Home / धार्मिक / महाकाल मंदिर का विस्तार करने भूमियों का अधिग्रहण,अंदर के छोटे-बड़े मंदिरों को हटाने,दानराशि का नये सिरे से निर्धारण और दुकानों का किराया बढ़ाने के साथ कई निर्णय पारित attacknews.in
इमेज

महाकाल मंदिर का विस्तार करने भूमियों का अधिग्रहण,अंदर के छोटे-बड़े मंदिरों को हटाने,दानराशि का नये सिरे से निर्धारण और दुकानों का किराया बढ़ाने के साथ कई निर्णय पारित attacknews.in

उज्जैन 10 अक्‍टूबर । श्री महाकालेश्‍वर मंदिर प्रबन्‍ध समिति की बैठक मंदिर के प्रशासनिक भवन के मी‍टिंग हॉल में श्री शशांक मिश्र अध्‍यक्ष एवं कलेक्‍टर श्री महाकालेश्‍वर मंदिर प्रबंध समिति की अध्‍यक्षता में हुई।

मंदिर परिक्षेत्र को व्‍यापक रूप देने के लिए भूमि अधिग्रहण का अनुमोदन

श्री महाकालेश्वर मंदिर में आगन्तुक श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को दृष्टिगत रखते हुए मंदिर परिक्षेत्र को व्यापक रूप तथा श्रद्धालुओं को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए नृसिंह घाट रोड पर स्थित शासकीय भूमि सर्वे नं. 2560 क्षेत्रफल 1.432 भूमि को श्री महाकालेश्वर मंदिर को आवंटित किये जाने हेतु साथ ही मंदिर परिक्षेत्र के व्यापक स्वरूप, आवश्यक मूलभुत सुविधाएं जैसे अन्नक्षेत्र, धर्मशाला, प्रवचन हॉल इत्यादि को उक्त स्थान पर स्थानांतरित किया जाकर भव्य स्वरूप में नवनिर्माण कार्य करने हेतु नृसिंह घाट रोड़ पर निजी भूमि जिसका क्षेत्रफल 16.049 हे. है, भूमि का अधिग्रहण मंदिर समिति के लिए किये जाने का निर्णय लिया गया।

इसके अलावा श्री महाकालेश्वर मंदिर में मंदिर परिसर के समीपस्थ श्री महाकालेश्वर प्रवचन हॉल, श्री महाकालेश्वर अतिथि निवास एवं श्री महाकालेश्वर निःशुल्क अन्नक्षेत्र को अन्यत्र स्थान पर स्थानांतरित किया जाकर उक्त स्थान को मंदिर परिक्षेत्र में सम्मिलित किए जाने का अनुमोदन किया।

विभिन्न दानराशि में परिवर्तन एवं निर्धारण-

भगवान श्री महाकालेश्वर को श्रद्धालुओं द्वारा पगड़ी अर्पित की जाती है। एक ही दिवस में कई श्रद्धालुओं द्वारा पगड़ी अर्पित किये जाने का आग्रह किया जाता है। इस हेतु भांग श्रृंगार के समान दिनांक एवं राशि निर्धारित कर पगड़ी चढ़ाने के संबंध में आनलाईन एवं ऑफलाईन बुकिंग सिस्टम लागू किये जाने पर निर्णय लिया गया। जिसमें रू. 2,500/- की राशि जमा करने वाले भक्त को पगड़ी भगवान श्री महाकालेश्वर जी को स्पर्श कराकर वापस दे दी जावेगी एवं रू. 5,000/- जमा करने वाले भक्त को पगड़ी भगवान श्री महाकालेश्वर जी की होने वाली भस्मार्ती तथा संध्या आरती के समय अर्पित कर मंदिर में जमा की जावेगी।

भगवान श्री महाकालेश्वर के भांग श्रृंगार एवं ध्वजारोहण की राशि को रू. 1,100/- किया गया है जो कि पूर्व में क्रमशः रू. 501/- व रू. 251/- थे।

भगवान श्री महाकालेश्वर के पूजन अभिषेक की वर्तमान प्रचलित दरें, श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक दिनांक 24.12.2003 में पारित निर्णय अनुसार निरन्तर चल रही है। जिनमें वर्तमान प्रचलित पूजन अभिषेक की रसीदों की दरों में महारूद्राभिषेक एवं महामृत्युंजय पाठ को छोड़कर सामान्य पूजा, शिव महिम्न पाठ, शिव महिम्न स्त्रोत (पाठ 1 ब्राह्मण द्वारा) एवं रूद्र पाठ आवर्तन (आवर्तन 1 ब्राह्मण द्वारा) में दोगुनी वृद्धि किए जाने का निर्णय लिया।

