भारत द्वारा बाघों की गणना की विस्तृत रिपोर्ट जारी, आबादी का 70% हिस्सा भारत में, 29 जुलाई को वैश्विक बाघ दिवस मनाने का निर्णय,बाघों को बचाने के लिए एलआईडीएआर (लिडार) आधारित सर्वेक्षण तकनीक का उपयोग होगा attacknews.in

नयी दिल्ली 28 जुलाई ।देश में बाघों की संख्या सालाना छह प्रतिशत की औसत दर से बढ़ रही है और चार में से तीन भौगोलिक क्षेत्रों में वर्ष 2006 की तुलना में बाघों की संख्या 2018 में दोगुने से अधिक हो गई है।

पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मंगलवार को यहाँ एक कार्यक्रम में वर्ष 2018 की बाघों की गणना पर विस्तृत रिपोर्ट जारी की।

उन्होंने कहा कि बाघों की बढ़ती संख्या इस बात का संकेत है कि हमारी प्रकृति ठीक है। वर्ष 2018 की गणना के अनुसार देश में 2,967 बाघ हैं। दुनिया के 70 फीसदी बाघ भारत में हैं। इनके अलावा 500 शेर, 30 हजार हाथी और एक सींग वाले तीन हजार गैंडे भी अपने देश में हैं जो हमारी ‘सॉफ्ट पावर’ के प्रतीक हैं।

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज वैश्विक बाघ दिवस की पूर्व संध्या पर नई दिल्ली में बाघों की गणना पर एक विस्तृत रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि बाघ प्रकृति का एक असाधारण हिस्सा है और भारत में इनकी बढ़ी संख्या प्रकृति में संतुलन को दर्शाती है।

श्री जावड़ेकर ने कहा कि बाघ और अन्य वन्य जीव भारत की एक प्रकार की ताकत हैं जिसे भारत अंतर्राष्ट्रीय मोर्चे पर दिखा सकता है।

उन्होंने कहा कि भारत के पास धरती का काफी कम हिस्सा होने जैसी कई बाधाओं के बावजूद, भारत में जैव-विविधता का आठ प्रतिशत हिस्सा है क्योंकि हमारे देश में प्रकृति, पेड़ों और इसके वन्य जीवन को बचाने और उन्हें संरक्षित करने की संस्कृति है।

वन्यजीवों को हमारी प्राकृतिक संपदा बताते हुए श्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि यह प्रशंसा की बात है कि भारत में दुनिया की बाघों की आबादी का 70 प्रतिशत हिस्सा है। उन्होंने कहा कि भारत बाघों के पोषण की दिशा में बाघ वाले सभी 13 देशों के साथ मिलकर अथक प्रयास कर रहा है।

श्री जावड़ेकर ने यह भी घोषणा की है कि उनका मंत्रालय एक ऐसे कार्यक्रम पर काम कर रहा है जिसमें मानव और जानवरों के बीच टकराव की चुनौती से निपटने के लिए जंगल में ही जानवरों को पानी और चारा उपलब्ध कराने की कोशिश की जाएगी। इस टकराव से कई जानवरों की मौत हो रही है। इसके लिए पहली बार एलआईडीएआर (लिडार) आधारित सर्वेक्षण तकनीक का उपयोग किया जाएगा। लिडार लेजर प्रकाश से लक्ष्य को रोशन करके और एक सेंसर के साथ प्रतिबिंब को मापने के जरिए दूरी को मापने की एक विधि है।

बाघ की प्रमुख प्रकृति पर प्रकाश डालते हुए पर्यावरण मंत्री द्वारा छोटी बिल्लियों की उपस्थिति पर एक पोस्टर भी जारी किया गया। बाघ अभयारण्यों के बाहर भारत के कुल बाघों के लगभग 30 प्रतिशत बाघ रहते हैं। इसे देखते हुए भारत ने वैश्विक रूप से विकसित संरक्षण आश्वासन / बाघ मानकों (सीए /टीएस) के माध्यम से इनके प्रबंधन तरीके का आकलन करन शुरू किया था जिसे अब देश भर के सभी पचास बाघ अभयारण्यों तक विस्तारित किया जाएगा।

इस अवसर पर पर्यावरण राज्य मंत्री श्री बाबुल सुप्रियो ने कहा कि मानव–पशु टकराव से बचा जा सकता है लेकिन देश में इसे खारिज नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रत्यक्ष काम कर रहे अधिकारियों ने देश में बाघों की संख्या बढ़ाने का सराहनीय काम किया है।

चौथे अखिल भारतीय बाघ अनुमान की विस्तृत रिपोर्ट निम्नलिखित मायने में अद्वितीय है;

सह-शिकारियों और अन्य प्रजातियों के जानवरों के बहुतायत सूचकांक तैयार किए गए हैं, जिन्हें अब तक सिर्फ रहने भर तक सीमित किया गया है।

सभी कैमरा लगे इलाकों में बाघों का लिंगानुपात पहली बार किया गया है।

बाघों की आबादी पर मानवजनित प्रभावों का विस्तृत रूप से वर्णन किया गया है।

बाघ अभयारण्यों के भीतर बाघों की मौजूदगी का पहली बार प्रदर्शन किया गया है।

रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में बाघ क्षेत्र वाले देशों के शासनाध्यक्षों ने बाघ संरक्षण पर तैयार किए गए सेंट पीटर्सबर्ग घोषणा पर हस्ताक्षर करके 2022 तक अपने-अपने देशों में बाघों की संख्या दोगुना करने का संकल्प लिया था।

उस बैठक के दौरान दुनिया भर में 29 जुलाई को वैश्विक बाघ दिवस के रूप में मनाने का भी निर्णय लिया गया। तभी से हर साल बाघ संरक्षण पर लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने और उसके प्रसार के लिए वैश्विक बाघ दिवस मनाया जा रहा है।

पिछले साल वैश्विक बाघ दिवस, 2019 के दौरान यह भारत के लिए गर्व का क्षण था क्योंकि प्रधानमंत्री ने दुनिया के सामने बाघों की संख्या दोगुना करने के भारत के अपने संकल्प को लक्ष्य वर्ष से चार साल पहले पूरा करने की घोषणा की। भारत में बाघों की कुल आबादी अब 2967 है जो दुनिया भर में बाघों की आबादी का 70 प्रतिशत है। भारत की झोली में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की उपलब्धि आई है जो विश्व में कैमरे का विशाल जाल बिछाकर वन्यजीवों के सर्वेक्षण के रूप में देश की कोशिशों को मान्यता देता है।

आज जारी विस्तृत रिपोर्ट में पूरे भारत में स्थानिक अध्यावास और घनत्व के संदर्भ में बाघों की स्थिति का आकलन किया गया है। भारत के प्रधानमंत्री द्वारा जुलाई, 2019 में ‘भारत में बाघों की स्थिति’ पर जारी संक्षिप्त रिपोर्ट के अलावा, आज जारी इस विस्तृत रिपोर्ट में पिछले तीन सर्वेक्षणों (2006, 2010 और 2014) से प्राप्त जानकारी की तुलना देश में बाघों की संख्या के रुझान का अनुमान लगाने के लिए 2018-19 में किए सर्वेक्षण से मिली जानकारी से की गई है। इसमें 100 किलोमीटर के दायरे में बाघ की स्थिति में बदलाव के लिए जिम्मेदार संभावित कारकों की जानकारी के साथ-साथ वास्तविक परिदृश्य, बाघों के उपनिवेश और उनके विलुप्त होने की दर के बारे में भी विशेष रूप से जानकारी दी गई है।

रिपोर्ट में बाघ आबादी वाले प्रमुख क्षेत्रों को जोड़ने वाले निवास स्थानों की स्थिति का मूल्यांकन किया गया है और वैसे क्षेत्रों की पहचान की गई है जिन्हें हर हाल में संरक्षण की आवश्यकता होती है। रिपोर्ट में प्रमुख मांसाहारी जानवरों के बारे में जानकारी दी गई है और उनके विचरण क्षेत्र और सापेक्ष बहुतायत के बारे में बताया गया है।

विस्तृत रिपोर्ट के लिए यहां क्लिक करें

 

भोपाल की फरार इनामी महिला भूमाफिया कविता नागले चढ़ी पुलिस के हत्थे,बहुत शातिराना अंदाज में फर्जी तरीके से एक प्लाट को एक नहीं,दो नहीं,तीन नहीं,अनेकों को बेच डालें attacknews.in

