वाशिंगटन, 14 दिसंबर।चीन पर अपनी नजर गड़ाते हुए भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति और कानून का शासन बनाये रखने के अपने प्रयास के तहत अमेरिकी कांग्रेस की एक शीर्ष समिति ने आसूचना (खुफिया) सूचनाओं को साझा करने के लिए इस क्षेत्र के तीन लोकातांत्रिक देशों– भारत, जापान और दक्षिण कोरिया को ‘फाईव आइज’ के समतुल्य रखने की मांग की है।
फाईव आइज आस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड, ग्रेट ब्रिटेन और अमेरिका का गठबंधन है। यह एक अंतरराष्ट्रीय संधि है जिसके तहत ये पांचों देश आपस में सहयोग करते हैं और सिग्नल आसूचना, सैन्य आसूचना और मानव आसूचना आपस में साझा करते हैं।
खुफियागीरी पर प्रतिनिधि सभा की स्थायी समिति के अध्यक्ष एडम शीफ ने बृहस्पतिवार को प्रतिनिधि सभा को सौंपी अपनी रिपोर्ट में भारत, जापान और दक्षिण कोरिया को ‘फाईव आइज’ के साथ लाने के पक्ष में दलील दी ताकि भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति एवं कानून का शासन कायम रहे।
भारत-प्रशांत एक ऐसा जैव-भौगोलिक क्षेत्र हैं जिसमें हिंद महासागर, पश्चिमी और मध्य प्रशांत महासागर और दक्षिण चीन सागर शामिल हैं।
शीफ ने कहा, ‘‘ खुफिया मामलों के रक्षा मंत्री के अंतर्गत समिति राष्ट्रीय खुफिया निदेशक कार्यालय के साथ मिलकर कांग्रेस की खुफिया एवं रक्षा समितियों को कानून बनने के 60 दिन के अंदर भारत, जापान और कोरिया तथा फाईव आइज के सहयोगियों के बीच सूचनाओं के आदान प्रदान के लाभों, चुनौतियों और सूचना-विनिमय के दायरे में विस्तार के जोखिम आदि से अवगत कराएगी।’’
पिछले हफ्ते तक ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया में व्यस्त रहे शीफ ने 2018,2019 और 2019 के लिए खुफिया प्राधिकरण उपायों पर अपने बयान में यह बात कही है और उसे प्रतिनिधि सभा को सौंपा।
रिपोर्ट में भारत, जापान और दक्षिण कोरिया नामक एक उपखंड में समिति ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गठबंधन और साझेदारी अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा उद्देश्यों को आगे बढ़ाने और अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए अहम है।