मध्यप्रदेश के वर्ष 2019 के राज्य-स्तरीय खेल पुरस्कारों एकलव्य,विक्रम और विश्वामित्र के लिए चयनित खिलाडियों की घोषणा,ओलम्पियन श्री इनाम-उर-रहमान को मिलेगा लाइफ टाइम एचीव्हमेंट पुरस्कार attacknews.in

भोपाल 28 अगस्त । प्रदेश के खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों एवं खेल से जुड़ी हस्तियों को खेलों में किये गये उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये राज्य-स्तरीय खेल पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है।

विभाग के प्रमुख सचिव पंकज राग और संचालक पवन जैन ने यहां पत्रकार वार्ता में राज्य के सर्वोच्च खेल पुरस्कारों की घोषणा की। ये पुरस्कार वर्ष 2019 के लिए घोषित किए गए हैं। कोविड 19 के प्रकाेप के कारण फिलहाल अलंकरण समारोह की तिथि घोषित नहीं की गयी है। स्थितियां अनुकूल होने के बाद अलंकरण समारोह की तिथि तय की जाएगी।

संचालक खेल एवं युवा कल्याण श्री पवन कुमार जैन ने  टी.टी. नगर स्टेडियम में राज्य-स्तरीय विक्रम, एकलव्य, विश्वामित्र, स्व. प्रभाष जोशी एवं लाइफ टाइम एचीव्हमेंट पुरस्कारों की घोषणा की।

श्री जैन ने जानकारी दी कि वर्ष 2019 के स्व. प्रभाष जोशी पुरस्कार के लिये चयन समिति द्वारा किसी भी खिलाड़ी के नाम की अनुशंसा नहीं की गई थी। श्री जैन ने बताया कि वर्ष 2020 के राज्य-स्तरीय पुरस्कारों के लिये नये नियम बनाये जा रहे हैं, जिसमें खिलाड़ियों एवं खेल संघों के सुझाव और समस्याओं का ध्यान रखा जायेगा।

संचालक खेल श्री पवन कुमार जैन ने बताया कि वर्ष 2019 के लिये भोपाल के ओलम्पियन हॉकी खिलाड़ी श्री इनाम-उर-रहमान का नाम लाइफ टाइम एचीव्हमेंट पुरस्कार के लिये चयनित किया गया है। यह पुरस्कार वर्ष 2002 से प्रारंभ किया गया था। लाइफ टाइम एचीव्हमेंट पुरस्कार ऐसी खेल हस्ती को दिया जाता है, जिसने प्रदेश के खेलों के विकास एवं प्रोत्साहन के लिये जीवन पर्यन्त योगदान दिया हो।

एकलव्य पुरस्कार-2019

व्यक्तिगत खेलों (ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेलों में खेले जाने वाले खेल) में भिण्ड के श्री अजातशत्रु शर्मा केनोइंग-कयाकिंग, देवास के श्री आदित्य दुबे सॉफ्ट टेनिस, खरगौन के श्री ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर शूटिंग, भोपाल की कु. गार्गी सिंह परिहार कराते, जबलपुर की कु. अंशिता पाण्डे वूशु, इंदौर के श्री परम पदम् बिरथरे तैराकी, भोपाल के श्री शंकर पाण्डेय फैंसिंग, उज्जैन के श्री अक्षत जोशी घुड़सवारी, इंदौर की सुश्री अनुषा कुटुम्बले टेबल-टेनिस, धार के श्री प्रियांशु राजावत बेडमिंटन और राजगढ़ के श्री गोविन्द बैरागी सेलिंग को एकलव्य पुरस्कार के लिये चयनित किया गया है।

दलीय खेलों (ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेल में खेले जाने वाले खेल) में टीकमगढ़ की कु. शिवांगनी वर्मा सॉफ्टबॉल और ग्वालियर की कु. इशिका चौधरी हॉकी शामिल हैं। परम्परागत खेलों (ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेल में नहीं खेले जाने वाले खेल) में इंदौर की कु. नित्यता जैन शतरंज शामिल हैं।

विक्रम पुरस्कार-2019

व्यक्तिगत खेलों (ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेल में खेले जाने वाले खेल) में भोपाल की कु. राजेश्वरी कुशराम केनोइंग-कयाकिंग, भोपाल के श्री फराज खान घुड़सवारी, इंदौर के श्री अद्वेत पागे तैराकी, जबलपुर की कु. मुस्कान किरार आर्चरी, देवास के श्री जय मीणा सॉफ्ट टेनिस तथा भोपाल की कु. चिंकी यादव शूटिंग को वर्ष 2019 के लिये विक्रम पुरस्कार के लिये चुना गया है।

दलीय खेलों (ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेल में खेले जाने वाले खेल) में इंदौर की कु. पूजा पारखे सॉफ्टबॉल और ग्वालियर की कु. करिश्मा यादव हॉकी शामिल हैं। दिव्यांग वर्ग (ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेल में खेले जाने वाले खेल) में कु. जानकी बाई जूडो तथा परम्परागत खेलों (ओलम्पिक एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेल में नहीं खेले जाने वाले खेल) में भोपाल के श्री चंद्रकांत हरडे थ्रो-बॉल को शामिल किया गया है।

विश्वामित्र पुरस्कार-2019

व्याक्तिगत खेलों (ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेलों में खेले जाने वाले खेल) में इंदौर के श्री अभिलाष एम.टी. तैराकी और भोपाल के श्री गिरधारी लाल यादव सैलिंग तथा दलीय खेल (ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेल में खेले जाने वाले खेल) में इंदौर के श्री शरद जपे खो-खो को विश्वामित्र पुरस्कार के लिये चुना गया है

मध्यप्रदेश में घरेलू बिजली उपभोक्ताओं की 31 अगस्त तक की बकाया राशि आस्थगित करने संबंधी शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के बाद आदेश जारी attacknews.in

भोपाल, 28 अगस्त । मध्यप्रदेश में बिजली बिलों में बढ़ोत्तरी संबंधी मामले प्रकाश में आने के बीच आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के तत्काल बाद ऊर्जा विभाग ने एक आदेश जारी कर निम्न आय वर्ग वाले सभी एक किलोवाट तक के घरेलु उपभोक्ताओं से संबंधित 31 अगस्त तक की बकाया राशि वसूली को स्थगित कर दिया है।

एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार प्रदेश में घरेलु उपभोक्ताओं की संख्या एक करोड़ अठारह लाख है, जिसमें से एक किलोवाट वाले घरेलु कनेक्शनों की संख्या एक करोड़ आठ लाख है। आज के आदेश से ऐसे उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा।

घरेलू बिजली उपभोक्ताओं की 31 अगस्त तक की बकाया राशि आस्थगित:मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की घोषणा
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत निम्न आय वर्ग वाले सभी एक किलोवाट तक के घरेलू उपभोक्ताओं के देयकों की 31 अगस्त तक की बकाया राशि को आस्थगित किया गया है। प्रदेश में घरेलू उपभोक्ताओं की संख्या एक करोड़ 18 लाख है, जिसमें से एक किलोवाट वाले घरेलू कनेक्शनों की संख्या एक करोड़ 8 लाख को इसका लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इंदौर प्रवास के दौरान यह घोषणा की।

मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा के फलस्वरूप ऊर्जा विभाग द्वारा इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। प्रदेश की तीनों विद्युत वितरण कम्पनियों के प्रबंध संचालकों को निर्देशित किया है कि एक किलोवाट तक के संयोजित भार वाले घरेलू उपभोक्ताओं को आगामी सितम्बर एवं अक्टूबर, 2020 में मात्र उनकी वर्तमान मासिक खपत के आधार पर विद्युत देयक जारी किये जायें एवं पूर्व बकाया एवं सरचार्ज राशि का समावेश न किया जाये।

इस श्रेणी में माह सितम्बर में जारी होने वाले देयकों में केवल मासिक खपत का देयक जारी होगा अर्थात उसमें कोई भी पिछली बकाया राशि एवं एरियर्स सम्मिलित नहीं होंगे। माह अक्टूबर 2020 के देयकों में मासिक खपत देयक के साथ यदि किसी उपभोक्ता द्वारा माह सितम्बर का देयक नहीं भरा गया है तो उसकी बकाया राशि मय सरचार्ज के शामिल होगी। आस्थगित बकाया राशि (31 अगस्त की स्थिति में) के बारे में पृथक से निर्देश जारी किये जायेंगे। इन निर्देशों का कड़ाई से समय पर पालन सुनिश्चित करने और बिलिंग सॉफ्टवेयर में 31 अगस्त तक अनिवार्यत: आवश्यक परिवर्तन करने के निर्देश दिये गए हैं।

प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत खुले 40 करोड़ से अधिक खातेदारों को वरदान बनी योजना, इतने अधिक लाभ के साथ उपयोगी है यह योजना attacknews.in

नयी दिल्ली, 28 अगस्त । प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत देश में 40 करोड़ 35 लाख बैंक खाते खोले जा चुके हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को योजना के छह वर्ष पूरा होने पर कहा कि छह साल पहले आज के दिन इस महत्वाकांक्षी योजना का श्रीगणेश, जिन लोगों के बैंक में खाते नहीं हैं उन्हें यह सुविधा मुहैया कराने के लक्ष्य से किया गया था। सरकार की यह पहल कई गरीबी उन्मूलन की सेवाओं की नींव जमाने में ‘गेम चेंजर’ साबित हुई और करोड़ों लोग इससे लाभान्वित हुए।

श्री मोदी ने ग्राफिक्स के जरिये योजना के आंकड़े जारी किए। इनके अनुसार योजना के पहले वर्ष में 17.90 करोड़ खाते खोले गए और दूसरे साल आंकड़ा बढ़कर 25.10 करोड़ पर पहुंच गया। तीसरे वर्ष में तीस करोड़ को पारकर 30.09 और चौथे साल 32.54 करोड़ खाते योजना के तहत खुल चुके थे। पांचवे साल संख्या 36.79 और छह वर्ष पूरा होने पर 40 करोड़ को लांघकर 40.35 करोड़ हो गई।

योजना के तहत कुल खुले खातों में 63.6 प्रतिशत ग्रामीण और 36.4 शहरी क्षेत्रों में खुले।

कुल खातों में से 55.2 प्रतिशत देश की आधी आबादी अर्थात महिलाओं के खोले गए जबकि 44.2 प्रतिशत अन्य के थे।

प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) – वित्तीय समावेशन के लिए राष्ट्रीय मिशन, सफलतापूर्वक लागू होने के छह साल पूरे

मोदी सरकार के जन केंद्रित आर्थिक कार्यक्रमों की बुनियाद रही है पीएमजेडीवाई – वित्त मंत्री

पीएमजेडीवाई के तहत अब तक 40.35 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को बैंकिंग से जोड़ा गया, कुल रकम 1.31 लाख करोड़ रुपये

63.6 प्रतिशत ग्रामीण पीएमजेडीवाई खाते, 55.2 प्रतिशत महिला पीएमजेडीवाई खाते

पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत अप्रैल से जून 2020 के दौरान महिला पीएमजेडीवाई खाताधारकों के खातों में कुल 30,705 करोड़ रुपये जमा किए गए 

लगभग 8 करोड़ पीएमजेडीवाई खाताधारक सरकार से विभिन्न योजनाओं के तहत प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) प्राप्त करते हैं

वित्त मंत्रालय सामाजिक-आर्थिक रूप से उपेक्षित वर्गों और हाशिए पर मौजूद लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। वित्तीय समावेशन सरकार की एक राष्ट्रीय प्राथमिकता है क्योंकि यह समावेशी विकास के लिए मार्ग प्रशस्त करता है। यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह गरीबों को उनकी बचत को औपचारिक वित्तीय प्रणाली में लाने के लिए मार्ग प्रशस्‍त करता है। साथ ही यह उन्‍हें गांवों में रहने वाले उनके परिवारों को आसानी से धन भेजने की सुविधा उपलब्‍ध कराता है जिससे उन्‍हें अपने परिवारों को अधिक ब्‍याज लेने वाले सूदखोरों के चंगुल से निकालने में मदद मिलती है। इसी प्रतिबद्धता के साथ शुरू की गई प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) एक महत्वपूर्ण पहल है जो दुनिया में सबसे बड़ी वित्तीय समावेशन पहलों में से एक है।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने 15 अगस्त 2014 को अपने स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में पीएमजेडीवाई की घोषणा की थी। 28 अगस्त को इस कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री ने इस अवसर को एक दुष्चक्र से गरीबों की मुक्ति के एक जश्न के रूप में निरूपित किया था।

केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने पीएमजेडीवाई की छठी वर्षगांठ पर इस योजना के महत्व को दोहराया।

उन्‍होंने कहा, “प्रधानमंत्री जन धन योजना मोदी सरकार के जन केंद्रित आर्थिक कार्यक्रमों की बुनियाद रही है। चाहे प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण हो अथवा कोविड-19 संबंधी वित्तीय सहायता, पीएम-किसान, मनरेगा के तहत मजदूरी में वृद्धि, जीवन एवं  स्वास्थ्य बीमा कवर, प्रत्‍येक वयस्क को बैंक खाता प्रदान करने के लिए उठाया गया पहला कदम था जिसे पीएमजेडीवाई ने लगभग पूरा कर लिया है।”

वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने भी इस अवसर पर पीएमजेडीवाई के लिए अपने विचार व्यक्त किए।

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्व में पीएमजेडीवाई  बैंकिंग सुविधा से वंचित लोगों को बैंकिंग प्रणाली के तहत लाई है। साथ ही इसने भारत के वित्तीय ढ़ांचे का विस्तार किया है और 40 करोड़ से अधिक खाताधारकों को वित्तीय समावेशन के दायरे में लाई है। इसके लाभार्थियों में से अधिकांश महिलाएं हैं और अधिकतर खाते ग्रामीण भारत से हैं। आज कोविड-19 के दौर में हमने डीबीटी में उल्लेखनीय तेजी और सहजता देखी है। इसने समाज के कमजोर वर्गों को सशक्‍त बनाने और उन्‍हें वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने में मदद की है। इसका एक महत्वपूर्ण पहलू यह भी है कि पीएम जन धन खातों के माध्यम से डीबीटी ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रत्येक रुपया निर्धारित लाभार्थी तक पहुंच जाए और उसमें कोई गड़बड़ी न होने पाए।”

इस योजना को सफलतापूर्वक लागू हुए 6 वर्ष पूरे हो चुके हैं और इस अवसर पर हम इस योजना के अब तक के प्रमुख पहलुओं और उपलब्धियों पर एक नजर डालते हैं-

पृष्ठभूमि

प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) बैंकिंग, बचत/जमा खातों, प्रेषण, उधारी, बीमा, पेंशन आदि वित्तीय सेवाओं तक किफायती तरीके से पहुंच सुनिश्चित करने के लिए वित्तीय समावेशन का एक राष्ट्रीय मिशन है।

1.   उद्देश्य:

ü किफायती मूल्य पर वित्तीय उत्पादों और सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करना

ü लागत घटाने और पहुंच को व्‍यापक बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग

2.   योजना के मूल सिद्धांत

ü बैंकिंग पहुंच से दूर रहने वाले लोगों को बैंकिंग प्रणाली में शामिल करना – न्यूनतम कागजी कार्रवाई के साथ मूल बचत बैंक जमा (बीएसबीडी) खाता खोलना, केवाईसी, ई-केवाईसी नियमों में ढील देना, शून्य खाता शेष और शून्य शुल्क के साथ शिविर मोड में खाता खोलना।

ü असुरक्षित को सुरक्षित करना – 2 लाख रुपये के मुफ्त दुर्घटना बीमा कवरेज के साथ नकद निकासी और भुगतान के लिए स्वदेशी डेबिट कार्ड जारी करना।

ü वित्‍त पोषण की सुविधा – सूक्ष्‍म बीमा, उपभोग के लिए ओवरड्राफ्ट, माइक्रो-पेंशन और माइक्रो-क्रेडिट जैसे अन्य वित्तीय उत्पाद

3.   शुरुआती विशेषताएं

यह योजना निम्‍नलिखित 6 स्‍तंभों के साथ शुरू की गई थी:

v बैंकिंग सेवाओं- शाखा एवं बीसी तक सार्वभौमिक पहुंच।

v प्रत्‍येक परिवार को 10,000 रुपये की ओवरड्राफ्ट सुविधा के साथ मूल बचत बैंक खाता।

v वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम- बचत को बढ़ावा देना, एटीएम का उपयोग, ऋण के लिए तैयार होना, बीमा एवं पेंशन का लाभ उठाना, बैंकिंग के लिए बेसिक मोबाइल फोन का उपयोग करना।

v क्रेडिट गारंटी फंड तैयार करना- डिफॉल्‍ट होने की स्थिति में बैंकों को कुछ गारंटी प्रदान करना।

v बीमा- 15 अगस्त 2014 से 31 जनवरी 2015 के बीच खोले गए खातों पर 1,00,000 रुपये तक दुर्घटना कवर और 30,000 रुपये का जीवन कवर प्रदान करना।

v असंगठित क्षेत्र के लिए पेंशन योजना।

4.   पिछले अनुभव के आधार पर पीएमजेडीवाई में अपनाए गए महत्वपूर्ण दृष्टिकोण:

v खोले गए सभी खाते बैंकों की कोर बैंकिंग प्रणाली से संबद्ध ऑनलाइन खाते हैं जबकि पहले वेंडर के साथ लॉक-इन प्रौद्योगिकी वाले ऑफलाइन खाते खोले जाते थे।

v रूपे डेबिट कार्ड या आधार समर्थित भुगतान प्रणाली (एईपीएस) के माध्यम से अंतर-संचालन की सुविधा।

v फिक्स्ड पॉइंट बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट्स।

v केवाईसी की बोझिल औपचारिकताओं के स्थान पर सरलीकृत केवाईसी/ई-केवाईसी।

5.   नई सुविधाओं के साथ पीएमजेडीवाई में विस्‍तार– सरकार ने कुछ संशोधनों के साथ व्यापक पीएमजेडीवाई कार्यक्रम को 28 अगस्त 2018 से आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है।

v  यह योजना प्रत्‍येक परिवार के बजाय अब प्रत्‍येक वयस्‍क को बैंकिंग प्रणाली के दायरे में लाने पर ध्‍यान केंद्रित कर रही है।

v  रूपे कार्ड बीमा – 28 अगस्त 2018 के बाद खोले गए पीएमजेडीवाई खातों के लिए रूपे कार्ड पर मुफ्त दुर्घटना बीमा कवर को 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 2 लाख रुपये किया गया।

v  ओवरड्राफ्ट सुविधाओं में वृद्धि-

ü ओवरड्राफ्ट सीमा को 5,000 रुपये से दोगुना करते हुए 10,000 रुपये किया गया, 2,000 रुपये तक ओवरड्राफ्ट (बिना शर्त)।

ü ओवरड्राफ्ट के लिए ऊपरी आयु सीमा को 60 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष किया गया।

6.   पीएमजेडीवाई की उपलब्धियां – 19 अगस्त 2020 तक:

क)  पीएमजेडीवाई खाते

Ø 19 अगस्त 2020 के अनुसार पीएमजेडीवाई खातों की कुल संख्या: 40.35 करोड़, ग्रामीण पीएमजेडीवाई खाते: 63.6 प्रतिशत, महिला पीएमजेडीवाई खाते: 55.2 प्रतिशत।

Ø योजना के पहले वर्ष के दौरान 17.90 करोड़ पीएमजेडीवाई खाते खोले गए।

Ø पीएमजेडीवाई के तहत खातों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है।

ख)  सक्रिय पीएमजेडीवाई खाते–

Ø आरबीआई के दिशा-निर्देशों के अनुसार, पीएमजेडीवाई खाते को निष्क्रिय तभी माना जाता है जब ग्राहक दो साल से अधिक समय तक खाते में कोई लेन-देन नहीं करता है।