मंदिर द्वारा प्रसाद ईकाई अंतर्गत वजन अनुसार पेकेट में लड्डू प्रसाद दर्शनार्थियों को उपलब्ध कराये जाते है। लंबे समय से (वर्ष 2014) से दान राशि में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। साथ ही नई व्यवस्था अंतर्गत प्रसाद पेकेट को मंदिर की गरिमा के अनुरूप निःशुल्क शोभनीय थैली में रखकर प्रसाद दिया जाना प्रस्तावित है साथ ही संख्या के आधार पर लड्डू प्रसाद का विक्रय किया जाएगा जिसमें 2 लड्डू रू. 40/-, 4 लड्डू रू. 80/-, 8 लड्डू रू. 150/- व 16 लड्डू रू. 300/- के मान से तय किया गया।

कर्मचारियों को प्रोत्‍साहन देने हेतु वर्ष में एक बार
श्री महाकालेश्‍वर सेवक सम्‍मान समारोह-

श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अधीन कार्यरत कर्मचारियों, सुरक्षाकर्मियों एवं सफाईकर्मियों को उत्कृष्ट कार्य किए जाने के एवज में प्रतिवर्ष ‘‘श्री महाकालेश्वर सेवक सम्मान समारोह’’ आयोजित कर प्रशस्ति पत्र एवं सम्मान राशि प्रदान किए जाने का निर्णय लिया गया।

साथ ही श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति में कार्यरत कर्मचारियों को गणवेश प्रदान करने का निर्णय लिया गया। जिसमें मंदिर समिति का मोनो रहेगा व स्वेटर तथा रेनकोट भी दिया जावेगा।

श्री महाकालेश्‍वर मंदिर की ओर से मुख्‍यमंत्री राहत कोष में राशि दिये जाने का निर्णय-

सामाजिक जिम्मेदारी व सरोकार अंतर्गत मंदिर द्वारा अूनठी पहल की जाकर निश्चिय किया गया कि, म.प्र. के बाढ़ पीड़ितों की त्वरित मदद के संदर्भ में एक दान पेटी मंदिर प्रांगण में दिनांक 06.10.2019 तक रखी गई, जिसमें प्राप्त राशि रू. 60 हजार में मंदिर प्रबंध समिति की ओर से रूपये 5 लाख का योगदान जोड़कर मुख्यमंत्री बाढ़ राहत कोष में चेक द्वारा दिए जाने का निर्णय लिया गया।

श्री महाकालेश्‍वर मंदिर में होगा पीतल व ताम्‍बें के बर्तनों का उपयोग-

मंदिर के अन्नक्षेत्र, धर्मशाला, वीआईपी रूम, प्रशासनिक कार्यालय, कंट्रोल रूम, सत्कार कक्ष आदि में दैनिक उपयोग होने वाले बर्तनों को तांबे एवं पीतल के धार्मिक स्वरूप लिये हुए व मंदिर की गरिमा के समकक्ष डिजाईन किये गये तांबे एवं पीतल धातु के बर्तनों का उपयोग करने का निर्णय लिया गया।

इसके अतिरिक्‍त विजयाराजे मेटरनिटी हॉस्पिटल जो कि मंदिर के समीप स्थित है, मुख्य सड़क मार्ग से अंदर होने के कारण आमजन के लिए उपयोगी नहीं है, उक्त स्थान के समीप ही मंदिर प्रबंध समिति द्वारा प्राथमिक उपचार हेतु स्वयं का चिकित्सालय भी कार्यरत है। आगन्तुक श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को दृष्टिगत रखते हुए, विजयाराजे मेटरनिटी हॉस्पिटल को अन्यत्र स्थानांतरित किया जाकर उक्त स्थान को मंदिर विस्तारीकरण में सम्मिलित किए जाने का निर्णय लिया गया।