भोपाल, 28 जुलाई । भोपाल अपराध शाखा ने एक ही भूखंड कई लोग को बेचकर धोखाधड़ी करने के मामले में 10,000 रुपये की इनामी महिला भूमाफिया कविता नागले को सोमवार को गिरफ्तार किया।

भोपाल के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) गोपाल सिंह धाकड़ ने मंगलवार को बताया, ‘‘मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस की अपराध शाखा ने फरार भूमाफिया कविता नागले (50) को शहर के अवधपुरी इलाका स्थित अवन्तिका एवेन्यु से सोमवार को गिरफ्तार किया।’’

उन्होंने बताया कि नागले ने एक ही भूखंड कई लोग को बेचकर धोखाधड़ी की और लोगों को 1.36 करोड़ रूपये से अधिक का चूना लगाया।

धाकड़ ने बताया कि नागले पर 10,000 रुपये का इनाम था। उन्होंने बताया कि नागले को मंगलवार को स्थानीय अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उसे एक दिन की पुलिस हिरासत में भेजा है।

अधिकारी ने बताया कि नागले के खिलाफ अवधपुरी थाने में भादंवि की धारा 406 (विश्वास का आपराधिक हनन), 420 (धोखाधड़ी), 467, 468 एवं 471 में मामला दर्ज है।

धाकड़ ने बताया कि उसके पास से फर्जी दस्तावेज भी जब्त किये गये हैं, उनकी जांच जारी है।

उन्होंने बताया कि श्याम मंगल नाम एक व्यक्ति ने नागले के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत अवधपुरी थाने में दर्ज करवाई थी। उसके 2013 में नागले ने रायसेन रोड पर बिलखिरिया थाना इलाके में स्थित दो एकड़ का भूखंड उसे 72.50 लाख रुपये में बेची, लेकिन उसकी रजिस्ट्री बाद में कराने को कहा।

इसी बीच मंगल को पता चला कि नागले ने उक्त भूखंड करीब 64 लाख रुपये में तीन अन्य लोगों भारती द्विवेदी, जे. शोभानी और अशोक जैन को भी बेचा है।

धाकड़ ने बताया कि भोपाल के अवधपुरी स्थित अवन्तिका एवेन्यु अवधपुरी निवासी नागले के विरुद्ध अवधपुरी थाना भोपाल में एक अन्य आपराधिक प्रकरण दर्ज है, जिसमें उसके द्वारा शासकीय पट्टे की जमीन/फ्लैट देने के नाम पर 10-12 गरीब लोगों से 24 लाख रूपये प्राप्त किये गए थे। यह मामला अदालत में विचाराधीन है।

भारत में सोमवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या 15 लाख आंकड़े के करीब पहुंची,मौत का आंकड़ा 33,436 हुआ,मरीजों के स्वस्थ होने की रिकवरी दर में सुधार attacknews.in

नयी दिल्ली, 27 जुलाई । वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के देश में बढ़ते प्रकोप की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अब तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 14.83 लाख के पार पहुंच गयी है लेकिन साथ ही साथ मरीजों के स्वस्थ होने की दर में भी सुधार होता जा रहा है और सोमवार को इस प्रयास और सफलता मिली।

देश में पिछले दो दिनों के भीतर एक लाख से अधिक संक्रमण के मामले सामने आये हैं। इससे पूर्व तीन दिनों में संक्रमण के एक लाख मामले सामने आ रहे थे।

कोरोना वायरस से गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में प्रकोप तेजी से बढ़ने से रविवार की रात संक्रमितों का आंकड़ा 14.83 लाख के पार पहुंच गया तथा मृतकों की संख्या 33,436 हो गयी।

इस दौरान राहत की बात यह रही कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर आज 64.24 फीसदी पहुंच गयी जो रविवार को 63.90 प्रतिशत रही थी। मृत्यु दर भी पहले के 2.28 प्रतिशत की तुलना में आज घटकर 2.26 फीसदी पर आ गयी।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से आज सुबह जारी आंकड़ों में कुल संक्रमितों की संख्या 14,35,453 हाे गयी तथा कुल मृतक संख्या 32,771 हो गयी थी।

देर शाम विभिन्न राज्यों के आंकड़ों में महाराष्ट्र के अलावा आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में रिकार्ड नये मामले आये। इन सात राज्यों समेत पूरे देश में 43 हजार से अधिक नये मामले तथा 624और लोगों की मौत हुई है।

‘कोविड19इंडियाडॉटओआरजी’ के आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 14,83,263 मामलों की आज रात तक पुष्टि हो चुकी है। इस प्रकार सुबह से लेकर देर रात तक 46,244 नये मामले आ चुके हैं। अब तक कुल 9,50,360 मरीज स्वस्थ हुए हैं जबकि 33,436 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। अन्य 4,95,044 सक्रिय मामलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।

इस प्रकार बीमार मरीजों की तुलना में ठीक हुए रोगमुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 4.55 लाख के पार पहुंच गयी है। फिलहाल यह अंतर 4,55,316 है।

इस बीच, कोरोना संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में फिर संपूर्ण लॉकडाउन अथवा जनता कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध भी फिर लगाने पड़े हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में राज्य सरकारें अपने स्तर से भी कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन या पूर्णबंदी या फिर जनता कर्फ्यू लागू कर रही हैं।

देश में वर्तमान में कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण के पॉजिटिव मामले आने की दर (पाॅजिटिविटी दर) 8.07 प्रतिशत है और केंद्र सरकार राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेश के साथ मिलकर इसे पांच प्रतिशत से कम करने के लिये प्रयासरत है। देश के 19 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना रिकवरी दर राष्ट्रीय औसत रिकवरी दर से अधिक दर्ज की गयी है।

महाराष्ट्र में कोरोना मामले 3.83 लाख के पार, रिकवरी दर में सुधार

देश में कोरोना महामारी से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में दिनों-दिन स्थिति बिगड़ती जा रही है और पिछले 24 घंटों के दौरान 7924 रिकॉर्ड मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या सोमवार रात बढ़कर 3.83 लाख के पार पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह भी है कि मरीजों की रिकवरी दर में निरंतर सुधार जारी है जिसके कारण स्वस्थ लोगों की संख्या 2.21 लाख से अधिक हो चुकी है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य में अब तक 3,83,723 लोग इस महामारी की चपेट में आए हैं। इस दौरान 227 और लोगों की इससे मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 13,883 हो गयी है। राज्य में इस अवधि में रिकॉर्ड 8708 लोग रोगमुक्त हुए हैं जिसके बाद स्वस्थ होने वालों की कुल संख्या 2,21,944 हो गयी है।

राज्य में मरीजों के स्वस्थ होने की दर आज बढ़कर 57.83 फीसदी हो गयी जो रविवार को 56.74 प्रतिशत रही थी। मरीजों की मृत्यु दर भी घटकर 3.61 प्रतिशत पर आ गई।

सूत्रों के मुताबिक राज्य में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 147592 है जो रविवार को 1,48,601 रही थी। सभी मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।

गौरतलब है कि महाराष्ट्र पूरे देश में कोरोना संक्रमण और मौत के मामले में पहले स्थान पर है।

मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 28,589 हुई,789 नए मामले सामने आए, मौत का आंकड़ा हुआ 820 attacknews.in

भोपाल, 27 जुलाई । मध्यप्रदेश में 789 नए मामले मिलने के साथ कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 28589 तक पहुंच गयी, जिसमें से 19791 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।अब तक 820 मरीजों की मौत हो चुकी है ।

राज्य स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा आज रात यहां जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले चौबीस घंटों में प्रदेश भर में 789 नए मामले सामने आए, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर अब 28589 तक पहुंच गयी। इसमें से 659 नए मरीजों के स्वस्थ होने के बाद अब तक इस बीमारी से 19791 लोग स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज किए गए हैं। वर्तमान में 7978 एक्टिव केस (उपचाररत) हैं, जिनकी इलाज चल रहा है।

इंदौर जिले में ‘कोविड 19’ के 127 नये मामले

इंदौर जिले में ‘कोविड 19’ के 127 नये मामले आने के बाद यहां कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 6985 तक जा पहुंची है जबकि 4699 संक्रमित रोगियों के स्वस्थ होकर अस्पताल से छुट्टी होने के बाद यहां उपचाररत रोगियों (एक्टिव केस) की संख्या 1982 हो गयी है।

