नयी दिल्ली, 09 मार्च । कच्चे तेल के सबसे बड़े निर्यातक सऊदी अरब के कीमतों में कटौती की घोषणा और उत्पादन बढ़ाने के फैसले के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमतों में भारी गिरावट देखी गयी और लंदन का ब्रेंट क्रूड वायदा 28 फीसदी से ज्यादा लुढ़क गया। ब्रेंट की कीमत 12.70 डॉलर टूटकर 32.57 डॉलर प्रति बैरल पर आ गयी।
कारोबार के दौरान सुबह एक समय यह 31.02 डॉलर प्रति बैरल तक उतर गया था जो फरवरी 2016 के बाद का निचला स्तर है। अमेरिकी क्रूड वायदा भी 13.29 डॉलर यानी 32 फीसदी टूटकर 27.99 डॉलर प्रति बैरल रह गया।
यह जनवरी 1991 के बाद की सबसे बड़ी एकदिनी गिरावट है जब खाड़ी युद्ध के कारण कच्चे तेल की कीमतें बेहद नीचे चली गयी थीं।
कच्चे तेल की उत्पादन को सीमित रखने को लेकर ओपेक तथा गैर-ओपेक देशों के बीच हुआ समझौता टूटने के बाद सऊदी अरब ने कीमतों में जबरदस्त कटौती की घोषणा की है। ओपेक तथा गैर-ओपेक देशों की गत सप्ताहांत हुई बैठक में उत्पादन में कटौती पर सहमति नहीं बन पायी। इनके बीच हुआ पिछला समझौता इस महीने के अंत में समाप्त हो रहा है। रूस उत्पादन में कटौती के लिये तैयार नहीं है। ओपेक ने इसका प्रस्ताव किया था।
सऊदी अरब ने कहा है कि तीन साल पहले हुआ पिछला समझौता समाप्त होने के बाद अप्रैल में वह उत्पादन में एक करोड़ बैरल प्रतिदिन की बढ़ोतरी करेगा। इससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत भारी दवाब में आ गयी।