खार्तूम, चार दिसंबर । सूडान में चीनी मिट्टी के कारखाने में एक एलीपीजी टैंकर में विस्फोट होने से 23 लोगों की मौत हो गई जिसमें कई भारतीय भी शामिल हैं। हादसे में 130 से अधिक लोग घायल भी गए।उत्तरी खारतूम की एक सिरैमिक फैक्ट्री में भीषण विस्फोट में करीब 23 श्रमिकों की मौत हो गई है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
सूडान में भारतीय दूतावास ने मंगलवार को हुई घटना में भारतीयों के मारे जाने की सूचना दी। हालांकि उसने मृतकों की संख्या के बारे में नहीं बताया है।
दूतावास ने मंगलवार को अपनी वेबसाइट पर एक बयान में कहा, ‘‘अभी तक मिली रिपोर्टों के अनुसार भारतीय श्रमिकों समेत कई लोगों की मौत हुई और कई अन्य लोग घायल हुए हैं।’’
उसने बताया कि कारखाने में 50 से अधिक भारतीय श्रमिक काम करते हैं।
सूडान सरकार ने कहा कि घटना में 23 लोगों की मौत हो गई और 130 से अधिक लोग जख्मी हो गए। प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चला है कि घटनास्थल पर सुरक्षा के लिए आवश्यक उपकरण नहीं थे।
सरकार ने कहा, ‘‘वहां पर ज्वलनशील पदार्थों का अनुचित तरीके से भंडार किया गया था जिससे आग फैल गई।’’
सूत्रों ने बताया कि यह विस्फोट उस समय हुआ जब एक गैस टैंकर से अन्य टैंकरों में ज्वलनशील तरल पदार्थ को उतारा जा रहा था और इसी दौरान एक जोरदार विस्फोट हुआ।
सूत्रों ने बताया कि इस हादसे में 23 लोगों की मौत हो गई है और लगभग 130 लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं।
खारतूम में भारतीय दूतावास ने एक एडवाइजरी जारी कर कहा कि इस हादसे में कई भारतीय नागरिक मारे गए हैं और कई झुलस गए हैं। इस बयान में कहा गया है कि घटना के वक्त फैक्ट्री में करीब 68 भारतीय थे।
प्रधानमंत्री अब्दल्लाह हामदोेक ने वाशिंगटन से जारी एक शोक संदेश में हताहतों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और कहा है कि शुरूआती जांच में पता चला है कि वहां सुरक्षा के उपाय पुख्ता नहीं थे।
उन्होंने कहा कि इस ज्वलनशील पदार्थ के कारण आग ने काफी भयानक रूप ले लिया और फैक्ट्री पूरी तरह जलकर राख हो गई।