रांची, 23 सितंबर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को यहां से प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएम-जय) – आयुष्मान भारत की शुरूआत की।
इस योजना को ‘परिवर्तनकारी’ करार देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह रविवार से लागू होगा। उन्होंने कहा कि यह देश के गरीब लोगों की सेवा करने की दिशा में एक कदम है।
उन्होंने कहा ‘‘कुछ लोग इसे मोदीकेयर कहते हैं, कुछ इसे गरीबों के लिए चलाई जाने वाली एक योजना कहते हैं। निश्चित रूप से यह गरीबों के लिए लाभकारी योजना है।’’
प्रधानमंत्री ने इस योजना को लागू करने में अहम भूमिका निभाने के लिए विशेषज्ञों के दल को बधाई भी दी।
मोदी ने कहा कि पीएमजेएवाई-आयुष्मान भारत दुनिया में सबसे बड़ी, सरकार प्रायोजित, स्वास्थ्य की देखभाल संबंधी योजना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर वोट बैंक की राजनीति के कारण पिछले 60 वर्ष में देश में गरीबों के स्वास्थ्य की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुये आज कहा कि गरीबों के नाम पर आंसू बहाने वालों ने उनकी बेहतरी के लिये यदि कुछ भी किया होता तो आज स्थिति अलग होती।
श्री मोदी ने यहां प्रभात तारा मैदान में ‘प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना(पीएमजेएवाई)-आयुष्मान भारत’ लॉन्च करने के बाद लोगों को संबोधित करते हुये कहा कि आजादी के बाद से ही देश में ‘गरीबी हटाओ’ का नारा लगाया जाता रहा। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने गरीबों के नाम पर राजनीति की यदि उन लोगों ने पिछले 60 वर्ष में उनकी बेहतरी के लिए कोई ठोस कदम उठाया होता तो आज स्थिति अलग होती।
प्रधानमंत्री ने कहा, “गरीबों के सम्मान को मापने का कोई पैमाना नहीं होता। मैने गरीबी झेली है इसलिए गरीबों के दर्द को महसूस कर सकता हूं। आत्मसम्मान के साथ गरीबी ने मुझे गरीबों के सपने को समझने की शक्ति दी है। गरीबी को समाप्त करने के लिए देश तेजी से आगे बढ़ रहा है।”
उन्होंने कहा कि एशियन गेम्स में देश के लिए जिन पुरुषों और महिलाओं ने पदक जीते हैं उनमें से कई का बचपन गांव और गरीबी में बीता है। लेकिन, जब उन्हें मौका मिला तो उन्होंने पदक जीतकर देश का मान बढ़ाया। उन्होंने कहा कि गरीबों में अपार क्षमता होती है, केवल जरूरत उसे पहचानने की है।attacknews.in