सीधी, 20 फरवरी । मध्यप्रदेश के सीधी जिले के रामपुर नैकिन थाना क्षेत्र के सरदा में हुयी बस दुर्घटना के पांचवे दिन आज एक और व्यक्ति का शव मिलने से मृतकों की संख्या बढ़कर 54 हो गयी।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार बाणसागर नहर में आज पांचवे दिन भी सर्च ऑपरेशन जारी रहा। इस दौरान दुर्घटना के शिकार एक और व्यक्ति का शव रीवा जिले की सीमा से बरामद किया गया, जिसके बाद अब मृतकों की संख्या बढ़कर 54 हो गयी है।
जिले के रामपुर नैकिन थाना क्षेत्र में बाणसागर बांध परियोजना से जुड़ी एक नहर में 16 फरवरी की सुबह एक बस अनियंत्रिति होकर गिर गयी थी। हादसे में अब तक 54 यात्रियों के शव बरामद हो चुके हैं।
बाणसागर नहर में सर्च ऑपरेशन जारी
कल भी सीधी जिले के रामपुर नैकिन के सरदा गांव में हुए बस हादसे के चौथे दिन तीन और यात्रियों के शव मिलने के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 53 हो गयी।
अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जिले के सरदा गांव में हुए बस हादसे के चौथे दिन भी बाणसागर नहर में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के दल एवं पुलिस होमगार्ड के जवानों का सर्च ऑपरेशन लगातार जारी ।
कल सुबह रीवा जिले की सीमा में दुर्घटना के शिकार एक अन्य व्यक्ति का शव प्राप्त हुआ। इसके बाद शाम को एक अन्य शव बरामद किया गया, जिसके बाद दुर्घटना में मृतकों की संख्या बढ़कर 53 हो गयी है।
सीधी जिले के रामपुर नैकिन के सरदा गांव में हुए बस हादसे के चौथे दिन एक और यात्री का शव मिलने के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 53 हो गई है।
अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जिले के सरदा गांव में हुए बस हादसे के चौथे दिन भी बाणसागर नहर में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के दल एवं पुलिस होमगार्ड के जवानों का सर्च ऑपरेशन लगातार जारी रहा।
बस हादसे के लापता तीन यात्रियों की सर्चिंग के लिए आयेगी सेना की टुकड़ी
सीधी जिले के रामपुर नैकिन थाना क्षेत्र के सरदा गांव में बस हादसे में अभी भी तीन लोगों के लापता होने की आशंका की जिनकी सर्चिंग के लिए सेना को बुलाया गया ।
पुलिस अधीक्षक पंकज कुमावत बताया था कि तीन यात्री जो अभी तक लापता है। उनकी विशेष तरह से सर्चिंग करने के लिये बनारस से सेना के तीन लोगों की टीम जायजा लेने आई , जिनका हेड क्वाटर जबलपुर है।
सीधी बस हादसा : अब तक नहीं मिले तीन लापता लोग
तीन दिन पहले हुए बस हादसे के बाद से लापता तीन लोगों को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) एवं इसकी राज्य इकाई गुरूवार को भी नहर के भीतर नहीं ढूंढ पाई थी । इस बस हादसे में 51 लोगों की मौत हो गई थी।
सीधी के पुलिस अधीक्षक पंकज कुमावत ने बताया कि जबलपुर से सेना का एक दल इस बस हादसे में लापता तीन लोगों को खोजने के लिए मौके पर पहुंचा ।
उन्होंने कहा कि इन तीन लापता लोगों को ढूंढने का अभियान सूर्यास्त के बाद बंद कर दिया गया।
कुमावत ने बताया कि एनडीआरएफ एवं राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) इन तीन लापता लोगों को ढूंढने के लिए इस नहर के भीतर कड़ी मेहनत कर रहे हैं, लेकिन आज इनमें से एक भी नहीं मिला।
वहीं, सीधी के कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने बताया, ‘‘इस नहर में तीन किलोमीटर से अधिक लंबी सुरंग भी है। वहां पर बहुत ही कम ऑक्सीजन रहती है। इस बात की आशंका है कि लापता व्यक्ति इसमें हो सकते हैं। इसलिए इस सुरंग में भी इन तीन लापता लोगों की खोज की जा रही है।’’
उन्होंने बताया कि हादसे के वक्त इस बस में चालक समेत कुल 61 लोग इसमें सवार थे। उन्होंने कहा कि इनमें से 51 लोगों की डूबने से मौत हो गई जबकि छह को बचा लिया गया और तीन अन्य लोग अभी भी लापता हैं।
अधिकारी ने बताया कि इनके अलावा अलावा, बस चालक भी था, जिसे बुधवार सुबह गिरफ्तार किया गया है।
चौधरी ने बताया कि यह 32 सीट क्षमता वाली बस थी लेकिन इसमें 61 लोग सवार थे।
उन्होंने कहा कि बस में सवार 40 से अधिक लोग एएनएम (महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता) की भर्ती परीक्षा एवं अन्य परीक्षा देने सतना जा रहे थे, इसलिए बस खचाखच भरी हुई थी।
उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश के सीधी जिला मुख्यालय से करीब 80 किलोमीटर दूर पटना गांव के पास मंगलवार सुबह हुए इस बस हादसे में 51 लोगों की मौत हो गई थी।
सीधी बस हादसे मामले में चार वरिष्ठ अधिकारी निलंबित
इस दर्दनाक हादसे के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रभावित परिवारों से मुलाकात के बाद चार वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित कर दिया।
श्री चौहान ने सीधी जिले के 10 गांवों का देर रात तक भ्रमण कर हादसे में मृत यात्रियों के परिजनों को सांत्वना दी। इसके बाद रात में ही यहां मुख्यमंत्री ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में राहत तथा बचाव कार्य की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने सड़क रखरखाव कार्य से जुड़े तीन वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा सीधी जिले के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) को निलंबित कर दिया।
बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा था कि जिन्हें हमने खोया खो दिया, उन्हें वापस नहीं लाया जा सकता है, पर पीड़ित परिवार को हरसंभव सहायता दी जाएगी। ऐसे परिवारों को सात सात लाख रुपये की तत्कालीन सहायता दी गई है। दुर्घटना में मृतक व्यक्तियों के परिजनों को उनकी स्थिति के अनुसार सहायता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्घटना के सही कारण तो जांच के बाद पता चलेंगे, पर आम जनता से जो फीडबैक मिला है, उसके आधार पर छुहिया घाटी की रोड खराब होना तथा बार-बार जाम लगने के कारण बस का मार्ग बदलना रहा है। इसलिए मध्यप्रदेश रोड डेवलपमेंट कारपोरेशन के महाप्रबंधक, सहायक महाप्रबंधक और प्रबंधक को निलंबित करने के निर्देश दिए गए हैं। क्षमता से अधिक सवारी होने तथा बस में निर्धारित मार्ग से दूसरे मार्ग में जाने के मामले में प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए जिला परिवहन अधिकारी सीधी को निलंबित करने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एमपीआरडीसी के बड़े अधिकारी शीघ्र ही यहां आएंगे और छुहिया घाटी की तत्कालीन व्यवस्था के लिए 15 दिन में आवश्यक सुधार कार्य कराया जाएगा। इस रोड पर खतरनाक मोड़ को समाप्त करने के लिए दीर्घकालीन कार्य योजना बनेगी। इस रोड पर ट्रैफिक का दबाव घटाने के लिए रीवा गड्डी रामपुरनैकिन रोड तथा जिगना भरतपुर रोड का निर्माण शीघ्र पूरा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने राहत तथा बचाव कार्य में तत्परता के लिए राजस्व प्रशासन पुलिस प्रशासन एनडीआरएफ एसडीआरएफ की तारीफ की। उन्होंने बचाव कार्य मे उत्कृष्ट कार्य करने पर शिवरानी लोनिया, लवकुश लोनिया तथा सतेन्द्र शर्मा को 5-5 लाख रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा भी की।
मंगलवार को रामपुरनैकिन थाना क्षेत्र में सीधी से सतना रवाना हुयी बस बाणसागर परियोजना से जुड़ी नहर में गिर गयी थी। इस वजह से 51 यात्रियों की मृत्यु हुयी है। बस में सवार अधिकांश यात्री रेलवे और नर्सिंग संबंधी परीक्षा देने के लिए सतना जा रहे थे। नहर में कम से कम 20 फीट पानी भरा हुआ था। हादसे के बाद लगभग सात लोगों को बचा लिया गया था। शेष यात्री खुशकिस्मत नहीं रहे।
दुर्घटना पीड़ितों की हर संभव सहायता दी जाएगी- शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि दुर्घटना पीड़ितों की हर संभव सहायता की जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गुरुवार को भी यहाँ पहुंचकर 10 गांवों का भ्रमण किया और बस दुर्घटना के मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी। उन्होंने इसके बाद मुख्यमंत्री ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में राहत तथा बचाव कार्य की सभी समीक्षा करते हुए दुर्घटना के बाद से शेष लोगों की खोज के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए हैं।
सीधी हादसे के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी – शिवराज
भोपाल, से खबर है कि,मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी दौरे के बाद गुरुवार को कहा कि सीधी बस हादसे के दोषियों को किसी भी स्थिति में छोड़ा नहीं जाएगा।
श्री चौहान ने यहां अपने निवास पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक में कहा कि पूरे प्रदेश में एेसी सड़कों का सर्वेक्षण किया जाए, जहां दुर्घटनाएं होती हैं। उनके कारणों का पता लगाकर उन्हें दूर किया जाए। सड़कों की मरम्मत और क्रेन की व्यवस्थाएं भी पर्याप्त मात्राओं में की जाएं। वैकल्पिक मार्ग विकसित करने के लिए कार्ययोजना बनायी जाए। दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक प्रबंध किए जाएं।
श्री चौहान ने कहा कि पूरे राज्य में बसों की फिटनेस और आेवरलोडिंग के संबंध में अभियान प्रारंभ कर दोषियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाए। ओवरलोडिंग बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी और जल संसाधन तथा परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
छुहिया घाटी में सड़क सुधार का कार्य शीघ्र होगा शुरू: शुक्ला
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर प्रदेश सड़क विकास निगम के प्रबंध संचालक श्रीमन शुक्ला ने आज यहां पहुंच कर तकनीकी अधिकारियों के साथ छुहिया घाटी का निरीक्षण किया और जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और अन्य अधिकारियों के साथ सड़क सुधार के संबंध में चर्चा की।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार श्री शुक्ला ने कहा कि छुहिया घाटी में सड़क सुधार का कार्य दो-तीन दिनों में शुरू कर दिया जायेगा। इसके कठिन मोड़ों को सुधारने के लिये सर्वेक्षण करके तकनीकी अधिकारी पूरी कार्य-योजना तैयार करेंगे। घाटी में भारी वाहनों के आवागमन दबाव को कम करने के लिये वैकल्पिक सड़कों को उन्नत करने की भी कार्यवाही की जायेगी। छुहिया घाटी में वाहनों का जाम न लगे, इसके लिये भी प्रबंध किये जायेंगे। बैठक में कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी द्वारा छुहिया घाटी में आवागमन के संबंध में सुझाव भी दिये ।