नयी दिल्ली, 16 फरवरी । भाजपा ने पीएनबी धोखाधड़ी को संप्रग का एक घोटाला करार देते हुए दावा किया कि एक सरकारी बैंक पर दागी कारोबारी नीरव मोदी को 2013 में रिण आवंटित करने के लिए दबाव डाला गया था और ऐसा मोदी की एक जेवरात प्रदर्शनी में राहुल गांधी के जाने के बाद किया गया था।
भाजपा ने पूछा कि इलाहाबाद बैंक ने उस रिण की मंजूरी क्यों दी, जो कथित तौर पर मेहुल चोकसी और नीरव मोदी से संबद्ध है। हालांकि बैंक के एक निदेशक ने इसका विरोध किया था। पार्टी ने हैरानगी जताई कि बैंक पर दबाव किसने डाला।
इसने विपक्षी कांग्रेस पर पलटवार किया। दरअसल, कांग्रेस ने कथित घोटाला पर उपलब्ध सूचना और आरोपी के देश छोड़ कर भागने पर सरकार पर आंखें मूंदे रखने का आरोप लगाया।
भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रकाश जावड़ेकर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि 13 सितंबर 2013 को राहुल गांधी दिल्ली के एक होटल में नीरव मोदी की जूलरी एग्जीबिशन में गए थे और उसके अगले ही दिन इलाहाबाद बैंक ने उनके रिण की मंजूरी दी थी जबकि इसका बैंक के एक निदेशक दिनेश दूबे ने विरोध किया था।attacknews.in
उन्होंने कहा कि यह अब कांग्रेस पर निर्भर है कि वह इस धोखाधड़ी पर पाक साफ हो और यह स्पष्ट करे कि इसके अध्यक्ष के प्रदर्शनी में जाने और रिण आवंटन होने के बीच क्या संबध है।
उन्होंने यह संदेह भी जताया कि बैंक अधिकारियों पर तत्कालीन संप्रग सरकार ने रिण आवंटन के लिए दबाव डाला था।
उन्होंने कहा कि इसलिए यह संप्रग का घोटाला है जिसे भाजपा सरकार ने अपनी सतर्कता से उजागर किया।attacknews.in