मुंबई 09 मार्च ।कोरोना वायरस और येस बैंक पर प्रतिबंध के दबाव को झेल रहे शेयर बाजार में सउदी अरब के तेल की कीमतों में कटौती की घोषणा से सुनामी आ गयी जिससे सेंसेक्स 1,941.67 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 538 अंक लुढ़क गया, जो अब तक की सबसे बड़ी एकदिनी गिरावट है।
सउदी अरब के तेल की कीमतों में कटौती की घोषणा से कच्चे तेल में 33 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गयी। इसका असर शेयर बाजारों पर हुआ। विश्व के सभी प्रमुख शेयर बाजार लाल निशान में रहे। ब्रेंट क्रुड की कीमत 12 डॉलर गिरकर 33.20 डॉलर प्रति बैरल और अमेरिकी क्रुड की कीमत 11.80 डॉलर फिसलकर 29.48 डॉलर प्रति बैरल पर आ गयी।
बीएसई का सेंसेक्स 1,941.67 अंक फिसलकर 35,634.95 अंक पर बंद हुआ जो 12 फरवरी 2019 के बाद का निचला स्तर है। एनएसई का निफ्टी 538 अंक लुढ़ककर 10,451.45 अंक पर आ गया। यह 01 नवंबर 2018 के बाद का निचला बंद भाव है।
इस दौरान छोटी और मझौली कंपनियों में भी भारी बिकवाली हुयी जिससे बीएसई का मिडकैप 4.73 प्रतिशत टूटकर 13,554.07 अंक पर और स्मॉलकैप 4.20 प्रतिशत गिरकर 12,770.55 अंक पर रहा। सेंसेक्स में शामिल सभी 30 कंपनियाँ लाल निशान में रहीं जबकि निफ्टी में शामिल 50 कंपनियों में 46 लाल निशान और चार हरे निशान में बंद हुईं।
सेंसेक्स में आज की गिरावट सबसे बड़ी एकदिनी गिरावट है। इससे पहले 24 अगस्त 2015 को सेंसेक्स 1,624.51 अंक और 21 जनवरी 2008 को 1,408.35 अंक टूटा था।
रुपया ऐतिहासिक निचले स्तर के करीब
घरेलू शेयर बाजारों में रिकॉर्ड गिरावट और विदेशी निवेशकों की पूँजी निकासी के दबाव में अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में रुपया सोमवार को 30 पैसे टूटकर 74.17 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया।
यह भारतीय मुद्रा का 17 महीने का निचला स्तर है और 09 अक्टूबर 2018 को दर्ज 74.39 रुपये प्रति डॉलर से ज्यादा दूर नहीं है।
निवेशकों को लगी सात लाख करोड़ की चपत
घरेलू शेयर बाजारों में पाँच प्रतिशत की गिरावट से आज एक ही दिन में निवेशकों के करीब सात लाख करोड़ रुपये डूब गये।
चौतरफा बिकवाली के बीच बीएसई में पंजीकृत सभी कंपनियों का कुल बाजार पूँजीकरण 6,84,277.65 करोड़ रुपये यानी 4.74 प्रतिशत घटकर 137,46,946.76 करोड़ रुपये रह गया। यह 22 अगस्त 2019 के बाद का इसका निचला स्तर है। पिछले कारोबारी दिवस बीएसई का कुल बाजार पूँजीकरण 144,31,224.41 करोड़ रुपये रहा था।
रिलायंस को पछाड़ा टीसीएस बनी सबसे बड़ी कंपनी
वैश्विक स्तर पर पूंजी बाजार में हुयी भारी बिकवाली के दबाव में घरेलू स्तर पर शेयर बाजार में हुयी एकदिनी सबसे बड़ी गिरावट के बीच सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी टाटा कंसलटेंसी सर्विसेस (टीसीएस) ने सोमवार को बाजार पूंजीकरण के मामले में रिलायंस इंडस्ट्रीज को पछाड़कर देश की सबसे बड़ी कंपनी बन गयी।
10 लाख करोड़ रुपये के स्तर को पार चुकी रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण गत शुक्रवार को 805118.67 करोड़ रुपये रहा था जो सोमवार को हुयी भारी बिकवाली के कारण 99467.11 करोड़ रुपये घटकर 705655.56 करोड़ रुपये पर आ गया। इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 156.90 अर्थात 12.35 प्रतिशत फिसलकर 1113.15 रुपये पर आ गया।