पंजाब के दो कुख्यात गैंगस्टर 10 लाख का इनामी और पुलिस कर्मियों का हत्यारा जयपाल भुल्लर और जसप्रीत जस्सी कोलकाता में पुलिस मुठभेड़ में मारे गये attacknews.in

कोलकाता, 09 जून । पंजाब के दो कुख्यात गैंगस्टर जयपाल भुल्लर और जसप्रीत जस्सी कोलकाता के न्यू टाउन में बुधवार को पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गये।

कोलकाता के पूर्वी इलाके में न्यू टाउन के संभ्रांत शपूरजी हाउसिंग कॉम्पलेक्स में हुई इस मुठभेड़ में एक पुलिस कर्मी भी घायल हो गया।

भुल्लर पर कुछ पुलिस कर्मियों की हत्या का आरोप है।उस पर 10 लाख रुपये का ईनाम था।वह पूर्व पुलिस कर्मी का पुत्र है।

मुठभेड़ शपूरजी आवासीय क्षेत्र में उस हुई जब कोलकाता पुलिस के विशेष टास्क फोर्स ने वहां छिपे इन बदमाशों को पकड़ने के लिए छापा मारा।

ये बदमाश एक बहुमंजिला इमारत के फ्लैट में ठहरे थे।

छापे के दौरान इन बदमाशों ने पुलिस कर्मियों पर गोली चला दी, पुलिस की जवाबी कार्रवाई में ये दोनों मारे गये।

फोर्स के अधिकारी कार्तिक मोहन घोष भी घायल हो गये।उन्हें अस्पताल ले जाया गया है।

पुलिस ने बताया कि जसप्रीत जस्सी भी पंजाब का गैंगस्टर है।उसका सहायक जयपाल भुल्लर भी उसी के आवास में छिपा था।

पुलिस वहां जैसे ही तलाश अभियान शुरू किया,इन बदमाशों ने इमारत के पांचवी मंजिल के फ्लैट से गोलीबारी शुरू कर दी।

उस आवास में किसी अन्य बदमाश के छिपे होने आशंका के मद्देनजर वहां तलाश अभियान अभी जारी है।

ये बदमाश कोलकाता में कब से छिपे थे, इसका ता लगाया जाा रहा है।

केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी के लिए 3.61 लाख आवासों के निर्माण के प्रस्तावों को मंजूरी दी,अब तक 112.4 लाख आवासों के निर्माण को मंजूरी,टैक्नोग्राही के ई-माड्यूल की शुरूआत की गई attacknews.in

नईदिल्ली 9 जून । केंद्र सरकार ने 08 जून 2021 को प्रधानमंत्री आवास योजना –शहरी (पीएमएवाई-यू) के तहत करीब 3.61 लाख आवासों के निर्माण के 708 प्रस्तावों को मंजूरी दे दी।

इस संबंध में फैसला नई दिल्ली में पीएमएवाई-यू के तहत केंद्रीय स्वीकृति और निगरानी समिति की 54वीं बैठक में लिया गया।

इस बैठक में 13 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने हिस्सा लिया। इन घरों का निर्माण लाभार्थी के नेतृत्व में उनके हिसाब से और उनकी भागीदारी में किफायती आवास के तौर पर किए जाने का प्रस्ताव है।

इसके अलावा, आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के सचिव, श्री दुर्गा शंकर मिश्रा ने ‘पीएमएवाई–यू अवार्ड्स 2021 – 100 डेज़ चैलेंज’ भी लॉन्च किया। इसके तहत, मिशन के सफल कार्यान्वयन के लिए राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी), शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) और लाभार्थियों द्वारा किए गए उत्कृष्ट योगदान और प्रदर्शन को पहचानने और एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बनाने के लिए पुरस्कार दिए जाते हैं।

कोविड -19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान यह समिति की पहली बैठक थी। इससे यह भी पता चलता है कि सरकार ने 2022 तक शहरी भारत के सभी पात्र लाभार्थियों को ‘सभी के लिए आवास’ की दृष्टि से पक्के घर उपलब्ध कराने के उद्देश्य को पर्याप्त महत्व दिया है। आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने ‘पीएमएवाई–यू के तहत निर्धारित समय के भीतर पूरे देश में आवास निर्माण पूरा करने में तेजी लाने पर जोर दिया है।

श्री दुर्गा शंकर मिश्रा ने बैठक में कहा, “मंजूरी की मांग सभी राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों से उठ रही है। अप्रयुक्त धन का उपयोग और निर्धारित समय के भीतर परियोजनाओं को पूरा करना सुनिश्चित करना अब हमारा मुख्य फोकस है।”

बैठक में, राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों ने विभिन्न मुद्दों जैसे भूमि, स्थल आकृति जनित खतरों, अंतर-शहर प्रवास, कार्यक्षेत्र की प्राथमिकताओं में परिवर्तन, जीवन की हानि आदि के कारण परियोजनाओं में संशोधन के लिए अपने प्रस्ताव भी रखे।

उल्लेखनीय है कि आज की तिथि तक, पीएमएवाई (यू) के तहत स्वीकृत घरों की कुल संख्या 112.4 लाख है जिनमें से अब तक 82.5 लाख घरों के निर्माण के लिए आधार तैयार किए जा चुके हैं और इनमें से भी 48.31 लाख पूरे/ वितरित किए जा चुके हैं। इसके लिए कुल निवेश 7.35 लाख करोड़ रुपये तय है जिसमें 1.81 लाख रुपये की राशि केंद्रीय सहायता के तौर पर दी जानी है । इस राशि में से 96,067 करोड़ रुपये की राशि जारी की जा चुकी है।

बैठक में भाग लेने वाले राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों को संबोधित करते हुए, मंत्रालय के सचिव ने छह लाइट हाउस परियोजनाओं (एलएचपी) पर जोर दिया, जिनकी आधारशिला जनवरी, 2021 में प्रधान मंत्री द्वारा रखी गई थी। एलएचपी का निर्माण अगरतला, चेन्नई, लखनऊ, रांची, राजकोट और इंदौर में किया जा रहा है।