Ø अगस्त 2020 में कुल 40.35 करोड़ पीएमजेडीवाई खातों में से 34.81 करोड़ (86.3 प्रतिशत) सक्रिय खाते हैं।

Ø सक्रिय खातों के प्रतिशत में लगातार हो रही वृद्धि से पता चलता है कि इनमें से अधिकतर खातों का उपयोग नियमित रूप से ग्राहकों द्वारा किया जा रहा है।

ग)  पीएमजेडीवाई खातों में जमा –

Ø पीएमजेडीवाई खातों के तहत कुल जमा रकम 1.31 लाख करोड़ रुपये है।

Ø खातों की संख्‍या में 2.3 गुना वृद्धि (अगस्त 2015 से अगस्त 2020) होने के साथ ही जमा रकम में 5.7 गुना वृद्धि दर्ज की गई।

घ)  प्रति पीएमजेडीवाई खाता औसत जमा –

Ø प्रति खाता औसत जमा 3,239 रुपये।

Ø अगस्त 2015 के मुकाबले प्रति खाता औसत जमा में 2.5 गुना वृद्धि दर्ज की गई।

Ø औसत जमा में वृद्धि खातों के बढ़ते उपयोग और खाताधारकों के बीच बचत की आदत में वृद्धि का एक अन्‍य संकेत है।

ड.) पीएमजेडीवाई खाताधारकों को जारी रूपे कार्ड

Ø पीएमजेडीवाई के खाताधारकों को जारी किए गए कुल रूपे कार्ड: 29.75 करोड़।

Ø समय के साथ-साथ रूपे कार्ड की संख्या और उसकी उपयोगिता बढ़ रही है।

7.   जन धन दर्शक ऐप

देश में बैंक शाखाओं, एटीएम, बैंक मित्रों, डाक घरों आदि जैसे बैंकिंग टच पॉइंट का पता लगाने के लिए एक नागरिक केंद्रित प्‍लेटफॉर्म प्रदान करने के उद्देश्‍य से एक मोबाइल ऐप्लिकेशन लॉन्‍च  किया गया था। इस जीआईएस ऐप पर 8 लाख से अधिक बैंकिंग टच पॉइंट मैप किए गए हैं। आम लोगों की जरूरतों और सुविधाओं के अनुसार जन धन दर्शक ऐप पर उपलब्‍ध सुविधाओं का लाभ उठाया जा सकता है। इस ऐप्लिकेशन के वेब संस्करण को  लिंक पर देखा जा सकता है।

इस ऐप का इस्तेमाल उन गांवों की पहचान के लिए भी किया जा रहा है जहां 5 किमी के दायरे में कोई बैंकिंग टच पॉइंट की सुविधा नहीं है। उसके बाद इन चिन्हित गांवों को संबंधित एसएलबीसी द्वारा विभिन्न बैंकों को आवंटित किया जाता है ताकि वहां बैंकिंग केंद्र खोला जा सके। इन सब प्रयासों से ऐसे गांवों की संख्या में उल्लेखनीय कमी आई है।

 8.   पीएमजेडीवाई महिला लाभार्थियों के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्‍याण पैकेज (पीएमजीकेपी)

माननीय वित्त मंत्री द्वारा 26 मार्च 2020 को की गई घोषणा के अनुसार, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) के महिला खाताधारकों के खातों में तीन महीनों (अप्रैल 2020 से जून 2020) के दौरान 500 रुपये प्रति माह रकम जमा कराई गई। अप्रैल 2020 से जून 2020 के दौरान महिला पीएमजेडीवाई खाताधारकों के खातों में कुल मिलाकर 30,705 करोड़ रुपये जमा कराए गए हैं।

9.   निर्बाध डीबीटी लेन-देन सुनिश्चित करना:

बैंकों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, लगभग 8 करोड़ पीएमजेडीवाई खाताधारकों ने सरकार से विभिन्न योजनाओं के तहत प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) प्राप्‍त किया है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि पात्र लाभार्थियों को समय पर उनका डीबीटी प्राप्‍त हो, विभाग डीबीटी मिशन, एनपीसीआई, बैंकों और विभिन्न अन्य मंत्रालयों के परामर्श से डीबीटी के विफल होने के संभावित कारणों की पहचान करने में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। इस संबंध में बैंकों और एनपीसीआई के साथ नियमित तौर पर निगरानी की जाती है। अपरिहार्य कारणों से डीबीटी के विफल होने की संख्या में उल्लेखनीय कमी आई है। डीबीटी के विफल होने की संख्या अप्रैल 2019 में 5.23 लाख (0.20 प्रतिशत) थी जो घटकर जून 2020 में 1.1 लाख (0.04 प्रतिशत) रह गई।

10. आगे की राह

i.    पीएमजेडीवाई खाताधारकों का सूक्ष्म बीमा योजनाओं के तहत कवरेज सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किए जाएंगे। पात्र पीएमजेडीवाई खाताधारकों को पीएमजेजेबीवाई और पीएमएसबीवाई के तहत कवर करने के लिए कहा जाएगा। इस संबंध में बैंकों को पहले ही सूचित किया जा चुका है।

ii.   पीएमजेडीवाई खाताधारकों के बीच रूपे डेबिट कार्ड के उपयोग सहित डिजिटल भुगतान को बढ़ावा दिया जाएगा और इसके लिए देश भर में उपयुक्‍त बुनियादी ढांचा तैयार किया जाएगा।

iii.  माइक्रो-क्रेडिट और सूक्ष्‍म निवेश जैसी फ्लेक्सी आवर्ती जमा आदि तक पीएमजेडीवाई खाताधारकों की पहुंच में सुधार लाने की कोशिश की जाएगी।

भारत में 78 नए हवाई मार्गों को मंजूरी, ” उड़े देश का आम नागरिक” उड़ान योजना के तहत देश में 4 दौर की नीलामी में अब तक स्वीकृत 766 हवाई मार्गों पर शुरू हुई हवाई सेवा attacknews.in

उड़ान 4.0 के तहत 78 नए हवाई मार्गों को मंजूरी

इस योजना के तहत अब तक 766 हवाई मार्ग स्वीकृत

उत्तर पूर्व,पहाड़ी राज्यों और द्वीपों में कनेक्टिविटी को मिला बढ़ावा

लक्षद्वीप में नए मार्गों से अगात्ती,कवारत्ती और मिनिकॉय द्वीप जुड़े

नईदिल्ली 27 अगस्त ।बोली लगाने के तीन सफल दौरों के बाद क्षेत्रीय संपर्क (कनेक्टिविटी) योजना (आरसीएस)- उड़े देश का आम नागरिक (उड़ान- यूडीएएन) के चौथे दौर के तहत 78 नए हवाई मार्गों को नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा मंजूरी दे दी गई है। इससे देश के दूरस्थ और क्षेत्रीय इलाकों से संपर्क (कनेक्टिविटी) को और बढ़ाया जाएगा। इन नए मार्गों के लिए अनुमोदन प्रक्रिया में उत्तर पूर्वी क्षेत्र,पहाड़ी राज्यों और द्वीपों को प्राथमिकतादी गई है।

उत्तर पूर्वी राज्यों में गुवाहाटी से तेजू,रूपसी , तेजपुर, पासीघाट,मीसा और शिलांग के हवाई मार्गों के साथ कनेक्टिविटी को विशेष बढ़ावा दिया जा रहा है। उड़ान 4.0 के लिए मंजूर किए गए इन मार्गों से लोग हिसार से चंडीगढ़,देहरादून और धर्मशाला के लिए उड़ान भर सकेंगे। वाराणसी से चित्रकूट और श्रावस्ती के लिए हवाई मार्गों को भी मंजूरी दी गई है। लक्षद्वीप के अगात्ती,कवारत्ती और मिनिकॉय द्वीपों को भी उड़ान 4.0 के नए मार्गों से जोड़ा गया है।

उड़ान योजना के तहत अब तक 766 हवाई मार्गों को मंजूरी दी गई है। 29 सेवारत, 08 अनसर्व्ड (02 हेलीपोर्ट और 01 जल हवाई अड्डा सहित) और 02 अंडरसर्व्ड हवाई अड्डों को अनुमोदित मार्गों के लिए सूची में शामिल किया गया है।

उड़ान के चौथे दौर को दिसंबर 2019 में पूर्वोत्तर क्षेत्रों, पहाड़ी राज्यों और द्वीपों पर विशेष ध्यान देने के साथ शुरू किया गया था। भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) द्वारा पहले ही विकसित किए गए हवाई अड्डों को इस योजना के तहत वीजीएफ (व्यवहार्यता गैप फंडिंग) के लिए उच्च प्राथमिकता दी गई है। उड़ान 4.0 के तहत, हेलीकॉप्टर और सी-प्लेन के संचालन को भी शामिल किया गया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इसकी शुरुआत से 274 उड़ान मार्गों का परिचालन किया है, जिससे 45 हवाई अड्डे और 3 हेलीपोर्ट जुड़े हैं।

नए स्वीकृत आरसीएस मार्ग निम्नानुसार हैं:

क्रम संख्या और क्षेत्रीय संपर्क योजना (आरसीएस) मार्ग

1।गुवाहाटी से तेजु

2 तेजु से इम्फाल

3 इम्फाल से तेजु

4 तेजु से गुवाहाटी

5 गुवाहाटी से रूपसी

6 रूपसी से कोलकाता

7 कोलकाता से रूपसी

8 रूपसी से गुवाहाटी

9 बिलासपुर से भोपाल

10 भोपाल से बिलासपुर

11 हिसार से धर्मशाला

12 धर्मशाला से हिसार

13 हिसार से चंडीगढ़

14 चंडीगढ़ से हिसार

15 हिसार से देहरादून

16 देहरादून से हिसार

17 कानपुर (चकेरी) से मुरादाबाद

18 मुरादाबाद से कानपुर (चकेरी)

19 कानपुर (चकेरी) से अलीगढ़

20 अलीगढ़ से कानपुर (चकेरी)

21 कानपुर (चकेरी) से चित्रकूट

22 चित्रकूट से प्रयागराज / इलाहाबाद

23 प्रयागराज / इलाहाबाद से चित्रकूट

24 चित्रकूट से वाराणसी

25 वाराणसी से चित्रकूट

26 चित्रकूट से कानपुर (चकेरी)

