नयी दिल्ली/राजकोट , 27 नवम्बर । उच्चतम न्यायालय ने गुजरात के राजकोट स्थित एक कोविड अस्पताल में आग लगने की घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए केंद्र सरकार और गुजरात सरकार से शुक्रवार को जवाब तलब किया।इस घटना में कई मरीजों की मौत हो गई है।
न्यायमूर्ति अशोक भूषण, न्यायमूर्ति आर सुभाष रेड्डी और न्यायमूर्ति एम आर शाह की खंडपीठ ने कोविड से संबंधित मामलों की सुनवाई करते हुए राजकोट की घटना का स्वत: संज्ञान लिया। न्यायमूर्ति भूषण ने सुनवाई के दौरान कहा, “यह हतप्रभ करने वाली घटना है। यह कोई पहली घटना नहीं है। हम इस घटना का स्वत: संज्ञान ले रहे हैं।”
खंडपीठ ने कहा कि कोविड अस्पतालों में आग की घटना बार-बार हो रही है। इससे यह स्पष्ट है कि अस्पतालों में आग लगने की घटनाओं पर रोक लगाने और इनसे निपटने के लिए उचित उपाय नहीं किये जा सके हैं।
न्यायालय ने इसके साथ ही केंद्र सरकार से अगले मंगलवार तक अस्पतालों में आग की घटनाओं पर काबू के लिए उठाये गये कदमों को रिकॉर्ड में लाने का निर्देश दिया। खंडपीठ ने गुजरात सरकार से भी रिपोर्ट तलब किया है।
केन्द्र की ओर से पेश सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने उच्चतम न्यायालय की पीठ को आश्वस्त किया कि केन्द्रीय गृह सचिव शनिवार तक बैठक आयोजित करेंगे और देश भर के सरकारी अस्पतालों के लिए अग्नि सुरक्षा निर्देश जारी करेंगे।
गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने बताया कि गुजरात के राजकोट जिले में निर्दिष्ट कोविड-19 अस्पताल के आईसीयू में आग लगने से संक्रमण के इलाज के लिए भर्ती पांच मरीजों की मौत हो गई।
उन्होंने यहां पत्रकारों को बताया कि उपचार के लिए भर्ती 26 अन्य मरीजों को सुरक्षित निकाल कर अन्य जगह स्थानांतरित किया गया है।
न्यायमूर्ति अशोक भूषण,न्यायमूर्ति आर एस रेड्डी और न्यायमूर्ति एम आर शाह की पीठ ने देश भर में संक्रमण के बढ़ते मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि राज्यों को हालात का मुकाबला करना होगा और कोविड-19 महामारी के हालात से निपटने के लिए राजनीति से ऊपर उठना होगा।
पीठ ने कहा कि अब वक्त आ गया है जब देश में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए नीतियां, दिशा निर्देश और मानक संचालन प्रक्रियाओं को लागू करने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं।
मेहता ने पीठ से कहा कि कोविड-19 की मौजूदा लहर पहले से अधिक कठोर प्रतीत हो रही है और वर्तमान में कोरोना वायरस संक्रमण के 77 प्रतिशत मामले 10 राज्यों से हैं।
इस पर पीठ ने कहा कि हालात के निपटने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है। पीठ ने मामले की अगली सुनवाई के लिए एक दिसंबर की तारीख मुकर्रर की।
राजकोट में कोविड अस्पताल में लगी भीषण आग में पांच की मौत, 28 झुलसे
आज गुजरात में राजकोट शहर के मालविया नगर क्षेत्र में गुरुवार मध्यरात्रि को एक कोविड अस्पताल में लगी भीषण आग में पांच लोगों की मौत हो गयी तथा अन्य 28 झुलस गये ।
थाना प्रभारी के. एन. भुकान ने बताया कि आनंद बंगला चौक के निकट स्थित तीन मंजिला उदय शिवानंद कोविड सेंटर नामके अस्पताल की पहली मंजिल पर अचानक आग लग गयी। अस्पताल में कुल 33 मरीज भर्ती थे। हादसे में आईसीयू में भर्ती 11 मरीजों में से पांच लोगों की मौत हो गयी जबकि अन्य आईसीयू के छह मरीजों सहित 28 लोग झुलस गए। झुलसे लोगों को अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। मृतकों की पहचान संजय अ. राठोड़ (57), रामसिंहभाई (65), नितिनभाई, केशुभाई ला. अकबरी (50) और रशिकलाल शां. अग्रावत (69) के रूप में हुयी है।
अग्निशमन विभाग के कर्मी ने बताया कि आग लगने की सूचना मिलते ही दमकल की छह गाड़ियों के साथ दमकल कर्मी मौके पर पहुंच गए। दमकल कर्मियों ने करीब छह घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आज सुबह आग पर काबू पा लिया। आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है ।