प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (प्रभारी सीएमएचओ) डॉ पूर्णिमा गाडरिया ने रविवार रात स्वास्थ्य बुलेटिन जारी कर बताया कि अब तक कुल एक लाख इकत्तीस हजार चार सौ सत्तर जांच रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी हैं। इन रिपोर्ट में रविवार को जांचे गये 1445 सैम्पल भी शामिल हैं जिनमें 1301 असंक्रमित तथा 127 संक्रमित पाये गये हैं।

रायसेन जिले में पाए गये आधा दर्जन कोरोना मरीज

रायसेन जिले में आज आधा दर्जन कोरोना संक्रमित मरीज मिले है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार कोरोना जांच रिपोर्ट में आज आधा दर्जन कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले है। इनमें दो चिकित्सक शामिल है। पाए गये मरीजाें की हिस्ट्री निकाली जा रही है। जिले में अभी तक 295 कोराना पॉजिटिव मिले है और इनमें से 124 लोग अस्पताल में ठीक होकर घर चले गये है। वर्तमान में एक्टिव 164 लोगों का उपचार अस्पताल में चल रहा है।

सीहोर में सात नए पॉजिटिव मिले

मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में आज सात नए लोगों में कोरोना का संक्रमण पाए जाने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 209 तक पहुंच गयी।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकार डॉ सुधीर कुमार डेहरिया के अनुसार 7 व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हुई है। उनमें सीहोर के कस्बा तथा पल्टन एरिया से 1-1, आष्टा के ग्राम भंवरी निवासी 1 व्यक्ति, बुदनी के बकतरा से 1 तथा नसरुल्लागंज के शहरी क्षेत्र से 3 व्यक्तियों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हुई है। आज 4 व्यक्तियों को स्वस्थ होने के उपरांत अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया।

शिवपुरी में मिले 5 नए संक्रमित

मध्यप्रदेश के शिवपुरी में आज 5 मरीज कोरोना पॉजिटिव निकले, जिसके बाद कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 272 हो गयी।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से जारी किए गए कोरोना हेल्थ बुलेटिन में बताया गया है कि आज 5 मरीजों की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। इसके साथ ही कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 272 तक पहुंच गई है। अभी तक 230 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। कोरोना मरीजों की रिकवरी रेट यहां 84 प्रतिशत से अधिक है।

एक ही एक्सरे मशीन से सामान्य तथा कोरोना संक्रमित के एक्सरे का आया मामला

मध्यप्रदेश के खरगोन जिला मुख्यालय स्थित जिला चिकित्सालय में कथित रुप से एक ही एक्सरे मशीन से कोरोना संक्रमित तथा सामान्य व्यक्तियों के एक्सरे किए जाने का मामला प्रकाश में आया है।

जिला अस्पताल खरगोन में एक्सरे करने वाले रेडियोग्राफर मुकेश हिरवे ने बताया कि प्रतिदिन सामान्य और कोरोना संक्रमित लोगों का एक ही कक्ष में एक ही मशीन से एक्सरे किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस व्यवस्था से सामान्य व्यक्ति को संक्रमण का खतरा संभावित है। उसने बताया कि प्रति दिन औसतन 50 सामान्य तथा 15 कोरोना संक्रमितों का एक्सरे किया जाता है।

छिंदवाड़ा में मिले 8 नए पॉजिटिव

छिंदवाड़ा जिले में आज 8 नए कोरोना पाॅजिटिव मरीज मिलने के बाद एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 37 तक पहुंच गयी।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार नए पॉजिटिव मरीजों में मोहखेड़ और जुन्नारदेव तहसील में 2-2, परासिया सौंसर व तामिया तहसील में एक-एक तथा एक रोगी छिंदवाड़ा नगर से एक निजी चिकित्सालय के कर्मचारी के रुप में मिला है। सभी कोविड़ सेंटर में भर्ती कराया गया है।

पाकिस्तान द्वारा बार-बार संघर्ष विराम का उल्लंघन करने पर भारत की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना के जवान की मौत, आठ घायल attacknews.in

जम्मू, 27 जुलाई ।जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर साेमवार को पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम उल्लंघन की भारतीय सेना की आेर से की गयी जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना का एक जवान मारा गया तथा आठ अन्य घायल हो गये।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने बगैर किसी उकसावे के प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए भारत के सीमावर्ती गांवों और अग्रिम चौकियों को निशाना बनाया। उन्होंने बताया कि सेना ने इसका हाजीपीर, पुंछ, छाम्ब और राख चिकरी सेक्टरों में मुंहतोड़ जवाब दिया जिसमें पाकिस्तान का एक सैनिक मारा गया तथा आठ अन्य घायल हो गये।

सूत्रों के मुताबिक भीमबेर इलाके में पाकिस्तानी जवान मारा गया जबकि पांच अन्य पुंछ जिले में तथा हाजीपीर, राख चिकरी और पाधर इलाके में एक-एक जवान घायल हुआ।

इससे पहले आज दिन में पुंछ जिले में पाकिस्तानी सेना ने बिना किसी उकसावे के गोलीबारी कर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया था। पुंछ जिले के मानकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान ने छोटे हथियारों से गोलीबारी की तथा माेर्टार के गोले दागे।

भारतीय सेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब देते हुए पांच पाकिस्तानी जवानों को घायल कर दिया।

इससे पहले रविवार को भी पाकिस्तान ने पुंछ जिले में संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए गोलीबारी की थी। सेना की जवाबी कार्रवाई को उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है।

मध्यप्रदेश के घोषित हायर सेकेंडरी परीक्षा परिणाम में टाॅप थ्री टाॅपर रही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भांजियां और इस साल नियमित छात्रों ने सर्वाधिक प्रथम श्रेणी बनाकर रिकार्ड तोड़ा attacknews.in

भोपाल 27 जुलाई ।मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भांजे-भांजी छात्रों ने इस साल कोरोना काल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और सर्वाधिक प्रथम श्रेणी प्राप्त की।

माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा संचालित हायर सेकण्डरी स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिये गये हैं। हायर सेकेण्डरी परीक्षा में इस वर्ष 68.81 प्रतिशत नियमित तथा 28.70 प्रतिशत स्वाध्यायी विद्यार्थी उत्तीर्ण रहे हैं। नियमित छात्राएँ 73.40 प्रतिशत एवं नियमित छात्र 64.66 प्रतिशत सफल हुए हैं। शासकीय विद्यालयों का उत्तीर्ण प्रतिशत 71.43 रहा तथा अशासकीय विद्यालयों का उत्तीर्ण प्रतिशत 64.93 रहा। उल्लेखनीय है कि परीक्षा मार्च 2020 एवं कोविड 19 संक्रमण के कारण शेष परीक्षाएँ जून माह में सम्पन्न कराई गयी थी।

हायर सेकण्डरी स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा नियमित एवं स्वाध्यायी परीक्षार्थियों के लिये प्रदेश में कुल 3657 केन्द्रों पर परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा में 6 लाख 60 हजार 574 नियमित परीक्षार्थी एवं 1 लाख 24 हजार 282 स्वाध्यायी परीक्षार्थी शामिल हुए थे।

कुल 6 लाख 59 हजार 729 नियमित परीक्षार्थियों के परीक्षा परिणाम घोषित किये गये हैं। इनमें 2 लाख 77 हजार 750 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी, एक लाख 61 हजार 544 परीक्षार्थी द्वितीय श्रेणी में तथा 14 हजार 704 परीक्षार्थी तृतीय श्रेणी में एवं 10 परीक्षार्थी उत्तीर्ण श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। इस प्रकार कुल 4 लाख 54 हजार 8 परीक्षार्थी परीक्षा में सफल हुए जिनका परीक्षाफल 68.81 प्रतिशत रहा। नियमित परीक्षार्थियों में 97 हजार 960 ने पूरक की पात्रता प्राप्त की है। जबकि 835 नियमित परीक्षार्थियों के परीक्षाफल अंकों की पुष्टि न हो पाने के कारण उनके परिणाम बाद में घोषित किये जाएंगे।