27 कानपुर (चकेरी) से श्रावस्ती

28 श्रावस्ती से वाराणसी

29 वाराणसी से श्रावस्ती

30 श्रावस्ती से प्रयागराज / इलाहाबाद

31 प्रयागराज / इलाहाबाद से श्रावस्ती

32 श्रावस्ती से कानपुर (चकेरी)

33 बरेली से दिल्ली

34 दिल्ली से बरेली

35 कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (सीआईएएल) से अगात्ती

36 अगात्ती से कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (सीआईएएल)

37 ऐज़वाल से तेज़पुर

38 तेज़पुर से ऐज़वाल

39 अगरतल्ला से डिब्रुगढ़

40 डिब्रुगढ़ से अगरतल्ला

41 शिलॉन्ग से पासीघाट

42 पासीघाट से गुवाहाटी

43 गुवाहाटी से पासीघाट

44 पासीघाट से शिलॉन्ग

45 गुवाहाटी से तेज़पुर

46 तेज़पुर से गुवाहाटी

47 गुवाहाटी से मीसा (हेलीपोर्ट)

48 मीसा (हेलीपोर्ट) से गेलकी

49 गेलकी से जोरहट

50 जोरहट से गेलकी

51 गेलकी से मीसा (हेलीपोर्ट)

52 मीसा (हेलीपोर्ट) से गुवाहाटी

53 अगात्ती से मिनिकॉय

54 मिनिकॉय से अगात्ती

55 अगात्ती से कवारत्ती

56 कवारत्ती से अगात्ती

57 गुवाहाटी से शिलॉन्ग

58 शिलॉन्ग से दीमापुर

59 दीमापुर से शिलॉन्ग

60 इम्फाल से सिलचर

61 सिलचर से इम्फाल

62 शिलॉन्ग से गुवाहाटी

63 अगरतल्ला से शिलॉन्ग

64 शिलॉन्ग से इम्फाल

65 इम्फाल से शिलॉन्ग

66 शिलॉन्ग से अगरतल्ला

67 इम्फाल से शिलॉन्ग

68 शिलॉन्ग से सिलचर

69 सिलचर से शिलॉन्ग

70 शिलॉन्ग से इम्फाल

71 शिलॉन्ग से डिब्रुगढ़

72 डिब्रुगढ़ से शिलॉन्ग

73 दिल्ली से शिमला

74 शिमला से दिल्ली

75 दीउ से सूरत

76 सूरत से दीउ

77 दीउ से वडोडरा

78 वडोडरा से दीउ

अनसर्व्ड हवाई अड्डों की सूची:

1.     तेजू,अरुणाचल प्रदेश

2.     रूपसी,असम

3.     बिलासपुर,छत्तीसगढ़

4.     हिसार,हरियाणा

5.     मीसा (हेलीपोर्ट),असम

6.     गेलकी (हेलीपोर्ट),असम

7.     मिनिकॉय,लक्षद्वीप

8.     कवारत्ती (जल हवाई अड्डा),लक्षद्वीप

अंडरसर्व्ड हवाई अड्डों की सूची:

1.     अगात्ती,लक्षद्वीप

2.     पासीघाट,अरुणाचल प्रदेश

सोनिया गांधी के साथ बैठक के बाद  जेईई, नीट परीक्षा मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय में परीक्षा के आयोजन को चुनौती देंगे सात राज्य attacknews.in

नयी दिल्ली, 26 अगस्त । गैर भाजपा शासित सात राज्यों ने बुधवार को कहा कि केंद्र सरकार मेडिकल तथा इंजीनियरिंग में प्रवेध के लिए होने वाली नीट और जेईई परीक्षा के आयोजन को टाला नही गया तो केंद्र के इस निर्णय को उच्चतम न्ययालय में चुनौती दी जाएगी।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक हुई जिसमे इस मामले को उच्चतम न्यायालय में चुनौती देने पर विचार विर्मश किया गया। कांग्रेस शासित तथा कांग्रेस समर्थित राज्यो के मुख्यमंत्रियों ने इस परीक्षा के आयोजन को कोविड-19 को देखते हुए छात्रों के साथ खिलवाड़ बताया और तत्काल इस पर रोक लगाने की केंद्र से मांग की।

बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणस्वामी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे तथा झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हिस्सा लिया।

सुश्री बनर्जी ने सभी राज्यो से परीक्षाओं के मसले पर मिलकर लड़ने का अनुरोध किया और कहा कि छात्रों के जीवन को खतरे में नही डाला जाना चहिये।

कैप्टन सिंह ने कहा कि छात्रों के जीवन से खिलवाड़ की अनुमति नही दी जाएगी। श्री सोरेन ने उच्चतम न्यायालय जाने से पहले इस मुद्दे पर राष्ट्रपति से मिलने की सलाह दी। श्री बघेल ने भी राष्ट्रपति से मिलने और उच्चतम न्यायालय जाने का समर्थन किया। श्री ठाकरे कोरोना के बीच अमेरिका में स्कूल-कॉलेज खोलने से बनी स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि वहा लगभग 97 हज़ार बच्चे संक्रमित हुए थे। ऐसी स्थिति हमारे लिए खतरनाक साबित हो सकती है।

श्री नारायणसामी ने कहा कि नीट-जेईई परीक्षा ही खत्म कर 12वीं में प्राप्त अंको के आधार पर मेडिकल और इंजीनियरिंग में प्रवेश होंना चाहिए।

ट्राई ने वोडाफोन आइडिया को उसके तरजीही प्लान पर कारण बताओ नोटिस जारी किया, इसे उपभोक्ताओं को भ्रामक करने वाला बताया attacknews.in

नयी दिल्ली, 26 अगस्त ।भारतीय दूरसंचार नियामक प्रधिकरण (ट्राई) ने निजी क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया को उसके ‘तरजीही प्लान’ पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

ट्राई ने कहा कि पेशकश में पारदर्शिता का अभाव है, ये गुमराह करने वाली है और नियामक सिद्धान्तों के अनुरूप नहीं है।

पीटीआई-भाषा ने यह नोटिस देखी है। इस नोटिस में नियामक ने वोडाफोन आइडिया से 31 अगस्त तक जवाब देने के लिए कहा है कि ‘‘रेडएक्स टैरिफ प्लान के मौजूदा नियामक ढांचे का उल्लंघन करने के लिए उसके खिलाफ उचित कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए।’’

एक सूत्र ने कहा कि भारती एयरटेल को कारण बताओ नोटिस जारी नहीं किया गया है। सूत्र ने कहा कि एयरटेल ने ट्राई के आदेश का पालन करने की बात कही है और स्वेच्छा से अपनी प्लैटिनम पेशकश को भी संशोधित किया। इसलिए ट्राई उस पर जांच को आगे नहीं बढ़ा रहा है।

ट्राई ने वीआईएल को भेजे कारण बताओ नोटिस में कहा है कि अपेक्षाकृत अधिक डेटा स्पीड के साथ तरजीही 4जी नेटवर्क की पेशकश करना मौजूदा नियामक ढांचे के अनुरूप नहीं है।

ट्राई ने कारण बताओ नोटिस में कहा है कि रेडएक्स टैरिफ पेशकश में पारदर्शिता की कमी है और ये भ्रामक है।

सूत्र ने कहा कि वोडाफोन आइडिया कई मुद्दों पर ट्राई को संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया है। इनमें एक मुद्दा यह है कि कंपनी कैसे प्रीमियम प्लान लेने वाले ग्राहकों को प्राथमिकता वाली सेवा और स्पीड सुनिश्चित करेगी। दूसरा मुद्दा यह है कि कैसे प्रायरिटी प्लान गैर-प्रीमियम ग्राहकों की सेवाओं पर प्रतिकूल असर नहीं डालेगा।

इससे पहले वोडाफोन आइडिया ने अपने जवाब में कहा था कि नया टैरिफ प्लान, नई सेवा नहीं है।

ट्राई वोडाफोन आइडिया के प्रायरिटी प्लान रेडएक्स तथा भारती एयरटेल के प्लैटिनम प्लान की जांच कर रहा है। नियामक यह पता लगा रहा है कि प्रायरिटी प्लान के जरिये कुछ ग्राहकों को नेटवर्क में प्राथमिकता देने से कही बिना प्रीमियम सेवा वाले ग्राहकों की सेवाएं तो प्रभावित नहीं हो रही हैं। और क्या इनके तहत नियमों का किसी तरह का उल्लंघन तो नहीं हो रहा है।

भारत में मोबाइल फोन उपभोक्ताओं की पहली पसंद बना जियो नेट: एक करोड़ ग्राहक जोड़ कर जियो टॉप पर,वोडा-आइडिया और एयरटेल से छिटके 2.68 करोड़ ग्राहक attacknews.in

नयी दिल्ली, 26 अगस्त ।लॉकडाउन में वोडा-आइडिया और एयरटेल को भारी झटका लगा है और दोनों ने 2.68 करोड़ ग्राहक खो दिए जबकि रिलायंस जियो ने अपनी बादशाहत कायम रखते हुए करीब एक करोड़ नये उपभोक्ता बनाए।

भारतीय दूरसंचार नियायक प्राधिकरण(ट्राई) के बुधवार को जारी नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक मार्च से मई माह के बीच में एयरटेल और वोडा-आइडिया के हाथों से दो करोड़ 68 लाख से अधिक ग्राहक फिसल गए हैं जबकि रिलायंस जियो लगातार अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है। जब दिग्गज कंपनियां ग्राहक खो रही थी, जियो ने इन तीन महीनों में करीब 99 लाख 20 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ लिया।

मई महीने में ही वोडा-आइडिया और एयरटेल से करीब 94 लाख से अधिक उपभोक्ता छिटक गए। रिलायंस जियो ने मई महीने में भी बाजी मार ली। उसके नेटवर्क पर 36 लाख 50 हजार नए ग्राहक जुड़ गए।

