अयोध्या में बनने वाले दुनिया के सबसे ऊंचे श्री राम मंदिर में विराजेंगे राजा राम,मंदिर के हर तल पर 106 खंभे तथा एक खंभे में 16 मूर्तियां होंगी, मंदिर पांच शिखर का बनाया जायेगा attacknews.in

अयोध्या,19 जुलाई । देश दुनिया के करोड़ो श्रद्धालुओं की आस्था के केन्द्रबिंदु अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का सदियों पुराना सपना साकार होने में अब चंद दिनो का समय शेष है। दुनिया के सबसे ऊंचे मंदिर के निर्माण का भूमि पूजन अगस्त के पहले सप्ताह में होने की पूरी संभावना है।

विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के प्रवक्ता शरद शर्मा ने रविवार को बातचीत में कहा कि श्रीरामजन्मभूमि पर राम मंदिर का निर्माण प्रस्तावित मॉडल के अनुरूप ही किया जायेगा हालांकि श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में निर्णय लिया गया है कि राम मंदिर की ऊंचाई 161 फिट होगी और शिखर के गुम्बद पाँच बनाये जायेंगे, जिससे मंदिर भव्य दिखेगा।

विहिप प्रवक्ता के मुताबिक राम मंदिर 265.5 फिट लम्बा और 140 फिट चौड़ा और अब 128 फिट की जगह 161 फिट ऊंचा होगा जिसके प्रथम तल पर सबसे पहले सिंहद्वार, रंगमंडप, नृत्यमंडप और फिर परिक्रमा के बाद गर्भगृह होगा। मंदिर के दूसरे मंजिल पर राम दरबार और उसके ऊपर तीन मंडप के अलावा पांच मंडप होंगे। उन्होंने बताया कि राम मंदिर के हर तल पर 106 खंभे तथा एक खंभे में 16 मूर्तियां होंगी। यह मंदिर पांच शिखर का बनाया जायेगा।

सम्पूर्ण राम मंदिर राजस्थान के वंशी पहाड़पुर से आने वाले पिंड सैंड स्टोन से बनाया गया है। मंदिर में एक लाख 75 हजार घन फिट पत्थर लगना था जिसमें से एक लाख घन फिट से अधिक पत्थर को गुजरात, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कारीगरों द्वारा तराशा जा चुका है।

ट्विटर पर नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता बढ़ी,फाॅलोअर्स की संख्या बढ़कर छह करोड़ पर पहुंची attacknews.in

नयी दिल्ली, 19 जुलाई । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता माइक्रो- ब्लागिंग साइट ट्विटर पर लगातार बढ़ती जा रही है और उनके फाॅलोअर्स की संख्या बढ़कर छह करोड़ पर पहुंच गई है।

श्री मोदी जनवरी 2009 में ट्विटर से जुड़े हैं।

प्रधानमंत्री के ट्विटर हैंडल के अनुसार, उनके फाॅलोअर्स की संख्या छह करोड़ पर पहुंच गई है। सितंबर-19 में ट्विटर पर मोदी के फाॅलोअर्स की संख्या पांच करोड़ थी।

श्री मोदी के मंत्रिमंडल में अहम स्थान रखने वाले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के ट्विटर पर दो करोड 16 लाख फाॅलोअर हैं। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष श्री शाह मई 2013 में ट्विटर से जुड़े हैं।

अप्रैल 2013 से ट्विटर पर सक्रिय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के एक करोड 78 लाख फाॅलोअर्स हैं।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और केरल में वायनाड से सांसद राहुल गांधी के ट्विटर फाॅलोअर्स एक करोड़ 52 लाख हैं। श्री गांधी अप्रैल 2015 में इससे जुड़े हैं , हालांकि उनकी मां और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के ट्विटर फाॅलोअर्स की संख्या बहुत कम यानी लाखों में है।

ट्विटर फाॅलोअर्स के लिहाज से अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के 12.9 करोड़ फाॅलोअर हैं। सितंबर-19 में यह संख्या 10.8 करोड थी।

ट्विटर पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फाॅलोअर्स की संख्या में पिछले साल सितंबर के छह करोड़ 41 लाख की तुलना में यह बढ़कर 8.37 करोड पर पहुंच गई है।

सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के ट्विटर पर फाॅलोअर्स सितंबर-19 के तीन करोड़ 84 लाख से बढ़कर चार करोड 34 लाख हो गए हैं।

देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जो सितंबर -15 से ट्विटर पर सक्रिय हैं उनके फाॅलोअर्स एक करोड़ पांच लाख हैं।

ट्विटर पर निरंतर सक्रिय रहने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक करोड 99 लाख फॉलोअर्स हैं।अन्ना आंदोलन के बाद आम आदमी पार्टी (आप ) का गठन करने वाले श्री केजरीवाल नवंबर से ट्विटर पर सक्रिय हैं।

अयोध्या में बनने वाले श्री राम मंदिर के निर्माण का भूमि पूजन 5 अगस्त को अभिजीत मुहूर्त में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में होगा attacknews.in

नयी दिल्ली, 19 जुलाई । अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण का भूमि पूजन पांच अगस्त को होगा जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी शामिल होने की संभावना है।

सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री कार्यालय से संकेत दिए गए हैं कि वह पूर्वाह्न 11 बजे के आसपास अयोध्या पहुंचेंगे और अभिजीत मुहूर्त में भूमि पूजन संपन्न कराएंगे। अभी तक हालांकि प्रधानमंत्री के अयोध्या के कार्यक्रम की आधिकारिक जानकारी घोषित नहीं की गई है।

सूत्रों के अनुसार श्री रामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास की ओर से श्री मोदी को तीन एवं पांच अगस्त को आने का न्योता दिया गया था। प्रधानमंत्री की ओर से पांच अगस्त की तिथि की पुष्टि की गई है।

बताया गया है भाद्रपद कृष्ण पक्ष की द्वितीया सह तृतीया तिथि सर्वार्थ सिद्धि योग वाली है और पूर्वाह्न 11 बजकर 41 मिनट से 12 बजकर सात मिनट के बीच अभिजीत मुहूर्त में भूमि पूजन संपन्न होने की योजना है।
कोविड 19 महामारी के कारण भूमि पूजन का कार्यक्रम कई बार टाला जा चुका है।

लाॅकडाउन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भूमिका पर प्रभात झा का विश्लेषण: स्वयंसेवकों ने लॉकडाउन में बिना प्रचार किये जो सेवा कार्य भारत के प्रत्येक प्रांत और जिलो में किया है उसे देखकर वहां की सरकारें भी हतप्रभ attacknews.in

संघ का कार्य स्वयंसेवक अपने को मिटाकर करता है

लेखकप्रभात झा

(भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद)

 

हाल ही में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने ‘वर्तमान परिदृश्य और हमारी भूमिका’ विषय पर अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि कोरोना से पूरी दुनिया जूझ रही है। जीवन तो चल रहा है। स्वयंसेवकों को लगता होगा कि शाखा बंद है , नित्य कार्यक्रम बंद है। ऐसा नहीं है। शाखा भी लग रही है और संघ का काम भी चल रही है। बस उसका स्वरुप बदल गया है।

मोहन भागवत जी के उपर्युक्त विचारों को लेकर विश्लेषकों और मेरे कुछ विपक्षी दलों के राजनीतिक मित्र हतप्रभ है कि ऐसी क्या बात है संघ में कि यह संगठन किसी भी परिस्थिति में अहर्निश सक्रिय रहता है। इस कोरोना काल में भी संघ सक्रियता के नए आयामों के माध्यम से गतिशील है। सच में संघ अद्भुत है। यह दुनिया का एकमात्र ऐसा संगठन है जो अपने स्थापना काल से ही दिनो दिन आगे बढ़ रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग संघ की छवि को धूमिल करने में जुटे रहते हैं। ‘संघ का सच क्या है’, इस पर मैंने प्रस्तुत लेख में विचार प्रस्तुत किये हैं। हालांकि न मैं संघ का प्रवक्ता हूं और न ही संघ का अधिकारी , लेकिन बाल्यकाल से ही संघ से जुड़ा हूं। अतः एक साधारण स्वयंसेवक के नाते इसकी विशेषता पर अपने अनुभव साझा कर रहा हूं।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपनी अनूठी कार्यपद्धति के कारण विश्व में जाना जाता है। संघ की सबसे बड़ी विशेषता है कि यह सांस्कृतिक संगठन समाज आधारित है न कि सरकार आधारित। संघ विश्व का ऐसा संगठन है जिसका निरंतर विकास हो रहा है। नेहरूजी , इंदिराजी और नरसिम्हाराव जैसे तीन-तीन प्रधानमंत्रियों ने अपने-अपने कार्यकाल में तीन-तीन बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर प्रतिबंध लगाया पर संघ न रुका , न झुका, न थका, उलटे समाज के सहयोग से निरंतर बढ़ता ही रहा है।

लोग सोचते हैं कि संघ सतत् अपनें कार्य में कैसे लगा रहता है। शायद उन्हें यह नहीं पता कि यहां सभी राष्ट्र के स्वयंसेवक के नाते स्वप्रेरणा से कार्य करते हैं। यहां कार्य करने वाले सभी स्वयंसेवक का एक ही भाव होता है ‘निःस्वार्थ भावना। जब सभी का भाव निःस्वार्थ होता है तो टकराहट जन्म ही नहीं ले पाती। ‘तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा’ की भावना से बढ़ रहा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का स्वयंसेवक। इस भौतिकवादी समय में लाभ-हानि न सोचकर सतत काम में लगे रहते हैं। ‘देश हमें देता है सबकुछ, हम भी तो कुछ देना सीखें’ की स्पष्टता रहती है।

संघ के संस्थापक और आद्य सरसंघचालक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवारजी ने सन 1925 को जब विजयादशमी के दिन नागपुर में प्रथम शाखा शुरू की तो उपस्थित स्वयंसेवकों ने कहा कि आप संघ के गुरु बन जाईये। डॉ. हेडगेवारजी ने कहा कि हम सबका गुरु व्यक्ति नहीं परमपवित्र भगवाध्वज होगा। यहीं से संदेश चला गया कि संघ व्यक्ति आधारित नहीं बल्कि विचार आधारित मां भारती के सेवार्थ कार्य करने वाला एक सुदृढ़ सांस्कृतिक संगठन बनेगा। हिंदू संस्कृति की विजयपताका विश्व में फहराएगा।

