नई दिल्ली 5 दिसम्बर । बुधवार को बाबरी विध्वंस की 25वीं बरसी से पहले सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई। जिसमें सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील कपिल सिब्बल ने इसकी टाइमिंग को लेकर सवाल उठा दिए है। सिब्बल ने मांग है कि 2019 लोकसभा चुनाव के बाद इस पर सुनवाई हो। वहीं मुस्लिम पक्ष ने कहा कि मामला संविधान पीठ को भेजा जाए।
उधर सुप्रीम कोर्ट ने सभी दस्तावेज जमा करने को कहा है। इस तरह आज की सुनवाई पूरी हो गई है और अगली सुनवाई 8 फरवरी 2018 को होगी।
वकील कपिल सिब्बल का कहना है कि ये मामला पूरी तरह से राजनीतिक रंग ले चुका है। उन्होंने कहा कि राममंदिर एनडीए के एजेंडे में भी शामिल है और उनके घोषणा पत्र का भी हिस्सा है।जिसके चलते है आम चुनावों के बाद ही इस पर सुनवाई होनी चाहिए।ताकि किसी पार्टी विशेष को इसका फायदा ना मिले।
बता दें कि इससे पहले साल 2010 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाया था जिसके हिसाब से विवादित जमीन पर दो तिहाई में राममंदिर के लिए वहीं एक तिहाई मुस्लिम समुदाय को मस्जिद देने की बात कही गई थी, लेकिन सहमति ना बनने की दशा में सुप्रीम कोर्ट की ओर रूख किया गया है।
उधर बाबरी विध्वंस बरसी के मद्देनजर अयोध्या में कड़े सुरक्षा इंतजाम कर दिए गए है ताकि शांति व्यवस्था पूरी तरह से कायम रहे।attacknews.in