कुल एक लाख 23 हजार 406 स्वाध्यायी परीक्षार्थियों के परीक्षाफल घोषित किये गये हैं। घोषित परिणामों में 8 हजार 4 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी में, 21 हजार 21 परीक्षार्थी द्वितीय श्रेणी में तथा 6 हजार 392 परीक्षार्थी तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। इस प्रकार कुल 35 हजार 429 परीक्षार्थी परीक्षा में सफल हुए हैं। इनका परीक्षा परिणाम 28.70 प्रतिशत रहा। स्वाध्यायी परीक्षार्थियों में 23 हजार 577 ने पूरक की पात्रता प्राप्त की है। परीक्षा अंकों की पुष्टि न हो पाने के कारण 856 परीक्षार्थियों के परिणाम बाद में घोषित किये जाएंगे। साथ ही अन्य राज्य/मण्डल के जिन छात्रों द्वारा पात्रता दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किये गये हैं, उनके परिणाम भी रोके गये हैं। एक माह के भीतर पात्रता दस्तावेज प्रस्तुत करने पर परीक्षण उपरांत परिणाम घोषित किये जाएंगे। पूरक परीक्षा की तिथि शीघ्र घोषित की जाएगी।

प्रावीण्य सूची में प्रथम तीन स्थान पर रहीं छात्राएँ

प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान रीवा की खुशी आत्मजा रमेश प्रताप सिंह (त्यौंथर शा.कन्या.उ.मा.वि), द्वितीय स्थान नरसिंहपुर की मधुलता आत्मजा बसंत सिलावट ने (शा.बहु.उत्कृष्ट.उ.मा.विद्यालय), एवं तृतीय स्थान नीमच की निकिता आत्मजा जयप्रकाश पाटीदार (शा.उत्कृष्ट.उ.मा.वि. क्रमांक-1 नीमच कैंट) ने प्राप्त किया है। प्रावीण्य सूची में कला संकाय के 19, गणित विज्ञान संकाय के 37, जीवविज्ञान संकाय के 19, वाणिज्य संकाय के 34, कृषि संकाय के 7, ललितकला और गृह विज्ञान के 5 विद्यार्थियों ने प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त किया।

दिव्यांग परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 71.08 रहा

मा. शिक्षा मण्डल की वर्ष 2020 हायर सेकण्डरी स्कूल सर्टिफिकेट में शामिल नेत्रहीन एवं मूक-बधिर छात्रों के परीक्षाफल भी घोषित किये है। गये इस श्रेणी के परीक्षार्थियों का परीक्षाफल 71.08 प्रतिशत रहा। इसमें छात्राओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 71.92 एवं छात्रों का उत्तीर्ण प्रतिशत 70.63 रहा।

परीक्षार्थियों को दी जा रही अंकसूचियों में यदि किसी प्रकार की लिपिकीय त्रुटि है तो परीक्षा परिणाम घोषित होने के दिनांक से तीन माह की अवधि तक उसे ठीक कराने के लिये नि:शुल्क व्यवस्था है। तीन माह तक किसी प्रकार का सुधार न कराने वाले छात्र-छात्राओं को बाद में ऐसे सुधार कराने के लिये सशुल्क आवेदन करना होगा। इसके अतिरिक्त छात्र-छात्राओं को यदि उन्हें प्राप्त अंकों में किसी प्रकार का संदेह है तो ऐसे परीक्षार्थी अपने प्राप्तांकों के सत्यापन के लिए परीक्षा परिणाम घोषित होने की तिथि के 15 दिवस में एमपी ऑनलाइन के कियोस्क पर अथवा www.mpbse.gov.inपर डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड अथवा इंटरनेट बैंकिंग से शुल्क का भुगतान कर आवेदन सकते है।

उत्तर पुस्तिका की छायाप्रति प्राप्त करने के लिये भी परीक्षा परिणाम घोषणा की तिथि से 15 दिवस में एमपी ऑनलाइन के कियोस्क पर अथवा www.mpbse.gov.in पर डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड अथवा इंटरनेट बैंकिंग से शुल्क का भुगतान कर आवेदन किये जा सकते हैं। पुनर्गणना, उत्तर पुस्तिका की छायाप्रति प्राप्त करने के आवदेन जमा करने के लिये मोबाईल एप की सुविधा भी उपलब्ध है। मण्डल का मोबाईल एप ‘MPBSE’ गूगल प्ले स्टोर अथवा एमपी मोबाईल से नि:शुल्क डाउनलोड किया जा सकता है।

मध्यप्रदेश में इस साल स्नातक फायनल और स्नातकोत्तर लास्ट सेमेस्टर की घर बैठे होगी परीक्षा,उत्तर पुस्तिका डाक से या ईमेल से भी भेज सकेंगे attacknews.in

भोपाल 27 जुलाई ।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत उच्च शिक्षा में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा और उनके कैरियर एवं भविष्य को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये हैं।

स्नातक प्रथम, द्वितीय वर्ष एवं स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं को गत वर्ष के परीक्षा परिणाम तथा वर्तमान सत्र के आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर आगामी कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा।

इसी प्रकार स्नातक अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं के लिए कोरोना के संक्रमण से बचाव एवं शारीरिक दूरी को ध्यान में रखते हुए उनकी परीक्षाएं निवास में ही रहकर ओपन बुक प्रणाली से करवाई जाएंगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन देने पर उनकी फायनल डिग्री पर हमेशा सवाल उठाये जाते हैं, इसलिये ओपन बुक प्रणाली से परीक्षा लेने का निर्णय लिया गया है।

स्नातक अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं को उनके लॉगिन आईडी तथा निर्धारित वेबसाइट पर प्रश्न पत्र उपलब्ध करवाये जाएंगे।

ओपन बुक परीक्षा प्रणाली में परीक्षार्थी अपने निवास में ही रहकर उत्तर पुस्तिका लिख सकेंगे। परीक्षार्थी को अपनी उत्तर पुस्तिका संग्रहण केन्द्र में जमा करना होगी। इसके लिये हजारों की संख्या में संग्रहण केन्द्र स्थापित किये गये हैं।

उत्तर पुस्तिका जमा करने के लिये परीक्षार्थी के पास दो विकल्प और होंगे, जिसमें डाक द्वारा और ई-मेल द्वारा भी उत्तर पुस्तिका भेजने की सुविधा होगी।

इन छात्र-छात्राओं को गत वर्षो के प्राप्तांकों का 50 प्रतिशत वेटेज तथा ओपन बुक परीक्षा के प्राप्ताकों का 50 प्रतिशत वेटेज देते हुए स्नातक अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम घोषित किए जाएंगे।

स्नातक अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा में 5.71 लाख छात्र-छात्राएँ शामिल होंगे।

विश्वविद्यालयीन परीक्षाएं सितम्बर माह में आयोजित की जाएंगी, जिसके परीक्षा परिणाम माह अक्टूबर में घोषित होंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने छात्र-छात्राओं से आव्हान किया कि सुनहरे भविष्य के लिये मन लगाकर पढ़ाई करें और कड़ी मेहनत करें, जिससे माता-पिता के साथ मध्यप्रदेश का भी गौरव बढ़ सके।

तकनीकी पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष की परीक्षाएँ 24 अगस्त से

तकनीकी पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष की परीक्षाएँ ऑनलाइन मोड पर 24 अगस्त से आयोजित होंगी।

तकनीकी-शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण उत्पन्न परिस्थितयों और छात्रों के सर्वव्यापी हितों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। इसके अतिरिक्त अन्य सेमेस्टर 2 से 7 तक के विद्यार्थियों को अंतरिक मूल्यांकन एवं गत वर्ष में उनके प्रदर्शन के आधार पर आगामी कक्षा में प्रोन्नत करने का भी निर्णय लिया गया है। श्रीमती सिंधिया ने बताया कि जो छात्र ऑनलाइन परीक्षा में सम्मिलित नहीं हो सकेंगे उनके लिए बाद में विशेष परीक्षा 15 से 23 सितम्बर के मध्य आयोजित की जायेगी।

सुप्रीम कोर्ट में UGC द्वारा आयोजित स्नातक और स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष की परीक्षा के आयोजन को रोकने और जनरल प्रमोशन देने के मामले में सुनवाई शुक्रवार तक स्थगित attacknews.in

नयी दिल्ली, 27 जुलाई ।उच्चतम न्यायालय ने विश्वविद्यालयों में विभिन्न पाठ्यक्रमों की अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 30 सितम्बर तक कराये जाने की अनिवार्यता संबंधी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दिशानिर्देशों को चुनौती देने वाली याचिकाओं की सुनवाई 31 जुलाई तक के लिए सोमवार को स्थगित कर दी।

न्यायमूर्ति अशोक भूषण, न्यायमूर्ति आर सुभाष रेड्डी और न्यायमूर्ति बीआर गवई की खंडपीठ ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता को यूजीसी की ओर से 29 जुलाई तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया। उस जवाब पर याचिकाकर्ता अगले दिन यानी 30 जुलाई को जवाब दाखिल कर सकते हैं।

