लखनऊ, 24 जुलाई ।अयोध्या में विवादित ढांचे को गिराये जाने के मामले में खुद को निर्दोष करार देते हुये पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि उन पर लगाये गये आरोप राजनीति से प्रेरित थे।
वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये सीबीआई की विशेष अदालत में पेश हुये श्री आडवाणी ने शुक्रवार को अपने बयान दर्ज कराये। उन्होने खुद पर लगाये गये आरोपों से इंकार करते हुये कहा कि विवादित ढांचे के विध्वंस में उनकी कोई भूमिका नहीं थी। उन पर आरोप राजनीतिक कारणों से लगाये गये थे।
बाबरी विध्वंस मामला : आडवाणी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए दर्ज कराए बयान
भाजपा नेता एवं पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने बाबरी मस्जिद ढहाये जाने के मामले की सुनवायी कर रही सीबीआई की विशेष अदालत के समक्ष शुक्रवार को अपने बयान दर्ज कराए ।
भाजपा नेता ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अपने बयान दर्ज कराए । बृहस्पतिवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अपने बयान दर्ज कराए थे ।
बाबरी मस्जिद ढहाये जाने के मामले में इस समय आरोपियों के बयान दर्ज किये जा रहे हैं । सभी 32 आरोपियों के बयान सीआरपीसी की धारा 313 के तहत दर्ज हो रहे हैं ।
अयोध्या में छह दिसंबर 1992 को ‘कारसेवकों’ ने मस्जिद ढहा दी थी । उनका दावा था कि मस्जिद की जगह पर राम का प्राचीन मंदिर हुआ करता था ।
राम मंदिर आंदोलन का नेतृत्व करने वाले लोगों में आडवाणी और जोशी भी शामिल थे। भाजपा नेता उमा भारती और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह इस मामले में अपने बयान दर्ज करा चुके हैं ।
विशेष अदालत मामले की रोजाना सुनवायी कर रही है । उच्चतम न्यायालय के निर्देश के अनुरूप उसे 31 अगस्त तक मामले की सुनवायी पूरी कर लेनी है ।