जियो के अलावा सरकारी कंपनी बीएसएनएल भी लॉकडाउन से बेसर रही। अप्रैल से मई महीने के बीच उसने 2 लाख 76 हजार से अधिक ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा। मई महीना बीएसएनएल के लिए सबसे अचछा साबित हुआ। मई में दो लाख से अधिक ग्राहक बीएसएनएल से जुड़े।

लॉकडाउन का सबसे तगड़ा झटका वोडा-आइडिया को लगा है। तीन माह के दौरान कंपनी के एक करोड 55 लाख 96 हजार से अधिक ग्राहकों ने सेवा छोड़ दी। समान अवधि में एयरटेल के एक करोड़ 12 लाख 74 हजार से अधिक उपभोक्ता टूट गए।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि लॉकडाउन दूरसंचार उद्योग पर भारी गुजरा है। कुल मिलाकर मार्च से मई के बीच एक करोड़ 66 लाख से अधिक ग्राहक घटे हैं। इसका मतलब देश में मोबाइल सर्विस इस्तेमाल करने वालों की संख्या में कमी दर्ज की गई है। जहां इस वर्ष फरवरी के अंत में 116 करोड़ पांच लाख के करीब ग्राहक मोबाइल वायरलेस सर्विस का इस्तेमाल कर रहे थे वहीं मई अंत में इनकी संख्या घटकर 114 करोड़ 39 लाख के करीब रह गई।

प्रशासनिक दृष्टि से ट्राई ने देश को 22 सर्किल में बांटा हुआ है। मई माह में 22 में से 20 सर्किल्स में ग्राहकों की संख्या घट गई। बिहार और केरल सर्किल ही ऐसे रहे जहां संख्या बढ़ी है।

ट्राई के अनुसार मई अंत तक 39 करोड़ 27 लाख से अधिक ग्राहक और 34.33 प्रतिशत मार्किट शेयर के साथ जियो सबसे आगे बना हुआ है। एयरटेल के पास 31 करोड़ 78 लाख से अधिक उपभोक्ता और वोडा-आइडिया के पास 30 करोड़ 99 लाख से ज्यादा ग्राहक हैं। एयरटेल का बाजार हिस्सा 27.78 प्रतिशत और वोडा-आइडिया का 27.09 प्रतिशत मार्किट शेयर है। सरकारी कंपनियां बीएसएनएल और एमटीएनएल 10.79 फीसदी बाजार पर काबिज हैं।

श्री मुकेश अंबानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज की 43 वीं आम बैठक में अगले तीन वर्षों में जियो के ग्राहक पचास करोड़ करने का लक्ष्य रखा है। उनकी नजर 35 करोड 2जी ग्राहक में से अधिक से अधिक अपने साथ जोड़ने की है। इसके लिए कंपनी 4जी और 5जी नेटवर्क पर चलने वाले किफायती स्मार्टफोन लाएगी। इस रणनीति पर आगे बढ़ने के लिए जियो ने तैयारी भी शुरू कर दी है। गूगल, इंटेल और क्वालकॉम जैसे बड़े निवेशकों ने जियो प्लेटफॉर्म्स में इंवेस्टमेंट किया है। गूगल के साथ कंपनी नए ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम कर रही है। जबकि इंटेल और क्वालकॉम मोबाइल के लिए सेमीकंडक्टर यानी चिप तैयार कर सकते हैं।

छह महीने बाद गुलजार हुआ शेयर बाजार: बुधवार को 39 हजार के पार बंद हुआ सेंसेक्स attacknews.in

मुंबई 26 अगस्त । रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ बैंकिंग, ऑटो, आईटी और टेक क्षेत्र की कंपनियों में लिवाली से बीएसई का सेंसेक्स आज 230 अंक चढ़कर 39 हजार के पार और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 77 अंक की मजबूती के साथ 11,500 अंक के पार पहुँच गया।

विदेशों से मिले मिश्रित संकेतों के बीच घरेलू शेयर बाजारों में आज लगातार चौथे दिन तेजी रही। सेंसेक्स 230.04 अंक यानी 0.59 प्रतिशत चढ़कर 39,073.92 अंक पर और निफ्टी 77.35 अंक यानी 0.67 प्रतिशत की बढ़त के साथ 11,549.60 अंक पर बंद हुआ। यह दोनों का 27 फरवरी के बाद का उच्चतम स्तर है।

मझौली और छोटी कंपनियों में भी निवेशक लिवाल रहे। बीएसई का मिडकैप 0.38 प्रतिशत की बढ़त के साथ 15,153.18 अंक पर और स्मॉलकैप 0.69 फीसदी ऊपर 14,973.36 अंक पर बंद हुआ।

बीएसई में ऊर्जा समूह का सूचकांक दो प्रतिशत चढ़ा। ऑटो और बैंकिंग समूहों में डेढ़-डेढ़ फीसदी तथा आईटी में एक प्रतिशत की तेजी रही। सेंसेक्स में इंडसइंड बैंक का शेयर करीब छह प्रतिशत और रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक तथा बजाज ऑटो का ढाई प्रतिशत के आसपास चढ़ा। भारती एयरटेल में ढाई प्रतिशत से अधिक की गिरावट रही।

विदेशों में मिलाजुला रुख रहा। एशिया में दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.11 प्रतिशत और हांगकांग का हैंगसेंग 0.02 प्रतिशत की बढ़त में बंद हुआ जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट 1.30 प्रतिशत और जापान का निक़्केई 0.03 प्रतिशत लुढ़क गया। यूरोप में शुरुआती कारोबार में जर्मनी का डैक्स 0.48 प्रतिशत मजबूत हुआ जबकि ब्रिटेन का एफटीएसई 0.28 फीसदी फिसल गया।

तिरुवनंतपुरम में विश्व प्रसिद्ध भगवान विष्णु के श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर के कपाट खुले attacknews.in

तिरुवनंतपुरम, 26 अगस्त । वैश्विक महामारी कोविड-19 की वजह से देशभर में लगे लाॅकडाउन के दौरान बंद किये गये विश्व प्रसिद्ध श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर के कपाट बुधवार को भक्तों के लिए खोल दिये गये।

कोरोना वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन के बाद मंदिर मार्च से ही बंद था।

भक्तों को सुबह आठ बजे से 11 बजे और शाम को पांच बजे से शाम को दीप आराधना तक मंदिर में प्रवेश की अनुमति होगी।

श्री पद्मनाभस्वामी भगवान विष्णु का प्रसिद्ध हिन्दू मंदिर है। भारत के प्रमुख वैष्णव मंदिरों में शामिल यह ऐतिहासिक मंदिर तिरुवनंतपुरम के अनेक पर्यटन स्थलों में से एक है। मंदिर की संरचना में सुधार कार्य किए गए जाते रहे हैं। उदाहरणार्थ 1733 ई. में इस मंदिर का पुनर्निर्माण त्रावणकोर के महाराजा मार्तंड वर्मा ने करवाया था। श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर के साथ एक पौराणिक कथा जुड़ी है। मान्यता है कि सबसे पहले इस स्थान से विष्णु भगवान की प्रतिमा प्राप्त हुई थी जिसके बाद उसी स्थान पर इस मंदिर का निर्माण किया गया है।

श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर में वित्तीय गड़बड़ी को लेकर प्रबंधन और प्रशासन का विवाद नौ सालों तक न्यायालय में चला। केरल उच्च न्यायालय के फैसले को त्रावणकोर के पूर्व शाही परिवार ने उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी थी और जुलाई में शीर्ष न्यायालय ने मंदिर प्रबंधन में त्रावणकोर के पूर्व राजपरिवार के अधिकार को मान्यता दे दी ।

शीर्ष न्यायालय ने देश में सबसे अधिक खजाने वाले मंदिरों में शामिल श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर के प्रबंधन में त्रावणकोर के पूर्व राजपरिवार के अधिकार को मान्यता देते हुए मंदिर के तहखाने (वॉल्ट बी) को खोला जाए या नहीं इसका फैसला प्रशासनिक एवं परामर्शदाता समिति पर छोड़ दिया था। मंदिर का तहखाना (वॉल्ट बी) किसी अनिष्ट के डर की वजह से बंद है। मंदिर के पास करीब दो लाख करोड़ रुपये की संपत्ति है।

पाकिस्तान ने कल दाऊद इब्राहिम के देश में होने पुष्टि की और दूसरे दिन देश में होने की बात पर पलटी मारी और कहा:वह मौजूद ही नहीं हैं attacknews.in

पाकिस्तान ने कल दाऊद इब्राहिम के

इस्लामाबाद 23 अगस्त । पाकिस्तान ने कराची में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की मौजूदगी की बात से एक बार फिर पलटी मारते हुए कहा है कि दाउद पाकिस्तान में मौजूद नहीं है।

पाकिस्तान ने अपनी अधिसूचना में कहा, “संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के चैप्टर सात के तहत सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2368 (2018) को अपनाया गया है जिसमें 18 अगस्त, 2020 तक, आईएसआईएल और अल-कायदा प्रतिबंध समिति ने अपनी कुछ प्रविष्टियाें को मंजूरी दे दी है, जिसमें संपत्ति जब्त करना, यात्रा प्रतिबंध और निर्धारित हथियार तथा आंतकवादियों और उनके संगठनों की सूची दी गयी है।”

डोनाल्ड ट्रम्प के चुनाव प्रचार अभियान ने नरेन्द्र मोदी बने मुख्य हीरो,भारतीय-अमेरिकियों को लुभाने के लिए पहला विज्ञापन जारी किया attacknews.in

वाशिंगटन, 23 अगस्त । अमेरिका में 20 लाख से अधिक प्रभावशाली भारतीय-अमेरिकी मतदाताओं को लुभाने के मकसद से, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के चुनाव प्रचार अभियान प्रबंधकों ने वीडियो के रूप में अपना पहला विज्ञापन जारी किया है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषणों और ट्रम्प के अहमदाबाद के ऐतिहासिक संबोधन के संक्षिप्त क्लिप शामिल हैं।

इस साल फरवरी में अमेरिकी राष्ट्रपति की भारत यात्रा के दौरान मोदी और ट्रम्प ने अहमदाबाद में भारी भीड़ को संबोधित किया था। ट्रंप के साथ उनकी पत्नी मेलानिया, बेटी इवांका, दामाद जेरेड कुशनर और उनके प्रशासन के शीर्ष अधिकारी भी भारत यात्रा पर आए थे।