खंडपीठ चार याचिकाओं की संयुक्त सुनवाई कर रही थी, जिनमें विभिन्न विश्वविद्यालयों के 31 छात्रों, विधि छात्र यश दुबे, युवा सेना नेता आदित्य ठाकरे और एक छात्र कृष्णा बाघमारे की एक-एक याचिका शामिल है। इन चारों याचिकाओं में गृह मंत्रालय के आदेश के मद्देनजर यूजीसी द्वारा जारी गत छह जुलाई को जारी अधिसूचना को रद्द करने की मांग की गयी है।

विधि छात्र यश दुबे की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी पेश हुए। उन्होंने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वह इस मामले में लोक कल्याणार्थ (प्रो-बोनो-पब्लिको) बहस करेंगे। श्री सिंघवी ने दलील दी कि यूजीसी के दिशानिर्देश कठोर एवं अव्यावहारिक हैं। पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों की ओर से पेश वकीलों ने भी परीक्षाओं के आयोजन पर कड़ी
आपत्ति जताई।।

विभिन्न विश्वविद्यालयों के 31 छात्रों की ओर से पेश अधिवक्ता अलख आलोक श्रीवास्तव ने एक ही दिन में कोविड-19 के 50 हजार से अधिक मामलों का उल्लेख करते हुए न्यायालय से यूजीसी के दिशानिर्देशों पर रोक लगाने का आग्रह किया।

राजस्थान विधानसभा का सत्र बुलाने के मामले में सरकार और राजभवन में टकराव,राज्यपाल ने सत्र बुलाने की अनुमति देने का सशर्त प्रस्ताव रखा attacknews.in

जयपुर/नईदिल्ली 27 जुुलाई । राजस्थान में विधानसभा सत्र बुलाने के मुद्दे पर राज्य सरकार और राजभवन में टकराव हो गया है।

सूत्रों ने बताया कि राज्य मंत्रिमंडल द्वारा सत्र आहूत करने के प्रस्ताव की फाइल राजभवन ने संसदीय कार्य विभाग को वापस भेज दी है।

राज्यपाल ने विधानसभा का सत्र बुलाने की अनुमति देने का सशर्त प्रस्ताव रखा

विधानसभा सत्र संवैधानिक प्रावधानों के अनुकूल आहूत हो – मिश्र

राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि विधानसभा सत्र संवैधानिक प्रावधानों के अनुकूल आहूत होना आवश्यक है।

श्री मिश्र ने आज जारी बयान में कहा कि राजस्थान विधानसभा का पांचवां सत्र बुलाने के लिये राज्य सरकार द्वारा उनके परामर्श के अनुसार सुधार करके भेजा गया पत्र 25 जुलाई की रात को प्राप्त हुआ।

राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि विधानसभा सत्र संवैधानिक प्रावधानों के अनुकूल आहूत होना आवश्यक है।

श्री मिश्र ने कहा कि राजस्थान विधानसभा का पांचवां सत्र बुलाने के लिये राज्य सरकार द्वारा उनके परामर्श के अनुसार सुधार करके भेजा गया पत्र 25 जुलाई की रात को प्राप्त हुआ।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 31 जुलाई से सत्राहूत करने का प्रस्ताव भेजा है। राज्य सरकार ने अपने प्रस्ताव में यह वर्णित किया है कि ‘राज्यपाल महोदय भारतीय संविधान के अनुच्छेद 174 में मंत्रिमण्डल की सलाह मानने को बाध्य हैं एवं राज्यपाल स्वयं के विवेक से कोई निर्णय नहीं ले सकते हैं।’

उन्होंने कहा कि लेकिन परिस्थितियाँ विशेष हों, ऐसी स्थिति में राज्यपाल को विधानसभा का सत्र संविधान की भावना के अनुरूप आहूत करने का हक है कि विधानसभा के सभी सदस्यों को उपस्थिति के लिये उचित समय एवं उचित सुरक्षा एवं उनकी मुक्त एवं स्वतन्त्र इच्छा, स्वतन्त्र आवागमन, सदन की कार्यवाही में भाग लेने के लिये प्रक्रिया को अपनाया जावे।

उन्होंने बताया कि मीडिया के जरिए राज्य सरकार के बयान से यह स्पष्ट हो रहा है कि राज्य सरकार विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव लाना चाहती है, परन्तु सत्र बुलाने के प्रस्ताव में इसका कोई उल्लेख नहीं है।

श्री मिश्र ने कहा कि इस विषय में सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय ‘नाबाम रबिया एवं बमांग फेलिक्स बनाम विधानसभा उपाध्यक्ष, अरूणाचल प्रदेश एक अप्रैल 2016 1⁄2 8 एसीसी एक के पैरा 162 का उल्लेख किया गया है।

उन्होंने बताया कि मंत्रिमण्डल के पुनः प्राप्त प्रस्ताव के संबंध में विधिक विशेषज्ञों से राय ली गई। जिसमें ‘‘नाबाम रबिया एवं बमांग फेलिक्स बनाम विधानसभा उपाध्यक्ष, अरूणाचल प्रदेष 1⁄420161⁄2‘‘ मामले में माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के पैरा 150 से 162 का अध्ययन किया गया है। इसमें यह तथ्य सामने आया कि संविधान के अनुच्छेद 174 1⁄411⁄2 के अन्तर्गत माननीय राज्यपाल साधारण परिस्थिति में मंत्रिमण्डल की सलाह के अनुरूप ही कार्य करेंगे और भारतीय संविधान के अनुच्छेद 1741⁄411⁄2 की पालना के लिये भी मंत्रिमण्डल की सलाह मान्य है।

श्री मिश्र ने कहा कि यदि राज्य सरकार विश्वास मत हासिल करना चाहती है तो यह अल्प अवधि में सत्र बुलाये जाने का युक्तियुक्त आधार बन सकता है। चूंकि वर्तमान में परिस्थितियाँ असाधारण है इसलिए राज्य सरकार को तीन बिन्दुओं पर कार्यवाही किये जाने का परामर्श देते हुए पत्रावली पुनः प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं।

उन्होंने कहा कि पहला विधानसभा का सत्र 21 दिन का स्पष्ट नोटिस देकर बुलाया जाये, जिससे भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14 के अन्तर्गत प्राप्त मौलिक अधिकारों की मूल भावना के अन्तर्गत सभी को समान अवसर की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके। दूसरा किसी भी परिस्थिति में विश्वास मत हासिल करने की विधानसभा सत्र में कार्यवाही की जाती है, तब ऐसी परिस्थितियों में जबकि विधानसभा अध्यक्ष द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में विशेष अनुज्ञा याचिका दायर की है।

तीसरा विश्वास मत प्राप्त करने की सम्पूर्ण प्रक्रिया संसदीय कार्य विभाग के प्रमुख सचिव की उपस्थिति में की जाये तथा सम्पूर्ण कार्यवाही की वीडियों रिकॉर्डिंग करायी जावे। ऐसा विश्वास मत केवल हाँ या ना के बटन के माध्यम से ही किया जाये। यह भी सुनिष्चित किया जाये कि ऐसी स्थिति में विश्वास मत का सजीव प्रसारण किया जाय।

श्री मिश्र ने कहा कि यदि विधानसभा का सत्र आहूत किया जाता है तो विधानसभा के सत्र के दौरान सामाजिक दूरी का पालन किस प्रकार किया जाएगा। क्या कोई ऐसी व्यवस्था है जिसमें 200 माननीय विधायकगण और 1000 से अधिक अधिकारी/कर्मचारियों को एकत्रित होने पर उनको संक्रमण का कोई खतरा नहीं हो और यदि उनमें से किसी को संक्रमण हुआ तो उसे अन्य में फैलने से कैसे रोका जायेगा।

श्री मिश्र ने कहा है कि राजस्थान विधानसभा में 200 विधायकगण और 1000 से अधिक अधिकारी/कर्मचारियों के एक साथ सामाजिक दूरी की पालना करते हुए बैठने की व्यवस्था नहीं है जबकि संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए आपदा प्रबन्धन अधिनियम एवं भारत सरकार के दिशा निर्देशों की पालना किया जाना आवयक है।

