चंडीगढ़/अमृतसर/नईदिल्ली , 30 जून । पंजाब पुलिस ने मंगलवार को दावा किया कि उसने सामाजिक-धार्मिक नेताओं को निशाना बनाने और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों की कोशिश नाकाम करते हुए खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने कहा कि पाकिस्तान, सऊदी अरब और ब्रिटेन में स्थित खालिस्तान समर्थित तत्वों की मदद से राज्य के विभिन्न हिस्सों में चल रहे आतंकी-मॉड्यूल का रविवार को भंडाफोड़ किया गया।
गुप्ता ने यहां एक विज्ञप्ति में कहा कि आरोपियों की पहचान पटियाला के निवासी सुखचैन सिंह, मनसा निवासी अमृतपाल सिंह और अमृतसर निवासी जसप्रीत सिंह के रूप में हुई है। उनके पास से प्वॉइंट 32 बोर की एक पिस्तौल के अलावा सात कारतूस मिले हैं।
हाल ही में दिल्ली पुलिस ने हरियाणा के कैथल से उनके एक साथी लवप्रीत सिंह समेत फ्रंट के अन्य सदस्यों को गिरफ्तार किया था।
डीजीपी ने कहा कि ये तीनों लोग सोशल मीडिया के जरिये एक दूसरे के संपर्क में आए थे।
उन्होंने कहा कि इसके बाद वे पाकिस्तान स्थित आकाओं के संपर्क में आए, जिन्होंने उन्हें सामाजिक-धार्मिक नेताओं को निशाना बनाने और पंजाब में शांति में भंग करने के लिये उकसाया।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि अमृतपाल सिंह ने अपने षडयंत्र को आगे बढ़ाने के लिए सुखचैन और लवप्रीत को प्रेरित किया।
उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच में पता चला है कि उनके आकाओं ने भविष्य की तैयारियों के लिये उन्हें पाकिस्तान आने का न्योता दिया था।
इनमें से सऊदी अरब में स्थित एक विदेशी आका ने उन्हें योजना को अंजाम देने के बाद पनाह दिलाने का वादा किया था।
इस संबंध में पटियाला के समाना के सदर थाने में गैर-कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 तथा शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
कोई नहीं खालिस्तान चाहता : अमरिंदर
चंडीगढ़ में ही 29 जून को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सोमवार को जोर दिया कि कोई भी सिखों के लिए अलग राज्य नहीं चाहता है। इसके साथ ही उन्होंने अकाल तख्त जत्थेदार के हालिया बयान को खारिज कर दिया कि अगर सरकार खालिस्तान की पेशकश करती है तो सिख समुदाय उसे स्वीकार कर लेगा।
सिंह यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान खालिस्तान के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए सिंह ने कहा, “देश में रहने वाले सिख खुशहाल जीवन जी रहे हैं। वे क्यों खालिस्तान चाहेंगे? कोई यह नहीं चाहता और मैं भी यह नहीं चाहता।’’
उन्होंने कहा कि हर सिख हमेशा देश की एकता और अखंडता के लिए खड़ा रहा है।
सिंह ने कहा, “क्या आप जानते हैं कि हमारे यहां कितने सिख सैनिक हैं? वे देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देते हैं। हम अपने देश के लिए लड़ते हैं और यह हमारा देश है।” अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने छह जून को कहा था, “अगर सरकार पेशकश करती है तो सिख समुदाय सिखों के लिए एक अलग राज्य खालिस्तान को स्वीकार कर लेगा।”
उन्होंने ऑपरेशन ब्लूस्टार की 36 वीं बरसी पर खालिस्तान का मुद्दा उठाया था।
खालिस्तानी लिबरेशन फ्रंट के तीन कट्टर समर्थक गिरफ्तार:
नयी दिल्ली से 27 जून की रिपोर्ट है कि, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने खालिस्तानी लिबरेशन फ्रंट के मॉड्यूल का पर्दाफाश कर इसके तीन कट्टर समर्थकों को गिरफ्तार किया है।
स्पेशल सेल के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि पुलिस ने खालिस्तान आंदोलन को समर्थन करने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया है जो अपने आकाओं के इशारे पर उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों हत्या जैसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था। इनकी पहचान मोहिन्दर पाल सिंह (29), गुरतेज सिंह (41) तथा लवप्रीत (21) के रूप में हुई है।
खालिस्तान के पक्ष में नारे लगाना गलत नहीं : जत्थेदार:
इधर से अमृतसर 06 जून की रिपोर्ट है कि,श्री अकाल तख़्त साहब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने शनिवार को कहा कि वह खालिस्तान की मांग को लेकर सिख युवकों की ओर से खालिस्तान के समर्थन में नारेबाजी करने को गलत नहीं समझते।
जून 1984 में अकाल तख्त साहिब पर हुई सैनिक कार्रवाई के संबंध में आयोजित समारोह के पश्चात पत्रकारों से बातचीत करते हुए ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि 1984 में हुए आपरेशन ब्लु स्टार की याद में हर वर्ष छह जून को समारोह आयोजित किया जाता है। उन्होने कहा कि अगर समारोह के पश्चात सिख युवक भावनाओं में वह कर खालिस्तान के समर्थन में नारेबाजी करते हैं तो उसे वह गलत नहीं समझते।
सिरसा के कालांवाली में ‘खालिस्तान जिंदाबाद‘, ‘जून 84 न भूलने वाला, न बख्शने वाला‘ पोस्टर चस्पां:
इसी संबंध में सिरसा,से 5 जून की रिपोर्ट है कि, ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर पंजाब से लगे हरियाणा के सिरसा के कस्बा कालांवाली में आज सुबह गुरूद्वारों, मंदिरों, गौशाला के साथ कुछ अन्य स्थलों पर ‘खालिस्तान जिंदाबाद‘ के नारे लिखे पोस्टर लगे देखे गये।
पुलिस ने बताया कि पोस्टर कल रात किसी समय लगाये गये थे, जो पुलिस ने अब उतरवा दिये हैं। कालांवाली पुलिस थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और जांच शुरू की गई है। कर जांच छेड़ दी है। वहीं राज्य व केंद्र सरकार की खुफिया एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं।