नयी दिल्ली, 10 मई । केंद्र में दोबारा सरकार बनाने का दावा कर रही भारतीय जनता पार्टी के लिए रविवार को हाेने वाला लोकसभा के छठे चरण का मतदान अत्यंत महत्वपूर्ण है जिसमें उसे पिछले चुनाव में जीती 44 सीटों पर अपना कब्जा बरकरार रखने की परीक्षा में खरा उतरना होगा।
छठे चरण में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल , हरियाण और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की 59 सीटों पर मतदान होगा। भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनाव में इनमें से 44 सीटें जीतीं थीं जबकि दो सीटें उसके सहयोगी दलों को मिली थीं। पश्चिम बंगाल की आठ सीटों को छोड़कर अन्य स्थानों पर लगभग भाजपा और उसके सहयोगी दलों का ही परचम लहराया था। कांग्रेस ने इन 59 सीटों में से सिर्फ दो पर ही जीत हासिल की थी जबकि इतनी ही सीटें इंडियन नेशनल लोकदल के खाते में गयी थीं।
रविवार को पश्चिम बंगाल की जिन आठ सीटों पर वोट डाले जाने हैं उन सब पर ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस का कब्जा है। भाजपा इस राज्य में अपनी सीटें बढ़ाने के लिये पुरजोर कोशिश कर रही है। सुश्री बनर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच चुनावी बयानबाजी से राज्य का माहौल गरमाया हुआ है।
इस चरण में उत्तर प्रदेश की 16 सीटों पर मतदान होगा जिनमें से 12 पर भाजपा का तथा एक पर उसकी सहयोगी अपना दल का कब्जा है। एक सीट समाजवादी पार्टी को मिली थी। पिछले लोकसभा और 2017 में हुये विधानसभा चुनावों में भाजपा ने जबर्दस्त प्रदर्शन किया था लेकिन इस चुनाव में राजनीतिक समीकरण बदले हुये है। भाजपा को सपा, बसपा और राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन से कड़ा मुकाबला करना पड़ रहा है। कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी के जमकर प्रचार करने से पार्टी कार्यकर्ताओं का जोश बढ़ा है।
बिहार की आठ सीटों में से सात पर भाजपा ने तथा एक पर लोक जनशक्ति पार्टी ने जीत हासिल की थी। भाजपा को अपना प्रदर्शन दोहराने के लिये महागठबंधन की चुनौती से पार पाना होगा। बिहार से लगे झारखंड की चार सीटों पर भी रविवार को मतदान होगा। इन सभी सीटों पर भाजपा का कब्जा है। राज्य में भाजपा की सरकार है लेकिन इस बार उसे विपक्षी दलों के गठबंधन से कड़ी चुनौती मिल रही है। ऐसे में उसे इन सीटों पर कब्जा बरकरार रखने के लिये एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है।
मध्य प्रदेश की आठ सीटों में से सात पर भाजपा का कब्जा है जबकि गुना सीट पिछली बार कांग्रेस के खाते में गयी थी। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने वाली कांग्रेस इस बार नये जोश के साथ मैदान में है। ऐसे में भाजपा के लिए अपनी जीती सीटों पर कब्जा बनाये रखना बड़ी चुनौती है।
इस चरण में हरियाणा की सभी दस सीटों और दिल्ली की सभी सात सीटों पर मतदान होगा। पिछले चुनाव में भाजपा ने दिल्ली की सभी तथा हरियाणा की सात सीटों पर जीत हासिल की थी। दिल्ली में पिछली बार की तरह बार भी उसका कांग्रेस और आम आदमी पार्टी से मुकाबला है। भाजपा को उम्मीद है कि मुकाबला त्रिकोणीय होने का उसे फायदा मिलेगा।
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