उन्होंने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 174 का निरपेक्ष अर्थ मंत्रिमण्डल की आज्ञा में उल्लेखित किया गया है। यह राज्यपाल का संवैधानिक दायित्व है कि ऐसी विपरीत परिस्थिति में बिना किसी विशेष आकस्मिकता के विधानसभा का सत्र आहूत करके 1200 से अधिक लोगों के जीवन को खतरे में डाला जाए। उन्होंने संविधान के अनुच्छेद 174 के अन्तर्गत उपरोक्त परामर्श देते हुए विधानसभा का सत्र आहूत किये जाने के लिये कार्यवाही किये जाने के निर्दे राज्य सरकार को दिये हैं।

इससे पहले उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने 31 जुलाई से सत्राहूत करने का प्रस्ताव भेजा, जिसमें कहा गया है कि ‘राज्यपाल भारतीय संविधान के अनुच्छेद 174 में मंत्रिमण्डल की सलाह मानने को बाध्य हैं एवं राज्यपाल स्वयं के विवेक से कोई निर्णय नहीं ले सकते हैं।’ उन्होंने कहा कि लेकिन विशेष परिस्थितियों में राज्यपाल को विधानसभा का सत्र संविधान की भावना के अनुरूप आहूत करने का हक है।

राजस्थान में राज्यपाल की रही स्तब्ध करने वाली भूमिका : कांग्रेस

कांग्रेस ने कहा है कि राजस्थान के राज्यपाल की भूमिका हैरान और स्तब्ध करने वाली रही है और भारतीय जनता पार्टी की ओर से नियुक्त राज्यपालों की इसी तरह की भूमिका के विरोध में पार्टी ने सोमवार को पूरे देश में राज भवनों के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि संसदीय लोकतंत्र के संचालन में राज्यपालों की भूमिका अहम है। राज्यपाल विधानसभा का सत्र कब आयोजित करने के साथ ही विधायकों को समन जारी कर सकते हैं और यदि मुख्यमंत्री बहुमत साबित करना चाहते है तो राज्यपाल विधान सभा की बैठक बुला सकते हैं।

श्री चिदंबरम ने कहा कि राजस्थान में कैबिनेट के फैसले को लेकर राज्यपाल ने जो भूमिका निभाई है वह हैरान और स्तब्ध करने वाली है तथा उसकी इसी भूमिका के खिलाफ कांग्रेस ने आज राजभवनो के समक्ष विरोध प्रदर्शन कर जनता का ध्यान भाजपा की गैरसंवैधानिक नियमों के उल्लंघन की तरफ आकर्षित किया।

उन्होंने उम्मीद जताई कि राज्यपाल शीघ्र ही विधान सभा का सत्र बुलाएंगे और संविधान का सम्मान करेंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 के बाद भाजपा ने जितने राज्यपाल नियुक्त किए हैं उनमें ज्यादातर ने पद का दुरुपयोग कर संवैधानिक प्रक्रियाओं का मजाक उड़ाया है।

कांग्रेस में अंतकर्लह के डायरेक्टर, एक्टर, प्राॅड्यूसर और खलनायक हैं गहलोत – पूनियां

राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस में जारी अंतकर्लह के डायरेक्टर, एक्टर, प्राॅड्यूसर, खलनायक खुद श्री अशोक गहलोत हैं।

डा़ पूनिया ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि कांग्रेस के जो 19 विधायकों की नाराजगी की बात सामने आ रही है, उनको अशोक गहलोत कांग्रेस से बाहर करने का षडयंत्र रच रहे हैं। यह श्री गहलोत का ही षडयंत्र है कि 19 विधायकों को पार्टी से बाहर कैसे निकाला जाये, यह सारी व्यूहरचना उन्होंने ही रची है।

अशोक गहलोत ने राजस्थान के लोकतंत्र को बचाने के लिये करोड़ों लोगों द्वारा देश के राजभवनों के बाहर प्रदर्शन को सफल बताया और कहा कि:हमसे नाराज 19 विधायक सोनिया गांधी से माफी मांगे, राहुल गांधी से माफी मांगे attacknews.in

जयपुर 27 जुलाई । राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य में लोकतंत्र को बचाने के लिए लडी जा रही जंग में आज देश के करोडो लोगों ने राजभवनों के बाहर प्रदर्शन कर तानाशाहीपूर्ण रवैये का विरोध किया।

श्री गहलोत ने आज यहां एक पंच सितारा होटल में विधायक दल की बैठक को संबोधित करते हुये कहा कि राजस्थान में चल रहे सियासी जंग को कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी द्वारा राष्ट्रीय रूप देने के लिए आभार व्यक्त करते हुये कहा लोकतंत्र को बचाने के लिए देश भर में यह जो संकल्प व्यक्त किया वह बहुत बडी उपलब्धी थी।

उन्होंने कहा आज राज्य में जो चल रहा है वह 70 वर्षो में नहीं हुआ। उन्होंने कहा राज्यपाल महोदय का जो दूसरा पत्र आया है उसका जबाव तैयार हो रहा है। हम सब मिलकर यह तय करेंगें कि आगे हमारी अप्रोच किस रूप में हो। उन्होेनें कहा कि स्पष्ट कानून है कि जब केबिनेट सिफारिश करती है, फाइल जाती है राज्यपाल को और हस्ताक्षकर होकर आती है।

उन्होंने विधायकों से कहा कि जैसे कोरोना के अंदर कोरोना वायरर्स कहलाते है डाक्टर लोग, डेमोक्रसी के अंदर आप लोग डेमोक्रेसी के वारियरस के रूप में हो और मैं ईमानदारी से कह सकता हूं कि दो चीजे एक डमोके्रसी के वाॅरियर्स के रूप में हो उसी रूप में देश के अंदर लोकतंत्र कायम रखा है।

श्री गहलोत ने कहा हमारे जो 19 विधायक हमसे नाराज होकर चले गये है अगर उन्होंने गलती कर दी है तो वह पार्टी अध्यक्षा से माफी मांगे, राहुल गांधी से माफी मांगे लेकिन वहां रिसोर्ट में रह रहे है। उनका अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के बाहर धरना होना चाहिये था और पार्टी अध्यक्षा से मांग करते कि मुख्यमंत्री से यह शिकायत है, मंत्रियों से शिकायत है और हमारी मांगे यह हैं। उन्होंने कहा पार्टी की परंपरा यही रही है।ृ

उन्होंने नाराज गुट के विधायकों को भारतीय जनता पार्टी के हाथ में खेलने का आरोप लगाते हुये कहा कि केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत की आॅडियों में जारी वार्ता से उनकी यह पोल खुल चुकी है।

राजस्थान विस अध्यक्ष ने सुप्रीम कोर्ट से ली याचिका वापस,उच्च न्यायालय के अंतरिम आदेश के खिलाफ दायर की थी attacknews.in

नयी दिल्ली 27 जुलाई ।राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष सी पी जोशी ने उच्च न्यायालय के 21 जुलाई के अंतरिम आदेश के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में दायर अपनी याचिका सोमवार को वापस ले ली।

राजस्थान उच्च न्यायालय ने गत 21 जून को अंतरिम आदेश सुनाते हुए विधानसभा अध्यक्ष को सचिन पायलट और उनके खेमे के 18 विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करने से 24 जुलाई तक के लिए रोक लगा दिया था, जिसे अध्यक्ष ने शीर्ष अदालत में चुनौती दी थी।

अध्यक्ष की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने न्यायमूर्ति अरुण कुमार मिश्रा की अध्यक्षता वाली खंडपीठ के समक्ष दलील दी कि उच्च न्यायालय के गत शु्क्रवार के आदेश के बाद पहले के आदेश के खिलाफ याचिका जारी रखने का कोई मतलब नहीं रह जाता, इसलिए उन्हें इसे वापस लेने की अनुमति प्रदान की जाये।

श्री सिब्बल ने कहा कि गत 24 जुलाई को 32 पन्नों का आदेश सुनाया था, जिसमें संविधान की 10वीं अनुसूची की व्याख्या सहित कई सवाल खड़े किये गये हैं।

उन्होंने कहा, “हमें कानूनी विकल्प पर विचार करना है कि आगे क्या करना है।” न्यायालय ने उन्हें याचिका वापस लेने की अनुमति प्रदान कर दी।

भाजपा ने आरोप लगाकर राहुल गांधी को बार-बार झूठ बोलने वाला झूठल्ला और लगातार सेना का अपमान करने वाला बताकर कलंकित परिवार वाला बताया attacknews.in

