वाशिंगटन 07 नवंबर ।अमेरिका में ट्विटर के दो पूर्व कर्मचारियों पर सऊदी अरब के लिए जासूसी करने के आरोप लगाए गये हैं जो कंपनी के असंतुष्ट कर्मचारियों से सूचना लेकर सऊदी को भेजा करते थे।
ट्विटर के दो पूर्व कर्मचारियों पर अमेरिका में सऊदी अरब के लिए जासूसी करने के आरोप लगाए गए हैं, जो कंपनी में काम करने वाले असंतुष्ट कर्मचारियों से जानकारी प्राप्त करते थे। पहली बार संघीय अभियोजकों ने सार्वजनिक रूप से अमेरिका में एजेंटों को अपने लिए इस्तेमाल करने का सऊदी के शासकों पर आरोप लगाया है।
वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार सेन फ्रांसिसको ने बुधवार को इस पर से पर्दा उठाते हुए आरोप लगाया कि ट्विटर के दो पूर्व कर्मचारियों में से एक की गिरफ्तारी की गयी है जिसका नाम अहमद अबाउमो है और वह अमेरिका का निवासी है। उस पर तीन ग्राहकों के खातों पर जासूसी करने का आरोप है। जिनमें से एक के पोस्ट में सऊदी सरकार की ओर से इसके नेतृत्व के आंतरिक कामकाज पर चर्चा की गई है।
अबाउमो पर एफबीआई जांच में बाधा डालने के लिए भ्रमित करने का भी आरोप है।
अदालती दस्तावेजों के मुताबिक इस कृत्य में फंसे लोगों में से एक सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान का सहयोगी है। सीआईए जांच के अनुसार सऊदी क्राउन प्रिंस ने ही पिछले साल इस्तांबुल में पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या का आदेश दिया था।
सैन फ्रांसिस्को संघीय अदालत ने सऊदी अरब के शाही परिवार की आलोचना करने वाले ट्विटर के दो उपयोगकर्ताओं की जासूसी करने के मामले में ट्विटर के दो पूर्व कर्मचारियों और एक अन्य शख्स पर आरोप तय किए हैं। अमेरिकी न्याय मंत्रालय ने यह जानकारी दी।
मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि सऊदी अरब के दो नागरिकों और एक अमेरिकी नागरिक ने रियाद एवं शाही परिवार की तरफ से इन असहमत ट्विटर उपयोगकर्ताओं की पहचान उजागर करने के मकसद से कथित तौर पर मिल कर काम किया।
‘वॉशिंगटन पोस्ट’ ने खबर दी कि अदालत में दायर याचिका के मुताबिक आरोपी सऊदी अरब के किसी अज्ञात अधिकारी के इशारे पर ऐसा कर रहे थे और यह अधिकारी किसी ऐसे व्यक्ति के लिए काम कर रहे थे जिन्हें अभियोजकों ने “शाही परिवार का नंबर एक सदस्य” बताया है। वहीं अखबार की मानें तो यह व्यक्ति सऊदी अरब के शहजादे (क्राउन प्रिंस) मोहम्मद बिन सलमान हैं।
आरोपियों में ट्विटर कर्मचारी अली अलजबरा और अहमद अबुआमो के अलावा शाही परिवार के साथ संबंध रखने वाले मार्केटिंग अधिकारी अहमद अलमुतायिरी शामिल हैं।
अमेरिकी अटॉर्नी डेविड एंडर्सन ने कहा, “आज सामने आई आपराधिक शिकायत में आरोप है कि सऊदी अरब के एजेंटों ने देश के ज्ञात आलोचकों और ट्विटर के हजारों अन्य उपयोगकर्ताओं की निजी जानकारी हासिल करने के लिए ट्विटर के आंतरिक तंत्र में सेंध लगाई।”
उन्होंने एक बयान में कहा, “अमेरिकी कानून अमेरिकी कंपनियों को इस तरह की गैरकानूनी विदेशी घुसपैठ से बचाता है। हम अमेरिकी कंपनियों या अमेरिकी प्रौद्योगिकियों को अमेरिकी कानून का उल्लंघन करते हुए विदेशी दबाव का माध्यम नहीं बनने देंगे।”
यह वाद ऐसे समय में दायर किया गया है जब एक साल पहले सऊदी अरब के पत्रकार जमाल खशोगी की रियाद प्रायोजित हत्या के बाद से अमेरिका और सऊदी अरब के संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं। खशोगी वाशिंगटन पोस्ट के अलावा कई अखबारों के लिए लिखते थे।