सागर, 09 मई । मध्यप्रदेश के सागर जिले के आगासौद के पास भारत ओमान रिफायनरी लिमिटेड (बीओआरएल) के संयंत्र के पास स्थापित किए जा रहे 1000 बिस्तर के ऑक्सीजन पर आधारित अस्थायी कोविड अस्पताल का आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने निरीक्षण किया। इस अस्पताल में आगामी 25 मई से लगभग 200 बैड पर मरीजों का इलाज प्रारंभ हो सकेगा।
श्री चाैहान ने निर्माणाधीन अस्पताल का श्री प्रधान और अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में निरीक्षण कर एक बैठक भी ली। इसमें श्री चौहान के अलावा श्री प्रधान ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
श्री चौहान ने कहा कि रिफायनरी में उपलब्ध ऑक्सीजन के कारण यहां पर एक हजार बैड का अस्थायी अस्पताल बनाया जा रहा है। इसमें सहयोग के लिए उन्होंने केंद्रीय मंत्री श्री प्रधान के प्रति धन्यवाद दिया।
श्री चौहान ने बताया कि आगामी 25 मई को अस्पताल पहले चरण में तैयार हो जाएगा और लगभग 200 बैड पर मरीजों का उपचार प्रारंभ हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि यहां की ऑक्सीजन का टेस्ट हो गया है और मेडिकली उपयुक्त पायी गयी। उन्होंने बताया कि इस रिफायनरी में 91 – 91 मैट्रिक टन के दो ऑक्सीजन प्लांट हैं। यहां पर बॉटलिंग प्लांट की शुरूआत होने पर ऑक्सीजन काे सिलेंडर में भरकर दूसरे स्थानों पर भेजा जा सकेगा। पच्चीस मैट्रिक टन ऑक्सीजन सिलेंडर में भरकर पूरे संभाग में और आसपास जहां आवश्यकता है, वहां पहुंचायी जा सकेगी। इससे संबंधित प्रोजेक्ट को भी स्वीकृति दी जा रही है। उन्होंने कहा कि श्री प्रधान का राज्य में ऑक्सीजन की आपूर्ति से लेकर इलाज के सुविधाओं के विस्तार तक प्रत्येक मामले में सहयोग मिल रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति भी आभार व्यक्त किया।
श्री चौहान ने बताया कि आने वाले समय में मध्यप्रदेश को ऑक्सीजन के उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। नब्बे से अधिक ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना पर सरकार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि कोविड से निपटने में ऑक्सीजन की उपलब्धत बहुत महत्वपूर्ण है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इस अस्थायी अस्पताल के निर्माण के बाद सागर, विदिशा, अशोकनगर और गुना समेत आसपास के जिलों के कोरोना मरीजों को यह इलाज के लिए काफी मददगार साबित होगा। प्रदेश का यह पहला ऑक्सीजन सप्लाई आधारित अस्पताल है। जहां पर पलंग तक ऑक्सीजन पाइपलाइन रहेगी। यह अस्पताल सर्वसुविधायुक्त बनाया जा रहा है।
केंद्रीय मंंत्री श्री प्रधान ने कहा कि अस्पताल निर्माण के लिए बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य चल रहा है। बीना रिफाइनरी की इंडस्ट्रियल आक्सीजन को मेडीकल ऑक्सीजन में कन्वर्ट कर मरीज़ों के लिए उपयोग में लिया जाएगा। यह एक बड़ा प्रोजेक्ट है और आसपास के लोगों को काफी लाभ मिलेगा।
इस दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अस्पताल से संबंधित विभिन्न कार्यों के लिए नियुक्त एजेंसी तथा कार्यों की बिंदुवार समीक्षा की। उन्होंने यहाँ ऑक्सीज़न प्लांट, ऑक्सीज़न टेस्टिंग, कंप्रेसर कक्ष के निर्माण, ऑक्सीजन सप्लाई की 800 मीटर लंबी पाइपलाइन, दुर्गापुर से कंप्रेसर की शिफ्टिंग, अतिरिक्त स्टैंडबाय कंप्रेशर का क्रय, बॉटलिंग प्लांट संबंधित कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली।