भोपाल, 25 फरवरी । उत्तरप्रदेश की सीमा से लगे मध्यप्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) तीन और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) शेष 26 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी।
बसपा के सूत्रों ने आज यहां बताया कि इस संबंध में बसपा प्रमुख मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बीच गठबंधन हुआ है। दोनों के दस्तखत से आज जारी हुए एक पत्र के अनुसार सपा राज्य के बालाघाट, टीकमगढ़ और खजुराहो लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ेगी। शेष 26 सीटों पर बसपा ने अपने प्रत्याशी उतारने का निर्णय लिया है।
राज्य में लोकसभा की कुल 29 सीटें हैं। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में 29 में से 27 पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विजय हासिल की थी। कांग्रेस के परंपरागत गढ़ छिंदवाड़ा संसदीय सीट से श्री कमलनाथ और गुना संसदीय सीट से श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया विजयी हुए थे। हालाकि बाद में हुए उपचुनाव में रतलाम संसदीय सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ आदिवासी नेता कांतिलाल भूरिया भी चुनाव जीतने में सफल रहे।
राज्य में दिसंबर माह में संपन्न विधानसभा चुनाव में कांटे की टक्कर के बाद पंद्रह वर्ष बाद भाजपा को सत्ता से हटना पड़ा और दो माह पहले श्री कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सत्ता में वापसी हुयी। इस लिहाज से आगामी लोकसभा चुनाव में सभी 29 सीटों पर रोचक मुकाबला दिखायी देने की उम्मीद है।
राज्य की कांग्रेस सरकार को बसपा, सपा और निर्दलीय समेत कुल सात विधायकों ने समर्थन दिया है। दो सौ तीस सदस्यीय विधानसभा में विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस को 114 और भाजपा को 109 सीटों पर विजय हासिल हुयी थी। कांग्रेस के एक विधायक दीपक सक्सेना (छिंदवाड़ा) ने हाल ही में त्यागपत्र दे दिया है। इस लिहाज से अब कांग्रेस के 113 विधायक शेष हैं।
छिंदवाड़ा विधानसभा सीट पर अब उपचुनाव होंगे और इस सीट से मुख्यमंत्री कमलनाथ विधायक पद का चुनाव लड़ेंगे। श्री कमलनाथ मुख्यमंत्री बन गए हैं, इस लिहाज से उन्हें छह माह के अंदर विधानसभा का सदस्य बनना भी आवश्यक है। श्री सक्सेना ने इसी उद्देश्य से छिंदवाड़ा विधानसभा सीट छोड़ी है। संभावना है कि लोकसभा चुनाव के साथ ही छिंदवाड़ा विधानसभा उपचुनाव होगा।
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