उन्होंने कहा , “इन परियोजनाओं को निर्माण में शामिल सभी संबंधित विभागों को प्रेरित करना चाहिए। इनमें अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के उपयोग को दोहराया जाना चाहिए और इसे बढ़ावा दिया जाना चाहिए।”

इस कार्यक्रम में टेक्नोग्राही पर एक ई-मॉड्यूल भी लॉन्च किया गया, जिसमें ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज-इंडिया के तहत चुनी गई अभिनव निर्माण प्रौद्योगिकियों को सीखने के उपकरण शामिल हैं और जिनका छह एलएचपी में इस्तेमाल किया जा रहा है। यह अभिनव निर्माण प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में हितधारकों के क्षमता निर्माण की दिशा में एक कदम है।

मंत्रालय के सचिव ने हरियाणा के पंचकुला में एक नवनिर्मित प्रदर्शन आवास परियोजना का भी उद्घाटन किया, जिसका उपयोग किराए पर, एक कामकाजी महिला छात्रावास के रूप में किया जाएगा।

पीएमएवी-यू के प्रौद्योगिकी उप मिशन के तहत, अब तक 6 प्रदर्शन आवास परियोजनाएं (डीएचपी) पूरी की जा चुकी हैं और देश के विभिन्न हिस्सों में 7 अन्य का निर्माण किया जा रहा है। डीएचपी नई/वैकल्पिक तकनीक के साथ निर्मित मॉडल हाउसिंग प्रोजेक्ट हैं जिसका उपयोग न सिर्फ प्रौद्योगिकी के क्षेत्रीय स्तर के अनुप्रयोग को प्रदर्शित करता है बल्कि जिसका उपयोग ऐसी तकनीक के अनुप्रयोग और उपयोग पर आवास क्षेत्र में कार्यरत विशेषज्ञों और छात्रों को साइट पर अनुकूलन और प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए मंच के रूप में भी किया जा सकता है।

केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने कृषि उपज की सरकारी खरीद, सीजन 2021-22 के लिए खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्यों (एमएसपी) में बढोतरी की attacknews.in

नईदिल्ली 9 जून । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने कृषि उपज की सरकारी खरीद, सीजन 2021-22 के लिए सभी खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी को स्वीकृति दे दी है।

सरकार ने किसानों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सरकारी खरीद, सीजन 2021-22 के लिए खरीफ फसलों के एमएसपी में बढ़ोतरी की है। बीते साल की तुलना में सबसे ज्यादा तिल यानी सेसामम (452 रुपये प्रति क्विंटल) और उसके बाद तुअर व उड़द (300 रुपये प्रति क्विंटल) के एमएसपी में बढ़ोतरी की सिफारिश की गई। मूंगफली और नाइजरसीड के मामले में, बीते साल की तुलना में क्रमशः 275 रुपये और 235 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है। मूल्यों में इस अंतर का उद्देश्य फसल विविधीकरण को प्रोत्साहन देना है।

सरकारी खरीद, सीजन 2021-22 के लिए खरीफ फसलों के एमएसपी में बढ़ोतरी, आम बजट 2018-19 में उत्पादन की अखिल भारतीय भारित औसत लागत (सीओपी) से कम से कम 1.5 गुने के स्तर पर एमएसपी के निर्धारण की घोषणा के क्रम में की गई है, जिसका उद्देश्य किसानों के लिए तार्किक रूप से उचित लाभ सुनिश्चित करना है। किसानों को उनकी उत्पादन लागत पर सबसे ज्यादा अनुमानित रिटर्न बाजरा (85 प्रतिशत) पर, उसके बाद उड़द (65 प्रतिशत) और तुअर (62 प्रतिशत) होने की संभावना है। बाकी फसलों के लिए, किसानों को उनकी लागत पर कम से कम 50 प्रतिशत रिटर्न होने का अनुमान है।

पिछले कुछ साल के दौरान तिलहनों, दालों और मोटे अनाज के पक्ष में एमएसपी में बदलाव की दिशा में हुए ठोस प्रयासों का उद्देश्य किसानों को अपने खेतों के ज्यादा हिस्से में इन फसलों को लगाने और सर्वश्रेष्ठ तकनीकों व कृषि विधियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है, जिससे मांग-आपूर्ति में संतुलन कायम किया जा सके। पोषण संपन्न पोषक अनाजों पर जोर ऐसे क्षेत्रों में इनके उत्पादन को प्रोत्साहन देना है, जहां भूजल पर दीर्घकालिक विपरीत प्रभावों के बिना धान-गेहूं पैदा नहीं किए जा सकते हैं।

इसके अलावा, वर्ष 2018 में सरकार द्वारा घोषित अम्ब्रेला योजना “प्रधानमंत्री अन्नदाता आय संरक्षण अभियान” (पीएम-आशा) से किसानों को उनकी उपज के लिए लाभकारी रिटर्न में बढ़ोतरी होगी। अम्ब्रेला योजना में प्रायोगिक आधार पर तीन उप-योजनाएं- मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस), मूल्य अंतर भुगतान योजना (पीडीपीएस) और निजी खरीद व भंडारण योजना (पीपीएसएस)- शामिल हैं।

दालों के उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल करने के उद्देश्य से, आगामी खरीफ सीजन 2021 में कार्यान्वयन के लिए विशेष खरीफ रणनीति तैयार की गई है। तुअर, मूंग और उड़द के लिए रकबा और उत्पादकता दोनों बढ़ाने के लिए एक विस्तृत योजना तैयार की गई है। इस रणनीति के तहत, बीजों की सभी उपलब्ध अधिक उपज वाली किस्मों (एचवाईवी) को सहरोपण और एकल फसल के माध्यम से रकबा बढ़ाने के लिए मुफ्त वितरित किया जाएगा। इसी प्रकार, तिलहनों के लिए भारत सरकार ने खरीफ सीजन 2021 में किसानों को मिनी किट्स के रूप में बीजों की ऊंची उपज वाली किस्मों के मुफ्त वितरण की महत्वाकांक्षी योजना को मंजूरी दी है। विशेष खरीफ कार्यक्रम से तिलहन के अंतर्गत अतिरिक्त 6.37 लाख हेक्टेयर क्षेत्र आ जाएगा और इससे 120.26 लाख क्विंटल तिलहन और 24.36 लाख क्विंटल खाद्य तेल पैदा होने की संभावना है।