‘ट्रम्प विक्ट्री फाइनेंस कमेटी’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष किम्बर्ली गुइलफॉयल ने एक ट्वीट में वीडियो विज्ञापन जारी करते हुए कहा, ‘‘अमेरिका का भारत के साथ बहुत बढ़िया संबंध है और हमारे अभियान को भारतीय-अमेरिकियों का बहुत बड़ा समर्थन प्राप्त है!’’ प्रचार अभियान का नेतृत्व कर रहे राष्ट्रपति के बेटे डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर भारतीय-अमेरिकी समुदाय के साथ बहुत अच्छी तरह से जुड़े हुए हैं, जिन्होंने भी इसे रीट्वीट किया। यह विज्ञापन जल्द ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

‘‘फोर मोर ईयर्स’’ नामक शीर्षक वाला 107 सेकंड का यह वीडियो मोदी और ट्रम्प के फुटेज के साथ शुरू होता है जिसमें दोनों पिछले साल प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान ह्यूस्टन के एनआरजी स्टेडियम में हाथ में हाथ डाले हुए चल रहे थे। तब दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतांत्रिक देशों के नेताओं ने 50,000 से अधिक की संख्या में आए भारतीय-अमेरिकियों को संबोधित किया था।

अमेरिका में अपने हजारों समर्थकों के बीच, मोदी ने उस भाषण में ट्रम्प की खूब प्रशंसा की थी।

‘ट्रम्प विक्ट्री इंडियन अमेरिकन फाइनेंस कमेटी’ के सह-अध्यक्ष अल मेसन ने वीडियो की रूप-रेखा तय की है।

मोदी भारतीय-अमेरिकियों के बीच अत्यधिक लोकप्रिय हैं। उनकी इसी स्टार अपील ने हर बार रिकॉर्ड भीड़ को आकर्षित किया है। 2015 में मैडिसन स्क्वायर गार्डन में और फिर दो साल बाद सिलिकॉन वैली में उनका संबोधन ऐतिहासिक रहा था, जिनमें काफी संख्या में लोग जुटे थे।

पिछले साल सितंबर में ह्यूस्टन में उनके “हाउडी मोदी” संबोधन में रिकॉर्ड 50,000 लोगों ने भाग लिया था।

नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही NDA लड़ेगा बिहार विधानसभा चुनाव, भाजपा अध्यक्ष ने बड़ी जीत हासिल करने का लक्ष्य बताया attacknews.in

नयी दिल्ली, 23 अगस्त । भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने रविवार को कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सभी घटक दल मिलकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव मैदान में उतरेंगे और जीत हासिल करेंगे।

बिहार भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी की शनिवार से शुरू हुई दो दिवसीय डिजिटल बैठक को वीडियो कॉन्फ्रेंस से संबोधित करते हुए नड्डा ने विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा और उन पर ‘‘हल्की’’ राजनीति करने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, ‘‘जब-जब भाजपा, नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड और लोजपा (लोक जनशक्ति पार्टी) एक साथ आई हैं, तब-तब राजग की जीत हुई है। इस बार भी हम सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे और यशस्वी होंगे।’’

केंद्र सरकार की योजनाओं और कोविड-19 महामारी के दौरान केंद्र व राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का विस्तृत ब्योरा देते हुए नड्डा ने पार्टी कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे इन उपलब्धियों के बारे में समाज को बताएं।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश को फैलाने का आह्वान करते हुए कहा, ‘‘मोदी जी का संदेश पहुंचाना है, भारत सरकार का संदेश भी पहुंचाना है और राजग द्वारा… नीतीश जी के द्वारा किए गए कार्य को भी नीचे तक ले जाना है। नीतीश जी के नेतृत्व में हम अगले चुनाव में जा रहे हैं। हम सबको पूरी ताकत के साथ लगना है और मोदी जी की योजनाओं को जनता तक पहुंचाना है।’’

विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि न तो उनके पास कोई विचार है और न ही कोई दृष्टि।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं विपक्ष पर कोई कटाक्ष करूं इसकी कोई जरूरत नहीं है। लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि बिहार या अन्य स्थानों पर उसकी ताकत खत्म हो गई है। विपक्ष के पास न कोई ताकत है, न विचार है, न दृष्टि है और ना ही मन में कोई संकल्प है।

उन्होंने कहा, ‘‘थोथी राजनीति… हल्की राजनीति…वे इससे ऊपर नहीं उठ सकते।’’

उन्होंने कहा कि बिहार की जनता को भाजपा और राजग से उम्मीद है।

नड्डा ने कहा, ‘‘हम यह गर्व के साथ कह सकते हैं कि हमने उनकी तकदीर और तस्वीर बदलने में योगदान किया है और आगे भी करेंगे।’’

उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से आग्रह किया उन्हें न सिर्फ भाजपा की जीत सुनिश्चित करनी है बल्कि सहयोगी दलों के कंधों को भी मजबूती देनी होगी।

उन्होंने कहा कि कोरोना के संक्रमण काल में छोटी-छोटी बैठकें और घर-घर जाकर प्रचार करना सबसे प्रभावी होने वाला है। इस दौरान सभी को अपनी सुरक्षा भी करनी है और साथ-साथ राजनीतिक मुद्दों को जनता तक पहुंचाना भी है।

राम एकबार फिर उत्तर प्रदेश की राजनीति के केंद्र में: राम से दूरी बनाने वाली पार्टियां-सपा-बसपा और कांग्रेस अब जप रही हैं “राम का नाम” attacknews.in

लखनऊ 23 अगस्त ।अयोध्या में पांच अगस्त को राम मंदिर का भूमि पूजन के बाद यह लगने लगा था कि भगवान राम के नाम पर राजनीति के दिन अब नहीं रहे लेकिन बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने भारतीय जनता पार्टी को श्री राम के आदर्शों पर चलने की सीख देकर राजनीतिक पंडितों को चौंका दिया ।

बसपा प्रमुख ने अपने ट्वीट में कहा कि भगवान राम के आदर्शों पर चल कर ही राम राज्य लाया जा सकता है ।जिस पर चलती भाजपा दिखाई नहीं दे रही । राम के आदर्श ही देश और राज्य में खुशहाली ला सकते हैं ।सुश्री मायावती का यह बयान चौंकाने वाला था ।

साल 1993 के विधानसभा चुनाव में बसपा और समाजवादी पार्टी मिलकर लड़े थे । जिसका नतीजा यह हुआ कि 176 सीट जीतने के बाद भी भाजपा को विपक्ष में बैठना पड़ा था । सपा और बसपा ने मिलकर सरकार बनाई थी और यह नारा तेजी से प्रचलित हुआ था,,मिले मुलायम कांसीराम हवा में उड़ गये जय श्रीराम,,

हालांकि यह सरकार ज्यादा दिन नहीं चली और बाद में बसपा ने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई ।

उत्तर प्रदेश में सपा,बसपा और कांग्रेस ने हमेशा राम के नाम को लेकर भाजपा को अपने निशान पर रखा । सपा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने तो अयोध्या में कारसेवकों पर यह कह कर गोलियां चलवाईं कि यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता ।

बसपा ने भी राम के नाम पर कभी राजनीति से खुद को दूर रखा और इसे लेकर हमेशा भाजपा की आलाेचना की । कांग्रेस तो राम के अस्तित्व को ही नकारती रही है ।कांग्रेस के लिये राम एक काल्पनिक चरित्र है जैसा कि उपन्यासों में होता है । लेकिन जनता के बीच श्रीराम को लेकर बढ़ती श्रद्धा और बढ़ते प्रभाव के कारण अब पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी कहने लगी हैं कि राम लोगों के मन में बसते हैं ।

हालांकि सपा नेता लोटन राम निषाद कहते हैं कि राम नाम का कोई व्यक्ति पैदा ही नहीं हुआ । ये सब बातें बेमानी हैं लेकिन वो इस बात का जवाब नहीं दे पाते कि उनके नाम में भी राम जुड़ा है ।

राम इस देश की सांस्कृतिक चेतना के केन्द्र में हैं। वो किसी जाति और धर्म के नहीं हैं । श्री राम शबरी के जूठे बेर भी खाते हैं औा केवट को गले भी लगाते हैं । राम के समय सिर्फ दो जाति थी । धर्म और अधर्म की । महाज्ञानी रावण अधर्म का प्रतीक था ,इसलिये भगवान राम ने उसका बध किया ।

हालांकि पहले राम को पूरी तरह नकार के विपक्षी दलों ने भाजपा को उनका पेटेंट दे दिया था लेकिन अब उनको लगने लगा है कि बिना राम के उनकी राजनैतिक वैतरणी पार नहीं हो सकती इसलिये श्री राम अभी भी राजनीति के केन्द्र में बने हुये हैं ।

मध्यप्रदेश में बारिश की झमाझम, राजधानी में दस वर्ष बाद ऐसी वर्षा,इंदौर में रिकार्ड बारिश ,उज्जैन में एक दिन में ही साल भर की पूर्ति attacknews.in

भोपाल, 22 अगस्त । मध्यप्रदेश में राजधानी भोपाल सहित अधिकतर स्थानों पर दो दिन से हो रही बारिश से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। लगातार हो रही इस बारिश के चलते नदी नाले उफान पर हैं, जिसके चलते बाढ के हालात निर्मित हो गए हैं। राजधानी में दस वर्ष बाद ऐसी बारिश हुयी है।

मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल के वरिष्ठ वैज्ञानिक पी के साहा ने  बताया कि बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र मध्यप्रदेश पहुंच गया है, जिसके चलते पिछले दाे दिनों से बारिश का सिलसिला जारी है। इसका सबसे ज्यादा असर राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के पश्चिमी इलाकों में देखने को मिला, जहां मूसलाधार बारिश से निचली बस्तियां जलमग्न हो गयी तथा कुछ जगहों में बाढ के हालात बने हुए हैं।