देश भर में संघ की सात्विक और आध्यात्मिक प्रभाव बढ़ता देख तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को तबसे ज्यादा बदनाम और समाप्त करने की कोशिश की, जब से संघ की प्रेरणा से भारतीय राजनीति में जनसंघ का जन्म हुआ। उससे पूर्व गांधी हत्याकांड में झूठा आरोप लगाकर जिस तरह से स्वयंसेवकों को यातना दी गई आज भी रोंगटे खड़े कर देती है। तत्कालीन सरसंघचालक विश्व के सबसे सबलतम आध्यात्मिक पुरुष डॉ. माधव सदाशिव गोलवलकर “गुरूजी” को जेल तक भेज दिया। संघ पर यातनाओं का दौर चला प्रतिबंध लगा दिया गया। पर सत्य की जीत हुई। न्यायालय ने कहा कि गांधी ह्त्या में संघ का और संघ के स्वयंसेवकों का कोई लेना-देना नहीं है। कांग्रेस सहित तत्कालीन शासक को मुंह की खानी पड़ी।

मुझे याद है , एक साक्षात्कार में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वसंत साठे ने मुझे कहा था कि ‘मैं समझ ही नहीं पाता कि संघ का विरोध लोग क्यों करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ‘आपातकाल में मैंने इंदिराजी को कहा था, पर उन्होंने एक नहीं सुनी।

संघ का कार्य निरंतर चलता रहता है। संघ की स्पष्ट मान्यता है कि संघ शाखा लगाएगा और सवयंसेवक दसों दिशाओं में समाज के हर क्षेत्र में काम खड़ा करेंगे। सबसे अच्छी बात है कि संघ किसी को अपना प्रतिद्वंदी नहीं मानता। यहां तक कि संघ को जो अपना दुश्मन मानते हैं उसके बारे में गुरूजी कहा करते थे कि हमारा आज का विरोधी कल का समर्थक होगा। हमें इसी भाव से काम करना है। संघ संस्कृति और राष्ट्र ध्वज की भावना को लेकर काम करता है।

आज स्थिति क्या है कि देश में मनुष्य को परिवार में मिलने वाले संस्कार के अलावा राष्ट्रीय संस्कार का शिक्षण कहीं दिया जा रहा है क्या? कहीं नहीं। संघ का प्रमुख उद्देश्य है चरित्र निर्माण करना और मनुष्य को संस्कारवान बनाना। यही नहीं आज बाल्यकाल से बच्चे अपनी भारतीय संस्कृति में पलें-बढ़ें , अध्ययन करें , इसके लिए संघ की प्रेरणा से विद्या भारती के मार्गदर्शन में देशभर में लाखों विद्यार्थी सरस्वती शिशु मंदिर के माध्यम से अध्ययन करते हैं।
तरुण विद्यार्थियों के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद। देश के हिंदू सनातन धर्म के रक्षार्थ विश्व हिंदू परिषद। मजदूरों के बीच, कर्मचारियों के बीच, शिक्षकों के बीच , समाज के इन वर्गों के बीच काम करने के लिए भारतीय मजदूर संघ की स्थापना। ये सभी संगठन संघ की प्रेरणा से परंतु अपनी योजना से काम करते हैं। किसानों के बीच काम करने के लिए भारतीय किसान संघ, वनवासियों के बीच काम करने के लिए वनवासी कल्याण आश्रम, संस्कार भारती, सेवा भारती, लघु उद्योग भारती, क्रीड़ा भारती, आरोग्य भारती , संस्कृत भारती, प्रज्ञा भारती, विज्ञान भारती, भारत विकास परिषद, राष्ट्रीय संपादक परिषद, स्वदेशी जागरण मंच , हिंदू स्वयंसेवक संघ, अखिल भारतीय शिक्षण मंडल जैसे अनेक संस्थान आज के विभिन वर्गों में काम कर रहे हैं।

भारत प्रकाशन , विश्व संवाद केंद्र , दीनदयाल शोध संस्थान, अखिल भारतीय इतिहास संकलन समिति , भरतीय विचार केंद्र , राष्ट्रीय सिख संगत, विवेकानंद केंद्र, अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षणिक परिषद, अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद , सहकार भर्ती, ग्राहक पंचायत , सामाजिक समरसता मंच , हिंदू जागरण मंच, अखिल भारतीय साहित्य परिषद, पर्यावरण समिति , दधीचि देहदान समिति तक संघ की प्रेरणा से चल रहे हैं।

संघ को कोई भी दूर से नहीं समझ सकता। जैसे आंख होते हुए भी लोग कान से राजनीति करते हैं और धोखा खा जाते हैं, वैसे ही संघ को देखकर ही संघ को समझा जा सकता है। संघ के बारे में सुनकर आश्चर्य ही प्रकट कर सकते हैं। राष्ट्रपिता बापू, बिनोवा भावे, सरदार वल्ल्भ भाई पटेल, लोकनायक जय प्रकाश सहित अगर अभी की बात करें तो भारत रत्न प्राप्त डॉ. प्रणव मुख़र्जी ने भी संघ को जब करीब से देखा-समझा तो उनका मन बदला।

संघ की मान्यता है , यहां पद नहीं दायित्व होता है। कोई भी कार्यकर्ता अपरिहार्य नहीं। यही नहीं, मत अनेक हो सकते हैं पर निर्णय एक। निर्णय के पूर्व विस्तृत चर्चा, निर्णय के बाद सिर्फ उसके संपादन में लगना।

आज तो कोरोना है। आपातकाल में तो हजारों स्वयंसेवक भारत के जेलों में अकारण ठूंस दिए गए थे। अनेक यातनाएं और अत्याचार स्वयंसेवकों और उनके परिजनों पर किये गए। बावजूद इसके स्वर्गीय दीनानाथ मिश्र ने ‘गुप्त क्रांति’ नामक आपातकाल के दौरान भारत के लोकतंत्र की दूसरी लड़ाई में संघ की जो भूमिका थी उसको दर्शाता है। इससे साफ़ हो जाता है कि संघ को मात्र स्वयंसेवक ही नहीं बल्कि उसका पूरा परिवार ही कार्य में जुटा रहता है। साथ ही परिवार को पता होता है कि उनका बेटा संघ का माध्यम बनकर राष्ट्रीय कार्य में जुटा हुआ है।

संघ कार्य की नींव में आपसी विश्वसनीयता,आत्मीयता, मानवता और भारतीयता के साथ सबसे बड़ी बात है कि स्वयंसेवक जैसे देश की पीड़ा को अपनी पीड़ा मानता है वैसे ही स्वयंसेवक पर आई पीड़ा को भी अपने परिवार की पीड़ा मानता है और उसे दूर करने में तन-मन-धन से लग जाता है। संघ का कार्य अपेक्षा के बीज पर खड़ा नहीं हुआ है।

स्वयंसेवक के रूप में देखें तो अटल बिहारी वाजपेयी पहले स्वयंसेवक थे जो देश के प्रधानमंत्री बने और लालकृष्ण आडवाणी उपप्रधानमंत्री बने। आज तो देश की जनता ने स्थिति ही बदल दी है। देश में संघ के स्वयंसेवक के नाते भारत के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति पूर्व में प्रचारक रहे। पूर्व में प्रचारक रहे नरेंद्र मोदी स्वयं प्रधानमंत्री हैं। साथ ही,ओम बिरला लोकसभा अध्यक्ष हैं। इतना ही नहीं, देश के केंद्रीय मंत्रिमंडल कई सदस्य, अनेक राज्यों के मुख्यमंत्री और राज्यपाल संघ से संबंधित हैं। संघ को निश्चय ही यह सब अच्छा लगता होगा , पर वह अपने को आज भी समाज आधारित संगठन ही मानता है।

संघ जड़ नहीं है बल्कि प्रवाहमान संगठन है। संघ के जितने भी अनुषांगिक संगठन हैं उनमें सभी संगठन आज भारत में नंबर एक का संगठन है। संघ का कार्य वैश्विक स्तर पर भी है। विश्व के अनेक राष्ट्रों में शाखा लगती है। राष्ट्रीय सेविका समिति देश की आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करते हुए सबसे बड़ी महिला संस्था है।

संघ का कार्य स्वयंसेवक अपने को मिटाकर करता है। यह ऐसा सांस्कृतिक संगठन है जो संघ के स्वयंसेवकों की ‘गुरुदक्षिणा’ से चलता है। संघ में प्रचारक नाम की एक अद्भुत व्यवस्था है। देशभर में संघ के हज़ारों प्रचारक अपना स्वयं का जीवन राष्ट्र को यानी मां भारती को समर्पित कर कार्य करते हैं। संघ के कार्य का सबसे मजबूत नैतिक आधार प्रचारक ही होता है। सरल, सामान्य, नैतिकता, प्रामाणिकता एवं संवेदनशीलता से जुड़कर मानवता भाव से वह सहज ही संघ का कार्य करता है। संघ कार्य के विस्तार में प्रचारको की सबसे बड़ी भूमिका रहती है। वे अपने बारे मे नहीं बल्कि रात-दिन भारतमाता को वैभवशाली बनानें मे जुटे रहते हैं।

आज भी लॉकडाउन में संघ का कार्य पूरी तरह चल रहा है। स्वयंसेवक अपने-अपने संघ कार्यालय में, परिवार में शाखा लगाते हुए राष्ट्र वंदना और संघ की प्रार्थना कर रहे हैं। संघ के स्वयंसेवकों ने लॉकडाउन में बिना प्रचार किये जो सेवा कार्य भारत के प्रत्येक प्रांत और जिलो में किया है वह सराहनीय है। केरल, तमिलनाडू, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में जिस तरह संघ के स्वयंसेवकों ने भोजन, खाद्यान और वहां रह रहे अन्य प्रांतों के निवासियों की सेवा की है, उसे देखकर वहां की सरकारें भी हतप्रभ थी। मानव सेवा संघ के कार्य का मुख्य आधार है। इस लॉकडाउन में पूरे भारतवर्ष में यह सभी ने अपनी आखों से देखा है। लोगों को भोजन कराना, ठहराना, खाद्य सामग्री समाज से एकत्रित करके उन्हें उपलब्ध कराना। जनसेवा के ये कार्य संघ के सभी अनुषांगिक संगठन कर रहे हैं। संघ स्वयं प्रचार-प्रसिद्धि से दूर रहता है। क्योंकि वह इन सेवाकार्यो को अपना राष्ट्रधर्म मानता है। अनेक स्थानों पर संगोष्ठियां, संघ विचारकों का बौद्धिक, ऑडियो-वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग से विषयों पर चर्चाएं पूरे भारतवर्ष में चल रहा है। सभी अनुषांगिक संगठनों ने अपने-अपने क्षेत्रों में कार्य प्रारंभ किया हुआ है। संघ नूतनता को आमंत्रित भी करता है और पुरातनता को सम्मान भी देता है।