यूरिया उर्वरक मे भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने संशोधन सहित नई निवेश नीति – 2012 को मंजूरी दी है कि उसे रामागुंडम फर्टिलाइजर्स एंड कैमिकल्स लिमिटेड पर भी लागू किया जाए attacknews.in

नईदिल्ली 9 जून । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने उर्वरक विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इस मंजूरी के तहत नई निवेश नीति (एनआईपी)-2012, सात अक्टूबर, 2014 के अपने संशोधन के साथ अब रामागुंडम फर्टिलाइजर्स एंड कैमिकल्स लिमिटेड (आरएफसीएल) पर भी लागू होगी।

आरएफसीएल एक संयुक्त उपक्रम है, जिसमें नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (एनएफएल), इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (ईआईएल) और फर्टिलाइजर्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एफसीआईएल) शामिल हैं। इसे 17 फरवरी, 2015 को निगमित किया गया था। आरएफसीएल, एफसीआईएल की पुरानी रामागुंडम इकाई को दोबारा चलाने योग्य बना रहा है। इसके तहत एक नई गैस आधारित ग्रीन फील्ड नीम-कोटेड यूरिया संयंत्र लगाया जा रहा है, जिसकी उत्पादन क्षमता 12.7 लाख मीट्रिक टन प्रति वर्ष है। आरएफसीएल यूरिया परियोजना की लागत 6165.06 करोड़ रुपये है। इस संयंत्र को गैस गेल द्वारा मिलती है, जो जीएसपीएल इंडिया ट्रांसको लिमिटेड (जीआईटीएल) की एमबीबीवीपीएल (मल्लावरम-भोपाल-भीलवाड़ा-विजयपुर गैस पाइपलाइन) के जरिये प्रदान करता है।

आरएफसीएल की उत्कृष्ट गैस आधारित इकाई भारत सरकार की उस पहल का हिस्सा है, जिसके तहत एफसीआईएल/एचएफसीएल की बंद पड़ी यूरिया इकाइयों को दोबारा शुरू करने का लक्ष्य है, ताकि यूरिया सेक्टर में आत्मनिर्भरता हासिल हो सके। रामागुंडम संयंत्र के शुरू हो जाने से देश में यूरिया के घरेलू उत्पादन में 12.7 लाख मीट्रिक टन वार्षिक का इजाफा हो जायेगा। इसके जरिये यूरिया क्षेत्र में माननीय प्रधानमंत्री का ‘आत्मनिर्भर भारत’ का विजन भी पूरा होगा। यह दक्षिण भारत में सबसे बड़ी उर्वरक निर्माण इकाई बन जायेगी। परियोजना से न केवल किसानों को उर्वरकों की उपलब्धि में सुधार आयेगा, वरन क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में भी इजाफा होगा। इसके साथ-साथ इलाके में सड़क, रेल, सहायक उद्यम आदि जैसे बुनियादी ढांचे का विकास होगा तथा देश में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित होगी।

आरएफसीएल में कई अनोखी खूबियां हैं, जैसे आधुनिकतम प्रौद्योगिकी, एचटीईआर (हालदर टॉपसे एक्सचेंज रिफॉर्मर), जिनसे यूरिया संयंत्रों में यूरिया उत्पादन में ऊर्जा की बचत होगी। साथ ही 140 मीटर ऊंचे प्रिलिंग टॉवर से यूरिया की गुणवत्ता बढ़ेगी, ऑटोमैटिक रूप से यूरिया खाद बोरों में भर जायेगी और मालगाड़ियों में लाद दी जायेगी। इस तरह हर रोज 4000 मीट्रिक टन यूरिया भेजने की क्षमता होगी। एमसीआर (मुख्य नियंत्रक कक्ष) डीसीएस (डिस्ट्रीब्यूटेड कंट्रोल सिस्टम), ईएसडी (सुरक्षा के लिये एमरजेंसी शट-डाउन सिस्टम), वन-लाइन एमएमएस (मशीन मॉनिटरिंग सिस्टम), ओटीएस (ऑप्रेटर ट्रेनिंग साइम्यूलेटर) और पर्यावरण की निगरानी करने वाली प्रणाली से लैस है। इन प्रणालियों को कर्मठ, समर्पित और सुप्रशिक्षित ऑपरेटर चलाते हैं।

इस सुविधा में विश्व की बेहतरीन प्रौद्योगिकी का समावेश किया गया है। इसका लक्ष्य है कि तेलंगाना सहित भारत के दक्षिण और मध्य क्षेत्र के राज्यों की यूरिया की मांग पूरी की जा सके। इनमें आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र आदि राज्य शामिल हैं। आरएफसीएल द्वारा उत्पादित यूरिया का विपणन नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड करेगा।

उल्लेखनीय है कि भारत सरकार एफसीआईएल/एचएफसीएल की पांच बंद पड़ी इकाइयों को दोबारा चलाने योग्य बना रही है। यह काम रामागुंडम (तेलंगाना), तलचर (ओडिशा), गोरखपुर (उत्तरप्रदेश), सिंद्री (झारखंड) और बरौनी (बिहार) में 12.7 लाख मीट्रिक टन वार्षिक क्षमता वाले अमोनिया यूरिया संयंत्र लगाकर पूरा किया जायेगा। इसमें 40 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा और इसके लिये अग्रणी सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के संयुक्त उपक्रमों को तैयार किया जायेगा। इन संयंत्रों के चालू हो जाने से घरेलू यूरिया उत्पादन में 63.5 लाख मीट्रिक टन वार्षिक का इजाफा हो जायेगा। इससे यूरिया के आयात में कटौती होगी और भारी विदेशी मुद्रा की बचत होगी। इसके जरिये यूरिया सेक्टर में आत्मनिर्भता आयेगी, जो माननीय प्रधानमंत्री के “आत्मनिर्भर भारत” विजन के अनुकूल है।

बैतूल जिले के आदिवासी बहुल 47 गांवों के एक भी ग्रामीण ने  नहीं लगवाई कोरोना वैक्सीन;मन में धारणा भर गई कि,बीमार हो जाएंगे,जल्दी मौत हो जाएगी, नपुंसक हो जाएंगे,दिखना बहुत कम हो जाएगा attacknews.in