नयी दिल्ली, 27 जुलाई । भाजपा ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर बार-बार ‘‘झूठ बोलने’’ और सेना का ‘‘अपमान’’ करने का आरोप लगाते हुए सोमवार को कहा कि कांग्रेस की सरकारों के दौरान चीन ने भारत की 43,000 वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्जा जमाया।

पार्टी ने कहा कि राहुल गांधी चाहे जितने झूठ बोले लेकिन उनके परिवार पर लगा ‘‘कलंक’’ कभी नहीं मिट सकता। इसलिए, चीन और पाकिस्तान के सामने घुटने टेकने वाली पार्टी उसे कोई नसीहत न दे।

पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए भाजपा प्रवक्ता जी वी एल नरसिम्हा राव ने कहा, ‘‘राहुल गांधी बार-बार झूठ बोलकर भारत की सेना का अपमान कर रहे हैं। डोकलाम के बाद, सर्जिकल स्ट्राइक के बाद, बालाकोट में एयर स्ट्राइक के बाद, हर बार सेना ने अपने पराक्रम से भारत को विजय दिलाई।’’

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी लेकिन हर बार भारतीय सेना का ‘‘मनोबल’’ गिराने के लिए सेना का ‘‘अपमान’’ करने का दुस्साहस करते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘फिर एक बार हमारे 20 जवानों ने भारत की सीमाओं की सुरक्षा के लिए अपनी जान दे दी। इन कुर्बानियों का राहुल गांधी बार-बार अपमान करने का साहस कर रहे हैं।’’

राव ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी की सरकारों के दौरान भारत को चीन के हाथों 43,000 वर्ग किलोमीटर जमीन गंवानी पड़ी।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप में थोड़ी भी शर्म बची है तो भारत की भूमि सरेंडर करने के लिए आपकी पार्टी के अध्यक्ष, आपके नेतृत्व को देश की जनता से क्षमा मांगनी चाहिए।’’

चीन द्वारा भारत की भूमि पर कब्जा किए जाने संबंधी आंकड़े प्रस्तुत करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ये आपके परिवार का इतिहास है। आप जितने भी झूठ बोलेंगे आपके परिवार पर जो कलंक है, वो नहीं मिट सकता। इसलिए चीन के सामने, पाकिस्तान के सामने घुटने टेकने वाली पार्टी हमें कोई नसीहत न दे।’’

उन्होंने कहा कि भारत की सार्वभौमिकता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सुरक्षित है।

उन्होंने कहा, ‘‘हर इंच भारत की भूमि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सुरक्षित है। भारत की सेना का अपमान करना राहुल गांधी छोड़ दें।’’

इससे पहले, राहुल गांधी ने लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर गतिरोध की पृष्ठभूमि में को कहा कि वह चीन की घुसपैठ पर झूठ नहीं बोलने वाले हैं, चाहे उनका राजनीतिक जीवन ही क्यों न खत्म हो जाए।

साथ ही उन्होंने कहा कि चीनी सैनिकों की भारतीय सीमा में घुसपैठ को नकारने और इस विषय पर झूठ बोलने वाले देशभक्त नहीं हैं।

राहुल गांधी के इस बयान को ‘‘हास्यास्पद’’ बताते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘उनका करियर बहुत पहले ही खत्म हो चुका है। 2019 में ही आपका राजनीतिक ‘सनसेट’ (सूर्यास्त) हो गया है। आप केवल कांग्रेस पार्टी के भविष्य को खत्म करने का लक्ष्य लेकर आगे चल रहे हैं और इसके अलावा राहुल गांधी को हम बहुत गंभीरता से नहीं लेने वाले हैं।’’

राव ने कहा कि देश की जनता राहुल गांधी का कोई राजनीतिक भविष्य नहीं देखती है।

भारत सरकार ने चीन के ओर 47 मोबाइल ऐप पर रोक लगाई,पहले 59 मोबाइल एप्प प्रतिबंधित किया जा चुका है attacknews.in

नयी दिल्ली, 27 जुलाई ।सरकार ने चीन की 47 और ऐप पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही अब तक चीन की कुल 106 मोबाइल एप को देश की संप्रभुता, एकता और सुरक्षा के लिये नुकसानदेह बताते हुये रोक लगाई जा चुकी है। सूत्रों ने यह जानकारी दी है।

इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले सूत्र ने बताया कि जिन 47 नई चीनी ऐप पर अब रोक लगाई गई है वह पहले बंद की गई ऐप के ही प्रतिरूप अथवा भिन्न रूप हैं।

सूत्र ने बताया कि इस संबंध में शुक्रवार को आदेश जारी कर दिया गया है। जिन नई ऐप पर रोक लगाई गई है उनकी सूची तुरंत उपलब्ध नहीं हो पाई है और न ही इसके बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ कहा गया है।

सरकार ने इससे पहले 29 जून को चीन की 59 ऐप पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। सरकार ने इन ऐप को देश की संप्रभुता, एकता और सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने वाला बताया है।

राफेल लड़ाकू विमानों ने फ्रांस से भारत के लिए आज भर दी है उड़ान,29 जुलाई को पहुंचेंगे अम्बाला attacknews.in

नईदिल्ली/पेरिस 27 जुलाई ।(भारतीय वायु सेना) राफेल लड़ाकू विमानों ने आज सुबह फ्रांस के मेरिग्नैक स्थित दसॉल्ट एविएशन फैसिलिटी से भारत के लिए उड़ान भर दी है। इन पांच विमानों में तीन सिंगल सीटर विमान और दो ट्विन सीटर विमान शामिल हैं।

इन विमानों का आगमन दो चरणों में करने की योजना बनाई गई है। इन विमानों को वहां से लाने की जिम्‍मेदारी भारतीय वायुसेना के पायलटों को दी गई है जिन्होंने इन विमानों को उड़ाने का व्यापक प्रशिक्षण लिया है। वहां से आगमन के पहले चरण के दौरान हवा से हवा में ईंधन भरने का काम भी यही पायलट करेंगे। फ्रांसीसी वायु सेना द्वारा उपलब्‍ध कराए गए विशेष टैंकर की सहायता से यह काम सफलतापूर्वक किया जाएगा।

इन विमानों के 29 जुलाई 2020 को अंबाला स्थित एयर फोर्स स्टेशन पर पहुंचने की संभावना है। हालांकि, इन विमानों के आगमन के दौरान मौसम को भी ध्‍यान में रखना होगा। नंबर 17 स्क्वाड्रन ‘गोल्डन एरोज’ को राफेल विमानों से लैस इस सैन्‍य बेस पर तैयार किया जा रहा है।

भारत ने वायुसेना के लिये 36 राफेल विमान खरीदने के लिये चार साल पहले फ्रांस के साथ 59 हजार करोड़ रुपये का करार किया था।

वायुसेना के बेड़े में राफेल के शामिल होने से उसकी युद्ध क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि होने की उम्मीद है। भारत को यह लड़ाकू विमान ऐसे समय में मिले हैं, जब उसका पूर्वी लद्दाख में सीमा के मुद्दे पर चीन के साथ गतिरोध चल रहा है।

फ्रांस में भारत के राजदूत जावेद अशरफ ने विमानों के फ्रांस से उड़ान भरने से पहले भारतीय वायुसेना के पायलटों से बातचीत की।

पेरिस में स्थित भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, ‘यात्रा मंगलमय हो: फ्रांस में भारतीय राजदूत ने राफेल के भारतीय पायलटों से बातचीत कर उन्हें बधाई दी। साथ ही उन्हें सुरक्षित भारत पहुंचने के लिये शुभकामनाएं भी दीं।’

इन पांच राफेल लड़ाकू विमानों को बुधवार दोपहर वायुसेना में शामिल किये जाने की उम्मीद है। हालांकि, वायुसेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि इन्हें बल में शामिल करने को लेकर औपचारिक समारोह का आयोजन अगस्त के मध्य में किया जाएगा।

गलवान में भारत और चीन के सैनिकों की झड़प के बाद दोनों देशों के संबंधों में तनाव के बीच भारत की आकाश में मारक शक्ति को और मजबूत बनाने के लिये 29 जुलाई को अत्याधुनिक पांच राफेल विमान भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल हो जायेंगे।

पांच विमानों की पहली खेप ने सोमवार को उड़ान भरी है और 7000 किलोमीटर का लंबा सफर तय करने के बाद यह 29 जुलाई को भारत में हरियाणा के अंबाला स्थित एयरबेस पहुंचेंगे।

