मुंबई, 05 दिसम्बर । सत्तर और अस्सी के दशक की बॉलीवुड फिल्मों के रोमांटिक स्क्रीन आइकन रहे शशि कपूर का आज यहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
सत्तर और अस्सी के दशक में रुपहले पर्दे पर अपनी रुमानी अदाओं से लोगों को दीवाना बनाने वाले दिग्गज अभिनेता शशि कपूर का आज यहां सांताक्रूज श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।
लंबे समय से बीमार चल रहे शशिकपूर का कल यहां कोकिलाबेन धीरुभाई अंबानी अस्पताल में निधन हो गया था। वह 79 वर्ष के थे।
उनका आज यहां करीब बारह बजे कड़ी सुरक्षा के बीच राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। करीब पौने बारह बजे एम्बुलेंस से उनका पार्थिव शरीर जुहू में उनके घर से श्मशान घाट लाया गया था।
उनके अंतिम संस्कार के मौके पर उनकी तीनों संतान – बेटे कुणाल एवं करण तथा बेटी संजना तथा कपूर परिवार के अन्य सदस्य एवं बड़ी संख्या में फिल्मी हस्तियां मौजूद थीं। पुलिसकर्मियों ने उनके पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेट रखा था जिसे बाद में कर्मकांड के लिए हटाया गया। हिंदी सिनेमा में चार दशक से अधिक समय गुजारने वाले इन दिवंगत अभिनेता के सम्मान में तीन राउंड गोलियां चलायी गयीं। उसके पश्चात एक मिनट का मौन रखा गया और फिर विद्युत शवदाह गृह में उनकी अंत्येष्टि हुई।
चक्रवात और भारी वर्षा की चेतावनी के बावजूद सैकड़ों की संख्या में उनके प्रशंसक छाते लेकर और रेनकोट में श्मशान घाट पर पहुंचे थे।
अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन, श्याम बेनेगल, शाहरुख खान, सैफ अली खान, अयान मुखर्जी, हंसल मेहता, नंदिता दास, लारा दत्ता, उनके पति महेश भूपति, लेखक सलीम खान और महाराष्ट्र के नेता रामदास अठवाले समेत विभिन्न हस्तियों ने उन्हें अंतिम विदाई दी। सलीम ने ही ‘दीवार फिल्म’ में ‘मेरे पास मां है’ जैसा ऐतहासिक डॉयलॉग दिया था। भावुक बच्चन शशि कपूर के परिवार के सदस्यों से गले लग रहे थे। वह कल उनके निवास पर भी गये थे। आज शशि कपूर के घर पर प्रार्थना सभा में संजय दत्त, नसीरुद्दीन शाह, अनिल कपूर, आमिर खान आदि फिल्मी सितारे नजर आए। अंतिम संस्कार में राकेश ओमप्रकाश मेहरा, पूनम ढिल्लो, शक्ति कपूर, देव मुखर्जी, सचिन पिलगांवकर, सीमा पहवा, सुप्रिया पाठक, सुरेश ओबरॉय और सरोज खान भी मौजूद थीं।
प्यार से ‘बबुआ’ बुलाते थे शशि : अमिताभ
बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने कहा कि शशि कपूर उन्हें प्यार से ‘बबुआ’ बुलाते थे और और उनके निधन के साथ ही मेरे और उनके जीवन के कई अविश्वसनीय, बिना पढ़े हुए अध्याय भी चले गए।
अमिताभ ने शशि कपूर से जुड़ी यादों को ताजा किया।
अमिताभ ने अपने ब्लॉग में लिखा, “एक कैप्शन में पढ़ा – पृथ्वी राज कपूर के बेटे, राज कपूर और शम्मी कपूर के छोटे भाई शशि कपूर आगामी फिल्म से बॉलीवुड में आगाज करने जा रहे हैं।
यह पढ़कर मेरे मन में दुविधा पैदा हुई, मैंने अपने आप से कहा कि इनके जैसे लोगों के इर्द-गिर्द होने पर मेरे लिए बॉलीवुड में टिके रहने की संभावना बिल्कुल नहीं है।
अमिताभ ने कहा कि साल 1969 में जब वह हिंदी फिल्म उद्योग से परिचित हो रहे थे, तो एक सामाजिक समारोह में उनकी मुलाकात शशि कपूर से हुई।
अमिताभ ने लिखा, “शशि कपूर ! कहकर अपना परिचय देते हुए उन्होंने अपना गर्माहट भरा नरम हाथ बढ़ाया।
उनके चेहरे पर मुस्कान और आंखों में चमक थी।
उन्हें ऐसा करने की जरूरत नहीं थी।
हर कोई उन्हें जानता था, लेकिन यह उनकी विनम्रता थी।
जब उन्होंने बात की तो उनकी आवाज में सज्जनता, शरारतपन और सौम्यता थी।
अमिताभ की बेटी श्वेता की शादी रितु नंदा के बेटे एवं शशि कपूर के बड़े भाई राज कपूर के नाती निखिल नंदा से हुई है।
अमिताभ ने लिखा, “ शशि बीमार चल रहे थे।
अपनी प्रिय पत्नी जेनिफर के गुजर जाने के बाद वह कहीं न कहीं अकेला महसूस करते थे।
इससे पहली बार अस्पताल में उनके भर्ती होने के दौरान मैं कई बार उन्हें देखने गया , लेकिन मैं दोबारा उन्हें देखने नहीं गया।
मैं जा भी नहीं सकता था।
मैं कभी भी अपने इस खूबसूरत दोस्त और ‘समधी’ को उस अवस्था में नहीं देखना चाहता था, जिस अवस्था में मैंने उन्हें अस्पताल में देखा था और मैंने उन्हें आज भी नहीं देखा।
उन्होंने (शशि के संबंधियों ने) मुझे सूचित किया कि वे चल बसे हैं।
उल्लेखनीय है कि अमिताभ-शशि ने एक साथ ‘रोटी कपड़ा और मकान’, ‘दीवार’ ,‘कभी कभी ,‘इमान धरम’ , ‘त्रिशूल’ , ‘सुहाग’ ,‘काला पत्थर’ , ‘दो और दो पांच’ , ‘शान ’ ,सिलसिला’, ‘नमक हलाल’ और ‘अकेला’ जैसी फिल्मों में साथ काम किया है।attacknews.in