकार से सिंगापुर से विमान सेवाएं बंद करने को कहे जाने पर विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने ट्वीटर पर कहा, “जिम्मेदार लोगों समझना चाहिए कि उनकी गैरजिम्मेदाराना टिप्पणियों से दीर्घकालिक रणनीतिक साझीदारी वाले संबंधों को चोट पहुंच सकती है।”

विदेश मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री भारत के आधिकारिक रुख को प्रकट नहीं करते हैं।

उन्होंने कहा कि भारत एवं सिंगापुर कोविड के खिलाफ लड़ाई में मजबूत साझीदार हैं। उन्होंने सिंगापुर द्वारा भारत में समय पर ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए वायुसेना के विमान को भेजने का उल्लेख करते हुए कहा कि यह दर्शाता है कि भारत एवं सिंगापुर के रिश्ते कितने महत्वपूर्ण हैं।

नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भी ट्वीट करके श्री केजरीवाल को याद दिलाया कि भारत में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें मार्च 2020 से ही बंद हैं। उन्होंने कहा, “केजरीवाल जी, अंतरराष्ट्रीय उड़ाने मार्च 2020 से ही बंद हैं। हमारा सिंगापुर से एयर बबल अरेंजमेंट भी नहीं है। केवल चंद उड़ानें वंदे भारत मिशन के अंतर्गत फंसे हुए भारतीयों को लाने के लिए आयोजित की गयीं थीं। आखिरकार ये हमारे अपने लोग हैं।”

श्री केजरीवाल ने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा था, “सिंगापुर में आया कोरोना का नया रूप बच्चों के लिए बेहद ख़तरनाक बताया जा रहा है, भारत में ये तीसरी लहर के रूप में आ सकता है।” उन्होंने केन्द्र सरकार से मांग की कि सिंगापुर के साथ हवाई सेवाएं तत्काल प्रभाव से रद्द हों तथा बच्चों के लिए भी वैक्सीन के विकल्पों पर प्राथमिकता के आधार पर काम हो।

इससे पहले श्री केजरीवाल के ट्वीट पर सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन ने जवाब दिया, “(कोविड वायरस का) कोई सिंगापुर वैरिएंट नहीं है। राजनीतिज्ञों को तथ्यों पर आधारित रहना चाहिए।” बाद में श्री बालाकृष्णन एक अन्य ट्वीट में डॉ. जयशंकर काे इस स्पष्टीकरण के लिए धन्यवाद देते हुए कहा, “आइए हम अपने देशों में माैजूदा हालात को ठीक करने और एक दूसरे की मदद करने पर ध्यान दें। जब तक प्रत्येक व्यक्ति सुरक्षित नहीं हो जाता तब तक कोई सुरक्षित नहीं है।”

इससे पहले दिन में श्री केजरीवाल के ट्वीट से नाराज सिंगापुर सरकार ने वहां भारत के उच्चायुक्त पी. कुमारन को तलब करके दिल्ली के मुख्यमंत्री के ट्वीट पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यहां ट्वीटर पर यह जानकारी दी। श्री बागची ने कहा कि उच्चायुक्त ने सिंगापुर सरकार को बताया है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री कोविड के वैरिएंट तथा नागर विमानन नीति के बारे में आधिकारिक रूप से कुछ कहने में सक्षम नहीं है।

सिंगापुर के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को एक वक्तव्य में कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के फेसबुक एवं ट्वीटर पर बयान, कि सिंगापुर में कोरोना का एक वैरिएंट पाया गया है जो बच्चों के लिये नुकसानदेह है तथा इससे भारत में तीसरी लहर भी आ सकती है, निराधार एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। सिंगापुर का विदेश मंत्रालय निराशा व्यक्त करता है कि एक प्रमुख राजनीतिक हस्ती ऐसे दावे करने से पहले तथ्यों की जांच करने में विफल रही।

सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी कहा है कि कोरोना विषाणु के सिंगापुर वैरिएंट जैसी कोई चीज़ नहीं है। हाल के दिनों में सिंगापुर में कोरोना के जो भी मामले सामने आये हैं उनमें विषाणु का बी 1.617.2 वैरिएंट पाया गया है जो सबसे पहले भारत में पाया गया था।

इंदौर में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में 5 गिरफ्तार; कमलनाध ने कालाबाज़ारी के मामलों व शामिल रसूखदार, सत्ताधारी लोगों की संलिप्तता की उच्चस्तरीय जाँच की घोषणा की मांग की attacknews.in

