नयी दिल्ली 29 जून ।रेलवे द्वारा नियमित ट्रेनें रद्द करने से पहले ही जिन यात्रियों ने टिकट कैंसिल कराये थे और उनका कैंसिलेशन चार्ज कट चुका है, उन्हें भी पूरा पैसा वापस किया जायेगा।
रेलवे के मीडिया विभाग के प्रमुख आर.डी. वाजपेयी ने आज संवाददाताओं के साथ चर्चा के दौरान एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि रेलवे द्वारा ट्रेनें रद्द करने से पहले ही कई यात्रियों ने टिकट कैंसिल कराये थे। उस समय उन्हें पूरा रिफंड नहीं मिला था। उन्हें कैंसिलेशन चार्ज देना पड़ा था। अब यह तय किया गया है कि उन यात्रियों को भी पूरा रिफंड दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे यात्रियों को पूरा रिफंड पाने के लिए टीडीआर फाइल करनी होगी।
लॉकडाउन के पहले चरण से ही देश में सभी नियमित ट्रेनें रद्द हैं। पहले 30 जून तक के लिए इन ट्रेनों को रद्द किया गया था और बाद में इसकी अवधि बढ़ाकर 12 अगस्त कर दी गई है। ट्रेनें रद्द होने के बावजूद 14 अप्रैल तक टिकट बुक करने की अनुमति दी गई थी। अब रेलवे ने उन सभी टिकटों को रद्द कर यात्रियों को पैसा वापस करने का फैसला किया है। फिलहाल 230 विशेष ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। राज्य सरकारों की माँग पर श्रमिकों को उनके पैतृक स्थानों तक पहुँचाने के लिए करीब 4,600 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें भी चलाई गई हैं।
श्री वाजपेयी ने कहा कि जो भी ट्रेनें रद्द हुई हैं उनके यात्रियों को टिकट का पूरा पैसा लौटाया जा रहा है। तकरीबन 73 प्रतिशत यात्रियों ने ऑनलाइन टिकट बुक कराई थी और उन्हें रिफंड देने की प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली गई है। काउंटर टिकट के पैसे वापस करने के लिए जिन स्टेशनों के काउंटर पर नकदी की कमी है, वहाँ के क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा बैंकों के माध्यम से नकदी उपलब्ध कराई जा रही है।
पत्र सूचना कार्यालय में रेल मंत्रालय से संबद्ध अतिरिक्त महानिदेशक डी.जे. नारायण ने बताया कि रेलवे ने 27 जून तक 4,596 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं। रविवार को श्रमिक स्पेशल ट्रेन की कोई माँग नहीं थी। आज एक ट्रेन बेंगलुरु से बिहार के मुजफ्फरपुर के लिए चली है जबकि मंगलवार को भी किसी राज्य की तरफ से कोई माँग नहीं है। इस प्रकार रेलवे ने श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की माँग पूरी कर दी है। भविष्य में यदि किसी राज्य की तरफ से माँग आती है तो उसे 24 घंटे में पूरा किया जायेगा।