पटना 11 फरवरी । राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि यदि जरूरत हुई तो उनका संगठन देश के दुश्मनों से सीमा पर लड़ने के लिए तैयार है।
बिहार के मुजफ्फरनगर जिले में आरएसएस के एक समारोह के दौरान भागवत ने कहा, “राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ कोई सैन्य संगठन नहीं है, लेकिन हमारे पास सेना जैसा अनुशासन है। यदि देश की आश्यकता है और देश का संविधान इजाजत देता है तो आएसएस सीमा पर शत्रुओं के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार है।”attacknews.in
भागवत ने कहा कि देश की खातिर लड़ाई के लिए आरएसएस कुछ दिनों के भीतर सेना बनाने की क्षमता रखती है। आरएसएस प्रमुख बिहार के 10 दिवसीय दौरे पर हैं।
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने स्वयंसेवकों के अनुशासन की प्रशंसा की.
मुजफ्फरपुर के जिला स्कूल मैदान में स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि सेना जैसा अनुशासन संघ में है. यदि देश को जरूरत पड़े और संविधान और कानून की इजाजत हो तो सेना तैयार करने में भले ही 6 माह का समय लग जाये लेकिन संघ के स्वयंसेवक 3 दिनों में देश के लिए तैयार हो जायेंगे.attacknews.in
मोहन भागवत ने यह भी स्पष्ट किया कि संघ मिलिट्री संगठन नहीं बल्कि एक पारिवारिक संगठन है.
स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख ने कहा कि स्वयंसेवकों को व्यक्तिगत, पारिवारिक और समाजिक जीवन में अच्छे संस्कारो को अपनाना चाहिए. छोटी-छोटी बातों को जीवन में अपनाने की स्वयंसेवकों से अपील करते हुए संघ प्रमुख ने कहा कि आजीविका के साधनों में भी समाज कल्याण और सुचिता अपनाकर समाज में आदर्श प्रस्तुत किया जा सकता है.
समाज परिवर्तन और समाज सेवा का आह्वान करते हुए संघ प्रमुख ने कहा कि व्यकिगत और समाजिक जीवन के साथ देश प्रेम का भावना भी विकसित होनी चाहिए. संघ प्रमुख के संबोधन को सुनने के लिए नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा समेत कई पुराने संघ के कार्यकर्ता जिला स्कूल मैदान पहुंचे थे.attacknews.in