शिमला, 27 फरवरी । केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि रेलवे के निवेश में पांच गुना वृद्धि हुई है तथा पिछले दो साल में ट्रेन हादसों में कमी आई है ।
शिमला के जुब्बडहट्टी एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में आज श्री गोयल ने कहा कि 2014 से पहले जो सालाना निवेश औसतन 40 से 45 हजार करोड़ होता था, वो वर्ष 2021-22 में बढ़कर दो लाख 15 हजार करोड़ हो गया है। निवेश में पांच गुणा की वृद्धि हुई है। हिमाचल का भी निवेश बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि ऐसा पुराने रेल ट्रैक समय पर बदलने, मानवरहित फाटकों को खत्म करने और सिग्नल सिस्टम को सुधारने के चलते हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इरादा पक्का है कि भारतीय रेल देश के विकास की गति को भी बढ़ाएगी और इससे प्रगति भी अच्छी होगी।
उन्होंने कहा कि श्री मोदी का बचपन रेलवे स्टेशनों पर गुजरा है, इसके चलते उनका रेलवे से लगाव है। वर्ष 2014 के बाद से ही यह प्राथमिकता रही है कि पुराने रेल ट्रैक को समय पर बदला जाए। इसके अलावा मानवरहित फाटकों को खत्म किया है व सिग्नल सिस्टम को सुधारा है।
ज्ञातव्य है कि देश में 2014-2015 में मानवरहित फाटकों पर विभिन्न घटनाओं में 130 लोगों की जान चली गई थी। 2015-16 में 58 लोगों और 2016-17 में 40 और 2017-2018 में 26 लोग, पहली अप्रैल 2018 से 15 दिसंबर 2018 तक 16 लोगों, इनमें 13 लोग कुशीनगर हादसे में मारे गए, जिनमें ज्यादातर बच्चे थे।
किसान आंदोलन के बारे में उन्होंने कहा कि किसान पीएम के साथ है। कृषि कानून देश हित में है और किसानों की आए बढ़ाने के लिए लाए गए हैं। पूरे देश ने इन्हें स्वीकार किया है। कुछ राजनीति हितों से जुड़े लोग छोटे किसानों को भड़का रहे है, जो निंदनीय है।
पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव को लेकर श्री गोयल ने कहा कि पिछली बार सात और इस बार चुनाव आठ चरणों में किए जायेंगें। कुछ राजनितिक दल इसको लेकर नाराज है। पश्चिमी बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से पूछना चाहिए कि वह दुखी क्यों है। सुरक्षा की दृष्टि से चुनाव आयोग ने यह फैसला किया है ताकि कोई गड़बडी न हो।
उन्होंने दावा किया कि पश्चिमी बंगाल में भाजपा की सरकार बनेगी। सुश्री बनर्जी से सभी दुखी है। 200 सीटों से अधिक जीत कर सरकार बनाएगी। पांडेचरी में भी भाजपा सरकार बनाएगी।
उन्होंने कहा कि वह हिमाचल में तीन दिनों के प्रवास पर आए है। इस बीच मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ रेलवे और उसके विस्तार के इलावा उद्योगों पर भी चर्चा करेगें।