लखनऊ,01 अगस्त ।उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने सोशल मीडिया के माध्यम से ठगी कर विदेशों में नौकरी दिलाने के नाम पर बन्धक बनाकर हवाला के माध्यम से अवैध वसूली करने वाले गिरोह के एक इनामी सदस्य पवन गांधी को आज कोलकता से गिरफ्तार कर लिया।
एसटीएफ प्रवक्ता ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया (फेसबुक, मैसेन्जर, व्हाट्सअप आदि) के माध्यम से ठगी कर अमेरिका,कनाडा आदि देशों में नौकरी दिलाने के नाम पर बन्धक बनाकर हवाला के माध्यम से अवैध वसूली करने वाले गिरोह के सदस्य 50 हजार रुपये के इनामी अपराधी पवन गांधी को चौबीस परगना नार्थ राजरहाट पश्चिमी बंगाल से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से सात मोबाइल फोन ,बैंक चेकबुक,पासपोर्ट , तीन पैनकार्ड आदि बरामद किए।
प्रवक्ता ने बताया कि सूचना संकलन के क्रम में जानकारी मिली कि इनामी पवन गांधी कोलकता में लुकछिप कर रह रहा है। इस सूचना पर एसटीएफ की वाराणसी फील्ड इकाई वाराणसी के निरीक्षक अनिल कुमार सिंह के नेतृत्च में एक टीम गठित कर विवेचक के साथ कोलकता रवाना किया गया था।
एसटीएफ की टीम ने आज पवन गाॅंधी को गिरफ्तार कर सीजेएम (नार्थ) चैबीस परगना बरासत पश्चिमी बंगाल के न्यायालय में कस्टडी रिमाण्ड के लिए प्रस्तुत किया गया। न्यायालय से पवन गाॅंधी की कस्टडी रिमाण्ड प्राप्त कर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में अभिसूचना संकलन, विषलेषण एवं गिरफ्तार अभियुक्त से पूछतांछ में पता चला कि इनका एक संगठित गिरोह है, जिसका सरगना राजवीर सिंह यादव है। यह गिरोह दो भाग में अपराध को अन्जाम देता है। पहले भाग को पवन गांधी तथा राहुल मेहरा जो मुम्बई का रहने वाला है, देखते हैं। पवन गांधी एवं राहुल मेहरा द्वारा सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, मैसेन्जर, व्हाट्सएप आदि पर फर्जी आईडी से यूएसए/कनाडा में नौकरी दिलाने का विज्ञापन पोस्ट करते हैं। यह विज्ञापन विषेष कर बंगलादेश, नेपाल एवं गुजरात के लोगों के लिये निकालते हैं और इसी विज्ञापन में सम्पर्क करने के लिये अपना एक मोबाइल नंबर भी दे देते हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि राजवीर सिंह यादव अपने गिरोह के सदस्यों के माध्यम से उक्त होटल और व्यक्ति की निगरानी कराता है कि कहीं पुलिस पीछे तो नहीं लगी है, जब बेफिकर हो जाते हैं तब संबंधित व्यक्ति को यह कहते हुये कि आपको हमलोग विदेश भेजने के लिये एयरपोर्ट ले चल रहे हैं और एयरपोर्ट न/न ले जाकर वाराणसी के सारनाथ व सिगरा स्थित अपने ठिकाने पर ले जाकर बन्धक बना लेते हैं। इसके बाद मारपीट एवं बन्दूक सटाकर धमकाते हुये परिजनों से बात करवाते हैं कि यह बता दो कि हमलोग एयरपोर्ट पहुॅंच गये हैं हमारी बोर्डिंग तैयार हो गयी है और मैं अपना मोबाइल स्विचऑफ कर रहा हॅूं। विदेश पहुचने के बाद बात होगी और मोबाइल बंद कर लेते हैं।
उन्होंने बताया कि विदेश में फ्लाईट के पहुंचने की अवधि के हिसाब से गिरोह सदस्य नेपाल निवासी लवली व मध्य प्रदेश निवासी संतोष दूबे संबंधित देश का वर्चुवल नम्बर इण्टरनेट से तैयार कर पुनः मारपीट कर बन्दूक सटाकर परिवार के लोगों से यह बात कराते हैं कि मैं विदेश पहुंच गया हॅूं और मुझे जाॅब मिल गयी है और यहाॅं का मौसम खराब है, इसलिये विडियो काॅलिंग नहीं कर पा रहा हॅूं। जो पैसा तय हुआ था वह हवाला के माध्यम से दे दें। इसपर परिवार वाले भरोसा कर हवाला के माध्यम से पैसा गिरोह के लोगों को भेजवा देते हैं, जिसे पवन गांधी दिल्ली में उक्त पैसा हवाला के माध्यम से प्राप्त कर लेता है।