मूसलाधार बारिश से सीहोर में जनजीवन काफी प्रभावित

मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में मूसलाधार बारिश के चलते जनजीवन पर काफी असर पड़ा है।

सीहोर जिले में कल रात से हो रही तेज बारिश से नदी नाले उफान पर आ गए है। पार्वती सहित अन्य नदियां उफान पर है। शहर के निचले इलाके में स्थित कई मकानों में पानी भर गया। मकान में भरे पानी से घर के अंदर रखे गृहस्थी के सामान पानी में तैरने लगे।

इंदौर में झमाझम बारिश से निचले इलाकों में भरा पानी, राहत कार्य शुरू

मध्यप्रदेश के इंदौर शहर के सदर बाजार थाना क्षेत्र में नाले किनारे बसे लोगों को आज झमाझम वर्षा के चलते सुरक्षित स्थानों पर स्थान्तरित किया जा रहा है।

अनुविभागीय दंडाधिकारी संदीप सोनी ने बताया कि सिकंदराबाद नाले के किनारे जलभराव के चलते कई रहवासियों के घरों में पानी भर गया है। जिन्हें स्थान्तरित कर अस्थाई शिविरों में ले जाया जा रहा है। नाव की सहायता से अब तक लगभग एक दर्जन परिवारों को स्थान्तरित कर दिया गया है। इसी तरह शहर के अन्य हिस्सों में भी अलग-अलग दल राहत कार्य मे जुटे हुए है।

कोलार बांध के दो गेट खोले गए

अतिवृष्टि को देखते हुए भोपाल के कोलार बांध के दो गेट आज शाम खोल दिए गए, जिनसे 100 क्यूमेक पानी कोलार नदी में छोडा गया।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार भोपाल और उसके आसपास के क्षेत्रों में लगातार हाे रही बारिश के चलते शाम को कोलार बांध के दो गेट पचास-पचास सेन्टीमीटर खोल दिए गए। इनसे 100 क्यूमेक पानी कोलार नदी में छोड़ा गया। वर्तमान में बांध अपने कुल भराव क्षमता से 2 मीटर कम है।

उज्जैन में बारिश से अाम जनजीवन प्रभावित

मालवा अंचल का उज्जैन जिला भी बारिश से तरबतर हो गया। इस बारिश के चलते अाम जनजीवन प्रभावित हुआ है।

उज्जैन के साथ उसके आसपास के क्षेत्रों में हो रही मूसलाधार वर्षा के कारण शिप्रा नदी का जल स्तर बढ़ गया, तो वहीं, जिलें में स्थित तालाब भी लबालब भर गए हैं। कल से लगातार हो रही बारिश से निचली बस्तियों में पानी भर गया। हालाकि इसमें अभी तक कोई जनहानि की सूचना नहीं है। अभी तक क्षेत्र में बारिश नहीं होने के कारण शहर में 20 अगस्त से एक दिन छोड़कर जल प्रदाय किया जा रहा था।

अशोकनगर में राजघाट डेम के 16 गेट खोले गए

अशोकनगर जिले के चंदेरी में स्थित रानी लक्ष्मीबाई सागर (राजघाट डेम) बांध परियोजना के 16 गेट आज खोल दिए गए।

राजघाट बांध परियोजना के एसडीओ व्हीएन शर्मा के अनुसार आसपास के क्षेत्रों में हुई भारी बारिश के कारण
बेतवा नदी का बहाव बढ़ने से राजघाट डेम का जल स्तर बढ़ गया। जिसके चलते सुबह कुछ गेट खोले गए, इसके बाद दोपहर और शाम को तथा रात आठ बजे 18 में से 16 गेट खोल दिए गए। इन सभी गेटों से 3 लाख 23 हजार 584 क्यूसेक (91.62 लाख लीटर प्रति सेकेंड) पानी बाहर छोड़ा जा रहा है।

मध्यप्रदेश के मालवा अंचल में तेज बारिश के आसार

मध्यप्रदेश में पिछले दो दिनों से कई स्थानों पर हो रही झमाझम बारिश के बीच अगले चौबीस घंटों के दौरान पश्चिमी मध्यप्रदेश में आने वाले आधा दर्जन स्थानों पर अति भारी की चेतावनी मौसम विभाग ने दी है।

बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद से राज्य के अधिकांश स्थानों पर बारिश का सिलसिला लगातार बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के क्षेत्र का असर छत्तीसगढ़ से होते हुए यह मध्यप्रदेश पहुंच गया है। अब यह राज्य के राजगढ़ और गुना के बीच सक्रिय है। इसके प्रभाव से आगामी 24 घंटों के दौरान मालवा अंचल में आने वाले अनेक स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।

भोपाल में झमाझम बारिश से कई इलाके जल मग्न

राजधानी भोपाल में दो दिनों से हो रही लगातार बारिश के बीच चौबीस घंटों में 215़ 4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। भोपाल में दस वर्ष बाद तेज बारिश दर्ज की गई।

बंगाल की खाड़ी से चला मजबूत कम दबाव का क्षेत्र उत्तरी छत्तीसगढ़ से गुजर कर यह मध्यप्रदेश में पहुंचे से चौबीस घंटों के दौरान राज्य के अधिकांश स्थानों पर झमाझम बारिश हुई है। इस अवधि में दस वर्ष बाद झमाझम बारिश दर्ज की गई। भोपाल और इसके आसपास पिछले दो दिनों से हो रही तेज बारिश के बीच भोपाल स्थित तलाबों का जलस्तर बढ़ गया है। इसके साथ ही कई नाले उफान पर है।

उज्जैन जिले में बारिश से नदी नाले उफान पर

पश्चिमी मध्यप्रदेश में आने वाले उज्जैन जिले में लंबे अंतराल के बाद पिछले 24 घंटों में हुई तेज बारिश से क्षेत्र के शिप्रा नदी सहित कई नाले उफान पर हैं। कल दोपहर से शुरु हुई बारिश के कारण आम लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया।

अधिकारिक सूत्रों के अनुसार उज्जैन में 117 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। इसके कारण मोक्षदायिनी क्षिप्रा नदी के घाटों पर स्थित अधिकतर मंदिर पूरी तरफ से जल मग्न हो गए। यहां स्थित मंदिर के गुंबज व गेट डूब गए। वहीं उज्जैन शहर के एकमात्र जल प्रदाय स्त्रोत गंभीर नदी पर बने बांध में पानी का लेवल बढ़ता जा रहा है। गंभीर नदी में पानी की आवक तेजी से बढ़ रही है।

उधर राजधानी भोपाल में दो दिनों से हो रही लगातार बारिश के बीच चौबीस घंटों में 215़ 4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। भोपाल में दस वर्ष बाद ऐसी तेज बारिश हुई।

जिला प्रशासन के अधिकारियों ने एनडीआरएफ के द्वारा कोलार क्षेत्र के छान गांव में बाढ में फंसे हरिनारायण कीर, उनके बच्चे और जानवरों को नदी के बीच से निकाला लिया गया है। सभी लोग सुरक्षित और स्वस्थ है।

इंदौर जिले में मूसलाधार वर्षा, जनजीवन प्रभावित

इंदौर जिले में बीते 24 घन्टे से ज्यादा समय से मूसलाधार बारिश की वजह से जनजीवन प्रभावित रहा।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार जिले में बीते 24 घन्टे में 10 इंच से ज्यादा वर्षा दर्ज की गई है। इसके साथ ही यहां अब तक इस मानसून सत्र में कुल 32 इंच वर्षा दर्ज की जा चुकी है। जो अतिआवश्यक 34 इंच वर्षा से केवल 2 इंच कम है। खबर लिखे जाने तक जिले में  वर्षा जारी है।

शिवराज ने बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने पर टीम की प्रशंसा की

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के छान गांव में बाढ़ में फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचे जाने पर होमगार्ड और एडीआरएफ की रेस्क्यू टीम की प्रशंसा की है।

श्री चौहान ने ट्वीट के मध्यम से लिखा है ‘आज भोपाल में होमगार्ड और एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम ने सजगता के साथ कार्य करते हुए बाढ़ के कारण फँसे करीब 85 नागरिकों और दो दर्जन से ज़्यादा मवेशियों को जीवित बचाया है। मानवता की सेवा का यह अनूठा उदाहरण है। मैं सभी जवानों के सेवाभाव को प्रणाम करता हूँ और उन्हें धन्यवाद देता हूँ।’

उन्होंने आगे लिखा है ‘भोपाल के छान गाँव में झूँसी नदी में आई बाढ़ में फँसे पिता व उसके 3 साल के बच्चे सहित पशुओं का एनडीआरएफएचक्यू और एसडीआरएफ की टीम ने तत्परता दिखाते हुए रेक्यू किया। मैं पूरी टीम को बधाई और धन्यवाद देता हूँ।आपने अपनी जान की बाज़ी लगाकर दूसरों की जान बचाई है।इसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए, कम है।’

अतिवर्षा से जलभराव से प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाएं-शिवराज

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जिला मुख्यालय स्थित आपदा नियंत्रण केन्द्र को 24 घंटे सक्रिय रखा जाए। जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक तत्काल की जाए और अतिवर्षा के एवं राहत के प्रयासों की गहन समीक्षा की जाए।

श्री चौहान ने आज उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में अतिवर्षा की स्थिति की समीक्षा कर आमजन को जलभराव की स्थिति से बचाने और आवश्यक राहत के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए की सभी कलेक्टर्स जिले के बड़े बांधों और जलाशयों की स्थिति पर नजर रखें। संबंधित अमला पूर्ण सजग, सतर्क रहे। नर्मदा घाटी विकास विभाग के कंट्रोल रूम से भी निरंतर संपर्क रखा जाए ताकि जलभराव और बांधों के गेट खोलने की स्थिति आने पर सभी आवश्यक इंतजाम हो सकें। संभागीय कमिश्नर्स भी नियमित मॉनिटरिंग कर कठिनाई की स्थिति में समाधान निकालने में पीछे न रहें। बाढ़ की स्थिति में आपदा राहत के लिए सभी उपयोगी उपकरण कार्य करने की स्थिति में रखते हुए बचाव दल मुस्तैद रहें। मुख्यमंत्री ने फसलों की वर्तमान स्थिति की जानकारी भी ली।