संघ कभी नहीं कहता कि हम ही भारत को वैभवशाली बनाएंगे, संघ कहता है कि हम भी भारत को वैभवशाली बनाने में प्रमुख भूमिका बनाएंगे। संघ को समझना है तो उसे अपनी आखों से देखना होगा न कि कानों से सुनकर। संघ भारत की सांस्कृतिक प्रकृति है। आज नहीं तो कल इस प्रकृति की गोद में सभी को आना ही होगा।

संघ लम्बे समय से धारा 370 , श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन , सामान नागरिक संहिता जैसे मुद्दे पर जन-जागरण कार्य करता रहा है। आज देश में राष्ट्रीय विचारों की सरकार है। संघ के ये संकल्प बिना किसी व्यवधान के साकार हो रहे हैं।

संघ की गतिविधियों का आधार है शाखा। देश के सुदूर स्थानों पर भी शाखाएं लगती हैं। लाखों स्थान पर शाखाओं के माध्यम से व्यक्ति निर्माण साकार होता है। यही कारण है कि देश में जहां कहीं भी आपदाएं आती हैं तो संघ के स्वयंसेवक सबसे पहले पहुंचकर राहत कार्य में जुट जाते हैं।

संघ भारत की सांस्कृतिक एवं सनातनी आत्मा है। संघ वंदे मातरम है। संघ आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक अनुष्ठान है। इस पुनीत कार्य रूपी यज्ञ में जो अपनी आहुति देता है, वह धन्य होता है। संघ न किसी का विकल्प है और न संघ का कोई विकल्प है। संघ तो भारत माता को वैभवशाली बनाने का एक अनवरत चलने वाला लाखों स्वयंसेवकों का अटूट संकल्प है।

भारत में शनिवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 10.70 लाख के पार, 26,818 की मौत, रिकवरी दर 63 फीसदी से अधिक हुई attacknews.in

नयी दिल्ली 18 जुलाई ।देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के मामले शनिवार की रात 10.70 लाख के पार पहुंच गये लेकिन राहत की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर 63 फीसदी पहुंच गयी यानी अब तक 6.75 लाख से अधिक लोग इस महामारी से निजात पा चुके हैं।

देश में आज मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 63.10 फीसदी पहुंच गयी जबकि मृत्यु दर महज 2.50 फीसदी रही। शुक्रवार को मरीजों के स्वस्थ होने की दर 63.35 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर महज 2.55 फीसदी रही। मंगलवार को संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर 63.22 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर महज 2.60 प्रतिशत रही। पिछले एक सप्ताह में मरीजों के स्वस्थ होने की दर में तीन फीसदी से अधिक का इजाफा हुआ है।

देश में तीन मई को कोरोना रिकवरी दर 26.59 प्रतिशत थी जो 31 मई को बढ़कर 47.40 प्रतिशत हो गई और इसमें लगातार इजाफा हो रहा है।

‘कोविड19इंडियाडॉटओआरजी’ के आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 1070417 मामलों की आज रात तक पुष्टि हो चुकी है जबकि सुबह यह संख्या 1038716 थी। अब तक कुल 675497 मरीज स्वस्थ हुए हैं जबकि 26818 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। अन्य 367707 सक्रिय मामलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।

इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि सक्रिय मामलों की तुलना में स्वस्थ लोगों की संख्या 3.07 लाख से अधिक हो चुकी है। इससे यह भी साफ है कि देश में अब तक कोरोना वायरस के जितने मरीज आये हैं, उनमें से आधे से अधिक पूरी तरह बीमारी से निजात पा चुके हैं। समय पर कोरोना के संदिग्ध मामलों की जांच और उनके सही तरीके से इलाज की अहम भूमिका रही।

इस बीच, कोरोना संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में फिर संपूर्ण लॉकडाउन अथवा जनता कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लगाये जा रहे हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में राज्य सरकारें अपने स्तर से भी कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन या पूर्णबंदी या फिर जनता कर्फ्यू लागू कर रही हैं।

देश भर में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस कोविड-19 के रिकॉर्ड 361024 नमूनों की जांच की गयी है।

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की ओर से आज जारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक जांच किये गये नमूनों की कुल संख्या बढ़कर 13433742 हो गयी है।

देश में कोरोना टेस्ट लैब की संख्या भी बढ़कर 1253 हो गयी है। जांच की गति तेज करने से पिछले 24 घंटे में देशभर में कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड 34884 नये मामले सामने आये हैं।

बंगाल में कोरोना मामले 40000 के पार,1076 की मौत

पश्चिम बंगाल में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) के 2198 रिकॉर्ड नये मामले सामने आने के बाद शनिवार को संक्रमितों की संख्या बढ़कर 40000 के पार पहुंच गयी तथा 27 और लोगों की मौत के साथ ही मृतकों का आंकड़ा 1076 हो गया।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक संक्रमितों की संख्या बढ़कर 40209 हो गयी है। इस दौरान 1286 और संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने के बाद रोगमुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 23539 हो गयी है।

तमिलनाडु में कोरोना मामले 1.65 लाख के पार, रिकवरी दर करीब 69 फीसदी

तमिलनाडु में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है और 4807 रिकॉर्ड मामले सामने आने के बाद शनिवार को संक्रमितों की संख्या 1.65 लाख के पार पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह है कि स्वस्थ होने वाले लोगों की दर बढ़कर 69 फीसदी के करीब पहुंच गयी है।

राज्य में संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर 68.70 फीसदी पहुंच गयी जो गुरुवार को 68.69 फीसदी रही थी। राज्य में संक्रमितों की मृत्यु दर महज 1.42 प्रतिशत है।

मुंबई में कोरोना मामले एक लाख के पार, रिकवरी दर 70 फीसदी

देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाने वाली महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई कोरोना वायरस (कोविड-19) से पूरे देश में सबसे भयंकर रूप से प्रभावित है तथा पिछले 24 घंटों के दौरान 1199 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या शनिवार को बढ़कर एक लाख से अधिक हो गयी तथा 65 और लोगों की मौत के साथ मृतकों का आंकड़ा 5600 को पार कर गया लेकिन राहत की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर 70 फीसदी से अधिक हो गयी है।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक संक्रमितों की संख्या बढ़कर 100178 हो गयी तथा इस दौरान मृतकों का आंकड़ा 5647 पहुंच गया है। इस अवधि में 1152 और मरीजों के रोगमुक्त होने के बाद स्वस्थ लोगों की संख्या बढ़कर 70492 हो गयी है।

महाराष्ट्र में कोरोना मामले तीन लाख के पार,रिकवरी दर 55 फीसदी

देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में दिनों-दिन स्थिति बिगड़ती जा रही है और पिछले 24 घंटों के दौरान 8348 रिकॉर्ड मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या शनिवार की रात बढ़कर तीन लाख के पार पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह है कि मरीजों की रिकवरी दर बढ़कर 55 फीसदी से अधिक हो गयी है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य में अब तक 300937 लोग इस महामारी की चपेट में आए हैं। इस दौरान 144 और लोगों की इससे मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 11596 हो गयी है। राज्य में इस अवधि में 5306 लोग रोगमुक्त हुए हैं जिसके बाद स्वस्थ होने वालों की कुल संख्या 165663 हो गयी है।

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 22 हजार के करीब पहुंची ,682 नए मामले आए, 706 की मौत , शिवराज सिंह चौहान ने कहा: अभी कोरोना गया नहीं है, निश्चिंत न हों attacknews.in

भोपाल, 18 जुलाई ।मध्यप्रदेश में तेजी से बढ़ रहे मामलों के बीच 682 नए मामले सामने आए, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर अब 21763 तक पहुंच गयी है।इस संक्रमण से मरने वालों की संख्या 706 हो गई ।

राज्य स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा आज रात जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार पिछले चौबीस घंटों के दौरान 682 नए मामले सामने आए हैं। इसे मिलाकर प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर अब 21763 हो गयी है। हालांकि 350 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं, जिसके बाद अब तक 14864 मरीज इस बीमारी से पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में वर्तमान में 6193 एक्टिव मरीज हैं, जिनका इलाज चल रहा है।

नीमच में मिले आठ कोरोना संक्रमित मरीज

नीमच में कोरोना संक्रमित आठ नये मामले सामने आने के बाद अब इनकी संख्या 529 हो गई है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसा कल देर रात भोपाल और नीमच लैब से प्राप्त 127 जांच रिपोर्ट में से 118 नेगेटिव, एक रिजेक्ट और 8 व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। यह सभी व्यक्ति नीमच क़े है। इन्हें मिला कर नीमच जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 529 हो गई है और इनमें से 468 व्यक्ति रिकवर होकर घर लौट गए है, जबकि 51 व्यक्ति उपचार हेतु भर्ती है। वहीं कोरोना संक्रमित दस मरीजों की उपचार के दौरान मौत हो गई है।

भोपाल में कोरोना के 140 नए प्रकरण, संख्या हुयी 4224

भोपाल में कोरोना संक्रमण के आज 140 नए मामले सामने आने के बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4224 पहुंच गयी है। जबकि इनमें से 2866 लोग स्वस्थ होकर घर पहुंच गए हैं।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार सुबह 140 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गये, जो एक दिन में सर्वाधिक है। इसके साथ ही कोरोना संक्रमितों की संख्या 4084 से बढ़कर 4224 हो गयी है। अभी तक पाए गये कोरोना संक्रमित 4224 मरीजों में से 2866 लोग अस्पताल से स्वस्थ होकर घर पहुंच गये हैं। जबकि इस महामारी बीमारी के कारण अब तक 129 मरीजों की जान जा चुकी है।

