लखनऊ, 26 अप्रैल । कुशीनगर जिले के दुदुई रेलवे स्टेशन के नजदीक मानव रहित क्रासिंग पर आज सुबह एक स्कूल वैन के पैसेंजर ट्रेन की चपेट में आने से कम से कम 13 बच्चों की मौत हो गयी, जबकि आठ अन्य घायल हो गये।
उत्तर पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव ने फोन पर बताया कि हादसा कुशीनगर जिले के कप्तानगंज थावे के पास दुदुई रेलवे स्टेशन के पास एक मानव रहित रेलवे क्रासिंग पर आज सुबह सात बज कर दस मिनट पर हुआ। बच्चों को स्कूल लेकर जा रही एक वैन सिवान गोरखपुर पैसेंजर ट्रेन (55075) की चपेट में आ गयी। दुर्घटना में कम से कम 12 बच्चों की मौत हुई है।
उन्होंने बताया कि क्रासिंग पर एक मानव रहित क्रासिंग मित्र तैनात था। उसने वैन ड्राइवर को रोकने की कोशिश की लेकिन ड्राइवर ने उसे अनसुना कर दिया। चालक ने वैन के निकालने की कोशिश की लेकिन शायद वैन बीच पटरी पर अचानक पहुंच कर बंद हो गयी और यह हादसा हो गया।
इस बीच लखनऊ में प्रमुख सचिव सूचना अवनीश अवस्थी ने बताया कि दुर्घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने हादसे में मारे गये बच्चों के परिजनों को दो-दो लाख रूपये की सहायता देने की घोषणा की है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी स्वंय घटनास्थल रवाना हो रहे हैं। उन्होंने मामले की जांच के आदेश दे दिये हैं।
इस बीच यादव ने बताया कि रेलवे के आला अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच रहे है। राहत और बचाव कार्य जारी है।
बताया जा रहा है कि बस डिवाइन पब्लिक स्कूल की थी। इस भयानक हादसे में बस में बैठे 13 स्कूली बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार यह भयानक हादसा उस समय हुआ जब सुबह डिवाइन पब्लिक स्कूल की बस बच्चों को लेकर स्कूल जा रही थी। इसी दौरान विशुनपुरा थाने के दुदही रेलवे क्रासिंग के पास थावे-बढनी पैसेंजर से उसकी टक्कर हो गई। फिलहाल मौके पर राहत और बचाव कार्य जारी है। बताया जा रहा है कि स्कूल वैन में लगभग 25 बच्चे सवार थे।
वहीं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस भयानक हादसे पर शोक प्रकट किया है। सीएम ने गोरखपुर कमीशनर को हादसे की जांच कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए का मुआवजा देने का भी एेलान किया।
मुख्यमंत्री चढ़े बोनट पर
कुशीनगर हादसे के बाद मौके पर मुआयना करने जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का काफिला पहुंचा तो यहां मोजूद भीड़ बेकाबू हो गई. भीड़ को नियंत्रित करने में अधिकारियों के पसीने छूट गए. आखिरकार खुद सीएम योगी ने मोर्चा संभाला और अपनी गाड़ी के बोनट पर चढ़कर लोगों को संबोधित किया.
सीएम ने इस दौरान लोगों से धैर्य रखने की अपील की. बोनट पर खड़े सीएम ने कहा कि हमें आक्रोशित न होकर संयम से समस्या का समाधान निकालना होगा. आप रास्ते से हट जाएं ताकि हम मौके पर पहुंच सकें और मुआयना कर सकें.
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला अस्पताल में घायल बच्चों का हालचाल जाना. उन्होंने अधिकारियों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने मृतक बच्चों के परिजनों से भी मुलाकात की. मुख्यमंत्री ने हादसे को बेहद दुखद बताते हुए कहा कि प्रथम दृष्टया ड्राइवर की गलती नजर आ रही है. मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं. हमने एफआईआर करने के भी आदेश दे दिए हैं.
उन्होंने कहा ड्राइवर का इयरफोन लगाकर वैन चलाना और उसके उम्र को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं. फिलहाल गोरखपुर कमिश्नर अनिल कुमार को जांच के लिए कहा गया है. इस मामले में मापदंड तय हैं. जिसने भी लापरवाही की है, उसके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होगी. भविष्य में ऐसी कोई भी घटना न हो, उसे भी सुनिश्चित करवाया जाएगा. सीएम अपने दौरे में गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज भी गए. जहां 4 बच्चों के साथ ड्राइवर को एडमिट कराया गया है.
सीएम योगी ने कहा कि यहां आने से पहले उनकी रेलमंत्री पियूष गोयल से भी बात हुई है. उन्होंने मानवरहित क्रॉसिंग को खत्म करने की मांग है. जब तक ये व्यवस्था नहीं होती, तब तक ऐसी कॉसिंग पर जवानों की तैनाती की जानी चाहिए.
उधर मामले में रेलवे के सीपीआरओ ने शुरुआती जांच में ड्राइवर की ही गलती बताई है. उन्होंने कहा कि ड्राइवर कान में ईयर फोन लगाकर चल रहा था, जिसकी वजह से उसे ट्रेन का हॉर्न सुनाई नहीं दिया. रेलवे में मानवरहित कॉसिंग के लिए पहले से ही दिशा निर्देश बनाए गए हैं. जिसका पालन नहीं किया गया.attacknews.in