खरगोन/भोपाल 19 मई । मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के बलकवाड़ा थाना पुलिस ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के आरोप में इंदौर स्थित दो अस्पतालों के कर्मचारियों समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान ने आज पत्रकार वार्ता में बताया कि शुक्ला अस्पताल इंदौर में कार्यरत मुख्य आरोपी दिलीप पाटीदार, सीएचएल अस्पताल इंदौर में कार्यरत ओटी टेक्नीशियन रोहित पाटीदार, सचिन शितोले निवासी ठीकरी, अभिषेक कनासे निवासी जुलवानिया थाना तथा हर्ष महाजन निवासी ठीकरी को गिरफ्तार कर उनसे विभिन्न कंपनियों के 12 रेमडेसिविर इंजेक्शन जब्त किये गये। उन्हें आज खरगोन स्थित एक न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से 3 दिन का पुलिस रिमांड प्राप्त किया गया है।

प्रदेश सरकार जीवन रक्षक दवाई की कालाबाजारी के मामले में जांच की घोषणा करे-कमलनाथ

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश सरकार से कोरोना महामारी में जीवन रक्षक दवाई और इंजेक्शनों की कालाबाजारी को लेकर उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।

श्री कमलनाथ ने ट्वीट के माध्यम से कहा ‘मध्यप्रदेश में इस कोरोना महामारी में एक तरफ़ जीवन रक्षक दवाइयों, इंजेक्शनो, उपकरणो के अभाव में कई लोगों की जाने जा रही है, इसके लिये लोग आज भी दर- दर भटक रहे है, वही दूसरी तरफ़ आपदा की इस घड़ी में प्रदेश भर में भाजपा व उसके नेताओ से जुड़े हुए लोगों के नाम निरंतर इसकी कालाबाज़ारी में, नक़ली इंजेक्शन सप्लाई में प्रतिदिन सामने आ रहे है। मै सरकार से माँग करता हूँ कि इन कालाबाज़ारी के सभी मामलों की व इसमें सामने आये रसूखदार, सत्ताधारी ज़िम्मेदार लोगों की संलिप्तता की उच्चस्तरीय जाँच की घोषणा हो ’।

श्री कमलनाथ ने लिखा है कि इन मिलावटी नरपिशाचो के ख़िलाफ़ कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो, इन्हें बख्शा नहीं जावे।यह मानवता के दुश्मन है, इंसानियत के दुश्मन है। संकट की इस घड़ी में भी इनके लिये पैसा ही भगवान है। यह आपदा में भी अवसर तलाश रहे है। जनता इनको कभी माफ़ नहीं करेगी ’।

मध्यप्रदेश में बुधवार को कोरोना से 88 की मौत, 5 हजार से अधिक मरीज मिले;अबतक संक्रमितों की संख्या 7,47,783 और मृतकों की संख्या 7227 हुई attacknews.in

भोपाल, 19 मई । मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के दिनों दिन घटते मामले के बीच आज भी राज्य भर में पांच हजार से अधिक कोरोना के नये मरीज मिले है।
इस महामारी ने आज 88 लोगों की जान ले ली।

मध्यप्रदेश की कोरोना पॉजिटिविटी दर जो 1 मई को 20.3 प्रतिशत थी, आज 19 मई को घटकर 6.96 प्रतिशत हो गई है।

एक्टिव केसेस की संख्या के हिसाब से मध्यप्रदेश 21 अप्रैल को देश में 7वें नंबर पर था।

आज की स्थिति में बेहतर सुधार के साथ प्रदेश 15 वें नंबर पर आ गया है।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार राज्य में कोरोना संक्रमण को लेकर 72,756 लोगों की जांच की गई।

जांच सैंपल रिपोर्ट में 5,065 लोग कोरोना संक्रमित पाये गये हैं।

वहीं 67691 की जांच सैंपल रिपोर्ट नेगेटिव रहे और बाकी रिजेक्ट किये गये।

पॉजीटिविटी रेट आज (संक्रमण दर) 6़9 प्रतिशत दर्ज की गयी।

इस महामारी से मुक्त होकर आज राज्य में 10,337 लोग घर रवाना हुए है।

वहीं प्रदेश में सक्रिय मरीजों की संख्या अब 77,607 पहुंच गयी है।

प्रदेश में कोरोना संक्रमण ने अब तक 7,47,783 लोगों अपनी गिरफ्त में लिया है।

हालांकि इनमें से 6,6949 लोगों ने संक्रमण को मात देकर घर पहुंच गये है।

इस महामारी ने अब तक प्रदेश में 7227 लोगों की जान ले चुका है।

आज 88 लोगों की मौत हुई है।

राज्य के इंदौर जिले में आज भी दूसरे जिलों की तुलना सबसे अधिक संक्रमित मिले हैं।

इंदौर जिले में आज 1153 लोग कोरोना संक्रमित पाये गये।

वहीं दूसरे स्थान पर भोपाल जिले में 653 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।

इसके अलावा ग्वालियर में 105, जबलपुर में 324, उज्जैन में 151, रतलाम में 160, रीवा में 175, सागर जिले में 198 नये कोरोना मरीज मिले है।

बाकी अन्य जिलों में भी 7 से लेकर 100 के बीच कोरोना संक्रमित मिले है।