नयी दिल्ली , दो मई । वरिष्ठ नागरिकों को कुछ राहत देते हुए सरकार ने प्रधानमंत्री वय वंदना योजना ( पीएमवीवीवाई ) के तहत निवेश सीमा को दोगुना कर 15 लाख रुपये करने को मंजूरी दे दी है। इससे वरिष्ठ नागरिकों का सामाजिक सुरक्षा कवर बढ़ सकेगा। साथ ही इस योजना में निवेश सीमा को दो साल के लिए बढ़ा दिया गया है। यह सीमा कल समाप्त हो रही थी।
पीएमवीवीवाई 60 साल और उससे अधिक उम्र के नागरिकों के लिए है। इस योजना में निवेश की समयसीमा 4 मई , 2017 से 3 मई , 2018 थी। अब इसे बढ़ाकर 31 मार्च , 2020 कर दिया गया है।
इस योजना के तहत दस साल तक आठ प्रतिशत सालाना रिटर्न की गारंटी के साथ पेंशन सुनिश्चित होती है। इसमें पेंशन मासिक , तिमाही , छमाही या सालाना आधार पर लेने का विकल्प है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया। सूचना प्रौद्योगिकी और विधि मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने यह जानकारी दी।
प्रसाद ने बताया कि मंत्रिमंडल ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा पहलों को प्रोत्साहन देते हुये योजना के तहत मौजूदा निवेश सीमा साढ़े सात लाख रुपये को बढ़ाकर 15 लाख रुपये प्रति वरिष्ठ नागरिक कर दिया गया है। इससे वरिष्ठ नागरिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा को बढ़ाया जा सकेगा। निवेश सीमा बढ़ने से वरिष्ठ नागरिकों को प्रति माह दस हजार रुपये तक पेंशन मिल सकेगी।
मार्च , 2018 तक कुल 2.23 लाख वरिष्ठ नागरिकों को इस पेंशन योजना का लाभ उठा रहे हैं। योजना के तहत अब तक लाभार्थी को दस साल की अवधि के लिए न्यूनतम 1,000 रुपये पेंशन प्रतिमाह की गारंटी है।
इससे पहले की वरिष्ठ पेंशन बीमा योजना -2014 के तहत 3.11 लाख वरिष्ठ नागरिक लाभान्वित हुए थे।
पीएमवीवीवाई का क्रियान्वयन जीवन बीमा निगम ( एलआईसी ) के जरिये किया जा रहा है।attacknews.in