नईदिल्ली 20 मार्च। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अतुल जौहरी को पटियाला हाउस कोर्ट से 30,000 की जमानत राशि पर बेल मिल गई है. यौन उत्पीड़न मामले में अतुल जौहरी को दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में पेश किया था. दिल्ली पुलिस ने अतुल जौहरी से पूछताछ के बाद किया गिरफ्तार किया था. कोर्ट में पुलिस ने प्रोफेसर अतुल जौहरी की पुलिस रिमांड नही मांगा. पुलिस ने कहा कि जाँच पूरी हो चुकी है, लिहाजा आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया जाए.
आरोपी अतुल जौहरी ने कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की. कोर्ट में आरोपी प्रोफेसर जौहरी के वकील आर के वाधवा ने दलील दी कि जौहरी अगर प्रोफेसर जेल जाते हैं तो कोई भी प्रोफेसर किसी छात्र को अपने पास बुलाने से डरेगा. आरोपी जौहरी ने कितने अच्छे अच्छे स्टूडेंट दिए हैं. बहस के दौरान खुद आरोपी जौहरी ने कोर्ट से कहा कि वह राजनीति के शिकार हो गए है. आपको बता दें कि आरोपी के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने लैंगिक उत्पीड़न के 8 मुकदमे दर्ज किए है.
कई छात्राओं के यौन उत्पीड़न के मामले में गिरफ्तार जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अतुल जौहरी को दिल्ली की एक अदालत में पेश किया गया था. जौहरी को ड्यूटी मजिस्ट्रेट ऋतु सिंह की अदालत में पेश किया गया. अदालत में प्रोफेसर ने जमानत याचिका दायर करते हुए कहा कि जेल भेजे जाने से उनका करियर खत्म हो जाएगा.
इससे पहले जौहरी को लैंगिक उत्पीड़न के आरोपों के चलते हिरासत में ले लिया था. प्रोफेसर जौहरी के खिलाफ 16 मार्च को लैंगिक उत्पीड़न की शिकायत की गई थी. सीआरपीसी की धारा 164 के तहत चार छात्राओं ने अपने बयान पुलिस में दर्ज कराया है. शेष चार छात्राएं अपना बयान आज दर्ज कराएंगी. इस मामले में प्रोफेसर के खिलाफ कुछ अन्य धाराओं के तहत भी एफआईआर दर्ज कराई जा सकती है.
बता दें प्रोफेसर जौहरी के खिलाफ जेएनयू की नौ छात्राओं ने शिकायत दर्ज कराई थी. छात्राओं की शिकायत पर दिल्ली महिला आयोग सोमवार को सुनवाई भी करेगी. छात्रों का कहना है कि जेएनयू के छात्र लगातार आरोपी प्रोफेसर की गिरफ्तारी के लिए धरना दे रहे हैं लेकिन अब तक प्रोफेसर की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
जेएनयूएसयू की अध्यक्ष गीता सहित 17 छात्रों के खिलाफ एफआईआर
जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन की अध्यक्ष गीता कुमारी और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. डीन के दफ्तर में अंदर घुसकर हंगामा करने को लेकर प्रोफेसर उमेश अशोक कदम ने शिकायत दी थी. जिसके आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई. गीता के साथ ही उपाध्यक्ष सिमोन जोया खान और 15 अन्य छात्र-छात्राओं के नाम एफआईआर में दर्ज हैं.
बता दें कि ये सभी छात्र आईएचए के सर्कुलर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और मांग कर रहे थे कि सभी सर्कुलर हटाए जाएं. इस संबंध में छात्रों ने 14 मार्च को जेएनयू परिसर और डीन ऑफिस के अंदर घुसकर भी प्रदर्शन किया था. इस बारे में प्रोफेसर उमेश अशोक कदम ने आरोप लगाया कि उनके साथ बदतमीजी की गई. मारपीट के साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी गई. प्रोफेसर ने उस दिन की सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को सबूत के रूप में सौंपी हैं.attacknews.in