भोपाल, 11 मई । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सामाजिक सहभागिता से कोरोना महामारी की रोकथाम और बचाव के लिए शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में युद्धस्तर पर लगातार सभी उपाय करने के निर्देश दिए हैं।
श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट लगातार घट रही है। जो 3 मई को घट कर 20.2 प्रतिशत हुई और आज 11 मई को घट कर 14.78 प्रतिशत हो गई है। यह सफलता शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण रोकने की तीन स्तरीय रणनीति की वजह से मिल रही है।
मध्यप्रदेश में कोरोना निरंतर नियंत्रण में आ रहा है-शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण निरंतर नियंत्रण में आ रहा है।
श्री चौहान आज निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कैबिनेट की बैठक की कार्रवाई के पूर्व संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 25 फीसदी तक पहुंच गई थी, जो लगातार कम हो रही है। अब यह घट कर 14.78 फीसदी हो गई है। कोरोना के नए प्रकरण आज 9754 आए है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कोविड कल्याण योजना के अंतर्गत प्रदेश की अधिकांश जनसंख्या कवर हो रही है (88 प्रतिशत)। केवल उच्च वर्ग छूटा है। इस योजना का सभी जिलों में लाभ दिलाए जाना सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे लिए कोरोना कार्य में लगा हुआ हर शासकीय सेवक अत्यंत महत्वपूर्ण है। कार्य के दौरान यदि किसी शासकीय सेवक के साथ अनहोनी हो जाती है तो परिवार की सहायता के लिए एक समान योजना बनाई जा रही है। हर शासकीय सेवक को इसका लाभ मिलेगा।
कैबिनेट बैठक का प्रारंभ वंदे मातरम् गायन के साथ हुआ। तत्पश्चात दिवंगत विधायक जुगल किशोर बागरी, बृजेन्द्र सिंह राठौर एवं श्रीमती कलावती भूरिया को श्रद्धांजलि दी गई तथा 02 मिनिट का मौन रखा गया।
श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के हर वर्ग के हर गरीब को 05 माह का नि:शुल्क उचित मूल्य राशन दिया जा रहा है, जिसमें से 03 माह का राशन राज्य सरकार द्वारा तथा 02 माह का केन्द्र सरकार द्वारा दिया जा रहा है। इसके लिए पात्रता पर्ची, अंगूठे के निशान, आधार लिंकेज की आवश्यकता नहीं। हर गरीब को यह राशन मिले यह सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश कोरोना की तीसरी लहर के प्रति भी पूर्ण रूप से सचेत है तथा उसके लिए स्वास्थ्य अधोसंरचना तथा स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार मजबूत किया जा रहा है। कोरोना इलाज के साइड इफैक्ट ब्लैक फंगस के इलाज के लिए भी व्यवस्थाएं की गई है।
श्री चौहान ने प्रदेश में कोरोना संकटकाल में भी अभी तक 01 करोड़ एम.टी. गेहूँ का उपार्जन कर लिया गया है। इसके लिए सहकारिता एवं खाद्य विभाग बधाई के पात्र हैं। सरकार चमक विहीन गेहूँ का भी क्रय कर रही है। गत वर्ष की चमक विहीन गेहूँ की खरीदी का 31 करोड़ 19 लाख रूपए का व्यय राज्य शासन द्वारा वहन किया गया है।