सागर में दो कोरोना संक्रमित मरीज की मौत

सागर जिले में दो कोरोना मरीज की उपचार के दौरान मौत हो गई।आधिकारिक जानकारी के अनुसार बुंदेलखंड मेडीकल कॉलेज के कोविड वार्ड में भर्ती एक बुर्जुग कोरोना मरीज की आज सुबह और कल रात एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई।

इंदौर जिले में कोविड-19 के 145 नये मामले

इंदौर जिले में ‘कोविड-19’ के 145 नए मामले सामने आने के बाद यहां एक्टिव (उपचारत) रोगियों की संख्या 1443 तक जा पहुंची हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ प्रवीण जड़िया ने कल रात ‘हेल्थ बुलेटिन’ जारी कर बताया कि जिले के अब तक 116500 (एक लाख सौलह हजार पाँच सौ) लोगों की प्राप्त कोरोना जांच रिपोर्ट में से 5906 संक्रमित पाये गये हैं। इसी में शामिल कल किये गए 2575 टेस्ट में से 145 संक्रमित तथा 2394 असंक्रमित पाये गये हैं।

सीएमएचओ द्वारा जारी किए जाने वाले हेल्थ बुलेटिन में बताया गया है कि शुक्रवार को इंदौर में कोविड-19 से किसी रोगी की मौत नहीं हुई हैं। अप्रैल माह में हुयी चार रोगियों की मौतों को कल आधिकारिक रूप से दर्ज किए जाने के साथ यहां संक्रमण से मरने वालों की संख्या 288 हो गई है।

शुक्रवार को यहां अस्पताल में उपचारत 36 रोगियों को स्वस्थ हो जाने पर छुट्टी दी गई है, जिसके साथ यहां उपचार के बाद 4175 रोगी स्वस्थ्य हो चुके हैं। इसी क्रम में एहतियातन संस्थागत क़वारेन्टीन किये गए संदेहियों में से अब तक 4860 लोग स्वस्थ पाये जाने पर डिस्चार्ज किये जा चुके हैं।

अभी कोरोना गया नहीं है, निश्चिंत न हों: शिवराज

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अभी कोरोना गया नहीं है, निश्चिंत न हों। पूरी तरह सावधान एवं सजग रहें। कहीं भी भीड़ न लगाएं। अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें। अनिवार्य रूप से मास्क लगाएं, फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें तथा अन्य सभी सावधानियां बरतें। जरा-सी लापरवाही भी खतरनाक हो सकती है।

आधिकारिक जानकारी में श्री चौहान आज मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा, भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी विवेक जौहरी, प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग फैज अहमद किदवई, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा संजय शुक्ला उपस्थित थे।

शिवपुरी, हरदा और नरसिंहपुर में मिले कोरोना के मामले

मध्यप्रदेश के शिवपुरी, हरदा और नरसिंहपुर जिलों में आज कोरोना के नए मामले सामने आए हैं।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार शिवपुरी में आज फिर से 13 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिनमें 11 शिवपुरी के विभिन्न क्षेत्रों के हैं तथा दो ग्रामीण क्षेत्रों के हैं। इसे मिलाकर कोरोना मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 227 तक पहुंच गयी है, जिसमें से 102 मरीज ठीक हो चुके हैं।

सीहोर में 8 नए मरीज मिले

सीहोर जिले में आज 8 व्यक्तियों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आनेे के बाद कुल संख्या बढ़कर 102 तक पहुंच गयी।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुधीर डेहरिया के अनुसार पॉजिटिव व्यक्तियों में 2 नसरुल्लागंज के, इछावर के पांच व्यक्तियों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। इसी प्रकार आष्टा के बजरंग कालोनी निवासी 1 व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजीटिव आई। पॉजिटिव व्यक्तियों में 3 महिलाएं 4 पुरुष एवं एक बालक शामिल है। वहीं, आज 5 व्यक्तियों को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।

सिवनी में मिला 22 वां कोरोना मरीज

सिवनी जिले में आज एक और व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 22 हो गयी है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ के.सी मेशराम ने बताया कि आज प्राप्त आईसीएमआर जबलपुर की रिपोर्ट में केवलारी विकासखंड के ग्राम सुनहेरा के 28 वर्षीय युवक की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट प्राप्त हुई हैं। यह युवक मंडला जिले के नैनपुर में पॉजिटिव पाये गए 3 व्यक्तियों कें सम्पर्क में आया था। इसकी जानकारी लगने पर युवक एवं उसके परिवार के सदस्यों को होंम क्वॉरेंटाइन कर सैम्पल लिए गए थे।

श्री राम की नगरी अयोध्या में 161 फीट की ऊंचाई वाले भव्य राममंदिर के लिए भूमि पूजन नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में ही होगा जिसकी तारीख पर मोदी करेंगे अंतिम निर्णय attacknews.in

अयोध्या 18 जुलाई । उत्तर प्रदेश में मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम की नगरी अयोध्या में भव्य राम मंदिर के लिये भूमि पूजन की तारीख का अंतिम फैसला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर छोड़ दिया गया है।

मंदिर निर्माण के लिये गठित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में शनिवार को भूमि पूजन की तारीख समेत अन्य बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया।

ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की अध्यक्षता में करीब चार घंटे चली बैठक के बाद महामंत्री चंपत राय ने पत्रकारों को बताया कि भूमि पूजन के लिये कुछ तिथियां सुझायी गयी है लेकिन देश और देश की सीमाओं की परिस्थितियों के साथ कोरोना महामारी के संकट को देखते हुये इस पर अंतिम फैसला प्रधानमंत्री कार्यालय पर छोड़ दिया गया है।

उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सभी हालात को ध्यान में रखकर तारीख पर अंतिम फैसला देंगे। इस महत्वपूर्ण आयोजन के लिये प्रधानमंत्री के आने के कार्यक्रम में कम से कम 15 दिन तो लगेंगे ही। जब कार्यक्रम तय हो जायेगा, तो आठ दस रोज पहले इसे मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक कर दिया जायेगा।

इस बीच विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि भूमि पूजन के लिये बैठक में 29 जुलाई,तीन अगस्त और पांच अगस्त की तारीख सुझायी गयी है। इनमें तीन या पांच अगस्त को भूमि पूजन होने की अत्यधिक संभावना है। बैठक में यह भी चर्चा हुयी कि मंदिर तीन गुंबद के बजाय अब पांच गुबंद का होगा और मंदिर की ऊंचाई 161 फिट होगी।

बैठक पहले रामलला मंदिर परिसर में होनी थी लेकिन कोरोना महामारी को देखते हुये आयोजन स्थल सर्किट हाउस में किया गया। बैठक में ट्रस्ट की भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष एवं प्रधानमंत्री के सलाहकार रहे नृपेंद्र मिश्र, ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास,महासचिव चंपत राय, बीएसएफ के सेवानिवृत्त डीजी एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुरक्षा प्रभारी रहे केके शर्मा,सदस्य डा अनिल मिश्रा,अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी,अयोध्या राजा बृजेन्द्र मोहन मिश्र, मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल, जिलाधिकारी अनुज कुमार झा,आईजी संजीव गुप्ता,एसएसपी आशीष तिवारी ने भाग लिया। इसके अलावा ट्रस्ट के सदस्य के पराशरणन,पाथ देवानंद सरस्वती और स्वामी विश्व प्रसन्नजीत वीडियाे कांफ्रेसिंग के जरिये बैठक में हिस्सा लिया।

सूत्रों ने बताया कि भूमि पूजन की तारीख तय होने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी,गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत को कार्यक्रम में भाग लेने के लिये निमंत्रण पत्र भेजा जायेगा।

उन्होने बताया कि ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास को लेने विहिप के महासचिव चंपत राय खुद मणिदास छावनी गये। सूत्रों का कहना है कि मंदिर से संबंधित किसी भी जानकारी को साझा नहीं करने से मंहत नृत्य गोपाल दास सरकार और जिला प्रशासन से नाराज थे। उनका कहना था कि मंदिर निर्माण को लेकर भूमि समतलीकरण,खुदाई के दौरान मिले अवशेष अथवा मंदिर निर्माण से जुड़ी जानकारी उनको नहीं बतायी जाती है और न ही उनसे कोई राय मशवरा लिया जाता है।

रामराज की अवधारणा का केन्द्र बनेगा राम मंदिर : सिंह

इधर उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि अयोध्या में रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण शाश्वत सनातन संस्कृति का संवाहक होगा जो पूरे विश्व को सुशासन का बोध कराएगा और रामराज की अवधारणा का सांस्कृतिक केंद्र बनेगा।

बरेली के नवाबगंज विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओ और पार्टी पदाधिकारियों से डिजिटल प्लेटफॉर्म पर संवाद करते हुये श्री सिंह ने शनिवार को कहा कि जिसने उत्तर से दक्षिण को जोड़ा, भेदभाव के बंधनों को तोड़ा, ऐसे मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण की आस सैकड़ों वर्षो से कई सौ करोड़ लोगों के मन में रही है। अब श्री राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ है। उन्होंने कहा कि जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण शाश्वत सनातन संस्कृति का संवाहक होगा जो पूरे विश्व को सुशासन का बोध कराएगा और रामराज की अवधारणा का सांस्कृतिक केंद्र बनेगा।

आयकर रिटर्न भरने के लिए अब करदाताओं को उपयोग करना होगा नया फाॅर्म 26एएस जिसकी अनिवार्यता ‘फेसलेस मददगार’ के रूप में होगी attacknews.in

नईदिल्ली 18 जुलाई ।नया फॉर्म 26एएस अपना आयकर रिटर्न जल्दी और सही ढंग से ई-फाइल करने में करदाताओं का ‘फेसलेस (व्‍यक्तिगत उपस्थिति बगैर) मददगार’ है। इस आकलन वर्ष से करदाताओं को एक नया एवं बेहतर फॉर्म 26एएस प्राप्‍त होगा जिसमें करदाताओं के वित्तीय लेन-देन के बारे में कुछ अतिरिक्त विवरण होंगे, जैसा कि विभिन्न श्रेणियों में वित्तीय लेन-देन विवरण (एसएफटी) में निर्दिष्ट किया गया है।

