नयी दिल्ली, पांच जून । मौसम विभाग ने शुक्रवार को कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती प्रवाह बनने की संभावना और मॉनसून में प्रगति होने के कारण अगले सप्ताह से मध्य और दक्षिण भारत में वर्षा के जोर पकड़ने की उम्मीद है।
मौसम विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि अगले सप्ताह बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने और ओडिशा की ओर इसके बढ़ने की संभावना है ।
कम दबाव एक प्रकार का चक्रवाती प्रवाह होता है और किसी चक्रवात का पहला चरण होता है । हालांकि यह जरूरी नहीं है कि कम दबाव का हर क्षेत्र तेज होकर चक्रवात बन जाए।
महापात्र ने कहा, ‘‘इससे अगले सप्ताह मॉनसून के आगे बढ़ने और अच्छी बारिश होने की संभावना है।’’
मॉनसून ने एक जून को केरल में दस्तक दी थी । आम तौर पर इसी दिन मॉनसून दस्तक देता है । मौसम विभाग ने पूर्व में अनुमान लगाया था कि मॉनसून में चार दिर की देरी होगी लेकिन चक्रवात निसर्ग ने मॉनसून को तय समय पर केरल पहुंचने में मदद की ।
मौसम विभाग ने कहा, ‘‘अरब सागर, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, बंगाल की खाड़ी के समस्त दक्षिणी-पूर्वी और पश्चिमी मध्य के कुछ हिस्सों में अगले दो दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियां हैं ।’’
मौसम विभाग के मुताबिक, एक जून से देश में सामान्य की तुलना में नौ प्रतिशत अधिक बारिश हुई है ।
मौसम विभाग ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्र में भी बारिश होगी ।
पश्चिमी विक्षोभ चक्रवाती प्रवाह होता है जिसकी शुरूआत भू-मध्यसागर से होती है । यह मध्य एशिया को पार करता है और इसके हिमालय के संपर्क में आने के बाद पहाड़ों और उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्रों में बारिश होती है ।
मौसम विभाग ने कहा है कि पूर्वी उत्तरप्रदेश और पूर्वी राजस्थान में भी बारिश होने की संभावना है ।
पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में बहुत अधिक बारिश / गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है:
अगले 24 घंटों के दौरान उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और दक्षिण राजस्थान में अलग-अलग भारी बारिश की संभावना है
मौसम से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
1. केंद्रीय अरब सागर, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल, दक्षिण-पश्चिम और पूर्वी-मध्य बंगाल की खाड़ी; पूरी दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और पश्चिमी-मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में अगले दो दिन के दौरान दक्षिण-पश्चिमी मानसून के और आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं।
2. पश्चिमी विक्षोभ केअसर के कारण, अगले 2 दिनों के दौरान पश्चिमी हिमालय क्षेत्र पर काफी भारी बारिश / गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है और उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में बिखरी बारिश / गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं।
3. अगले 2 दिनों के दौरान इन क्षेत्रों में बिजली और तेज हवाओं के साथ पृथक आंधी-तूफान आने की संभावना है। अगले 24 घंटों के दौरान उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और दक्षिण राजस्थान में भारी बारिश की संभावना है।
4. अगले 4-5 दिनों के दौरान पश्चिमी तट के साथ व्यापक वर्षा / गरज के साथ बौछारें और गुजरात, अंदरूनी महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, अंदरूनी कर्नाटक और तमिलनाडु में पृथक से लेकर बिखरी हुई बारिश की गतिविधि हो सकती है।
5. अगले 3 दिनों के दौरान केरल और कोंकण और गोवा में और अगले 24 घंटों के दौरान तटीय कर्नाटक में भारी बारिश की संभावना है।
जानकारी के लिए कृपया www.mausam.imd.gov.inपर जाएं।