हैदराबाद, 17फरवरी । रिसर्च एडं एनालिसिस विंग (रॉ) के पूर्व प्रमुख विक्रम सूद ने रविवार को कहा कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर हुआ आतंकवादी हमला किसी एक व्यक्ति का नहीं बल्कि समूह का काम है।
सूद ने घटना के लिए सुरक्षा में खामियों को भी जिम्मेदार ठहराया।
सूद ने ‘राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए विदेशी खुफिया (गतिविधियां)’ पर एक संगोष्ठी के संबोधित करने के बाद संवाददाताओं से कहा,‘‘पुलवामा की पूरी घटना को किसी एक व्यक्ति ने अंजाम नहीं दिया….इसके पीछे पूरी टीम लगी होगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस प्रकार की घटना सुरक्षा में कहीं किसी प्रकार की खामी के बिना नहीं होती….उन्हें (सीआरपीएफ) वाहनों की आवाजाही के बारे में जनकारी थी। इसे अंजाम देने के पीछे लोगों का समूह रहा होगा।’’
भारत को इस पर क्या जवाब देना चाहिए,यह पूछे जाने पर उन्होंने कहा,‘‘यह कोई बॉक्सिंग मैंच नहीं है…मुक्के के बदले मुक्का नहीं चलेगा।’’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कह चुके हैं कि समय और स्थान का चुनाव सुरक्षा बल करेंगे।
चीन के अडंगे के कारण जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ‘वैश्विक आतंकवादी’ घोषित कराने में भारत के समक्ष आ रही अड़चनों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा,‘‘चीन पाकिस्तान के अनुरोध पर ऐसा कर रहा है…जब मसूद अजहर को आतंकवादी घोषित करने की बात आती है तो संयुक्त राष्ट्र में केवल चीन ही उनकी रक्षा करता है।’’
रॉ के पूर्व प्रमुख ने दावा किया कि चीन ऐसा इसलिए कर रहा है क्योंकि उसे आशंका है कि शिंजियांग प्रांत के इस्लामिक संगठन पाकिस्तान के आतंकवादियों से संपर्क कर सकते हैं।
खुफिया सेवा से 31 वर्ष तक जुड़े रहे सूद ने कहा,‘‘यह एक दूसरे को फायदा पहुंचाने जैसा है। चीन पाकिस्तान के लिए यह करेगा…पाकिस्तान यह सुनिश्चित करेगा कि उसके आतंकवादी उनके लिए शिंजियांग में मुश्किले नहीं खड़ा करें।’’
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