नयी दिल्ली, 18 जनवरी । भारतीय वायुसेना में हाल ही में शामिल राफेल लड़ाकू विमान 26 जनवरी को भारत की गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होगा और फ्लाईपास्ट का समापन इस विमान के ‘वर्टिकल चार्ली फार्मेशन’ में उड़ान भरने से होगा। यह जानकारी भारतीय वायुसेना ने सोमवार को दी।
‘वर्टिकल चार्ली फार्मेशन’ में विमान कम ऊंचाई पर उड़ान भरता है, सीधे ऊपर जाता है और उसके बाद कलाबाजी खाते हुए एक ऊंचाई पर स्थिर हो जाता है।
वायुसेना प्रवक्ता विंग कमांडर इंद्रनील नंदी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘फ्लाईपास्ट का समापन एक राफेल विमान के ‘वर्टिकल चार्ली फार्मेशन’ से होगा।’’
भारत की वायुशक्ति क्षमताओं में तब बढ़ोतरी हुई थी जब गत वर्ष 10 सितम्बर को फ्रांस निर्मित पांच बहुद्देश्यीय राफेल लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना में शामिल किये गए थे।
नंदी ने बताया कि 26 जनवरी को फ्लाईपास्ट में वायुसेना के कुल 38 विमान और भारतीय थल सेना के चार विमान शामिल होंगे।
प्रवक्ता ने कहा कि फ्लाईपास्ट पारंपरिक तौर पर दो खंडों में विभाजित होगा – पहला खंड परेड के साथ पूर्वाह्न 10.04 बजे से लेकर पूर्वाह्न 10.20 बजे तक और दूसरा खंड परेड के बाद पूर्वाह्न 11.20 बजे से पूर्वाह्न 11.45 बजे तक होगा।
नंदी ने कहा कि पहले खंड में तीन फॉर्मेशन होंगे। उन्होंने कहा कि पहला ‘निशान’ फॉर्मेशन होगा जिसमें चार एमआई17वी5 शामिल होंगे, जो राष्ट्रीय ध्वज और सेना के तीनों अंगों के झंडे लिये हुए होंगे।
उन्होंने कहा कि इसके बाद आर्मी एविएशन कोर के चार हेलीकॉप्टर ‘ध्रुव’ फार्मेशन बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि अंतिम फार्मेशन ‘रुद्र’ होगा जो 1971 की लड़ाई में देश की जीत की 50वीं वर्षगांठ का जश्न मनाएगा। उन्होंने कहा कि इसमें एक डकोटा विमान और दो एमआई17वी5 हेलीकॉप्टर शामिल होंगे।
पिछले साल 16 दिसंबर को भारत ने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर अपनी जीत का जश्न मनाने के लिए वर्षभर के जश्न की शुरुआत की थी। उक्त युद्ध के बाद ही बांग्लादेश का निर्माण हुआ था।
नंदी ने कहा कि फ्लाईपास्ट के दूसरे खंड में नौ फार्मेशन होंगे।
उन्होंने कहा कि इन नौ फार्मेशनों में ‘सुदर्शन’, ‘रक्षक’, ‘भीम’, ‘नेत्र’, ‘गरुड़’, ‘एकलव्य’, ‘त्रिनेत्र’, ‘विजय’ और ‘ब्रह्मास्त्र’ शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि फ्लाईपास्ट के दूसरे खंड में एक राफेल विमान दो जगुआर और मिग -29 विमानों के साथ ‘एकलव्य’ फार्मेशन बनाएगा।
विंग कमांडर तेज प्रताप पांडेय ने कहा कि हल्का लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस और स्वदेशी तौर पर विकसित एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल ध्रुवस्त्र के मॉडल भारतीय वायुसेना के गणतंत्र दिवस परेड झांकी में शामिल होंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘ये (झांकी) हल्के लड़ाकू विमान तेजस, हल्के लड़ाकू हेलीकाप्टर (एलसीएच), सुखोई -30 एमकेआई और रोहिणी राडार के मॉडल को प्रदर्शित करेंगे।’’
पांडेय ने कहा कि अगली पीढ़ी की विकसित एंटी-रेडिएशन मिसाइल रुद्रम और एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल ध्रुवस्त्र क्रमशः एलसीए और एलसीएच पर प्रदर्शित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि सुखोई -30 एमकेआई पर स्वदेशी विकसित अस्त्र और ब्रह्मोस मिसाइलों को प्रदर्शित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि स्वदेश विकसित आकाश मिसाइल को रोहिणी रडार के साथ प्रदर्शित किया जाएगा।
विंग कमांडर वासुदेव आहूजा ने कहा कि परेड में वायुसेना की मार्चिंग टुकड़ी में चार अधिकारी और 96 सैनिक शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि मार्चिंग टुकड़ी का नेतृत्व फ़्लाइट लेफ्टिनेंट तनिक शर्मा करेंगे।