भारत सरकार द्वारा यह बताया गया है कि इन निर्दिष्ट एसएफटी को दर्ज करने वालों से आयकर विभाग को प्राप्त हो रही जानकारियों को अब स्वैच्छिक अनुपालन, कर जवाबदेही और रिटर्न की ई-फाइलिंग में आसानी के लिए फॉर्म 26एएस के भाग ई में दर्शाया जा रहा है, ताकि इनका उपयोग करदाता अत्‍यंत अनुकूल माहौल में सही कर देनदारी की गणना करके अपना आयकर रिटर्न (आईटीआर) भरने में कर सकें। इसके अलावा, इससे कर प्रशासन में और भी अधिक पारदर्शिता एवं जवाबदेही आएगी।

पिछले फॉर्म 26एएस में किसी पैन (स्‍थायी खाता संख्‍या) से संबंधित स्रोत पर कर कटौती और स्रोत पर कर संग्रह के बारे में जानकारियां होती थीं। इसके अलावा, इसमें कुछ अतिरिक्त जानकारियां भी होती थीं जिनमें भुगतान किए गए अन्य करों, रिफंड और टीडीएस डिफॉल्‍ट का विवरण भी शामिल था। लेकिन अब से करदाताओं को अपने सभी प्रमुख वित्तीय लेन-देन को याद करने में मदद के लिए इसमें एसएफटी होगा, ताकि आईटीआर दाखिल करते समय सुविधा के लिए उनके पास तैयार संगणक उपलब्‍ध हो।

यह भी आगे बताया गया है कि उच्च मूल्य वाले वित्तीय लेन-देन करने वाले व्यक्तियों के मामले में आयकर विभाग को वित्त वर्ष 2016 से ही आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 285बीए के तहत ‘निर्दिष्ट व्यक्तियों’ जैसे कि बैंकों, म्यूचुअल फंडों, बॉन्ड जारी करने वाले संस्थानों और रजिस्ट्रार या सब-रजिस्ट्रार इत्‍यादि से उन व्‍यक्तियों द्वारा की गई नकद जमा/बचत बैंक खातों से निकासी, अचल संपत्ति की बिक्री/खरीद, सावधि जमा, क्रेडिट कार्ड से भुगतान, शेयरों, डिबेंचरों, विदेशी मुद्रा, म्यूचुअल फंड की खरीद, शेयरों के बायबैक, वस्‍तुओं एवं सेवाओं के लिए नकद भुगतान, आदि के बारे में जानकारियां प्राप्त होती थीं। अब से विभिन्न एसएफटी के तहत इस तरह की सभी जानकारियां नए फॉर्म 26एएस में दर्शाई जाएंगी।

यह बताया गया है कि अब से किसी भी करदाता के लिए फॉर्म 26एएस के भाग ई में विभिन्न विवरण, जैसे कि किस तरह का लेन-देन, एसएफटी दर्ज करने वाले (फाइलर) का नाम, लेन-देन की तारीख, एकल/संयुक्त पक्ष द्वारा लेन-देन, लेन-देन करने वाले पक्षों की संख्या, धनराशि, भुगतान का तरीका और टिप्पणी, इत्‍यादि को दर्शाया जाएगा।

इसके अलावा, इससे अपने वित्तीय लेन-देन को अपडेट रखने वाले ईमानदार करदाताओं को अपना रिटर्न दाखिल करते समय मदद मिलेगी। वहीं, दूसरी ओर यह उन करदाताओं को निराश करेगा जो अनजाने में अपने रिटर्न में वित्तीय लेन-देन को छिपाते हैं। नए फॉर्म 26एएस में उन लेन-देन की जानकारी भी होगी जो वित्त वर्ष 2015-16 तक वार्षिक सूचना रिटर्न (एआईआर) में प्राप्त होते थे।

भारत के 20 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में वन नेशन, वन राशन कार्ड योजना पूरी तरह से लागू ,शेष राज्यों में मार्च 2021 से पहले लागू करने का लक्ष्य attacknews.in

नईदिल्ली 18 जुलाई ।देश में वन नेशन, वन राशन कार्ड की सुविधा 4 राज्यों में राशन कार्डों की अंतर-राज्यीय पोर्टेबिलिटी के साथ अगस्त, 2019 में शुरू की गई थी। तब से कुल 20 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों को निर्बाध राष्ट्रीय पोर्टेबिलिटी समूह में शामिल किया गया है जो जून 2020 से प्रभावी है। इस प्रकार, यह सुविधा अभी 20 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के एनएफएसए कार्ड धारकों को मिल रही है। ये 20 राज्य/केंद्र शासित प्रदेश- आंध्र प्रदेश, हरियाणा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, ओडिशा, सिक्किम, मिजोरम, तेलंगाना, केरल, पंजाब, त्रिपुरा, बिहार, गोवा, हिमाचल प्रदेश, दादरा तथा नागर हवेली, दमन तथा दीव, गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान हैं।

अब चार और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों- जम्मू और कश्मीर, मणिपुर, नगालैंड और उत्तराखंड में बहुत जल्द ही वन नेशन, वन राशन कार्ड के तहत राष्ट्रीय पोर्टेबिलिटी की सुविधा देने के लिए जांच और परीक्षण का काम पूरा कर लिया गया है।

इसके अलावा, अंतर्राज्यीय लेनदेन के लिए आवश्यक वेब-सेवाएं और केंद्रीय डैशबोर्ड के जरिए उनकी निगरानी भी इन राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के लिए सक्रिय हो गई हैं। शेष सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को मार्च 2021 से पहले इस योजना में शामिल कर लिए जाने का लक्ष्य रखा गया है।

वन नेशन, वन राशन कार्ड की सुविधा एक महत्वाकांक्षी योजना है। यह राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए), 2013 के तहत शामिल सभी लाभार्थियों के खाद्य सुरक्षा अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग का प्रयास है चाहे वे देश के किसी भी हिस्से में रहें। ऐसा सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के सहयोग से ‘सार्वजनिक वितरण प्रणाली के एकीकृत प्रबंधन (आईएम-पीडीएस)’  पर चल रही केंद्रीय योजना के तहत राशन कार्डों की देशव्यापी पोर्टेबिलिटी को लागू करके किया जा रहा है।

इस प्रणाली के माध्यम से, वैसे प्रवासी एनएफएसए लाभार्थी जो अक्सर अस्थायी रोजगार इत्यादि की तलाश में अपना निवास स्थान बदलते रहते हैं, को अब किसी अपनी पंसद की किसी भी उचित मूल्य की दुकान (एफपीएस) से अपने खाद्यान्न का कोटा उठाने का विकल्प दिया गया है। ऐसा एफपीएस में स्थापित इलेक्ट्रॉनिक प्वाइंट ऑफ सेल (ईपीओएस) डिवाइस पर बायोमेट्रिक/ आधार आधारित प्रमाणीकरण के साथ अपने मौजूदा राशन कार्ड का उपयोग करके किया जा सकता है।

इस प्रकार, एफपीएस पर ईपीओएस उपकरणों की स्थापना और बायोमेट्रिक/आधार प्रमाणीकरण के लिए लाभार्थियों की आधार संख्या इस प्रणाली के मुख्य संवाहक हैं। लाभार्थी देश में किसी भी एफपीएस डीलर को राशन कार्ड नंबर या आधार नंबर बताकर इस सुविधा का लाभ ले सकता है। परिवार का कोई भी व्यक्ति जिसकी राशन कार्ड में आधार संख्या अंकित है, वह प्रमाणीकरण कराकर राशन उठा सकता है। इस सुविधा का लाभ पाने के लिए राशन डीलर को राशन कार्ड या आधार कार्ड दिखाने या इन्हें अपने साथ ले जाने की कोई आवश्यकता नहीं है। लाभार्थी अपने फिंगर प्रिंट या आईरिस आधारित पहचान का उपयोग करके अपना आधार प्रमाणीकरण कर सकता है।

उत्तरप्रदेश में मां बेटी को आत्मदाह के लिये प्रेरित करने के मामले में ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) और कांग्रेस पार्टी की भूमिका सामने आयी ,मामले में भाजपा हमलावर हुई attacknews.in

अमेठी/लखनऊ 18 जुलाई । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लोकभवन के सामने दो महिलाओं की आत्मदाह को लेकर राजनीति तेज हो गयी है। अमेठी की सांसद और केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर ओछी राजनीति का आरोप लगाया है वहीं कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर साजिश के तहत कांग्रेसी नेता को फंसाने का इल्जाम मढ़ा है।

श्रीमती ईरानी ने ट्वीट किया “ जो जनता का पैसा लूट रहे थे अब वे अपने राजनीतिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए महिलाओं को जिंदा जलाने के स्तर तक पहुंच गए हैं, क्योंकि वे अमेठी हार चुके है। क्योंकि वे बीजेपी के सामने खड़े नहीं हो सकते।”

उधर कांग्रेस पार्टी ने कहा कि सरकार ने अपनी गलती मानते हुए थाने के दरोगा को सस्पेंड भी किया है। फिर ये बिना सर पैर की साज़िश क्यों रच रही है। हजरतगंज से लेकर जामों तक पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही क्यों हो रही है। पुलिस और अपराधियों के गठजोड़ के चलते पीड़ित आत्मदाह को मजबूर हुईं हैं। भाजपा नेताओं से लेकर पुलिस के आला अफसरों तक न्याय की गुहार लगाने वाली पीड़ित महिलाएं आत्मदाह करने को क्यों मजबूर हुईं इसका जवाब भाजपा को देना पड़ेगा।

इस बीच बसपा और प्रसपा ने आत्मदाह के प्रयास की घटना की भर्त्सना करते हुये आरोपी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा “ जमीन विवाद प्रकरण में अमेठी जिला प्रशासन से न्याय न मिलने पर माँ-बेटी को लखनऊ में सीएम कार्यालय के सामने आत्मदाह करने को मजबूर होना पड़ा। यूपी सरकार इस घटना को गम्भीरता से ले तथा पीड़ित को न्याय दे व लापरवाह अफसरों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करे ताकि ऐसी घटना पुनः न हों।”

मां-बेटी को आत्मदाह के लिए उकसाना आपराधिक मामला :मायावती

बहुजन समाज पार्टी(बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने शनिवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के अमेठी में जमीन विवाद में राजनीतिक स्वार्थ पूर्ति के लिए मां-बेटी को आत्मदाह के वास्ते उकसाना गंभीर आपराधिक मामला है जिस पर राज्य सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

सुश्री मायावती ने एक ट्वीट में कहा कि मां-बेटी को न्याय नहीं मिलने पर मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने आत्मदाह करने के लिए मजबूर होना पड़ा है, यह बहुत चिंता की बात है। राज्य सरकार को दोषी अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