श्री महाकालेश्वर मंदिर द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक होकर पृथ्वी के नाभी केन्द्र पर स्थित है। वर्तमान परिदृश्य एवं ऑनलाईन दर्शन के प्रचलन को दृष्टिगत रखते हुए श्रद्धालुओं को सरलता, सुगमता से घर बैठे दर्शन एवं जानकारियां उपलब्ध कराने हेतु प्रमाणित एवं आकर्षक विड़ियों कन्टेट, फोटो, विज्ञापन, प्रचार प्रसार, जानकारी इत्यादि विश्वस्तरीय स्वरूप में बनाये जाकर लक्षित श्रद्धालुओं को फेसबुक , ट्यूटर, यूट्यूब, इन्स्टाग्राम पर दिखाए जा सकें। इस हेतु सोशल मीडिया एजेंसी नियुक्त किये जाने के संबंध में निर्णय लिया गया।

श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर में अत्यधिक संख्या में छोटे-बड़े मंदिर स्थापित है जिन्हें अन्यत्र स्थानों पर स्थानांतरित करने हेतु एक समिति का गठन किया जाना है जिसमें मंदिर के पुजारी/पुरोहित को रखे जाने का निर्णय लिया गया।

श्री महाकालेश्वर मंदिर की कुल 42 दुकानों से मंदिर प्रबंध समिति को मासिक किराया प्राप्त होता है। वर्षों से मंदिर समिति की दुकानों के किराये में कोई वृद्धि नहीं की गई है। साथ ही नगर पालिक निगम व लोक निर्मांण विभाग अनुसार भी दुकान कराये में काफी वृद्धि हो चुकी है। मंदिर समिति की दुकानों को एरिया के आधार पर न्यूनतम किराया राशि रू. 3,000/- व अधिकतम रू. 6,000/- की वृद्धि किए जाने का निर्णय लिया गया।

श्री महाकालेश्‍वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित शव वाहन (मोक्षवाहन) के पूर्ण उपयोग व जनकल्याण के परिप्रेक्ष्य में एवं दानदाता की मंशा के अनुरूप वाहन के अधिकाधिक उपयोग के संदर्भ में शव वाहन को नगर पालिक निगम को सौंपे जाने (हेण्ड ओवर) का निर्णय लिया गया। सहायक प्रशासनिक अधिकारी श्री दिलीप गरुड़, एवं श्री एस.पी. दीक्षित द्वारा स्वेच्छा से मंदिर से पदमुक्त होने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया गया था जो प्रबंध समिति द्वारा स्वीकार कर लिया गया।

बैठक के उपरांत प्रशासनिक कार्यालय में लगी लिफ्ट का शुभारम्‍भ श्री शशांक मिश्र अध्‍यक्ष एवं कलेक्‍टर महोदय, श्री महाकालेश्‍वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा पूजन व रि‍बीन काटकर किया गया। साथ ही प्रशासनिक कार्यालय में समिति सदस्‍यों श्री विजयशंकर पुजारी, श्री आशीष पुजारी व श्री दीपक मित्‍तल के कक्ष का भी शुभारम्‍भ किया गया।

About Administrator Attack News

Dr.Sushil Sharma Admin/Editor

Check Also

अमरनाथ यात्रा को लेकर तैयारियां शुरू:दक्षिण कश्मीर हिमालय पर्वत में स्थित पवित्र अमाननाथ गुफा मंदिर की वार्षिक तीर्थयात्रा पर अभी अंतिम निर्णय नहीं attacknews.in

श्रीनगर 14 जून । भले ही श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) ने अभी तक दक्षिण …

मुख्य न्यायाधीश ए वी रमन ने की भगवान वेंकटेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना attacknews.in

तिरुमला, 11 जून । मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) ए.वी. रमन ने परिवार के सदस्यों के साथ …

अजमेर की सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में नजराना (चढ़ावा) को लेकर दरगाह कमेटी, अंजुमन सैयद जादगान एवं अंजुमन शेख जादगान के बीच विवाद गहराया,मामला पुलिस की चौखट तक पहुंचा attacknews.in

अजमेर 07 जून । राजस्थान में अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की …

ओडिशा में यास तूफान के कारण निलंबित जगनाथ यात्रा के तीन रथों के निर्माण कार्य को फिर से शुरु किया गया attacknews.in

  पुरी, 5 जून  । ओडिशा में यास तूफान के कारण निलंबित जगनाथ यात्रा के …

कन्नौज के मानीमऊ में गंगा का जलस्तर बढ़ने से रेती में दफन शव उतराकर बहने लगे,अभी भी दफनाये जा रहे हैं शव, देखने, रोकने और टोकने वाला कोई नहीं attacknews.in

कन्नौज 2 जून । उत्तर प्रदेश के कन्नौज के मानीमऊ में गंगा का जलस्तर बढ़ने …