बैतूल, 09 जून । मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में करीब आधा सैकड़ा गांवों के लोग वैक्सीन लगाने से परहेज कर रहे है, जिसका असर टीकाकरण अभियान पर पड़ रहा है।

जिला टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर अरविंद भट्ट ने आज बताया कि जिले के दस विकासखंड के करीब 1400 गांव में करीब 47 ऐसे गांव चिन्हित किए है जहॉ पर अभी तक एक भी व्यक्ति ने वैक्सीन नही लगाई है। इनमें आदिवासी गांवों की संख्या बहुत ज्यादा है। यहॉ के ग्रामीणों के मन में यह धारणा भर गई है कि यदि उन्होंने वैक्सीन लगाई तो बीमार हो जाएंगे और जल्दी मौत हो जाएगी। वैक्सीन लगने से नपुंसक हो जाएंगे। आंख में दिखना बहुत कम हो जाएगा।

बैतूल जिले के 47 गांव में अब तक एक भी व्यक्ति ने वैक्सीन नहीं लगवाई । बैतूल के ये गांव आदिवासी बाहुल्य हैं जहां के एक भी शख्स ने वैक्सीन नहीं लगवाई ।

वैक्सीन को लेकर मध्य प्रदेश के आदिवासियों में इतना डर है कि गांव के गांव वैक्सीन लगवाने से मना कर चुके हैं। राजधानी भोपाल से करीब 250 किलोमीटर दूर बैतूल जिले के गुराड़िया गांव जो पहाड़ों के बीच है। गांव में कोरकू जनजाति के करीब 600 लोग रहते हैं लेकिन किसी ने भी वैक्सीन नहीं लगवाई ।

कोरकू आदिवासियों में वैक्सीन को लेकर डर भरा हुआ है और लोग वैक्सीन का नाम सुनते ही बिदक रहे हैं । एक महिला से जब इसे लेकर पूछा गया तो वह वहां से जाने लगी।महिला ने कहा कि हम कोरोना का टीका नहीं लगाते. हमारे जंगलों में कोरोना नहीं है।महिला ने कहा कि टीका लगाने वाला आ जाए तब भी हम नहीं लगवाएंगे।शहरों में लोग गंदगी में रहते हैं।

महिला ने यह भी दावा किया कि आप बता दो हमारे इलाके में कोई कोरोना से मरा हो।

एक आदिवासी युवक ने भी कहा कि यहां कोरोना-वोरोना नहीं है. जो कोरोना का टीका लगाते जा रहे वो आदमी मरते जा रहे हैं. युवक अभी बोल ही रहा था महिलाएं चिल्लाने लगीं और वह चला गया।

कड़क सिंह भी कोरोना का टीका नहीं लगवाए कहकर चले गए और पूछने पर दूर से हाथ हिलाकर मना कर दिया।गांव में एक शख्स ऐसा नहीं मिला जिसने वैक्सीन लगवाई हो।गांव में लोग बात करने से भी कन्नी काटते नजर आए।

सतपुड़ा के जंगलों में रहती हैं कोरकू जनजाति :

दरअसल, कोरकू जनजाति के लोग सतपुड़ा के जंगलों और पहाड़ों से घिरे इलाकों में पाए जाते हैं। इनमे से ज्यादातर या तो मक्के की छोटी-मोटी खेती करते हैं या तेंदूपत्ता की मजदूरी से अपना घर चलाते हैं।बेहद गरीबी में जीवन बिताने वाले कोरकू जनजाति के लोग ज्यादा पढ़े-लिखे भी नहीं होते और यही एक बड़ी वजह है कि वैक्सीन को लेकर इनके बीच यह डर इतनी तेजी से फैला है।

जिले के टीकाकरण अधिकारी भी यह मान रहे हैं कि वैक्सीन को लेकर आदिवासी बाहुल्य गांवों में अफवाहों का बाजार गर्म है और ऐसे गांवों की संख्या 47 है जहां एक भी शख्स ने अब तक वैक्सीन नहीं लगवाई है।

क्या कहते हैं टीकाकरण अधिकारी

बैतूल के जिला टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर अरविंद भट्ट ने कहा कि जिले में करीब 14 सौ गांव हैं. इनमें से 47 गांव में एक भी आदमी ने वैक्सीन नहीं लगवाई है. उन्होंने बताया कि अकेले भीमपुर ब्लॉक में ही 33 गांव ऐसे हैं जहां आदिवासी आबादी अधिक है. डॉक्टर भट्ट ने कहा कि इन गांवों में गया भी हूं और बात भी की है. उन्होंने कहा कि इन गांवों के लोगों में वैक्सीन को लेकर भ्रम की स्थिति है. उनके मन यह बात घर कर गई है कि वैक्सीन लगवाने से लोग बीमार पड़ रहे हैं या मर रहे हैं।

साॅल्वर को मूल परीक्षार्थी की परीक्षा दिलवाने के लिए अभिलेखों में फेरबदल कर पुलिस में भर्ती कराने वाले गिरोह के तीन सदस्य आगरा से गिरफ्तार attacknews.in

लखनऊ, 09 जून । उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अन्तराज्यीय स्तर पर अभिलेखों में फेरबदल कर धोखाधड़ी से पुलिस विभाग मे भर्ती कराने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को आगरा पुलिस के संयुक्त अभियान में गिरफ्तार कर लिया।

एसटीएफ प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि एसटीएफ ने आगरा पुलिस के साथ संयुक्त अभियान के दौरान अन्र्तराज्यीय स्तर पर कूटरचित दस्तावेज के आधार पर धोखाधड़ी से पुलिस विभाग में भर्ती कराने वाले गिरोह के तीन सदस्यों अलीगढ़ निवासी अभिषेक कुमार ,पंकज कुमार और रामप्रकाश को आगरा के एत्माद्वौला इलाके में टेढ़ी बगिया तिराहे से आगरा की ओर अग्रवाल ट्रैडिंग कम्पनी के पास कल रात करीब सवा 21.15 बजे गिरफ्तार कर लिया।

