रियाद 03 फरवरी । सऊदी अरब 20 देशों के नागरिकों के देश में आने पर रोक लगा दी है, जिनमें राजनयिक तथा स्वास्थ्यकर्मियों भी शामिल हैं।
सऊदी अरब ने यह कदम कोरोना वायरस (कोविड-19) की रोकथाम को लेकर उठाया है, जो आज से प्रभावी हो रहा है। सऊदी अरब के गृह मंत्रालय ने यह जानकारी दी है। सऊदी प्रेस एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा, “सऊदी अरब के स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा निवारक और एहतियाती उपायों और कोविड -19 के प्रसार रोकने के लिए जा रहे अथक प्रयासों तहत गृह मंत्रालय ने देश में विदेशी नागरिकों के प्रवेश पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया है। ”
गृह मंत्रालय ने बताया कि जिन देशों के नागरिकों के देश में आने पर रोक लगाई गई है, उनमें अर्जेंटीना, ब्राजील, मिस्र, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, आयरलैंड, इटली, जापान, लेबनान, पाकिस्तान, पुर्तगाल, दक्षिण अफ्रीका, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात, ब्रिटेन तथा अमेरिका शामिल हैं।
सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में कोरोना की दूसरी लहर की चेतावनी दी
सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्री तौफिग अल रबिया ने चेतावनी देते हुए कहा कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर संभव है तथा लोगों को मौजूदा निवारक उपायों का पालन करने की आवश्यकता है।
श्री राबिया ने कहा, “हाल के सप्ताहों में हमने देश के ज्यादातर हिस्सों में कोरोना वायरस मामलों की संख्या में उल्लेखनीय और लगातार वृद्धि देखी गई है। जनवरी के पहले सप्ताह के आंकड़ों की तुलना में मामलों में दो सौ प्रतिशत वृद्धि देखी गई है इसका प्रमुख कारण सार्वजनिक सभाएँ हैं।”
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर देश में कोविड-19 मामलों की संख्या में वृद्धि जारी रहती है, तो सऊदी अरब को एक ऐसी स्थिति से निपटना होगा जिसका कई देश सामना कर रहे है।
उन्होंने कहा कि अगर निवारक उपायों की अवहेलना जारी रही तो हमे कोरोना वायरस की दूसरी लहर का सामना करना होगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार सोमवार को देश कोरोना वायरस के 255 नए दर्ज किए हैं। एक महीने पहले दैनिक आंकड़ा 80 का था।
सऊदी अरब में कोरोना संक्रमण के 368,300 से अधिक मामले है। जबकि देश में छह हजार से अधिक कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है।