बसपा प्रमुख ने कहा, “जमीन विवाद को लेकर अमेठी जिला निवासी मां-बेटी द्वारा कल लखनऊ में मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने आत्मदाह करने का प्रयास दुःखद है, लेकिन राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति के लिए अगर उन्हें ऐसा करने के लिए उकसाया गया है तो यह गंभीर आपराधिक मामला है, जिसकी सही जांच कराकर दोषी को सख्त सजा दी जानी चाहिए।”

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार को इस घटना को गम्भीरता से लेना चाहिए तथा पीड़ित को न्याय देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में लापरवाह अफसरों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि ऐसी घटना पुनः नहीं हो।

सुश्री मायावती ने हाल ही में महिला और दलितों की सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार के समक्ष कई बार चिंता व्यक्त की है और इस पर कारवाई करने की मांग की है।

आत्मदाह के मामले में चार नामजद,चार सस्पेंड

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज क्षेत्र में सरेशाम मां बेटी के आत्मदाह करने के प्रयास को पुलिस ने आपराधिक षडयंत्र करार देते हुये चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है वहीं कर्तव्य पालन में लापरवाही बरतने के आरोप में चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।

पुलिस आयुक्त सुजीत कुमार ने शनिवार को यहां पत्रकारों को बताया कि लोकभवन के सामने मां बेटी को आत्मदाह के लिये प्रेरित करने के मामले में ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अमेठी जिला अध्यक्ष कादिर खान और कांग्रेस प्रवक्ता अनूप पटेल की भूमिका सामने आयी है। इसके अलावा मां बेटी को अमेठी से लखनऊ लाने वाली आसंमा और सुल्तान नामक महिला को भी नामजद किया गया है।

लखनऊ में लोकभवन के सामने आत्मदाह का प्रयास: अमेठी में  पुलिसकर्मी निलंबित

अमेठी की रहने वाली एक महिला और उसकी बेटी द्वारा लखनऊ में आत्मदाह की कोशिश करने के मामले में अमेठी में जामो थाने के प्रभारी निरीक्षक सहित तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।

भूमि विवाद के मामले में पुलिस की ओर से कथित तौर पर कार्रवाई नहीं किए जाने के विरोध में शुक्रवार को साफिया और उसकी बेटी गुड़िया ने यहां लोकभवन के सामने आत्मदाह का प्रयास किया था।

जिलाधिकारी अरूण कुमार एवं पुलिस अधीक्षक ख्याति गर्ग ने बताया कि कि साफिया का उसके पड़ोसी से नाली को लेकर कोई विवाद था। इस मामले में नौ जुलाई को मारपीट भी हुई थी।

उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस मामले में नियमानुसार कार्रवाई की थी।

गर्ग ने बताया कि गुड़िया एवं उसकी मां ने आत्मदाह के प्रयास से संबंधित कोई पत्र नहीं दिया था और न ही खुफिया विभाग के पास इसकी कोई जानकारी थी।

उन्होंने बताया कि इस मामले में थाना प्रभारी जामो रतन सिंह, एक उप निरीक्षक एवं एक सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक को सौंपी गयी है और जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।

पुलिस ने शुक्रवार को बताया था कि घटना शुक्रवार शाम लगभग साढ़े पांच बजे की है, जब अमेठी की दो महिलाओं ने खुद पर मिट्टी का तेल छिड़का और खुद को आग लगा ली।

उन्होंने बताया कि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी तुरंत उनकी ओर भागे।

इनमें से एक महिला का वीडयो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें वह आग की लपटों में भागती हुई नजर आ रही है।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दोनों को सिविल अस्पताल की बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत गंभीर बताई जाती है।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मिली जानकारी के मुताबिक, अमेठी के जामो क्षेत्र में किसी विवाद के चलते महिलाओं ने यह कदम उठाया। दोनों महिलाएं यहां आयीं। उन्होंने किसी से संपर्क नहीं किया और सीधे लोकभवन के सामने पहुंचकर आत्मदाह का प्रयास किया। मामले की जांच की जा रही है।

यह घटना अत्यंत कड़ी सुरक्षा वाली जगह पर हुई, जहां विधान भवन और लोकभवन हैं। लोक भवन में ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कार्यालय है।

भाजपा ने राजस्थान में सरकार गिराने की साजिश के आरोपों को झूठ और फरेब की कथा बताते हुए फोन टैपिंग सहित अन्य मामलों की सीबीआई से जांच कराने की मांग की attacknews.in

नयी दिल्ली, 18 जुलाई । राजस्थान में सरकार को गिराने एवं पार्टी तोड़ने का प्रयास करने के कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा ने शनिवार को इस घटनाक्रम को झूठ और फरेब की कथा करार दिया। पार्टी ने कहा कि सारा षड्यंत्र उन्हीं (कांग्रेस) के घर में रचा जा रहा था और संवैधानिक प्रावधानों को ताक पर रखकर फोन टैंपिंग किये जाने सहित विभिन्न प्रकरण की सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए।

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राजस्थान में कांग्रेस की राजनीतिक नौटंकी हम देख रहे हैं। षड्यंत्र, झूठ फरेब और कानून को ताक पर रखकर कैसे काम किया जाता है, यह उसका मिश्रण है।’’ उन्होंने कहा कि कुछ ऑडियो टेप के माध्यम से आरोप लगाया जा रहा है कि भाजपा द्वारा कांग्रेस पार्टी को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि इसमें कोई तथ्य नहीं है बल्कि सारा षड्यंत्र उन्हीं के घर में रचा जा रहा था।

पात्रा ने सवाल किया कि क्या राजस्थान में फोन टैपिंग की जा रही थी और क्या यह आधिकारिक स्तर पर की जा रही थी। क्या मानक प्रक्रियाओं (एसओपी) का पालन हुआ ? क्या फोन टैपिंग इत्यादि की गयी? क्या सभी राजनीतिक पार्टी के सभी लोगों के साथ इस प्रकार का व्यवहार किया जा रहा है? इसे लेकर सीबीआई द्वारा तत्काल जांच होनी चाहिए।

भाजपा प्रवक्ता ने सवाल उठाया कि क्या राजस्थान में परोक्ष रूप से आपातकाल नहीं लगाया जा रहा? क्या कांग्रेस सरकार ने स्वयं को विपरीत परिस्थितियों में पाकर अपनी सरकार को येनकेन प्रकारेण बचाने के लिये कानून को ताक पर नहीं रखा ? उन्होंने कहा, ‘‘ भाजपा इस पूरे प्रकरण की सीबीआई द्वारा जांच की मांग करती है। इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा। ’’ गौरतलब है कि राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच ऑडियो क्लिप सामने आये हैं। इस टेप का हवाला देकर कांग्रेस ने राजस्थान में सरकार गिराने के लिए खरीद फरोख्त की कोशिश होने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने शुक्रवार को गहलोत सरकार को गिराने की कथित साजिश से जुड़े दो ऑडियो टेप सामने आने के बाद केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और कांग्रेस के एक बागी विधायक को गिरफ्तार करने की मांग की ।

शेखावत ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इन क्लिप में उनकी आवाज नहीं है। उन्होंने कहा कि वह जांच का सामना करने को तैयार हैं ।

पात्रा ने आरोप लगाया कि राजस्थान की सरकार 2018 में बनी, अशोक गहलोत जी मुख्यमंत्री बने, उसके बाद से कांग्रेस पार्टी की सरकार में शीत युद्ध की स्थिति बनी रही। उन्होंने कहा, ‘‘कल अशोक गहलोत जी ने स्वयं मीडिया के सामने आकर कहा कि 18 महीने से मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के बीच में वार्तालाप नहीं हो रहा था।’’ कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि घर की लड़ाई, सड़कों पर चली गई, सड़क की लड़ाई आलाकमान के पास पहुंची तथा आलाकमान से यह विषय अदालत तक पहुंच गया।

उन्होंने कांग्रेस से छह सवाल पूछते हुए कहा कि भाजपा इन सवालों के जवाब राजस्थान सरकार, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मांगती है।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत समेत कांग्रेस के नेता यह दावा कर रहे हैं कि ऑडियो क्लिप सही हैं, हालांकि पुलिस की एफआईआर में ऐसी बात नहीं कही गई है।

उन्होंने कहा कि भाजपा के अलावा राजस्थान की जनता यह जानना चाहती है कि क्या उनकी निजता के अधिकार से समझौता किया गया है। क्या राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों के फोन टैप किये जा रहे हैं।

पात्रा ने ऑडियो क्लिप को ‘‘कृत्रिम’’ करार देते हुए इस संबंध में लगाए जा रहे कांग्रेस के आरोपों को गलत और झूठ बताया।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जयपुर के जिस होटल में विधायकों को रखा गया है, वहां पर कोविड-19 की स्थितिओं के बीच सामाजिक दूरी बनाने, मास्क पहनने जैसी मानक प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया जा रहा है।

पार्टी तोड़ने का प्रयास करने संबंधी कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने दावा किया कि हमारी (भाजपा) नैतिकता पर एक भी धब्बा नहीं है और हम कानून सम्मत तरीके से काम करते हैं ।

राजस्थान में राष्ट्रपति शासन की मांग की मायावती ने

राजस्थान में मचे राजनीतिक घमासान के बीच बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर असंवैधानिक काम करने का आरोप लगाते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है।

सुश्री मायावती ने शनिवार को एक ट्वीट श्रृंखला में कहा कि श्री गहलोत ने फोन टेप करा कर असंवैधानिक काम किया है। इससे पहले भी उन्होंने बसपा के विधायकों को कांग्रेस में शामिल करा कर असंवैधानिक कृत्य किया था।

बसपा नेता ने कहा , “ जैसाकि विदित है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने पहले दल-बदल कानून का खुला उल्लंघन और बीएसपी के साथ लगातार दूसरी बार दगाबाजी करके पार्टी के विधायकों को कांग्रेस में शामिल कराया और अब जग-जाहिर तौर पर फोन टेप कराके इन्होंने एक और गैर-कानूनी और असंवैधानिक काम किया है।”