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से दो बाइक,तीन मोबाईल, आधार कार्ड , पैन कार्ड और अन्य दस्तावेज बरामद किए।

उन्होंने बताया कि काफी दिनों से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलो कूटरचित दस्तावेज एवं अभिलेखों में फेरबदल कर धोखाधड़ी से मूल अभ्यर्थी के स्थान पर साल्वर को लिखित परीक्षा में बैठाकर पुलिस विभाग मे भर्ती कराने वाले अपराधियों के सक्रिय होने की सूचनायें प्राप्त हो रही थी।

इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न टीमों को अभिसूचना संकलन कर कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया था।

इसी क्रम में एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक राकेश के पर्यवेक्षण में निरीक्षक हुकुम सिंह के नेतृत्व में अभिसूचना संकलन की जा रही थी।

प्रवक्ता ने बताया कि कल रात सूचना मिलने पर आगरा की एत्माद्वौला पुलिस के साथ एसटीएफ की टीम ने चेकिंग के दौरान बाइक सवार तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ पर गिरफ्तार किये गये फ्राड गैंग के सरगना अभिषेक कुमार ने बताया कि वह अपने साथी बुलंदशहर निवासी प्रिंस कुमार के साथ केडी कैम्पस कोचिंग सेन्टर मुखर्जी नगर, दिल्ली में वर्ष 2018 में कोचिंग करता था, जिसको वह लेकर आया और अभ्यर्थी रजत कुमार, अमित कुमार एवं जितेन्द्र कुमार की पुलिस विभाग में आरक्षी पद पर भर्ती होने की लिखित परीक्षा दी थी, जिसमें रजत कुमार, अमित कुमार उक्त परीक्षा में पास होकर पुलिस विभाग में आरक्षी पद पर भर्ती हो गये तथा अभी पुलिस में ट्रेनिंग कर रहे हैं।

इस काम का भुगतान हमें नहीं मिल पाया है।

आज अपना हिसाब किताब करने के लिये ये लोग इकट्ठा हुये थे और पकडे गये।

गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।

बलात्कार के आरोपी मेघालय राज्य के एनपीपी विधायक और मुख्यमंत्री के सलाहकार थामस संगमा की अग्रिम जमानत मंजूर attacknews.in

शिलाँग 09 जून । मेघालय की एक निचली अदालत ने सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के विधायक थॉमस संगमा की बलात्कार मामले में अग्रिम जमानत मंजूर कर ली है।

एक महिला द्वारा बलात्कार और धमकी देने को लेकर पुलिस में प्राथमिकी दर्ज किये जाने के बाद श्री संगमा ने अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी।

श्री संगमा मुख्यमंत्री कोनार्ड संगमा के सलाहकार भी हैं।

श्री संगमा के अधिवक्ता कौस्तव पॉल ने बुधवार को कहा, “अदालत ने श्री संगमा की बिना पूर्व अनुमति के न्यायालय के अधिकार क्षेत्र से बाहर नहीं जाने और मामले की जांच में बाधा नहीं पहुंचाने की शर्त पर अंतरिम जमानत मंजूर की है।”

अदालत ने आरोपी विधायक को शिकायतकर्ता और अभियोजन पक्ष के गवाह से दूरी बनाए रखने और शिकायतकर्ता तथा अभियोजन पक्ष के गवाह को कोई प्रलोभन या धमकी नहीं देने का भी निर्देश दिया है।

इसके अलावा न्यायालय ने श्री संगमा को कथित बलात्कार मामले की जांच रहे पुलिस दल के साथ सहयोग करने का भी निर्देश दिया।

श्री संगमा के खिलाफ पिछले वर्ष जनवरी से कथित तौर पर यौन शोषण करने के आरोप में एक महिला ने पूर्वी खासी पर्वतीय जिले के पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

शराब कांड के अपराधी को सब इंस्पेक्टर ने रिश्वत लेकर छोड़ दिया;रंगे हाथ गिरफ्तार,पुलिस ने कोर्ट में पेश करके जेल भेजा attacknews.in

समस्तीपुर, 09 जून । बिहार मे समस्तीपुर जिले के रोसड़ा थाना मे पदस्थापित सब इंस्पेक्टर (अवर निरीक्षक) श्रीनारायण सिंह को शराब कांड में संलिप्त एक अभियुक्त से रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ढ़िल्लो ने बुधवार को यहां बताया कि जिले के रोसड़ा थाना मे पदस्थापित अवर निरीक्षक श्रीनारायण सिंह ने शराब कांड के एक अभियुक्त से जब्त मोटरसाइकिल छोड़ने के एवज मे दस हजार रूपये रिश्वत की मांग की थी।

उन्होंने बताया कि अभियुक्त के द्वारा इस घटना की पूरी जानकारी उन्हें दी गई।

मामले के सत्यापन के बाद सादे लिबास में गुप्त तरीके से इस पूरे प्रकरण का वीडियो बनाया गया जिसमें शराब कांड के अभियुक्त से अवर निरीक्षक श्रीनारायण सिंह नौ हजार पांच सौ रूपये ले रहे थे ।

श्री ढ़िल्लो ने बताया कि पैसा लेने के बाद सब इंस्पेक्टर ने थाना मे जब्त मोटरसाईकिल को भी बिना किसी कागजात तैयार कर छोड़ दिया, जिसका भी साक्ष्य के तौर पर वीडियो बनाया गया।

उन्होंने बताया कि सभी साक्ष्यों के आधार पर भ्रष्टाचार एक्ट के तहत जिले के रोसड़ा मे पदस्थापित अवर निरीक्षक श्रीनारायण सिंह को कल रात गिरफ्तार कर लिया गया।

इस प्रकरण की जांच मुख्यालय पुलिस उपाधीक्षक करेंगे।

गिरफ्तार अभियुक्त को आज मुजफ्फरपुर स्थित निगरानी की अदालत में पेश किया गया।

नहीं थम रही हैं मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी की गुटीय राजनीति:वरिष्ठ नेता अजय सिंह ने कार्यकर्ताओं से पार्टी की भीतरी और विपक्ष की उकसावे की राजनीति से दूर रहने की अपील की attacknews.in