सतना जिले में बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत

मध्यप्रदेश के सतना जिले में एक व्यक्ति की बिजली गिरने से मौत हो गई।

पुलिस सूत्रों के अनुसार कोठी थाना क्षेत्र के ग्राम दिदौंध में खेत में काम करते समय आकाशीय बिजली गिरने से ब्रिजेन्द्र कुमार गौतम की कल मौत हो गई।

झाबुआ जिले में झमाझम बारिश, इंदौर अहमदाबाद मार्ग बंद

आदिवासी क्षेत्र झाबुआ जिले में लगातार दो दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते जन जीवन अस्त व्यस्त होने लगा है।

झाबुआ जिले के थांदला में फकरी कालोनी में भारी बारिश के चलते पूरी कालोनी में पानी भर गया है तो पेटलावद तहसील के बाछीखेडा में भारी बारिश के चलते एक तालाब फूट गया है। इंदौर से अहमदाबाद का रास्ता माछलिया घाट के उपर धूलेट में पुलिया पर पानी आ जाने से सुबह से ही बंद है जिसके चलते इंदौर अहमदाबाद राष्ट्रीय राज्य मार्ग क्रमांक 49 पर आवागमन बंद है और इस पुलिया के दोनों और गाडियों की लंबी लंबी कतारे लगी हुई है जिससे लोग परेशान हो रहे है।

देशभर में कोविड-19 महामारी के बीच गणेश उत्सव की शुरूआत,घरों में पूजा और मंदिरों में भगवान गणेश के ‘दर्शन’ के लिए ऑनलाइन मंचों का इस्तेमाल attacknews.in

नयी दिल्ली, 22 अगस्त । कोरोना वायरस महामारी के बीच शनिवार को दस दिवसीय गणेश उत्सव की शुरूआत हुई। सरकार द्वारा लागू कोविड-19 पाबंदियों के मद्देनजर श्रद्धालुओं ने अपने घरों में पूजा की और मंदिरों में भगवान गणेश के ‘दर्शन’ के लिए ऑनलाइन मंचों का इस्तेमाल किया।

गणेश उत्सव भव्य जुलूस निकालकर और पंडालों को सजाकर पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता रहा है। श्रद्धालु सामूहिक पूजा करते हैं। लेकिन इस बार महामारी के मद्देनजर अधिक लोगों के एकत्र होने पर केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा लगाई गई पाबंदियों के बीच सादे ढंग से उत्सव का आयोजन किया गया।

मंदिरों में सामाजिक दूरी का पालन करते हुए और मास्क पहनकर सीमित संख्या में श्रद्धालुओं ने मंदिरों में गणेश की मूर्तियों को स्थापित किया।

इस गणेश उत्सव में श्रद्धालुओं और पंडालों के लिए तकनीक का बड़ा सहारा है और सभी गणेश मंडल शनिवार से शुरू हुए दस दिवसीय उत्सव में गणपति के ऑनलाइन दर्शन करा रहे हैं।

कोरोना वायरस के कारण आवाजाही और सामाजिक मेलजोल पर पाबंदियों के बीच कई लोग विभिन्न ऐप के माध्यम से अपने परिजनों तथा मित्रों से संपर्क कर रहे हैं।

गणेश उत्सव के पहले दिन कई लोगों ने और विशेष रूप से मुंबई शहर के प्रतिष्ठित गणेश पंडालों ने सोशल मीडिया पर ऑनलाइन आरती और दर्शन के लिए निमंत्रण भेजे हैं।

मुंबई के किंग्स सर्कल स्थित जीएसबी गणेश पंडाल से अनेक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव प्रसारण किया जा रहा है।

कोरोना वायरस महामारी के चलते मध्य प्रदेश में सार्वजनिक गणेश पंडाल लगाने की रोक लगी है। इसके फलस्वरूप शनिवार को यहां ऐतिहासिक तिलक हॉल में गणेश उत्सव मनाने की 103 साल पुरानी परम्परा पर संकट उत्पन्न हो गया।

वर्ष 1917 में महान क्रांतिकारी नेता बाल गंगाधर तिलक ने महाराष्ट्र की सीमा से लगे इस जिले का दौरा किया था और गणेश उत्सव की परंपरा की शुरुआत की थी।

महाराष्ट्रीयन ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष और अधिवक्ता अरुण शेंडे ने गणेश चतुर्थी के अवसर पर  बताया कि एक सदी से भी अधिक समय से शहर के तिलक हॉल में मनाया जाने वाले गणेश उत्सव इस बार नहीं हो पा रहा है।

महाराष्ट्र और उसकी राजधानी मुंबई में इस साल उत्साह नहीं दिखा और सादे ढंग से उत्सव मनाया गया।

कर्नाटक में इस साल उत्सव पर कोविड-19 और राज्य के कुछ हिस्सों में बाढ़ की स्थिति का असर दिखा।

राज्य में गणेश मंदिरों में श्रद्धालुओं की संख्या बहुत कम रही।

गोवा में लोगों ने घरों में गणेश उत्सव मनाया और कुछ मंडलों ने मूर्तियों को स्थापित किया।

तमिलनाडु में आमतौर पर यह उत्सव पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता रहा है लेकिन इस बार कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सरकार के निर्देशों के बाद सादे तरीके से गणेश उत्सव मनाया गया।

कोलकाता में कई सामुदायिक पूजा आयोजकों ने गणेश चतुर्थी पर श्रद्धालुओं को मूर्तियों के ऑनलाइन दर्शन कराये।

कोविड-19 महामारी के कारण राज्य सरकार द्वारा दी गई सलाह के अनुरूप इस साल तेलंगाना में धूमधाम के बिना, सामान्य तरीके से गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया गया।

लोगों ने अपने घरों में पूजा की। वर्षों से लोग समूहों में एकत्र होकर पूजा करते आ रहे थे।

राज्य सरकार के मंत्री ए इद्रकरन रेड्डी ने लोगों से इस महीने चतुर्थी उत्सव और मुहर्रम कोविड-19 दिशानिर्देशों का पालन करते हुए आयोजित करने की अपील की थी।

कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर लोगों के अपने घरों में रहने और राज्य सरकार द्वारा सामुदायिक उत्सव पर लगाये गये प्रतिबंध के कारण इस बार आंध्र प्रदेश में विनायक चतुर्थी का पर्व मनाने में पारंपरिक उत्साह की कमी नजर आई।

राज्य में लगी पाबंदियों के परिणामस्वरूप लोगों ने अपने घरों में उत्सव मनाया।

गलियों में पंडाल नहीं लगाये गये थे जहां विभिन्न आकारों में भगवान गणेश की मूर्तियां आम तौर पर नौ दिनों के उत्सव के लिए स्थापित की जाती थीं।

कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाई गई पाबंदियों के कारण मंदिरों में विनायक के दर्शन के लिए कुछ ही लोगों को दर्शन की अनुमति दी गई थी।

महाराष्ट्र में कोरोना महामारी के बीच गणेश उत्सव शुरू

महाराष्ट्र के पुणे और अन्य हिस्सों में शनिवार को 10 दिवसीय गणेश उत्सव शुरू हो गया लेकिन कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के कारण इस बार पहले जैसी रौनक नहीं है।

महाराष्ट्र सरकार ने ‘गणेशोत्सव’ समारोहों को लेकर दिशानिर्देश जारी किये हैं कि भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करने और विसर्जित करने के दौरान लोगों की भीड़ एकत्रित नहीं होनी चाहिए।

दिशानिर्देशों के तहत इस वर्ष सार्वजनिक (कक्युनिटी) मंडलों की तरफ से स्थापित प्रतिमा की ऊंचाई चार फीट और आम लोगों की तरफ से स्थापित प्रतिमा की ऊंचाई दो फीट तक सीमित होनी चाहिए।

कोरोना वायरस महामारी के कारण इस वर्ष इस उत्सव के प्रति लोगों में उत्साह और जज्बा अपेक्षाकृत कम है। इस वर्ष महामारी के कारण फूल विक्रेता, मिठाई विक्रेता, सजावट का सामाने बेचने वाले, आभूषण विक्रेता और ट्रांसपोर्टर को बहुत नुकसान झेलना पड़ रहा है।

मुंबई के सबसे प्रसिद्ध गणेशोत्सव मंडल ‘लालबागचा राजा’ महामारी के कारण इस वर्ष प्रतिमा स्थापित नहीं कर रहा है। अमीर मंडलों में से एक माने जाने वाले वडलाजा के जीएसबी सेवा समिति ने अगले वर्ष फरवरी में होने वाले उत्सव ‘माघ सुध चतुर्थी’ का समारोह स्थगित कर दिया है।

इस वर्ष शहर में पंडालों की सजावट नहीं हो रही है और मंडलों की तरफ से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की जगह कोरोना वायरस को लेकर जागरूकता कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं।

मुंबई और आसपास के जिलों में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है लेकिन फिर भी लोग ‘गणपति बप्पा मोरया’ के जयकारे के साथ अपने घरों से निकलकर भगवान गणेश की प्रतिमा लाने गये। इस बीच कुछ इलाकों में भगवाण गणेश की प्रतिमा के स्वागत में पटाखे भी फोड़े गये।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी अपने आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ में भगवान गणेश की प्रतिमा का स्वागत किया। कुछ हस्तियों और राजनीतिक नेताओं ने भी अपने-अपने घरों में गणेश प्रतिमा स्थापित की हैं।
उत्सव के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। स्थानीय पुलिस के अलावा रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ), स्टेट रिजर्व पुलिस फोर्स (एसआरपीएफ) की तीन कंपनियां तैनात की गई हैं।

इस बीच किसी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए त्वरित प्रतिक्रिया दल, बम निरोधक दस्ते और आतंकवाद-रोधी सेल को अलर्ट पर रखा गया है। पुलिस 5,000 सीसीटीवी कैमरों की मदद से शहर की निगरानी करेगी। इसके अलावा हवाई निगरानी के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जाएगा।