पुणे 7 जून ।महाराष्ट्र के पुणे की केमिकल फैक्ट्री में भीषण आग लग गई । इसमें ज्यादातर महिलायें काम करती थीं। इस अग्निकांड में 14 लोगों के मौत हो गई है और दर्जनों के के फंसे होने की आशंका है।
केमिकल फैक्ट्री होने की वजह से इस आग पर काबू पाने में फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी। दूर से ही धुएं का बड़ा गुबार दिखाई दे रहा था ।
कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि इसमें हवा, पानी और भूतल उपचार रसायन (केमिकल) का विनिर्माण, आपूर्ति और निर्यात का काम होता है।
पीएमआरडीए दमकल सेवा के मुख्य अग्निशमन अधिकारी देवेंद्र पोटफोडे ने कहा, “कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक, आग लगने के बाद से उनके कम से कम 17 कर्मचारी लापता थे। हमने अब तक पांच शव बरामद किए हैं और अन्य कर्मचारियों की तलाश की जा रही है।”
पिरांगुट एमआईडीसी के उरावाडे इलाके में एसवीएस एक्वा कंपनी में आज करीब 1700 बजे आग लगी। आग लगने के बाद आठ दमकल वाहन मौके पर भेजे गये और 1843 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया।
दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाने के बाद पुणे ग्रामीण पुलिस के साथ मिलकर तलाश एवं बचाव अभियान शुरू कर दिया है।
पुणे महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (पीएमआरडीए) के अग्निशमन प्रमुख देवेंद्र पोटफोडे ने बताया कि दमकल कर्मियों ने अब तक 12 शव बरामद किये हैं जबकि 15 अन्य कामगार लापता हैं।
पीएमआरडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुहास दिवासे ने कहा, “हमारा प्राथमिक उद्देश्य आग को बुझाना था जो पूरा हो चुका है। शव पूरी तरह जल गये हैं इसलिए चिकित्सा परीक्षण के बाद उनकी पहचान का पता चल सकेगा।”
एसवीएस एक्वा के निदेशक निकुंज शाह ने कहा, “यह फर्म पानी के शुद्धिकरण के लिए आवश्यक रसायनों के निर्माण का कार्य करती है। ये रसायन ज्वलनशील नहीं होते हैं। हमें संदेह है कि शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी है। कुछ कामगार अभी भी अंदर फंसे हुये हैं।”