भोपाल, 09 जून । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश विधानसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने आज प्रदेश कांग्रेस कार्यकर्ताओं से विनम्र अपील की है कि वे ””ताजा राजनीतिक गतिविधियों”” के चलते विचलित होकर जल्दबाजी में ऐसी कोई प्रतिक्रिया नहीं करें, जिससे कांग्रेस पार्टी को नुकसान हो।

श्री सिंह ने यहां जारी बयान में कार्यकर्ताओं से कहा कि राजनीति धैर्य के साथ ठहरने और देख कर आगे बढ़ने की प्रक्रिया है।इसलिए भावुक होकर वे अपना विवेक न छोड़ें और ऐसी बयानबाजी न करें, जिससे भाजपा को फायदा लेने का कोई मौका मिले।

दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हाल ही में विंध्य अंचल के मैहर की यात्रा के दौरान वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में विंध्य अंचल में पार्टी के प्रदर्शन का जिक्र करते हुए मार्च 2020 में पंद्रह माह पुरानी तत्कालीन कांग्रेस सरकार के पतन के संबंध में बयान दिया था।इसके बाद श्री अजय सिंह का भी बयान मीडिया में आया था।

इस घटनाक्रम को लेकर इक्का दुक्का नेताओं के बयानों के बीच पूर्व मंत्री चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी को रीवा शहर एवं ग्रामीण कांग्रेस का प्रभारी मनोनीत कर दिया गया।कांग्रेस की राजनीति में श्री अजय सिंह और श्री चतुर्वेदी के ”संबंध” किसी से छिपे हुए नहीं हैं।

विंध्य अंचल से आने वाले श्री अजय सिंह ने आज के बयान में कहा कि राज्य के विंध्य अंचल की तासीर को न समझने वाले इक्का दुक्का जूनियर लोग उन पर व्यक्तिगत आक्षेप लगा रहे हैं।इस बहाने वे अपनी महत्वाकांक्षा के चलते राजनीतिक प्रतिबद्धता दिखाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इससे पार्टी को ही नुकसान होगा और भाजपा इसका लाभ लेने की कोशिश करेगी।

उन्होंने कहा कि एकता में ही हमारी ताकत है।

कांग्रेस के प्रत्येक कार्यकर्ता से उन्होंने आग्रह किया है कि वे किसी उकसावे में न आयें।इसके पीछे छिपी साजिश का आकलन करें और संगठन को प्रभावी और मजबूत करने के लिए पहले की तरह काम करते रहें।

श्री सिंह ने कार्यकर्ताओं से कहा ””जहाँ तक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के बयान का सवाल है, वह एक सहज अभिव्यक्ति थी, न कि कोई दोषारोपण।फिर भी मैंने आप सबकी ओर से असहमति, आपत्ति और भावनाएं उन्हें व्यक्त कर दी हैं कि आपके कहने का कांग्रेस कार्यकर्ताओं में कहीं न कहीं विपरीत सन्देश गया है।इससे भाजपा को मौका मिलेगा।मैं आज भी कह रहा हूँ कि पिछले चुनाव में विंध्य के कार्यकर्ताओं और पार्टी के नेताओं ने जी तोड़ मेहनत की थी, भले ही परिणाम विपरीत आये हों।””

वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्री सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के आंतरिक लोकतंत्र में असहमति, आपत्ति और उचित सलाह का अर्थ विरोध करना नहीं लगाया जाता।लेकिन विन्ध्य के साथ साथ प्रदेश के कुछ कार्यकर्ता इस घटनाक्रम पर जिस तरह प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं, उससे भाजपा वाले कांग्रेस में आंतरिक विरोध शुरू होने का प्रचार कर रहे हैं, जो कि पार्टी के लिए नुकसानदायक है।

इसके मद्देनजर उन्होंने कांग्रेस के प्रत्येक कार्यकर्ता से आग्रह किया है कि वे शांत रहें।

जहाँ तक कांग्रेस प्रभारियों की नियुक्तियों का मामला है, उस पर कांग्रेस का बयान आ चुका है कि जहाँ कहीं से भी विसंगति की शिकायतें आ रही हैं, वहां पुनर्विचार किया जायेगा।

इसके मद्देनजर सभी कार्यकर्ता कृपया धैर्य से काम लें।

मध्यप्रदेश कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष कमलनाथ की कोरोना रिपोर्ट आई निगेटिव,चेकअप के लिए पहुंचे मेदांता अस्पताल में हो गये भर्ती;दिल्ली यात्रा पर हुए थे रवाना attacknews.in

भोपाल, 09 जून । मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ रुटीन चेकअप और जांच के लिए गुरूग्राम के एक अस्पताल पहुंचे ।

श्री कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने आज यहां बताया ”पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ जी, दो दिन से बुखार होने के कारण रुटीन चेकअप व जांच के लिए गुरूग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में पहुंचे हैं।डॉक्टर्स द्वारा परीक्षण के उपरांत आवश्यक निर्णय लिया गया ।”

मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ आज रुटीन चेकअप और जांच के लिए गुरूग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती हुए हैं।

नरेंद्र सलूजा ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ को दो तीन दिन से बुखार था और उन्होंने अपने सभी दौरे निरस्त कर दिए। इसके बाद वे मेदांता अस्पताल में भर्ती हुए। अस्पताल में उनके सभी आवश्यक परीक्षण हुए।

श्री सलूजा ने बताया कि श्री कमलनाथ की कोरोना संबंधी रिपोर्ट निगेटिव आयी है। डॉक्टर निरंतर उनके स्वास्थ्य का परीक्षण कर रहे हैं और उनका स्वास्थ्य अब बेहतर है

श्री कमलनाथ हाल ही में दिल्ली की यात्रा पर रवाना हुए थे।

मध्यप्रदेश में मंगलवार को मिले 535 कोरोना के नए मरीज, 36 की मृत्यु:अबतक संक्रमितों की संख्या 7,86,302 और मृतकों की संख्या 8,405 हुई attacknews.in

भोपाल, आठ जून । मध्य प्रदेश में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 535 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या 7,86,302 तक पहुंच गयी।

राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से प्रदेश में 36 और व्यक्तियों की मौत हुई है। प्रदेश में अब तक इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 8,405 हो गयी है। यह जानकारी मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने दी है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के 52 जिलों में से छह जिलों- कटनी, सिंगरौली, छतरपुर, टीकमगढ़, अलीराजपुर एवं भिण्ड में पिछले 24 घंटों में एक भी नया कोरोना संक्रमित व्यक्ति नहीं पाया गया।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में मंगलवार को कोविड-19 के 179 नये मामले इंदौर में आये, जबकि भोपाल में 124 एवं जबलपुर में 46 नये मामले आये।

अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में कुल 7,86,302 संक्रमितों में से अब तक 7,69,914 मरीज स्वस्थ हो गये हैं और 7,983 मरीजों का इलाज चल रहा है।

उन्होंने कहा कि मंगलवार को कोविड-19 के 1,376 रोगी स्वस्थ हुए हैं।

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले में राहत मिली है। प्रदेश भर में जांच किये गये 75 हजार 982 सैंपलों में केवल 535 संक्रमित पाये गये। इस संक्रमित बीमारी से आज 36 लोगों की जान चली गयी।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय के अनुसार आज 75,982 सैंपल की जांच में 535 लोग पॉजीटिव मिले है और 75,447 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव पाये गये। वहीं 154 सैंपल को रिजेक्ट कर दिया गया।

आज संक्रमण दर 0़ 7 प्रतिशत रही। इस तरह राज्य में अब तक 7,86,302 व्यक्ति संक्रमित हो चुके हैं और इनमें से 7,69,914 व्यक्ति संक्रमण से निजात मिला हैं।

आईटीआई के सभी तथा नर्सिंग में अंतिम वर्ष छोड़ अन्य कक्षाओं के छात्रों को जनरल प्रमोशन देने का निर्णय attacknews.in

गांधीनगर, 08 जून । गुजरात सरकार ने आईटीआई के सभी तथा नर्सिंग के अंतिम वर्ष को छोड़ अन्य कक्षाओं के छात्रों को मास प्रमोशन देने का आज फ़ैसला किया है।

मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की अध्यक्षता में आज हुई कोर कमेटी की बैठक में निर्णय किया गया कि राज्य के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) के विद्यार्थियों को इस वर्ष के लिए मास प्रमोशन दिया जाएगा।

यह भी निर्णय किया गया कि नर्सिंग के पाठ्यक्रम में अंतिम वर्ष (फाइनल) की परीक्षा ली जाएगी।

उसके सिवाय अन्य कक्षाओं के नर्सिंग के विद्यार्थियों को इस वर्ष के लिए मास प्रमोशन दिया जाएगा।

यह फ़ैसला कोरोना के वर्तमान हालात के मद्देनज़र लिया गया है।

बैठक में उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल, शिक्षा मंत्री भूपेन्द्रसिंह चूड़ास्मा, ऊर्जा मंत्री सौरभ पटेल, मुख्य सचिव अनिल मुकीम और कई वरिष्ठ सचिव उपस्थित थे।

आगरा के पारस अस्पताल के खिलाफ योगी आदित्यनाथ ने दिये जांच के आदेश;वायरल वीडियो में संचालक डा अरिंजय जैन पर 22 मरीजों की मौत की जिम्मेदारी attacknews.in

आगरा 08 जून ।उत्तर प्रदेश के आगरा में पारस अस्पताल के संचालक डा अरिंजय जैन के वायरल वीडियो की जांच के आदेश दिये गये हैं।

वायरल वीडियो में डा जैन की आक्सीजन की कमी का हवाला देते हुये कह रहे हैं कि माक ड्रिल के जरिये यह पता करते है कि पांच मिनट के लिये आक्सीजन आपूर्ति बाधित करने से कितने मरीजों की जान पर संकट आ सकता है।

इस वायरल वीडियो पर गंभीर रूख अपनाते हुये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच के आदेश दिये हैं। अस्पताल में भर्ती मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट किया जा रहा है जिसके बाद अस्पताल को सील किया जा सकता है।

अस्पताल को किया सीज़:

आगरा में श्री पारस हॉस्पिटल को सीज कर दिया गया। अस्पताल का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें ऑक्सीजन की कमी के मॉकड्रिल के दौरान 22 लोगों की मौत का दावा किया गया। पूरे मामले की जांच की जा रही है। अस्पताल को सीज करने के साथ ही संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया ।

पारस अस्पताल को सीज करने के आदेश जिलाधिकारी आगरा ने दे दिए । यह आदेश मौके पर करीब 2 घंटे जांच करने के बाद जारी किए गए ।

पारस हॉस्पिटल के संचालक डॉ अरिंजय जैन के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा कायम होगा।यह मुकदमा उनके द्वारा वीडियो में मोदीनगर में ऑक्सीजन खत्म होने की भ्रामक सूचना के कारण दर्ज किया जाएगा।

अस्पताल में 55 मरीज भर्ती हैं।मौके पर सीएमओ आगरा को बुला लिया गया और अस्पताल के सभी मरीजों को अन्य अस्पताल में शिफ्ट कराने की कार्यवाही शुरू की गई । इस पूरी घटना पर लखनऊ से लेकर आगरा तक हड़कंप मच गया ।.लखनऊ से पूरी घटना की जांच की मॉनीटरिंग की जा रही है। अभी हॉस्पिटल को सीज किया गया है।

आगरा प्रशासन ने जारी किया ऑक्सीजन स्टेटस

आगरा प्रशासन ने 25 मई से से लेकर 27 मई तक के बीच ऑक्सीजन सिलेंडर का स्टेटस जारी किया । प्रशासन के मुताबिक 25 अप्रैल को आपूर्तित सिलेंडर की संख्या 149 था, वहीं 20 सिलेंडर रिजर्व रखे गए थे. 26 अप्रैल को 121 आपूर्तित सिलेंडर थे, वहीं 15 सिलेंडर रिजर्व रखे गए थे. 27 अप्रैल को 117 सिलेंडर थे, वहीं 16 सिलेंडर रिजर्व रखे गए थे।

