नई दिल्ली, 24 नवंबर । भाजपा के राम माधव ने शुक्रवार को कहा कि उच्च शिक्षा में सुधार लाने में समय लगेगा क्योंकि आज के प्राध्यापक हाथी के जैसे हैं जो खुद को आसानी से बदल नहीं सकते हैं।
विजन इंडिया-न्यू इंडिया की थीम पर दिल्ली विश्वविद्यालय के शिक्षकों को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि भारत की शिक्षा प्रणाली में बदलाव लाने में वक्त लगेगा क्योंकि इसमें कमी की जो बीमारी है वह लंबे समय तक रहेगी।
उन्होंने कहा, मैं प्राध्यापकों को जानता हूं जिनको मोबाइल फोन भी चलाना नहीं आता है।
प्राध्यापकों को संबोधित करते हुए माधव ने कहा, आपलोग हाथी जैसे हैं। हाथी घूम नहीं सकता आपलोगों को भी सही राह पर लाने के लिए प्रेरित करना होगा जैसे हाथी को अंकुश चुभोकर किया जाता है।
हालांकि उन्होंने कहा कि संपूर्ण शिक्षा व्यवस्था को विफल नहीं कह सकते। राम माधव ने बेंगलुरू स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस और भारतीय प्रोद्यौगिकी संस्थानों (आईआईटीज) की कामयाबी की तारीफ की, जिन्हें हाल ही में ब्रिक्स देशों की क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग में जगह दी गई है।
उन्होंने कहा, आजादी के बाद जवाहरलाल नेहरू का मानना था कि लोगों को अब अपने संघर्ष के फलों का आनंद लेना चाहिए और मंत्रियों व राजनेताओं को अपना यह काम करने दें। लोगों ने हमेशा अपनी अधिकारों की बात की लेकिन अब हम उन्हें साझीदार बनाना चाहते हैं।
रोजगार की कमी को मुद्दा बनाकर आरोप लगाने वाले विपक्ष को जवाब देते हुए राम माधव ने कहा कि बेरोजगारी उतनी बड़ी नहीं है जितनी कि बतायी जा रही है। अन्यथा लोग सड़कों पर उतर आते।
हालांकि वह इस बात से सहमत थे कि रोजगार के बाजार में तनाव बना हुआ है।attacknews