सुश्री मायावती ने राजस्थान के घटनाक्रम पर राज्यपाल के हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा , “ इस प्रकार राजस्थान में लगातार जारी राजनीतिक गतिरोध, आपसी उठा-पठक और सरकारी अस्थिरता के हालात का वहां के राज्यपाल को प्रभावी संज्ञान लेकर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिए , ताकि राज्य में लोकतंत्र की और ज्यादा दुर्दशा नहीं हो।”

UGC के निर्देश पर कोरोना काल में देश भर के 560 विश्वविद्यालयों ने ऑनलाइन या ऑफलाइन परीक्षाएं ली attacknews.in

नयी दिल्ली,18 जुलाई। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने कहा है कि देश के 775 विश्वविद्यालय में से 560 विश्वविद्यालयों ने कोरोना काल में या तो ऑनलाइन या ऑफलाइन परीक्षाएं आयोजित की हैं अथवा वे यह परीक्षाएं आयोजित करने वाली है।

यूजीसी के सचिव द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि दुनिया भर के नामी-गिरामी विश्वविद्यालय चाहे हुए अमेरिका हो या ब्रिटेन कनाडा जर्मनी या ऑस्ट्रेलिया या सिंगापुरवहां सभी ने अपने यहां ऑनलाइन या ऑफलाइन या फिर दोनों तरीकों से परीक्षाएं आयोजित की है । इसलिए छात्रों के लिए दाखिले स्कॉलरशिप नौकरी एवं अन्य कार्यों के लिए परीक्षाओं के माध्यम से ही उनकी प्रतिभा का मूल्यांकन किया जाता है और इससे दुनिया भर में उनको स्वीकृति मिलती है ।

विज्ञप्ति के अनुसार 29 अप्रैल को यूजीसी ने छात्रों के सेमेस्टर और अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा के लिए एक दिशा निर्देश जारी किया था और एक से 15 जुलाई के बीच परीक्षा आयोजित करने का फैसला किया था लेकिन बाद में उसे बढ़ाकर सितंबर के अंत में करने का फैसला किया गया।

इस बीच देश के 945 विश्वविद्यालयों से परीक्षा के बारे में उनकी राय ली गई जिसमें 755 विश्वविद्यालयों के जवाब आए। इनमें 120 डीम्ड विश्वविद्यालय 274 निजी विश्वविद्यालय और 40 केंद्रीय विश्वविद्यालय तथा 321 राज्य विश्वविद्यालय हैं। अब तक 194 विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन या ऑफ लाइन परीक्षएँ ली है और 366 अगस्त या सितंबर में ऑनलाइन परीक्षा या दोनो तरीकों से परीक्षा करने के बारे में तैयारी कर रहे हैं।

राहुल गांधी का मोदी सरकार पर हमला:चीन हमारी ज़मीन पर जिस तरह से कब्जा कर रहा है उसे देखते लगता है कि देश को केंद्र सरकार की कायरतापूर्ण कार्रवाई की कीमत चुकानी पड़ेगी attacknews.in

नयी दिल्ली, 18 जुलाई ।कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार की तुलना दूसरे विश्व युद्ध के समय ब्रिटेन के प्रधानमंत्री रहे नेविलर चेम्बरलेन से करते हुए कहा है कि चीन हमारी ज़मीन पर जिस तरह से कब्जा कर रहा है उसे देखते हुए लगता है कि देश को केंद्र सरकार की कायरतापूर्ण कार्रवाई की कीमत चुकानी पड़ेगी।

श्री गांधी ने लद्दाख की यात्रा के दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के जवानों को संबोधित करने का एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि जो व्यवहार इस मामले में केंद्र सरकार कर रही है उससे चीन के हौसले बढ़ रहे हैं।

कांग्रेस नेता ने शनिवार को ट्वीट किया, “ चीन ने हमारी जमीन कब्ज़ा ली है और भारत सरकार चेम्बरलेन की तरह व्यवहार कर रही है। इससे चीन का हौसला बढ़ेगा और वह आगे बढ़ेगा। भारत को केंद्र सरकार की कायरतापूर्ण कार्रवाइयों के कारण बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ रही है।”

श्री गांधी का गुस्सा रक्षा मंत्री के उस वीडियो से ज्यादा भड़का है जिसमें वह कह रहे हैं कि मामला हल होना चाहिए लेकिन कहां तक हल होगा, अभी इस संबंध में वह कोई गारंटी नहीं दे सकते लेकिन यह यकीन दिलाते हैं कि भारत की एक इंच जमीन भी दुनिया की कोई ताकत छू तक नहीं सकती है।

जिन चेम्बरलेन का जिक्र श्री गांधी ने किया है ब्रिटिश प्रधानमंत्री के रूप में वह दूसरा विश्व युद्ध टालने के लिए जर्मनी के तानाशाह हिटलर से इस विश्वास के साथ मिलने गए थे कि चेकोस्लोवाकिया मामले में समझौते के बाद जर्मनी हमला नहीं करेगा। इस संबंध में उन्होंने 30 सितंबर 1938 को म्यूनिख समझौते पर हस्ताक्षर किया लेकिन जर्मनी ने करार की धज्जियां उड़ाते हुए एक सितंबर 1939 को पोलैंड पर हमला कर दिया जिसके दो दिन बाद चेम्बरलेन ने जर्मनी से युद्ध की घोषणा कर दी और दूसरा विश्वयुद्ध शुरू हो गया।

भारत में शुक्रवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 10 लाख 40 हजार के पार,26,267 मरीजों की मौत,रोगियों की रिकवरी दर 63 फीसदी से अधिक हुई attacknews.in

नयी दिल्ली, 17 जुलाई । देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के मामले शुक्रवार की रात 10 लाख 36 हजार के पार पहुंच गये लेकिन राहत की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर 63 फीसदी से अधिक बनी हुई है यानी अब तक 6.51 लाख से अधिक लोग इस महामारी से निजात पा चुके हैं।

देश में आज मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 63.35 फीसदी तक पहुंच गई। गुरुवार को संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर 63.29 फीसदी रही जबकि पिछले एक सप्ताह में मरीजों के स्वस्थ होने की दर में तीन फीसदी से अधिक का इजाफा हुआ है। देश में तीन मई को कोरोना रिकवरी दर 26.59 प्रतिशत थी जो 31 मई को बढ़कर 47.40 प्रतिशत हो गई और इसमें लगातार इजाफा हो रहा है।

‘कोविड19इंडियाडॉटओआरजी’ के आंकड़ों के अनुसार देश में आज रात तक कोरोना वायरस संक्रमण के 10,40,461 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। देश में अब तक कुल 6,51,274 मरीज स्वस्थ हुए हैं जबकि 26,267 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। देश में वर्तमान में 3,58,528 सक्रिय मामलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने आज कहा कि कोरोना संक्रमण मुक्त होने वाले व्यक्तियों की संख्या बढ़ने के अलावा अच्छी खबर यह है कि देश में संक्रमण के कारण गंभीर रूप से कम ही लोग बीमार हैं। देश में कोरोना संक्रमितों में से मात्र 0.35 प्रतिशत मरीज वेंटिलेटर पर हैं। इनके इलावा 1.94 प्रतिशत मरीज आईसीयू में भर्ती हैं और 2.81 प्रतिशत मरीज ऑक्सीजन बेड पर हैं। देश में कोरोना संक्रमण के कुल 3,42,756 सक्रिय मामले हैं जबकि अब तक कुल 6,35757 व्यक्ति संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।

मंत्रालय का कहना है कि भारत 1.35 अरब लोगों के साथ दुनिया में दूसरी सबसे अधिक आबादी वाला देश है और यहां प्रति 10 लाख आबादी संक्रमण के 727.4 मामले हैं। वैश्विक स्तर पर यह आंकड़ा कुछ यूरोपीय देशों की तुलना में चार से आठ गुना कम है। भारत दुनिया में सबसे कम कोरोना मृत्यु दर वाले देशों में शामिल है। यहां प्रति 10 लाख आबादी संक्रमण के कारण मौत के मामले 18.6 हैं।

देश में कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए देश भर में 1,383 समर्पित कोविड अस्पताल, 3,107 समर्पित कोविड स्वास्थ्य केंद्र और 10,382 कोविड देखभाल केंद्र हैं। इन सबके पास कुल मिलाकर 46,673 आईसीयू बेड, 21,848 वेंटिलेटर हैं।

केंद्र सरकार ने अब तक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 235.58 लाख एन-95 मास्क, 124.26 लाख पीपीई किट वितरित किये हैं।

देश भर में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस कोविड-19 के रिकॉर्ड 3,33,228 नमूनों की जांच की गयी है।

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 3,33,228 नमूनों की जांच की गयी जिससे अब तक जांच किये गये नमूनों की कुल संख्या बढ़कर 1,30,72,718 हो गयी।

देश में कोरोना टेस्ट लैब की संख्या भी बढ़कर 1,244 हो गयी है। जांच की गति तेज करने से पिछले 24 घंटे में देशभर में कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड 34,956 नये मामले सामने आये हैं, जिससे कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 3,42,473 हो गयी है।

देश भर में काेरोना वायरस कोविड-19 की जांच करने वाली लैब की संख्या बढ़कर 1,244 हो गयी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण की जांच करने वाले लैब की सूची में 10 लैब और जुड़ गये हैं।

इनमें सरकारी लैब की संख्या 880 तथा निजी लैब की 364 है। इस समय वास्तविक समय आरटी पीसीआर आधारित परीक्षण लैब 638 (सरकारी: 392 , निजी: 246) है जबकि ट्रूनेट आधारित परीक्षण लैब की संख्या 504 (सरकारी: 452, निजी: 52) और सीबीएनएएटी आधारित परीक्षण लैब 102 (सरकारी: 36, निजी: 66) हैं।

इन 1,244 लैब ने 16 जुलाई को कोराेना वायरस के संक्रमण का पता लगाने के लिए रिकॉर्ड 3,33,228 स्वाब की जांच की। इस तरह अब तक कुल 1,30,72,718 नमूनों की जांच की जा चुकी है। पिछले 24 घंटे में देश भर में कोरोना संक्रमण के 34,956 नये मामलों का पता चला है, जिससे सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 3,42,473 हो गयी है।

देश में जुलाई में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस(कोविड 19) संक्रमण के 4.18 मामले सामने आये और इस बीमारी से 8202 लोगों की जानें गयी जबकि 2.87 लाख लोग कोरोना मुक्त हुए।