क्या है पूरा मामला

आगरा के पारस अस्पताल के मालिक डॉ. अरिंजय जैन का एक वीडियो सामने आया, इसमें डॉक्टर को ये कहते हुए सुना जा रहा है कि 26 अप्रैल को अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ गई थी. इस वजह से 5 मिनट के लिए ऑक्सीजन सप्लाई बंद कर दी। इससे 22 मरीजों की मौत हो गई. इस मामले में डॉ. अरिंजय ने ये तो माना है कि आवाज उन्हीं की है। लेकिन वो सारे आरोपों को खारिज करते हैं।

रायबरेली पुलिस ने ही गिरफ्तार किया पुलिस दरोगा को चोरी करते हुए पूछताछ में नकली पुलिस वाला और निकला इनामी बदमाश attacknews.in

रायबरेली,08 जून । उत्तर प्रदेश की रायबरेली पुलिस ने जगतपुर इलाके से नकली दरोगा और हरचंदपुर क्षेत्र से इनामी बदमाश को गिरफ्तार किया है।

अपर पुलिस अधीक्षक विश्वजीत श्रीवास्तव ने मंगलवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जगतपुर इलाके के कुछ लोगो ने पुलिस को सूचित किया कि एक व्यक्ति वर्दी में रोब गांठ रहा है । ग्रामीणों ने उसे एक दुकान से पैसा चोरी करते पकड़ लिया। वह खुद को थाने का दरोगा बता रहा है।

सूचना पर पीआरवी गाड़ी व थाना जगतपुर पुलिस मौके पर पहुंची और उसे थाने ले लाया गया ।

पूछताछ में उसने अपना नाम राजा भानु प्रताप सिंह निवासी निगोही थाना डीह रायबरेली बताया ,उसके पास से चोरी किए गये पैसे बरामद कर लिए।

पुलिस ने फर्जी दरोगा को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया । आरोप है कि वो खाकी वर्दी पहनकर के क्षेत्र में चोरी करते हुए धरा गया। इसकी सूचना स्थानीय लोगों द्वारा डायल 112 को दी, सूचना मिलते ही स्थानीय थाने की पुलिस और डायल 112 ने मौके पर पहुंचकर फर्जी दरोगा को हिरासत में लिया और पूछताछ की।

अपर पुलिस अधीक्षक श्रीवास्तव ने बताया कि जगतपुर थाना क्षेत्र के जगतपुर कस्बे से डायल 112 को सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति लाल रंग का जूता और खाकी पहने हुए है और अपने आपको थाने का दरोगा बता रहा है।

गांव के लोगों ने पैसे चोरी करते हुए फर्जी दरोगा को पकड़ा

गांव के लोगों ने डायल 112 को बताया कि हम लोगों ने पैसे चोरी करते हुए पकड़ लिया है। उन्होंने बताया कि इस सूचना पर तत्काल जगतपुर थाने की पुलिस और पीआरबी मौके पर पहुंची और उस व्यक्ति को हिरासत में लिया।

पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि उस्का नाम राजा भानु प्रताप सिंह है। वो डीह थाना क्षेत्र का रहने वाला है। उसने पुलिस के सामनें कबूल किया कि वो नकली दरोगा बनकर के कई बार पहले भी क्षेत्र में कुछ वारदातें कर चुका है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में जगतपुर थाने में आरोपित के विरूद्ध मुकदमा दर्जकर उसे कोर्ट में पेश किया जा रहा है।

कर्नाटक में उद्योगपति भास्कर शेट्टी की हत्या पत्नी राजेश्वरी शेट्टी, पुत्र नवनीत शेट्टी ने करके लाश के टुकड़ें कर ज्योतिषी की मदद से, हवन कुंड में जला दिया था; कोर्ट ने सुनाई आजीवन कारावास की सजा attacknews.in

उडुपी, 08 जून । कर्नाटक की एक स्थानीय अदालत ने 2016 के चर्चित भास्कर शेट्टी हत्याकांड के तीन आरोपियों को मंगलवार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई।

न्यायाधीश जे ए सुब्रमण्यम ने उद्योगपति भास्कर शेट्टी की पत्नी राजेश्वरी शेट्टी, पुत्र नवनीत शेट्टी और ज्योतिषी निरंजन भट को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। राघवेन्द्र को हालांकि अदालत ने बरी कर दिया है जिस पर इस मामले के साक्ष्य मिटाने के आरोप थे।

कर्नाटक के उडूपी जिले की एक अदालत ने प्रवासी भारतीय उद्योगपति भास्कर शेट्टी की 2016 में हुयी हत्या के मामले में उनकी पत्नी एवं बेटे समेत तीन मुख्य आरोपियों को दोषी करार देते हुये मंगलवार को आजीवन कारावास की सजा सुनायी है ।

उडूपी जिला एवं सत्र न्यायाधीश जे एन सुब्रमण्या ने शेट्टी की पत्नी राजेश्वरी शेट्टी, बेटे नवनीत शेट्टी एवं ज्योतिषी निरंजन भट को आजीवन कारावास की सजा सुनायी ।

उडूपी जिले के इंद्राली के रहने वाले प्रवासी भारतीय उद्योगपति शेट्टी (52) की 2016 में हत्या कर दी गयी थी और उनके शव को टुकड़ों में काट कर ज्योतिषी की मदद से, हवन कुंड में जला दिया गया था ।

अदालत ने मामले के एक अन्य आरोपी राघवेंद्र भट को बरी कर दिया। उस पर साक्ष्य नष्ट करने का आरोप था । निरंजन भट के पिता श्रीनिवास भट पर भी यही आरोप लगाये गये थे, और सुनवाई के दौरान उसकी मौत हो गयी ।

विशेष लोक अभियोजक शांताराम शेट्टी ने अभियोजन पक्ष की ओर से मामले की अदालत में पैरवी की । मुख्य अभियुक्त राजेश्वरी शेट्टी अभी जमानत पर बाहर है जबकि नवनीत शेट्टी एवं निरंजन भट बेंगलुरू की जेल में बंद है ।

इंद्राली स्थित शेट्टी के आवास पर 28 जुलाई 2016 को उनकी हत्या की गयी थी । उनके शव को बाद में टुकड़ों में काट कर भट के घर पर बने हवन कुंड में जला दिया गया था ।

भास्कर शेट्टी की मां ने इस मामले में 31 जुलाई को मणिपाल पुलिस थाने में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी थी।