लखनऊ 30 जुलाई । उत्तर प्रदेश में रायबरेली के गुरूबख्शगंज क्षेत्र में उन्नाव की बलात्कार पीड़िता के साथ हुये सड़क हादसे की जांच केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के हवाले कर दी गयी है।
आधिकारिक प्रवक्ता ने मंगलवार को बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार देर रात मामले की जांच सीबीआई से कराने की अनुशंसा केन्द्र सरकार से की थी जिसे स्वीकार करते हुये केन्द्र ने आज देर शाम मामले की जांच अन्वेषण ब्यूरों के हवाले कर दी है।
उधर इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने उन्नाव रेप पीड़िता के चाचा महेश सिंह को कथित सड़क दुर्घटना में मृत अपनी पत्नी के अंतिम संस्कार के लिए एक दिन की पैरोल की मंजूरी दे दी है।
यह आदेश न्यायमूर्ति मोहम्मद फैज आलमखाँ की पीठ ने पीड़िता के चाचा महेश सिंह की ओर से दायर पैरोल की अर्जी पर दिए है । अदालत ने जेल, पुलिस एवं जिला प्रशासन को आदेश दिया है कि बुधवार को उसे रायबरेली जेल से पूरी सुरक्षा में अंतिम संस्कार के लिए गंगाघाट उन्नाव ले जाया जाए और अंतिम संस्कार के बाद 31 जुलाई को ही वापिस रायबरेली की जेल में दाखिल किया जाए।
सीबीआई की जांच लेने तक एसआईटी करेगी उन्नाव रेप पीडित हादसे की जांच-
उत्तर प्रदेश सरकार ने बहुचर्चित उन्नाव रेप पीड़िता रायबरेली हादसे की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरों (सीबीआई) से कराने की सिफारिश कर दी गई है,लेकिन जब तक वह जांच शुरु नहीं करती मामले की एसआईटी जांच करेगी।
राज्य के पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) प्रवीन कुमार ने यहां यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि राबरेली घटना की जांच सीबीआई से कराने की राज्य ने सिफारिश कल रात कर दी थी। उन्होंने बताया कि सीबीआई के जांच शुरु करने तक इस मामले की जांच रायबरेली के अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर के नेतृत्व में एसआईटी ठगित की गई है। attacknews.in