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक एक जुलाई की सुबह कोरोना संक्रमितों की संख्या 5,85,493 थी जो करीब एक पखवाड़ा बाद यह आंकड़ा 10 लाख को पार कर गया।

दिल्ली में कोरोना वायरस काे मात देने वालों के आंकड़ों में निरंतर इजाफा

राजधानी में कोरोना वायरस को मात देने वालों के आंकड़े में निरंतर इजाफा होने से राहत है वहीं शुक्रवार को निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या में इजाफा चिंता बढ़ाने वाला रहा ।

आज लगातार 10वें दिन नये मामल़ों की तुलना में स्वस्थ होने वालों की संख्या अधिक रही।

दिल्ली स्वास्थ्य मंत्रालय के पिछले 24 घंटों के आंकड़ों के अनुसार नये मामले कल 1652 की तुलना में आज घटकर 1462 रह गए जबकि 1608 ने वायरस को शिकस्त दी।

केंद्रीय गृहमंत्री के 15 जून को दिल्ली की स्थिति काबू से बाहर होने पर कमान संभालने और ताबड़तोड़ कदम उठाने के बाद राजधानी में वायरस पर काबू करने में बड़ी सफलता मिली।

दिल्ली में कुल संक्रमितों का आंकडा हालांकि 1,20,107 पर पहुंच गया जबकि इसमें से स्वस्थ होने वालों की संख्या 1608 बढ़कर कुल 99301 अर्थात 82.67 प्रतिशत पर पहुंच गई है।

नौ जुलाई को रिकार्ड 4027 मरीज ठीक हुए थे।
पिछले 24 घंटों में 26 और लोगों की मौत के साथ ही मृतकों की कुल संख्या 3571 पर पहुंच गयी। कल 58 संक्रमितों की वायरस ने जान ली थी।इस दौरान निषिद्ध जोनों की संख्या कल के 658 से बढ़कर आज 668 पर पहुंच गई है।

सात जुलाई को नये मामले घटकर 1379 रहे थे। इससे पहले दिल्ली में 23 जून को 3947 एक दिन के सर्वाधिक मामले आए थे।

महाराष्ट्र और तमिलनाडु के बाद दिल्ली तीसरा राज्य है जहां संक्रमितों का आंकड़ा एक लाख से अधिक है। महाराष्ट्र में वायरस का आंकड़ा 2.84 लाख से भी अधिक है। दिल्ली में सक्रिय मामल़ों की संख्या भी कल के 17,407 से घटकर 17,235 रह गई।

कोरोना जांच में पिछले कुछ दिनों में आई तेजी से कुल जांच का आंकड़ा 7,77,125 पर पहुंच गया। पिछले 24 घंटों में दिल्ली में 20,464 जांच की गई। इसमें आरटीपीसीआर जांच 6270 और रैपिड एंटीजेन जांच 14,194 थी। दिल्ली में 10 लाख की जनसंख्या पर जांच का औसत 40 हजार को पार कर 40,901 पर पहुंच गई है।

दिल्ली सरकार के कुल कोरोना बेड की संख्या 15,474 है जिसमें से 3696 पर मरीज हैं जबकि 11,778 खाली हैं।होम आइशोलेशन में मरीजों की संख्या गत दिवस के 9652 संक्रमितों की तुलना में 9595 का उपचार चल रहा है।

तमिलनाडु में कोरोना संक्रमण से एक दिन में रिकार्ड 79 मौत, 4538 नये मामले

तमिलनाडु में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण से एक दिन में रिकार्ड 79 लोगों की मौत हो गयी और 4538 नये मामले सामने आये।

स्वास्थ्य विभाग के ताजा बुलेटिन के मुताबिक नये मामलों के साथ राज्य में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा 160907 हो गया जबकि इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 2315 हो गयी। इसी अवधि में 3391 मरीज ठीक हुए हैं और इसे मिलाकर कोरोना मुक्त होने वालों की संख्या बढ़कर 1,10,807 हो गयी।

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के फिर 8000 से अधिक नये मामले

कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ संक्रमण के मामलों में देश में सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र में लगातार दूसरे दिन भी आठ हजार से अधिक नये मामले सामने आये जबकि पिछले 24 घंटे में 258 लोगों की इस बीमारी से मौत हो गयी।

ताजा आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोरोना संक्रमण के 8308 नये मामले सामने आये और संक्रमितों का आंकड़ा 2,92,589 पर पहुंच गया जबकि मृतकों की संख्या 11,452 हो गयी। इससे पहले गुरुवार को 8641 मामले आये थे और 266 लोगों की मौत हुई थी।

मध्यप्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या 21 हजार के पार, गृह विभाग ने कोरोना संक्रमण रोकने के उपायों संबंधी नया दिशानिर्देश सभी जिला कलेक्टरों को जारी किए attacknews.in

भोपाल, 17 जुलाई ।मध्यप्रदेश में 704 नए मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 21 हजार के पार पहुंच गयी, जिसमें से अब तक 14514 मरीज स्वस्थ हाे चुके हैं।

राज्य स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा आज जारी बुलेटिन के अनुसार प्रदेश भर में पिछले चौबीस घंटों के दौरान 704 नए मामले आए, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 21082 तक पहुंच गयी। इस बीच 387 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं, जिसके बाद अब तक इस बीमारी से 14514 मरीज ठीक हो चुके हैं। हालांकि पिछले कुछ दिनों से तेजी से मिल रहे मामलों के चलते एक्टिव मरीजों की संख्या बढकर 5870 तक पहुंच गयी है।

इंदौर जिले में ‘कोविड-19’ के 129 नए मामले

इंदौर जिले में ‘कोविड-19’ के 129 नए मामले सामने आने के बाद यहां एक्टिव (उपचारत) रोगियों की संख्या 1338 तक जा पहुंची है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ प्रवीण जड़िया ने कल रात ‘हेल्थ बुलेटिन’ जारी कर बताया कि जिले के अब तक 113925 (एक लाख तेरह हजार नौ सौ पच्चीस ) लोगों की प्राप्त कोरोना जांच रिपोर्ट में से 5761 (पांच हजार सात सौ इकसठ) संक्रमित पाये गये हैं। इसी में शामिल कल किये गए 2787 टेस्ट में से 129 संक्रमित तथा 2652 असंक्रमित पाये गये हैं।

नीमच में मिले कोरोना के तीन मरीज

नीमच जिले में कोरोना संक्रमण से संक्रमित तीन नये मरीज सामाने आये है।

आधिकारिक जानकारी विभिन्न लैब से कल रात प्राप्त हुए जांच सैंपलों में से तीन व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। यह सभी नीमच क़े है।

कटनी में तीन नए पॉजिटिव मिले, संख्या 46 हुयी

कटनी जिले में आज तीन नए संक्रमित मिलने के साथ ही इससे प्रभावितों की संख्या बढ़कर 46 तक पहुंच गयी है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार आज प्राप्त रिपोर्ट में वर्धमान हॉस्पिटल की स्टाफ नर्स, डीजल लोको शेड में कार्यरत एक रेल कर्मचारी एवं माधवनगर का एक युवक पॉजिटिव मिला है। तीनों को जिला चिकित्सालय के कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया गया है। इसे मिलाकर कुल मरीजों की संख्या 46 तक पहुंच गयी।

अन्य राज्यों की सीमा से लगे जिलों में कोरोना के मद्देनजर नए दिशा निर्देश

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के प्रकरण बढ़ने के समाचारों के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर आज राज्य के गृह विभाग ने कोरोना संक्रमण रोकने के उपायों संबंधी नया दिशानिर्देश सभी जिला कलेक्टरों को जारी किए हैं।

गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव एस एन मिश्रा की ओर से जारी किए गए पत्र में कहा गया है कि अंतर्राज्यीय सीमाओं पर स्थित जिलों के लिए यह आवश्यक है कि वह पड़ोसी राज्य के जिलों में संक्रमण की स्थिति पर निरंतर नजर रखें। जहां पर आवश्यक हो, वहां अंतर्राज्यीय सीमा पर लोगों की आवाजाही को नियंत्रित करने के उपाय किए जाएं।

सीहोर की कोरोना पॉजिटिव महिला की भोपाल में मौत

सीहोर जिले के बुदनी विकासखंड के बेरखेड़ा निवासी एक पॉजिटिव महिला की उपचार के दौरान भोपाल में मृत्यु हो गयी, जिसके बाद जिले में अब तक चार लोगों की इस बीमारी से मृत्यु हो गयी। वहीं, आज भी 7 लोगो की रिपोर्ट पाजिटिव आयी है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुधीर डेहरिया के अनुसार अभी तक जिन चार लोगों की मौत हुई है, उनमें 1 पुरुष एवं 2 महिलाओं की मृत्यु भोपाल में तथा 1 पुरुष की मृत्यु इंदौर में उपचार के दौरान हुई है। आज 7 व्यक्तियों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हुई है। वहीं 7 व्यक्तियों को स्वस्थ्‍ा होने के उपरांत कोविड केयर सेंटर से डिस्चार्ज किया गया है। डिस्चार्ज किए गए व्यक्ति सभी स्वस्थ्य है तथा 14 दिन होम क्वांरेटाइन में रहेंगे।

नरसिंहपुर जिले में मिले 18 कोरोना संक्रमित

नरसिंहपुर जिले मेें आज कोरोना के 18 नये मरीज मिले है।आधिकारिक जानकारी के अनुसार आज 67 व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट मिले। इनमें से 18 लोग कोरोना संक्रमित पाए गये। इस तरह एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 43 हो गई है।

भिंड में 11 नए पॉजिटिव मिले

भिंड में आज 11 नए कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 411 तक पहुंच गयी है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार आज प्राप्त रिपोर्ट में 11 नए लोगों में कोरोना का संक्रमण पाया गया। इसी के साथ यहां इससे प्रभावितों की कुल संख्या बढ़कर अब 411 तक पहुंच गयी है। इसमें से 309 ठीक होकर घर चले गए तथा 102 का भिण्ड कोरोना सेंटर में इलाज चल रहा है।

शिवपुरी में आज पाए गये कोरोना के सात मरीज

शिवपुरी जिले में आज कोरोना संक्रमित सात मरीज पाए गये।आधिकारिक जानकारी के अनुसार कोरोना सैंपल की मिली जांच रिपोर्ट में कोरोना संक्रमित सात मरीज मिले हैं। इन्हें मिलाकर जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 214 हो गई है।