नयी दिल्ली, 10 फरवरी । वैश्विक कारणों से भारतीय शेयर बाजारों में उठापटक का दौर कुछ समय और रह सकता है लेकिन जहां तक सुरक्षा एवं बचाव की बात है निवेशकों को इस बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। पूंजी बाजार नियामक सेबी के चेयरमैन अजय त्यागी ने यह बात कही।
पिछले सप्ताह पेश बजट में शेयरों की कमाई पर दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ कर (एलटीसीजी) लगाए जाने के प्रस्ताव को लेकर कुछ मंचों पर चिंता जताई गई है। इस मुद्दे पर त्यागी ने कहा कि सेबी को अभी तक निवेशकों की ओर से कोई ज्ञापन नहीं मिला है, जिसमें इस तरह की चिंता उठाई गई हो।
हालांकि, त्यागी ने स्पष्ट किया कि यह कहना बेमानी होगा कि इस तरह के कर (एलटीसीजी) का शेयर बाजार पर कोई प्रभाव नहीं होगा लेकिन जो भी होगा वह बहुत छोटा होगा। बाजार को मुख्यतौर पर वैश्विक कारण ही ज्यादा प्रभावित करेंगे।attacknews.in
उल्लेखनीय है कि एक फरवरी को पेश आम बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शेयरों की कमाई पर दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ कर लगाने का प्रस्ताव किया है। दीर्घकाल यानी एक साल से अधिक समय के बाद शेयर बेचने पर यदि एक लाख रुपये से अधिक का फायदा होता है तो उस पर 10% की दर से कर देना होगा।
आम बजट पेश होने के बाद से शेयर बाजारों में तेज गिरावट जारी है। हालांकि, इसके साथ ही वैश्विक बाजारों में भी भारी गिरावट देखी गई है। बंबई शेयर बाजार का बेंचमार्क सेंसेक्स कल ही एक प्रतिशत से अधिक गिरकर एक माह के निचले स्तर पर चला गया। पिछले सात सत्रों में बंबईशेयर बाजार का सेंसेक्स 2,200 अंक नीचे आ चुका है।
शेयर बाजार के बारे में त्यागी ने कहा कि भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। इसके पीछे अमेरिका में अच्छी संख्या में नौकरियां होने जैसे कई वैश्विक मुद्दे महत्वपूर्ण कारक हो सकते हैं।attacknews.in