राफेल 10 घंटे की दूरी तय करने के बाद संयुक्त अरब अमीरात में फ्रांस के एयरबेस अल धफरा एयरबेस पर उतरेगा। अगले दिन राफेल विमान अम्बाला के लिए उड़ान भरेगा।

राफेल भारतीय वायु सेना के 17 वें स्क्वाड्रन ‘गोल्डन ऐरो’ का हिस्सा बनेगा जो राफेल विमान से सुसज्जित पहला स्क्वाड्रन है।

फ्रांस से भारत 36 राफेल जेट फाइटर 36 हजार करोड़ रुपए में खरीदेगा। फ्रांस स्थित दूतावास ने आज इसकी जानकारी दी। भारत को पहला राफेल अक्टूबर-19 में सौंपा गया था। इस मौके पर आयोजित समारोह में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल होने आए थे।

भारत में रविवार देर रात कोरोना संक्रमितों की संख्या साढ़े 14 लाख के करीब, 24 घंटे में कोरोना का प्रकोप बढ़ा-पहली बार 50 हजार से ज्यादा संक्रमित आये सामने,मौत का आंकड़ा भी 33 हजार के करीब पहुंचा,रिकवरी दर में गिरावट attacknews.in

नयी दिल्ली 26 जुलाई ।वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) का देश में बढ़ते प्रकोप की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पहले जहां तीन दिनों में एक लाख से अधिक मामले सामने आते थे वहीं अब दो दिनों में इससे अधिक मामले सामने आ रहे हैं। देश में वर्तमान में कोरोना संक्रमितों की संख्या 14.38 लाख के पार पहुंच गयी है लेकिन चिंता की बात यह भी है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर में पहले की तुलना में गिरावट दर्ज की गयी है।

इससे पहले संक्रमितों की संख्या शुक्रवार शाम 13 लाख के पार पहुंच गयी तथा मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 31000 के करीब जा पहुंचा था। देश में पिछले दो दिनों के भीतर एक लाख से अधिक संक्रमण के मामले सामने आये हैं। इससे पूर्व तीन दिनों में संक्रमण के एक लाख मामले सामने आ रहे थे।

कोरोना से गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में प्रकोप तेजी से बढ़ने से रविवार की रात संक्रमितों का आंकड़ा 14.33 लाख के पार पहुंच गया तथा मृतकों की संख्या 32,803 से अधिक हो गयी।

इस दौरान राहत की बात यह रही कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर शनिवार के 63.93 फीसदी से मामूली घटकर आज 63.90 प्रतिशत पर पहुंच गयी। मृत्यु दर भी पहले के 2.31 फीसदी की तुलना में घटकर 2.28 प्रतिशत पर आ गयी।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से आज सुबह जारी आंकड़ों में कुल संक्रमितों की संख्या 13,85,522 हाे गयी तथा कुल मृतक संख्या 32,063 हो गयी थी।

देर शाम विभिन्न राज्यों के आंकड़ों में महाराष्ट्र के अलावा आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में रिकार्ड नये मामले आये। इन सात राज्यों में 37 हजार से अधिक नये मामले तथा 586 और लोगों की मौत हुई है।

‘कोविड19इंडियाडॉटओआरजी’ के आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 14,38,949 मामलों की आज रात तक पुष्टि हो चुकी है। इस प्रकार सुबह से लेकर देर रात तक 46,862 नये मामले आ चुके हैं। अब तक कुल 9,16,346 मरीज स्वस्थ हुए हैं जबकि 32,806 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। अन्य 4,84,377 सक्रिय मामलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।

इस प्रकार बीमार मरीजों की तुलना में ठीक हुए रोगमुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 4.31 लाख के पार पहुंच गयी है। फिलहाल यह अंतर 4,31,969 है।

इस बीच, कोरोना संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में फिर संपूर्ण लॉकडाउन अथवा जनता कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध भी फिर लगाने पड़े हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में राज्य सरकारें अपने स्तर से भी कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन या पूर्णबंदी या फिर जनता कर्फ्यू लागू कर रही हैं।

देश में वर्तमान में कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण के पॉजिटिव मामले आने की दर (पाॅजिटिविटी दर) 8.07 प्रतिशत है और केंद्र सरकार राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेश के साथ मिलकर इसे पांच प्रतिशत से कम करने के लिये प्रयासरत है। देश के 19 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना रिकवरी दर राष्ट्रीय औसत रिकवरी दर से अधिक दर्ज की गयी है।

देशभर में एक दिन में कोरोना वायरस कोविड-19 के रिकॉर्ड 4,42,263 नमूनों की जांच की गयी।

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की ओर से आज जारी आंकड़ों के मुताबिक 25 जुलाई को देशभर में कोरोना वायरस के 4,42,263 नमूनों की जांच की गयी और इसके साथ ही अब तक जांच किये गये नमूनों की कुल संख्या 1,62,91,331 हो गयी है। देश में कोरोना परीक्षण लैब की संख्या भी बढ़कर 1,300 से अधिक हो गयी है।

महाराष्ट्र में कोरोना मामले पौने चार लाख के पार, रिकवरी दर में सुधार

देश में कोरोना महामारी से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में दिनों-दिन स्थिति बिगड़ती जा रही है और पिछले 24 घंटों के दौरान 9431 रिकॉर्ड मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या रविवार की रात बढ़कर पौने चार लाख के पार पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह भी है कि मरीजों की रिकवरी दर में निरंतर सुधार जारी है जिसके कारण स्वस्थ लोगों की संख्या 2.13 लाख से अधिक हो चुकी है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य में अब तक 3,75,799 लोग इस महामारी की चपेट में आए हैं। इस दौरान 267 और लोगों की इससे मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 13,655 हो गयी है। राज्य में इस अवधि में 6,044 लोग रोगमुक्त हुए हैं जिसके बाद स्वस्थ होने वालों की कुल संख्या 2,13,238 हो गयी है।

राज्य में मरीजों के स्वस्थ होने की दर आज बढ़कर 56.74 फीसदी पहुंच गयी जो शनिवार को 56.55 प्रतिशत थी। मरीजों की मृत्यु दर भी घटकर 3.63 प्रतिशत पर आ गई।

सूत्रों के मुताबिक राज्य में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 1,48,601 है और सभी मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।

गौरतलब है कि महाराष्ट्र पूरे देश में कोरोना संक्रमण और मौत के मामले में पहले स्थान पर है।

तमिलनाडु में कोरोना मामले 2.13 लाख के पार, रिकवरी दर 73 फीसदी

तमिलनाडु में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है और 6986 रिकॉर्ड मामले सामने आने के बाद रविवार को संक्रमितों की संख्या 2.13 लाख के पार पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह है कि स्वस्थ होने वाले लोगों की दर बढ़कर 73 फीसदी से अधिक हो गयी है।

राज्य में संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर आज बढ़कर 73.23 फीसदी पहुंच गयी जबकि मृत्यु दर घटकर 1.63 प्रतिशत पहुंच गयी।

आंध्र में कोरोना मामले 96000 के पार,1000 से अधिक की मौत

आंध्र प्रदेश में कोरोना महामारी का प्रकोप काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है और पिछले 24 घंटे के दौरान रिकॉर्ड 7627 मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या रविवार को 96000 के पार पहुंच गयी तथा 56 और लोगों की मौत के बाद मृतकों का आंकड़ा 1000 से अधिक हो गया।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक राज्य में लगातार दूसरे दिन सात हजार से अधिक मामलों के साथ संक्रमितों की संख्या अब 96,298 हो गयी है तथा मृतकों का आंकड़ा 1041 हो गया है। इस दौरान 3,046 मरीजों के स्वस्थ होने से रोगमुक्त लोगों की तादाद 46,301 तक पहुंच गयी है।

मुंबई में कोरोना मामले 1.09 लाख के पार, रिकवरी दर 73 फीसदी के करीब

देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाने वाली महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई पूरे देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) से सबसे भयंकर रूप से प्रभावित है तथा पिछले 24 घंटों के दौरान 1,101 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या रविवार को बढ़कर 1.09 लाख से अधिक हो गयी तथा 57 और लोगों की मौत के साथ मृतकों का आंकड़ा 6,100 के करीब पहुंच गया लेकिन राहत की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर 73 फीसदी के पार पहुंच गयी है।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,09,161 हो गयी तथा इस दौरान मृतकों का आंकड़ा 6,093 पहुंच गया है। इस अवधि में 1,362 और मरीजों के रोगमुक्त होने के बाद स्वस्थ लोगों की संख्या बढ़कर 80,238 हो गयी है।